यह प्रस्तुति चौलाई चौलाई के महत्व और उपयोग; किस्मों, उत्पादन प्रौद्योगिकी प्रबंधन; पत्तियों और बीज प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी; पत्तियों और बीज उत्पादों के विकास; बीज बोने, कटाई, सुखाने, चूर्ण बनाने के उपकरण और मशीनरी के बारे में विस्तार से बताती है।
CHOLAI (AMARANTHUS tricolour L) - A NUTRIENT POWER HOUSE – PRODUCTION, PROCE...
Jai-Cholai.docxचोलाई (AMARANTHUS tricolour L) - एक पोषक ऊर्जा गृह - ग्रामीण रोजगार के लिए उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन
1. Cholai – hindi
चोलाई (AMARANTHUS tricolour L) - एक पोषक ऊर्ाा गृह - ग्रामीण रोर्गार क
े ललए
उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्यवर्ान
Dr Jai Singh (ARS)
M. Tech Ph D
Retd Director ICAR – CIPHET
Mob: 8958463808, E-Mail:jsingh.sre@gmail.com
पररचय
चौलाई (AMARANTHUS tricolour L) एक पत्तेदार सब्जी और अनार् खाद्य पौर्ा है र्ो
उष्णकलिबंर्ीय और उपोष्णकलिबंर्ीय र्लवायु क
े अनुक
ू ल है, र्ो पूरे भारत में साल भर उगाया
र्ाता है। यह दलिण भारत में सबसे लोकलप्रय है और क
े रल, तलमलनाडु, कनाािक, महाराष्ट्र , आंध्र
प्रदेश, तेलंगाना, में इसकी खेती की र्ाती है। यह अमरेंिेसी पररवार (Amarantaceae family)
से संबंलर्त है लर्से वालषाक या अल्पकाललक बारहमासी पौर्ों का एक सामूलहक रूप से ऐमारैंथ्स
क
े रूप में र्ाना र्ाता है। यह फ
ू ल, पत्ती और तने क
े रंग में लभन्न होता है, लर्समें मैरून क
े वणाक्रम
से लेकर लक्रमसन तक क
े वणाक होते हैं। मुख्य रूप से इसक
े दो रूपात्मक प्रकार हैं लर्न्हें लाल
और हरे रंग क
े रूप में वलणात लकया गया है। फ
ू ल आने में 80-130 लदन लगते हैं। यह पौर्ा,
आवश्यक पोषक तत्ों का संयोर्न प्रदान करता है। इसक
े अलतररकत यह पौर्ा आवश्यक और
अनावश्यक (essential and non – essential) काबालनक यौलगकों क
े योगदानकताा भी हैं लर्नमें
स्वास्थ्य को बढावा देने वाले गुण प्रदान करने की अपार िमता है और अनेक औषर्ीय गुण र्ैसे
हाइपरग्लाइसेलमक, हेपेिोप्रोिेक्टिव, एं िीरेलडकल, र्ीवाणुरोर्ी, एं िी-इंफ्लेमेिरी, एं िीलडप्रेसेंि, आलद
से भरपुर है और खलनर्ों, आहार फाइबर, प्रोिीन और एं िीऑक्सीडेंि यौलगकों का कम लागत वाला
स्रोत माना गया है। इन उल्लेखनीय लवशेषताओं क
े बावर्ूद, चौलाई अभी भी एक कम उपयोग
वाली फसल है। इसललए चौलाई क
े पोषण मूल्य को ध्यान में रखते हुए चौलाई की खेती को
प्रोत्सालहत करने की आवश्यकता है।
भारत में लवलभन्न खाद्य व्यंर्न तैयार करने की लवलर् सलदयों से चली आ रही है। हाल क
े शोर् में,
चौलाई क
े अनार् क
