धनिया Coriandrum sativum L, Apiaceous परिवार का एक वार्षिक हर्बल परम आवश्यक मसाला है। पौधे की पत्तियाँ और बीज दोनों ही व्यावसायिक महत्व के हैं। धनिया की फसल, धनिया के बीज और पत्ते, धनिया ताजी हरी पत्तियों की अनुमानित संरचना, धनिया के बीज की समीपस्थ संरचना , धनिया उत्पादन प्रौद्योगिकी, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, मूल्य वर्धित उत्पादों का विकास, धनिया बीज प्रसंस्करण और मूल्य वर्धित उत्पादों का विकास, धनिया के फूल का उपयोग
BATHUA (CHENOPODIUM ALBUM L) PRODUCTION AND PROCESSING FOR PARAMPARIC VALUE A...
धनिया हिन्दी.docxधनिया (Coriandrum sativum L,) उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन
1. धनिया निन्दी
धनिया (Coriandrum sativum L,) उत्पादि, प्रसंस्करण और मूल्यवधधि
Dr jai Singh (ARS)
M. Tech. Ph D
Former Director ICAR – CIPHET
Mob: 8958463808 E Mail : jsingh.sre@gmail.com
पररचय
धनिया Coriandrum sativum L, Apiaceous पररवार का एक वानषधक िर्धल परम
आवश्यक मसाला िै। पौधे की पनियााँ और र्ीज दोिों िी व्यावसानयक मित्व क
े िैं।
अत्यनधक खरार् िोिे वाली पनियां ताजा खपत क
े नलए उपयोग की जाती िैं, इसनलए
उत्पादि स्थल क
े पास क
े क्षेत्ों में नवपणि नकया जाता िै। उच्च व्यावसानयक मूल्य क
े नलए
मूल्य वनधधत उत्पादों क
े नलए पनियों और र्ीजों को प्रसंस्क
ृ त नकया जाता िै। देश में धनिया
र्ीज का सर्से र्डा उत्पादक राजस्थाि (लगभग 58% ) िै, इसक
े र्ाद मध्य प्रदेश लगभग
15%, असम और गुजरात प्रत्येक 8%, उडीसा, आंध्र प्रदेश, तनमलिाडु और किाधटक (2 -
3.5%) िैं। भारत धनिया र्ीज का सर्से र्डा उत्पादक (585 िजार टि) िै और 2937
नमनलयि रुपये (एिएचर्ी 2017) मूल्य का सर्से र्डा नियाधतक भी िै। धनिया क
े सूखे र्ीजों
में सुगंध तेल (0.03 % – 2.7 %) और खाद्य तेल दोिों िोते िैं नजिका उपयोग कन्फ
े क्शिरी,
दवा उद्योग में नकया जाता िै। िरी पनियां नवटानमि - सी का अच्छा स्रोत िैं और चटिी, सूप
और सॉस आनद र्िािे क
े नलए उपयोग की जाती िैं। धनिया का भी अच्छा औषधीय मित्व
िै।
क
ुं जी शब्द: धनिया की फसल, धनिया क
े र्ीज और पिे, धनिया ताजी िरी पनियों की
अिुमानित संरचिा, धनिया क
े र्ीज की समीपस्थ संरचिा , धनिया उत्पादि प्रौद्योनगकी,
प्रसंस्करण और मूल्य संवधधि, मूल्य वनधधत उत्पादों का नवकास, धनिया र्ीज प्रसंस्करण और
