SlideShare a Scribd company logo
1 of 116
Download to read offline
गाथा 1 : मगलाचरण
जाे स, श एव अकलक है एव
जनके सदा गुणपी राे के भूषणाे का उदय रहता है,
एेसे ी जनेवर नेमच वामी काे नमकार करके
जीव क पणा काे कगा
स स पणमय जणदवरणेमचदमकलक
गुणरयणभूसणुदय जीवस पवण वाेछ
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 1
सजलणणाेकसायाणुदअाे मदाे जदा तदा हाेद
अपमगुणाे तेण य, अपमाे सजदाे हाेद 45
अथ - जब सवलन अाैर नाेकषाय
का मद उदय हाेता है तब सकल
सयम से यु मुिन के माद का
अभाव हाे जाता है इस ही लये
इस गुणथान काे अमसयत
कहते है
इसके दाे भेद है - एक
वथानाम, दूसरा
साितशयाम 45
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 2
मुिन जीवन
का थम
गुणथान
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 3
अम-वरत
परणामपरणाम
माद का अभाव
सकल सयमयु मुिन
िनमिनम
सवलन अाैर नाेकषाय का
मद उदय
३ कषाय चाैकड़ का अनुदय
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 4
णासेसपमादाे, वयगुणसीलाेलमडअाे णाणी
अणुवसमअाे अखवअाे, झाणणलणाे  अपमाे 46
अथ - जस सयत के सपूण याय माद न हाे चुके है,
अाैर
जाे सम ही महात, अाईस मूलगुण तथा शील से यु है,
शरर अाैर अाा के भेदान मे तथा माे के कारणभूत धययान
मे िनरतर लन रहता है,
एेसा अम मुिन जब तक उपशमक या पक ेणी का अाराेहण
नही करता तब तक उसकाे वथान अम अथवा िनरितशय
अम कहते है 46
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 5
7 वा गुणथान7 वा गुणथान
वथान अम
वरत
वथान अम
वरत
जसमे जीव 6 – 7 वे गुणथान
मे गमनागमन करता है
जसमे जीव 6 – 7 वे गुणथान
मे गमनागमन करता है
साितशय
अमवरत
साितशय
अमवरत
जसमे जीव ेणी अाराेहण करता
है
जसमे जीव ेणी अाराेहण करता
है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 6
वथान अम
साितशय अम
म वरत
अपूवकरण
7 वा गुणथान
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 7
इगवीसमाेहखपणुपसमणणमाण ितकरणाण तह
पढम अधापव, करण त करेद अपमाे 47
अथ - अयायानावरण, यायानावरण अाैर सवलन
सबधी ाेध, मान, माया, लाेभ इस तरह बारह अाैर नव
हायादक नाेकषाय कु ल मलकर माेहनीय कम क इन
इस कृ ितयाे के
उपशम या य करने काे अाा के ये तीन करण अथात्
तीन कार के वश परणाम िनमभूत है - अध:करण,
अपूवकरण अाैर अिनवृकरण
उनमे से साितशय अम अथात् जाे ेण चढ़ने के लये
सुख या उत अा है वह िनयम से पहले अध:वृकरण
काे करता है 47
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 8
उपशम ेणी पक ेणी
21 कृ ितयाे का उपशम 21 कृ ितयाे का य
8, 9, 10, 11 गुणथान 8, 9, 10, 12 गुणथान
ेणी ा?
ेणी अथात् चार माेहनीय क 21 कृ ितयाे के उपशम या
य मे िनमभूत वृगत वीतराग परणाम
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 9
8 8
9
10
12
10
9
11
7
पक
ेणी
उपशम
ेणी
13 वा
गुणथान
ायक सय
ायक सय,
उपशम सय
ायक सय मुिनराज उपशम ेणी या पक ेणी अाराेहण कर सकते है
उपशम सय मुिनराज उपशम ेणी ही अाराेहण कर सकते है, पक ेणी
नही
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 10
ेणी चढ़ने क वध
ायाेपशमक सयवी अम सयत मुिनराज
अनतानुबधी क वसयाेजना करके
फर वाम करके
दशन माेह का उपशम करे दशन माेह क पणा करे
अध: वृकरण ारभ करते है
अथवा
वाम करके
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 11
अथवाअथवा
ायक सयवी अम
मुिनराज
ायक सयवी अम
मुिनराज
अध:वृकरण करते हैअध:वृकरण करते है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 12
जा उवरमभावा, हेमभावेह सरसगा हाेित
ता पढम करण अधापवाे ण 48
अथ - अध:वृकरण के काल मे से ऊपर के
समयवती जीवाे के परणाम नीचे के समयवती जीवाे के
परणामाे के सश अथात् सया अाैर वश क
अपेा समान हाेते है, इसलये थम करण काे
अध:वृ करण कहा है 48
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 13
• जहा भ समयवती जीवाे के परणाम समान
भी हाे सकते है अाैर भ भी हाे सकते है
अध वृकरण
• जहा भ समयवती जीवाे के परणाम भ ही
हाेते है
अपूवकरण
• जहा समान समयवती जीवाे के परणाम समान
ही हाेते है
अिनवृकरण
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 14
तीन करण एक जीव
क अपेा है या नाना
जीवाे क अपेा?
 नाना जीवाे क अपेा
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 15
अताेमुमेाे, तालाे हाेद तथ परणामा
लाेगाणमसखमदा, उववर सरसवगया 49
अथ - इस अध:वृकरण का काल अतमुत मा है
अाैर उसमे परणाम असयातलाेक माण हाेते है,
अाैर ये परणाम ऊपर-ऊपर सश वृ काे ा हाेते
गये है 49
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 16
अावयक सू
सवधन
गछ
2
सयात
= चय
गछ ̶ 1
2
 चय  गछ = चयधन
सवधन ̶ चयधन = अादधन
अादधन
गछ
= अाद
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 17
सवधन = 3072, गछ = 16, सयात = 3
चय 3072
16  16  3
= 4
चयधन
16 − 1
2
 4  16
= 15  2  16 = 480
अादधन 3072 ̶ 480 =2592
अाद 2592
16
= 162
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 18
16 222
15 218
14 214
13 210
12 206
11 202
10 198
9 194
8 190
7 186
6 182
5 178
4 174
3 170
2 166
1 162
समय परणामाे क सया
अध:वृ करण के परणामाे क रचना
(अक स से)
कु ल परणाम = 3072
समय = 16
चय = 4
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 19
अनुकृ  रचना
अनुकृ  गछ =
ऊव गछ
सयात
=
16
4
= 4
अनुकृ  चय =
ऊव चय
अनुकृ  गछ
=
4
4
= 1
सवधन = 162, गछ = 4, चय = 1
चयधन =
4 − 1
2
 1  4 = 3  1  2 = 6
अादधन = 162 ̶ 6 = 156
अाद =
156
4
= 39
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 20
162  39 40 41 42
166  40 41 42 43
ताे थम समय सबधी रचना एेसे बनेगी
एेसे ही तीय समय सबधी रचना बनाइये
एेसे ही सारे समयाे मे बनाइये
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 21
16 222 54 55 56 57
15 218 53 54 55 56
14 214 52 53 54 55
13 210 51 52 53 54
12 206 50 51 52 53
11 202 49 50 51 52
10 198 48 49 50 51
9 194 47 48 49 50
8 190 46 47 48 49
7 186 45 46 47 48
6 182 44 45 46 47
5 178 43 44 45 46
4 174 42 43 44 45
3 170 41 42 43 44
2 166 40 41 42 43
1 162 39 40 41 42
समय परणामाे क सया अनुकृ  के खड
अध:वृ
करण के
सव
समयाे
क
अनुकृ 
रचना
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 22
अनुकृ  रचना
थम समय
तीय समय
तृतीय समय
चतथ समय
पचम समय
असयात लाेक माण परणाम
असयात लाेक माण परणाम
असयात लाेक माण परणाम
असयात लाेक माण परणाम
असयात लाेक माण परणाम
काल - अतमुत
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 23
अनुकृ  रचना
थम समय
तीय समय
तृतीय समय
चतथ समय
पचम समय
काल - अतमुत
नीचे के समय मे थत
परणाम-पुज का ऊपर के
समय मे पाया जाना
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 24
4 174 42 43 44 45
(121-162) (163-205) (206-249) (246-294)
3 170 41 42 43 44
(80-120) (121-162) (163-205) (206-249)
2 166 40 41 42 43
(40-79) (80-120) (121-162) (163-205)
1 162 39 40 41 42
(1-39) (40-79) (80-120) (121-162)
समय परणामाे क सया अनुकृ  के खड
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 25
अनुकृ  खडाे के परणाम
सबसे जघय खड व उकृ ट खड सवथा असमान है
एक खड के जघय से उसी खड का उकृ ट परणाम
अनत गुणी वशता लए है
खड के उकृ ट से अगले खड का जघय परणाम अनत
गुणी वशता लए है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 26
वातवक सयाए
• अध:वृकरण का काल अतमुत है अथात् असयात समय
• कु ल परणामाे क सया असयात लाेक माण है
• चय का माण भी असयात लाेक है
• एक-एक समय के परणामाे क सया भी असयात लाेक है
• अनुकृ  गछ अतमुत का सयातवा भाग हाेकर भी असयात है
• अनुकृ  चय का माण भी असयात लाेक है
• एक-एक अनुकृ  खड के परणाम भी असयात लाेक है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 27
अध वृकरण के 4 अावयक
ितसमय अनतगुणी वश बढ़नाितसमय अनतगुणी वश बढ़ना
थितबधापसरणथितबधापसरण
पाप कृ ितयाे का अनुभागबधापसरणपाप कृ ितयाे का अनुभागबधापसरण
पुय कृ ितयाे का बढ़ता अा अनुभाग बधपुय कृ ितयाे का बढ़ता अा अनुभाग बध
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 28
 जीव मे हाेने
वाला एकमा
अावयक
ितसमय
अनतगुणी
वश
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 29
 जीव के
परणामाे के
िनम से
 वह भी नवीन
बधने वाले कमाे
मे
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 30
 बधने वाले समत कमाे क थित
 हर अतमुत मे
 घट-घट कर बधती है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 31
थित
95
वष 90
वष 85
वष
80
वष
100
वष
थम
अतमुत
तीय
अतमुत
तृतीय
अतमुत
चतथ
अतमुत
पचम
अतमुत
उदाहरण- थित बध माना 100 वष
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 32
समत कमाे का थित-बध
ाे घटता है? सफ पाप
कृ ितयाे का ाे नही?
 ाेक 3 अायु काे छाेड़कर शेष सभी
कमाे क थित पाप-प ही है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 33
 बधने वाले पाप कमाे का अनुभाग
 ितसमय घट-घट कर बधता है
 अनतगुणा हीन - अनतगुणा हीन हाेकर
 मा थानीय बध हाेता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 34
लता दा अथ शैल
घाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध
नए बधने वाले घाित कमाे मे इन दाे
थान का अनुभाग नही बधता
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 35
िनब काजीर वष हलाहल
अघाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध
नए बधने वाले अघाित कमाे मे इन
दाे थान का अनुभाग नही बधता
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 36
लता दा
इन दाे अनुभाग मे भी ितसमय अनत गुणा हीन-हीन
हाेकर अनुभाग बाधता है
थित अनुभाग
समय 1
समय 2
समय 3
समय 4
समय 5
पाप कृ ितयाे का
नया अनुभाग बध
िनब काजीर
घाित कम 
अघाित कम 
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 37
बधने वाले पुय कमाे का अनुभागबधने वाले पुय कमाे का अनुभाग
ितसमय अधक-अधक बधता हैितसमय अधक-अधक बधता है
अनतगुणा अधक - अनतगुणा अधकअनतगुणा अधक - अनतगुणा अधक
चत:थानीय बध हाेता हैचत:थानीय बध हाेता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 38
गुड़ खाड शक रा अमृत
अघाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध
नए बधने वाले अघाित कमाे मे पुय कृ ित का चत:थानीय
अनुभाग बध हाेता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 39
सभी
कमाे का
थित
बध
घटता है
पाप
कृ ितयाे
का
अनुभाग
बध
घटता है
पुय
कृ ितयाे
का
अनुभाग
बध
बढ़ता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 40
•अध वृकरण के
थम समय से
•जब तक बध है
अथात् 10वे के अत
तक
ये चार अावयक
कब तक हाेते है?
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 41
अताेमुकाल, गमऊण अधापवकरण त
पडसमय सझताे, अपुकरण समयइ 50
अथ - जसका अतमुत मा काल है, एेसे
अध:वृकरण काे बताकर वह साितशय अम जब
ितसमय अनतगुणी वश काे लए ए अपूवकरण
जाित के परणामाे काे करता है, तब उसकाे
अपूवकरणनामक अमगुणथानवती कहते है 50
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 42
एद गुणाणे, वसरससमययेह जीवेह
पुमपा जा, हाेित अपुा  परणामा 51
अथ - इस गुणथान मे भसमयवती जीव, जाे पूव
समय मे कभी भी ा नही ए थे एेसे अपूव परणामाे
काे ही धारण करते है, इसलये इस गुणथान का नाम
अपूवकरण है 51
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 43
भणसमययेह दु, जीवेह ण हाेद सदा सरसाे
करणेह एसमययेह सरसाे वसरसाे वा 52
अथ - यहा पर (अपूवकरण मे) भ समयवती जीवाे
मे वश परणामाे क अपेा कभी भी साय नही
पाया जाता; कत एक समयवती जीवाे मे साय
अाैर वसाय दाेनाे ही पाये जाते है 52
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 44
भ समयवती
जीवाे के परणाम भ ही