े आिे को पेस्ट्री, बेलक
ं ग लमक्स, पास्ता उत्पाद, और इसी तरह क
े उत्पादों में
उपयोग क
े ललए गेहं, मक्का और चावल क
े आिे क
े पूरक क
े रूप में परीिण लकया गया है। -
गुणवत्ता वाले प्रोिीन खाद्य पदार्ा और दू र् और अन्य अनार् क
े आिे क
े लमश्रण में पेय क
े रूप में भी
उपयोगी पाया गया है। चौलाई क
े सभी भाग खाने योग्य होते हैं, लर्नमें र्ड़, तना, पलत्तयााँ और बीर्
शालमल हैं। चौलाई पोर्े से असंख्य उत्पाद संभावनाएं होते हुए भी यह कम उपयोगी श्रेणी में आता
है अत: इस का व्यावसायीकरण भी बहुत कम लकया गया है, लर्सकी आर् आवश्यकता है ।
2. मुख्य शब्द: चौलाई (AMARANTHUS tricolour L) , आलर्ाक मूल्य, पोषण मूल्य, लकस्में
और क
ृ लष पद्धलतयां, उत्पादन तकनीक, किाई क
े बाद का प्रबंर्न, चोलाई उत्पाद, पोषण,
वालणक्टिक और औद्योलगक उत्पाद, चोलाई उपकरण और मशीनें।
तार्े लाल चौलाई क
े पौर्े का अनुमालनत लवश्लेषण (प्रलत 100 ग्राम): नमी: 85.7 ग्राम; फ
ै ि: 0.5
ग्राम; फाइबर: 1.0 ग्राम; प्रोिीन: 4.0 ग्राम; काबोहाइड
रेि: 6.3 ग्राम; खलनर्: लमलीग्राम:247
लमलीग्राम; P: 83 लमलीग्राम; Na:230 लमलीग्राम; Fe: 25.5 लमलीग्राम; K: 341 लमलीग्राम: Ca: 397
लमलीग्राम; लविालमन A: 9200 आईयू; C: 99 लमलीग्राम।
तार्ा लाल चौलाई क
े पत्तों का अनुमालनत लवश्लेषण: नमी: 92.6%; राख: 0.62%; काबोहाइड
रेि:
5.21%; फाइबर: 0.92%; प्रोिीन: 0.56%; वसा: 0.12%; ऊर्ाा: 269 लकलो क
ै लोरी%; Na: 200
लमलीग्राम%; K: 123 लमलीग्राम%; Ca: 3.72 लमलीग्राम%; Fe:(1089.19 μg/g; Mg: 30.01 mg/g;
Zn: 986.61 μg/g; लविालमन C (955.19 μg/g), बीिा - क
ै रोिीन (1043.18 μg/g), बीिालेन्स
(66.40 μg/100g), लबिाक्सैक्टिन (33.09 μg/100g), और बेिासायलनन (33.30 μg/100g)
अमीनो एलसड: ग्लूिा माइक एलसड: 23.61 mg/g; लाइलसन: 14.32 mg/g; प्राक
ृ लतक एं िीरेलडकल्स;
र्ीवाणुरोर्ी; एं िीऑक्टक्सडेंि और रोगाणुरोर्ी ।
ऐमारैंर् स्ट्ेम का अनुमालनत लवश्लेषण: आवश्यक अमीनो एलसड मेलर्ओलनन और लाइलसन, आहार
फाइबर और खलनर्ों, र्ैसे मैग्नीलशयम, क
ै क्टशशयम, पोिेलशयम, तांबा, फास्फोरस, र्स्ता, लोहा और
मैंगनीर् सलहत क
ै रोिीनॉयड, प्रोिीन का अच्छा आलर्ाक स्रोत।
सूखे पाउडर लाल ऐमारैंर्स पलत्तयां का अनुमालनत लवश्लेषण: राख: 15.68%; नमी: 6.76%; प्रोिीन:
26.60%; वसा: 4.49%; फाइबर: 6.67%; और काबोहाइड
रेि: 39.80%।
ऐमारैंर् क
े बीर्ों का पोषक तत् अनुमालनत लवश्लेषण (प्रलत 100 ग्राम): ऐमारैंर् अनार् को लस
(gluten) मुक्त स्यूडोसीररयल क
े रूप में माना र्ाता है, यह सीललएक रोग रोगी आहार क
े रूप में
उपयोग करने क
े ललए उपयुक्त है। उद्योगों र्ैसे बेकरी और कन्फ
