Some days, you are afraid to wake up in the morning and face the world. Frustration takes hold, and you feel empty. If it comes up again and again, you are in trouble, because depression is knocking at your door. The sooner you find a solution, the better. Does Yoga Help Depression? Yoga is said to relieve mental depression, and here are 7 yoga poses that will help you do just that.
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7 yoga asanas that will help you fight depression
1. क
ु छ ददन, आऩ सुफह उठने औय दुननमा का साभना कयने से डयते हैं। ननयाशा ऩकड़ लेती है, औय आऩ खाली
भहसूस कयते हैं। अगय मह फाय-फाय साभने आता है, आऩ भुश्किल भें हैं, क्योंकक दडप्रेशन आऩक
े दयवाजे ऩय दस्तक दे यहा
है। जजतनी जल्दी आऩ एक सभाधान ढूूंढेंगे, उतना फेहतय होगा। क्या मोग दडप्रेशन भें भदद कयता है? मोग को भानजसक
ननयाशा से भुक्त कयने क
े जलए कहा जाता है, औय महााँ 7 मोग है जो आऩको फस ऐसा कयने भें भदद कयेगा।
डिप्रेशन क्या है?
दडप्रेशन एक फीभायी है जो आऩक
े भस्तस्तष्क को प्रबाकवत कयती है। मह ककसी दुखी, ककसी की हानन मा ककसी
अनजाने की प्रततकिमा है। जफ मे बावनाएूं तीव्र औय तीव्र हो जाती हैं, तो मह क्लिननकल दडप्रेशन नाभक एक जिककत्सा
स्तितत की ओय लें जाता है।
डिप्रेशन का कायण क्या है?
जफ आऩ क
ु छ सभम क
े जलए बावनात्मक रूऩ से जुड़ते हैं, औय मह अफ भौजूद नहीं है, तो मह एक अूंतय छोड़
देता है, औय दडप्रेशन नुकसान का साभना कयने क
े जलए आगे फढ़ता है। आनुवूंजशकता, हाभोन क
े स्तय भें उताय-िढ़ाव,
क
ु छ जिककत्सीम स्तिततमाूं, सजजिकल प्रततकिमा औय उच्च तनाव क
े स्तय बी दडप्रेशन का कायण फनते हैं। मह एक साभान्य
लेककन गूंबीय सभस्या है जजसे हाथ से ननकलने से ऩहले सूंफोनधत कयने की आवश्यकता है। आइए अफ देखें कक मोग औय
दडप्रेशन क
ै से सूंफूंनधत हैं।
डिप्रेशन क
े लक्षण
आऩ दैननक आधाय ऩय फेकाय औय दोषी हैं।
आऩकी एकाग्रता कभ हो जाती है औय धुूंधला हो जाता है।
जजन शौक औय गततकवनधमों का आऩ आनूंद लेते थे, वे सबी अफ आकषषक नहीं हैं।
आऩ भौत क
े फाये भें सोिते हैं औय आत्महत्या कयने क
े फाये भें सोिते हैं।
आऩ अस्तिय औय पजी मा अकवश्वसनीम रूऩ से ऩीला औय धीभा भहसूस कयते हैं।
आऩक
े वजन भें एक भहत्वऩूणष फदलाव होगा।
डिप्रेशन क
े उऩचाय क
े रूऩ भें मॊग
मोग आऩक
े भूड को शाूंत कयने औय दडप्रेशन को दूय कयने का एक शानदाय तयीका है। मोग भस्तस्तष्क भें यक्त
ऩरयसूंियण को फढ़ाता है औय भनोदशा फढ़ाने वाले हाभोन क
े उत्पादन को सक्षभ फनाता है।
मोग क
े अभ्यास का कोई प्रततक
ू ल प्रबाव नहीं है, जो इसे दडप्रेशन क
े जलए अन्य दवाओूं की तुलना भें फेहतय
कवकल्प फनाता है। महााँ दडप्रेशन का भुकाफला कयने क
े जलए क
ु छ मोग हैं। भहत्वऩूणष ऩरयवतषनों को नोकिस कयने क
े जलए
उन्हें कभ से कभ 12 सप्ताह तक आज़भाएूं।
डिप्रेशन क
े ललए मॊग - 7 प्रबावी ऩॊज
1. फालसाना (फाल भुद्रा)
2. फालासन आऩक
े ददभाग को शाूंत कयने भें भदद कयता है औय तनाव औय ऩयेशानी से छ
ु िकाया ददलाता है। मह