एक समयवती
जीवाे के परणाम
भ भी समान भी
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 45
अपूवकरण गुणथान
थम समय
तीय समय
तृतीय समय
चतथ समय
पचम समय
असयात लाेक माण परणामकाल - अतमुत
ितसमय अपूव-अपूव
परणाम
 यहा अनुकृ  रचना
नही है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 46
सवधन = 4096, गछ = 8, सयात = 4
पद सू
चय
सवधन
गछ2 सयात
4096
8  8  4
= 16
चयधन गछ ̶ 1
2
 चय  गछ
8 − 1
2
 16  8
= 7  8  8 = 448
अादधन सवधन ̶ चयधन 4096 ̶ 448 = 3648
अाद अादधन
गछ
3648
8
= 456
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 47
अपूवकरण के परणामाे क रचना
(अक स से)
कु ल परणाम = 4096
समय = 8
चय = 16
8
568
(3529-4096)
7
552
(2977-3528)
6
536
(2441-2976)
5
520
(1921-2440)
4
504
(1417-1920)
3
488
(929-1416)
2
472
(457-928)
1
456
(1-456)
समय प रणाम क सं या
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 48
अताेमुमेे, पडसमयमसखलाेगपरणामा
कमउा पुगुणे, अणुक णथ णयमेण 53
अथ - इस गुणथान का काल अतमुत मा है अाैर
इसमे परणाम असयात लाेकमाण हाेते है, अाैर
वे परणाम उराेर ितसमय समानवृ काे लये
ए है तथा
इस गुणथान मे िनयम से अनुकृ  रचना नही हाेती
है 53
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 49
वातवक सयाए
अपूवकरण का काल अतमुत है अथात् असयात समय
कु ल परणामाे क सया असयात लाेक माण है
चय का माण भी असयात लाेक है
एक-एक समय के परणामाे क सया भी असयात लाेक
है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 50
परणामाे क वश
अपूवकरण के पहले समय का जघय परणाम अध:वृ
करण के अतम सववश परणाम से भी अनतगुणा
वश है
येक समय के जघय परणाम से उसी समय का उकृ ट
परणाम अनत गुणी वशता लए है
एक समय के उकृ ट परणाम से अगले समय का जघय
परणाम भी अनत गुणी वशता लए है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 51
अपूवकरण के 4 अावयक
1. गुणेणी िनजरा
2. गुण-समण
3. थित-काडक घात
4. अनुभाग-काडक घात
ये सब काय सा के कमाे मे हाेते है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 52
 सा मे थत कमाे क
 ितसमय
 असयात गुणाकार प से
 िनजरा हाेना
 गुणेणी िनजरा कहलाता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 53
गुणेणी का उदाहरण
मानाक अपकृ  य = 8500, गुणेणी अायाम = 4
िनषेक य
चतथ िनषेक मे दया य 6400
तृतीय िनषेक मे दया य 1600
तीय िनषेक मे दया य 400
थम िनषेक मे दया य 100
8500
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 54
गुणेणी िनजरा
पूव सव
गुणेणी ारा
िनजरा
अतमुत
100
400
1600
6400
उदाहरण
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 55
 जनका बध नही हाे रहा, सा मे थत एेसी पाप
कृ ितयाे का
 ितसमय
 असयात गुणा
 वतमान मे बधने वाल अय कृ ित प हाेना
 गुण-समण कहलाता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 56
एक कम का अय कमप हाेनाएक कम का अय कमप हाेना
कन कमाे का ?कन कमाे का ?
अशत कमाे काअशत कमाे का
बधने वालाे का ?बधने वालाे का ?
नही, सा के कमाे कानही, सा के कमाे का
कब ?कब ?
ितसमयितसमय
कतना ?कतना ?
पहले समय से अगले समय असयातगुणापहले समय से अगले समय असयातगुणा
वष
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 57
समण िनयम
मूल कृ ितयाे मे परपर समण नही हाेता है
चाराे अायुअाे का अापस मे समण नही हाेता है
माेहनीय के उर भेद – दशन माेहनीय अाैर चार माेहनीय का अापस
मे समण नही हाेता है
दशन माेहनीय का दशन माेहनीय मे अाैर चार माेहनीय का चार
माेहनीय के भेदाे मे अापस मे समण हाे सकता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 58
थितकाडक घात
 सा मे थत
 समत कमाे क थित
 हर अतमुत मे न करना
 थितकाडक घात कहलाता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 59
थित
थित घटाकर
िनषेकाे काे नीचे क
थित मे लाना
ि थ तकांडक घात कै से होता है ?
 जतनी थित नाश करनी है,
अ भाग के उतने थित के
िनषेकाे काे नीचे क थित मे
दया जाता है ।
 एक अतमुत मे सारे िनषेकाे
काे नीचे देकर ऊपर क थित
समा हाे जाती है ।
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 60
थम अतमुत तीय अतमुत
95
वष
तृतीय अतमुत
90
वष
चतथ अतमुत
85
वष
पचम अतमुत
80
वष
थित काडकघात
100
वष
थित
उदाहरण- थित सव माना 100 वष
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 61
वशेष
एक थितखडन मे अतमुत काल लगता है
अायु काे छाेड़कर शेष सारे कमाे क थित का खडन
(घात) कया जाता है
एक करण मे सयात हजार बार थितकाडक घात हाेते है
एेसे थितकाडक घात के ारा थित-सव करण के अाद
से अत मे सयात गुणा कम हाे जाता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 62
अनुभाग काडक घात
 सा मे थत
 पाप कृ ितयाे का अनुभाग
 हर अतमुत मे
 अनत बभाग न करना
 अनुभागकाडक घात कहलाता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 63
अनुभाग घटाकर पधकाे
काे हीन श वाले
पधकाे मे लाना
अनुभागकाडक घात कै से हाेता है ?
जतने अनुभाग का नाश करना
है, अ भाग के उतने अनुभाग
के पधकाे काे हीन अनुभाग के
पधकाे मे दया जाता है ।
एक अतमुत मे सारे पधकाे
काे हीन अनुभाग मे देने पर
अधक श वाले पधक
समा हाे जाते है ।
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 64
थित समय
अनुभाग
अनुभाग-काडक-घात
थम अतमुत तीय अतमुत तृतीय अतमुत
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 65
वशेष
एक अनुभाग खडन मे अतमुत काल लगता है
सा के सव अशत कमाे का अनुभाग घात हाेता है
पुय कृ ितयाे का अनुभाग नही घटता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 66
गुणेणी
िनजरा
गुणेणी
िनजरा
देशाे क
े
गुण समणगुण समण
कृ ित का
य
थित खडनथित खडन
थित का
काल
अनुभाग
खडन
अनुभाग
खडन
अनुभाग
का
भाव
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 67
तारसपरणामयजीवा  जणेह गलयितमरेह
माेहसपुकरणा, खवणुवसमणुया भणया 54
अथ - अान अधकार से सवथा रहत जनेदेव ने कहा है क
उ परणामाे काे धारण करने वाले अपूवकरण गुणथानवती जीव
माेहनीयकम क शेष कृ ितयाे का पण अथवा उपशमन करने मे
उत हाेते है 54
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 68
णापयले णे, सद अाऊ उवसमित उवसमया
खवय ढे खवया, णयमेण खवित माेह त 55
अथ - जनके िना अाैर चला क बधयुछ हाे चुक है तथा
जनका अायुकम अभी वमान है, एेसे उपशमेणी का अाराेहण
करने वाले जीव शेष माेहनीय का उपशमन करते है अाैर जाे
पकेणी का अाराेहण करने वाले है, वे िनयम से माेहनीय का
पण करते है 55
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 69
उपशम ेणी
अपूवकरण के थम
भाग मे मरण नही
शेष काल मे मरण
सभव है
पक ेणी
सव मरण सभव
नही
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 70
एक कालसमये, सठाणादह जह णवित
ण णवित तहाव य, परणामेह महाे जेह 56
हाेित अणयणाे ते, पडसमय जेसमेपरणामा
वमलयरझाणयवह-सहाह ण कवणा 57
अथ - अतमुतमा अिनवृकरण के काल मे से अाद या मय या अत के एक
समयवती अनेक जीवाे मे जसकार शरर क अवगाहना अाद बा करणाे से तथा
ानावरणादक कम के याेपशमाद अतरम करणाे से परपर मे भेद पाया जाता है,
उसकार जन परणामाे के िनम से परपर मे भेद नही पाया जाता उनकाे
अिनवृकरण कहते है अिनवृकरण गुणथान का जतना काल है, उतने ही उसके
परणाम है इसलये उसके काल के येक समय मे अिनवृकरण का एक ही परणाम
हाेता है तथा ये परणाम अयत िनमल यानप अ क शखाअाे क सहायता से
कमवन काे भ कर देते है 56-57
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 71
अिनवृकरण गुणथान
अ + िनवृ + करणअ + िनवृ + करण
वमान नही है + भेद + वश परणामाे मेवमान नही है + भेद + वश परणामाे मे
वह अिनवृकरण हैवह अिनवृकरण है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 72
अिनवृकरण गुणथान वशेष:
शरर का सथान, वण, वय
तथा उपयाेगाद मे भेद सभव
है
यहा येक समय सभी जीवाे
के एक जैसा, एक ही
परणाम सभव है
इसका काल अतमुत है थम समय
तीय समय
तृतीय समय
चतथ समय
पचम समय
काल - अतमुत
एक ही
परणाम
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 73
अिनवृकरण के अावयक
 20 कृ ितयाे का
य
 10वे गुणथान मे
भाेगने के लये
सवलन लाेभ क
सू कृ ी
 11वे गुणथान के लये
21 कृ ितयाे का
अतरकरणप उपशम
 चढ़ने अाैर उतरने के 10वे
गुणथान मे भाेगने के लए
सवलन लाेभ क सू
कृ ी
पक ेणी मे उपशम ेणी
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 74
अध:वृकरण अपूवकरण अिनवृकरण
परणाम
ऊपर समय वाले जीवाे के
परणाम नीचे समय वालाे से
मलते है
ितसमय अपूव (जाे पहले
न ये हाे) एेसे नवीन
परणाम हाेते है
जहा सथानाद का
भेद हाेने पर भी
परणामाे मे भेद नही
एक समयवती
जीवाे के परणाम
समान भी, भन भी समान भी, भन भी समान ही
भन समयवती
जीवाे के परणाम
समान भी, भन भी भन ही भन ही
अनुकृ  रचना हाेती है नही हाेती है नही हाेती है
परणामाे क
सया
असयात लाेकमाण
(ऊपर—2 समान वृ
सहत)
असयात लाेकमाण
(अध:वृकरण से
असयातगुणे)
असयात—जतने
इसके समय
काल तीनाे का
अतमुत
सबसे बड़ा
अध:वृकरण से सयात
गुणा हीन
अपूवकरण से सयात
गुणा हीन
उदाहरण 16 समय 8 समय 4 समय
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 75
ये करण के परणाम अाैर कहा-कहा हाेते है?
. पद गुणथान
1 थमाेपशम सयव १
2 अनतानुबधी क वसयाेजना ४ से ७
3 ायक सयव ४ से ७
4 तीयाेपशम सयव ७
5 उपशम ेणी ७, ८, ९
6 पक ेणी ७, ८, ९
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 76
धुदकाेसभयवथ, हाेह जहा सहमरायसजु
एव सहमकसाअाे, सहमसरागाे णादाे 58
अथ - जस कार धुले ए काैसभी व मे लालमा -
सखी सू रह जाती है, उसी कार जाे जीव अयत सू
राग-लाेभ कषाय से यु है उसकाे सूसापराय नामक
दशम गुणथानवती कहते है 58
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 77
सूसापराय गुणथान
सू सवलन
लाेभ का उदय
अयत सू राग
(लाेभकषाय) से
सयु
धुले ए काैसभी
व के समान
सू लालमा
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 78
पुापुफय-बादरसहमगयक अणुभागा
हीणकमाणतगुणेण-वरादु वर च हेस 59
अथ - पूवपधक से अपूवपधक के अाैर अपूवपधक से बादरकृ  के
तथा बादरकृ  से सूकृ  के अनुभाग म से अनतगुणे-अनतगुणे
हीन है अाैर ऊपर के (पूव-पूव के ) जघय से नीचे का (उराेर का)
उकृ  अाैर अपने-अपने उकृ  से अपना-अपना जघय अनतगुणा
अनतगुणा हीन है 59
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 79
पूव अाैर अपूव पधक मे अतर
पूव पधक अपूव पधक
वप
ससार-अवथा मे पाए
जाने वाले कम क
श समूहप
अिनवृकरण परणामाे
से कए गए पूव पधक
के अनतवे भाग माण
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 80
कृ 
अनुभाग का
कृ ष करना
(घटाना)
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 81
एक पधक से दूसरे पधक का अनुभाग थाेड़ा ही अधक
है,
जबक एक कृ  से दूसर कृ  का अनुभाग अनत गुणा
है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 82
पूव पधकअपूव पधकबादर कृ 
सू
कृ 
अनुभाग अनत गुणा हीन
अनुभाग का म
जघय
उकृ ट
उकृ ट
उकृ ट
जघय
जघय
जघय
उकृ ट
अनुभाग अनत गुणा हीन
अपूव पधक
अनुभाग अनत गुणा हीन
उकृ ट
जघय
अपूव पधक
उकृ ट
जघय
अपूव पधक
उकृ ट
जघय
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 83
कषाय-नाेकषाय सभी
के हाेते है
अपूव
पधक
सवलन ाेध, मान,
माया लाेभ क हाेती है
बादर
कृ ी
सफ सवलन लाेभ
क हाेती है
सू
कृ ी
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 84
उपशम ेणी मे सू कृ  ही
हाेती है, अपूव पधक अाैर
बादर कृ  नही क जाती
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 85
अणुलाेह वेदताे, जीवाे उवसामगाे व खवगाे वा
साे सहमसापराअाे, जहखादेणूणअाे क च 60
अथ - चाहे उपशम ेणी का अाराेहण करनेवाला हाे अथवा
पकेणी का अाराेहण करनेवाला हाे, परत जाे जीव
सूलाेभ के उदय का अनुभव कर रहा है, एेसा दशवे
