दरिया साहब ने बीस ग्रन्थों की रचना की, जो निम्न हैं- दरिया सागर, अमर सार, भक्ति हेतु, ज्ञान रतन, प्रेममूला, अग्रज्ञान, ग़णेशगोष्ठी, ब्रम्हविवेक, निर्भयज्ञान, ज्ञानमूल, विवेकसागर, गर्भचेतावन, ज्ञानदीपक, कालचरित्र, दरियानामा, जनसांगी, सहस्रानी, ज्ञानस्वरोदय, रमेश्वरगोष्ठि तथा बीजक।