मूल्य वनधधत उत्पादों का नवकास, धनिया क
े फ
ू ल का उपयोग।
धनिया की नकस्में: भारत में उगाई जािे वाली प्रमुख नकस्मों में गुजरात धनिया-1, गुजरात
धनिया-2, आरसीआर- 41, यूडी - 20, राजेंद्र स्वाती (आरडी - 44), सीएस - 287, सीओ - 1,
2. सीओ - 2, सीओ - 3, साधिा, स्वानत और नसंधु, - 2, CS -2, CS – 287, करण, पंजार्
सुगंध, आनद।
जलवायु और नमट्टी: यि एक उष्ण कनटर्ंधीय फसल िै और पिों क
े नलए साल भर उगाई
जा सकती िै। ठं ढ से मुक्त एक शुष्क और ठं डा मौसम, लगभग सभी प्रकार की नमट्टी
पयाधप्त कार्धनिक पदाथध क
े साथ उपयुक्त िोती िै।
र्ुवाई: धनिया की खेती चोडी उभरी उठी हुई क्यारी (broad bed), क
ूं ड (फरो) या समतल
सति पर की जाती िै। 15-30 नदि पुरािे र्ीजों को 12 से 24 घंटे पािी में नभगोकर 2 ग्राम
प्रनत नकग्रा र्ीज थीरम से उपचाररत करक
े 10 से 15 नकग्रा प्रनत िे0 की दर से आवश्यकता
िोती िै। पौधे से पौधे की दू री (hill to hill) 15 सेमी तथा पंक्तक्त से पंक्तक्त की दू री 30-40 सेमी
रखी जानत िै । र्ीज की नमट्टी में गिराई 3.0 सेमी से अनधक ििीं िोिी चानिए। तीि से पांच
र्ीज एक स्पॉट निल पर र्ोए जाते िैं और र्ाद में प्रनत निल दो पौधे तक छांट नदए जाते िैं।
10 से 15 नदिों में अंक
ु रण िो जाता िै।
उवधरक (खाद) आपूनतध: खेत की अंनतम तैयारी क
े समय लगभग 10 टि गोर्र की खाद का
प्रयोग नकया जाता िै। इसक
े अलावा नसंनचत फसल 15:40:20 नकग्रा/िेक्टेयर एिपीक
े र्ेसल
क
े रूप में और 15 नकग्रा एि 30DAS पर। वषाध आधाररत फसल में 20:30:20 नकग्रा
एिपीक
े /िेक्टेयर नदया जाता िै।
िरर पनियों तथा र्ीज िेतु कटाई: र्ीज िेतू फसल की कटाई लगभग 90 -110 नदिों में िो
जाती िै। जर् फसल 20 - 25 सैं.मी. ऊ
ाँ चाई की िो जाए तो िरी पनियों क
े नलए कटाई शुरू
की जा सकती िै। तीि से चार कटाई की जा सकती िै। िरर पनियों को र्ेच कर अच्छी
इिकम ली जा सकती िै। र्ीज दािा की उपज को प्रभानवत नकए नर्िा 60 - 75 नदिों पर
50% पनियों की कटाई की जा सकती िै । पोधे का रंग िरे से भूरे रंग का िोिे पर कटाई
करें। पौधों को काटकर या खींचकर खेत में छोटी-छोटी ढेररयों में सुखिे िेतू रख नदया जाता
िै
खेत में रचाई (Field Curing): कटाई क
े उपरान्त फसल को 6-7 नदिों क
े नलए धूप में
सूखिे क
े नलए रख दें। सूखिे क
े र्ाद खेत में छोटे-छोटे ढेर लगा दे। अच्छी तरि से सुखािे
और सफाई क
े र्ाद थ्रेनशंग नकया जाता िै।
