Ayurveda ; do and donts ; pathya aur parahej ; आयुर्वेद पथ्य और परहेज
Ayurveda ; do and donts ; pathya aur parahej ; आयुर्वेद पथ्य और परहेज
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Ayurveda ; do and donts ; pathya aur parahej ; आयुर्वेद पथ्य और परहेज

  1. 1 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 7-Apr-17 Writer and Editor and Compiler ; Dr. Desh Bandhu Bajpai B.M.S.[Lucknow], Ayurvedacharya [Delhi], Diplom-Homoeo [Germany] 61 M.I.C.R. [Mumbai] , C.R.C. [Cardio-vascular] ,M.D. [Medicine], 1 Ph.D. [E.T.G. Technology]
  2. 2 शाकशाकशाकशाक---- स जीस जीस जीस जी ; फलफलफलफल ; तेलतेलतेलतेल //// घीघीघीघी ; अ न और दालअ न और दालअ न और दालअ न और दाल छोट आलूछोट आलूछोट आलूछोट आलू baby potato आमआमआमआम MANGO सरस का तेलसरस का तेलसरस का तेलसरस का तेल MUSTURD OIL Mung Beans मू ग दालमू ग दालमू ग दालमू ग दाल टमाटरटमाटरटमाटरटमाटर TOMATO सेवसेवसेवसेव APPLE मू गफली का तेलमू गफली का तेलमू गफली का तेलमू गफली का तेल PEANUT OIL Masur Beansमसूर दालमसूर दालमसूर दालमसूर दाल !याज!याज!याज!याज ONION Grape fruit अ गूरअ गूरअ गूरअ गूर घीघीघीघी [ कम खानाकम खानाकम खानाकम खाना ] BUTTER chana dalचना दालचना दालचना दालचना दाल लौक&लौक&लौक&लौक& Orange नार गीनार गीनार गीनार गी ना'रयल तेलना'रयल तेलना'रयल तेलना'रयल तेल COCONUT OIL Red Rice चावल लालचावल लालचावल लालचावल लाल तरोईतरोईतरोईतरोई स तरास तरास तरास तरा ORANGE Olive Oil ओिलव आयलओिलव आयलओिलव आयलओिलव आयल Rice चावल सफे दचावल सफे दचावल सफे दचावल सफे द ((((कम मा,ा मकम मा,ा मकम मा,ा मकम मा,ा म )))) फू ल गोभीफू ल गोभीफू ल गोभीफू ल गोभी CAULIFLOWER Banana के लाके लाके लाके ला Sprout अ कु 'रत बीजअ कु 'रत बीजअ कु 'रत बीजअ कु 'रत बीज प2ा गोभीप2ा गोभीप2ा गोभीप2ा गोभी CABBAGE के लाके लाके लाके ला [सूगर वाल को नहसूगर वाल को नहसूगर वाल को नहसूगर वाल को नह ] Wheat गेहगेहगेहगेहूूूू सरस का सागसरस का सागसरस का सागसरस का सागMUSTERD LEAVES क&नूक&नूक&नूक&नू KINU जौजौजौजौ सोयासोयासोयासोया SOYA पपीतापपीतापपीतापपीता PAPYA Corn म4काम4काम4काम4का मेथीमेथीमेथीमेथी METHI खरबूजाखरबूजाखरबूजाखरबूजा बाजराबाजराबाजराबाजरा क6क6क6क6ूूूू PUMPKIN तरबूजतरबूजतरबूजतरबूज WATER MELON मसालामसालामसालामसाला ; करेलाकरेलाकरेलाकरेला KARELA Peach आड़ूआड़ूआड़ूआड़ू सभी मसालेसभी मसालेसभी मसालेसभी मसाले ALL SPICES परवलपरवलपरवलपरवल PARAVAL Pine apple अनानासअनानासअनानासअनानास गरम मसालागरम मसालागरम मसालागरम मसाला GARAM SPICES 8ट डा8ट डा8ट डा8ट डा TINDA ताजा ना'रयलताजा ना'रयलताजा ना'रयलताजा ना'रयल अदरखअदरखअदरखअदरख GINGER गाजरगाजरगाजरगाजर,,,, CARROT सूखा ना'रयलसूखा ना'रयलसूखा ना'रयलसूखा ना'रयल दालचीनीदालचीनीदालचीनीदालचीनी DALCHINI कमल ककड़कमल ककड़कमल ककड़कमल ककड़ NADRU LOTUS ROOTजामुनजामुनजामुनजामुन BLACK BERRY काली िमच;काली िमच;काली िमच;काली िमच; BLACK PEPPER चुक दरचुक दरचुक दरचुक दर BEET ROOT नाशपातीनाशपातीनाशपातीनाशपाती NASHAPATI अजवायनअजवायनअजवायनअजवायन AJAWAIN शलजमशलजमशलजमशलजम CUCUMBER रस भररस भररस भररस भर RAS BHARI सरससरससरससरस MUSTERED बै गनबै गनबै गनबै गन BRINGAL =>ा=>ा=>ा=>ा----बेरबेरबेरबेर STRAW BERRY राईराईराईराई हर फलीहर फलीहर फलीहर फली GREEN BEANS Apricot ए@ीकाटए@ीकाटए@ीकाटए@ीकाट कर प2ाकर प2ाकर प2ाकर प2ा KARRY PATTA हर मटरहर मटरहर मटरहर मटर GREEN PEAS सतालूसतालूसतालूसतालू मटरमटरमटरमटर PEAS खूबानीखूबानीखूबानीखूबानी KHUBANI शकर क दशकर क दशकर क दशकर क द SWEET POTATO खAट चेरखAट चेरखAट चेरखAट चेर SOUR CHERRY ककड़ककड़ककड़ककड़ KAKARI चेरचेरचेरचेर CHERRY पेय पदाथ;पेय पदाथ;पेय पदाथ;पेय पदाथ; ; पालक हरापालक हरापालक हरापालक हरा SPINACH Olive ओिलवओिलवओिलवओिलव Mineral Water िमनरल पानीिमनरल पानीिमनरल पानीिमनरल पानी घासघासघासघास----पात स जीपात स जीपात स जीपात स जी बीजबीजबीजबीज फल का ताजा रसफल का ताजा रसफल का ताजा रसफल का ताजा रस FRESH FRUITE JUICE सलाद प2ासलाद प2ासलाद प2ासलाद प2ा हर सB जय का ताजा रसहर सB जय का ताजा रसहर सB जय का ताजा रसहर सB जय का ताजा रस मशCममशCममशCममशCम MUSHROOM प2ीदार सB जय का रसप2ीदार सB जय का रसप2ीदार सB जय का रसप2ीदार सB जय का रस फू ळ खाने वालेफू ळ खाने वालेफू ळ खाने वालेफू ळ खाने वाले लहसुनलहसुनलहसुनलहसुन GARLIC सूखे फलसूखे फलसूखे फलसूखे फल Dry Fruits ; अ यअ यअ यअ य ; Others काली िमच;काली िमच;काली िमच;काली िमच; BLACK PEPPER Cashew काजूकाजूकाजूकाजू से धा नमकसे धा नमकसे धा नमकसे धा नमक ROCK SALT धिनयांधिनयांधिनयांधिनयां COREANDER LEAVESChest Nut अखरोटअखरोटअखरोटअखरोट खाने वाला सोडाखाने वाला सोडाखाने वाला सोडाखाने वाला सोडा अदरखअदरखअदरखअदरख GINGER Almonds बादामबादामबादामबादाम Lime नीबूनीबूनीबूनीबू LIME Dry Coconut सूखा ना'रयलसूखा ना'रयलसूखा ना'रयलसूखा ना'रयल हर िमच;हर िमच;हर िमच;हर िमच; GREEN MIRCH मखानामखानामखानामखाना MAKHANA कागजी नीबूकागजी नीबूकागजी नीबूकागजी नीबू LEMON Poppy Seeds पो=ता दानापो=ता दानापो=ता दानापो=ता दाना मूलीमूलीमूलीमूली WHITE CARROT Pumpkin seedsलौक&लौक&लौक&लौक&,,,,क6क6क6क6ूूूू,,,,कु Gहड़ा बीजकु Gहड़ा बीजकु Gहड़ा बीजकु Gहड़ा बीज ग दग दग दग द 117 2 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900 128 2