े क्शनरी में आिे क
े रूप में
उपयोग लकया र्ाता है। इस में पानी : 11.3 ग्राम; ऊर्ाा: 371 लकलो क
ै लोरी; फ
ै ि: 7.02 ग्राम;
प्रोिीन: 13.56 ग्राम; काबोहाइड
रेि: 66.25 ग्राम; लविालमन: बी1:0.116 लमलीग्राम; बी 2: 0.2
लमलीग्राम; बी3:0.923 लमलीग्राम; बी5:1.547 लमलीग्राम; बी 6: 0.581; बी9:82 माइक्रो र्ी; C: 4.2
लमलीग्राम; E: 1.19 लमलीग्राम; खलनर्: Ca: 159 लमलीग्राम; Fe: 7.61mg; लमलीग्राम: 248
लमलीग्राम; Mn: 3.33 लमलीग्राम; P: 557 लमलीग्राम; K: 508 लमलीग्राम; Na: 4 लमलीग्राम; Zn 2.87
लमलीग्राम।
ऐमारैंर् क
े बीर् का तेल: इसमें लगभग 5.7% - 9% तेल होता है, र्ो उच्च स्तर की असंतृक्टि दशााता
है। ऐमारैंर् तेल एक हल्क
े से मध्यम रंग का, स्पष्ट् तरल है। उच्च और लनम्न तापमान दोनों पर
तापमान क्टथर्रता र्ोड़ने की िमता क
े ललए तेल को महत् लदया र्ाता है। इस तेल में 25% ओललक
एलसड, 50% ललनोललक एलसड और 1% ललनोलेलनक एलसड होता है।
भारत में चोलाई रार्लगरा/रामदाना/चौलाई क
े पौर्े क
े थर्ानीय नाम:
3. इसे थर्ानीय रूप से बािू , भाभरी, चोलई, गनहर, हारवे, कीरे, मारसू, माशाा, पुंग-कीरई, रार्कीरा,
रामदाना, सावल, लसल, र्ोिक
ु रा (तेलगु), मुलई /kuppacheera (क
े रल), चीरा (मलयालम), हरीव क
े
नाम से र्ाना र्ाता है। (कनाािक), रार्गीरा (मराठी), रार्गारो (गुर्रात), मलणपुर में चेंग-क्र
ु क,
शाक (बंगाली), रामदाना (उत्तर भारत)।
लकस्में: IARI - बड़ी चौली, IARI - छोिी चौली, CO - 1 (A. dubius), CO - 2 (A. लतरंगा),
CO - 3 (A. लिरलिस), CO - 4 (A. हाइपोकॉक्टर
र याकस), CO - 5, लाल साग, पूसा लकरण, पूसा लाल
चौलाई, पूसा कीलता, आईआईएचआर अकाा सुगुणा, आईआईएचआर अकाा अरुलणमा,
आईसीएआर-एनबीपीर्ीआर सुवणा, अन्नपूणाा, दुगाा और क
े बीर्ीए-1। और भी बहुत सी लकस्में हैं।
बीर् दर : सीर्ी बुआई क
े ललए 2 लकग्रा/हेिेयर एवं रोपाई क
े ललए 01 लकग्रा/हे। लड
र ललंग लवलर् में
बीर् बोने क
े ललए कतार से कतार की दू री 20-25 सेमी रखनी चालहए । रोपाई लवलर् में कतार से
कतार की दू री 30 सेंिीमीिर तर्ा पौर्े से पौर्े की दू री 30 सेंिीमीिर रखी र्ाती है। उत्तरी भारत में
इसे माचा क
े मध्य से र्ून क
े अंत तक और दलिणी भारत में पूरे वषा बोया र्ाता है।
लमट्टी: र्ोड़ी अम्लीय से र्ोड़ी िारीय (पीएच 6.5 से 7.5)।
बीर् क्यारी की तैयारी: बीर् पतले और बहुत छोिे (1.0 - 1.5 लममी व्यास वाले) होते हैं। इसललए
एक महीन चूलणात फमा सतह बीर् क्यारी की आवश्यकता होती है। 30-50 िन/हेिेयर गोबर की
खाद डालें। N : P : K - 50 : 50 : 20 लकग्रा / हेिेयर बेसल डालें । बोने की गहराई 12 लममी से