. धनिया की फसल गिाई: पोधे से र्ीज को डंडों से पीटकर या िाथों से रगडकर पौधों से
निकाल नदया जाता िै। उत्पाद को फटककर साफ नकया जाता िै और आंनशक छाया में
सुखाया जाता िै। सुखािे क
े र्ाद, उत्पाद को कागज से ढक
े जूट क
े थैलों में संग्रनित नकया
जाता िै।र्ीजों को डंठल से अलग करिे क
े नलए फसल की थ्रेनशंग क
े नलए मशीिें भी
उपलब्ध िैं।
3. उपज: पनियां - 6 से 7/िेक्टेयर, वषाध आधाररत फसल की औसत उपज 400-500
नकलोग्राम/िेक्टेयर और नसंनचत फसल 600-1200 नकलोग्राम/िेक्टेयर िै।
भारत में उत्पादि (िजार टि): मध्य प्रदेश: 390.53; गुजरात : 175; राजस्थाि : 148.7;
असम : 32; पनिम र्ंगाल: 16.13; उडीसा: 14.26; उिर प्रदेश: 4.6; आंध्र प्रदेश: 1.2।
अिुमानित क
ु ल: 782.42 िजार टि (एिएचर्ी 2021-22)।
धनिया में तेल की मात्ा : सूखे र्ीजों में 0.1 से 1.0 प्रनतशत तक essential oil तथा 13%–
20% (fat oil) खाद्य तेल िोता िै नजिका उपयोग कन्फ
े क्शिरी, दवा उद्योग में नकया जाता
िै।
धनिया से खाद्य उत्पाद:
िरर ताजी पनियां िमारे सभी सभी प्रकार क
े खाद्य पदाथों, जैसे दाल, सब्जी, सूप, करी,
रायता, रस, आनद को सुगंनधत स्वाद और पुिजीनवत करिे वाली सुगंध प्रदाि करते िैं।
इसक
े अनतररकत, औषधीय उपयोग जैसे, स्वस्थ दृनि, रोग प्रनतरोधक क्षमता, रक्त शक
ध रा क
े
स्तर का प्रर्ंधि, िनियों क
े स्वास्थ्य को व्यवक्तस्थत करिा, हृदय स्वास्थ्य को र्ढावा देिा,
आनद िै।
धनिया ताजी िरी पनियों की अिुमानित संरचिा (Proximate Composition): िमी: 87.9
ग्राम/100 ग्राम; प्रोटीि: 3.3 ग्राम/100 ग्राम; कच्चा प्रोटीि%: 3.06; कच्चा फाइर्र %: 2.01;
कार्ोिाइड
रेट: 6.5 ग्राम/100 ग्राम; क
ु ल राख: 1.7 ग्राम/100 ग्राम; क
ु ल ठोस solids %:
14.91; खनिज: क
ै क्तशशयम: 0.14 ग्राम/100 ग्राम; पोटेनशयम%: 1.62; मैग्नीनशयम%: 0.52;
सोनडयम%: 0.20; फॉस्फोरस: 0.06 ग्राम/100 ग्राम; आयरि: 0.01 ग्राम/100 ग्राम;
नवटानमि: A – 6918 mcg / 100 g,; नवटानमि र्ी2: 60 नमलीग्राम/100 ग्राम; नियानसि:
0.8 नमलीग्राम/100 ग्राम; नवटानमि सी: 135 नमलीग्राम/100 ग्राम; नवटानमि ए: 10,460
आई.यू.
धूप में सुखाई गई धनिया की पनियों की समीपस्थ संरचिा: िमी (%) :13.37; कार्ोिाइड
रेट
(%) :11.95; क्र
ू ड प्रोटीि (%) :11.12; क्र
ू ड फाइर्र (%) : 5.58; क
ु ल ठोस solids (%):
86.63; राख (%) :12.06; क
ै क्तशशयम%: 2.01; पोटेनशयम%: 4.25; आयरि%: 0.088;
मैग्नीनशयम% : 1.21; सोनडयम% : 0.68.