  3. नीचे द गयी भोजन तािलका Hवशेष Cप से लाभदायकनीचे द गयी भोजन तािलका Hवशेष Cप से लाभदायकनीचे द गयी भोजन तािलका Hवशेष Cप से लाभदायकनीचे द गयी भोजन तािलका Hवशेष Cप से लाभदायक////हािनकारकहािनकारकहािनकारकहािनकारक////कम खानाकम खानाकम खानाकम खाना////नह खाना हैनह खाना हैनह खाना हैनह खाना है Food Cooked ; Milk Product ; अ नअ नअ नअ न //// दालदालदालदाल Jam जैम Milk दधू Wheat गेहंू Jelly जेली Butter म4खन Barley जौ Canned Food ड बा ब द खाJ पदाथ; Sour Curd खAटा दह Millet बाज़रा Ketchup के चप Cheese चीज Maize म4का Fast Food फा=ट फू ड Cream Butter L&म बटर Rice White चावल सफे द Fried Food तला हआ भोजनु Milk Protein िमMक @ोट न Rice Brown चावल भूरा Pasta पा=ता Cassein कै सीन मैदा Pudding पु8ड ग Dairy Products डेर @ोड4ट Bread Nेड Curry कर Macroni मैLोनी Noodles नूडMस शाकशाकशाकशाक //// स जीस जीस जीस जी ; Buck wheat बक Oह ट Hot Drinks; Large Potato बड़ आलू अरहर दाल Coffee काफ& Kidney Beans8कडनी बीन उरद दाल Black Tea काली चाय Soya Bean सोयाबीन काली उरद Tea ; चाय दो कप से Qयादा नह लोHबया Split pea दाल सभी राजमा चोकर सभी तरह क& फली वाली सB जयां राई Oils ; Green Peas हर मटर Olve जैतून Sunflower Oil सूरजमुखी तेल Spinach पालक Sesam Oil सीसम तेल Pine nut पाइन नट Flesh / Eggs ऒिलव तेल Olive oil Flesh मा स,गोTत Almond Oil बादाम तेल Meat फलफलफलफल ; Pork सूखे फलसूखे फलसूखे फलसूखे फल ; Banana के ला Chicken मुगा; मा स काजू Mango आम Fish मछली Dry grapes 8कशिमस Apple सेव Shell Fish शेल मछली Fig अ जीर Apricot खुबानी Chicken eggs मुगU अ डा Wal-nut अखरोट Orange नार गी सभी अ डा Dates खजूर Canned Fruits सूखा आलू बुखारा आलूबुखारा Nut meg जायफल Guava अमCद Coconut ना'रयल अ यअ यअ यअ य ; Others Vinegar िसरका पेय पदाथ;पेय पदाथ;पेय पदाथ;पेय पदाथ; ; Drinks Pickles अचार Alcohol अMकोहल Pickled Fruits अचार फल Wines शराब , वाइन Salt Extra नमक अलग से Beer बीयर Sugar Extra श4कर अलग से Soda सोडा Honey Extra शहद अलग से Carbonated Drinks काबVनेटेड 8W 4स Tobacco तGबाकू ठ डा बफ; िमला दधू Sour Juice खAटे फल के रस श4कर िमला जूस 185 Ice Creams आइस L&म 3 SATYENDRA 1/0/1900
  4. कफ कोपकफ कोपकफ कोपकफ कोप Hप2 कोपHप2 कोपHप2 कोपHप2 कोप वात कोपवात कोपवात कोपवात कोप अव=थाअव=थाअव=थाअव=था बाMयाव=था जवानी बृZधाव=था समयसमयसमयसमय ; 8दन8दन8दन8दन सुबह ६ बजे से १० बजे मZयान १० बजे से २ बजे 8दन २ बजे से शाम ६ बजे रातरातरातरात रात ६ बजे से १० बजे रात १० बजे से रात २ बजे रात २ बजे से सुबह ६ बजे भोजनभोजनभोजनभोजन भोजन करते ह भोजन पचते समय भोजन पचने के बाद मौसममौसममौसममौसम शीत काल गरमी वषा; 'रतु बस त 'रतु शरद 'रतु हेम त, िशिशर म कम 'रतु सB ध कफ शाB त के उपाय Hप2 शाB त के उपाय वात शाB त के उपाय रसरसरसरस चरपरे,कड़वे,कसैले,ती_ण, मधुर, कड़वे, कसैले मीठे , खAटे, खारे, नमक&न aOयaOयaOयaOय गरम Cखे पदाथ; शीतल िचकने और गम; कम;कम;कम;कम; पसीना"वमन"िशरो-Hवरेचन =नेह [Hप2 नाशक] पसीना 8दलाना कसरत,मेहनत,cी @स ग जुलाब तेल क& मािलश ने, अ जन,न=य सू घना @लेपन कम हवा =थान मे सोना गरम वc धारण,गरम घर भोजनभोजनभोजनभोजन गरम दधू शीतल भोजन भार भोजन =नान=नान=नान=नान गरम जल से =नान अवगाहन गोता मार के नहाना Qयादा दातून कु Mला करना जलजलजलजल कम जल पीना शीतल जल उपयोग गु गुना वमन करना शीतल आहार Hवहार तेलतेलतेलतेल शर र म तेल उबटन @योग अdय ग िसर म लगाना भोQय पदाथ;भोQय पदाथ;भोQय पदाथ;भोQय पदाथ;;अ नअ नअ नअ न चना मू ग चना मू ग धान खील नवीन उद; मू ग सा ठe चावल मसूर जौ अरहर गरम पदाथ; अिधक खाना पुराने चावल, गेहंू तेलतेलतेलतेल,,,,घीघीघीघी घी म4खन घी मसालामसालामसालामसाला लहसुन !याज लहसुन फलफलफलफल,,,,मेवामेवामेवामेवा मुन4का के ला ताड़ के फल मुन4का मीठा अनार अनार छु हारा पके आम पका ताड़ फल दधदधदधदधूूूू गरम दधू , दधू गाय का दधू मीठामीठामीठामीठा िमfी चीनी िमfी चीनी नमकनमकनमकनमक से धा नमक खAटाखAटाखAटाखAटा कै था शाकशाकशाकशाक----स जीस जीस जीस जी बैगन परवल, खीरा, ककड़ , करेला औषिध aOयऔषिध aOयऔषिध aOयऔषिध aOय नीम जल िमला शहद आंवला कु Gहड़ा कु टक& गो-मू, हरड़ िनशोथ कु टक& िनशोथ Hप2 पापड़ा H,फला सेवन H,फला च दन शतावर 261 4 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  5. वात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज वात नाशक अ न और दालवात नाशक अ न और दालवात नाशक अ न और दालवात नाशक अ न और दाल ; ;धान, साठe चावल, गेहंू, अलसी, उड़द , सरस शाकशाकशाकशाक //// स जीस जीस जीस जी ; बथुआ , पोई, छोट मूली, अजवायन, कु Gहड़ा, िचिच डा, नेनुआ,तरोई,परवल,कु दC, सेम, काली सेम, बड़ा बैगन, मूली के प2े, गाजर फल ; कटहल, कhचा के ला,ना'रयल,खरबूजा,पका कै था,नार गी,Bख नी,महआु ,फालसा,शहतूत,अनार,अ गूर, खजूर,बादाम,सेव,नाशपाती,जGबीर नीGबू, नीGबू,इमली, पानी ; सादा पानी, है ड पाइप या कु आं या कमरे म रखे गये बत;न के ताप मान वाला पानी ताजा दह , ताजा मiठा, घी गाय का सरसj का तेल, गुड़, श4कर, िमfी मा स : प_ी : मछली ; बटेर,लवा.