अलर्क नहीं होनी चालहए। बीर्ों को महीन बीर् क्यारी पर लबखेर कर कल्टीपैक लकया र्ाता है।
प्रेस व्हील प्ांिसा, शुद्धता (precision planter) प्ांिसा, बीर् प्रसारण (broad casting)
उपकरण का भी उपयोग लकया र्ा सकता है। ढलान वाली भूलम पर, बीर्ों को पानी से बहने से
बचाने क
े ललए 30 - 35 सेमी क
ें द्र से क
ें द्र की उर्ली खाइयों क
े उर्ली खाई / खांचे / क
ू ड) लकनारे दो
पंक्टक्तयों में रोपण लकया र्ाना चालहए। 20-30 लदन की नसारी में उगाई गई पौर् को 30 सेमी कतार
से कतार में प्रत्यारोलपत लकया र्ाता है। बरसात क
े मौसम में उठी हुई क्यारी (उठी हुई क्यारी या
ररलर्र् raised bed or on ridges) पर रोपण को प्रार्लमकता दी र्ाती है। यलद पपड़ी बन र्ाती
है, तो इसे आईर्ीएफआरआई- वीडर मशचर या हैंड रेक का उपयोग करक
े तोड़ दें।
किाई: उत्तर में किाई लसतंबर से और दलिण में अगस्त-लसतंबर से शुरू होती है। पलत्तयों क
े
प्रयोर्नों क
े ललए पहली किाई 21-30 लदनों क
े बाद और उसक
े बाद 7-10 लदनों क
े अंतराल पर
करें। बीर् प्रयोर्न क
े ललए पूरे पौर्े को मैन्युअल रूप से या ICAR - CIAE रीपर द्वारा पररपक्वता
पर कािा र्ाता है।
उपर् : हरे पत्ते 9-10 िन/हे. बीर् की उपर् लगभग 200 लकग्रा/हेिेयर है।
बीर् सुखाना: बीर्ों को साफ लतरपाल पर र्ूप में 6% नमी तक सुखाया र्ाता है।
चोलाई क
े बीर् क
े महत्पूणा प्रकार:
4. गोवर्ान चोलाई रार्लगरा चोलाई लाल चोलाई हरर चोलाई
चोलाई क
े पौर्ों क
े प्रकार: पलत्तयों का रंग बैंगनी से लाल और हरे से सुनहरे रंग में होता है।
हरा लाल लहमालयन फ
ू ड ग्रेन चोलाई बैंगनी
लाल - हरे मर्ुमक्खी आकलषात करने वाला मखमली रंग ग्रिम
Fercita फ
े रलसिा Tricolour लतरंगा Bleeding खूनी रंग Virdis लवलडास
Biltum लबल्टम Prince feather लपररन्स पंख Poweli पावेली
ICAR -CCARI
5. चोलाई (ऐमारेिस) उत्पादन प्रबंर्न
Fine cultivated field for
sowing बुवाई क
े ललए महीन
र्ोता हुआ खेत
Field roller to firm and
level the seed bed बीर्
क्यारी को दृढ और समतल
करने क
े ललए फील्ड रोलर
Amaranthus (Cholai)
seed चौलाई बीर् Tiny seed broadcaster
छोिा बीर् प्रसारक
Tiny seed broadcaster
छोिा बीर् प्रसारक
Broadcasted seeds
प्रसाररत बीर्
Hand seed
broadcasting. Mix 100
kg sand / kg seed हस्त
बीर् प्रसारण। 100 लकग्रा
बालू/लकग्रा बीर् लमलाएं
Use hand rake in case of
soil crust लमट्टी की पपड़ी क
े
मामले में हार् रेक का प्रयोग करें
Precisoin seed planter
Precisoin बीर् बोने की
मशीन
हैंड सीड लड
र ल - कम फरो पैकर Hand seed drill – cum
furrow packer हैंड सीड
लड
र ल - कम फरो पैकर
Tiny seed placer
in field छोिे बीर् प्ेसर
