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अध्य 1
1 सिराकक पुत यीशुक बुद्क प्ास्ाा जख् सक धर्-स्यर
आ पसक
व ता िभ आ ह्कर िभक कदर पर चलय बला दोिर
लोक िभ दारा हररा िभ क
ेँ बहत राि पैघ बात िभ देल गेल
असि, जासह िभक लेल इसारल क
ेँ ससदा आ बुद्क लेल पशरिा
करबाक चाहीा आर जेकरा रे खाली पाठक सि्ी क
े ही ्ै,
बद् जे िीखै क
े इचा रखै िै , सू भी जे बाहर िै , ओकरा बोलै
आरो सलखै िे फायदा उठाबै रे िकर होय िक
ै िै : हररऽ दादा
यीशु, जबेॅ ह्ी खुद क का्ू् क
े पढै रे बहत िरसप्त करी
चुकलऽ िे लै . रसह लेल जे जे िभ िीखय चाहैत िसि आ रसह
िभ बातक आदी िसि, ह्का िभ क
ेँ धर्-स्यरक अ्ुिार
जीबा रे बहत बेिी लाभ भेटया तेँ हर अहाँ िभ िँ सस्ती करैत
िी जे अहाँ िभ रकरा अ्ुगह आ धा् िँ पढू आ हररा िभ क
ेँ
करा कर, जासह रे हररा िभ क
ेँ सकिु शबक करी बुझाइत
होयत, जकर वाया करबाक लेल हर िभ रेह्सत क
े लहँा
कारण, जे बात सहबू रे कहल गेल असि आ दोिर भाषा रे
अ्ुसाद कयल गेल असि, ओकरा िभ रे रक िरा् शद् ्सह
िै क, आ रसह बात िभ रे रात ्सह, बलव सक धर्-स्यर आ
भससषस्ा िभ आ बाकी पु्क िभ रे को्ो िोट अरतर ्सह
असि, जख् अप् भाषा रे बाजल जाइत असिा कारण, सरस रे
अबैत आठर सष् रे जख् यूग्टवि राजा िलाह आ ओतय सकिु
िरय धरर रहलाह, हररा रकटा िोट ि् ससदाक पोिी भेटल, तेँ
हर रकरा वाया करबा रे सकिु लग् आ पररशर करब बेिी
आसशक बुझलहँा ओसह सा् पर बहत चौकि आ कौशल क
े
पयोग क' पोिी क
े िराप क' देल जाय, आ ओकरा ह्का
लोकस्क लेल िेहो राखल गेल, जे को्ो पराया देश रे िीख'
लेल तैयार िसि, पसह्े का्ू् क
े पाल् करय लेल सशषाचार रे
तैयार रहैत िसि. िभ बुद् पभुक सदि िँ अबैत असि आ ह्का
िरग अ्न काल धरर रहैत असिा
2 िरुदक बालु, बरखाक बूरद आ अ्न काल क
े क
े सग्ती क’
िक
ै त असि?
3 िव सग्क ऊ
ँ चाई, पृिव सीक चौडाई, गहीरर आ बुद् क
े बुसझ
िक
ै त असि?
4 िभ स्ु िँ पसह्े बुद् आ बुद्रा्ी क
ेँ अ्न काल िँ
िृसजत कयल गेल असिा
5 पररेशव सरक पररेशव सरक सच् बुद्क फवारा असिा
ओकर बाट अ्न आजा असिा
6 बुद्क जसड क
े करा पर पगट भेल असि? आसक ओकर
बुद्रा् िलाह क
े क
े ज्ैत असि?
7 बुद्क जा् क
े करा लग पगट कयल गेल असि? आ ओकर
रहा् अ्ुभस क
े बुझलक?
8 रकटा बुद्रा् आ बहत भयासह असि, जे पभु अप् सिरहाि्
पर बैिल िसिा
9 ओ ओकरा िृसजत कऽ देखलक आ ओकरा सग्लक आ
ओकरा अप् िभ काज पर उझसल देलका
10 ओ ह्कर सरदा्क अ्ुिार िभ शरीरक िरग िसि आ ओ
ह्का पेर करयसला िभ क
ेँ दऽ दे्े िसिा
11 पभुक भय आदर, रसहरा, आ्न आ आ्नक रुक
ु ट असिा
12 पभुक भय हदय क
ेँ पिर करैत असि, आ्न, आ्न आ
दीघा्यु पदा् करैत असिा
13 जे क
े ओ पभु िँ डरैत असि, ओकरा अरत रे ्ीक होयतैक आ
ओकर रृतुक सद् ओकरा अ्ुगह भेटतैका
14 पभु िँ डेरब बुद्क आररभ असि, आ ई गभ् रे ससशव सािी
िभक िरग िृसजत भेल असिा
15 ओ र्ुषव य िभक िरग अ््व त ्ीरस ब्ौ्े िसि आ ह्का
िभक सरशजक िरग रहतीहा
16 पभु िँ भय रा्ब बुद्क पूण्ता सिक आ र्ुषव य क
ेँ अप्
फल िँ भरैत असिा
17 ओ ह्का िभक घर रे र्रोहक स्ु िभ िँ भरर दैत
िसि्, आ अप् उपज िँ िरगहक ध् क
ेँ भरर दैत िसि्ा
18 पभुक भय बुद्क रुक
ु ट असि, जासह िँ शादन आ पूण्
साव प्पैत असिा दु्ू पररेशव सरक सरदा् असिा
19 बुद्, ठाढ हेबाक लूरर आ जा्क बरिात करैत असि आ
ओकरा िभ क
ेँ आदर देबाक लेल ऊपर उठबैत असि जे ओकरा
पकड्े असिा
20 बुद्क जसड पभु िँ भय रा्ब असि, आ ओकर डारर दीघा्यु
होइत िै का
21 पभुक भय पाप क
ेँ भगा दैत असि, आ जतऽ ओ असि, ओतऽ
कोध क
ेँ दू र कऽ दैत असिा
22 कोसधत आदरी क
ेँ धर् ्सह ठहराओल जा िक
ै त असिा
कारण, ओकर कोधक झूला ओकर सस्ाश होयता
23 धैय्सा् आदरी सकिु िरयक लेल ्ोसच लेत, आ तकर बाद
ओकरा आ्नक उरडता
24 ओ अप् बात सकिु काल धरर ्ुका कऽ राखत, आ बहतो
लोकक ठोर ओकर बुद्क पचार करता
25 जा्क दषान बुद्क भरडार रे असि, रुदा पापी लेल पररेशव
सरक भद् घृसणत असिा
26 जँ अहाँ बुद् चाहैत िी तँ आजा िभक पाल् कर आ पभु
अहाँ क
ेँ ओकरा दऽ देताहा
27 सकरक तँ पभुक भय बुद् आ सशका सिका
28 गरीब भेला पर पभुक भय पर अससशाि ्सह करा
29 र्ुषव यक िरक पाखरडी ्सह ब्ू आ जे सकिु बजैत िी तासह
पर धा् राखूा
30 अप्ा क
ेँ ऊ
ँ च ्सह कर, जासह िँ अहाँ खसि कऽ अप् पाण
पर अपरा् ्सह आ्ब, आ रसह तरहेँ पररेशव सर अहाँक रहस
क
ेँ पता लगा कऽ अहाँ क
ेँ ररडली रे ्ीचाँ फ
े सक देसि्, सकरक तँ
अहाँ ित रे पभुक भय रे ्सह, बद् अप् हदय रे आसब गेलहँ
िलिँ भरल असिा
अध्य 2
1 हरर बेटा, जँ अहाँ पभुक िेसा करऽ अबैत िी तँ अप् पाण क
ेँ
परीका लेल तैयार करा
2 अप् रो् क
ेँ ठीक कर, आ स्ररतर िह् कर, आ ससपस् रे
जलबाजी ्सह करा
3 ह्का िँ सचपकल रह आ ्सह जाउ, जासह िँ अहाँ अप्
अरसतर अरत रे बसढ जाउा
4 जे सकिु अहाँ पर आ्ल जायत असि, िे हँिी-खुशी िँ लऽ
सलअ आ जख् अहाँ ्ीच िमस् रे बदसल जायब तख् धैय्
राखूा
5 सकरक तँ िो्ा आसग रे परीका कयल जाइत असि आ सीकाय्
लोक ससपस्क भटी रेा
6 ह्का पर ससशव साि कर, तँ ओ अहाँक िहायता करताहा
अप् बाट ठीक-ठीक वसदसत कर आ ह्का पर भरोिा
करा
7 अहाँ िभ जे पभुक भय रा्ैत िी, ह्कर दयाक पतीका
करा आ रक कात ्सह जाउ, कहीर ्सह खसि पडबा”
8 अहाँ िभ पभुक भय रा्ब, ह्का पर ससशव साि करा आ
अहाँक इ्ार खत ्सह होयता
9 अहाँ िभ जे पभु िँ डेरैत िी, िे ्ीक आ अ्न आ्न आ
दयाक आशा करा
10 पुर्ा जरा्ा िभ क
ेँ देखू, आ देखूा की कसहयो पभु पर
को्ो भरोिा क
े ्े िल, आ भसरत भ’ गेल िल? की सकयो ह्का
डर रे रहलाह आ िोसड देल गेलस्? आसक ओ क
े करा सतरस
ृ त
क
े लक जे ओकरा बजौलक?
11 सकरक तँ पभु दया आ दया िँ भरल िसि, धैय्सा् आ बहत
दयालु िसि, आ पाप करा करैत िसि आ दुःखक िरय रे उ्ार
करैत िसिा
12 सधकार असि भयभीत हदय, कीण हाि आ पापी जे दू बाट
पर चलैत असि!
13 सधकार जे करजोर रो् असि! सकरक तँ ओ ससशव साि ्सह
करैत असिा तेँ ओकर बचास ्सह कयल जायता
14 अहाँ िभ क
ेँ सधकार असि जे धैय् गरा ले्े िी! जख् पभु
अहाँ िभक दश्् करताह तख् अहाँ िभ की करब?
15 जे िभ पभु िँ डेरैत असि िे ह्कर सच्क आजा ्सह
रा्ता जे ह्का िँ पेर करैत िसि, िे ह्कर बाट पर चलता
16 जे िभ पभुक भय रा्ैत िसि, िे िभ ह्का ्ीक जकाँ
ताकता जे ह्का िँ पेर करैत िसि, िे िभ धर्-स्यर िँ भरल
रहताहा
17 जे िभ पभु पररेशव सरक भय रा्ैत िसि, िे िभ अप् हदय
क
ेँ तैयार कऽ लेताह आ ह्का िार्े अप् पाण क
ेँ सस्म
करताहा
18 ओ कहैत िसि, “हर िभ र्ुषव यक हाि रे ्सह, पभुक हाि
रे खिबा
अध्य 3
1 हे बचा िभ, अहाँ िभ अप् सपताक बात िु्ू, आ तकर बाद
कर, जासह िँ अहाँ िभ िुरसकत रहबा
2 सकरक तँ पररेशव सर सपता क
ेँ ि्व ता् िभ पर आदर देलस्
आ पुत िभ पर रायक असधकार क
ेँ पुष कयलस्ा
3 जे क
े ओ अप् सपताक आदर करैत असि, ओ अप् पापक
पायसयत करैत असिा
4 जे अप् रायक आदर करैत असि, िे ध् जरा करयसला
जकाँ असिा
5 जे क
े ओ अप् सपताक आदर करत, ओकरा अप् िरता् पर
आ्दनत होयता जख् ओ अप् पाि््ा करत तख् ओकर
बात िु्ल जायता”
6 जे अप् सपताक आदर करैत असि, ओकर जीस् दीघ् होयता
जे पभुक आजाकारी होयत िे अप् रायक लेल िान््ा देता
7 जे पभु िँ डेराइत असि, िे अप् सपताक आदर करत आ
अप् रासलकक िरा् अप् राता-सपताक िेसा करता
8 अप् सपता आ रायक बात आ काज दु्ू रे आदर कर, जासह
िँ अहाँ क
ेँ ह्का िभ िँ आशीसा्द भेटया
9 सकरक तँ सपताक आशीष िरता्क घर-पररसार क
ेँ सासपत
करैत असिा रुदा रायक असभशाप ्ीरस क
ेँ जसड िँ उखासड दैत
असिा
10 अप् सपताक अपरा् रे रसहरा ्सह करा सकरक तँ
अहाँक सपताक अपरा् अहाँक लेल को्ो रसहरा ्सह असिा
11 र्ुखक रसहरा ओकर सपताक आदर िँ होइत िै का आ
अपरास्त राय बचा िभक लेल स्ना होइत असिा
12 हरर बेटा, अप् सपताक उम रे िहायता कर आ जाबत धरर
ओ जीससत िसि ता धरर ह्का दुखी ्सह करा
13 जँ ह्कर बुद् करजोर भऽ जाइत िस् तँ ह्का िरग धैय्
राखूा जख् अहाँ अप् पूण् िारर् रे रहब तख् ओकरा
सतरसार ्सह करा
14 सकरक तँ अहाँक सपताक रुद् सबिरल ्सह जायत, आ
पापक बदला रे ई अहाँ क
ेँ रजबूत करबाक लेल जोडल जायता
15 अहाँक केशक सद् ई सरण कयल जायता तोहर पाप िेहो
सपघसल जायत, जे्ा ्ीक गरर रौिर रे बफ
् सपघसल जायता
16 जे अप् सपता क
ेँ िोसड दैत असि िे स्ना करयसला जकाँ
असिा जे अप् राय क
ेँ कोसधत करैत असि, िे पररेशव सरक
शासपत असिा
17 हरर बेटा, ्मता रे अप् काज रे आगू बढू ा ते्ा अहाँ ओसह
लोकक सपय ब्ब जे अ्ुरोसदत असिा”
18 अहाँ जतेक पैघ होयब, ओतेक सस्म होयब आ पभुक िार्े
अ्ुगह पाओबा
19 बहतो ऊ
ँ च सा् पर आ पसिद् रे िसि, रुदा ्म लोक
िभक िार्े रहस पगट होइत असिा
20 सकरक तँ पभुक िारिव् य बहत पैघ असि आ ्ीच लोक
िभक आदर होइत िस्ा
21 जे बात अहाँक लेल बेिी कसठ् असि तकरा ्सह ताक
ू आ ्े
अप् िारिव् य िँ बेिी जे सकिु असि तकरा खोजूा
22 रुदा जे आजा देल गेल असि, िे आदरपूस्क िोचू, सकरक तँ
अहाँ क
ेँ अप् आँदख िँ गुप बात िभ क
ेँ देखबाक को्ो आसशव
यकता ्सहा
23 अ्ासशक बात रे उतुकता ्सह कर, सकरक तँ अहाँ क
ेँ
जतेक बात बुझल जाइत असि, तासह िँ बेिी बात अहाँ क
ेँ
देखाओल गेल असिा
24 बहतो लोक अप् वि् ससचार िँ धोखा खाइत िसिा आ
रकटा दुष शरका ह्का िभक स्ण्य क
ेँ उखासड दे्े असिा
25 सब्ा आँदख क
े तोरा इजोत क
े करी होयता
26 सजदी हदय अरत रे अधलाह होयता जे खतरा िँ पेर करैत
असि िे ओसह रे ्ाश भऽ जायता
27 सजदी हदय दुःख िँ भाररत होयता आ दुषव ट र्ुषव य पाप पर
पापक ढेर लगा देता
28 घररडी लोकक दण रे को्ो उपाय ्सह होइत िै का सकरक
तँ ओकरा रे दुषताक पौधा जसड जरा ले्े असिा
29 बुद्रा् लोकक हदय रकटा दषान बुझता आ चौकि का्
बुद्रा्क इचा होइत िै का
30 पास् जालारुखी आसग बुझा देता आ सभका पापक पायसयत
करैत असिा
31 जे क
े ओ ्ीक रोडक बदला लैत असि, िे आगू जे सकिु भ’
िक
ै त असि, तकरा रो् रे रहैत असिा जख् ओ खसि पडत
तख् ओकरा ठहरास भेटतैका”
अध्य 4
1 हरर बेटा, गरीबक जीस्-याप् रे धोखा ्सह कर, आ
जररतररद आँदख क
ेँ बेिी काल पतीका ्सह करा
2 भूखल पाणी क
ेँ दुखी ्सह करा आ ्े र्ुषव‍
य क
ेँ ससपस् रे
उकिाउा
3 जे हदय वसित हो, ओकरा रसह िँ बेिी कष ्सह जोडू ा आ
जररतररद क
े देबऽ रे ससगत रहा
4 पीसडत िभक सस्ती क
ेँ असीकार ्सह करा आ ्े को्ो
गरीब आदरीिँ रुँह रोडू ा
5 जररतररद लोक िँ अप् ्जरर ्सह हटाउ आ ओकरा अहाँ
क
ेँ गारर देबाक को्ो असिर ्सह सदयौका
6 जँ ओ अप् पाणक कटुता रे अहाँ क
ेँ गारर पढत तँ ओकर
पाि््ा ओकरा ब्ौस्हार दारा िु्ल जायता
7 अप्ा क
ेँ ररडली क
े र पेर पाप कर, आ रकटा पैघ आदरीक
िरक अप् राि झुकाउा
8 गरीबक िरक का् झुका कऽ ओकरा ्मतापूस्क सरतसत
उ्र देब अहाँ क
ेँ दुख ्सह होउा
9 जकरा दुषव ट कष होइत िै क तकरा अताचारी क
े हाि िँ
रु् करा जख् अहाँ ्व याय रे बैिल रहब तख् कीण ्सह
होउा
10 अ्ाि िभक लेल सपता जकाँ रह आ ओकर रायक पसतक
बदला रे रहा
11 बुद् अप् िना् क
ेँ ऊपर उठबैत असि आ ओकरा
तकस्हार िभ क
ेँ पकसड लैत असिा
12 जे ओकरा िँ पेर करैत असि, िे जीस् िँ पेर करैत असिा
जे िभ ओकरा भोरे-भोर तक
ै त असि, ओ िभ आ्न िँ भरल
रहता
13 जे ओकरा पकड्े असि, ओकरा रसहरा भेटतैका ओ जतय
पसेश करतीह, पभु आशीसा्द देसि्ा
14 जे िभ ओकर िेसा करैत असि, िे िभ पससत पररेशव सरक
िेसा करता
15 जे क
े ओ ओकर बात िु्त िे जासत-जासत िभक ्व याय
करता
16 जँ क
े ओ ओकरा लग अप्ा क
ेँ िौरपत तँ ओकरा उ्रासधकार
भेटतैका ओकर पीढी ओकरा अप् कबा रे रादख लेतैा
17 पसह्े ओ ओकरा िरग टेढ बाट पर चलत आ ओकरा पर भय
आ भय आ्तीह आ ओकरा अप् अ्ुशाि् िँ यात्ा देतीह,
जाबत धरर ओ ओकर आता पर भरोिा ्सह कऽ लेत आ अप्
स्यरक अ्ुिार ओकरा परख ्सह करता
18 तख् ओ िोझ बाट पर ह्का लग घुरर कऽ ह्का िान््ा
देतीह आ ह्का अप् गुप बात िभ देखाओतस्ा
19 रुदा जँ ओ गडबड भऽ जायत तँ ओ ओकरा िोसड कऽ
ओकरा अप् सस्ाश रे दऽ देतीहा
20 असिरक पाल् कर आ अधलाह िँ िासधा् रहा आ
जख् अहाँक पाणक बात हो तँ लाज ्सह करा
21 सकरक तँ रह् लाज असि जे पाप लऽ कऽ अबैत असिा आ
लाज असि जे रसहरा आ अ्ुगह असिा
22 अप् पाणक ससरोध रे ककरो सीकार ्सह कर आ ककरो
आदर िँ अहाँ क
ेँ खिय ्सह सदयौका
23 जख् ्ीक काज करबाक असिर भेटैत असि तख् बाजबा
िँ ्सह परहेज कर आ ओकर िौनय् रे अप् बुद् क
ेँ ्सह
्ुकाउा
24 सकरक तँ बजबाक दारा बुद् आ सशका जीहक सच् दारा
जा्ल जायता
25 को्ो तरहेँ ितक ससरोध रे ्सह बाजूा रुदा अप्
अजा्ताक गलती िँ लद्त रहा
26 अप् पाप क
ेँ सीकार करबा रे लाज ्सह करा आ ्दीक
धार पर बल ्सहा
27 अप्ा क
ेँ रूख्क अधी् ्सह ब्ाउा ्े पराकरी क
े वद्
क
े सीकार करा
28 रृतु धरर ितक लेल पयाि कर, आ पभु अहाँक लेल
लडताहा
29 अप् जीह रे जलबाजी ्सह कर, आ अप् काज रे
सशसिल आ बेतरतीब ्सह रहा
30 अप् घर रे सिरह जकाँ ्सह ब्ू आ ्े अप् ्ोकर िभक
बीच चसकत रहा
31 अहाँक हाि गहण करबाक लेल ्सह पिारर देल जाय आ
जख् अहाँ क
ेँ पसतफल देबाक चाही तख् बन ्सह कयल
जाया
अध्य 5
1 अप् िमस् पर अप् रो् ्सह राखूा आ ई ्सह कहब जे
हररा लग अप् जीस्क लेल पया्प असिा
2 अप् र्क बाट पर चलबाक लेल अप् र् आ िारिव् यक
पाल् ्सह करा
3 रुदा ई ्सह कहब जे, “हरर काजक कारणे हररा क
े रोकत?”