गुणथानवाला जीव यथायात चार से कु छ ही यून रहता है
60
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 86
6 से 10 गुणथान मे सवलन का
उदय कै सा ?
गुणथान सवलन का उदय
6 ती
7 मद
8 मदतर
9 मदतम
10 सू
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 87
सामायक,
छेदाेपथापना
चार
सू
सापराय
चार
यथायात
चार
इससे
अधक
इससे
अधक
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 88
कदकफलजुदजल वा, सरए सरवाणय व णलय
सयलाेवसतमाेहाे, उवसतकसायअाे हाेद 61
अथ - िनमल फल से यु जल क तरह, अथवा शरद ऋत
मे ऊपर से वछ हाे जाने वाले सराेवर के जल क तरह,
सपूण माेहनीय कम के उपशम से उप हाेने वाले िनमल
परणामाे काे उपशातकषाय नामक यारहवा गुणथान कहते है
61
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 89
उपशातकषाय गुणथान
िनम
सव माेहनीय कम
का उपशम
परणाम
पूण वीतराग िनमल दशा
उदाहरण
1. िनमल फल से
सहत वछ जल
2. शरद-कालन
सराेवर का जल
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 90
अयायानावरण यायानावरण सवलन नाेकषाय
उपशातमाेह
गुणथान
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 91
पतन के कारणपतन के कारण
कालयकालय
िनयम से दसवा
गुणथान
िनयम से दसवा
गुणथान
भवयभवय
िनयम से देवगित –
चाैथा गुणथान
िनयम से देवगित –
चाैथा गुणथान
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 92
णसेसखीणमाेहाे, फलहामलभायणुदयसमचाे
खीणकसाअाे भणद, णगथाे वीयरायेह 62
अथ - जस िनथ का च माेहनीय कम के सवथा ीण हाे
जाने से फटक के िनमल पा मे रखे ए जल के समान
िनमल हाे गया है उसकाे वीतराग देव ने ीणकषाय नाम का
बारहवे गुणथानवती कहा है 62
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 93
ीणकषाय गुणथान
सव माेहनीय
कम का य
अयत िनमल
वीतरागी
परणाम
फटक मण
के पा मे
रखा िनमल
जल
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 94
के वलणाणदवायरकरण-कलावपणासयणाणाे
णवके वललुगम, सजणयपरमपववएसाे 63
असहायणाणदसणसहअाे इद के वल  जाेगेण
जुाे ित सजाेगजणाे, अणाइणहणारसे उाे 64
अथ - जसका के वलानपी सूय क अवभागितछेदप करणाे के
समूह से (उकृ  अनतानत माण) अान-अधकार सवथा न हाे गया
हाे अाैर जसकाे नव के वललधयाे के (ायक-सयव, चार, ान,
दशन, दान, लाभ, भाेग, उपभाेग, वीय) कट हाेने से ‘परमाा’ यह
यपदेश (सा) ा हाे गया है, वह इय-अालाेक अाद क अपेा न
रखने वाले ान-दशन से यु हाेने के कारण के वल अाैर याेग से यु
रहने के कारण सयाेग तथा घाित कमाे से रहत हाेने के कारण जन कहा
जाता है, एेसा अनादिनधन अाष अागम मे कहा है 63-64
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 95
पराथप सपदा वाथप सपदा
• सूय क करणाे के
समूह समान के वलान
के ारा दयविन से
पदाथ काशत कर
शयाे के अान-
अधकार काे नट करते
है
• नव के वल लध सहत
हाेने से परमाा है
• ायक सयव,
चार, ान, दशन,
दान, लाभ, भाेग,
उपभाेग, वीय
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 96
सयाेग-के वल-जन
सयाेग
•याेग-सहत
हाेने से
के वल
•असहाय
(पर
सहायरहत)
ान-दशन
हाेने से
जन
•घाित कमाे
का समूल
नाश करने
से
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 97
सीले स सपाे, णणसेसअासवाे जीवाे
करयवपमुाे, गयजाेगाे के वल हाेद 65
अथ - जाे अठारह हजार शील के भेदाे का वामी हाे चुका
है अाैर
जसके कमाे के अाने का ार प अाव सवथा बद हाे
गया है तथा
सव अाैर उदयप अवथा काे ा कमप रज क
सवथा िनजरा हाेने से उस कम से सवथा मु हाेने के
सुख है,
उस याेगरहत के वल काे चाैदहवे गुणथानवती अयाेग-
के वल कहते है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 98
अठारह हजार
शील के भेदाे का
वामी
सव अाव
िनराेधक
सव अाैर उदय ा
कमरज से मु हाेने
के सुख
याेगरहत के वल
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 99
सुपीये, सावयवरदे अणतकसे
दसणमाेहखवगे, कसायउवसामगे य उवसते 66
खवगे य खीणमाेहे, जणेस दा असखगुणदकमा
तवरया काला, सखेगुणमा हाेित 67
अथ - सयाेप अथात् साितशय मया अाैर सय, ावक,
वरत, अनतानुबधी कम का वसयाेजन करनेवाला, दशनमाेहनीय कम
का य करनेवाला, कषायाे का उपशम करने वाले 8-9-10वे
गुणथानवती जीव, उपशातकषाय, कषायाे का पण करनेवाले 8-9-
10वे गुणथानवती जीव, ीणमाेह, सयाेगी अाैर अयाेगी दाेनाे कार के
जन, इन यारह थानाे मे य क अपेा कमाे क िनजरा म से
असयातगुणी-असयातगुणी अधक-अधक हाेती जाती है अाैर उसका
काल इससे वपरत है म से उराेर सयातगुणा-सयातगुणा हीन
है 66-67
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 100
गुणेणी िनजरा के थान
थान वप
वामी (गुणथान
अपेा)
साितशय
मया
थमाेपशम सयव क उप के समय
करण लध के अितम समय मे वतमान
जीव
1
1. सय अती ावक 4
2. ावक ती ावक 5
3. वरत मुिन 6-7
4. अनतानुबधी
वयाेजक
अनतानुबधी काे अयायानावरण अाद
प वसयाेजत करने वाला
4-7
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 101
थान वप
वामी (गुणथान
अपेा)
5. दशनमाेह पक
दशनमाेह का य करने
वाला
4-7
6. उपशामक चारमाेह दबाने वाला उपशम ेणी 8-10
7. उपशात कषाय चारमाेह दबने पर 11
8. पक
चारमाेह काे य करने
वाला
पक ेणी 8-10
9. ीण माेह चारमाेह के य हाेने पर 12
10. वथान सयाेगी जन
घाितया कमाे का य करने
के बाद याेग-सहत
13
11. समुातगत सयाेगी
जन
समुात अवथा काे ा
सयाेगके वल जन
13
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 102
उदाहरण
सयात का माण 2 माना, अाैर असयात का माण 5 माना |
िनजरा हेत य बाटने याेय अायाम एक िनषेक काे ात अाैसत
1 10,000 2096 5
2 50,000 1024 50
3 2,50,000 512 500
4 12,50,000 256 5000
5 62,50,000 128 50000
ितथान मे य असयातगुणा बढ़ता है अाैर
गुणेणी अायाम का काल सयातगुणा हीन हाेता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 103
अवहकवयला, सीदभूदा णरजणा णा
अगुणा कदका, लाेयगणवासणाे सा 68
सदसव सखाे मड, बुाे णेयाइयाे य वेसेसी
ईसरमडलदसण,वदूसण कय एद 69
अथ - जाे ानावरणाद अ कमाे से रहत है,
अनतसखपी अमृत के अनुभव करनेवाले शातमय
है, नवीन कमबध काे कारणभूत मयादशनाद
भावकमपी अन से रहत है, सयव, ान, दशन,
वीय, अयाबाध, अवगाहन, सूव, अगुलघु, ये
अाठ मुय गुण जनके कट हाे चुके है, कृ तकृ य है,
लाेक के अभाग मे िनवास करनेवाले है, उनकाे स
कहते है 68
अथ - सदाशव, साय, मकर, बाै, नैयायक अाैर
वैशेषक, कतृवाद (ईर काे का मानने वाले),
मडल इनके मताे का िनराकरण करने के लये ये
वशेषण दये है 69
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 104
साे के वशेषण एव अाठ मताे का खडन
वशेषण
कस मत का
खडन
मत क मायता
(जीव....
िनराकरण
ानावरणाद
अाठ कमाे से
रहत
सदाशव
....सदा कम से
रहत है
मु हाेने पर ही कम से रहत
हाेता है
मीमासक .... के मु नही कमरहत हाेने पर मु हाेती है
सख वप सायमत
....काे मु मे सख
नही
सव दु:खाे का अभाव कर जीव
ही मु मे सखी हाेता है
िनरजन (भाव
कमाे से रहत)
मकर सयासी
.... मु हाेने पर
ससार मे पुन: अाते
है
भाव कम के अभाव मे नवीन
य कम नही हाेते उसके
अभाव मे ससार नही हाेता
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 105
वशेषण
कस मत
का खडन
मत क मायता
(जीव....
िनराकरण
िनय बाै .... णक है
सू अथपयाय का
उपादयय, परत य सदा
िनय
अाठ गुणाे से
सहत
नैयायक
वैशेषक
.... काे मु मे बु
अाद गुणाे का वनाश
हाेता है
अनतानत गुण कट हाेते है
कृ तकृ य (कु छ
करना शेष नही)
ईवर सृवाद ईवर सृ बनाता है
सकल कम नाश हाेने पर कु छ
करना शेष नही रहता
लाेक के अ भाग
मे थत
मडल
.... सदा ऊपर काे
गमन करता, कभी
ठहरता नही
लाेक के अागे धमातकाय का
अभाव हाेने से तनुवातवलय मे
थत रहता है
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 106
वह गित मे थम, तीय एव चतथ गुणथान ही हाेते है
तीसरे, बारहवे एव तेरहवे गुणथान मे जीव क मृयु नही हाेती
• पक ेणी के कसी भी गुणथान मे मरण नही हाेता
• उपशम ेणी के अाठवे गुणथान के थम भाग मे भी मरण नही हाेता
ससार मे पहला, चाैथा, पाचवा, छठवा, सातवा अाैर तेरहवा इन गुणथानाे मे जीव सदा
वमान रहते ही है
बारहवा, तेरहवा, चाैदहवा एव पकेणी का अाठवा, नाैवा अाैर दसवा ये गुणथान
अितपाित है
जसके नरक, ितय अाैर अगल मनुय-अायु क सा हाे वाे अवरत सयव से उपर के
गुणथानाे मे वेश नही कर सकता
सासादन गुणथान मे मरण हाे ताे जीव नरक मे नही जाता |
गुणथान : कु छ राेचक तय
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 107
6, 5, 4, 3, 2 1 मयाव 3*, 4, 5, 7
6, 5, 4 2 सासादन 1
6,5,4,1 3 म 1,4
11, 10, 9, 8, 7, 6, 5, 4, 3, 1 4 अवरत सयव 7,5,3,2,1
6,4,1 5 देशवरत 7,4,3,2,1
7 6 मवरत 7,5,4,3,2,1
9,7 8 अपूवकरण 9,7,4!
10, 8 9 अिनवृकरण 10, 8, 4!
11, 9 10 सू सापराय 12, 11, 9, 4!
10 11 उपशात माेह 10, 4!
10 12 ीण माेह 13
12 13 सयाेग के वल 14
13 14 अयाेग के वल स भगवान
8,6,5,4,1 7 अमवरत 8,6,4!
गुण
थानाे
मे
गमना
गमन
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 108
गुणथान उकृ  काल जघय काल
1.मयाव अनाद अनत या अनाद सात या साद सात—कु छ कम
अ पुल परावतन
अतमुत
2.सासादन छह अावल एक समय
3.म सवाेकृ  अतमुत सव लघु अतमुत
4.अवरत साधक तैतीस सागर अतमुत
5.देशवरत 1 पूवकाेट वष – 1 अतमुत अतमुत
6.मसयत एक अतमुत एक समय
7.अमसयत एक अतमुत एक समय
गुणथानाे मे काल अपेा वचार
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 109
गुणथान उकृ  काल जघय काल
8.अपूवकरण एक अतमुत एक समय
9.अिनवृकरण एक अतमुत एक समय
10.सूसापराय एक अतमुत एक समय
11.उपशातमाेह एक अतमुत एक समय
12.ीणमाेह जघय, उकृ  = अतमुत
13.सयाेगके वल 8 वष अाैर अतमुत कम 1 काेट पूव अतमुत
14.अयाेगके वल जघय, उकृ  = अ,इ,उ,ऋ, का उारण काल
गुणथानाे मे काल अपेा वचार
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 110
समयब का बटवारा - उदाहरण
समयब = 6300 परमाणु, थित = 48
गुणहािन अायाम = 8
नाना गुणहािन =
थित
गुणहािन अायाम
= = 6
अयाेयायत राश = नाना गुणहािन = = 64
िनषेकहार = 2 गुणहािन अायाम
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 111
अितम गुणहािन का य =
समयब
अयाेयायत राश
= = = 100
पूव क गुणहािनयाे का य इससे दुगुना-दुगुना है, अत
पाचवी गुणहािन का य 200
चतथ गुणहािन का य 400
तीसर गुणहािन का य 800
तीय गुणहािन का य 1600
थम गुणहािन का य 3200
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 112
थम गुणहािन
थम िनषेक =
समयब
साधक डेढ़ गुणहािन
= = 512
चय =
थम िनषेक
िनषेकहार
= = 32
थम िनषेक से अगले िनषेक एक-एक चय हीन है | अत थम
गुणहािन इस कार ा हाेगी -
थम
गुणहािन
288
320
352
384
416
448
480
512
थम गुणहानी के सव-य का माण = 3200
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 113
तीय गुणहािन
थम गुणहािन के अितम िनषेक से एक चय
अाैर घटाने पर तीय गुणहािन के थम
िनषेक अाता है |
थम गुणहािन से अागे-अागे क गुणहािनयाे मे
चय अाधा-अाधा हाेता जाता है |
अत तीय गुणहािन इस कार हाेगी 
तीय
गुणहािन
144
160
176
192
208
224
240
256
तीय गुणहानी के सव-य का माण = 1600
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 114
शेष गुणहािनया भी इसी कार िनकालना
1st गुणहा न 2nd गुणहा न 3rd गुणहा न 4th गुणहा न 5th गुणहा न 6th गुणहा न
288 144 72 36 18 9
320 160 80 40 20 10
352 176 88 44 22 11
384 192 96 48 24 12
416 208 104 52 26 13
448 224 112 56 28 14
480 240 120 60 30 15
512 256 128 64 32 16
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 115
Reference : गाेटसार जीवकाड, सयान चका,
गाेटसार जीवकाड रेखाच एव तालकाअाे मे
Presentation created by : Smt. Sarika Vikas Chhabra
For updates / comments / feedback / suggestions,
please contact
sarikam.j@gmail.com
www.jainkosh.org
: 0731-2410880 , 94066-82889
116
visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 116