धूप में सुखाए गए पिों क
े पाउडर की समीपस्थ संरचिा: ऑगेिोलेनिक स्वीकायधता: 6.62;
िमी (%): 3.95; प्रोटीि (नमलीग्राम/जी): 26.07; क्र
ू ड फाइर्र (%): 6.15; फ
ै ट (%) : 6.76;
राख (%): 5.01।
धनिया क
े र्ीज की समीपस्थ संरचिा (प्रनत 100 ग्राम): िमी: 8.86 ग्राम; ऊजाध: 298 नकलो
क
ै लोरी; प्रोटीि: 12.37 ग्राम; क
ु ल नलनपड / वसा: 17.77 ग्राम; कार्ोिाइड
रेट: 55 ग्राम; आिार
4. फाइर्र: 41.9 ग्राम; Minerals: Ca: 709 नमलीग्राम; Fe:16.32 नमलीग्राम; Mg: 330
नमलीग्राम; P: 409 नमलीग्राम; K: 1267 नमलीग्राम; Na: 35 नमलीग्राम; Zn: 4.7 नमलीग्राम;
नवटानमि: A – 942 mcg; सी: 21 नमलीग्राम; नथयानमि: 0.239 नमलीग्राम; राइर्ोफ्लेनवि:
0.290 नमलीग्राम; नियानसि: 2.130 नमलीग्राम;
धनिया क
े फ
ू ल: धनिया क
े फ
ू ल सूक्ष्म पोषक तत्वों और एं टीऑक्सीडेंट से भरपूर िोते िैं।
पनियों की तरि, उिमें आिार फाइर्र, नवटानमि और क
ै क्तशशयम, मैग्नीनशयम, सोनडयम
और पोटेनशयम जैसे खनिज िोते िैं। वे नवटानमि K and C भी भरपूर िोते िैं, जो रक्त क
े
थक्क
े जमिे में मदद करता िै और नदल की भी रक्षा करता िै। वे पाचि में सिायता करते िैं
और सूजि को भी रोकते िैं। धनिया की पनियों का फ
ू लों क
े साथ सेवि करिे से ब्लड शुगर
लेवल भी नियंनत्त रिता िै और इसनलए मधुमेि रोनगयों क
े नलए फायदेमंद िोता िै।
धनिया जडें: ये खािे योग्य िैं। एं टीऑक्तक्सडेंट और एं टी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर; 3.68
क
ै लोरी; 0.083 ग्राम वसा; 0.587 ग्राम कार्ब्ध; नवटानमि ए, सी, और क
े का अच्छा स्रोत और
फोलेट, पोटेनशयम और मैंगिीज की टरेस मात्ा प्रदाि करता िै; हृदय स्वास्थ्य को र्ढावा
देिे की क्षमता। कोमल जडें नडप्स, सूप , सलाद, करी पेस्ट क
े रूप में प्रयोग िोती िै।
धनिया कायाधत्मक पिलू (Functional Aspects): धनिया अपिे एं टीऑक्तक्सडेंट, एं टी-
डायनर्नटक, एं टी-म्यूटाजेनिक, एं टी-नचंता, एं टी-फ
ं गल, एं टीक
ैं सर और एं टीमाइक्रोनर्यल
गनतनवनध क
े साथ-साथ एिाल्जेनसक, एं टी-िाइपरग्लाइसेनमक क
े नलए भी जािा जाता िै।
धनिया उत्पादि प्रौद्योनगकी
धनिया पौधा धनिया फ
ू ल धनिया जड धनिये क
े र्ीज
धनिये क
े र्ीज धनिये क
े र्ीज धनिये क
े र्ीज धनिये क
े र्ीज
5. धनिये क
े र्ीज धनिया र्ीज दो फाड धनिया र्ीज दो फाड क
ूं ड (फरो) में र्ुवाई
समतल क्यारी की र्ुआई चोडी उभरी उठी हुई
क्यारी (broad bed),
र्ीज ब्रॉड काक्तस्टंग नड
र ल मशीि द्वारा सीनडंग
नड
र ल मशीि द्वारा सीनडंग लाइि में िाथ से र्ुवाई मैिुअल ड
र म सीडर
एनिमल ड
र म सीडर मैिुअल सीडर मैिुअल सीडर मैिुअल सीडर
मैिुअल सीडर टरैक्टर धनिया सीडर टरैक्टर धनिया सीडर टरैक्टर धनिया सीडर
6. र्ेितर अंक
ु रण क
े नलए र्ुवाई
क
े र्ाद पुआल मशच
अंक
ु रण शुरू िोिे पर
पुआल मशच िटा दी जाती
िै
र्ढते धनिया क
े पौधे फसल की पुष्पि अवस्था