कारण, पभु अहाँक घररडक बदला असश लेताहा”
4 ई ्सह कहब जे हर पाप क
े लहँ, आ हररा की हास् भेल?
कारण, पभु धैय्सा् िसि, ओ अहाँ क
ेँ को्ो तरहेँ ्सह िोडताहा”
5 पायसयतक ससषय रे पाप रे पाप जोडबाक लेल स्भ्क ्सह
रहा
6 ई ्सह कहब जे ह्कर दया बहत पैघ असिा हरर पापक
भररारक कारणेँ ओ शान भ’ जेताह, सकरक तँ दया आ कोध
ह्का सदि िँ अबैत िस् आ ह्कर कोध पापी िभ पर रहैत
िस्ा
7 पभुक सदि घुरबा रे को्ो देरी ्सह कर आ सद्-पसतसद्
टासल ्सह सदयौक, सकरक तँ अचा्क पभुक कोध आसब जेताह,
आ अहाँक िुरका रे अहाँ ्ष भऽ जायब आ पसतशोधक सद् रे
्ाश भऽ जायबा
8 अनायपूस्क पाप िमस् पर अप् रो् ्सह राखू, सकरक तँ
ससपस्क सद् अहाँ क
ेँ को्ो फायदा ्सह होयता
9 हर हसाक िरग ्सह फ
ु फकार आ िभ बाट रे ्सह जाउ,
सकरक तँ पापी जे दुगु्ा जीह बला पापी िेहो करैत असिा
10 अप् िरझ रे असडग रहा आ तोहर सच् ओसह्ा रहया
11 िु्बा रे जली करा आ तोहर जीस् स्शल होा आ धैय्िँ
उ्र सदयौका
12 जँ अहाँक बुद् असि तँ अप् पडोिी क
ेँ उ्र सदअा जँ ्सह
तँ रुँह पर हाि राखूा
13 आदर आ लाज बजैत असि, आ र्ुषव यक जीह ओकर पत्
असिा
14 फ
ु िफ
ु िारबला ्सह कहल जाउ, आ अप् जीह िँ त् ्सह
रह, सकरक तँ चोर पर अधलाह लाज असि आ दुगु्ा जीह पर
अधलाह दोषी ठहराओल जाइत असिा
15 को्ो पैघ बात सा िोट बात रे को्ो बात िँ अ्सभज ्सह
रहा
अध्य 6
1 सरतक बदला दुश् ्सह ब्ू; कारण, अहाँ क
ेँ रकटा दुषव ट
्ार, लाज आ अपरा्क उ्रासधकार भेटता
2 अप् हदयक िलाह रे अप्ा क
ेँ बडाई ्सह करा जे अहाँक
पाण अिगरे भटकल बैल जकाँ टुकडा-टुकडा ्सह होअया
3 अहाँ अप् पात खारब आ अप् फल गरा लेब आ अप्ा क
ेँ
िुखायल गाि जकाँ िोसड देबा
4 दुष पाणी ओकरा धारक क
ेँ ्ष कऽ देत आ ओकरा अप् शतु
िभक सतरसार रे हँिा देता
5 रधुर भाषा सरत क
ेँ गुणा करत, आ स्षक भाषा िँ दयालु
असभसाद् बढता
6 बहतो लोकक िरग शादन रे रहा
7 जँ अहाँ को्ो सरत क
ेँ पाबय चाहैत िी तँ पसह्े ओकरा परखू
आ ओकर शेय देबा रे जलबाजी ्सह करा
8 सकरक तँ क
े ओ अप् असिरक लेल सरत होइत असि आ
अहाँक ससपस्क सद् रे ्सह सटकता
9 रकटा सरत िेहो असि जे शतुता रे बदसल कऽ झगडा-झरझसट
अहाँक स्ना क
ेँ पासब लेता
10 फ
े र, को्ो सरत टेबुल पर िरगी िसि, आ अहाँक दुःखक सद्
रे ्सह रहताहा
11 रुदा अहाँक िरृद् रे ओ अहाँ जकाँ होयत आ अहाँक
्ोकर िभक पसत िाहिी होयता
12 जँ अहाँ क
ेँ ्ीचाँ उतारल जायत तँ ओ अहाँक ससरोध रे होयत
आ अहाँक रुँह िँ ्ुका जायता
13 अप् शतु िभ िँ अलग भऽ जाउ आ अप् सरत िभ िँ
िासधा् रहा
14 ससशािी सरत रकटा रजबूत रका होइत असि, आ जेकरा रह्
लोक भेटल असि ओकरा रकटा खजा्ा भेटैत िै का
15 ससशािी सरत क
ेँ सकिु ओ पसतक
ू ल ्सह होइत िै क, आ ओकर
शेरता अरूल होइत िै का
16 ससशािी सरत जीस्क औषसध होइत असिा जे िभ पभु िँ
डेरैत असि, िे िभ ह्का पासब लेता”
17 जे क
े ओ पभु िँ डेराइत असि, िे अप् सरतता क
ेँ ठीक-ठाक
ब्ाओत, सकरक तँ जसह्ा ओ असि, ओकर पडोिी िेहो
ओसह्ा होयता
18 हरर बेटा, जसा्ी िँ सशका जुटा सलअ, ते्ा अहाँ क
ेँ बुढापा
धरर बुद् भेटता
19 जोतब आ बोस्बला जकाँ ओकरा लग आसब कऽ ओकर
्ीक फलक पतीका कर, सकरक तँ अहाँ ओकरा लेल बेिी
रेह्सत ्सह करब, बलव सक ओकर फल जदलये खारबा
20 ओ अससदा्क लेल बहत असपय िसि, जे बुद्ही् असि िे
ह्का िरग ्सह रहता
21 ओ ओकरा पर परीकाक पराकरी पािर जकाँ पडल रहतीहा
ओ ओकरा अप्ा सदि िँ फ
े सक देतैक, रसह िँ पसह्े जे बेिी
सद् ्सह भ' जायता
22 सकरक तँ बुद् ओकर ्ारक अ्ुिार होइत िै क आ बहतो
लोक क
ेँ ओ पगट ्सह होइत िै का
23 हे बेटा, का् कर, हरर िलाह गहण कर आ हरर िलाह
क
ेँ असीकार ्सह करा
24 अप् परर ओकर बेडी रे रादख सदयौक आ गरदस् ओकर
जरजीर रे रादख सदयौका
25 अप् कान झुसक कऽ ओकरा िह, आ ओकर बरध् िँ दुखी
्सह होउा
26 पूरा रो् िँ ह्का लग आसब जाउ आ अप् िर् िारिव् य
िँ ह्कर बाट-पाट पर चलैत रहा
27 खोजू आ खोजू, तख् ओकरा अहाँ क
ेँ जात कयल जायता
28 अन रे अहाँ ओकरा ससशार पासब लेब, आ िे अहाँक आ्न
रे बदसल जायता
29 तख् ओकर बेडी तोहर लेल रजबूत रका होयत आ ओकर
जरजीर सैभसक सस ब्ता
30 सकरक तँ ओकरा पर िो्ाक आभूषण असि आ ओकर पटी
बैग्ी ररगक फीता असिा
31 अहाँ ओकरा आदरक सस जकाँ पसहरब आ ओकरा
आ्नक रुक
ु ट जकाँ अप्ा चार कात पसहरबा
32 हरर बेटा, जँ अहाँ चाहब तँ अहाँक
ेँ सिखाओल जायत, आ जँ
अहाँ अप् र्क पाल् करब तँ अहाँ सससेकशील रहबा
33 जँ अहाँ िु्बा रे पेर करब तँ अहाँ क
ेँ बुद् भेटता
34 बुजुग् िभक भीड रे ठाढ रहा आ बुद्रा्क िरग सचपकल
रहा
35 िभ पररेशव सरक पसच् िु्बाक लेल तैयार रहा आ
बुझबाक दषान अहाँ िँ ्सह बसच जाया”
36 जँ अहाँ को्ो बुद्रा् आदरी क
ेँ देखैत िी तँ ओकरा लग
आसब जाउ आ ओकर परर ओकर दरब्ाक िीढी क
ेँ सघसिया
सदयौका
37 अहाँक र् पभुक स्यर पर रह आ ह्कर आजा पर स्ररतर
सचरत् करा
अध्य 7
1 को्ो अधलाह ्सह कर, तेँ अहाँक को्ो हास् ्सह होयता
2 अधर् िभ िँ हसट जाउ, आ अधर् अहाँ िँ हसट जायता
3 हे बेटा, अधर्क खाई रे ्सह बोउ, आ िात गु्ा ्सह कासट
िकबा
4 पभु िँ पधा्ता ्सह ताक
ू आ ्े राजा िँ आदरक आि् ्सहा
5 पभुक िरक अप्ा क
ेँ धर् ्सह ब्ाउा आ राजाक िरक
अप् बुद्क घररड ्सह करा
6 अधर् क
ेँ दू र ्सह कऽ पासब कऽ नायी ब्बाक पयाि ्सह
करा कहीर कसहयो अहाँ पराकरी िभक वद् िँ ्सह डेरब, जे
अहाँक िोझ रहबाक बाट रे ठोकर ब्या
7 को्ो ्गरक भीड पर को्ो अपराध ्सह कर, तख् अहाँ
अप्ा क
ेँ लोकक बीच ्सह फ
े सक जायबा
8 रक पाप क
ेँ दोिर पाप पर ्सह बादन सदयौका सकरक तँ रक
रे अहाँ अददणत ्सह रहबा”
9 ई ्सह कहब जे पररेशव सर हरर बसलदा्क भररार देखताह
आ जख् हर पररेशव सर पररेशव सर क
ेँ चढा देब तँ ओ ओकरा
सीकार करताहा
10 पाि््ा करबा काल कीण ्सह होउ आ सभका देबा रे उपेका
्सह करा
11 ककरो अप् पाणक कटुता रे सतरस
ृ त करबाक लेल हँिी
्सह कर, सकरक तँ रह् असि जे ्म आ उदा् करैत असिा
12 अप् भाय पर झूठ ्सह िोचूा आ ्े अप् सरतक िरग रह्
काज करा
13 को्ो तरहक झूठ ्सह बाजब, सकरक तँ रकर पिा ्ीक ्सह
असिा
14 बूढ-पुरा्क भीड रे बेिी बात ्सह कर आ पाि््ा करबा
काल बेिी बकबक ्सह करा
15 शरिाध काज आ ्े खेती-बाडी िँ घृणा ्सह करा
16 पापी िभक भीड रे अप्ा क
ेँ ्सह सग्ू, बलव सक ई रो् राखू
जे कोध बेिी सद् ्सह रहता
17 अप्ा क
ेँ बहत ्म ब्ाउ, सकरक तँ अभ्क पसतशोध
आसग आ कीडा असिा
18 को्ो तरहेँ को्ो भलाईक लेल सरत क
ेँ ्सह बदलूा आ ्े
ओफीरक िो्ाक लेल ससशािी भाया
19 बुद्रा् आ ्ीक िव ती क
ेँ ्सह िोडू , सकरक तँ ओकर क
ृ पा
िो्ा िँ बेिी असिा
20 जख् सक अहाँक िेसक ितव य काज करैत असि, आ ्े
ओसह भाडा-करक जे अहाँक लेल पूरा तरहेँ अप्ा क
ेँ पूरा करैत
असिा
21 अहाँक पाण ्ीक िेसक िँ पेर कर आ ओकरा रुद् िँ
धोखा ्सह सदयौका
22 अहाँक राल-जाल असि? ओकरा िभ पर ्जरर राखूा
23 अहाँक िरता् असि? ह्का िभ क
ेँ स्द्श सदयौक, आ
जसा्ी िँ ह्का िभक गरदस् झुकाउा
24 अहाँ िभक बेटी िभ असि? ह्का िभक शरीरक सचना
कर, आ ह्का िभक पसत हँिरुख ्सह रहा
25 अप् बेटीक सससाह कर, आ रसह तरहेँ अहाँ को्ो कसठ्
काज पूरा कऽ लेबा
26 की अहाँक र् रे पती असि? ओकरा ्सह िोडू , रुदा अप्ा
क
ेँ को्ो हलुक सी रे ्सह सदयौका
27 अप् सपता क
ेँ पूरा रो् िँ आदर कर, आ अप् रायक दुःख
क
ेँ ्सह सबिरबा
28 रो् राखू जे अहाँ ह्का िभ िँ जनल िीा आ जे काज ओ
िभ अहाँक लेल क
े ्े िसि, तकरा अहाँ ह्का िभ क
ेँ को्ा
पसतफल दऽ िक
ै त िी?
29 अप् पूरा पाण िँ पभु िँ डेराउ आ ह्कर पुरोसहत िभक
आदर करा
30 जे अहाँ क
ेँ अप् िर् िारर् िँ ब्ौ्े िी, ओकरा िँ पेर
कर आ ओकर िेसक िभ क
ेँ ्सह िोडू ा
31 पभु िँ डेराउ आ पुरोसहतक आदर करा जे्ा तोरा आजा
देल गेल असि, ओकर भाग ओकरा दऽ सदयौका पसहल फल,
अपराध बसल, कानक सरदा्, पससतताक बसलदा् आ पससत
स्ुक पसहल फला
32 गरीब िभक सदि हाि बढाउ, जासह िँ अहाँक आशीसा्द
सि् होा
33 सरदा् पर िभ जीससत लोकक ्जरर रे अ्ुगह होइत िै का
आ रृतक िभक कारणेँ ओकरा रोकब ्सहा
34 का्स्हार िभक िरग ्सह रह आ शोक करयसला िभक
िरग शोक ्सह करा
35 बीरार िभ क
ेँ देखबा रे देरी ्सह कर, सकरक तँ रसह िँ
अहाँ सपय बस् जायबा
36 जे सकिु हाि रे लेब, अन क
ेँ रो् राखू, आ कसहयो गलत
्सह करबा
अध्य 8
1 को्ो पराकरी िँ झगडा ्सह कर' कहीर ओकर हाि रे ्सह
पसड जायबा
2 को्ो धस्क आदरी िँ रतभेद ्सह कर, जासह िँ ओ अहाँ
पर भारी ्सह पडय, सकरक तँ िो्ा बहतो क
ेँ ्ष कऽ देलक आ
राजा िभक रो् क
ेँ ससक
ृ त कऽ देलका
3 जीह िँ भरल आदरी िँ झगडा ्सह कर आ ओकर आसग पर
लकडीक ढेर ्सह करा
4 अभद आदरी िँ रजाक ्सह कर, जासह िँ अहाँक पूस्ज
िभक अपरा् ्सह भऽ जाया
5 पाप िोडस्हार क
ेँ स्ना ्सह कर, बलव सक ई रो् राखू जे
हर िभ िजाय योग िीा
6 बुढारी रे ककरो अपरा् ्सह कर, सकरक तँ हररा िभ रे िँ
सकिु गोटे बूढ भऽ जाइत िीा
7 अप् िभिँ पैघ शतु ररर गेला पर आ्दनत ्सह होउ, बलव
सक ई रो् राखू जे हर िभ ररर जाइत िीा
8 बुद्रा् िभक बात क
ेँ सतरसार ्सह कर, बलव सक ह्का
िभक फकडा िँ पररसचत रह, सकरक तँ अहाँ ह्का िभ िँ
सशका आ रहा् लोकक िेसा िहजता िँ करब िीखबा
9 बूढ-पुरा् िभक गप-िप ्सह िोडू , सकरक तँ ओ िभ िेहो
अप् पूस्ज िभ िँ िीखलस्, आ अहाँ ह्का िभ िँ बुद्रा्ी
िीखब आ आसशकता्ुिार उ्र देबा
10 पापीक कोयला ्सह जराबह, जासह िँ अहाँ ओकर आसग क
े र
लौ िँ जरर ्सह जायबा
11 को्ो कसतग् वद्क िासरध पर कोध रे ्सह उठ
ू , जासह
िँ ओ अहाँ क
ेँ अहाँक बात रे फ
ँ िाबऽ ्सह जाय
12 जे अप्ा िँ बेिी पराकरी असि तकरा उधार ्सह सदअा
सकरक तँ जँ अहाँ ओकरा उधार दऽ देब तँ ओकरा हेरारल बुझूा”
13 अप् िारिव् य िँ बेिी जरा्त ्सह कर, सकरक तँ जँ अहाँ
जरा्तदार िी तँ ओकरा चुकाबऽ रे िासधा् रहा
14 को्ो नायाधीशक िरग का्ू् रे ्सह जाउा सकरक तँ ओ
िभ ओकर आदरक अ्ुिार ओकर लेल नाय करता
15 को्ो िाहिी वद्क िरग याता ्सह कर, ्सह तँ ओ
अहाँक पसत घोर भऽ जायत; सकरक तँ ओ अप् इचा्ुिार
करत, आ अहाँ ओकर रूख्तािँ ओकर िङ ्ष भऽ जारबा
16 कोसधत आदरीक िरग झगडा ्सह कर आ ओकरा िरग
रकारत रे ्सह जाउ, सकरक तँ खू् ओकरा ्जरर रे सकिु ्सह
जेकाँ असि आ जतऽ को्ो िहायता ्सह असि, ओ अहाँ क
ेँ
उखासड देता
17 रूख्क िरग ससचार-ससरश् ्सह करा कारण, ओ िलाह-
रशसरा ्सह रादख िक
ै त असिा
18 परदेशी क
े िार्े को्ो गुप बात ्सह करा सकरक तँ अहाँ
्सह ज्ैत िी जे ओ की पैदा करता”
19 रक-रक गोटेक लेल अप् हदय ्सह खोसल सदयौक, जासह िँ
ओ अहाँ क
ेँ चतुराई िँ बदला ्सह दऽ देता
अध्य 9
1 अप् कोराक पती पर ईषा् ्सह कर आ ओकरा अप्ा
ससर् को्ो अधलाह पाठ ्सह सिखाउा
2 को्ो सी क
ेँ अप् पाण ्सह सदयौक जे ओ अप् िमस् पर
पैर राखया
3 सेशा िँ भेट ्सह कर, जासह िँ अहाँ ओकर जाल रे ्सह पसड
जायबा
4 गायक सीगणक िरगसत बेिी ्सह कर, जासह िँ अहाँ ओकर
पयाि रे ्सह ल’ जायबा
5 को्ो दािी सदि ्सह तक
ै त रह, जासह िँ अहाँ ओसह दािी रे
जे कीरती असि, तासह िँ ्सह खसि पडबा
6 अप् पाणी सेशा िभ क
ेँ ्सह सदयौक, जासह िँ अहाँक
उ्रासधकार ्सह गराओल जाया
7 ्गरक गली-गली रे चार कात ्सह देखू आ ्े ओकर रकारत
सा् रे भटकबा
8 को्ो िुनर सी िँ अप् ्जरर हटाउ आ दोिरक िौनय् क
ेँ
्सह देखूा सकरक तँ बहतो िव तीक िौनय्क कारणेँ धोखा खा
गेल असिा कारण, रसह िँ पेर आसग जकाँ पजसलत होइत असिा
9 दोिर पुरषक पतीक िरग रकदर ्सह बैिू, आ ्े ओकरा िरग
कोरा रे बैिू, आ अप् पाइ ओकरा िरग शराब पीबय रे ्सह खच्
करा कहीर तोहर हदय ओकरा सदि झुसक ्सह जाय, आ तेँ
तोहर इचाक कारणेँ तोँ सस्ाश रे पसड जायबा”
10 पुरा् सरत क
ेँ ्सह िोडू ा सकरक तँ ्सका िरगी ओकर तुल्ा
्सह करल जा िक
ै त असिा जख् ओ पुरा् भऽ जायत तख्
अहाँ ओकरा पिरतापूस्क पीबा
11 पापीक रसहरा िँ ईषा् ्सह कर, सकरक तँ अहाँ ्सह ज्ैत
िी जे ओकर अरत की होयता
12 जासह बात रे अभ् लोक क
ेँ पिरता होइत िै क, तासह रे
आ्दनत ्सह होउा रुदा रो् राखू जे ओ िभ अप् कब धरर
सब्ा दरसडत ्सह जायता
13 जकरा रारबाक असधकार िै क, ओकरा िँ दू र राखूा तेँ अहाँ
रृतुक भय पर िरदेह ्सह करब, आ जँ अहाँ ह्का लग आसब
जायब तँ को्ो दोष ्सह कर, कहीर ओ अहाँक पाण रख्सह
्सह िीस् लेता
14 जतेक ्जदीक भ’ िक
ै त असि, अप् पडोिीक अ्ुरा्
लगाउ, आ बुद्रा् लोकस् िँ परारश् करा
15 अहाँक गप बुद्रा् िभक िरग रह आ परराताक धर्-