More Related Content

What's hot

सौर उर्जा
सौर उर्जासौर उर्जा
सौर उर्जाAshok Parnami
 
Social science ppt by usha
Social science ppt by ushaSocial science ppt by usha
Social science ppt by ushaUsha Budhwar
 
Adharagalu 8th history chater 1
Adharagalu 8th history chater 1 Adharagalu 8th history chater 1
Adharagalu 8th history chater 1 Radha Dasari
 
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा  उर्जा = रासायनिक ऊर्जा
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा Dashrath Mali
 
Sanskrit presention
Sanskrit presention Sanskrit presention
Sanskrit presention Vaibhav Cruza
 
सज्ञा( noun in hindi)
सज्ञा( noun in hindi)सज्ञा( noun in hindi)
सज्ञा( noun in hindi)neethukr800
 
karam karak ppt
karam karak pptkaram karak ppt
karam karak pptshrishojha
 
ज्वालामुखी
ज्वालामुखीज्वालामुखी
ज्वालामुखीpraveen singh
 
Kashay - कषाय
Kashay - कषाय Kashay - कषाय
Kashay - कषाय Prakash Jain
 
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারত
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারতঅরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারত
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারতPabitrajyoti Mondal
 
सर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptxसर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptxTARUNASHARMA57
 
हिंदी परियोजना कार्य १
हिंदी परियोजना कार्य १ हिंदी परियोजना कार्य १
हिंदी परियोजना कार्य १ karan saini
 
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थ
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थयातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थ
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थHindi Leiden University
 
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdf
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdfHSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdf
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdfTajul Isalm Apurbo
 

What's hot (20)

सौर उर्जा
सौर उर्जासौर उर्जा
सौर उर्जा
 
Social science ppt by usha
Social science ppt by ushaSocial science ppt by usha
Social science ppt by usha
 
Hindi presentation on ras
Hindi presentation on rasHindi presentation on ras
Hindi presentation on ras
 
Adharagalu 8th history chater 1
Adharagalu 8th history chater 1 Adharagalu 8th history chater 1
Adharagalu 8th history chater 1
 
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा  उर्जा = रासायनिक ऊर्जा
उर्जा = रासायनिक ऊर्जा
 