फसल की पररपक्वता अवस्था िरा र्ीज भूरा िो गया मैिुअल थ्रेनशंग मशीि थ्रेनशंग
धनिया मंडी िरी धनिया िावेक्तस्टंग ग्रीि धनिया िरा धनिया मंडी
िरा धनिया प्रसंस्करण और मूल्य संवधधि
धनिया पिी को खुली िवा में सुखािा पॉली िाउस में धनिया की पनियों को
सुखाया जाता िै
धनिया पिी को सोलर ड
र ायर में सुखािा
7. धनिया पिी क
े नलए यांनत्क सुखािे
वाला
निजधनलत धनिया िरी पनियां
धनिया िरी पनियों का पाउडर
धनिया िरी पनियों का पाउडर
FACE PASTE
िरा धनिया का पेस्ट
धनिया र्ीज प्रसंस्करण और मूल्य वनधधत उत्पादों का नवकास
8. धनिया र्ीज क्लीिर -
ग्रेडर
धनिया र्ीज रोलर
क्लीिर
धनिया र्ीज
डेस्टोिर
चुंर्कीय र्ीज नवभाजक
रंग सॉटधर
धनिया र्ीज
पुलवराइज़र
सूखे पिों की चक्की धनिया र्ीज
चक्की
धनिया पाउडर र्िािे
की मशीि
धनिया क
े र्ीज दो फाड
करिे की मशीि
धनिया क
े र्ीज दो फाड
करिे की मशीि
धनिया क
े र्ीज दो फाड धनिया दाल भुिी हुई धनिया दाल धनिया ब्रेड
धनिया नर्क्तस्कट धनिया क
ु की धनिया पापड धनिया सूप धनिया पंजीरी
धनिया प्रसाद धनिया लड्ड
ू धनिया र्फी धनिया लड्ड
ू धनिया मठरी
धनिया इडली धनिया दाल िमकीि
9. धनिया ओनलयोरेनसि धनिया सुगक्तित तेल धनिया खाद्य तेल
धनिया र्ीज क्लीिर - ग्रेडर धनिया र्ीज रोलर क्लीिर धनिया र्ीज डेस्टोिर
चुंर्कीय नवभाजक रंग सॉटधर
धनिया र्ीज पुलवराइज़र
सूखे पिों की चक्की धनिया चक्की धनिया पाउडर
10. धनिया फाडिे की मशीि धनिया दो फाड मशीि
धनिया दो फाड
धनिया दाल भुिी हुई धनिया दाल धनिया ब्रेड
धनिया नर्क्तस्कट
धनिया क
ु की धनिया पापड
धनिया सूप धनिया पंजीरी धनिया प्रसाद
11. धनिया लड्ड
ू धनिया र्फी धनिया पंजीरी लड्ड
ू
धनिया मठरी धनिया इडली धनिया दाल िमकीि
धनिया ओनलयोरेनसि
धनिया सुगक्तित तेल धनिया खाद्य तेल
THANKS (DR JAI SINGH )
12. coriander leaves are rich in Vitamin C, Vitamin
K and protein. It also contain small amounts of
calcium, phosphorous, potassium, thiamine,
niacin and carotene.
Production (thousand tones): Madhya Pradesh: 390.53; Gujrat: 175; Rajasthan:148.7;
Assam: 32; West Bengal: 16.13; Orrisa: 14.26; Uttar Pradesh: 4.6; Andhra Pradesh:
1.2. Approximate Total: 782.42 thousand tonnes (NHB 2021 – 22).
उत्पादि (िजार टि): मध्य प्रदेश: 390.53; गुजरात : 175; राजस्थाि :
148.7; असम : 32; पनिम र्ंगाल: 16.13; उडीसा: 14.26; उिर प्रदेश:
14. 2.Department of Agriculture
3.Indian Agricultural Research Instittute, New Delhi
Coriander hindi
CORIANDER PRODUCTION, PROCESSING AND VALUE ADDITION
Dr jai Singh
M. Tech. Ph D
Former Director ICAR – CIPHET
Mob: 8958463808 E Mail : jsingh.sre@gmail.com
INTRODUCTION
Coriander (Dhaniya), Coriandrum sativum L, is an annual herbal in dispensable spice in
the family Apiaceous. Both leaves and seeds of the plant are of commercial importance.