स्यर रे अहाँक िभटा गप-िप करा
16 धर् लोक अहाँक िरग भोज्-पी् करसिा आ अहाँक घररड
पभुक भय रे रहया”
17 कारीगरक हाि िँ काज पशरसित होयत, आ लोकक बुद्रा्
शािक अप् बातक लेला
18 बदराश जीभक लोक अप् ्गर रे खतर्ाक होइत असिा
जे अप् गप-िप रे बेसक
ू फी करैत असि, तकरा घृणा कयल
जायता
अध्य 10
1 बुद्रा् नायाधीश अप् लोक क
ेँ सशका देता आ सससेकी
आदरीक िरकार ्ीक जकाँ वसदसत होइत िै क |
2 जसह्ा लोकक नायाधीश सयर होइत असि, तसह्ा ओकर
असधकारी िभ िेहो होइत िसिा ्गरक शािक क
े ह् र्ुख
होइत असि, ओसह रे रहस्हार िभ रह् असिा
3 अबुद्रा् राजा अप् लोक क
ेँ ्ष कऽ दैत असिा रुदा
असधकाररणी िभक सससेकक कारणेँ रसह ्गर रे आबाद होयता
4 पृिव सीक िारिव् य पभुक हाि रे असि, आ िरय पर ओ
ओकरा पर रकटा रह् चीज ठाढ करताह जे लाभदायक होा
5 र्ुषव यक िरृद् पररेशव सरक हाि रे असि, आ ओ अप्
आदर शासी पररेशव सर पर लगाओता
6 अप् पडोिी िँ हर गलतीक लेल घृणा ्सह करा आ चोट
पहँचाबय बला पिा िँ रकदर सकिु ्सह करा
7 घररड पररेशव सर आ र्ुषव यक िरक घृसणत असि, आ दु्ूक
दारा अधर् कयल जाइत असिा
8 अधर्क वसहार, चोट आ धोखा िँ भेटल ध्क कारणेँ राज
रक लोक िँ दोिर लोक रे बदसल जाइत असिा
9 धरती आ भस सकरक घररडी असि? लोभी िँ बेिी दुष सकिु
्सह, सकरक तँ रह् लोक अप् पाण क
ेँ बेचबाक लेल लगा दैत
असिा सकरक तँ जीबैत काल ओ अप् आरत फ
े सक दैत असिा
10 सैद रकटा ्रहर रोग क
ेँ कासट दैत असिा जे आइ राजा
असि िे काद् ररर जायता
11 जख् र्ुषव यक ररर जायत तख् ओकरा रेगैत जीस-जनु
आ कीडा-रकोडाक उ्रासधकार भेटतैका
12 घररडक आररभ तख् होइत असि जख् क
े ओ पररेशव सर िँ
हसट जाइत असि आ ओकर रो् अप् िृसषकता् िँ भटसक
जाइत असिा
13 सकरक तँ घररड पापक पाररभ होइत िै क, आ जे घररड रखैत
असि िे घृसणत बात उझसल देतैका
14 पभु घररडी राजक
ु रार िभक सिरहाि् िभ क
ेँ खिा देलस्
आ ह्का िभक सा् पर ्म लोक िभ क
ेँ ठाढ कयलस्ा
15 पभु घररडी जासत िभक जसड उखासड कऽ ओकरा िभक
सा् पर ्ीच लोक िभ क
ेँ रोप्े िसिा
16 पररेशव सर गैर-यहदी देश िभ क
ेँ उखासड कऽ पृिव सीक ्ीरस
धरर ्ष कऽ देलस्ा
17 ओ ओकरा िभ रे िँ सकिु क
ेँ लऽ कऽ ओकरा िभ क
ेँ ्ष
कऽ देलक आ ओकर िभक सरण पृथी पर िँ िराप कऽ
देलका
18 पुरखक लेल घररड ्सह भेल आ ्े िव ती िँ जन लेस्हार
िभक लेल कोसधत कोधा
19 जे िभ पभुक भय रा्ैत असि िे िभ रकटा स्सयरत बीया
असि आ जे िभ ह्का िँ पेर करैत असि िे रकटा आदरणीय
पौधा असिा जे आजाक उलरघ् करैत असि, िे धोखा देबय
योग बीज असिा
20 भाइ िभक बीच जे रुदखया असि िे आदरणीय असिा तसह्ा
जे पभुक ्जरर रे पररेशव सरक भय रा्ैत िसिा
21 पभुक भय असधकार पाप करबा िँ पसह्े होइत िै क, रुदा
रकता आ घररड ओकर हास् होइत िै का
22 ओ धस्क होसि, क
ु ली् होसि सा गरीब, ह्का िभक रसहरा
पभुक भय असिा
23 बुद्रा् गरीब क
ेँ सतरसार करब उसचत ्सहा आ ्े पापी
क
े रसहरा करब िुससधाज्क असिा
24 रहा् लोक, नायाधीश आ िारिव् य िभ क
ेँ आदर कयल
जायता तैयो पभु िँ डेरारबला िँ पैघ सकयो ्सह असिा”
25 बुद्रा् दािक लेल सतरत लोक िभ िेसा करता
26 अप् काज रे बेिी बुद्रा् ्सह होउा आ िरकटक िरय रे
अप् घररड ्सह करा
27 जे पररशर करैत असि आ िभ सकिु रे पचुरता करैत असि,
िे ्ीक असि जे घररड करैत असि आ रोटीक अभास रे असिा
28 हे बेटा, ्मता रे अप् पाणक रसहरा कर आ ओकर
गररराक अ्ुिार ओकर आदर करा
29 जे अप् पाणक ससर् पाप करैत असि तकरा क
े धर्
ठहराओत? जे अप् पाणक अपरा् करैत असि तकरा क
े
आदर करत?
30 गरीब क
ेँ ओकर लूरर क
ेँ िमा् भेटैत िै क, आ धस्क क
ेँ
ओकर ध्क कारणेँ िमास्त कयल जाइत िै का
31 जे गरीबी रे िमास्त होइत असि, िे ध् रे कतेक बेिी
आदर करैत असि? जे ध्-दौलत रे अपरास्त होइत असि, िे
गरीबी रे कतेक बेिी?
अध्य 11
1 बुद् ्ीच लोकक राि उठबैत असि आ ओकरा रहा्
लोकक बीच बैिा दैत असिा
2 र्ुकक िौनय्क पशरिा ्सह करा आ ्े र्ुकक बाहरी
रपक लेल घृणा करा
3 रकी जेह् रे रधुरािी कर होइत असिा रुदा ओकर फल
रधुर स्ुक परुख होइत िै का
4 अप् सस आ ससक घररड ्सह कर आ आदरक सद् रे
अप्ा क
ेँ ऊ
ँ च ्सह कर, सकरक तँ पभुक काज अदव भुत असि
आ र्ुषव य रे ह्कर काज ्ुकायल असिा
5 बहतो राजा जरी् पर बैिल िसिा आ जे कसहयो िोचल ्सह
गेल िल िे रुक
ु ट पसहर्े असिा
6 बहतो पराकरी लोक बहत बेइ्त भ’ गेल िसिा आ
आदरणीय लोकस् क
ेँ दोिरक हाि रे िौरपल गेलस्ा
7 ित क
ेँ परखबा िँ पसह्े दोष ्सह सदयौका
8 कारण िु्बा िँ पसह्े को्ो उ्र ्सह सदयौक, आ ्े लोकक
गप-िपक बीच रे टोसक सदयौका
9 को्ो रह् ससषय रे झगडा ्सह कर जे अहाँक िरबरध रे ्सह
होा आ पापी िभक िरग नाय रे ्सह बैिबा
10 हरर बेटा, बहतो बात रे ह्केप ्सह कर, सकरक तँ जँ
अहाँ बहत ह्केप करब तँ स्द्ष ्सह होयबा जँ पाि
ू -पाि
ू
चलब तँ को्ो लाभ ्सह भेटत आ ्े भासग कऽ बचबा”
11 रकटा रह् असि जे पररशर करैत असि, कष उठबैत असि
आ जलबाजी करैत असि आ ओतेक पाि
ू असिा
12 फ
े र रकटा आओर रह् असि जे ररद असि, ओकरा
िहायताक आसशकता असि, िारर्क अभास आ गरीबी िँ
भरल असिा तैयो पभुक ्जरर ओकरा ्ीक सदि तकलक आ
ओकरा अप् ्ीचाँ िँ ठाढ कऽ देलका
13 दुःख िँ राि उठौलस्ा जे देखस्हार बहतो लोक ह्का देदख
आयय्चसकत भ' गेलाहा
14 िरृद् आ ससपस्, जीस् आ रृतु, गरीबी आ ध्, पभुक
दारा अबैत असिा
15 बुद्, जा् आ धर्-स्यरक िरझ पभुक असिा
16 गलती आ अनारक शुरआत पापी िभक िरग भेल िल, आ
ओसह रे घररड करयसला िभक िरग अधलाह पुरा् भऽ जायता
17 पररेशव सरक सरदा् पररेशव सरक सरदा् पररेशव सरक िरग
रहैत असि आ ह्कर अ्ुगह िदाक लेल िरृद् दैत असिा
18 ओ असि जे अप् िासधा् आ चुटकी िँ िरृ् होइत असि,
आ ई ओकर इ्ारक सहसा असिा
19 ओ कहैत िसि जे, “हररा ससशार भेसट गेल असि, आब हर
अप् िमस् रे िँ स्ररतर खायबा” आ तइयो ओकरा ई ्सह
बुझल िै क जे ओकरा पर को् िरय आओत, आ ओ िभ बात
ओकरा दोिर पर िोसड क’ ररय पडतैका
20 अप् साचा रे असडग रह आ ओसह रे िजग रह आ अप्
काज रे बूढ भऽ जाउा
21 पापी िभक काज रे आयय्चसकत ्सह होउा रुदा पभु पर
भरोिा राखू आ अप् पररशर रे ब्ल रह, सकरक तँ गरीब क
ेँ
अरीर ब्ाबय रे पभुक ्जरर रे अचा्क िहज काज होइत
िै का
22 पररेशव सरक आशीसा्द पररेशव सरक आशीष पररेशव सरक
फल रे होइत असि, आ अचा्क ओ अप् आशीसा्द क
ेँ
प्पबैत िसिा
23 ई ्सह कहब जे, हरर िेसा िँ को् लाभ? आ बाद रे हररा
को् ्ीक चीज भेटत?
24 फ
े र ई ्सह कहब जे, हररा लग बहत असि आ बहत राि
स्ु असि, आ बाद रे हररा को् दुषव ट होयत?
25 िरृद्क सद् रे दुःखक सबिरर जाइत असि, आ कषक सद्
रे आब िरृद्क सरण ्सह होइत असिा
26 सकरक तँ रृतव युक सद् पररेशव सरक लेल ई िहज काज
असि जे र्ुषव य क
ेँ ओकर आचरणक अ्ुिार पसतफल देबा
27 रक घरटाक कष र्ुषव य क
ेँ भोग-ससलाि क
ेँ सबिरर दैत
असिा
28 ओकर रृतु िँ पसह्े को्ो धनक नाय ्सह कर, सकरक तँ
र्ुषव य अप् िरता् रे सचनल जायता
29 िभ क
ेँ अप् घर रे ्सह आ्ू, सकरक तँ धोखेबाजक बहत
राि ठे का् होइत िै का
30 जसह्ा तीतर क
ेँ लऽ कऽ सपरजरा रे राखल जाइत िै क, तसह्ा
घररडी लोकक हदय िेहो होइत िै का ओ जािूि जकाँ अहाँक
पत् पर ्जरर रखैत असिा
31 सकरक तँ ओ पतीका रे पडल रहैत असि आ ्ीक क
ेँ
अधलाह रे बदसल दैत असि, आ पशरिा योग काज रे अहाँ पर
दोषी ठहराओता
32 आसग क
े सचरगारी िँ कोयला क
े ढेर जरर जाइत असि, आ पापी
खू्क पतीका रे रहैत असिा
33 दुष आदरी िँ िासधा् रह, सकरक तँ ओ दुषव ट काज करैत
असिा कहीर ओ तोरा पर िदा-िदा क
े धबा ्सह आस् देता
34 को्ो परदेशी क
ेँ अप् घर रे लऽ जाउ, तख् ओ अहाँ क
ेँ
परेशा् करत आ अहाँ क
ेँ अप् घर िँ बाहर स्कासल देता
अध्य 12
1 जख् अहाँ ्ीक काज करब तख् ई जास् सलअ जे अहाँ
क
े करा लेल ई काज करैत िीा तेँ अहाँक उपकारक लेल
धनसाद देल जायता
2 पररेशव सरक भलाई कर, तँ अहाँ क
ेँ ओकर पसतफल भेटता
आ जँ ह्का िँ ्सह, तइयो परराता िँा
3 जे िदैस अधलाह काज रे व् रहैत असि, आ ्े सभका ्सह
देस्हार क
ेँ को्ो ्ीक ्सह भऽ िक
ै त असिा
4 पररेशव सरक भक
व त र्ुख क
ेँ दऽ सदअ, आ पापीक िहायता
्सह करा
5 ्ीच लोकक िरग ्ीक कर, रुदा अभ् क
ेँ ्सह सदयौक,
अप् रोटी रोक
ू आ ओकरा ्सह सदयौक, जासह िँ ओ अहाँ पर
हासी ्सह भऽ जाय, सकरक तँ अहाँ क
ेँ जतेक ्ीक होयत, तासह
िँ दुगु्ा अधलाह भेटत ओकरा िरग कयल गेला
6 सकरक तँ पररेशव सर पापी िभ िँ घृणा करैत िसि आ अभ्
िभ िँ पसतशोध देसि् आ ह्का िभक दरडक पराकरी सद् िँ
बचाबैत िसिा
7 ्ीक लोक क
ेँ दऽ सदयौक आ पापी क
ेँ रदसद ्सह करा
8 िरृद् रे सरत ्सह सचनल जा िक
ै त असि, आ शतु ससपस् रे
्ुकायल ्सह भ’ िक
ै त असिा
9 र्ुषव यक िरृद् रे शतु दुखी होयत, रुदा ओकर ससपस् रे
सरत िेहो चसल जायता
10 अप् शतु पर कसहयो भरोिा ्सह कर, सकरक तँ जसह्ा
लोहा जरग खाइत असि तसह्ा ओकर दुषता िेहोा
11 जँ ओ अप्ा क
ेँ ्म ब्ा कऽ क
ु बडा कऽ चसल जाय, रुदा
ओकरा िँ िासधा् रहब आ िासधा् रहब, आ अहाँ ओकरा लेल
र्ा रहब जे्ा देखबाक चशा पोि्े होयब आ बुझब जे ओकर
जरग रकदर िँ ्सह पोिल गेल होा
12 ओकरा अप्ा लग रे ्सह राखू, जासह िँ ओ अहाँ क
ेँ उखासड
कऽ उखासड कऽ अहाँक सा् पर ठाढ ्सह भऽ जायता आ ्े
ओ अहाँक दसह्ा कात बैिय, जासह िँ ओ अहाँक आि् रे
बैिय चाहैत असि, आ अहाँ अरततः हरर बात रो् पाडब आ
ओसह रे चुभ् ्सह खायबा
13 िाँपक कासट लेलक आ को्ो रह् को्ो जादू गर पर क
े दया
करत जे जरगली जा्सरक लग अबैत असि?
14 जे क
े ओ पापी लग जाइत असि आ ओकर पाप रे ओकरा िरग
अशु् भऽ जाइत असि, िे क
े दया करत?
15 ओ सकिु काल धरर अहाँक िरग रहत, रुदा जँ अहाँ खिय
लागब तँ ओ देरी ्सह करता
16 शतु अप् ठोर िँ रधुर बजैत असि, रुदा हदय रे ओ िोचैत
असि जे अहाँ क
ेँ को्ा गडा रे फ
े सक देत, ओ आँदख िँ का्त,
रुदा जँ असिर भेसट जायत तँ खू् िँ तृप ्सह होयता
17 जँ अहाँ पर को्ो ससपस् आओत तँ पसह्े ह्का ओतसह
भेटतस्ा जँ ओ अहाँक िहायता करबाक ्ाटक करत, रुदा
अहाँ क
ेँ ्ीचाँ खिा देता”
18 ओ राि सहलाओत, ताली बजाओत आ बहत फ
ु िफ
ु िाओत
आ रुँह बदलता
अध्य 13
1 जे खिरा क
ेँ ि
ू बैत असि िे ओसह िँ अशु् भऽ जायता जे
घररडी आदरीक िरगसत रखैत असि िे ओकरा जकाँ होयता
2 जीबैत काल अप्ा क
ेँ अप् िारर् िँ बेिी बोझ ्सह लगाउा
आ अप्ा िँ बेिी शद्शाली आ ध्ी लोकक िरग को्ो िरगसत
्सह राखू, सकरक तँ क
े तली आ रासटक घैल को्ा रक दोिरा िँ
सरलैत असि? सकरक तँ जँ रक दोिर पर पहार कयल जायत तँ
ओ टू सट जायता”
3 धस्क लोक अधलाह क
े ्े असि, तइयो ओ धरकी दैत असि,
गरीब पर अनाय होइत असि आ ओकरा िेहो सस्ती करबाक
चाहीा
4 जँ अहाँ ह्कर लाभक लेल रहब तँ ओ अहाँक उपयोग करत,
रुदा जँ अहाँ लग सकिु ्सह असि तँ ओ अहाँक
ेँ िोसड देता
5 जँ अहाँ लग को्ो स्ु असि तँ ओ अहाँक िरग रहता
6 जँ ओकरा तोहर जररत िै क तँ ओ तोरा धोखा देत आ तोरा
पर रुस
ु राओत आ तोरा आशा रे राखता ओ अहाँ क
ेँ ्ीक जकाँ
कहत आ कहत जे अहाँ क
ेँ की चाही?
7 ओ अहाँ क
ेँ अप् भोज् िँ लद्त करत, जाबत धरर ओ अहाँ
क
ेँ दू -ती् बेर िुखायल ्सह खीरचत, आ अरत रे ओ अहाँ क
ेँ
सतरसार रे हँित, बाद रे जख् ओ अहाँ क
ेँ देखत तख् अहाँ
क
ेँ िोसड देत आ अहाँ क
ेँ राि सहला देता
8 िासधा् रह जे अहाँ अप् उलाि रे धोखा ्सह खाउ आ
्ीचाँ ्सह खिल जाउा
9 जँ अहाँ क
ेँ को्ो पराकरी दारा आररसतत कयल जायत तँ
अप्ा क
ेँ हसट जाउ, आ ओ अहाँ क
ेँ ओतेक बेिी आररसतत
करताहा
10 ओकरा पर दबाब ्सह सदयौक, जासह िँ अहाँ पाि
ू ्सह भ’
जायबा दू र ्सह ठाढ रह, कहीर सबिरल ्सह जाउा
11 गप-िप रे ह्कर बराबर ्सह ब्ू आ ह्कर अ्ेक बात
पर ससशाि ्सह कर, सकरक तँ ओ अहाँ क
ेँ बहत राि बात-बात
रे परीका देत आ अहाँ पर रुस
ु राइत अहाँक रहस क
ेँ बाहर
स्कालता
12 रुदा ओ अहाँक बात क
ेँ क
ू रतापूस्क जरा कऽ लेताह, आ
अहाँ क
ेँ को्ो आपस् करबा रे आ अहाँ क
ेँ जेल रे राखय रे
को्ो जु्ू् ्सह करता
13 धा् राखू आ िासधा् रह, सकरक तँ अहाँ अप् उखासड-
पसड कऽ खटखट रे चसल रहल िीा
14 जीस् भरर पभु िँ पेर कर आ अप् उ्ारक लेल ह्का
पुकारा
15 िभ पाणी अप्-अप् िदश पेर करैत असि आ िभ अप्-
अप् पडोिी िँ पेर करैत असिा
16 िभ र्ुख अप् तरहक िरग सरलैत असि, आ र्ुषव य अप्
िदशक िरग सचपकल रहता
17 भेसडयाक रेर्ा िँ को् िरगसत असि? तसह्ा पापी भगसा्व
क
े िरगा
18 हाइ्ा आ क
ु क
ु रक बीच की िहरसत असि? आ धस्क आ
गरीबक बीच को् शारसत?