Sanskrit presention
Sanskrit presention Sanskrit presention
Sanskrit presention
 
सज्ञा( noun in hindi)
सज्ञा( noun in hindi)सज्ञा( noun in hindi)
सज्ञा( noun in hindi)
 
Hindi रस
Hindi रसHindi रस
Hindi रस
 
karam karak ppt
karam karak pptkaram karak ppt
karam karak ppt
 
ज्वालामुखी
ज्वालामुखीज्वालामुखी
ज्वालामुखी
 
Kashay - कषाय
Kashay - कषाय Kashay - कषाय
Kashay - कषाय
 
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারত
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারতঅরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারত
অরণ্য ও বন্যপ্রাণী সংরক্ষণে প্রাচীন ভারত
 
सर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptxसर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptx
 
हिंदी परियोजना कार्य १
हिंदी परियोजना कार्य १ हिंदी परियोजना कार्य १
हिंदी परियोजना कार्य १
 
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थ
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थयातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थ
यातायात का साधन : साईकिल - युले फ़ोर्थ
 
काल
कालकाल
काल
 
रस,
रस,रस,
रस,
 
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdf
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdfHSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdf
HSC economic 2nd paper chapter 8 আন্তর্জাতিক বাণিজ্য.pdf
 
जलवायु
जलवायुजलवायु
जलवायु
 
Sanskrit chhand
Sanskrit chhandSanskrit chhand
Sanskrit chhand
 

Similar to Gunsthan 7-14

Gunsthan 7 - 14
Gunsthan 7 - 14Gunsthan 7 - 14
Gunsthan 7 - 14Jainkosh
 
Jeevsamas prarupna
Jeevsamas prarupnaJeevsamas prarupna
Jeevsamas prarupnaJainkosh
 
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJainkosh
 
Gunsthan 3-6
Gunsthan 3-6Gunsthan 3-6
Gunsthan 3-6Jainkosh
 
Jain Alaukik Ganit - Sankhya Maan
Jain Alaukik Ganit - Sankhya MaanJain Alaukik Ganit - Sankhya Maan
Jain Alaukik Ganit - Sankhya MaanJainkosh
 
Jain Aalokik Ganit
Jain Aalokik  GanitJain Aalokik  Ganit
Jain Aalokik GanitJainkosh
 
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJainkosh
 
Jeevsamas Prarupna
Jeevsamas  PrarupnaJeevsamas  Prarupna
Jeevsamas PrarupnaJainkosh
 
Gati Margna
Gati MargnaGati Margna
Gati MargnaJainkosh
 
Yog Margna - 1
Yog Margna - 1Yog Margna - 1
Yog Margna - 1Jainkosh
 
Gyanmargna - Shrutgyan
Gyanmargna - ShrutgyanGyanmargna - Shrutgyan
Gyanmargna - ShrutgyanJainkosh
 

Similar to Gunsthan 7-14 (11)

Gunsthan 7 - 14
Gunsthan 7 - 14Gunsthan 7 - 14
Gunsthan 7 - 14
 
Jeevsamas prarupna
Jeevsamas prarupnaJeevsamas prarupna
Jeevsamas prarupna
 
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
 
Gunsthan 3-6
Gunsthan 3-6Gunsthan 3-6
Gunsthan 3-6
 
Jain Alaukik Ganit - Sankhya Maan
Jain Alaukik Ganit - Sankhya MaanJain Alaukik Ganit - Sankhya Maan
Jain Alaukik Ganit - Sankhya Maan
 
Jain Aalokik Ganit
Jain Aalokik  GanitJain Aalokik  Ganit
Jain Aalokik Ganit
 
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 DharayJain Alaukik Ganit - 14 Dharay
Jain Alaukik Ganit - 14 Dharay
 
Jeevsamas Prarupna
Jeevsamas  PrarupnaJeevsamas  Prarupna
Jeevsamas Prarupna
 
Gati Margna
Gati MargnaGati Margna
Gati Margna
 
Yog Margna - 1
Yog Margna - 1Yog Margna - 1
Yog Margna - 1
 
Gyanmargna - Shrutgyan
Gyanmargna - ShrutgyanGyanmargna - Shrutgyan
Gyanmargna - Shrutgyan
 

More from Jainkosh

Chhand 8-9
Chhand 8-9Chhand 8-9
Chhand 8-9Jainkosh
 
Chhand 1-7
Chhand 1-7Chhand 1-7
Chhand 1-7Jainkosh
 
Chhand 14-17
Chhand 14-17Chhand 14-17
Chhand 14-17Jainkosh
 
Chhand 10-13
Chhand 10-13Chhand 10-13
Chhand 10-13Jainkosh
 
Chhand 4-9
Chhand 4-9Chhand 4-9
Chhand 4-9Jainkosh
 
Chhand 1 - 3
Chhand 1 - 3Chhand 1 - 3
Chhand 1 - 3Jainkosh
 
Gunsthan 1 - 2
Gunsthan 1 - 2Gunsthan 1 - 2
Gunsthan 1 - 2Jainkosh
 
Sutra 36-53
Sutra 36-53Sutra 36-53
Sutra 36-53Jainkosh
 
Sutra 8-35
Sutra 8-35Sutra 8-35
Sutra 8-35Jainkosh
 
Sutra 26-33
Sutra 26-33Sutra 26-33
Sutra 26-33Jainkosh
 
Sutra 9-25
Sutra 9-25Sutra 9-25
Sutra 9-25Jainkosh
 
Upyog Prarupna
Upyog PrarupnaUpyog Prarupna
Upyog PrarupnaJainkosh
 
Aahar Margna
Aahar MargnaAahar Margna
Aahar MargnaJainkosh
 
Sunyam Margna
Sunyam MargnaSunyam Margna
Sunyam MargnaJainkosh
 
Sanggyi Margna
Sanggyi MargnaSanggyi Margna
Sanggyi MargnaJainkosh
 
Samyktva Margna - 2
Samyktva Margna - 2Samyktva Margna - 2
Samyktva Margna - 2Jainkosh
 
Samyktva Margna - 1
Samyktva Margna - 1Samyktva Margna - 1
Samyktva Margna - 1Jainkosh
 

More from Jainkosh (20)

Chhand 10
Chhand 10Chhand 10
Chhand 10
 
Chhand 8-9
Chhand 8-9Chhand 8-9
Chhand 8-9
 
Chhand 1-7
Chhand 1-7Chhand 1-7
Chhand 1-7
 
Chhand 14-17
Chhand 14-17Chhand 14-17
Chhand 14-17
 
Chhand 10-13
Chhand 10-13Chhand 10-13
Chhand 10-13
 
Chhand 4-9
Chhand 4-9Chhand 4-9
Chhand 4-9
 
Chhand 1 - 3
Chhand 1 - 3Chhand 1 - 3
Chhand 1 - 3
 
Gunsthan 1 - 2
Gunsthan 1 - 2Gunsthan 1 - 2
Gunsthan 1 - 2
 
Sutra 36-53
Sutra 36-53Sutra 36-53
Sutra 36-53
 
Sutra 8-35
Sutra 8-35Sutra 8-35
Sutra 8-35
 
Sutra 1-7
Sutra 1-7Sutra 1-7
Sutra 1-7
 
Sutra 26-33
Sutra 26-33Sutra 26-33
Sutra 26-33
 
Sutra 9-25
Sutra 9-25Sutra 9-25
Sutra 9-25
 
Sutra 1-8
Sutra 1-8Sutra 1-8
Sutra 1-8
 
Upyog Prarupna
Upyog PrarupnaUpyog Prarupna
Upyog Prarupna
 
Aahar Margna
Aahar MargnaAahar Margna
Aahar Margna
 
Sunyam Margna
Sunyam MargnaSunyam Margna
Sunyam Margna
 
Sanggyi Margna
Sanggyi MargnaSanggyi Margna
Sanggyi Margna
 
Samyktva Margna - 2
Samyktva Margna - 2Samyktva Margna - 2
Samyktva Margna - 2
 
Samyktva Margna - 1
Samyktva Margna - 1Samyktva Margna - 1
Samyktva Margna - 1
 

Recently uploaded

बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?Dr. Mulla Adam Ali
 
2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptxRAHULSIRreasoningvlo
 
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...lodhisaajjda
 
knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edknowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edsadabaharkahaniyan
 
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingEmail Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingDigital Azadi
 
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningKabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningDr. Mulla Adam Ali
 

Recently uploaded (6)

बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
 
2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx
 
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
 
knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edknowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
 
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingEmail Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
 
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningKabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
 