Leaves being highly perishable are used for fresh consumption therefore, marketed in
areas near to production site. Leaves and seeds are processed for value added
products for higher commercial value. Largest producer of coriander seed in the
country is Rajasthan accounting for about 58% followed by Madhya Pradesh with about
15%, Assam and Gujarat with 8% each , Orissa, Andhra Pradesh, Tamil Nadu and
Karnataka (2 – 3.5 %). India is the largest producer (585 thousand tonnes)
of coriander seed and also the largest exporter valued at Rs 2937 million (NHB 2017).
The major varieties cultivated in India are Gujarat Coriander-1, GujaratCoriander-2,
RCr-41, UD-20, Rajendra Swati (RD-44), CS-287, CO-1, CO-2, CO-3, Sadhana, Swati
and Sindhu.
Dry seeds of coriander contain essential oils and oil which are used in confectionary,
pharmaceutical industry Green leaves are good source of Vitamin C and are used for
making chutney, soups and sauces, etc. Coriander also has good medicinal value.
Coriander is cultivated on raised bed, in furrows or on flat surface. The seed rate varies
from 20 to 25 kg / ha. The seeds are split into two halves by rubbing and soaked in
water for 12 to 24 hours before sowing for better germination. The seeds are sown in
rows spaced at 30 to 40 cm apart with 15 cm between hills. Soil depth should not
exceed 3.0 cm. Germination takes place in 10 to 15 days. The crop matures in 175-180
15. days and yields about 875 kg seeds / hectare. Green leaves can give four cuts which
is started when crop attains a height of about 20 - 25 cm height . For seed purpose,
harvest is done when capsule gets matured and start changing colour from green to
brown. Over ripe capsule fetch lower price. After harvest the crop is dried in sunlight
for 6-7 days before threshing. Harvested plants are dried under sun for 1-2 days to bring
the moisture levels down to 18-20%. This dried plant is then thrashed to remove the
seeds. Seeds are further dried under shade to bring the moisture levels down to 8-10%.
The produce is winnowed, cleaned and dried in partial shade. After drying, the produce
is stored in gunny bags lined with paper.
CORIANDER PRODUCTION TECHNOLOGY
CORIANDER SEED
CORIANDER SEED CORIANDER SEED
CORIANDER SEED
CORIENDER SEED CORIENDER SEED
CORIANDER SEED SPLITS
CORIANDER SEED
SPLITS
FURROW SOWING
16. FLAT BED SOWING RAISED BED SOWING SEED BROAD
CASTING
SEEDING BY DRILL MACHINE SEEDING BY DRILL HAND SOWING IN LINE
MANUAL DRUM SEEDER ANIMAL DRUM
SEEDER
MANUAL SEEDER
MANUAL SEEDER
MANUAL SEEDER
MANUALSEEDER
17. TD SEEDER TD SEEDER TD SEEDER
STRAW MULCH AFTER SEEDING
FOR BETTER EMERGENCE
MULCH REMOVED WHEN
GERMINATION STARTS
GROWING PLANTS
FLOWERING STAGE
MATURITY STAGE
GREEN SEED TURNED
BROWN
MANUAL THRESHING
MACHINE THRESHING CORIANDER MANDI
GREEN CORIANDER
HARVESTING GREEN
coriander
GREEN CORIANDER
MANDI
18. GREEN CORIANDER PROCESSING AND VALUE ADITION
OPEN AIR DRYING
CORIANDER LEAVES
POLY HOUSE DRYING
CORINANDER LEAVES
SOLAR DRYING
CORINANDER LEAVES
MECHANICAL DRIER
CORIANDER LEAVES
DEHYDRATED
CORIANDER GREEN
19. FACE PASTE
CORIANDER LEAAVES
GREEN PASTE
CORIANDER SEED FORM PROCESSING AND VALUE ADDED
PRODUCTS DEVELOPMENT
CORIANDER SEED
CLEAREN - GRADER
ROLLER CLEANER
CORIANDER DESTONER