आऩक
े शयीय को आऩकी ऩीठ औय क
ू ल्हों को धीये से खींिकय आयाभ कयने भें सक्षभ फनाता है। शाूंतत औय शाूंत अऩने
ऩूये अस्तस्तत्व को जीतते हैं, जजससे आऩको अऩने अवसाद से फेहतय तयीक
े से ननऩिने भें भदद नभलती है।
फालासन को मोग क
े दो सफसे आयाभदामक तयीकों भें से एक भाना जाता है। आऩको फस अऩने घुिनों ऩय
फैठना है औय अऩनी एड़ी ऩय फैठना है। सुननश्कित कयें कक आऩकी फड़ी उूंगली एक दूसये को छ
ू ती है। अऩने हाथों को
अऩने घुिनों ऩय यखें औय अऩने घुिनों की दहऩ-िौड़ाई प
ै लाएूं। दपय, अऩने धड़ को आगे की ओय भोड़ें, अऩनी साझा
जाूंघों क
े फीि, अऩने िेहये को जभीन ऩय छ
ू ते हुए। अऩने हाथ को आगे लाएूं औय इसे अऩने जसय क
े दोनों ओय यखें,
हथेजलमों क
े साथ नीिे। क
ु छ देय इस स्तितत भें यहें।
2. सेतु फंधासन (ब्रिज ऩॊज)
सेतु फूंधासन ऩीठ की भाूंसऩेजशमों को भजफूत कयता है औय थक
े हुए ऩीठ को याहत देता है। मह आऩको आयाभ
कयने औय तनाव, जििंता औय दडप्रेशन से ऩीदड़त लोगों क
े जलए अद्भु त काभ कयने भें भदद कयता है।
सेतु फूंधासन आऩक
े ददल को खोलता है, जजससे आऩ आयाभ भहसूस कयते हैं। मह भुद्रा कयने क
े जलए, अऩनी
ऩीठ क
े फल पशष ऩय लेि जाएूं। दोनों हाथों को हथेजलमों क
े नीिे जभीन ऩय यखें। अऩने ऩैयों को घुिनों ऩय भोड़कय ऊऩय
उठाएूं। सुननश्कित कयें कक िखने औय घुिने एक सीध भें हैं औय ऩैय क
ु छ इूंि अलग हैं। उसक
े फाद, धीये से अऩनी ऩूयी
ऩीठ को पशष से उठाएूं औय क
ु छ सेक
ूं ड क
े जलए वहाूं यहें। ऐसा कयते सभम, आऩकी जाूंघें एक दूसये क
े सभानाूंतय होनी
िादहए, औय आऩकी छाती आऩकी ठोड़ी को छ
ू ना िादहए। सुननश्कित कयें कक आऩ अऩनी ठोड़ी नहीं कािते हैं।
3. उर्ध्व भुख संवासन (उऩवािव-प
े लसिंग िॉग ऩॊज़)
उर्ध्ष भुख सूंवासन से हल्की थकान औय दडप्रेशन को आसानी से ठीक ककमा जा सकता है। इसका आऩक
े शयीय
ऩय सभग्र कामाकल्प प्रबाव ऩड़ता है, औय आऩकी ऩीठ भें प
ूं से सबी तनाव गामफ हो जाएूंगे।
3. उर्ध्ष भुख सूंवासन आऩक
े ऊऩयी शयीय को भजफूत औय जागृत कयता है। आसन को कयने क
े जलए, अऩने ऩैयों
को नीिे की ओय औय क
ु छ इूंि अलग कयने क
े साथ ही ऩैयों क
े फल पशष ऩय लेि जाएूं। अऩनी हथेजलमों को दोनों ओय
छाती क
े ऩास यखें, नीिे की ओय। अऩनी हथेजलमों को अऩनी ऩसजलमों क
े ऩास यखें। अऩने धड़ को पशष से उठाएूं औय
पशष से क
ु छ इूंि दूय अऩनी फाहों औय ऩैयों को सीधा कयें। अऩने ऩैयों क
े शीषष बाग को जभीन भें भजफूती से दफाएूं। अऩने
जसय को सीधा यखें ऊऩय की ओय औय अऩने क
ूं धों को अऩने कानों से दूय यखें औय अऩनी छाती को ऊऩय उठने दें।
4 अधॊ भुख सवानासन (िोनवािव-प
े लसिंग िॉग ऩॊज़)
अधो भुख सवानासन ताजा यक्त को आऩक
े शयीय भें प्रवादहत कयने भें सक्षभ फनाता है। मह गदषन औय ग्रीवा यीढ़
को प
ै लाता है, इसभें तनाव को छोड़ता है, जििंता को कभ कयता है औय आऩक
े अस्तस्तत्व को शाूंत कयता है।
अधो भुख सवानासन आऩकी ऩेि की भाूंसऩेजशमों को भजफूत कयता है औय ऩािन भें सुधाय कयता है। मह भुद्रा
कयने क
े जलए, अऩने शयीय क
े साथ एक िेफल भुद्रा फनाएूं। िेफल भुद्रा फनाने क
े जलए अऩने ऩैयों औय फाहों का उऩमोग