Gunsthan 7-14

  • 1. गाथा 1 : मगलाचरण जाे स, श एव अकलक है एव जनके सदा गुणपी राे के भूषणाे का उदय रहता है, एेसे ी जनेवर नेमच वामी काे नमकार करके जीव क पणा काे कगा स स पणमय जणदवरणेमचदमकलक गुणरयणभूसणुदय जीवस पवण वाेछ visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 1
  • 2. सजलणणाेकसायाणुदअाे मदाे जदा तदा हाेद अपमगुणाे तेण य, अपमाे सजदाे हाेद 45 अथ - जब सवलन अाैर नाेकषाय का मद उदय हाेता है तब सकल सयम से यु मुिन के माद का अभाव हाे जाता है इस ही लये इस गुणथान काे अमसयत कहते है इसके दाे भेद है - एक वथानाम, दूसरा साितशयाम 45 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 2
  • 3. मुिन जीवन का थम गुणथान visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 3
  • 4. अम-वरत परणामपरणाम माद का अभाव सकल सयमयु मुिन िनमिनम सवलन अाैर नाेकषाय का मद उदय ३ कषाय चाैकड़ का अनुदय visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 4
  • 5. णासेसपमादाे, वयगुणसीलाेलमडअाे णाणी अणुवसमअाे अखवअाे, झाणणलणाे  अपमाे 46 अथ - जस सयत के सपूण याय माद न हाे चुके है, अाैर जाे सम ही महात, अाईस मूलगुण तथा शील से यु है, शरर अाैर अाा के भेदान मे तथा माे के कारणभूत धययान मे िनरतर लन रहता है, एेसा अम मुिन जब तक उपशमक या पक ेणी का अाराेहण नही करता तब तक उसकाे वथान अम अथवा िनरितशय अम कहते है 46 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 5
  • 6. 7 वा गुणथान7 वा गुणथान वथान अम वरत वथान अम वरत जसमे जीव 6 – 7 वे गुणथान मे गमनागमन करता है जसमे जीव 6 – 7 वे गुणथान मे गमनागमन करता है साितशय अमवरत साितशय अमवरत जसमे जीव ेणी अाराेहण करता है जसमे जीव ेणी अाराेहण करता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 6
  • 7. वथान अम साितशय अम म वरत अपूवकरण 7 वा गुणथान visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 7
  • 8. इगवीसमाेहखपणुपसमणणमाण ितकरणाण तह पढम अधापव, करण त करेद अपमाे 47 अथ - अयायानावरण, यायानावरण अाैर सवलन सबधी ाेध, मान, माया, लाेभ इस तरह बारह अाैर नव हायादक नाेकषाय कु ल मलकर माेहनीय कम क इन इस कृ ितयाे के उपशम या य करने काे अाा के ये तीन करण अथात् तीन कार के वश परणाम िनमभूत है - अध:करण, अपूवकरण अाैर अिनवृकरण उनमे से साितशय अम अथात् जाे ेण चढ़ने के लये सुख या उत अा है वह िनयम से पहले अध:वृकरण काे करता है 47 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 8
  • 9. उपशम ेणी पक ेणी 21 कृ ितयाे का उपशम 21 कृ ितयाे का य 8, 9, 10, 11 गुणथान 8, 9, 10, 12 गुणथान ेणी ा? ेणी अथात् चार माेहनीय क 21 कृ ितयाे के उपशम या य मे िनमभूत वृगत वीतराग परणाम visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 9
  • 10. 8 8 9 10 12 10 9 11 7 पक ेणी उपशम ेणी 13 वा गुणथान ायक सय ायक सय, उपशम सय ायक सय मुिनराज उपशम ेणी या पक ेणी अाराेहण कर सकते है उपशम सय मुिनराज उपशम ेणी ही अाराेहण कर सकते है, पक ेणी नही visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 10
  • 11. ेणी चढ़ने क वध ायाेपशमक सयवी अम सयत मुिनराज अनतानुबधी क वसयाेजना करके फर वाम करके दशन माेह का उपशम करे दशन माेह क पणा करे अध: वृकरण ारभ करते है अथवा वाम करके visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 11
  • 12. अथवाअथवा ायक सयवी अम मुिनराज ायक सयवी अम मुिनराज अध:वृकरण करते हैअध:वृकरण करते है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 12
  • 13. जा उवरमभावा, हेमभावेह सरसगा हाेित ता पढम करण अधापवाे ण 48 अथ - अध:वृकरण के काल मे से ऊपर के समयवती जीवाे के परणाम नीचे के समयवती जीवाे के परणामाे के सश अथात् सया अाैर वश क अपेा समान हाेते है, इसलये थम करण काे अध:वृ करण कहा है 48 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 13
  • 14. • जहा भ समयवती जीवाे के परणाम समान भी हाे सकते है अाैर भ भी हाे सकते है अध वृकरण • जहा भ समयवती जीवाे के परणाम भ ही हाेते है अपूवकरण • जहा समान समयवती जीवाे के परणाम समान ही हाेते है अिनवृकरण visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 14
  • 15. तीन करण एक जीव क अपेा है या नाना जीवाे क अपेा?  नाना जीवाे क अपेा visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 15
  • 16. अताेमुमेाे, तालाे हाेद तथ परणामा लाेगाणमसखमदा, उववर सरसवगया 49 अथ - इस अध:वृकरण का काल अतमुत मा है अाैर उसमे परणाम असयातलाेक माण हाेते है, अाैर ये परणाम ऊपर-ऊपर सश वृ काे ा हाेते गये है 49 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 16
  • 17. अावयक सू सवधन गछ 2 सयात = चय गछ ̶ 1 2  चय  गछ = चयधन सवधन ̶ चयधन = अादधन अादधन गछ = अाद visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 17
  • 18. सवधन = 3072, गछ = 16, सयात = 3 चय 3072 16  16  3 = 4 चयधन 16 − 1 2  4  16 = 15  2  16 = 480 अादधन 3072 ̶ 480 =2592 अाद 2592 16 = 162 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 18
  • 19. 16 222 15 218 14 214 13 210 12 206 11 202 10 198 9 194 8 190 7 186 6 182 5 178 4 174 3 170 2 166 1 162 समय परणामाे क सया अध:वृ करण के परणामाे क रचना (अक स से) कु ल परणाम = 3072 समय = 16 चय = 4 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 19
  • 20. अनुकृ  रचना अनुकृ  गछ = ऊव गछ सयात = 16 4 = 4 अनुकृ  चय = ऊव चय अनुकृ  गछ = 4 4 = 1 सवधन = 162, गछ = 4, चय = 1 चयधन = 4 − 1 2  1  4 = 3  1  2 = 6 अादधन = 162 ̶ 6 = 156 अाद = 156 4 = 39 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 20
  • 21. 162  39 40 41 42 166  40 41 42 43 ताे थम समय सबधी रचना एेसे बनेगी एेसे ही तीय समय सबधी रचना बनाइये एेसे ही सारे समयाे मे बनाइये visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 21
  • 22. 16 222 54 55 56 57 15 218 53 54 55 56 14 214 52 53 54 55 13 210 51 52 53 54 12 206 50 51 52 53 11 202 49 50 51 52 10 198 48 49 50 51 9 194 47 48 49 50 8 190 46 47 48 49 7 186 45 46 47 48 6 182 44 45 46 47 5 178 43 44 45 46 4 174 42 43 44 45 3 170 41 42 43 44 2 166 40 41 42 43 1 162 39 40 41 42 समय परणामाे क सया अनुकृ  के खड अध:वृ करण के सव समयाे क अनुकृ  रचना visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 22
  • 23. अनुकृ  रचना थम समय तीय समय तृतीय समय चतथ समय पचम समय असयात लाेक माण परणाम असयात लाेक माण परणाम असयात लाेक माण परणाम असयात लाेक माण परणाम असयात लाेक माण परणाम काल - अतमुत visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 23
  • 24. अनुकृ  रचना थम समय तीय समय तृतीय समय चतथ समय पचम समय काल - अतमुत नीचे के समय मे थत परणाम-पुज का ऊपर के समय मे पाया जाना visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 24
  • 25. 4 174 42 43 44 45 (121-162) (163-205) (206-249) (246-294) 3 170 41 42 43 44 (80-120) (121-162) (163-205) (206-249) 2 166 40 41 42 43 (40-79) (80-120) (121-162) (163-205) 1 162 39 40 41 42 (1-39) (40-79) (80-120) (121-162) समय परणामाे क सया अनुकृ  के खड visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 25
  • 26. अनुकृ  खडाे के परणाम सबसे जघय खड व उकृ ट खड सवथा असमान है एक खड के जघय से उसी खड का उकृ ट परणाम अनत गुणी वशता लए है खड के उकृ ट से अगले खड का जघय परणाम अनत गुणी वशता लए है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 26
  • 27. वातवक सयाए • अध:वृकरण का काल अतमुत है अथात् असयात समय • कु ल परणामाे क सया असयात लाेक माण है • चय का माण भी असयात लाेक है • एक-एक समय के परणामाे क सया भी असयात लाेक है • अनुकृ  गछ अतमुत का सयातवा भाग हाेकर भी असयात है • अनुकृ  चय का माण भी असयात लाेक है • एक-एक अनुकृ  खड के परणाम भी असयात लाेक है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 27
  • 28. अध वृकरण के 4 अावयक ितसमय अनतगुणी वश बढ़नाितसमय अनतगुणी वश बढ़ना थितबधापसरणथितबधापसरण पाप कृ ितयाे का अनुभागबधापसरणपाप कृ ितयाे का अनुभागबधापसरण पुय कृ ितयाे का बढ़ता अा अनुभाग बधपुय कृ ितयाे का बढ़ता अा अनुभाग बध visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 28
  • 29.  जीव मे हाेने वाला एकमा अावयक ितसमय अनतगुणी वश visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 29
  • 30.  जीव के परणामाे के िनम से  वह भी नवीन बधने वाले कमाे मे visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 30
  • 31.  बधने वाले समत कमाे क थित  हर अतमुत मे  घट-घट कर बधती है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 31
  • 33. समत कमाे का थित-बध ाे घटता है? सफ पाप कृ ितयाे का ाे नही?  ाेक 3 अायु काे छाेड़कर शेष सभी कमाे क थित पाप-प ही है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 33
  • 34.  बधने वाले पाप कमाे का अनुभाग  ितसमय घट-घट कर बधता है  अनतगुणा हीन - अनतगुणा हीन हाेकर  मा थानीय बध हाेता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 34
  • 35. लता दा अथ शैल घाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध नए बधने वाले घाित कमाे मे इन दाे थान का अनुभाग नही बधता visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 35
  • 36. िनब काजीर वष हलाहल अघाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध नए बधने वाले अघाित कमाे मे इन दाे थान का अनुभाग नही बधता visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 36
  • 37. लता दा इन दाे अनुभाग मे भी ितसमय अनत गुणा हीन-हीन हाेकर अनुभाग बाधता है थित अनुभाग समय 1 समय 2 समय 3 समय 4 समय 5 पाप कृ ितयाे का नया अनुभाग बध िनब काजीर घाित कम  अघाित कम  visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 37
  • 38. बधने वाले पुय कमाे का अनुभागबधने वाले पुय कमाे का अनुभाग ितसमय अधक-अधक बधता हैितसमय अधक-अधक बधता है अनतगुणा अधक - अनतगुणा अधकअनतगुणा अधक - अनतगुणा अधक चत:थानीय बध हाेता हैचत:थानीय बध हाेता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 38
  • 39. गुड़ खाड शक रा अमृत अघाित कमाे का चत:थान अनुभाग बध नए बधने वाले अघाित कमाे मे पुय कृ ित का चत:थानीय अनुभाग बध हाेता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 39