19 जसह्ा जरगल रे जरगली गदहा सिरहक सशकार होइत असि,
तसह्ा धस्क लोक गरीब क
ेँ खा जाइत असिा
20 जे्ा घररडी लोक सस्मता िँ घृणा करैत असि, तसह्ा धस्क
लोक गरीब िँ घृणा करैत असिा
21 जे ध्ी आदरी खिय लगैत असि ओकरा ओकर सरत िभ
पकसड लैत असि, रुदा गरीब क
ेँ ओकर सरत िभ धक
े सल दैत
िै का
22 जख् को्ो ध्ी आदरी खसि पडैत असि तख् ओकर
बहत राि िहायक होइत िै क, ओ बात ्सह बजैत िै क, रुदा
लोक ओकरा धर् ठहरबैत िै का ओ बुद्रा्ी िँ बजैत िलाह,
आ ह्का को्ो सा् ्सह िलस्ा
23 जख् को्ो ध्ी लोक बजैत असि तँ िभ अप् जीह पकसड
लैत असि आ देखू, ओ जे कहैत असि, तकर पशरिा रेघ धरर
करैत असिा आ जँ ठोकर खारत तँ ओकरा उखाडबारे रदसत
करता
24 जकरा पाप ्सह िै क तकरा लेल ध्-दौलत ्ीक होइत िै क
आ अभ्क रुँह रे गरीबी अधलाह होइत िै का
25 र्ुषव यक हदय अप् चेहरा बदलैत असि, चाहे ओ ्ीक हो
सा अधलाहा
26 पिर चेहरा रकटा रह् हदयक स्शा्ी असि जे िरृद् रे
असिा आ दषानक खोज र्क िकाऊ शर सिका
अध्य 14
1 धन असि ओ आदरी जे रुँह िँ सफिलल ्सह असि आ पापक
भररार िँ चुभल ्सह असिा
2 धन असि ओ जे सससेक ओकरा दोषी ्सह ठहरौलक आ जे
पभुक आशा िँ ्सह खिल असिा
3 ध्-दौलत ्ीचक लेल ्ीक ्सह होइत िै क, आ ईषा्लु क
ेँ
पाइ िँ की करबाक चाही?
4 जे अप् पाण क
ेँ धोखा दऽ कऽ जरा करैत असि, िे दोिरक
लेल जरा करैत असि, जे ओकर िरव पस् उधर रचाबैत असिा
5 जे अप्ा लेल अधलाह असि, िे क
े करा लेल ्ीक होयत?
अप् राल रे आ्न ्सह लेता
6 जे अप्ा आप िँ ईषा् करैत असि, तासह िँ बेिी अधलाह
क
े ओ ्सह असिा आ ई ओकर दुषताक पसतफल सिका
7 जँ ओ ्ीक काज करैत असि तँ ओ अस्चा िँ करैत असिा
आ अरत रे ओ अप् दुषताक घोषणा करता
8 ईषा् करऽ सला आदरीक दुषव ट आँदख होइत िै का ओ अप्
रुँह घुरा लैत असि आ र्ुषव य क
ेँ सतरसार करैत असिा
9 लोभीक आँदख अप् भाग िँ तृप ्सह होइत िै का आ दुषक
अधर् ओकर पाण क
ेँ िुखा दैत िै का
10 दुष आँदख अप् रोटी िँ ईषा् करैत असि, आ ओ अप्
टेबुल पर घोर असिा
11 हरर बेटा, अप् िारर्क अ्ुिार अप् भलाई कर आ
पभु क
ेँ ह्कर उसचत बसलदा् सदअा
12 रो् राखू जे रृतुक आगर् रे बेिी सद् ्सह होयत आ
कबरक साचा अहाँ क
ेँ ्सह देखाओल गेल असिा
13 ररबािँ पसह्े अप् सरतक भलाई कर आ अप् िारर्क
अ्ुिार हाि बढा कऽ ओकरा दऽ सदयौका
14 ्ीक सद्क लेल अप्ा क
ेँ धोखा ्सह सदयौक आ ्ीक
इचाक भाग अहाँ क
ेँ पार ्सह करया
15 की अहाँ अप् कष दोिर पर ्सह िोडब? आ तोहर रेह्सत
सचटी रे बाँटल जायब?
16 अप् पाण क
ेँ सदअ, लऽ सलअ आ पससत करा कारण, सचता
रे सासदष भोज्क खोज ्सह होइत िै का
17 िभ रारि सस जकाँ बूढ भऽ जाइत असि, सकरक तँ शुरर
िँ ई साचा असि जे, “अहाँ ररर कऽ ररर जायबा”
18 रोटका गािक हररयर पात जकाँ सकिु खसि पडैत असि आ
सकिु बढैत असिा तसह्ा खू्-रारिक पीढी िेहो असि, रकटाक
अरत भ’ जाइत िै क आ दोिरक जन होइत िै का
19 िभ काज िडैत असि आ भस भऽ जाइत असि, आ ओकर
काज करस्हार िेहो चलैत रहता
20 धन असि ओ आदरी जे बुद् िँ ्ीक बात पर सचरत् करैत
असि आ अप् बुद् िँ पससत बात पर ससचार करैत असिा
21 जे क
े ओ र् रे ओकर बाट पर ससचार करत, ओकरा ओकर
गुप बात रे िेहो बुझल रहतैका
22 ओकर पािाँ-पािाँ जाउ जे्ा को्ो पता लगाबऽ सला असि
आ ओकर बाट-बाट रे ड
ू बल रहा
23 जे ओकर दखडकी पर चढैत असि, िे ओकर दरब्ा पर
िेहो िु्ता
24 जे क
े ओ ओकर घरक लग रे रहय, ओकर देबाल रे रकटा
सप् िेहो बादन देता
25 ओ ओकरा लग अप् डेरा ठाढ करत आ ओसह रे ठहरत
जतय ्ीक-्ीक स्ु होा
26 ओ अप् बचा िभ क
ेँ ओकर आशय रे राखत आ ओकर
डारर िभक ्ीचाँ बैिता
27 ओकरा दारा ओ गर् िँ झाँपल रहत आ ओकर रसहरा रे
रहता
अध्य 15
1 जे पभु िँ डेराइत असि िे ्ीक काज करत, आ जकरा धर्-
स्यरक जा् असि, ओकरा ओकरा पाप करता
2 ओ रायक रप रे ह्का िँ भेट करत आ क
ु रारर िँ सससासहत
पती जकाँ ह्का गहण करतीहा
3 ओ बुद्क रोटी िँ ओकरा खुआओत आ ओकरा पीबाक लेल
बुद्क पास् देतीहा
4 ओ ओकरा पर सटकल रहत, आ ्सह सहलता आ ओकरा पर
भरोिा करत, आ भसरत ्सह होयता
5 ओ ओकरा अप् पडोिी िँ ऊपर उठाओत आ ररडली रे
ओकर रुँह खोसल लेतीहा
6 ओकरा आ्न आ आ्नक रुक
ु ट भेटतैक, आ ओ ओकरा
अ्न ्ारक उ्रासधकारी ब्ा देतीहा
7 रुदा रूख् लोक ओकरा लग ्सह पहँचत आ पापी िभ ओकरा
्सह देखतैका
8 ओ घररड िँ दू र िसि आ झूठ बाजस्हार लोक ह्का रो्
्सह पासब िक
ै त िसिा
9 पापी क
े रुँह रे ्ुसत ्ीक ्सह होइत िै क, सकरक त’ ओकरा
पभु दारा ्सह पठाओल गेल िै का
10 कारण, ्ुसत बुद् िँ कयल जायत, आ पभु ओकरा िरृद्
देताहा
11 अहाँ ई ्सह कह जे हर पभुक दारा चसल गेलहँ, सकरक तँ
अहाँ क
ेँ ओ काज ्सह करबाक चाही जकरा ओ घृणा करैत
िसिा”
12 अहाँ ई ्सह कह जे ओ हररा भटका देलस्, सकरक तँ
ओकरा पापीक को्ो आसशव यकता ्सहा
13 पभु िभ घृसणत काज िँ घृणा करैत िसिा जे िभ पररेशव
सरक भय रा्ैत असि, िे िभ रकरा पेर ्सह करैत असिा
14 ओ शुरर िँ र्ुख क
ेँ ब्ौलस् आ ओकरा अप् ससचारक
हाि रे िोसड देलस्ा
15 जँ अहाँ चाहै िी तँ आजा िभक पाल् कर आ सीकाय्
ससशव साि करबा
16 ओ अहाँक िोझाँ रे आसग आ पास् रादख देलस् असिा
17 र्ुषव यक आगाँ जीस् आ रृतु असिा आ ओकरा ्ीक
लागय सक ्सह, ओकरा देल जेतैा
18 पभुक बुद् बहत पैघ असि, ओ िारर् रे पराकरी िसि आ
िभ सकिु देखैत िसिा
19 ओकर ्जरर ओकरा िभ पर रहैत िै क जे ओकरा डरैत
िै क, आ र्ुषव यक िभ काज क
ेँ ओ ज्ैत िै का
20 ओ ककरो अधलाह काज करबाक आजा ्सह देलस् आ ्े
ककरो पाप करबाक अ्ुरसत देलस्ा
अध्य 16
1 अ्ि्क िरता्क भीड ्सह चाहैत िी आ ्े अभ् पुत रे
आ्दनत होउा
2 जँ ओ िभ बढैत िसि, रुदा ह्का िभ रे आ्दनत ्सह रह,
जाबत धरर पभुक भय ह्का िभक िरग ्सह रहता
3 ह्का िभक जीस् पर भरोिा ्सह कर आ ्े ह्का िभक
भीड क
ेँ आदर कर, सकरक तँ रक हजार िँ ्ीक जे धासर्क
असिा आ अभ् लोकक रहबा िँ ्ीक जे सब्ा िरता्क ररबा
4 सकरक तँ बुद्रा्क दारा ्गर भरर कऽ आओत, रुदा दुषव ट
लोकक ि्व ता् िभ जदलये उजाड भऽ जायता
5 रहे् बहत राि बात हर आँदख िँ देखलहँ आ का् रसह िभ
िँ पैघ बात िु््े असिा
6 अभ् िभक ररडली रे आसग जडल जायता आ ससदोही राष्
रे कोध रे आसग लगा देल जाइत िै का
7 ओ बूढ सदगज िभक पसत शान ्सह भेलाह, जे अप्
रूख्ताक बल रे खसि पडलाहा
8 ओ ओसह सा् क
ेँ ्सह िोडलस् जतय लूत पसाि करैत
िलाह, बलव सक ह्का िभ क
ेँ घररड करबाक कारणेँ घृणा
कयलस्ा
9 ओ सस्ाशक लोक िभ पर दया ्सह उठौलस् जे पाप रे चसल
गेल िला
10 आ ्े िह लाख पैदल िैस्क जे अप् हदयक कठोरता रे
जरा भेल िला
11 जँ लोक िभक बीच कठोर गरदस् रहल असि तँ ओ अदम
दरसडत भऽ कऽ बसच जाय तँ आयय् होयता ओ करा करबा रे आ
्ाराजगी उसझलबा रे पराकरी असिा
12 जसह्ा ओकर दया बेिी होइत िै क, तसह्ा ओकर िुधार
िेहो होइत िै क
13 पापी अप् लूट-पाट ल’ क’ ्सह बसच िक
ै त असि, आ
पररेशव सरक धैय् रे को्ो कसत ्सह होयता
14 दयाक िभ काजक लेल बाट ब्ाउ, सकरक तँ पतेक क
े ओ
अप् काजक अ्ुिार पाओता
15 पभु सफरौ् क
ेँ कठोर कऽ देलसि् जे ओ ह्का ्सह सचनसि,
जासह िँ ह्कर िारर्क काज िरिार रे बुझल जा िकया
16 ह्कर दया िभ पाणी पर पगट होइत िस्ा आ ओ अप्
इजोत क
ेँ अनार िँ असडग भ' क' अलग क' दे्े िसिा
17 अहाँ ई ्सह कहब जे हर पभु िँ ्ुका जायबा रतेक लोकक
बीच हररा सरण ्सह कयल जायत, कारण रतेक अिीर पाणी
रे हरर आता की असि?
18 देखू, आकाश, आकाशक आकाश, गहीरर आ पृिव सी आ
ओसह रे जे सकिु असि, तख् जख् ओ घुरताह तख् सहलता
19 जख् पररेशव सर ओकरा िभ क
ेँ देखैत िसि तँ पृिव सीक
पहाड आ ्ीरस िभ काँसप कऽ सहलैत असिा
20 रसह िभ बात पर को्ो हदय उसचत रपेँ ्सह िोसच िक
ै त
असिा
21 ई रकटा रह् तूफा् असि जकरा क
े ओ ्सह देदख िक
ै त
असि, सकरक तँ ओकर असधकारश काज ्ुकायल असिा
22 अप् नायक काज क
े घोषणा क’ िक
ै त असि? सा क
े िसह
िक
ै त असि? कारण, ह्कर साचा दू र असि, आ िभ सकिु क
परीका अरत रे असिा
23 जे बुद्क करी करैत असि ओ वि् बात पर िोचत, आ
भसरत रूख् रूख्ताक कल्ा करैत असिा
24 हरर बेटा, हरर बात िु्ू आ जा् िीखू आ हरर बात क
ेँ
अप् हदय िँ सचदनत करा
25 हर सशका क
ेँ तौल रे देखा देब आ ह्कर जा् क
ेँ ठीक-ठीक
बता देबा
26 पभुक काज िभ शुर िँ ्व याय रे कयल जाइत असि, आ
जसहया िँ ओ ओकरा ब्ौलस् तख्सह िँ ओकर भाग िभ क
ेँ
स्पटारा कयलस्ा
27 ओ अप् काज िभ क
ेँ अ्न काल धरर िजाबैत रहलाह, आ
िभ पीढी धरर ह्का िभक हाि रे परुख िसिा
28 ओकरा िभ रे िँ सकयो दोिर क
ेँ बासधत ्सह करैत असि, आ
ओ िभ कसहयो ह्कर सच्क आजा ्सह रा्ता
29 रकर बाद पभु पृिव सी सदि तकलस् आ ओकरा अप्
आशीष िँ भरर देलस्ा
30 ओ िभ तरहक जीस-जनु िँ ओकर रुँह झाँसप दे्े िसिा ओ
िभ फ
े र ओसह रे घुरर जेताहा”
अध्य 17
1 पभु पृिव सी िँ र्ुषव य क
ेँ िृसजत कयलस् आ ओकरा फ
े र िँ
ओसह रे बदसल देलस्ा
2 ओ ओकरा िभ क
ेँ सकिु सद्, कर िरय, आ ओसह रे राखल
स्ु िभ पर िेहो असधकार देलसि्ा
3 ओ ह्का िभ क
ेँ अप्ा आप रे बल दऽ कऽ अप्
पसतरपक अ्ुिार ब्ौलस्ा
4 र्ुषव यक भय िभ पाणी पर लगा देलक आ ओकरा पशु आ
सचडै िभ पर असधकार देलका
5 ह्का िभ क
ेँ पभुक पाँचटा सकयाक उपयोग भेटलस्, आ
िठर सा् पर ओ ह्का िभ क
ेँ िरझ आ िातर भाषण रे
ओकर सचरत्-सचरत्क वायाकार पदा् कयलस्ा
6 ह्का िभ क
ेँ िलाह, जीह, आँदख, का् आ हदय ह्का िभ
क
ेँ बुझय रे आसब गेलस्ा
7 ओ ओकरा िभ क
ेँ बुझबाक जा् िँ भरर देलसि् आ ्ीक-
बेजाय क
ेँ देखौलस्ा
8 ओ ह्का िभक हदय पर ्जरर रखलस् जासह िँ ओ ह्का
िभ क
ेँ अप् काजक रहा्ता देखाबसिा
9 ओ ह्का िभ क
ेँ अप् अदव भुत काज रे अ्न काल धरर
गौरस करऽ देलसि्, जासह िँ ओ िभ ह्कर काज िभ क
ेँ
बुद्रा्ी िँ पचाररत करसिा
10 चु्ल गेल लोक िभ ह्कर पससत ्ारक ्ुसत करताहा
11 रकर असतरर् ओ ह्का िभ क
ेँ जा् आ जीस्क वससा
क
ेँ धरोहरक रप रे देलस्ा
12 ओ ह्का िभक िरग अ्न कालक साचा कयलस् आ
ह्का िभ क
ेँ अप् ्व याय िभ क
ेँ देखौलस्ा
13 ह्का िभक आँदख ह्कर रसहराक रसहरा देदख रहल िल
आ का् ह्कर रसहरापूण् आसाज िु्लका
14 ओ ह्का िभ क
ेँ कहलसि्, “िब अधर् िँ िासधा् रहा
ओ िभ अप्ा-अप् पडोिीक ससषय रे आजा देलसि्ा
15 ह्का िभक बाट ह्का िभक िोझाँ िसदख् रहैत िस्,
आ ह्कर ्जरर िँ ्ुकारल ्सह रहतस्ा
16 हरेक आदरी अप् जसा्ी िँ अधलाह काज रे ड
ू बल असिा
आ ्े पािरक बदला अप्ा लेल रारिल हदय ब्ा िक
ै त िला
17 पूरा पृिव सीक जासत िभक बँटसारा रे ओ िभ पजा पर रकटा
शािक ब्ौलस्ा रुदा इसारल पभुक भाग असिा
18 ओ अप् जेठ बचा रसहतो अ्ुशाि्क िरग पोिैत िसि आ
अप् पेरक इजोत दैत ह्का ्सह िोडैत िसिा
19 तेँ ह्का िभक िभ काज ह्का िभक िोझाँ िूय् जकाँ
असि आ ह्कर ्जरर ह्का िभक बाट पर िसदख् रहैत
िस्ा
20 ह्का िभक को्ो अधर्क काज ह्का िँ ्ुकायल ्सह
असि, रुदा ह्का िभक िभ पाप पभुक िरक असि
21 रुदा पभु क
ृ पालु आ अप् कारीगरी क
ेँ ज्ैत ह्का िभ क
ेँ
्सह िोसड देलस् आ ्े िोसड देलस्, बलव सक ह्का िभ क
ेँ
बखलस्ा
22 र्ुषव यक सभका ओकरा लेल रकटा स्शा् जकाँ होइत िै क,
आ ओ र्ुषव यक ्ीक काज क
ेँ आँदखक ्ेबो जकाँ राखत आ
अप् बेटा-बेटी िभ क
ेँ पयाताप करता
23 तकर बाद ओ उसठ कऽ ओकरा िभ क
ेँ इ्ार देसि् आ
ओकर िभक पसतफल ओकरा िभक राि पर देसि्ा
24 रुदा जे िभ पयाताप करैत िल, तकरा िभ क
ेँ ओ ओकरा
िभ क
ेँ घुरर कऽ आ्य देलस् आ धैय् रे ससफल रहस्हार िभ
क
ेँ िान््ा देलस्ा
25 पभु लग घुरर जाउ आ अप् पाप क
ेँ तासग जाउ, ह्का
िार्े अप् पाि््ा कर आ कर अपराध करा
26 पररेशव सर पररेशव सर सदि घुर आ अधर् िँ रुडू , सकरक तँ
ओ अहाँ क
ेँ अ्व हार रे िँ सावक इजोत रे लऽ जायत आ
घृसणत काज िँ घृणा करबा
27 जे जीबैत असि आ धनसाद दैत असि, ओकर बदला रे कबर
रे पररेशव सरक ्ुसत क
े करत?
28 रृतव यु रे िँ ध्व यसाद ्ाश भऽ जाइत असि, जे्ा सक रृतव यु
िँ ्ष भऽ जाइत असिा
29 हररा िभक पररेशव सर पभुक दया आ ह्कर दया कतेक
पैघ असि जे पससतता रे ह्का सदि घुरैत असि!