तीतर, गौरैया, मुगा;, घुlगी, अ डा. बकरा. मेढा, दGबाु , रेह मछलीू , भाकु र मछली, गोTत का सोरवा रसोई म पका हआ अ नु ;: भात, चावल, रोट गेहं क&ू , Bखचड़ , खीर, ना'रयल खीर, सेवई, िमिfत अ न क& रोट , बेढई, कचौड़ , बड़ा, का जी बड़ा, मू ग का बड़ा, मठर , गुBझया, रसाला, शरबत, इमली का पना, िचउड़ा, मसाला; आवला, सो ठ, अदरख, काली िमच;, अजवायन,जीरा,धिनयां,सौ फ़,मेथी,ह ग,लहसुन,!याज,सधा नमक, साGभर नमक,समुa नमक,काला नमक,जायफल,छोट इलायची,दालचीनी,तेजपात,के शर,बेल, स तप;ण िच8कpसा, =नेqपान, =वेदन आ8द सौGय शोधन, B=नlध और उrण बB=त, अनुवासन बB=त, मा,ा बB=त, से क, न=य, मधु, अGल, नमक&न और चरपरे रसयुs भोजन,पौHtक भोजन, मेद युs मा स का सोरबा, दह , घी या तेल मद;न,हाथ पैर दबाना, वc बा धना, Hपt ज य और गुड़ ज य मJ का पान, िनaा, सूय; का ताप, B=नlध, उrण और नमक&न औषिधय के uूद Hवरेचनु , द पन-पाचन औषिधय से िसZध घृत आ8द =नेह या 4वाथ आ8द का िस चन और गरम वc का आhछादन इpया8द से वात @कोप दर होता हैू / वात रोग म पgयवात रोग म पgयवात रोग म पgयवात रोग म पgय; तेज आती हयी हवाु , आ धी जैसी झो के दार हवा का बहाव, कु Mथी क& दाल, गेहंू, लाल चावल, परवल , स8हजन, बैगन, अनार, फालसा, दानेदार खा ड, राब या Nाउन सूगर, दधू , पनीर,दह , मiठा और दध के साथ स योग करके बनाये गये खाJ पदाथ;ू , बेर, लहसुन, मुन4का,पान खाना पgय है / िच8ड़या, मुगा;, मोर, तीतर, ज गली पशु प_ी, झक मछली पgय है और मा साहा'रय को वात Oयािध म खाना चा8हये / इसके अलावा सारे शर र म या उन अ ग म जहां तकलीफ है , तेल चुपड़ना, मािलश करना, तेल या घी का सेवन करना, पसीना िनकालना यथा =ट म बाथ लेना, गरम जल म लेAकर वाम; या गरम बाथ लेना, हाथ पांव दबवाना, बB=त अथवा एिनमा लेना पgय है / वात रोग िच8कpसा म स शमन िच8कpसा करनी चा8हये अथा;त दोष का शमन करना चा8हये / 329 5 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  6. वात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजवात रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज "बB=त" वायु को जीतने का सवV2म उपाय है / इसके दो भेद है -आ=थापन और अनुवासन =थापन बB=त को िनCह और अनुवासन को =नेहन कहते हv /शाcोs बB=त 8Lया का Hववेचन उिचत =थान पर देखना चा8हये/ आजकल एिनमा पाट से बB=त का काय; सGप न कराते हv/ वायु का शमन करने वाले aOय म "तेल" सवV2म है/यह तेल अखरोट,ितल,िचरौ जी,अलसी आ8द अनेक @कार का होता है /तेल को HवHवध,द पन,पाचन,वातहर और Hवरेचन aOय से िसZध 8कया जाता है/ तेल का पीना,मािलश, अdय ग,बB=त आ8द के wप म @योग 8कया जाता है/ गौ आ8द के घृत तथा अ य =नेx aOय का भी इ ह Hविधय से उपयोग या Oयवहार वायु को शा त करता है/वात Hवरोधी वीय;,Hवपाक और @भाव वाले aOय का @योग भी वायु का शामक है/ ऊपर कहे गये उपचार के अलावा Hविध पूव;क =वेद; B=नlध, उrण,मधुर-अGल-लवण रस युs "मृद Hवरेचनु " ; इ ह गुण वाला भोजन, उपनाह[पुBMटस], िसर, ज घा आ8द रोगी अ ग को धोती आ8द से कसकर बा धना,मद;न, हMका हMका मलना,Hविभ न @कार के वातहर काढा या 4वाथ से या वातहर औशिधय के काढा से सक करना, अवगाहन [ वातहर aOय से िसZध तेल या काढा आ8द म बैठाना,संवाहन[चGपी]अवपीड़न [दबाना] भय @दश;न, चौकाना, Hव=मरण कराना [यह तीन 8Lयाय उ माद रोगी मे करते हv]न=य,वातहर aOय का उबटन लगाना / वातहर aOय से िसZध म8दराय तथा आसव आ8द वात का @शमन करते हv /सुख शीलता[मानिसक अथवा शार 'रक Hवfाम या HवfाB त का जीवन Hबताना], यह सब उपाय @कु Hपत वात क& शाB त के िलये सव;दा वायु के कोप शामक रसवायु के कोप शामक रसवायु के कोप शामक रसवायु के कोप शामक रस; कटु ,ितs और कषाय, ये तीन रस वायु को कु Hपत करते हv /मधु , अGल और लवण रस इसे शा त करते हv / जो aOय पृथवी,अBlन और जल क& अिधकता वाले होते हv, वे वायु शामक होते हv / Bजन aOय क& उतपH2 आकाश और वायु से होती है, वे वायु क& बृBZध करते हv / आधुिनक Hवटािमन बी वात शामक aOय मे उपयोग 8कये जा सकते हv / वात स शमन वग;वात स शमन वग;वात स शमन वग;वात स शमन वग; ; देवदाw,कु z,हMद ,वwण,मेढािस गी,बला, अितबला,अजु;न,नील सहचर,कौ च,सMलक&,पाटला,वीर तw, सहचर, बड़ अरणी,िगलोय, एर ड, पाषाण भेद, सफे द आक,आक,शतावर ,पुनन;वा, {ेत पुनन;वा, सूय; मुखी,धतूरा, भार ग मूल,वन कपास,Hबछु आ,कु च दन,बेर, जौ, झड़ बेर,कु लथी आ8द / Hवदा'रग धा8द गण; [Hवदार ग धा, शालपणU,Hवदार ,नाग बला,महाबला,गो_ुर,पृB| पणU,शतावर , सा'रवा,काली सा'रवा,जीवक, 'रHषभक,माषपणU,मु}पणU,बड़ कटेर , छोट कटेर , पुनन;वा, एर ड, ह सपद , Hबछु आ,कHपकhछु ,लघु प चमूल[गोखC,क टकार ,बृहती,पृB|पणU,शालपणU,] बृहत प चमूल; HबMव, अरणी,Tयोनाक,पाटला,गGभार ] कु चला, वpसनाभ आ8द Hवष,मMल आ8द भ=म, मृग f ग भ=मा8द का उपयोग वात Hवकार नाशक होता है / 398 6 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  7. Hप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज Hप2 नाशक अ न और दालHप2 नाशक अ न और दालHप2 नाशक अ न और दालHप2 नाशक अ न और दाल ; साठe चावल, जौ, गेहंू, मू ग, राजमा, मोठ, मसूर, अरहर, चना , ितल, अलसी, लाल, काली राई शाकशाकशाकशाक //// स जीस जीस जीस जी ; बथुआ, चना, पोई, मरसा, चौलाई, पालक, करेला, कु Gहड़ा, लौक&, ककड़ , चचे ड़ा, तरोई, परवल, 8ट डा, कु दC, आलू, सेम, छोट मूली, स8हजन फली, छोटा बैगन, कसेC फलफलफलफल ; आम,कटहल,कhचा के ला,कhचा कचर ,ना'रयल,तरबूज,खरबूजा,खीरा,पका कै था, छोट जामुन,बेर, िचरौ जी,Bख नी,कमलगAटा,मखाना,िस घाड़ा,महआु ,फालसा,शहतूत,अनार,िलसोढा,बादाम,सेव,नाशपाती, अखरोट, पानीपानीपानीपानी ; ठ डा पानी, बरफ िमला ठ डा पानी मीठा श4कर िमला दह , म4खन, घी ितल का तेल , शहद, गुड़, श4कर, मा समा समा समा स ; प_ी : मछली ; बटेर, तीतर, गौरैया, बकरा, भैसा, भाकु र मछली, मा स का सोरवा रसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नुुुु ;: भात, चावल, तहर , Hब'रयानी, खीर, रोट , सेवई, चने क& रोट , मू ग का बड़ा, मठर , गुBझया, रसाला, शरबत, धिनया का शरबत, जौ का स2ू, खील, मसालामसालामसालामसाला; आवला, छोट पीपल.,जीरा,धिनयां,मेथी,हMद ,पो=तादाना,से धा नमक,लौ ग,बड़ इलायची,दालचीनी, के शर, घृत [घी] पान, कसैली,मधुर और शीत वीय; औषिधय का Hवरेचन, रsfाव,दधू , शीतल, मधुर, कड़वे और कसैले रस युs भोजन, शीतल जल म बैठना, सु दर गाना सुनना, र~ या सुगB धत, मनोहर, शीतल पुrप आ8द क& माला धारण करना, कपूर, च दन और खस आ8द के लेप, शीतल वायु का सेवन, प खे क& वायु,छाया, बाग, या जलाशय के 8कनारे रहना, राH, को चा दनी म बैठना ,मधुर भाषा म Hवनोद, बालक से मधुर भाषा म वाता;लाप, Bcय का =पश;, •ार पर या कमरे म जल िस चन, और Hप2 शामक औषिध के सेवन से Hप2 का शमन होता है / Hप2 रोग मे पgयHप2 रोग मे पgयHप2 रोग मे पgयHप2 रोग मे पgय ; से धा नमक, िमfी,शािल चावल,गेहंू, चना और चने क& दाल, मू ग क& दाल, मसूर क& दाल, जौ, दधू , ना'रयल का पानी, ईख, ईख का रस, शहद, ताजा भूने गये धा य,ज गल मे रहने वाले मृग पB_य के मा स रस, शीतल या ठ डा पानी, ठ डे कु य का पानी, ककोड़ा, के ला, के ला क& जड़ तथा के ले के फू ल का शाक, बबूल क& फिलयां, दाख, मुन4का, परवल, पेठा,लौक&, पेठा का मुर बा, ककड़ ,खीरा,ककड़ के बीज, खीरा के बीज, लौका, Hप2 पापड़ा, मरसा का शाक, करेला, अनार, आमला, ताड़ का कhचा फल, हरड़, खजूर, गूलर,कु दC, कसैले, ितs, तथा मधुर पदाथ;, महवाु , शतावर, कां=य भ=म, लौह भ=म, रजत भ=म, =वण; भ=म, कु टक&, िनGब, िनशोथ, लाल च दन, सफे द च दन, तहखाने आ8द शीतल जगह रहना, शीतल जगह यथा ए०सी० जैसे ठ डे =थान मे रहने,च aमा का @काश, के ला तथा कमल के कोमल प2 क& श€या, शीतल लेप, भूिम पर शयन, मBणय का धारण और =पश;न, सायंकाल, मनोहर गीत, H@य जन का आिल गन,शीतल जल से =नान,िम, का समागम,मीठe मीठe कहािनयां सुनना,म द म द वायु,जल के छeंटॆ,HवHवध वाJ का सुनना, मनोहर व=तुओं का @दश;न, उ2म को8ट के नृpय, और नाग के शर, कमल, पाढल,चमेली तथा लाल कमल के फू ल क& माला आ8द HवHवध उपयोग, और जल के 8कनारे पर वास, सम=त शीतल उपचार, शरबत, उिचत आहार Hवहार तथा औषिध का सेवन,यह सभी उपचार Hप2 दोष क& Hविभ न अव=थाओं म उपयोग करने से शा त होते हv/ अGल Hप2 रोग म मुsा शुHs भ=म का @योग औषिध योग म अवTय करना चा8हये / Hविध पूव;क घृत पान और Hवरेचन करने से Hप2 दोष क& शाB त होती है / 466 7 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  8. Hप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजHप2 रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज Hप2 को जीतने के उपायHप2 को जीतने के उपायHप2 को जीतने के उपायHप2 को जीतने के उपाय Hवरेचन Hप2 को जीतने का सबसे अhछा उपाय है / यह मधुर और शीत होना चा8हये/ Hवरेचन aOय Hप2 के स चय के मूल =थान आमाशय और ‚हणी [पhयमानासय] @वेश कर उसे िनकाल देता है / मूल के नt होने से शर र म अ य, B=तिथ Hप2 Hवकार =वयम शा त होते हv जैसे अBlन बुझ जाये तो अBlन ‚ह =वयम शीत हो जाते हv / घृत का पान या अdय ग के Cप म िनर तर सेवन गुणकार है /Hवरेचक aOय अमधुर, उrण और ती_ण होता है / घृत इसके Hवपर त मधु , शीत और म द होता है / प'रणाम Cप से िनर तर सेवन से घृत के गुण क& अिधकता हो जाती है और Hप2 पराभूत होता है/पुराने Hप2 Hवकार म [जीण;Qवर आ8द]मे घृत का Hविभ न Cप म @योग बहत @श=त हैु /Hप2 से Hवपर त गुण वाले मधुर,कषाय और शीत आहार तथा औषिध aOय का Hप2 क& शाB त के िलये सेवन करना चा8हये / आम और िनराम Hप2 के @शमन के उपाय म Hवशेष यह है 8क आम Hप2 अGल रस होता है, अत: उसके शमन के िलये Hवपर त गुण वाले ितs रस का उपयोग करना चा8हये /प4व या िनराम Hप2 ितs रस होता है/ अत: उसक& शाB त के िलये मधुर रस का Oयवहार करना चा8हये/ अGल Hप2 रोग म ितs रस aOय का उपयोग Hवशेष 8हतावह होता है /रस के समान ह Bजन aOय का वीय; , Hवपाक