  • 40. सभी कमाे का थित बध घटता है पाप कृ ितयाे का अनुभाग बध घटता है पुय कृ ितयाे का अनुभाग बध बढ़ता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 40
  • 41. •अध वृकरण के थम समय से •जब तक बध है अथात् 10वे के अत तक ये चार अावयक कब तक हाेते है? visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 41
  • 42. अताेमुकाल, गमऊण अधापवकरण त पडसमय सझताे, अपुकरण समयइ 50 अथ - जसका अतमुत मा काल है, एेसे अध:वृकरण काे बताकर वह साितशय अम जब ितसमय अनतगुणी वश काे लए ए अपूवकरण जाित के परणामाे काे करता है, तब उसकाे अपूवकरणनामक अमगुणथानवती कहते है 50 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 42
  • 43. एद गुणाणे, वसरससमययेह जीवेह पुमपा जा, हाेित अपुा  परणामा 51 अथ - इस गुणथान मे भसमयवती जीव, जाे पूव समय मे कभी भी ा नही ए थे एेसे अपूव परणामाे काे ही धारण करते है, इसलये इस गुणथान का नाम अपूवकरण है 51 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 43
  • 44. भणसमययेह दु, जीवेह ण हाेद सदा सरसाे करणेह एसमययेह सरसाे वसरसाे वा 52 अथ - यहा पर (अपूवकरण मे) भ समयवती जीवाे मे वश परणामाे क अपेा कभी भी साय नही पाया जाता; कत एक समयवती जीवाे मे साय अाैर वसाय दाेनाे ही पाये जाते है 52 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 44
  • 45. भ समयवती जीवाे के परणाम भ ही एक समयवती जीवाे के परणाम भ भी समान भी visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 45
  • 46. अपूवकरण गुणथान थम समय तीय समय तृतीय समय चतथ समय पचम समय असयात लाेक माण परणामकाल - अतमुत ितसमय अपूव-अपूव परणाम  यहा अनुकृ  रचना नही है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 46
  • 47. सवधन = 4096, गछ = 8, सयात = 4 पद सू चय सवधन गछ2 सयात 4096 8  8  4 = 16 चयधन गछ ̶ 1 2  चय  गछ 8 − 1 2  16  8 = 7  8  8 = 448 अादधन सवधन ̶ चयधन 4096 ̶ 448 = 3648 अाद अादधन गछ 3648 8 = 456 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 47
  • 48. अपूवकरण के परणामाे क रचना (अक स से) कु ल परणाम = 4096 समय = 8 चय = 16 8 568 (3529-4096) 7 552 (2977-3528) 6 536 (2441-2976) 5 520 (1921-2440) 4 504 (1417-1920) 3 488 (929-1416) 2 472 (457-928) 1 456 (1-456) समय प रणाम क सं या visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 48
  • 49. अताेमुमेे, पडसमयमसखलाेगपरणामा कमउा पुगुणे, अणुक णथ णयमेण 53 अथ - इस गुणथान का काल अतमुत मा है अाैर इसमे परणाम असयात लाेकमाण हाेते है, अाैर वे परणाम उराेर ितसमय समानवृ काे लये ए है तथा इस गुणथान मे िनयम से अनुकृ  रचना नही हाेती है 53 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 49
  • 50. वातवक सयाए अपूवकरण का काल अतमुत है अथात् असयात समय कु ल परणामाे क सया असयात लाेक माण है चय का माण भी असयात लाेक है एक-एक समय के परणामाे क सया भी असयात लाेक है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 50
  • 51. परणामाे क वश अपूवकरण के पहले समय का जघय परणाम अध:वृ करण के अतम सववश परणाम से भी अनतगुणा वश है येक समय के जघय परणाम से उसी समय का उकृ ट परणाम अनत गुणी वशता लए है एक समय के उकृ ट परणाम से अगले समय का जघय परणाम भी अनत गुणी वशता लए है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 51
  • 52. अपूवकरण के 4 अावयक 1. गुणेणी िनजरा 2. गुण-समण 3. थित-काडक घात 4. अनुभाग-काडक घात ये सब काय सा के कमाे मे हाेते है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 52
  • 53.  सा मे थत कमाे क  ितसमय  असयात गुणाकार प से  िनजरा हाेना  गुणेणी िनजरा कहलाता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 53
  • 54. गुणेणी का उदाहरण मानाक अपकृ  य = 8500, गुणेणी अायाम = 4 िनषेक य चतथ िनषेक मे दया य 6400 तृतीय िनषेक मे दया य 1600 तीय िनषेक मे दया य 400 थम िनषेक मे दया य 100 8500 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 54
  • 55. गुणेणी िनजरा पूव सव गुणेणी ारा िनजरा अतमुत 100 400 1600 6400 उदाहरण visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 55
  • 56.  जनका बध नही हाे रहा, सा मे थत एेसी पाप कृ ितयाे का  ितसमय  असयात गुणा  वतमान मे बधने वाल अय कृ ित प हाेना  गुण-समण कहलाता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 56
  • 57. एक कम का अय कमप हाेनाएक कम का अय कमप हाेना कन कमाे का ?कन कमाे का ? अशत कमाे काअशत कमाे का बधने वालाे का ?बधने वालाे का ? नही, सा के कमाे कानही, सा के कमाे का कब ?कब ? ितसमयितसमय कतना ?कतना ? पहले समय से अगले समय असयातगुणापहले समय से अगले समय असयातगुणा वष visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 57
  • 58. समण िनयम मूल कृ ितयाे मे परपर समण नही हाेता है चाराे अायुअाे का अापस मे समण नही हाेता है माेहनीय के उर भेद – दशन माेहनीय अाैर चार माेहनीय का अापस मे समण नही हाेता है दशन माेहनीय का दशन माेहनीय मे अाैर चार माेहनीय का चार माेहनीय के भेदाे मे अापस मे समण हाे सकता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 58
  • 59. थितकाडक घात  सा मे थत  समत कमाे क थित  हर अतमुत मे न करना  थितकाडक घात कहलाता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 59
  • 60. थित थित घटाकर िनषेकाे काे नीचे क थित मे लाना ि थ तकांडक घात कै से होता है ?  जतनी थित नाश करनी है, अ भाग के उतने थित के िनषेकाे काे नीचे क थित मे दया जाता है ।  एक अतमुत मे सारे िनषेकाे काे नीचे देकर ऊपर क थित समा हाे जाती है । visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 60
  • 61. थम अतमुत तीय अतमुत 95 वष तृतीय अतमुत 90 वष चतथ अतमुत 85 वष पचम अतमुत 80 वष थित काडकघात 100 वष थित उदाहरण- थित सव माना 100 वष visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 61
  • 62. वशेष एक थितखडन मे अतमुत काल लगता है अायु काे छाेड़कर शेष सारे कमाे क थित का खडन (घात) कया जाता है एक करण मे सयात हजार बार थितकाडक घात हाेते है एेसे थितकाडक घात के ारा थित-सव करण के अाद से अत मे सयात गुणा कम हाे जाता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 62
  • 63. अनुभाग काडक घात  सा मे थत  पाप कृ ितयाे का अनुभाग  हर अतमुत मे  अनत बभाग न करना  अनुभागकाडक घात कहलाता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 63
  • 64. अनुभाग घटाकर पधकाे काे हीन श वाले पधकाे मे लाना अनुभागकाडक घात कै से हाेता है ? जतने अनुभाग का नाश करना है, अ भाग के उतने अनुभाग के पधकाे काे हीन अनुभाग के पधकाे मे दया जाता है । एक अतमुत मे सारे पधकाे काे हीन अनुभाग मे देने पर अधक श वाले पधक समा हाे जाते है । visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 64
  • 65. थित समय अनुभाग अनुभाग-काडक-घात थम अतमुत तीय अतमुत तृतीय अतमुत visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 65
  • 66. वशेष एक अनुभाग खडन मे अतमुत काल लगता है सा के सव अशत कमाे का अनुभाग घात हाेता है पुय कृ ितयाे का अनुभाग नही घटता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 66
  • 67. गुणेणी िनजरा गुणेणी िनजरा देशाे क े गुण समणगुण समण कृ ित का य थित खडनथित खडन थित का काल अनुभाग खडन अनुभाग खडन अनुभाग का भाव visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 67
  • 68. तारसपरणामयजीवा  जणेह गलयितमरेह माेहसपुकरणा, खवणुवसमणुया भणया 54 अथ - अान अधकार से सवथा रहत जनेदेव ने कहा है क उ परणामाे काे धारण करने वाले अपूवकरण गुणथानवती जीव माेहनीयकम क शेष कृ ितयाे का पण अथवा उपशमन करने मे उत हाेते है 54 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 68
  • 69. णापयले णे, सद अाऊ उवसमित उवसमया खवय ढे खवया, णयमेण खवित माेह त 55 अथ - जनके िना अाैर चला क बधयुछ हाे चुक है तथा जनका अायुकम अभी वमान है, एेसे उपशमेणी का अाराेहण करने वाले जीव शेष माेहनीय का उपशमन करते है अाैर जाे पकेणी का अाराेहण करने वाले है, वे िनयम से माेहनीय का पण करते है 55 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 69
  • 70. उपशम ेणी अपूवकरण के थम भाग मे मरण नही शेष काल मे मरण सभव है पक ेणी सव मरण सभव नही visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 70
  • 71. एक कालसमये, सठाणादह जह णवित ण णवित तहाव य, परणामेह महाे जेह 56 हाेित अणयणाे ते, पडसमय जेसमेपरणामा वमलयरझाणयवह-सहाह ण कवणा 57 अथ - अतमुतमा अिनवृकरण के काल मे से अाद या मय या अत के एक समयवती अनेक जीवाे मे जसकार शरर क अवगाहना अाद बा करणाे से तथा ानावरणादक कम के याेपशमाद अतरम करणाे से परपर मे भेद पाया जाता है, उसकार जन परणामाे के िनम से परपर मे भेद नही पाया जाता उनकाे अिनवृकरण कहते है अिनवृकरण गुणथान का जतना काल है, उतने ही उसके परणाम है इसलये उसके काल के येक समय मे अिनवृकरण का एक ही परणाम हाेता है तथा ये परणाम अयत िनमल यानप अ क शखाअाे क सहायता से कमवन काे भ कर देते है 56-57 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 71
  • 72. अिनवृकरण गुणथान अ + िनवृ + करणअ + िनवृ + करण वमान नही है + भेद + वश परणामाे मेवमान नही है + भेद + वश परणामाे मे वह अिनवृकरण हैवह अिनवृकरण है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 72
  • 73. अिनवृकरण गुणथान वशेष: शरर का सथान, वण, वय तथा उपयाेगाद मे भेद सभव है यहा येक समय सभी जीवाे के एक जैसा, एक ही परणाम सभव है इसका काल अतमुत है थम समय तीय समय तृतीय समय चतथ समय पचम समय काल - अतमुत एक ही परणाम visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 73
  • 74. अिनवृकरण के अावयक  20 कृ ितयाे का य  10वे गुणथान मे भाेगने के लये सवलन लाेभ क सू कृ ी  11वे गुणथान के लये 21 कृ ितयाे का अतरकरणप उपशम  चढ़ने अाैर उतरने के 10वे गुणथान मे भाेगने के लए सवलन लाेभ क सू कृ ी पक ेणी मे उपशम ेणी visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 74
  • 75. अध:वृकरण अपूवकरण अिनवृकरण परणाम ऊपर समय वाले जीवाे के परणाम नीचे समय वालाे से मलते है ितसमय अपूव (जाे पहले न ये हाे) एेसे नवीन परणाम हाेते है जहा सथानाद का भेद हाेने पर भी परणामाे मे भेद नही एक समयवती जीवाे के परणाम समान भी, भन भी समान भी, भन भी समान ही भन समयवती जीवाे के परणाम समान भी, भन भी भन ही भन ही अनुकृ  रचना हाेती है नही हाेती है नही हाेती है परणामाे क सया असयात लाेकमाण (ऊपर—2 समान वृ सहत) असयात लाेकमाण (अध:वृकरण से असयातगुणे) असयात—जतने इसके समय काल तीनाे का अतमुत सबसे बड़ा अध:वृकरण से सयात गुणा हीन अपूवकरण से सयात गुणा हीन उदाहरण 16 समय 8 समय 4 समय visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 75