30 र्ुख रे िभ सकिु ्सह भऽ िक
ै त असि, सकरक तँ र्ुषव
यक पुत अरर ्सह असिा
31 िूय्िँ बेिी उजल की असि? तैयो ओकर इजोत कीण भ’
जाइत िै का आ खू्-रारि अधलाहक कल्ा करता
32 ओ िव सग्क ऊ
ँ चाईक िारर् क
ेँ देखैत िसिा आ िभ र्ुख
रासट आ भस रात असिा
अध्य 18
1 जे अ्न काल धरर जीबैत असि, ओ िभ स्ु क
ेँ िारान रप
िँ ब्ौ्े असिा
2 पभु रात धर् िसि, आ ह्का िोसड आ् क
े ओ ्सह असिा
3 ओ अप् हिेली िँ िरिारक शाि् करैत िसि आ िभ सकिु
ह्कर इचाक पाल् करैत िसि, सकरक तँ ओ िभ िभक
राजा िसि आ अप् िारिव् य दारा पससत स्ु िभ क
ेँ अपससत िँ
बाँसट दैत िसिा
4 ओ क
े करा अप् काजक पचार करबाक असधकार देलस्? आ
ओकर उदा् काज क
े क
े पता चलत?
5 ह्कर रसहराक िारर् क
े सग्त? आ ओकर दया क
े कहत?
6 जँ पररेशव सरक आयय्क काजक बात तँ ओकरा िभ िँ सकिु
्सह िी्ल जा िक
ै त असि आ ्े ओकरा िभ क
ेँ को्ो स्ु देल
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  • 2. अध्य 1 1 सिराकक पुत यीशुक बुद्क प्ास्ाा जख् सक धर्-स्यर आ पसक व ता िभ आ ह्कर िभक कदर पर चलय बला दोिर लोक िभ दारा हररा िभ क ेँ बहत राि पैघ बात िभ देल गेल असि, जासह िभक लेल इसारल क ेँ ससदा आ बुद्क लेल पशरिा करबाक चाहीा आर जेकरा रे खाली पाठक सि्ी क े ही ्ै, बद् जे िीखै क े इचा रखै िै , सू भी जे बाहर िै , ओकरा बोलै आरो सलखै िे फायदा उठाबै रे िकर होय िक ै िै : हररऽ दादा यीशु, जबेॅ ह्ी खुद क का्ू् क े पढै रे बहत िरसप्त करी चुकलऽ िे लै . रसह लेल जे जे िभ िीखय चाहैत िसि आ रसह िभ बातक आदी िसि, ह्का िभ क ेँ धर्-स्यरक अ्ुिार जीबा रे बहत बेिी लाभ भेटया तेँ हर अहाँ िभ िँ सस्ती करैत िी जे अहाँ िभ रकरा अ्ुगह आ धा् िँ पढू आ हररा िभ क ेँ करा कर, जासह रे हररा िभ क ेँ सकिु शबक करी बुझाइत होयत, जकर वाया करबाक लेल हर िभ रेह्सत क े लहँा कारण, जे बात सहबू रे कहल गेल असि आ दोिर भाषा रे अ्ुसाद कयल गेल असि, ओकरा िभ रे रक िरा् शद् ्सह िै क, आ रसह बात िभ रे रात ्सह, बलव सक धर्-स्यर आ भससषस्ा िभ आ बाकी पु्क िभ रे को्ो िोट अरतर ्सह असि, जख् अप् भाषा रे बाजल जाइत असिा कारण, सरस रे अबैत आठर सष् रे जख् यूग्टवि राजा िलाह आ ओतय सकिु िरय धरर रहलाह, हररा रकटा िोट ि् ससदाक पोिी भेटल, तेँ हर रकरा वाया करबा रे सकिु लग् आ पररशर करब बेिी आसशक बुझलहँा ओसह सा् पर बहत चौकि आ कौशल क े पयोग क' पोिी क े िराप क' देल जाय, आ ओकरा ह्का लोकस्क लेल िेहो राखल गेल, जे को्ो पराया देश रे िीख' लेल तैयार िसि, पसह्े का्ू् क े पाल् करय लेल सशषाचार रे तैयार रहैत िसि. िभ बुद् पभुक सदि िँ अबैत असि आ ह्का िरग अ्न काल धरर रहैत असिा 2 िरुदक बालु, बरखाक बूरद आ अ्न काल क े क े सग्ती क’ िक ै त असि? 3 िव सग्क ऊ ँ चाई, पृिव सीक चौडाई, गहीरर आ बुद् क े बुसझ िक ै त असि? 4 िभ स्ु िँ पसह्े बुद् आ बुद्रा्ी क ेँ अ्न काल िँ िृसजत कयल गेल असिा 5 पररेशव सरक पररेशव सरक सच् बुद्क फवारा असिा ओकर बाट अ्न आजा असिा 6 बुद्क जसड क े करा पर पगट भेल असि? आसक ओकर बुद्रा् िलाह क े क े ज्ैत असि? 7 बुद्क जा् क े करा लग पगट कयल गेल असि? आ ओकर रहा् अ्ुभस क े बुझलक? 8 रकटा बुद्रा् आ बहत भयासह असि, जे पभु अप् सिरहाि् पर बैिल िसिा 9 ओ ओकरा िृसजत कऽ देखलक आ ओकरा सग्लक आ ओकरा अप् िभ काज पर उझसल देलका 10 ओ ह्कर सरदा्क अ्ुिार िभ शरीरक िरग िसि आ ओ ह्का पेर करयसला िभ क ेँ दऽ दे्े िसिा 11 पभुक भय आदर, रसहरा, आ्न आ आ्नक रुक ु ट असिा 12 पभुक भय हदय क ेँ पिर करैत असि, आ्न, आ्न आ दीघा्यु पदा् करैत असिा 13 जे क े ओ पभु िँ डरैत असि, ओकरा अरत रे ्ीक होयतैक आ ओकर रृतुक सद् ओकरा अ्ुगह भेटतैका 14 पभु िँ डेरब बुद्क आररभ असि, आ ई गभ् रे ससशव सािी िभक िरग िृसजत भेल असिा 15 ओ र्ुषव य िभक िरग अ््व त ्ीरस ब्ौ्े िसि आ ह्का िभक सरशजक िरग रहतीहा 16 पभु िँ भय रा्ब बुद्क पूण्ता सिक आ र्ुषव य क ेँ अप् फल िँ भरैत असिा 17 ओ ह्का िभक घर रे र्रोहक स्ु िभ िँ भरर दैत िसि्, आ अप् उपज िँ िरगहक ध् क ेँ भरर दैत िसि्ा 18 पभुक भय बुद्क रुक ु ट असि, जासह िँ शादन आ पूण् साव प्पैत असिा दु्ू पररेशव सरक सरदा् असिा 19 बुद्, ठाढ हेबाक लूरर आ जा्क बरिात करैत असि आ ओकरा िभ क ेँ आदर देबाक लेल ऊपर उठबैत असि जे ओकरा पकड्े असिा 20 बुद्क जसड पभु िँ भय रा्ब असि, आ ओकर डारर दीघा्यु होइत िै का 21 पभुक भय पाप क ेँ भगा दैत असि, आ जतऽ ओ असि, ओतऽ कोध क ेँ दू र कऽ दैत असिा 22 कोसधत आदरी क ेँ धर् ्सह ठहराओल जा िक ै त असिा कारण, ओकर कोधक झूला ओकर सस्ाश होयता 23 धैय्सा् आदरी सकिु िरयक लेल ्ोसच लेत, आ तकर बाद ओकरा आ्नक उरडता 24 ओ अप् बात सकिु काल धरर ्ुका कऽ राखत, आ बहतो लोकक ठोर ओकर बुद्क पचार करता 25 जा्क दषान बुद्क भरडार रे असि, रुदा पापी लेल पररेशव सरक भद् घृसणत असिा 26 जँ अहाँ बुद् चाहैत िी तँ आजा िभक पाल् कर आ पभु अहाँ क ेँ ओकरा दऽ देताहा 27 सकरक तँ पभुक भय बुद् आ सशका सिका 28 गरीब भेला पर पभुक भय पर अससशाि ्सह करा 29 र्ुषव यक िरक पाखरडी ्सह ब्ू आ जे सकिु बजैत िी तासह पर धा् राखूा 30 अप्ा क ेँ ऊ ँ च ्सह कर, जासह िँ अहाँ खसि कऽ अप् पाण पर अपरा् ्सह आ्ब, आ रसह तरहेँ पररेशव सर अहाँक रहस क ेँ पता लगा कऽ अहाँ क ेँ ररडली रे ्ीचाँ फ े सक देसि्, सकरक तँ अहाँ ित रे पभुक भय रे ्सह, बद् अप् हदय रे आसब गेलहँ िलिँ भरल असिा अध्य 2 1 हरर बेटा, जँ अहाँ पभुक िेसा करऽ अबैत िी तँ अप् पाण क ेँ परीका लेल तैयार करा 2 अप् रो् क ेँ ठीक कर, आ स्ररतर िह् कर, आ ससपस् रे जलबाजी ्सह करा 3 ह्का िँ सचपकल रह आ ्सह जाउ, जासह िँ अहाँ अप् अरसतर अरत रे बसढ जाउा 4 जे सकिु अहाँ पर आ्ल जायत असि, िे हँिी-खुशी िँ लऽ सलअ आ जख् अहाँ ्ीच िमस् रे बदसल जायब तख् धैय् राखूा 5 सकरक तँ िो्ा आसग रे परीका कयल जाइत असि आ सीकाय् लोक ससपस्क भटी रेा 6 ह्का पर ससशव साि कर, तँ ओ अहाँक िहायता करताहा अप् बाट ठीक-ठीक वसदसत कर आ ह्का पर भरोिा करा 7 अहाँ िभ जे पभुक भय रा्ैत िी, ह्कर दयाक पतीका करा आ रक कात ्सह जाउ, कहीर ्सह खसि पडबा” 8 अहाँ िभ पभुक भय रा्ब, ह्का पर ससशव साि करा आ अहाँक इ्ार खत ्सह होयता
  • 3. 9 अहाँ िभ जे पभु िँ डेरैत िी, िे ्ीक आ अ्न आ्न आ दयाक आशा करा 10 पुर्ा जरा्ा िभ क ेँ देखू, आ देखूा की कसहयो पभु पर को्ो भरोिा क े ्े िल, आ भसरत भ’ गेल िल? की सकयो ह्का डर रे रहलाह आ िोसड देल गेलस्? आसक ओ क े करा सतरस ृ त क े लक जे ओकरा बजौलक? 11 सकरक तँ पभु दया आ दया िँ भरल िसि, धैय्सा् आ बहत दयालु िसि, आ पाप करा करैत िसि आ दुःखक िरय रे उ्ार करैत िसिा 12 सधकार असि भयभीत हदय, कीण हाि आ पापी जे दू बाट पर चलैत असि! 13 सधकार जे करजोर रो् असि! सकरक तँ ओ ससशव साि ्सह करैत असिा तेँ ओकर बचास ्सह कयल जायता 14 अहाँ िभ क ेँ सधकार असि जे धैय् गरा ले्े िी! जख् पभु अहाँ िभक दश्् करताह तख् अहाँ िभ की करब? 15 जे िभ पभु िँ डेरैत असि िे ह्कर सच्क आजा ्सह रा्ता जे ह्का िँ पेर करैत िसि, िे ह्कर बाट पर चलता 16 जे िभ पभुक भय रा्ैत िसि, िे िभ ह्का ्ीक जकाँ ताकता जे ह्का िँ पेर करैत िसि, िे िभ धर्-स्यर िँ भरल रहताहा 17 जे िभ पभु पररेशव सरक भय रा्ैत िसि, िे िभ अप् हदय क ेँ तैयार कऽ लेताह आ ह्का िार्े अप् पाण क ेँ सस्म करताहा 18 ओ कहैत िसि, “हर िभ र्ुषव यक हाि रे ्सह, पभुक हाि रे खिबा अध्य 3 1 हे बचा िभ, अहाँ िभ अप् सपताक बात िु्ू, आ तकर बाद कर, जासह िँ अहाँ िभ िुरसकत रहबा 2 सकरक तँ पररेशव सर सपता क ेँ ि्व ता् िभ पर आदर देलस् आ पुत िभ पर रायक असधकार क ेँ पुष कयलस्ा 3 जे क े ओ अप् सपताक आदर करैत असि, ओ अप् पापक पायसयत करैत असिा 4 जे अप् रायक आदर करैत असि, िे ध् जरा करयसला जकाँ असिा 5 जे क े ओ अप् सपताक आदर करत, ओकरा अप् िरता् पर आ्दनत होयता जख् ओ अप् पाि््ा करत तख् ओकर बात िु्ल जायता” 6 जे अप् सपताक आदर करैत असि, ओकर जीस् दीघ् होयता जे पभुक आजाकारी होयत िे अप् रायक लेल िान््ा देता 7 जे पभु िँ डेराइत असि, िे अप् सपताक आदर करत आ अप् रासलकक िरा् अप् राता-सपताक िेसा करता 8 अप् सपता आ रायक बात आ काज दु्ू रे आदर कर, जासह िँ अहाँ क ेँ ह्का िभ िँ आशीसा्द भेटया 9 सकरक तँ सपताक आशीष िरता्क घर-पररसार क ेँ सासपत करैत असिा रुदा रायक असभशाप ्ीरस क ेँ जसड िँ उखासड दैत असिा 10 अप् सपताक अपरा् रे रसहरा ्सह करा सकरक तँ अहाँक सपताक अपरा् अहाँक लेल को्ो रसहरा ्सह असिा 11 र्ुखक रसहरा ओकर सपताक आदर िँ होइत िै का आ अपरास्त राय बचा िभक लेल स्ना होइत असिा 12 हरर बेटा, अप् सपताक उम रे िहायता कर आ जाबत धरर ओ जीससत िसि ता धरर ह्का दुखी ्सह करा 13 जँ ह्कर बुद् करजोर भऽ जाइत िस् तँ ह्का िरग धैय् राखूा जख् अहाँ अप् पूण् िारर् रे रहब तख् ओकरा सतरसार ्सह करा 14 सकरक तँ अहाँक सपताक रुद् सबिरल ्सह जायत, आ पापक बदला रे ई अहाँ क ेँ रजबूत करबाक लेल जोडल जायता 15 अहाँक केशक सद् ई सरण कयल जायता तोहर पाप िेहो सपघसल जायत, जे्ा ्ीक गरर रौिर रे बफ ् सपघसल जायता 16 जे अप् सपता क ेँ िोसड दैत असि िे स्ना करयसला जकाँ असिा जे अप् राय क ेँ कोसधत करैत असि, िे पररेशव सरक शासपत असिा 17 हरर बेटा, ्मता रे अप् काज रे आगू बढू ा ते्ा अहाँ ओसह लोकक सपय ब्ब जे अ्ुरोसदत असिा” 18 अहाँ जतेक पैघ होयब, ओतेक सस्म होयब आ पभुक िार्े अ्ुगह पाओबा 19 बहतो ऊ ँ च सा् पर आ पसिद् रे िसि, रुदा ्म लोक िभक िार्े रहस पगट होइत असिा 20 सकरक तँ पभुक िारिव् य बहत पैघ असि आ ्ीच लोक िभक आदर होइत िस्ा 21 जे बात अहाँक लेल बेिी कसठ् असि तकरा ्सह ताक ू आ ्े अप् िारिव् य िँ बेिी जे सकिु असि तकरा खोजूा 22 रुदा जे आजा देल गेल असि, िे आदरपूस्क िोचू, सकरक तँ अहाँ क ेँ अप् आँदख िँ गुप बात िभ क ेँ देखबाक को्ो आसशव यकता ्सहा 23 अ्ासशक बात रे उतुकता ्सह कर, सकरक तँ अहाँ क ेँ जतेक बात बुझल जाइत असि, तासह िँ बेिी बात अहाँ क ेँ देखाओल गेल असिा 24 बहतो लोक अप् वि् ससचार िँ धोखा खाइत िसिा आ रकटा दुष शरका ह्का िभक स्ण्य क ेँ उखासड दे्े असिा 25 सब्ा आँदख क े तोरा इजोत क े करी होयता 26 सजदी हदय अरत रे अधलाह होयता जे खतरा िँ पेर करैत असि िे ओसह रे ्ाश भऽ जायता 27 सजदी हदय दुःख िँ भाररत होयता आ दुषव ट र्ुषव य पाप पर पापक ढेर लगा देता 28 घररडी लोकक दण रे को्ो उपाय ्सह होइत िै का सकरक तँ ओकरा रे दुषताक पौधा जसड जरा ले्े असिा 29 बुद्रा् लोकक हदय रकटा दषान बुझता आ चौकि का् बुद्रा्क इचा होइत िै का 30 पास् जालारुखी आसग बुझा देता आ सभका पापक पायसयत करैत असिा 31 जे क े ओ ्ीक रोडक बदला लैत असि, िे आगू जे सकिु भ’ िक ै त असि, तकरा रो् रे रहैत असिा जख् ओ खसि पडत तख् ओकरा ठहरास भेटतैका” अध्य 4 1 हरर बेटा, गरीबक जीस्-याप् रे धोखा ्सह कर, आ जररतररद आँदख क ेँ बेिी काल पतीका ्सह करा 2 भूखल पाणी क ेँ दुखी ्सह करा आ ्े र्ुषव‍ य क ेँ ससपस् रे उकिाउा 3 जे हदय वसित हो, ओकरा रसह िँ बेिी कष ्सह जोडू ा आ जररतररद क े देबऽ रे ससगत रहा 4 पीसडत िभक सस्ती क ेँ असीकार ्सह करा आ ्े को्ो गरीब आदरीिँ रुँह रोडू ा 5 जररतररद लोक िँ अप् ्जरर ्सह हटाउ आ ओकरा अहाँ क ेँ गारर देबाक को्ो असिर ्सह सदयौका