कयें औय अऩनी ऩीठ को एक गोली फनाएूं। अफ, अऩनी कोहनी औय घुिनों को सीधा कयें, अऩने क
ू ल्हों को ऊऩय की ओय
धक
े लें औय अऩने शयीय क
े साथ एक उलिा वी-आकाय फनाएूं। हाथों को क
ूं धे-िौड़ाई क
े अलावा, ऩैय की क
ू ल्हों-िौड़ाई
औय ऩैय की अूंगुली सीधी होनी िादहए। भजफूती से अऩने हाथों को जभीन ऩय दफाएूं औय अऩनी गदषन को सीधा कयें।
आऩक
े कान आऩक
े आूंतरयक हाथ को छ
ू ना िादहए। अऩनी नाभब को अऩनी आाँखों क
े साभने यखें।
5. हलासाना (प्लॊ ऩॊज़)
हलासाना आऩकी ऩीठ ऩय खखिंिाव को कभ कयता है औय आऩक
े आसन को अच्छा कयता है। मह आऩक
े
भस्तस्तष्क को शाूंत कयता है, इसे एक अच्छा खखिंिाव देता है, औय तनाव को कभ कयता है। मह जसयददष औय अननद्रा भें
सुक
ू न देता है।
4. हलासाना आऩक
े तूंत्रिका तूंि क
े जलए सफसे अच्छा शाूंत ऩोज़ भें से एक है। ऐसा कयने क
े जलए, अऩने हाथों को
अऩने शयीय क
े साथ यखते हुए, अऩनी ऩीठ ऩय आयाभ कयें। अऩने ऩैयों को 90 दडग्री क
े कोण ऩय जभीन ऩय उठाएूं। उसक
े
फाद, अऩने हाथों को अऩने क
ू ल्हों ऩय यखें, औय उन्हें सभथषन क
े रूऩ भें उऩमोग कयें, अऩने क
ू ल्हों को अऩनी छाती की
तयप फढ़ाएूं। धीये-धीये अऩने ऩैय को नीिे लाएूं औय इसे अऩने जसय क
े ऊऩय लाएूं , अऩने जसय क
े फाहय जभीन को छ
ू एूं
औय अऩने ऩैय की उूंगजलमों को भजफूती से जभीन ऩय यखें। सुननश्कित कयें कक जाूंघ सीधे हैं ताकक आऩक
े जसय को न
छ
ू एूं। अऩनी फाहों को क
ू ल्हों ऩय भोड़ें, अऩनी फाहों को सीधा कयें औय हथेजलमों को जभीन ऩय यखें।
6. उत्तानासन (स्टैंडििंग पॉयविव फ़ॊल्ड ऩॊज़)
उत्तानासन आऩकी ऩीठ, क
ूं धों औय गले भें तनाव से याहत देता है औय आऩक
े तूंत्रिका तूंि क
े काभकाज भें सुधाय
कयता है। मह आऩको शाूंत कयता है औय जििंता को कभ कयता है।
उत्तानासन बी यक्त ऩरयसूंियण भें सुधाय कयता है। आसन को कयने क
े जलए फाजुओूं की लूंफाई ऩय हाथों को
अऩने शयीय क
े साथ सीधा यखें। अफ, अऩने हाथों को अऩने क
ू ल्हों ऩय यखें औय क
ू ल्हों को आगे की तयप ले जाएूं। अऩने
जसय औय छाती को जाूंघों तक स्पशष कयें। अऩने हाथों को नीिे लाएूं औय उन्हें अऩने ऩैयों क
े फगल भें यखें मा ऩीछे से
एदड़मों को ऩकड़ें। अऩनी जाूंघों को सीधा यखें।
7. सवासना (कॊऩवसे ऩॊज़)
सवासना आऩको दपय से जीवूंत कयता है औय आऩक
े शयीय को आयाभ कयने भें भदद कयता है। मह यक्तिाऩ को
कभ कयता है औय कऩछले आसन क
े प्रबावों को फेहतय तयीक
े से कभ कयने की अनुभतत देता है।
5. सफ क
े फाद, सबी भन औय शयीय को ऊजाषवान कयने क
े फाद। सवासना आऩको त्रफल्क
ु ल आयाभ औय सुक
ू न
देगा। साूंस लेने क
े जलए अऩनी ऩीठ क
े फल पशष ऩय लेि जाएूं। अऩने ऩैयों को क
ु छ इूंि अलग यखें औय उन्हें साइड भें
आने दें। अऩनी फाहों को अऩने शयीय क
े साथ हथेजलमों क
े साथ आने दें। अफ, धीये से अऩनी आाँखें फूंद कयें औय अऩने ऩूये
शयीय को धीये औय धीये से आयाभ दें। एक गहयी साूंस लें, औय ऩल भें यहें।
ननष्कषव:
दडप्रेशन क
े जलए मोग भें उऩयोक्त सबी ऩोज़ बावनात्मक िोिों औय आघात को आऩक
े शायीरयक औय भानजसक
शयीय भें गहयाई से घुसने से ननकालने भें भदद कयेंगे।