Cultipacker after seed
broadcast बीर् प्रसारण क
े बाद
कल्टीपैकर
Firm and shallow
furrows made by
Cultipacker कल्टीपैकर द्वारा
बनाई गई मर्बूत और उर्ली
खांचे
Manual six row seeder
मैनुअल छह पंक्टक्त सीडर
Raised seed bed रे
र्ेड सीड बेड
6. Shallow furrow for side
seeding on slopy land ढालू
भूलम पर साइड सीलडंग क
े ललए
उर्ला फरो
Cholai nursery plot –
ICAR - CCARI नसारी प्ॉि
Cholai nursery seeds
covered by straw. Give
fine mist पुआल से ढकी
नसारी क
े बीर्। बारीक पानी का
हलका लछड़काव करें
Cholai nursery तैयार नसारी
Cholai seedlings planted
in field – ICAR - CCARI खेत
में रोपे गए पौर्े-
Cholai ready for leaves
harvest पलत्तयों की किाई क
े
ललए तैयार
Cholai crop ready for
leaves harvest पलत्तयों की
किाई क
े ललए तैयार
Cholai fresh leaves and
stem harvested to sell
for saak bhaji साक भार्ी
बेचने क
े ललए तार्ी पलत्तयां और
तना
Cholai Leaves for market
बार्ार क
े ललए पत्ते
Use zero energy cool
chambers for a week
safe storage when
market glut एक सिाह क
े
सुरलित भंडारण क
े ललए शून्य
ऊर्ाा वाले ठं डे किों का
उपयोग करें र्ब बार्ार में
बहुतायत हो
Hydroponic technik to
grow cholai चोलाई उगाने
की हाइड
र ोपोलनक तकनीक
Cholai seedling for sale
लबक्री क
े ललए चोलाई क
े पौर्े
हरी चौलाई का हावेस्ट् और पोस्ट् हावेस्ट् प्रबंर्न
पूरे पौर्े को र्मीन से 8-10 सेमी ऊपर कािा र्ाता है। पौर्े लफर से अंक
ु ररत होते हैं और 2 से 4 या
अलर्क बार कािे र्ाते हैं। तार्ा फसल को अच्छी तरह से साफ करने, र्ोने और छांिने की र्रूरत है।
इसे सुखाकर और चूणा बनाकर संरलित लकया र्ा सकता है। भारत में बड़ी संख्या में खाद्य और
वालणक्टिक उत्पादों का उत्पादन और उपयोग होता है।
7. Harvest Cholai किी हुई
चोलाई
Harvesting Cholai – ICAR -
CCARI चोलाई किाई
Washing Cholai in basket
पत्तों को िोकरी में र्ोना
Cholai washing and
cleaning machine
र्ुलाई और सफाई की
मशीन
Sorting and draining
wash water छं िाई और
र्ुलाई पानी की लनकासी
Making consumer bundles
उपभोक्ता बंडल बनाना
Making plastic packs foe
easy handling आसान हैंडललंग
क
े ललए प्ाक्टस्ट्क पैक
Market sale fresh
cholai leaves बार्ार में
लबक्री तार्ी चौलाई क
े पत्ते
Open sun drying खुली र्ूप
में सुखाना
Solar drying सोलर सुखाने वाला
यंत्र
Dried Cholai consumer
packs सूखे उपभोक्ता पैक
Cholai powder चोलाई
पाउडर
चोलाई खाद्य और वालणक्टिक उत्पाद:
चौलाई क
े बीर्ों से संसालर्त आिे का उपयोग िॉलिाला, ब्रेड, क