  • 4. 6 जँ ओ अप् पाणक कटुता रे अहाँ क ेँ गारर पढत तँ ओकर पाि््ा ओकरा ब्ौस्हार दारा िु्ल जायता 7 अप्ा क ेँ ररडली क े र पेर पाप कर, आ रकटा पैघ आदरीक िरक अप् राि झुकाउा 8 गरीबक िरक का् झुका कऽ ओकरा ्मतापूस्क सरतसत उ्र देब अहाँ क ेँ दुख ्सह होउा 9 जकरा दुषव ट कष होइत िै क तकरा अताचारी क े हाि िँ रु् करा जख् अहाँ ्व याय रे बैिल रहब तख् कीण ्सह होउा 10 अ्ाि िभक लेल सपता जकाँ रह आ ओकर रायक पसतक बदला रे रहा 11 बुद् अप् िना् क ेँ ऊपर उठबैत असि आ ओकरा तकस्हार िभ क ेँ पकसड लैत असिा 12 जे ओकरा िँ पेर करैत असि, िे जीस् िँ पेर करैत असिा जे िभ ओकरा भोरे-भोर तक ै त असि, ओ िभ आ्न िँ भरल रहता 13 जे ओकरा पकड्े असि, ओकरा रसहरा भेटतैका ओ जतय पसेश करतीह, पभु आशीसा्द देसि्ा 14 जे िभ ओकर िेसा करैत असि, िे िभ पससत पररेशव सरक िेसा करता 15 जे क े ओ ओकर बात िु्त िे जासत-जासत िभक ्व याय करता 16 जँ क े ओ ओकरा लग अप्ा क ेँ िौरपत तँ ओकरा उ्रासधकार भेटतैका ओकर पीढी ओकरा अप् कबा रे रादख लेतैा 17 पसह्े ओ ओकरा िरग टेढ बाट पर चलत आ ओकरा पर भय आ भय आ्तीह आ ओकरा अप् अ्ुशाि् िँ यात्ा देतीह, जाबत धरर ओ ओकर आता पर भरोिा ्सह कऽ लेत आ अप् स्यरक अ्ुिार ओकरा परख ्सह करता 18 तख् ओ िोझ बाट पर ह्का लग घुरर कऽ ह्का िान््ा देतीह आ ह्का अप् गुप बात िभ देखाओतस्ा 19 रुदा जँ ओ गडबड भऽ जायत तँ ओ ओकरा िोसड कऽ ओकरा अप् सस्ाश रे दऽ देतीहा 20 असिरक पाल् कर आ अधलाह िँ िासधा् रहा आ जख् अहाँक पाणक बात हो तँ लाज ्सह करा 21 सकरक तँ रह् लाज असि जे पाप लऽ कऽ अबैत असिा आ लाज असि जे रसहरा आ अ्ुगह असिा 22 अप् पाणक ससरोध रे ककरो सीकार ्सह कर आ ककरो आदर िँ अहाँ क ेँ खिय ्सह सदयौका 23 जख् ्ीक काज करबाक असिर भेटैत असि तख् बाजबा िँ ्सह परहेज कर आ ओकर िौनय् रे अप् बुद् क ेँ ्सह ्ुकाउा 24 सकरक तँ बजबाक दारा बुद् आ सशका जीहक सच् दारा जा्ल जायता 25 को्ो तरहेँ ितक ससरोध रे ्सह बाजूा रुदा अप् अजा्ताक गलती िँ लद्त रहा 26 अप् पाप क ेँ सीकार करबा रे लाज ्सह करा आ ्दीक धार पर बल ्सहा 27 अप्ा क ेँ रूख्क अधी् ्सह ब्ाउा ्े पराकरी क े वद् क े सीकार करा 28 रृतु धरर ितक लेल पयाि कर, आ पभु अहाँक लेल लडताहा 29 अप् जीह रे जलबाजी ्सह कर, आ अप् काज रे सशसिल आ बेतरतीब ्सह रहा 30 अप् घर रे सिरह जकाँ ्सह ब्ू आ ्े अप् ्ोकर िभक बीच चसकत रहा 31 अहाँक हाि गहण करबाक लेल ्सह पिारर देल जाय आ जख् अहाँ क ेँ पसतफल देबाक चाही तख् बन ्सह कयल जाया अध्य 5 1 अप् िमस् पर अप् रो् ्सह राखूा आ ई ्सह कहब जे हररा लग अप् जीस्क लेल पया्प असिा 2 अप् र्क बाट पर चलबाक लेल अप् र् आ िारिव् यक पाल् ्सह करा 3 रुदा ई ्सह कहब जे, “हरर काजक कारणे हररा क े रोकत?” कारण, पभु अहाँक घररडक बदला असश लेताहा” 4 ई ्सह कहब जे हर पाप क े लहँ, आ हररा की हास् भेल? कारण, पभु धैय्सा् िसि, ओ अहाँ क ेँ को्ो तरहेँ ्सह िोडताहा” 5 पायसयतक ससषय रे पाप रे पाप जोडबाक लेल स्भ्क ्सह रहा 6 ई ्सह कहब जे ह्कर दया बहत पैघ असिा हरर पापक भररारक कारणेँ ओ शान भ’ जेताह, सकरक तँ दया आ कोध ह्का सदि िँ अबैत िस् आ ह्कर कोध पापी िभ पर रहैत िस्ा 7 पभुक सदि घुरबा रे को्ो देरी ्सह कर आ सद्-पसतसद् टासल ्सह सदयौक, सकरक तँ अचा्क पभुक कोध आसब जेताह, आ अहाँक िुरका रे अहाँ ्ष भऽ जायब आ पसतशोधक सद् रे ्ाश भऽ जायबा 8 अनायपूस्क पाप िमस् पर अप् रो् ्सह राखू, सकरक तँ ससपस्क सद् अहाँ क ेँ को्ो फायदा ्सह होयता 9 हर हसाक िरग ्सह फ ु फकार आ िभ बाट रे ्सह जाउ, सकरक तँ पापी जे दुगु्ा जीह बला पापी िेहो करैत असिा 10 अप् िरझ रे असडग रहा आ तोहर सच् ओसह्ा रहया 11 िु्बा रे जली करा आ तोहर जीस् स्शल होा आ धैय्िँ उ्र सदयौका 12 जँ अहाँक बुद् असि तँ अप् पडोिी क ेँ उ्र सदअा जँ ्सह तँ रुँह पर हाि राखूा 13 आदर आ लाज बजैत असि, आ र्ुषव यक जीह ओकर पत् असिा 14 फ ु िफ ु िारबला ्सह कहल जाउ, आ अप् जीह िँ त् ्सह रह, सकरक तँ चोर पर अधलाह लाज असि आ दुगु्ा जीह पर अधलाह दोषी ठहराओल जाइत असिा 15 को्ो पैघ बात सा िोट बात रे को्ो बात िँ अ्सभज ्सह रहा अध्य 6 1 सरतक बदला दुश् ्सह ब्ू; कारण, अहाँ क ेँ रकटा दुषव ट ्ार, लाज आ अपरा्क उ्रासधकार भेटता 2 अप् हदयक िलाह रे अप्ा क ेँ बडाई ्सह करा जे अहाँक पाण अिगरे भटकल बैल जकाँ टुकडा-टुकडा ्सह होअया 3 अहाँ अप् पात खारब आ अप् फल गरा लेब आ अप्ा क ेँ िुखायल गाि जकाँ िोसड देबा 4 दुष पाणी ओकरा धारक क ेँ ्ष कऽ देत आ ओकरा अप् शतु िभक सतरसार रे हँिा देता 5 रधुर भाषा सरत क ेँ गुणा करत, आ स्षक भाषा िँ दयालु असभसाद् बढता 6 बहतो लोकक िरग शादन रे रहा
  • 5. 7 जँ अहाँ को्ो सरत क ेँ पाबय चाहैत िी तँ पसह्े ओकरा परखू आ ओकर शेय देबा रे जलबाजी ्सह करा 8 सकरक तँ क े ओ अप् असिरक लेल सरत होइत असि आ अहाँक ससपस्क सद् रे ्सह सटकता 9 रकटा सरत िेहो असि जे शतुता रे बदसल कऽ झगडा-झरझसट अहाँक स्ना क ेँ पासब लेता 10 फ े र, को्ो सरत टेबुल पर िरगी िसि, आ अहाँक दुःखक सद् रे ्सह रहताहा 11 रुदा अहाँक िरृद् रे ओ अहाँ जकाँ होयत आ अहाँक ्ोकर िभक पसत िाहिी होयता 12 जँ अहाँ क ेँ ्ीचाँ उतारल जायत तँ ओ अहाँक ससरोध रे होयत आ अहाँक रुँह िँ ्ुका जायता 13 अप् शतु िभ िँ अलग भऽ जाउ आ अप् सरत िभ िँ िासधा् रहा 14 ससशािी सरत रकटा रजबूत रका होइत असि, आ जेकरा रह् लोक भेटल असि ओकरा रकटा खजा्ा भेटैत िै का 15 ससशािी सरत क ेँ सकिु ओ पसतक ू ल ्सह होइत िै क, आ ओकर शेरता अरूल होइत िै का 16 ससशािी सरत जीस्क औषसध होइत असिा जे िभ पभु िँ डेरैत असि, िे िभ ह्का पासब लेता” 17 जे क े ओ पभु िँ डेराइत असि, िे अप् सरतता क ेँ ठीक-ठाक ब्ाओत, सकरक तँ जसह्ा ओ असि, ओकर पडोिी िेहो ओसह्ा होयता 18 हरर बेटा, जसा्ी िँ सशका जुटा सलअ, ते्ा अहाँ क ेँ बुढापा धरर बुद् भेटता 19 जोतब आ बोस्बला जकाँ ओकरा लग आसब कऽ ओकर ्ीक फलक पतीका कर, सकरक तँ अहाँ ओकरा लेल बेिी रेह्सत ्सह करब, बलव सक ओकर फल जदलये खारबा 20 ओ अससदा्क लेल बहत असपय िसि, जे बुद्ही् असि िे ह्का िरग ्सह रहता 21 ओ ओकरा पर परीकाक पराकरी पािर जकाँ पडल रहतीहा ओ ओकरा अप्ा सदि िँ फ े सक देतैक, रसह िँ पसह्े जे बेिी सद् ्सह भ' जायता 22 सकरक तँ बुद् ओकर ्ारक अ्ुिार होइत िै क आ बहतो लोक क ेँ ओ पगट ्सह होइत िै का 23 हे बेटा, का् कर, हरर िलाह गहण कर आ हरर िलाह क ेँ असीकार ्सह करा 24 अप् परर ओकर बेडी रे रादख सदयौक आ गरदस् ओकर जरजीर रे रादख सदयौका 25 अप् कान झुसक कऽ ओकरा िह, आ ओकर बरध् िँ दुखी ्सह होउा 26 पूरा रो् िँ ह्का लग आसब जाउ आ अप् िर् िारिव् य िँ ह्कर बाट-पाट पर चलैत रहा 27 खोजू आ खोजू, तख् ओकरा अहाँ क ेँ जात कयल जायता 28 अन रे अहाँ ओकरा ससशार पासब लेब, आ िे अहाँक आ्न रे बदसल जायता 29 तख् ओकर बेडी तोहर लेल रजबूत रका होयत आ ओकर जरजीर सैभसक सस ब्ता 30 सकरक तँ ओकरा पर िो्ाक आभूषण असि आ ओकर पटी बैग्ी ररगक फीता असिा 31 अहाँ ओकरा आदरक सस जकाँ पसहरब आ ओकरा आ्नक रुक ु ट जकाँ अप्ा चार कात पसहरबा 32 हरर बेटा, जँ अहाँ चाहब तँ अहाँक ेँ सिखाओल जायत, आ जँ अहाँ अप् र्क पाल् करब तँ अहाँ सससेकशील रहबा 33 जँ अहाँ िु्बा रे पेर करब तँ अहाँ क ेँ बुद् भेटता 34 बुजुग् िभक भीड रे ठाढ रहा आ बुद्रा्क िरग सचपकल रहा 35 िभ पररेशव सरक पसच् िु्बाक लेल तैयार रहा आ बुझबाक दषान अहाँ िँ ्सह बसच जाया” 36 जँ अहाँ को्ो बुद्रा् आदरी क ेँ देखैत िी तँ ओकरा लग आसब जाउ आ ओकर परर ओकर दरब्ाक िीढी क ेँ सघसिया सदयौका 37 अहाँक र् पभुक स्यर पर रह आ ह्कर आजा पर स्ररतर सचरत् करा अध्य 7 1 को्ो अधलाह ्सह कर, तेँ अहाँक को्ो हास् ्सह होयता 2 अधर् िभ िँ हसट जाउ, आ अधर् अहाँ िँ हसट जायता 3 हे बेटा, अधर्क खाई रे ्सह बोउ, आ िात गु्ा ्सह कासट िकबा 4 पभु िँ पधा्ता ्सह ताक ू आ ्े राजा िँ आदरक आि् ्सहा 5 पभुक िरक अप्ा क ेँ धर् ्सह ब्ाउा आ राजाक िरक अप् बुद्क घररड ्सह करा 6 अधर् क ेँ दू र ्सह कऽ पासब कऽ नायी ब्बाक पयाि ्सह करा कहीर कसहयो अहाँ पराकरी िभक वद् िँ ्सह डेरब, जे अहाँक िोझ रहबाक बाट रे ठोकर ब्या 7 को्ो ्गरक भीड पर को्ो अपराध ्सह कर, तख् अहाँ अप्ा क ेँ लोकक बीच ्सह फ े सक जायबा 8 रक पाप क ेँ दोिर पाप पर ्सह बादन सदयौका सकरक तँ रक रे अहाँ अददणत ्सह रहबा” 9 ई ्सह कहब जे पररेशव सर हरर बसलदा्क भररार देखताह आ जख् हर पररेशव सर पररेशव सर क ेँ चढा देब तँ ओ ओकरा सीकार करताहा 10 पाि््ा करबा काल कीण ्सह होउ आ सभका देबा रे उपेका ्सह करा 11 ककरो अप् पाणक कटुता रे सतरस ृ त करबाक लेल हँिी ्सह कर, सकरक तँ रह् असि जे ्म आ उदा् करैत असिा 12 अप् भाय पर झूठ ्सह िोचूा आ ्े अप् सरतक िरग रह् काज करा 13 को्ो तरहक झूठ ्सह बाजब, सकरक तँ रकर पिा ्ीक ्सह असिा 14 बूढ-पुरा्क भीड रे बेिी बात ्सह कर आ पाि््ा करबा काल बेिी बकबक ्सह करा 15 शरिाध काज आ ्े खेती-बाडी िँ घृणा ्सह करा 16 पापी िभक भीड रे अप्ा क ेँ ्सह सग्ू, बलव सक ई रो् राखू जे कोध बेिी सद् ्सह रहता 17 अप्ा क ेँ बहत ्म ब्ाउ, सकरक तँ अभ्क पसतशोध आसग आ कीडा असिा 18 को्ो तरहेँ को्ो भलाईक लेल सरत क ेँ ्सह बदलूा आ ्े ओफीरक िो्ाक लेल ससशािी भाया 19 बुद्रा् आ ्ीक िव ती क ेँ ्सह िोडू , सकरक तँ ओकर क ृ पा िो्ा िँ बेिी असिा 20 जख् सक अहाँक िेसक ितव य काज करैत असि, आ ्े ओसह भाडा-करक जे अहाँक लेल पूरा तरहेँ अप्ा क ेँ पूरा करैत असिा 21 अहाँक पाण ्ीक िेसक िँ पेर कर आ ओकरा रुद् िँ धोखा ्सह सदयौका 22 अहाँक राल-जाल असि? ओकरा िभ पर ्जरर राखूा
  • 6. 23 अहाँक िरता् असि? ह्का िभ क ेँ स्द्श सदयौक, आ जसा्ी िँ ह्का िभक गरदस् झुकाउा 24 अहाँ िभक बेटी िभ असि? ह्का िभक शरीरक सचना कर, आ ह्का िभक पसत हँिरुख ्सह रहा 25 अप् बेटीक सससाह कर, आ रसह तरहेँ अहाँ को्ो कसठ् काज पूरा कऽ लेबा 26 की अहाँक र् रे पती असि? ओकरा ्सह िोडू , रुदा अप्ा क ेँ को्ो हलुक सी रे ्सह सदयौका 27 अप् सपता क ेँ पूरा रो् िँ आदर कर, आ अप् रायक दुःख क ेँ ्सह सबिरबा 28 रो् राखू जे अहाँ ह्का िभ िँ जनल िीा आ जे काज ओ िभ अहाँक लेल क े ्े िसि, तकरा अहाँ ह्का िभ क ेँ को्ा पसतफल दऽ िक ै त िी? 29 अप् पूरा पाण िँ पभु िँ डेराउ आ ह्कर पुरोसहत िभक आदर करा 30 जे अहाँ क ेँ अप् िर् िारर् िँ ब्ौ्े िी, ओकरा िँ पेर कर आ ओकर िेसक िभ क ेँ ्सह िोडू ा 31 पभु िँ डेराउ आ पुरोसहतक आदर करा जे्ा तोरा आजा देल गेल असि, ओकर भाग ओकरा दऽ सदयौका पसहल फल, अपराध बसल, कानक सरदा्, पससतताक बसलदा् आ पससत स्ुक पसहल फला 32 गरीब िभक सदि हाि बढाउ, जासह िँ अहाँक आशीसा्द सि् होा 33 सरदा् पर िभ जीससत लोकक ्जरर रे अ्ुगह होइत िै का आ रृतक िभक कारणेँ ओकरा रोकब ्सहा 34 का्स्हार िभक िरग ्सह रह आ शोक करयसला िभक िरग शोक ्सह करा 35 बीरार िभ क ेँ देखबा रे देरी ्सह कर, सकरक तँ रसह िँ अहाँ सपय बस् जायबा 36 जे सकिु हाि रे लेब, अन क ेँ रो् राखू, आ कसहयो गलत ्सह करबा अध्य 8 1 को्ो पराकरी िँ झगडा ्सह कर' कहीर ओकर हाि रे ्सह पसड जायबा 2 को्ो धस्क आदरी िँ रतभेद ्सह कर, जासह िँ ओ अहाँ पर भारी ्सह पडय, सकरक तँ िो्ा बहतो क ेँ ्ष कऽ देलक आ राजा िभक रो् क ेँ ससक ृ त कऽ देलका 3 जीह िँ भरल आदरी िँ झगडा ्सह कर आ ओकर आसग पर लकडीक ढेर ्सह करा 4 अभद आदरी िँ रजाक ्सह कर, जासह िँ अहाँक पूस्ज िभक अपरा् ्सह भऽ जाया 5 पाप िोडस्हार क ेँ स्ना ्सह कर, बलव सक ई रो् राखू जे हर िभ िजाय योग िीा 6 बुढारी रे ककरो अपरा् ्सह कर, सकरक तँ हररा िभ रे िँ सकिु गोटे बूढ भऽ जाइत िीा 7 अप् िभिँ पैघ शतु ररर गेला पर आ्दनत ्सह होउ, बलव सक ई रो् राखू जे हर िभ ररर जाइत िीा 8 बुद्रा् िभक बात क ेँ सतरसार ्सह कर, बलव सक ह्का िभक फकडा िँ पररसचत रह, सकरक तँ अहाँ ह्का िभ िँ सशका आ रहा् लोकक िेसा िहजता िँ करब िीखबा 9 बूढ-पुरा् िभक गप-िप ्सह िोडू , सकरक तँ ओ िभ िेहो अप् पूस्ज िभ िँ िीखलस्, आ अहाँ ह्का िभ िँ बुद्रा्ी िीखब आ आसशकता्ुिार उ्र देबा 10 पापीक कोयला ्सह जराबह, जासह िँ अहाँ ओकर आसग क े र लौ िँ जरर ्सह जायबा 11 को्ो कसतग् वद्क िासरध पर कोध रे ्सह उठ ू , जासह िँ ओ अहाँ क ेँ अहाँक बात रे फ ँ िाबऽ ्सह जाय 12 जे अप्ा िँ बेिी पराकरी असि तकरा उधार ्सह सदअा सकरक तँ जँ अहाँ ओकरा उधार दऽ देब तँ ओकरा हेरारल बुझूा” 13 अप् िारिव् य िँ बेिी जरा्त ्सह कर, सकरक तँ जँ अहाँ जरा्तदार िी तँ ओकरा चुकाबऽ रे िासधा् रहा 14 को्ो नायाधीशक िरग का्ू् रे ्सह जाउा सकरक तँ ओ िभ ओकर आदरक अ्ुिार ओकर लेल नाय करता 15 को्ो िाहिी वद्क िरग याता ्सह कर, ्सह तँ ओ अहाँक पसत घोर भऽ जायत; सकरक तँ ओ अप् इचा्ुिार करत, आ अहाँ ओकर रूख्तािँ ओकर िङ ्ष भऽ जारबा 16 कोसधत आदरीक िरग झगडा ्सह कर आ ओकरा िरग रकारत रे ्सह जाउ, सकरक तँ खू् ओकरा ्जरर रे सकिु ्सह जेकाँ असि आ जतऽ को्ो िहायता ्सह असि, ओ अहाँ क ेँ उखासड देता 17 रूख्क िरग ससचार-ससरश् ्सह करा कारण, ओ िलाह- रशसरा ्सह रादख िक ै त असिा 18 परदेशी क े िार्े को्ो गुप बात ्सह करा सकरक तँ अहाँ ्सह ज्ैत िी जे ओ की पैदा करता” 19 रक-रक गोटेक लेल अप् हदय ्सह खोसल सदयौक, जासह िँ ओ अहाँ क ेँ चतुराई िँ बदला ्सह दऽ देता अध्य 9 1 अप् कोराक पती पर ईषा् ्सह कर आ ओकरा अप्ा ससर् को्ो अधलाह पाठ ्सह सिखाउा 2 को्ो सी क ेँ अप् पाण ्सह सदयौक जे ओ अप् िमस् पर पैर राखया 3 सेशा िँ भेट ्सह कर, जासह िँ अहाँ ओकर जाल रे ्सह पसड जायबा 4 गायक सीगणक िरगसत बेिी ्सह कर, जासह िँ अहाँ ओकर पयाि रे ्सह ल’ जायबा 5 को्ो दािी सदि ्सह तक ै त रह, जासह िँ अहाँ ओसह दािी रे जे कीरती असि, तासह िँ ्सह खसि पडबा 6 अप् पाणी सेशा िभ क ेँ ्सह सदयौक, जासह िँ अहाँक उ्रासधकार ्सह गराओल जाया 7 ्गरक गली-गली रे चार कात ्सह देखू आ ्े ओकर रकारत सा् रे भटकबा 8 को्ो िुनर सी िँ अप् ्जरर हटाउ आ दोिरक िौनय् क ेँ ्सह देखूा सकरक तँ बहतो िव तीक िौनय्क कारणेँ धोखा खा गेल असिा कारण, रसह िँ पेर आसग जकाँ पजसलत होइत असिा 9 दोिर पुरषक पतीक िरग रकदर ्सह बैिू, आ ्े ओकरा िरग कोरा रे बैिू, आ अप् पाइ ओकरा िरग शराब पीबय रे ्सह खच् करा कहीर तोहर हदय ओकरा सदि झुसक ्सह जाय, आ तेँ तोहर इचाक कारणेँ तोँ सस्ाश रे पसड जायबा” 10 पुरा् सरत क ेँ ्सह िोडू ा सकरक तँ ्सका िरगी ओकर तुल्ा ्सह करल जा िक ै त असिा जख् ओ पुरा् भऽ जायत तख् अहाँ ओकरा पिरतापूस्क पीबा 11 पापीक रसहरा िँ ईषा् ्सह कर, सकरक तँ अहाँ ्सह ज्ैत िी जे ओकर अरत की होयता 12 जासह बात रे अभ् लोक क ेँ पिरता होइत िै क, तासह रे आ्दनत ्सह होउा रुदा रो् राखू जे ओ िभ अप् कब धरर सब्ा दरसडत ्सह जायता
