8. Cont.
• पत्ते-अंडाकार-र्ालाकार, क
ु छ लहरदार, नोकीले, पणार्वृि की
तरफ असम, क
ु छ दिुर या खन्तित , दोनों पृष्ों पर वचकने,
पतल, अक
े ले या युग्म वजसमें से एक बडा (१८ से.मी.) एक
छोटा एर्वं प्राय: १० से.मी. लम्बे तथा ७.५ से.मी. चौडे होते हैं।
9. Cont.
• पुष्प-सीधे एर्वं १७ से.मी. लम्बे होते हैं । आभ्यिर
दल श्वेत, प्रायः बाहर से नीललोवहत एर्वं अन्दर से
पीतार् होते हैं।
10. Cont.
• फल-गोलाकार, लटकते हुये, छोटे काँटों से युक्त, ३० वम.मी.
व्यास क
े एर्वं इनका स्फ
ु टन अवनयवमत होता है।
11. Cont.
• बीज-कणााक
ृ वत, वचपटे, ४-५ वम.मी. लम्बे, ३-४ वम.मी. चौडे एर्वं १ वम.मी.
मोटे होते हैं। इनका वकनारा लहरदार, मोटा तथा ३ धाररयों से युक्त होता
है। इनकी बाह्य सतह पीतार्, र्ूरी तथा गड्ढेदार होती है। इनमें गन्ध नहीं
होती तथा इनका स्वाद कडर्वा होता है।
16. आमवयक प्रयोग
• तमक श्वास में उद्वेष्टन रोकने क
े वलये इसका बहुत
प्रयोग वकया जाता है। इसक
े चूणा का धुंआ या
इसकी बनी वसगरेट का धूम्रपान इसमें लार्दायक
होता है। इसका आिररक प्रयोग र्ी वकया जाता
है।
• िीतज्वर में इसक
े बीज दही क
े साथ ज्वर आने क
े
पूर्वा न्तखलाते हैं। इससे ज्वरजन्य कष्ट कम होता है।
17. Cont
• िोथ पर इसक
े पत्तों का लेप करने से र्वेदना एर्वं
िोथ कम होता है ।
• अंडिोथ, आमर्वात, सन्तन्धिोथ, आध्मान,
फ
ु फ्फ
ु सार्वरणिोथ, नाडीिूल एर्वं गृध्रसी आवद में
इसक
े पत्तों क
े क्वाथ से सेंक वकया जाता है ।