ु कीर्, पास्ता, पोषक पेय और मालर्ापन में लकया र्ा
रहा है। सब्जी, भार्ी, रायता, पराठा, खीर, पूरी, साग, छोले पनीर, सूप, क
ु कीज़, लबस्क
ु ि, गुच्छे , क
े क, पेस्ट्र ी, पिाखे,
आइस क्रीम, लाइलसन युक्त लशशु आहार, सांद्र पलत्तयां प्रोिीन, बीर् का तेल, चोलाई वणाक, क
ं प्यूिर लडस्क क
े ललए
लचकनाई, आलद।
Cholai laddoo लड्ड
ू Cholai patti पट्टी Cholai biscuits
लबस्क
ु ि
Cholai chikki लचक्की
8. Puffed cholai फ
ू ला
हुआ दाना
Roasted cholai भुना हुआ दाना
Snacks दाने से बने
स्नैक्स
Noodles दाने आिे से
बने नूडल्स
Amaranth candy
ICAR - NBPGR दाने से
बने क
ैं डी
Rusk – icar - nbpgr दाने से बने
रस्क
Popped cholai
chikki दाने से बने
लचक्की
Energy bars icar –
nbpgr दाने से बने एनर्ी
बार
Cholai powder पाउडर Cholai Juice रस
Cholai seed oil तेल Cholai flakes फ्लेक्स
Cholai flour आिा Cholai/Ramdana/Rajgira/Amar
anth रामदाना
चोलाई बीर् की किाई और प्रसंस्करण:
बीर् प्रयोर्न क
े ललए, चौलाई की फसल की किाई तब की र्ाती है र्ब पौर्े पीले या गहरे भूरे रंग क
े हो र्ाते हैं। पररपक्व
होने पर पौर्ों क
े अलग-अलग पुष्पगुच्छों को कािें और सुखाने क
े ललए सीमेंि क
े फशा/लतरपाल/प्ाक्टस्ट्क शीि पर लबछा दें।
इसक
े बाद बीर्ों को फिककर छान ललया र्ाता है और भण्डारण क
े ललए क
ं िेनरों में एकत्र कर ललया र्ाता है। बीर्ों को
लचीली बांस की छलड़यों / रोलर / थ्रेलशंग मशीन द्वारा रोललंग क
े सार् थ्रेश लकया र्ाता है। बीर्ों को फिक कर 2 लम.मी. की
छलनी से छान ललया र्ाता है। स्ट्ॉक में फफ
ूं दी बनने से बचाने क
े ललए गीली भूसी को हिा लदया र्ाता है।
9. Cholai seed crop ready to
harvest बीर् फसल किाई क
े ललए
तैयार
Cholai seed crop ready
to harvest बीर् फसल किाई
क
े ललए तैयार
Cholai seed crop ready
to harvest बीर् फसल
किाई क
े ललए तैयार
Cholai crop ready to
harvest बीर् फसल किाई
क
े ललए तैयार
Check maturity – rubbing
spikelets and seed separation
पररपक्वता की र्ााँच करें - स्पाइकलेि्स
को रगड़ना और बीर् को अलग करना
Sickle harvesting हंलसया
की किाई
Field drying खेत में
सुखाना
Raeper harvester रीपर
हावेस्ट्र
Combine harvester किाई मशीन Threshing by stick
beating डंडे से पीि कर दाना
अलग करे
Winnowing लवनोइंग
Open sun drying खुली
र्ूप में सुखाना
Pedal cholai thresher पेडल
चोलाई थ्रेशर
ICAR – CIAE Cholai
pedal thresher
आईसीएआर-सीआईएई चोलाई
पेडल थ्रेशर
Threshing, winnowing
and seed sieving गाहना,
फिकना और बीर् छनाई
Grain chute and
sieving unit of
thresher थ्रेशर की छलनी
इकाई