  • 7. 13 जकरा रारबाक असधकार िै क, ओकरा िँ दू र राखूा तेँ अहाँ रृतुक भय पर िरदेह ्सह करब, आ जँ अहाँ ह्का लग आसब जायब तँ को्ो दोष ्सह कर, कहीर ओ अहाँक पाण रख्सह ्सह िीस् लेता 14 जतेक ्जदीक भ’ िक ै त असि, अप् पडोिीक अ्ुरा् लगाउ, आ बुद्रा् लोकस् िँ परारश् करा 15 अहाँक गप बुद्रा् िभक िरग रह आ परराताक धर्- स्यर रे अहाँक िभटा गप-िप करा 16 धर् लोक अहाँक िरग भोज्-पी् करसिा आ अहाँक घररड पभुक भय रे रहया” 17 कारीगरक हाि िँ काज पशरसित होयत, आ लोकक बुद्रा् शािक अप् बातक लेला 18 बदराश जीभक लोक अप् ्गर रे खतर्ाक होइत असिा जे अप् गप-िप रे बेसक ू फी करैत असि, तकरा घृणा कयल जायता अध्य 10 1 बुद्रा् नायाधीश अप् लोक क ेँ सशका देता आ सससेकी आदरीक िरकार ्ीक जकाँ वसदसत होइत िै क | 2 जसह्ा लोकक नायाधीश सयर होइत असि, तसह्ा ओकर असधकारी िभ िेहो होइत िसिा ्गरक शािक क े ह् र्ुख होइत असि, ओसह रे रहस्हार िभ रह् असिा 3 अबुद्रा् राजा अप् लोक क ेँ ्ष कऽ दैत असिा रुदा असधकाररणी िभक सससेकक कारणेँ रसह ्गर रे आबाद होयता 4 पृिव सीक िारिव् य पभुक हाि रे असि, आ िरय पर ओ ओकरा पर रकटा रह् चीज ठाढ करताह जे लाभदायक होा 5 र्ुषव यक िरृद् पररेशव सरक हाि रे असि, आ ओ अप् आदर शासी पररेशव सर पर लगाओता 6 अप् पडोिी िँ हर गलतीक लेल घृणा ्सह करा आ चोट पहँचाबय बला पिा िँ रकदर सकिु ्सह करा 7 घररड पररेशव सर आ र्ुषव यक िरक घृसणत असि, आ दु्ूक दारा अधर् कयल जाइत असिा 8 अधर्क वसहार, चोट आ धोखा िँ भेटल ध्क कारणेँ राज रक लोक िँ दोिर लोक रे बदसल जाइत असिा 9 धरती आ भस सकरक घररडी असि? लोभी िँ बेिी दुष सकिु ्सह, सकरक तँ रह् लोक अप् पाण क ेँ बेचबाक लेल लगा दैत असिा सकरक तँ जीबैत काल ओ अप् आरत फ े सक दैत असिा 10 सैद रकटा ्रहर रोग क ेँ कासट दैत असिा जे आइ राजा असि िे काद् ररर जायता 11 जख् र्ुषव यक ररर जायत तख् ओकरा रेगैत जीस-जनु आ कीडा-रकोडाक उ्रासधकार भेटतैका 12 घररडक आररभ तख् होइत असि जख् क े ओ पररेशव सर िँ हसट जाइत असि आ ओकर रो् अप् िृसषकता् िँ भटसक जाइत असिा 13 सकरक तँ घररड पापक पाररभ होइत िै क, आ जे घररड रखैत असि िे घृसणत बात उझसल देतैका 14 पभु घररडी राजक ु रार िभक सिरहाि् िभ क ेँ खिा देलस् आ ह्का िभक सा् पर ्म लोक िभ क ेँ ठाढ कयलस्ा 15 पभु घररडी जासत िभक जसड उखासड कऽ ओकरा िभक सा् पर ्ीच लोक िभ क ेँ रोप्े िसिा 16 पररेशव सर गैर-यहदी देश िभ क ेँ उखासड कऽ पृिव सीक ्ीरस धरर ्ष कऽ देलस्ा 17 ओ ओकरा िभ रे िँ सकिु क ेँ लऽ कऽ ओकरा िभ क ेँ ्ष कऽ देलक आ ओकर िभक सरण पृथी पर िँ िराप कऽ देलका 18 पुरखक लेल घररड ्सह भेल आ ्े िव ती िँ जन लेस्हार िभक लेल कोसधत कोधा 19 जे िभ पभुक भय रा्ैत असि िे िभ रकटा स्सयरत बीया असि आ जे िभ ह्का िँ पेर करैत असि िे रकटा आदरणीय पौधा असिा जे आजाक उलरघ् करैत असि, िे धोखा देबय योग बीज असिा 20 भाइ िभक बीच जे रुदखया असि िे आदरणीय असिा तसह्ा जे पभुक ्जरर रे पररेशव सरक भय रा्ैत िसिा 21 पभुक भय असधकार पाप करबा िँ पसह्े होइत िै क, रुदा रकता आ घररड ओकर हास् होइत िै का 22 ओ धस्क होसि, क ु ली् होसि सा गरीब, ह्का िभक रसहरा पभुक भय असिा 23 बुद्रा् गरीब क ेँ सतरसार करब उसचत ्सहा आ ्े पापी क े रसहरा करब िुससधाज्क असिा 24 रहा् लोक, नायाधीश आ िारिव् य िभ क ेँ आदर कयल जायता तैयो पभु िँ डेरारबला िँ पैघ सकयो ्सह असिा” 25 बुद्रा् दािक लेल सतरत लोक िभ िेसा करता 26 अप् काज रे बेिी बुद्रा् ्सह होउा आ िरकटक िरय रे अप् घररड ्सह करा 27 जे पररशर करैत असि आ िभ सकिु रे पचुरता करैत असि, िे ्ीक असि जे घररड करैत असि आ रोटीक अभास रे असिा 28 हे बेटा, ्मता रे अप् पाणक रसहरा कर आ ओकर गररराक अ्ुिार ओकर आदर करा 29 जे अप् पाणक ससर् पाप करैत असि तकरा क े धर् ठहराओत? जे अप् पाणक अपरा् करैत असि तकरा क े आदर करत? 30 गरीब क ेँ ओकर लूरर क ेँ िमा् भेटैत िै क, आ धस्क क ेँ ओकर ध्क कारणेँ िमास्त कयल जाइत िै का 31 जे गरीबी रे िमास्त होइत असि, िे ध् रे कतेक बेिी आदर करैत असि? जे ध्-दौलत रे अपरास्त होइत असि, िे गरीबी रे कतेक बेिी? अध्य 11 1 बुद् ्ीच लोकक राि उठबैत असि आ ओकरा रहा् लोकक बीच बैिा दैत असिा 2 र्ुकक िौनय्क पशरिा ्सह करा आ ्े र्ुकक बाहरी रपक लेल घृणा करा 3 रकी जेह् रे रधुरािी कर होइत असिा रुदा ओकर फल रधुर स्ुक परुख होइत िै का 4 अप् सस आ ससक घररड ्सह कर आ आदरक सद् रे अप्ा क ेँ ऊ ँ च ्सह कर, सकरक तँ पभुक काज अदव भुत असि आ र्ुषव य रे ह्कर काज ्ुकायल असिा 5 बहतो राजा जरी् पर बैिल िसिा आ जे कसहयो िोचल ्सह गेल िल िे रुक ु ट पसहर्े असिा 6 बहतो पराकरी लोक बहत बेइ्त भ’ गेल िसिा आ आदरणीय लोकस् क ेँ दोिरक हाि रे िौरपल गेलस्ा 7 ित क ेँ परखबा िँ पसह्े दोष ्सह सदयौका 8 कारण िु्बा िँ पसह्े को्ो उ्र ्सह सदयौक, आ ्े लोकक गप-िपक बीच रे टोसक सदयौका 9 को्ो रह् ससषय रे झगडा ्सह कर जे अहाँक िरबरध रे ्सह होा आ पापी िभक िरग नाय रे ्सह बैिबा
  • 8. 10 हरर बेटा, बहतो बात रे ह्केप ्सह कर, सकरक तँ जँ अहाँ बहत ह्केप करब तँ स्द्ष ्सह होयबा जँ पाि ू -पाि ू चलब तँ को्ो लाभ ्सह भेटत आ ्े भासग कऽ बचबा” 11 रकटा रह् असि जे पररशर करैत असि, कष उठबैत असि आ जलबाजी करैत असि आ ओतेक पाि ू असिा 12 फ े र रकटा आओर रह् असि जे ररद असि, ओकरा िहायताक आसशकता असि, िारर्क अभास आ गरीबी िँ भरल असिा तैयो पभुक ्जरर ओकरा ्ीक सदि तकलक आ ओकरा अप् ्ीचाँ िँ ठाढ कऽ देलका 13 दुःख िँ राि उठौलस्ा जे देखस्हार बहतो लोक ह्का देदख आयय्चसकत भ' गेलाहा 14 िरृद् आ ससपस्, जीस् आ रृतु, गरीबी आ ध्, पभुक दारा अबैत असिा 15 बुद्, जा् आ धर्-स्यरक िरझ पभुक असिा 16 गलती आ अनारक शुरआत पापी िभक िरग भेल िल, आ ओसह रे घररड करयसला िभक िरग अधलाह पुरा् भऽ जायता 17 पररेशव सरक सरदा् पररेशव सरक सरदा् पररेशव सरक िरग रहैत असि आ ह्कर अ्ुगह िदाक लेल िरृद् दैत असिा 18 ओ असि जे अप् िासधा् आ चुटकी िँ िरृ् होइत असि, आ ई ओकर इ्ारक सहसा असिा 19 ओ कहैत िसि जे, “हररा ससशार भेसट गेल असि, आब हर अप् िमस् रे िँ स्ररतर खायबा” आ तइयो ओकरा ई ्सह बुझल िै क जे ओकरा पर को् िरय आओत, आ ओ िभ बात ओकरा दोिर पर िोसड क’ ररय पडतैका 20 अप् साचा रे असडग रह आ ओसह रे िजग रह आ अप् काज रे बूढ भऽ जाउा 21 पापी िभक काज रे आयय्चसकत ्सह होउा रुदा पभु पर भरोिा राखू आ अप् पररशर रे ब्ल रह, सकरक तँ गरीब क ेँ अरीर ब्ाबय रे पभुक ्जरर रे अचा्क िहज काज होइत िै का 22 पररेशव सरक आशीसा्द पररेशव सरक आशीष पररेशव सरक फल रे होइत असि, आ अचा्क ओ अप् आशीसा्द क ेँ प्पबैत िसिा 23 ई ्सह कहब जे, हरर िेसा िँ को् लाभ? आ बाद रे हररा को् ्ीक चीज भेटत? 24 फ े र ई ्सह कहब जे, हररा लग बहत असि आ बहत राि स्ु असि, आ बाद रे हररा को् दुषव ट होयत? 25 िरृद्क सद् रे दुःखक सबिरर जाइत असि, आ कषक सद् रे आब िरृद्क सरण ्सह होइत असिा 26 सकरक तँ रृतव युक सद् पररेशव सरक लेल ई िहज काज असि जे र्ुषव य क ेँ ओकर आचरणक अ्ुिार पसतफल देबा 27 रक घरटाक कष र्ुषव य क ेँ भोग-ससलाि क ेँ सबिरर दैत असिा 28 ओकर रृतु िँ पसह्े को्ो धनक नाय ्सह कर, सकरक तँ र्ुषव य अप् िरता् रे सचनल जायता 29 िभ क ेँ अप् घर रे ्सह आ्ू, सकरक तँ धोखेबाजक बहत राि ठे का् होइत िै का 30 जसह्ा तीतर क ेँ लऽ कऽ सपरजरा रे राखल जाइत िै क, तसह्ा घररडी लोकक हदय िेहो होइत िै का ओ जािूि जकाँ अहाँक पत् पर ्जरर रखैत असिा 31 सकरक तँ ओ पतीका रे पडल रहैत असि आ ्ीक क ेँ अधलाह रे बदसल दैत असि, आ पशरिा योग काज रे अहाँ पर दोषी ठहराओता 32 आसग क े सचरगारी िँ कोयला क े ढेर जरर जाइत असि, आ पापी खू्क पतीका रे रहैत असिा 33 दुष आदरी िँ िासधा् रह, सकरक तँ ओ दुषव ट काज करैत असिा कहीर ओ तोरा पर िदा-िदा क े धबा ्सह आस् देता 34 को्ो परदेशी क ेँ अप् घर रे लऽ जाउ, तख् ओ अहाँ क ेँ परेशा् करत आ अहाँ क ेँ अप् घर िँ बाहर स्कासल देता अध्य 12 1 जख् अहाँ ्ीक काज करब तख् ई जास् सलअ जे अहाँ क े करा लेल ई काज करैत िीा तेँ अहाँक उपकारक लेल धनसाद देल जायता 2 पररेशव सरक भलाई कर, तँ अहाँ क ेँ ओकर पसतफल भेटता आ जँ ह्का िँ ्सह, तइयो परराता िँा 3 जे िदैस अधलाह काज रे व् रहैत असि, आ ्े सभका ्सह देस्हार क ेँ को्ो ्ीक ्सह भऽ िक ै त असिा 4 पररेशव सरक भक व त र्ुख क ेँ दऽ सदअ, आ पापीक िहायता ्सह करा 5 ्ीच लोकक िरग ्ीक कर, रुदा अभ् क ेँ ्सह सदयौक, अप् रोटी रोक ू आ ओकरा ्सह सदयौक, जासह िँ ओ अहाँ पर हासी ्सह भऽ जाय, सकरक तँ अहाँ क ेँ जतेक ्ीक होयत, तासह िँ दुगु्ा अधलाह भेटत ओकरा िरग कयल गेला 6 सकरक तँ पररेशव सर पापी िभ िँ घृणा करैत िसि आ अभ् िभ िँ पसतशोध देसि् आ ह्का िभक दरडक पराकरी सद् िँ बचाबैत िसिा 7 ्ीक लोक क ेँ दऽ सदयौक आ पापी क ेँ रदसद ्सह करा 8 िरृद् रे सरत ्सह सचनल जा िक ै त असि, आ शतु ससपस् रे ्ुकायल ्सह भ’ िक ै त असिा 9 र्ुषव यक िरृद् रे शतु दुखी होयत, रुदा ओकर ससपस् रे सरत िेहो चसल जायता 10 अप् शतु पर कसहयो भरोिा ्सह कर, सकरक तँ जसह्ा लोहा जरग खाइत असि तसह्ा ओकर दुषता िेहोा 11 जँ ओ अप्ा क ेँ ्म ब्ा कऽ क ु बडा कऽ चसल जाय, रुदा ओकरा िँ िासधा् रहब आ िासधा् रहब, आ अहाँ ओकरा लेल र्ा रहब जे्ा देखबाक चशा पोि्े होयब आ बुझब जे ओकर जरग रकदर िँ ्सह पोिल गेल होा 12 ओकरा अप्ा लग रे ्सह राखू, जासह िँ ओ अहाँ क ेँ उखासड कऽ उखासड कऽ अहाँक सा् पर ठाढ ्सह भऽ जायता आ ्े ओ अहाँक दसह्ा कात बैिय, जासह िँ ओ अहाँक आि् रे बैिय चाहैत असि, आ अहाँ अरततः हरर बात रो् पाडब आ ओसह रे चुभ् ्सह खायबा 13 िाँपक कासट लेलक आ को्ो रह् को्ो जादू गर पर क े दया करत जे जरगली जा्सरक लग अबैत असि? 14 जे क े ओ पापी लग जाइत असि आ ओकर पाप रे ओकरा िरग अशु् भऽ जाइत असि, िे क े दया करत? 15 ओ सकिु काल धरर अहाँक िरग रहत, रुदा जँ अहाँ खिय लागब तँ ओ देरी ्सह करता 16 शतु अप् ठोर िँ रधुर बजैत असि, रुदा हदय रे ओ िोचैत असि जे अहाँ क ेँ को्ा गडा रे फ े सक देत, ओ आँदख िँ का्त, रुदा जँ असिर भेसट जायत तँ खू् िँ तृप ्सह होयता 17 जँ अहाँ पर को्ो ससपस् आओत तँ पसह्े ह्का ओतसह भेटतस्ा जँ ओ अहाँक िहायता करबाक ्ाटक करत, रुदा अहाँ क ेँ ्ीचाँ खिा देता” 18 ओ राि सहलाओत, ताली बजाओत आ बहत फ ु िफ ु िाओत आ रुँह बदलता
  • 9. अध्य 13 1 जे खिरा क ेँ ि ू बैत असि िे ओसह िँ अशु् भऽ जायता जे घररडी आदरीक िरगसत रखैत असि िे ओकरा जकाँ होयता 2 जीबैत काल अप्ा क ेँ अप् िारर् िँ बेिी बोझ ्सह लगाउा आ अप्ा िँ बेिी शद्शाली आ ध्ी लोकक िरग को्ो िरगसत ्सह राखू, सकरक तँ क े तली आ रासटक घैल को्ा रक दोिरा िँ सरलैत असि? सकरक तँ जँ रक दोिर पर पहार कयल जायत तँ ओ टू सट जायता” 3 धस्क लोक अधलाह क े ्े असि, तइयो ओ धरकी दैत असि, गरीब पर अनाय होइत असि आ ओकरा िेहो सस्ती करबाक चाहीा 4 जँ अहाँ ह्कर लाभक लेल रहब तँ ओ अहाँक उपयोग करत, रुदा जँ अहाँ लग सकिु ्सह असि तँ ओ अहाँक ेँ िोसड देता 5 जँ अहाँ लग को्ो स्ु असि तँ ओ अहाँक िरग रहता 6 जँ ओकरा तोहर जररत िै क तँ ओ तोरा धोखा देत आ तोरा पर रुस ु राओत आ तोरा आशा रे राखता ओ अहाँ क ेँ ्ीक जकाँ कहत आ कहत जे अहाँ क ेँ की चाही? 