वा @भाव Hप2 का Hवरोधी होता है, वे भी Hप2 के शामक होते हv/ मा,ा और काल देखकर मृदु,मधुर, सुगB ध और शीतल ग ध का सू घना, अित शीतल जल म रखे हये मुsाु ,मBण और ह र का धारण, थोड़ थोड़ देर बाद च दन, कपूर, खस आ8द का लेप, उpपल, कु मुद, क&चनद, पƒ,कमल, इन जलज शीत गुण पुrप से वािसत जल के छeंटे देना, कान को सुख देनेवाले, आ ख को मनोहर लगने वाले गीत, स गीत और नृpय तथा वाJ को सुनना तथा समृBZध के समाचार का सुनना, इt िम, और H@य पु, से वाता;लाप और गपशप तथा शीत व=तुओं से भाHवत वc, एवम मालाओं को धारण क& हयी मनोिभरामा Bcय क& स गितु ,च aमा क& 8करण •रा शीतल तथा हवादार सु दर भवन म िनवास, पव;तीय @देश,प खे क& हवा, फOवारा वाले =थान,इनका सेवन,सुखद शीत,सुगB धत वायु से आ दोिलत रमणीय =थल और उपवन, बाव8ड़य म Hवचरण, कमल, पƒ,उpपल, निलन, शतप, आ8द इन पुrप के समूह का छाती पर धारण, तथा अ य @कार से उपसेवन तथा ए०सी० कमरे और सौGय भाव [aOय और उपाय ] का अवलGबन Hप2 क& शाB त के िलये अpयुपयोगी है / Hप2 के कोपकHप2 के कोपकHप2 के कोपकHप2 के कोपक----शामक रस तथा महाभूतशामक रस तथा महाभूतशामक रस तथा महाभूतशामक रस तथा महाभूत ; कटु, अGल और लवण रस Hप2 क& उpपH2 और बृBZध करने वाले है / अBlन भूत क& अिधकतावाले [उrण-ती_ण]aOय Hप2 के वध;क होते हv तथा भूिम,जल और वायु से उpप न [शीत] aOय उसके शामक हआ करते हvु / स शमन aOय ; िगलोय स शमन aOय दो @कार के होते हv /वा„ तथा अdय तर/ बाहर का उपयोग लेप, धारा,अवगाह [aोणी टब-आ8द म wlण अवयव को रखना], अdय ग,िशरोबB=त, कवल, ग डूष आ8द के Cप म होता है / पाचन, लेखन, बृ घण, रसायन,बाजीकरण,Hवष @शमन आ8द अdय तर स शमन है / {ेत च दन, रs च दन, काला बाला, खस, मB जzा,_ीर काकोली, Hवदार क द, शतावर , गु aा [तृण Hवशेष-गुजराती म घाबाजर ],शैवाल[काई], लालकमल,सफे दकमल, नीलकमल,के ला, दवा; इpया8दू काकोMया8दगण, सा'रवा8दगण [अन त मूल,मुलेठe,सफे द च दन,लाल च दन,कमल,गGभार के फू ल, महआ के फू लु ,खस], अ जना8दगण [काला सुरमा, रसौत, नागके शर,H@य गु,नील कमल, नीलोफर, जटामा सी, खस, पƒ के शर, मधु यzी ] उpपला8द गण;[नीलकमल, लाल कमल, सफे द कमल, सौगB धक-सुगB धत नीलकमल Hवशेष,कु वलय,पु डर क,मधुयHz] य‚ोधा8द गण [बड़,गूलर,पीपल, पाकर,मुलेठe,मड़ा,अजु;न,आu,कौशा…,ला_ा बृ_, छोट जामुन और बड़ जामुन,H@याल, िचरौ जी,, महआु , कु टक&,बे त,कदम,बेर,ते दू, सMलक&-शाल भेद,लो†,साबर लो†,भMलातक,ढाक, पारस, पीपल]तृण प चमूल [कु श,कास,नरसल,दभ;,ग ना- इन सबके मूल या जड़] काकोली,मु‡lपणU,शाMपणU,गुडूची,करकAf गी,ब सलोचन,पˆकाz,aा_ा, मुलेठe, उपरोs सभी aOय Hप2 को शमन करते है , स शमन करते हv / कु छ अ य aOय Hप2 का शमन करते है यथा मुsा,@वाल,जहर मोहरा,शुHs भ=म या Hपtी धमासा,नीम,अडूसा,कवा च,र2ी,खैर,शाMपणU,पृB|पणU,मोथा,फालसा,मोचरस,पीला चनदन, ना'रयल, खजूर,ने,-बाला,नाlबला,के वड़ा,वनजय ती,वैज ती,धाय,धव,धामनी,ताल,साल,सज;,भार गमूल,कमल के बीज,उpपिलका,कमल का क द, तुखम 'रहा,िस घाड़ा,कसेC, आ8द शीत वीय; aOय,पटोला8दगण [पटोल,कु टक&,च दन,मूवा;,गुडूची,पाठा] दाहहर महाकषाय [पƒकाz,लाजा-खील,खस,मुलैठe,कमल, अन तमूल,सीतोपला,सुग धबाला,ने,बाला,गGभार का फू ल, च दन]गुलाब के फू ल,ईस गोल 8 532 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  9. कफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज कफ नाशक अ न और दालकफ नाशक अ न और दालकफ नाशक अ न और दालकफ नाशक अ न और दाल ; जौ, मू ग, अरहर, राजमा, म टः, मसूर, चना, ितल, अलसी, सरस , लाल, काली राई शाकशाकशाकशाक //// स जीस जीस जीस जी ; बथुआ, चौलाई, अजवायन, लौक&, करेला, परवल, स8हंजन फली, छोटा बैगन,बड़ा बैगन, 8ट डा, घुइयां, छोट मूली, गाजर, फलफलफलफल ; आम,कhचा के ला,कhचा कचर ,छोट जामुन,िचरौ जी,Bख नी,अनार,खजूर,नाशपाती,अखरोट,जGबीर नींबू, पानीपानीपानीपानी ; गु गुना, ले8कन थोड़ा पानी पीना है सरस का तेल , शहद, मा समा समा समा स ; प_ी ; बटेर, लवा, ट तर, ह'रयल, घुlगी, बकरा रसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नरसोई म पका हआ अ नुुुु ;: रोट जौ क&, Cखा अ न, चने क& रोट , मू ग का बड़ा, मोती चूर लŠडू, जौ का स2ू, भूना हआ जौु , खील, मसालामसालामसालामसाला; आवला, स ठ, अदरख, काली िमच;, अजवायन,जीरा,धिनयां,सौ फ,मेथी,ह ग,हMद ,लहसुन,से धा नमक, जायफल,जाव,ी,लौ ग,छोट इलायची,बड़ इलायची,तेजपात,के शर,पुद ना,बेल, ती_ण वमन, चरपर औषिधयां से Hवरेचन, िशरो Hवरेचन, चरपरे, कड़ुये और कसैले रस युs w_ भोजन, अMपाहार,उपवास, तृषा िन‚ह, कु Mले और मुख म पानी भरकर थोड़ देर रखना, पुराना मJ अथवा शराब, मैथुन, जागरण, Oयायाम, माग; गमन, जल म तैरना, सुख का अभाव, िच ता, w_ औषध का मद;न, धूu पान, शहद तथा मेदोहर और कफ‹न औषिधय के सेवन से कफ @कोप शा त होता है / कफ रोग म पgयकफ रोग म पgयकफ रोग म पgयकफ रोग म पgय पुराने चावल, साठe धा य, चना, मू ग, कु लथी, जौ, _ार, सरस का तेल, गरम जल, जा गल देशीय @ाBणय का मा स,राई, परवल करेला, गूलर, ककोडा, के ला के फू ल, भा ग, सूरण, नीम, मूली, पोई का शाक, वwण क& छाल, कु टक&, िनशोथ, शहद, खस का पानी, पुरानी शराब, H,कटु, H,फला,गोमू,, भुने धा य, भुने चावल का भात, ‚म =थान म रहना, का =य भ=म, लौह भ=म, अ जन भ=म,मोती भ=म, तथा कटु, ितs, कषाय रस वाले aOय और पदाथ;, यह सब खन पान हार Hवहार करने से 4फ दोष क& शाB त होती है / इसके अलावा, वमन, ल घन, अ जन, मथु Lना, उबटन, =Oदन, पसीना िनकालन, िच तन, िच ता 8फL करना, राH, जागरण करना, खूब मेहनत करना, बहत Qयादा पैदल चलनाु , !