7 ओ अहाँ क ेँ अप् भोज् िँ लद्त करत, जाबत धरर ओ अहाँ क ेँ दू -ती् बेर िुखायल ्सह खीरचत, आ अरत रे ओ अहाँ क ेँ सतरसार रे हँित, बाद रे जख् ओ अहाँ क ेँ देखत तख् अहाँ क ेँ िोसड देत आ अहाँ क ेँ राि सहला देता 8 िासधा् रह जे अहाँ अप् उलाि रे धोखा ्सह खाउ आ ्ीचाँ ्सह खिल जाउा 9 जँ अहाँ क ेँ को्ो पराकरी दारा आररसतत कयल जायत तँ अप्ा क ेँ हसट जाउ, आ ओ अहाँ क ेँ ओतेक बेिी आररसतत करताहा 10 ओकरा पर दबाब ्सह सदयौक, जासह िँ अहाँ पाि ू ्सह भ’ जायबा दू र ्सह ठाढ रह, कहीर सबिरल ्सह जाउा 11 गप-िप रे ह्कर बराबर ्सह ब्ू आ ह्कर अ्ेक बात पर ससशाि ्सह कर, सकरक तँ ओ अहाँ क ेँ बहत राि बात-बात रे परीका देत आ अहाँ पर रुस ु राइत अहाँक रहस क ेँ बाहर स्कालता 12 रुदा ओ अहाँक बात क ेँ क ू रतापूस्क जरा कऽ लेताह, आ अहाँ क ेँ को्ो आपस् करबा रे आ अहाँ क ेँ जेल रे राखय रे को्ो जु्ू् ्सह करता 13 धा् राखू आ िासधा् रह, सकरक तँ अहाँ अप् उखासड- पसड कऽ खटखट रे चसल रहल िीा 14 जीस् भरर पभु िँ पेर कर आ अप् उ्ारक लेल ह्का पुकारा 15 िभ पाणी अप्-अप् िदश पेर करैत असि आ िभ अप्- अप् पडोिी िँ पेर करैत असिा 16 िभ र्ुख अप् तरहक िरग सरलैत असि, आ र्ुषव य अप् िदशक िरग सचपकल रहता 17 भेसडयाक रेर्ा िँ को् िरगसत असि? तसह्ा पापी भगसा्व क े िरगा 18 हाइ्ा आ क ु क ु रक बीच की िहरसत असि? आ धस्क आ गरीबक बीच को् शारसत? 19 जसह्ा जरगल रे जरगली गदहा सिरहक सशकार होइत असि, तसह्ा धस्क लोक गरीब क ेँ खा जाइत असिा 20 जे्ा घररडी लोक सस्मता िँ घृणा करैत असि, तसह्ा धस्क लोक गरीब िँ घृणा करैत असिा 21 जे ध्ी आदरी खिय लगैत असि ओकरा ओकर सरत िभ पकसड लैत असि, रुदा गरीब क ेँ ओकर सरत िभ धक े सल दैत िै का 22 जख् को्ो ध्ी आदरी खसि पडैत असि तख् ओकर बहत राि िहायक होइत िै क, ओ बात ्सह बजैत िै क, रुदा लोक ओकरा धर् ठहरबैत िै का ओ बुद्रा्ी िँ बजैत िलाह, आ ह्का को्ो सा् ्सह िलस्ा 23 जख् को्ो ध्ी लोक बजैत असि तँ िभ अप् जीह पकसड लैत असि आ देखू, ओ जे कहैत असि, तकर पशरिा रेघ धरर करैत असिा आ जँ ठोकर खारत तँ ओकरा उखाडबारे रदसत करता 24 जकरा पाप ्सह िै क तकरा लेल ध्-दौलत ्ीक होइत िै क आ अभ्क रुँह रे गरीबी अधलाह होइत िै का 25 र्ुषव यक हदय अप् चेहरा बदलैत असि, चाहे ओ ्ीक हो सा अधलाहा 26 पिर चेहरा रकटा रह् हदयक स्शा्ी असि जे िरृद् रे असिा आ दषानक खोज र्क िकाऊ शर सिका अध्य 14 1 धन असि ओ आदरी जे रुँह िँ सफिलल ्सह असि आ पापक भररार िँ चुभल ्सह असिा 2 धन असि ओ जे सससेक ओकरा दोषी ्सह ठहरौलक आ जे पभुक आशा िँ ्सह खिल असिा 3 ध्-दौलत ्ीचक लेल ्ीक ्सह होइत िै क, आ ईषा्लु क ेँ पाइ िँ की करबाक चाही? 4 जे अप् पाण क ेँ धोखा दऽ कऽ जरा करैत असि, िे दोिरक लेल जरा करैत असि, जे ओकर िरव पस् उधर रचाबैत असिा 5 जे अप्ा लेल अधलाह असि, िे क े करा लेल ्ीक होयत? अप् राल रे आ्न ्सह लेता 6 जे अप्ा आप िँ ईषा् करैत असि, तासह िँ बेिी अधलाह क े ओ ्सह असिा आ ई ओकर दुषताक पसतफल सिका 7 जँ ओ ्ीक काज करैत असि तँ ओ अस्चा िँ करैत असिा आ अरत रे ओ अप् दुषताक घोषणा करता 8 ईषा् करऽ सला आदरीक दुषव ट आँदख होइत िै का ओ अप् रुँह घुरा लैत असि आ र्ुषव य क ेँ सतरसार करैत असिा 9 लोभीक आँदख अप् भाग िँ तृप ्सह होइत िै का आ दुषक अधर् ओकर पाण क ेँ िुखा दैत िै का 10 दुष आँदख अप् रोटी िँ ईषा् करैत असि, आ ओ अप् टेबुल पर घोर असिा 11 हरर बेटा, अप् िारर्क अ्ुिार अप् भलाई कर आ पभु क ेँ ह्कर उसचत बसलदा् सदअा 12 रो् राखू जे रृतुक आगर् रे बेिी सद् ्सह होयत आ कबरक साचा अहाँ क ेँ ्सह देखाओल गेल असिा 13 ररबािँ पसह्े अप् सरतक भलाई कर आ अप् िारर्क अ्ुिार हाि बढा कऽ ओकरा दऽ सदयौका 14 ्ीक सद्क लेल अप्ा क ेँ धोखा ्सह सदयौक आ ्ीक इचाक भाग अहाँ क ेँ पार ्सह करया 15 की अहाँ अप् कष दोिर पर ्सह िोडब? आ तोहर रेह्सत सचटी रे बाँटल जायब? 16 अप् पाण क ेँ सदअ, लऽ सलअ आ पससत करा कारण, सचता रे सासदष भोज्क खोज ्सह होइत िै का 17 िभ रारि सस जकाँ बूढ भऽ जाइत असि, सकरक तँ शुरर िँ ई साचा असि जे, “अहाँ ररर कऽ ररर जायबा” 18 रोटका गािक हररयर पात जकाँ सकिु खसि पडैत असि आ सकिु बढैत असिा तसह्ा खू्-रारिक पीढी िेहो असि, रकटाक अरत भ’ जाइत िै क आ दोिरक जन होइत िै का
  • 10. 19 िभ काज िडैत असि आ भस भऽ जाइत असि, आ ओकर काज करस्हार िेहो चलैत रहता 20 धन असि ओ आदरी जे बुद् िँ ्ीक बात पर सचरत् करैत असि आ अप् बुद् िँ पससत बात पर ससचार करैत असिा 21 जे क े ओ र् रे ओकर बाट पर ससचार करत, ओकरा ओकर गुप बात रे िेहो बुझल रहतैका 22 ओकर पािाँ-पािाँ जाउ जे्ा को्ो पता लगाबऽ सला असि आ ओकर बाट-बाट रे ड ू बल रहा 23 जे ओकर दखडकी पर चढैत असि, िे ओकर दरब्ा पर िेहो िु्ता 24 जे क े ओ ओकर घरक लग रे रहय, ओकर देबाल रे रकटा सप् िेहो बादन देता 25 ओ ओकरा लग अप् डेरा ठाढ करत आ ओसह रे ठहरत जतय ्ीक-्ीक स्ु होा 26 ओ अप् बचा िभ क ेँ ओकर आशय रे राखत आ ओकर डारर िभक ्ीचाँ बैिता 27 ओकरा दारा ओ गर् िँ झाँपल रहत आ ओकर रसहरा रे रहता अध्य 15 1 जे पभु िँ डेराइत असि िे ्ीक काज करत, आ जकरा धर्- स्यरक जा् असि, ओकरा ओकरा पाप करता 2 ओ रायक रप रे ह्का िँ भेट करत आ क ु रारर िँ सससासहत पती जकाँ ह्का गहण करतीहा 3 ओ बुद्क रोटी िँ ओकरा खुआओत आ ओकरा पीबाक लेल बुद्क पास् देतीहा 4 ओ ओकरा पर सटकल रहत, आ ्सह सहलता आ ओकरा पर भरोिा करत, आ भसरत ्सह होयता 5 ओ ओकरा अप् पडोिी िँ ऊपर उठाओत आ ररडली रे ओकर रुँह खोसल लेतीहा 6 ओकरा आ्न आ आ्नक रुक ु ट भेटतैक, आ ओ ओकरा अ्न ्ारक उ्रासधकारी ब्ा देतीहा 7 रुदा रूख् लोक ओकरा लग ्सह पहँचत आ पापी िभ ओकरा ्सह देखतैका 8 ओ घररड िँ दू र िसि आ झूठ बाजस्हार लोक ह्का रो् ्सह पासब िक ै त िसिा 9 पापी क े रुँह रे ्ुसत ्ीक ्सह होइत िै क, सकरक त’ ओकरा पभु दारा ्सह पठाओल गेल िै का 10 कारण, ्ुसत बुद् िँ कयल जायत, आ पभु ओकरा िरृद् देताहा 11 अहाँ ई ्सह कह जे हर पभुक दारा चसल गेलहँ, सकरक तँ अहाँ क ेँ ओ काज ्सह करबाक चाही जकरा ओ घृणा करैत िसिा” 12 अहाँ ई ्सह कह जे ओ हररा भटका देलस्, सकरक तँ ओकरा पापीक को्ो आसशव यकता ्सहा 13 पभु िभ घृसणत काज िँ घृणा करैत िसिा जे िभ पररेशव सरक भय रा्ैत असि, िे िभ रकरा पेर ्सह करैत असिा 14 ओ शुरर िँ र्ुख क ेँ ब्ौलस् आ ओकरा अप् ससचारक हाि रे िोसड देलस्ा 15 जँ अहाँ चाहै िी तँ आजा िभक पाल् कर आ सीकाय् ससशव साि करबा 16 ओ अहाँक िोझाँ रे आसग आ पास् रादख देलस् असिा 17 र्ुषव यक आगाँ जीस् आ रृतु असिा आ ओकरा ्ीक लागय सक ्सह, ओकरा देल जेतैा 18 पभुक बुद् बहत पैघ असि, ओ िारर् रे पराकरी िसि आ िभ सकिु देखैत िसिा 19 ओकर ्जरर ओकरा िभ पर रहैत िै क जे ओकरा डरैत िै क, आ र्ुषव यक िभ काज क ेँ ओ ज्ैत िै का 20 ओ ककरो अधलाह काज करबाक आजा ्सह देलस् आ ्े ककरो पाप करबाक अ्ुरसत देलस्ा अध्य 16 1 अ्ि्क िरता्क भीड ्सह चाहैत िी आ ्े अभ् पुत रे आ्दनत होउा 2 जँ ओ िभ बढैत िसि, रुदा ह्का िभ रे आ्दनत ्सह रह, जाबत धरर पभुक भय ह्का िभक िरग ्सह रहता 3 ह्का िभक जीस् पर भरोिा ्सह कर आ ्े ह्का िभक भीड क ेँ आदर कर, सकरक तँ रक हजार िँ ्ीक जे धासर्क असिा आ अभ् लोकक रहबा िँ ्ीक जे सब्ा िरता्क ररबा 4 सकरक तँ बुद्रा्क दारा ्गर भरर कऽ आओत, रुदा दुषव ट लोकक ि्व ता् िभ जदलये उजाड भऽ जायता 5 रहे् बहत राि बात हर आँदख िँ देखलहँ आ का् रसह िभ िँ पैघ बात िु््े असिा 6 अभ् िभक ररडली रे आसग जडल जायता आ ससदोही राष् रे कोध रे आसग लगा देल जाइत िै का 7 ओ बूढ सदगज िभक पसत शान ्सह भेलाह, जे अप् रूख्ताक बल रे खसि पडलाहा 8 ओ ओसह सा् क ेँ ्सह िोडलस् जतय लूत पसाि करैत िलाह, बलव सक ह्का िभ क ेँ घररड करबाक कारणेँ घृणा कयलस्ा 9 ओ सस्ाशक लोक िभ पर दया ्सह उठौलस् जे पाप रे चसल गेल िला 10 आ ्े िह लाख पैदल िैस्क जे अप् हदयक कठोरता रे जरा भेल िला 11 जँ लोक िभक बीच कठोर गरदस् रहल असि तँ ओ अदम दरसडत भऽ कऽ बसच जाय तँ आयय् होयता ओ करा करबा रे आ ्ाराजगी उसझलबा रे पराकरी असिा 12 जसह्ा ओकर दया बेिी होइत िै क, तसह्ा ओकर िुधार िेहो होइत िै क 13 पापी अप् लूट-पाट ल’ क’ ्सह बसच िक ै त असि, आ पररेशव सरक धैय् रे को्ो कसत ्सह होयता 14 दयाक िभ काजक लेल बाट ब्ाउ, सकरक तँ पतेक क े ओ अप् काजक अ्ुिार पाओता 15 पभु सफरौ् क ेँ कठोर कऽ देलसि् जे ओ ह्का ्सह सचनसि, जासह िँ ह्कर िारर्क काज िरिार रे बुझल जा िकया 16 ह्कर दया िभ पाणी पर पगट होइत िस्ा आ ओ अप् इजोत क ेँ अनार िँ असडग भ' क' अलग क' दे्े िसिा 17 अहाँ ई ्सह कहब जे हर पभु िँ ्ुका जायबा रतेक लोकक बीच हररा सरण ्सह कयल जायत, कारण रतेक अिीर पाणी रे हरर आता की असि? 18 देखू, आकाश, आकाशक आकाश, गहीरर आ पृिव सी आ ओसह रे जे सकिु असि, तख् जख् ओ घुरताह तख् सहलता 19 जख् पररेशव सर ओकरा िभ क ेँ देखैत िसि तँ पृिव सीक पहाड आ ्ीरस िभ काँसप कऽ सहलैत असिा 20 रसह िभ बात पर को्ो हदय उसचत रपेँ ्सह िोसच िक ै त असिा 21 ई रकटा रह् तूफा् असि जकरा क े ओ ्सह देदख िक ै त असि, सकरक तँ ओकर असधकारश काज ्ुकायल असिा
  • 11. 22 अप् नायक काज क े घोषणा क’ िक ै त असि? सा क े िसह िक ै त असि? कारण, ह्कर साचा दू र असि, आ िभ सकिु क परीका अरत रे असिा 23 जे बुद्क करी करैत असि ओ वि् बात पर िोचत, आ भसरत रूख् रूख्ताक कल्ा करैत असिा 24 हरर बेटा, हरर बात िु्ू आ जा् िीखू आ हरर बात क ेँ अप् हदय िँ सचदनत करा 25 हर सशका क ेँ तौल रे देखा देब आ ह्कर जा् क ेँ ठीक-ठीक बता देबा 26 पभुक काज िभ शुर िँ ्व याय रे कयल जाइत असि, आ जसहया िँ ओ ओकरा ब्ौलस् तख्सह िँ ओकर भाग िभ क ेँ स्पटारा कयलस्ा 27 ओ अप् काज िभ क ेँ अ्न काल धरर िजाबैत रहलाह, आ िभ पीढी धरर ह्का िभक हाि रे परुख िसिा 28 ओकरा िभ रे िँ सकयो दोिर क ेँ बासधत ्सह करैत असि, आ ओ िभ कसहयो ह्कर सच्क आजा ्सह रा्ता 29 रकर बाद पभु पृिव सी सदि तकलस् आ ओकरा अप् आशीष िँ भरर देलस्ा 30 ओ िभ तरहक जीस-जनु िँ ओकर रुँह झाँसप दे्े िसिा ओ िभ फ े र ओसह रे घुरर जेताहा” अध्य 17 1 पभु पृिव सी िँ र्ुषव य क ेँ िृसजत कयलस् आ ओकरा फ े र िँ ओसह रे बदसल देलस्ा 2 ओ ओकरा िभ क ेँ सकिु सद्, कर िरय, आ ओसह रे राखल स्ु िभ पर िेहो असधकार देलसि्ा 3 ओ ह्का िभ क ेँ अप्ा आप रे बल दऽ कऽ अप् पसतरपक अ्ुिार ब्ौलस्ा 4 र्ुषव यक भय िभ पाणी पर लगा देलक आ ओकरा पशु आ सचडै िभ पर असधकार देलका 5 ह्का िभ क ेँ पभुक पाँचटा सकयाक उपयोग भेटलस्, आ िठर सा् पर ओ ह्का िभ क ेँ िरझ आ िातर भाषण रे ओकर सचरत्-सचरत्क वायाकार पदा् कयलस्ा 6 ह्का िभ क ेँ िलाह, जीह, आँदख, का् आ हदय ह्का िभ क ेँ बुझय रे आसब गेलस्ा 7 ओ ओकरा िभ क ेँ बुझबाक जा् िँ भरर देलसि् आ ्ीक- बेजाय क ेँ देखौलस्ा 8 ओ ह्का िभक हदय पर ्जरर रखलस् जासह िँ ओ ह्का िभ क ेँ अप् काजक रहा्ता देखाबसिा 9 ओ ह्का िभ क ेँ अप् अदव भुत काज रे अ्न काल धरर गौरस करऽ देलसि्, जासह िँ ओ िभ ह्कर काज िभ क ेँ बुद्रा्ी िँ पचाररत करसिा 10 चु्ल गेल लोक िभ ह्कर पससत ्ारक ्ुसत करताहा 11 रकर असतरर् ओ ह्का िभ क ेँ जा् आ जीस्क वससा क ेँ धरोहरक रप रे देलस्ा 12 ओ ह्का िभक िरग अ्न कालक साचा कयलस् आ ह्का िभ क ेँ अप् ्व याय िभ क ेँ देखौलस्ा 13 ह्का िभक आँदख ह्कर रसहराक रसहरा देदख रहल िल आ का् ह्कर रसहरापूण् आसाज िु्लका 14 ओ ह्का िभ क ेँ कहलसि्, “िब अधर् िँ िासधा् रहा ओ िभ अप्ा-अप् पडोिीक ससषय रे आजा देलसि्ा 15 ह्का िभक बाट ह्का िभक िोझाँ िसदख् रहैत िस्, आ ह्कर ्जरर िँ ्ुकारल ्सह रहतस्ा 16 हरेक आदरी अप् जसा्ी िँ अधलाह काज रे ड ू बल असिा आ ्े पािरक बदला अप्ा लेल रारिल हदय ब्ा िक ै त िला 17 पूरा पृिव सीक जासत िभक बँटसारा रे ओ िभ पजा पर रकटा शािक ब्ौलस्ा रुदा इसारल पभुक भाग असिा 18 ओ अप् जेठ बचा रसहतो अ्ुशाि्क िरग पोिैत िसि आ अप् पेरक इजोत दैत ह्का ्सह िोडैत िसिा 19 तेँ ह्का िभक िभ काज ह्का िभक िोझाँ िूय् जकाँ असि आ ह्कर ्जरर ह्का िभक बाट पर िसदख् रहैत िस्ा 20 ह्का िभक को्ो अधर्क काज ह्का िँ ्ुकायल ्सह असि, रुदा ह्का िभक िभ पाप पभुक िरक असि 21 रुदा पभु क ृ पालु आ अप् कारीगरी क ेँ ज्ैत ह्का िभ क ेँ ्सह िोसड देलस् आ ्े िोसड देलस्, बलव सक ह्का िभ क ेँ बखलस्ा 22 र्ुषव यक सभका ओकरा लेल रकटा स्शा् जकाँ होइत िै क, आ ओ र्ुषव यक ्ीक काज क ेँ आँदखक ्ेबो जकाँ राखत आ अप् बेटा-बेटी िभ क ेँ पयाताप करता 23 तकर बाद ओ उसठ कऽ ओकरा िभ क ेँ इ्ार देसि् आ ओकर िभक पसतफल ओकरा िभक राि पर देसि्ा 24 रुदा जे िभ पयाताप करैत िल, तकरा िभ क ेँ ओ ओकरा िभ क ेँ घुरर कऽ आ्य देलस् आ धैय् रे ससफल रहस्हार िभ क ेँ िान््ा देलस्ा 25 पभु लग घुरर जाउ आ अप् पाप क ेँ तासग जाउ, ह्का िार्े अप् पाि््ा कर आ कर अपराध करा 26 पररेशव सर पररेशव सर सदि घुर आ अधर् िँ रुडू , सकरक तँ ओ अहाँ क ेँ अ्व हार रे िँ सावक इजोत रे लऽ जायत आ घृसणत काज िँ घृणा करबा 27 जे जीबैत असि आ धनसाद दैत असि, ओकर बदला रे कबर रे पररेशव सरक ्ुसत क े करत? 28 रृतव यु रे िँ ध्व यसाद ्ाश भऽ जाइत असि, जे्ा सक रृतव यु िँ ्ष भऽ जाइत असिा 29 हररा िभक पररेशव सर पभुक दया आ ह्कर दया कतेक पैघ असि जे पससतता रे ह्का सदि घुरैत असि! 30 र्ुख रे िभ सकिु ्सह भऽ िक ै त असि, सकरक तँ र्ुषव यक पुत अरर ्सह असिा 31 िूय्िँ बेिी उजल की असि? तैयो ओकर इजोत कीण भ’ जाइत िै का आ खू्-रारि अधलाहक कल्ा करता 32 ओ िव सग्क ऊ ँ चाईक िारर् क ेँ देखैत िसिा आ िभ र्ुख रासट आ भस रात असिा अध्य 18 1 जे अ्न काल धरर जीबैत असि, ओ िभ स्ु क ेँ िारान रप िँ ब्ौ्े असिा 2 पभु रात धर् िसि, आ ह्का िोसड आ् क े ओ ्सह असिा 3 ओ अप् हिेली िँ िरिारक शाि् करैत िसि आ िभ सकिु ह्कर इचाक पाल् करैत िसि, सकरक तँ ओ िभ िभक राजा िसि आ अप् िारिव् य दारा पससत स्ु िभ क ेँ अपससत िँ बाँसट दैत िसिा 4 ओ क े करा अप् काजक पचार करबाक असधकार देलस्? आ ओकर उदा् काज क े क े पता चलत? 5 ह्कर रसहराक िारर् क े सग्त? आ ओकर दया क े कहत? 6 जँ पररेशव सरक आयय्क काजक बात तँ ओकरा िभ िँ सकिु ्सह िी्ल जा िक ै त असि आ ्े ओकरा िभ क ेँ को्ो स्ु देल