यास रोकना,कु Mले करना, म जन करना, ती_ण न=य, हाथी, घोड़ा क& सवार , धूu पान, भार वc ओढना, कु Tती, न=य, भय, w_ अथवा Cखा और गरम या उrण उपचार करना लाभ दायक है / 9 595 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  10. कफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेजकफ रोगो के िनवारण हेतु पgय परहेज कफ के जय का उपLमकफ के जय का उपLमकफ के जय का उपLमकफ के जय का उपLम "वमन" Œेrमा के जय का सवV2म उपाय है/ वह Œेrमा के @भव =थान आमाशय मे @Hवz हो, आमाशय और उर:=थल से @कु Hपत Œेrमा को उखाड़ फे कता है/मूM=थान पर Œेrमा का पराजय होने पर शर र से अ य, B=तिथ Œेrम Hवकार =वयम शा त हो जाते हv/जैसे 4यार के बा ध टटू जाने पर शािल, जौ,साठe @भृित धा य जल न िमलने के कारण से आप ह आप सूख जाते हv अथवा बॄ_ कट जाने पर उसके फल,फू ल तथा अ कु र =वयम नt हो जाते हv / ले8कन वमन कराने वाला पदाथ; या वामक पदाथ; ती_ण और उrण होना चा8हये/ Œेrमा गुw,शीत,मृदु,B=नlध,मधुर, B=थर तथा HपBhछल होता है /इसके Hवपर त गुण वाले आहारोषध aOय और कम; से Œेrमा शा त होता है - कटु,ितs और कषाय रस वाले w_ @ाय तथा ती_ण,उrण आहार औषिध aOय Œेrमा के शामक हv/इसी @कार Bजन aOय के वीय;,Hवपाक और @भाव Œेrमाके इरोधी होते हv, वे भी Œेrमा को शा त करते हv /सभी @कार के ल घन बृZध या बढे हये और कु Hपत Œेrमा को शीŽ ह सम B=तिथ म ला देते हvु /उपवास,वमन,Hवरेचन,उrण वc प'रधान,HवHवध =वेदन,Hपपासा के वेग का रोकना या िन‚ह,वायु सेवन,सूय; ताप सेवन, पाचन तथा Œेrम हर aOय का उपयोग् ,जागरण, िनaा के वेग को रोकना, दौड़, लGबी कू द,उ ची कू द,उ ची कू द, च4कर, कु Tती,द ड बैठक, मािलश, =नान, ऊबटन आ8द Oयायाम,धूu पान, इनक& ल घन मे गणना है / पुराने और ती_ण शराब या मJ म कफ के लेखन और िनरहरण का गुण Hवशेष होता है/ शहद या मधु कफ का उपशमन करनेवाले aOय म सवVpकृ t है/कफ @कोप म इसका िनर तर िचरकाल तक सेवन करना चा8हये/ 4फ के कोप को शामक रस तथा भूत4फ के कोप को शामक रस तथा भूत4फ के कोप को शामक रस तथा भूत4फ के कोप को शामक रस तथा भूत मधु, अGल और लवण रस कफ को बढाते है या कफ वध;क हv/ कटु,ितs और कषाय रस शामक हv/ आकाश, अBlन और वायु क& अिधकता वाले aOय के सेवन से Œेrमा शा त होता है / पृgवी और जल से उतप aOय कफ क& बृBZध करते हv / कफ स शमन वग;कफ स शमन वग;कफ स शमन वग;कफ स शमन वग; काले र ग वाला चनदन Hवशेष, अगर,हMहलु ु , कू ठ, ह'रaा,कपूर, सै धव, सोआ, H,वृत, रा=ना,पूित कर ज, कर ज, 8ह गोट, जाती, काकादनी, किलहार , हB=तकण; पलाश, मु जातक[सालम प जा] लामQजक[खसभेद] वMली प चमूल [Hवदार क द,सा'रवा-अन तमूल, ह'रaा,गुडूची, मेषf गी] क टकप चमूल[करो दा,गोखC सहचर, शतावर ,कं थार ]HपपMया8द गण[Hप!पली, Hप!पलीमूल,चOय, िच,क, शु ठe, म'रच, गज Hप!पली, हरेणुका, इलायची, अजमोदा, अजवायन, इ aजव, पाठा, जीरा, सरस , बकायन का फल, ह ग, भार ग मूल, मूवा;, अितHवषा, वचा, Hवड ग, कु टक&]Nहpया8दगण [ बड़ कटेली, छोट कटेली, इ aजव,पाठा,मुलेठe] मुषकका8द गण;[मोखा,ढाक,धावा, िच,क,मद फल, कु टज, शीशम, =नुह , हरड़, बहेड़ा, आवला] वचा8दगण [वचा,मु=ता, अितHवषा, देवदाC, नाग के शर] सुरसा8द गण[सुरसा-काली तुलसी, सफे द तुलसी, मwआ, अज;क, रामतुलसी, भू=तृण, aोण पुrपी, राई, कालमाल, कु ठेरक, करौ दा, ना4छe कनी, खरपुrप-छeकनी का भेद, Hवड ग, कAपल, सुरसी, िनगु; ड , कु लाहल-मु ड , मूसाकानी, भार गमूल, काकज घा, मकोय, Hवष मुHtक] आरlवधा8द गण;[अमलतास,मद फल,ककोड़ , Hवक कत, कु टज, पाठा, पाढल,मूवा;, इ aजौ, स•पण;, िनGब, पीत सहचर, नीलसहचर, गुडूची, िच,क, मकोय, पूितकर ज, कर ज, पटोल, 8करात, करेला] 10 671 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  11. वातवातवातवात [वायुवायुवायुवायु] रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयरोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयरोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयरोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषय कसैले, चरपरे, कड़ुवे एवम w_ आ8द वातल पदाथj का अिधक सेवन, 8•दल धा य यथा मटर, अरहर, मू ग, मसूर,सेम आ8द का अिधक सेवन, कम भोजन करना, उपवास, अpय त गरम चाय, गरम काफ&, या गरम दध पीनाू , अपान वायु और मल मू, आ8द वेग का अवरोध, माग; गमन, अpयिधक fम, अिधक Oयायाम, रात म जगना, जागरण, बड़े जोर से िचMलाना, िच ता, अित मैथुन, अpयिधक अZZयन, चोट, शc का घाव लगना, वमन, Hवरेचन आ8द शोधन 8Lयाओं का अितयोग और देश काल आ8द कारण से वात Hवकृ ित या वात दोष बढता है / Oयायाम,उछलना,कू दना,िगरना,पानी म भी गना,तैरना,बहत अिधक चलनाु , चॊट लगना, धातु _य, जागरण,मल मू, आ8द वेग का रोकना,िच ता,भय, शोक, ,ास, @ताड़ना, शीत काल, w_, कसैली, , कड़वी और चरपर व=तु का सेवन, काश म बादल आ जाने के समय, बरसात के मौसम म , भोजन पच जाने पर और रात और 8दन के तीसरे @हर म वायु अथवा वात का @कोप होता है/ भोजन पर भोजन करने से, कम भोजन करने से, असमय पर भोजन करने से, उपवास करने से, अिधक वमन करने से,अिधक Hवरेचन करने से, खून के अिधक िनकलने से,पूव; 8दशा क& वाय से बफ; बार और ओले पड़ने जैसे कारण से वायु का @कोप होता है / वात वध;क पदाथ;वात वध;क पदाथ;वात वध;क पदाथ;वात वध;क पदाथ;; चना, मटर, मसूर आ8द का साग, दाल, चटनी, बेसन के लŠडू, आलू, खटहल, मू गफली, बासी तथा खAटा भोजन,, नया अ न आ8द खाJ पदाथ; वायु कारक हv और वायु से सGबB धत तकलीफ बढाते हv /अिधक उपवास करना, दौड़ना, कू द फा द, तैरना, िच ता, शोक, fम, मैथुन, जुलाब, रs ’ाव,राH, जागरण आ8द कारण से वात अथवा वायु बढती है / उs काण से पाचन शHs कम होती है / 8फर वायु के भरने से पेट फू लता है और अजीण; होता है /स ‚हणी, आमवात,उदर रोग,पेट म दद; जैसे ल_ण वाले Hवकार पैदा होते हv / खास कर वषा;, हेम त और िशिशर 'रतु म वायु Hवकार उतप न होते हv / वात रोग म अपgयवात रोग म अपgयवात रोग म अपgयवात रोग म अपgय; िच ता करना, राH, जागरण, पखाना, पेशाब तथा अ य वेग को रोकना, कै करना, वमन करना, थकावत होना, उपवास करना,चना, मटर, उ“द क& दाल, मू ग क& दाल,तालाब और नद का जल, शहद, कषाय, कसैला, कड़वा, कटु, और ितs या तीता रस वाली व=तुओं का सेवन, मैथुन, अिधक चलना, अिधक सोना या सोते रहना, झटके दार सवार या ऊबड़ खा ड़ स“क पर झटका खाते हये चलनाु , यह सब अपgय है / 11 737 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  12. Hप2 रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और HवषयHप2 रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और HवषयHप2 रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और HवषयHप2 रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषय चरपरे, खAटे, नमक&न और Hवदाह पदाथj का अिधक सेवन, सूय; का ताप और अBlन का सेवन, अBlन का तापना, तेल, बकरे और भेड़ का मा स, शराब पीना, Lोध, शोक, भय, उपवास, का जी, शरद 'रतु म उतप न नये अ ना8द का सेवन शरद 'रतु और कु छ गरम वातावरण वाले देश म रहने से Hप2 @कोप होता है / चरपर , खAट , गरम, Hवदाह ,ती”ण,नमक&न आ8द व=तुओं का भोजन,Lोध, उपवास, सूय; के ताप का सेवन,cी सहवास,ितल, अलसी, दह , शराब, िसरका और का जी आ8द का सेवन, इसके भोजन के मZय और पाचन काल म, शरद, ‚ीrम 'रतु, मZयान काल और अध; राH, के समय म तथा _ुधा, तृषा को रोकने पर Hप2 @कोप होता है / Hप2 वध;क पदाथ;Hप2 वध;क पदाथ;Hप2 वध;क पदाथ;Hप2 वध;क पदाथ; दह , खAट छाछ, तेल और तेल म तले और पके हये पदाथ;ु ,गुड़, नमक, िमच;,ह ंग, मू गफली, राई, बै गन, गाजर, सहजन क& फली,करेला, कटहल, कु Mथी, शराब, बासी भोजन, सूखे शाक, Bखचड़ वगैरह चीज तथा गम; हवा, भूख का दमन, चाय, तGबाकू , गा जा आ8द का धूu पान, धूप म घूमना, अितशय प'रfम करना, जागरण, अिधक मैथुन करना, Lोध आ8द से Hप2 बढ जाता है / इससे िसर म दद; तथा जकड़ जाना,च4कर आना , अधा; ग वायु, लकवा, धातु का पतला होना, आ8द Hवकार उतप न होते है और 8फर वे अनेक रोग क& बृBZध करने म सहायक होते हv / Hप2 रोग म अपgयHप2 रोग म अपgयHप2 रोग म अपgयHप2 रोग म अपgय Hप2 Hवकार म िनGन आहार Hवहार नुकसान पहचाते हैु , अतएव इनसे बचना चा8हये / धूuपान,अिधक पसीना िनकालना, =वेदन, धूप या घाम म बैठना, मैथुन करना, वेग का रोकना, Lोध,_ार, माग; गमन, 8हचकोले लेकर चलने वाली सवार , ती_ण या तीखे या उ‚ता बढाने वाले काय;, Oयायाम , आहार पचने का समय, ‚ीrम 'रतु, HवwZध भोजन, 8दन का मZय काल, शरद 'रतु, रात का मZय काल, यौवन अव=था, जौ, ितल, लहसुन, उद;, कु लथी, गुड़, शराब, अलसी, का जी,गरम जल, ह ग, ब“हर, िभलावा,पान, दह , सरस , बेर, तेल, इमली तथा कटु, अGल, लवण Hवदाqकार पदाथ; यह सब Hप2 दोष म अपgय हv / 12 808 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  13. कफ रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयकफ रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयकफ रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषयकफ रोगो को अिधक बढाने वाले काय; और Hवषय मधु, खAटे, नमक&न,B=नlध, जड़, शीतल, िचकने और अिभrय द पदाथj का अिधक सेवन, 8दन म सोने से, धूu पान, शर र fम का अभाव, बार बार भोजन, अजीण; म भोजन,तेल, घी, चबU, दह , दधू , गेहू, ितल, चावल, ईख के पदाथ;, जल जीव का मा स, िस घाड़े, मीठे फल,आ8द का अिधक सेवन, वमन आ8द शोधन 8Lयाओं का ह न योग, बस त 'रतु और बस त 'रतु जैसे देश के वातावरण आ8द कारण से कफ Hवकृ ित होती है / भार , गुC, देर से हजम होने वाले पदाथj के सेवन, मधुर रस, अGल, B=नlध, उड़द आ8द पदाथ;, भैस आ8द का दधू , ईख, aव पदाथ;, दह , 8दन म िनaा, शीतल पदाथ;, अिधक घृत वाला भोजन, और ठ ड लग जाना, राH, और 8दन का @ारGभ काल, भोजन शुC करते समय तथा बस त 'रतु आ8द कारण से भी कफ @कोप होता है कफ वध;क पदाथ;कफ वध;क पदाथ;कफ वध;क पदाथ;कफ वध;क पदाथ; ; पका के ला, आम का पना, के ले का फू ल, दह , दध से बनी चीजू , कhचे ना'रयल के जल, तुGबी[लौका], दधीू [लौक&] इनके शाक, नया अ न, नया वष; या नयी सुराह या नया मटके का जल या Qयादा ठ डा पानी, नयी इमली, खAटॆ बेर, करौ दे, कhचे अमCद,आवले, िचरौ जी, या ितल का तेल, कhचा घी आ8द का सेवन कफ कारक होता है / कफ रोग म अपgयकफ रोग म अपgयकफ रोग म अपgयकफ रोग म अपgय नवीन अ न, नवीन जल, उरद, नये चावल, मछली का म स, ईख का गुड़ आ8द, तथा दध केू खोवा अ8द पदाथ;, ता“फल क& िगर , aव पदाथ;, दिलया, कमरख, पोई , कटहल,खुGब,आषाढ म खजूर, लेप, ना'रयल का पानी, खीर तथा मधुर, अGल, लवण पदाथ;, बफ; , अिधक खाना पीना, यह सब पीने के पदाथ;, खाने के पदाथ;, Hवहार अवम औषिध कफ के @कोप म Hवष के समान अ8हतकर है / =नेहन, अdय ग, बैठे रहना, 8दन म सोना, शीतल जल से =नान, HवwZध भोजन, 13 873 Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900
  14. धातु नाशक पदाथ;धातु नाशक पदाथ;धातु नाशक पदाथ;धातु नाशक पदाथ;; cी के Cप और Hवलास के =मरण,उनके बारे म Hवशेष तया बात करना, गु„ भाषण,L&ड़ा,औरत क& तरफ घूर घूर कर देखना, अŒील उप यास और कहािनयां पढना, अŒील िच,ा8द देखना आ8द कारण से शुL का नाश होता है/इनके अित'रs शर र सदा गम; रहने तथा Hवशेष िच ता आ8द करने से भी शर र कमजोर हो कर धातु नाश का कारण बनता है / कट पदाथ; तथा _ार और कषैली चीज धातु को नt करती हvु / खAट और चटपट चीज शर र म गमU पैदा करके धातु को पतला बनाती है /उपद श और सुजाक तथा @मेह होने से स तानोpपH2 क& शHs धातु म नह रहती है / धातु वध;क पदाथ;धातु वध;क पदाथ;धातु वध;क पदाथ;धातु वध;क पदाथ;; जब शर र म कोई Hवकार न हो 8कसी तरह क& तकलीफ न हो,अBlन भी ठeक हो,खूब भूख लगे द=त साफ होता हो,तब िनGन पदाथj के सेवन से धातु क& पुHt होती है / खूब औटाये हये दध से बने पदाथ;ु ू ,अhछा दह और दह से बनी हयी चीजु ,गेहं क& रोटू ,लŠडू,उ2म सुगB धत चावल का भात,कु दC,परवल,िभ ड ,पेठा घी म तला हआु ,आरहर, उद; क& दाल, 8कस िमस, Hप=ता, बादाम,िचरौB झ आ8द मेवा,ग न, अन नास,खूब पका हआ आम आ8दु फल खाने और रोज ताजा पानी से =नान , Oयायाम करने से धातु क& बृBZध होती है/ Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900 14 945
  15. शर र और मन को =व=थय बनाये रखने के िलये नीचे बताये गयेशर र और मन को =व=थय बनाये रखने के िलये नीचे बताये गयेशर र और मन को =व=थय बनाये रखने के िलये नीचे बताये गयेशर र और मन को =व=थय बनाये रखने के िलये नीचे बताये गये िनयम का पालन करिनयम का पालन करिनयम का पालन करिनयम का पालन कर //// १- सुबह Bजतनी जMद हो सके , उतनी जMद सोकर उठने क& आदत डाल / ४५ साल से अिधक लोग को सुबह जMद उठने क& आदत बना लेनी चा8हये / सुबह ५ बजे से लेकर ६ बजे तक सोकर उठ जाना चा8हये / २- सोकर उठने के बाद पाखाना और पेशाब क& हाजत जब लगे,तब शौच 8Lया के िलये जाय / सोकर उठने के बाद चाय या पानी नह पीना चा8हये,4य 8क यह सभी @कृ ित के िलये अनुकू ल नह होता है/कफ @कृ ित को सुबह पानी पीना रोग दायक होता है / ३- शौच 8Lया के बाद =नान कर ले/Bज हे morning walk,योग या Oयायाम करना हो उ ह थोड़ा Hवfाम करके =नान करना चा8हये/Oयायाम के तुर त बाद =नान मत कर / ४-=नान प˜ात अपने धम;,fZधा और Hव{ास के अनुसार ई{र का =मरण,पूजन,धािम;क पु=तक का पाठ आ8द जो भी सGभव हो और Bजतना भी समय हो उसके अनुसार कर/ अपने सारे कt,दखु : तकलीफ ई{र को सौप द और अपने काम म जी जान से जुट जाय ५- इसके प˜ात नाTता या भोजन, जैसा भी हो, कर ल/ १०-१५ िमनट Hवfाम करके अपने दैिनक कायj यथा द™तर,आ8फस,दकान आ8द कायj म लग जायु / ६- Bज ह 8दन का भोजन [ ल च] करना हो उ ह 8दन का भोजन 8दन १२.३० से २.३० बजे तक भूख लगने क& अव=था म अवTय कर ल / ७- चाय, फल का रस,फल या फल क& सलाद,दध या हMका =नै4स शामू ४ से ६ बजे के बीच म भूख लगने क& अव=था म कर सकते हv / ८- रात का भोजन [8डनर] रात ७ बजे से लेकर अिधकतम ९ बजे तक अवTय कर ल / ९- रात सोने और शर र तथा मन को आराम देने के िलये है, इसिलये रात को ९.३० से १० के बीच म सो जाय / कम से कम ७ घ टे क& नींद लेना आवTयक है / १०- ‚ामीण _े, और शहर _े, म रहन.सहन,काय; HवHविधता आ8द के कारण उपरोs िनयम को अपने सुHवधानुसार समय और =वCप म प'रवत;न कर सकते हv/ ले8कन सभी काय; िनयिमत और िनयम बZध होना चा8हये / ११- गGभीर तथा जीवन परय त चलने वाली बीमा'रय तथा असाZय रोग से पी8ड़त रोिगय को िनयिमत और सयिमत जीवन शैली अपना लेना आवTयक है / १२- िमगU के रोगी, •दय रोगी, मानिसक रोगी, अिधक रs चाप के रोगी को "रात म जागरण" नह करना चा8हये और न देर रात तक जाग कर काम करना चा8हये/ ऐसे रोिगय को रात मे जगने से बीमार का attack पड़ने का खतरा रहता है / १३- मल अथवा मू, अथवा शर र के अ य वेग को रोकना नह चा8हये / मल अथवा मू, का वेग रोकने से लीवर, गुदा;, बड़ और छोट आ त तथा भूख न लगने अथवा कम लगने और गैस तथा पाचन सGब धी बीमा'रयां बढ जाती हv / Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 1/0/1900 15 1013
  16. www.ayurvedaintro.wordpress.com E-mail; drdbbajpai@gmail.com
  17. Jitendra Kr. Sharma, 31 Yrs., Male 16 1080