  • 76. ये करण के परणाम अाैर कहा-कहा हाेते है? . पद गुणथान 1 थमाेपशम सयव १ 2 अनतानुबधी क वसयाेजना ४ से ७ 3 ायक सयव ४ से ७ 4 तीयाेपशम सयव ७ 5 उपशम ेणी ७, ८, ९ 6 पक ेणी ७, ८, ९ visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 76
  • 77. धुदकाेसभयवथ, हाेह जहा सहमरायसजु एव सहमकसाअाे, सहमसरागाे णादाे 58 अथ - जस कार धुले ए काैसभी व मे लालमा - सखी सू रह जाती है, उसी कार जाे जीव अयत सू राग-लाेभ कषाय से यु है उसकाे सूसापराय नामक दशम गुणथानवती कहते है 58 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 77
  • 78. सूसापराय गुणथान सू सवलन लाेभ का उदय अयत सू राग (लाेभकषाय) से सयु धुले ए काैसभी व के समान सू लालमा visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 78
  • 79. पुापुफय-बादरसहमगयक अणुभागा हीणकमाणतगुणेण-वरादु वर च हेस 59 अथ - पूवपधक से अपूवपधक के अाैर अपूवपधक से बादरकृ  के तथा बादरकृ  से सूकृ  के अनुभाग म से अनतगुणे-अनतगुणे हीन है अाैर ऊपर के (पूव-पूव के ) जघय से नीचे का (उराेर का) उकृ  अाैर अपने-अपने उकृ  से अपना-अपना जघय अनतगुणा अनतगुणा हीन है 59 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 79
  • 80. पूव अाैर अपूव पधक मे अतर पूव पधक अपूव पधक वप ससार-अवथा मे पाए जाने वाले कम क श समूहप अिनवृकरण परणामाे से कए गए पूव पधक के अनतवे भाग माण visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 80
  • 81. कृ  अनुभाग का कृ ष करना (घटाना) visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 81
  • 82. एक पधक से दूसरे पधक का अनुभाग थाेड़ा ही अधक है, जबक एक कृ  से दूसर कृ  का अनुभाग अनत गुणा है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 82
  • 83. पूव पधकअपूव पधकबादर कृ  सू कृ  अनुभाग अनत गुणा हीन अनुभाग का म जघय उकृ ट उकृ ट उकृ ट जघय जघय जघय उकृ ट अनुभाग अनत गुणा हीन अपूव पधक अनुभाग अनत गुणा हीन उकृ ट जघय अपूव पधक उकृ ट जघय अपूव पधक उकृ ट जघय visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 83
  • 84. कषाय-नाेकषाय सभी के हाेते है अपूव पधक सवलन ाेध, मान, माया लाेभ क हाेती है बादर कृ ी सफ सवलन लाेभ क हाेती है सू कृ ी visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 84
  • 85. उपशम ेणी मे सू कृ  ही हाेती है, अपूव पधक अाैर बादर कृ  नही क जाती visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 85
  • 86. अणुलाेह वेदताे, जीवाे उवसामगाे व खवगाे वा साे सहमसापराअाे, जहखादेणूणअाे क च 60 अथ - चाहे उपशम ेणी का अाराेहण करनेवाला हाे अथवा पकेणी का अाराेहण करनेवाला हाे, परत जाे जीव सूलाेभ के उदय का अनुभव कर रहा है, एेसा दशवे गुणथानवाला जीव यथायात चार से कु छ ही यून रहता है 60 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 86
  • 87. 6 से 10 गुणथान मे सवलन का उदय कै सा ? गुणथान सवलन का उदय 6 ती 7 मद 8 मदतर 9 मदतम 10 सू visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 87
  • 89. कदकफलजुदजल वा, सरए सरवाणय व णलय सयलाेवसतमाेहाे, उवसतकसायअाे हाेद 61 अथ - िनमल फल से यु जल क तरह, अथवा शरद ऋत मे ऊपर से वछ हाे जाने वाले सराेवर के जल क तरह, सपूण माेहनीय कम के उपशम से उप हाेने वाले िनमल परणामाे काे उपशातकषाय नामक यारहवा गुणथान कहते है 61 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 89
  • 90. उपशातकषाय गुणथान िनम सव माेहनीय कम का उपशम परणाम पूण वीतराग िनमल दशा उदाहरण 1. िनमल फल से सहत वछ जल 2. शरद-कालन सराेवर का जल visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 90
  • 91. अयायानावरण यायानावरण सवलन नाेकषाय उपशातमाेह गुणथान visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 91
  • 92. पतन के कारणपतन के कारण कालयकालय िनयम से दसवा गुणथान िनयम से दसवा गुणथान भवयभवय िनयम से देवगित – चाैथा गुणथान िनयम से देवगित – चाैथा गुणथान visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 92
  • 93. णसेसखीणमाेहाे, फलहामलभायणुदयसमचाे खीणकसाअाे भणद, णगथाे वीयरायेह 62 अथ - जस िनथ का च माेहनीय कम के सवथा ीण हाे जाने से फटक के िनमल पा मे रखे ए जल के समान िनमल हाे गया है उसकाे वीतराग देव ने ीणकषाय नाम का बारहवे गुणथानवती कहा है 62 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 93
  • 94. ीणकषाय गुणथान सव माेहनीय कम का य अयत िनमल वीतरागी परणाम फटक मण के पा मे रखा िनमल जल visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 94
  • 95. के वलणाणदवायरकरण-कलावपणासयणाणाे णवके वललुगम, सजणयपरमपववएसाे 63 असहायणाणदसणसहअाे इद के वल  जाेगेण जुाे ित सजाेगजणाे, अणाइणहणारसे उाे 64 अथ - जसका के वलानपी सूय क अवभागितछेदप करणाे के समूह से (उकृ  अनतानत माण) अान-अधकार सवथा न हाे गया हाे अाैर जसकाे नव के वललधयाे के (ायक-सयव, चार, ान, दशन, दान, लाभ, भाेग, उपभाेग, वीय) कट हाेने से ‘परमाा’ यह यपदेश (सा) ा हाे गया है, वह इय-अालाेक अाद क अपेा न रखने वाले ान-दशन से यु हाेने के कारण के वल अाैर याेग से यु रहने के कारण सयाेग तथा घाित कमाे से रहत हाेने के कारण जन कहा जाता है, एेसा अनादिनधन अाष अागम मे कहा है 63-64 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 95
  • 96. पराथप सपदा वाथप सपदा • सूय क करणाे के समूह समान के वलान के ारा दयविन से पदाथ काशत कर शयाे के अान- अधकार काे नट करते है • नव के वल लध सहत हाेने से परमाा है • ायक सयव, चार, ान, दशन, दान, लाभ, भाेग, उपभाेग, वीय visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 96
  • 97. सयाेग-के वल-जन सयाेग •याेग-सहत हाेने से के वल •असहाय (पर सहायरहत) ान-दशन हाेने से जन •घाित कमाे का समूल नाश करने से visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 97
  • 98. सीले स सपाे, णणसेसअासवाे जीवाे करयवपमुाे, गयजाेगाे के वल हाेद 65 अथ - जाे अठारह हजार शील के भेदाे का वामी हाे चुका है अाैर जसके कमाे के अाने का ार प अाव सवथा बद हाे गया है तथा सव अाैर उदयप अवथा काे ा कमप रज क सवथा िनजरा हाेने से उस कम से सवथा मु हाेने के सुख है, उस याेगरहत के वल काे चाैदहवे गुणथानवती अयाेग- के वल कहते है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 98
  • 99. अठारह हजार शील के भेदाे का वामी सव अाव िनराेधक सव अाैर उदय ा कमरज से मु हाेने के सुख याेगरहत के वल visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 99
  • 100. सुपीये, सावयवरदे अणतकसे दसणमाेहखवगे, कसायउवसामगे य उवसते 66 खवगे य खीणमाेहे, जणेस दा असखगुणदकमा तवरया काला, सखेगुणमा हाेित 67 अथ - सयाेप अथात् साितशय मया अाैर सय, ावक, वरत, अनतानुबधी कम का वसयाेजन करनेवाला, दशनमाेहनीय कम का य करनेवाला, कषायाे का उपशम करने वाले 8-9-10वे गुणथानवती जीव, उपशातकषाय, कषायाे का पण करनेवाले 8-9- 10वे गुणथानवती जीव, ीणमाेह, सयाेगी अाैर अयाेगी दाेनाे कार के जन, इन यारह थानाे मे य क अपेा कमाे क िनजरा म से असयातगुणी-असयातगुणी अधक-अधक हाेती जाती है अाैर उसका काल इससे वपरत है म से उराेर सयातगुणा-सयातगुणा हीन है 66-67 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 100
  • 101. गुणेणी िनजरा के थान थान वप वामी (गुणथान अपेा) साितशय मया थमाेपशम सयव क उप के समय करण लध के अितम समय मे वतमान जीव 1 1. सय अती ावक 4 2. ावक ती ावक 5 3. वरत मुिन 6-7 4. अनतानुबधी वयाेजक अनतानुबधी काे अयायानावरण अाद प वसयाेजत करने वाला 4-7 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 101
  • 102. थान वप वामी (गुणथान अपेा) 5. दशनमाेह पक दशनमाेह का य करने वाला 4-7 6. उपशामक चारमाेह दबाने वाला उपशम ेणी 8-10 7. उपशात कषाय चारमाेह दबने पर 11 8. पक चारमाेह काे य करने वाला पक ेणी 8-10 9. ीण माेह चारमाेह के य हाेने पर 12 10. वथान सयाेगी जन घाितया कमाे का य करने के बाद याेग-सहत 13 11. समुातगत सयाेगी जन समुात अवथा काे ा सयाेगके वल जन 13 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 102
  • 103. उदाहरण सयात का माण 2 माना, अाैर असयात का माण 5 माना | िनजरा हेत य बाटने याेय अायाम एक िनषेक काे ात अाैसत 1 10,000 2096 5 2 50,000 1024 50 3 2,50,000 512 500 4 12,50,000 256 5000 5 62,50,000 128 50000 ितथान मे य असयातगुणा बढ़ता है अाैर गुणेणी अायाम का काल सयातगुणा हीन हाेता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 103
  • 104. अवहकवयला, सीदभूदा णरजणा णा अगुणा कदका, लाेयगणवासणाे सा 68 सदसव सखाे मड, बुाे णेयाइयाे य वेसेसी ईसरमडलदसण,वदूसण कय एद 69 अथ - जाे ानावरणाद अ कमाे से रहत है, अनतसखपी अमृत के अनुभव करनेवाले शातमय है, नवीन कमबध काे कारणभूत मयादशनाद भावकमपी अन से रहत है, सयव, ान, दशन, वीय, अयाबाध, अवगाहन, सूव, अगुलघु, ये अाठ मुय गुण जनके कट हाे चुके है, कृ तकृ य है, लाेक के अभाग मे िनवास करनेवाले है, उनकाे स कहते है 68 अथ - सदाशव, साय, मकर, बाै, नैयायक अाैर वैशेषक, कतृवाद (ईर काे का मानने वाले), मडल इनके मताे का िनराकरण करने के लये ये वशेषण दये है 69 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 104
  • 105. साे के वशेषण एव अाठ मताे का खडन वशेषण कस मत का खडन मत क मायता (जीव.... िनराकरण ानावरणाद अाठ कमाे से रहत सदाशव ....सदा कम से रहत है मु हाेने पर ही कम से रहत हाेता है मीमासक .... के मु नही कमरहत हाेने पर मु हाेती है सख वप सायमत ....काे मु मे सख नही सव दु:खाे का अभाव कर जीव ही मु मे सखी हाेता है िनरजन (भाव कमाे से रहत) मकर सयासी .... मु हाेने पर ससार मे पुन: अाते है भाव कम के अभाव मे नवीन य कम नही हाेते उसके अभाव मे ससार नही हाेता visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 105
  • 106. वशेषण कस मत का खडन मत क मायता (जीव.... िनराकरण िनय बाै .... णक है सू अथपयाय का उपादयय, परत य सदा िनय अाठ गुणाे से सहत नैयायक वैशेषक .... काे मु मे बु अाद गुणाे का वनाश हाेता है अनतानत गुण कट हाेते है कृ तकृ य (कु छ करना शेष नही) ईवर सृवाद ईवर सृ बनाता है सकल कम नाश हाेने पर कु छ करना शेष नही रहता लाेक के अ भाग मे थत मडल .... सदा ऊपर काे गमन करता, कभी ठहरता नही लाेक के अागे धमातकाय का अभाव हाेने से तनुवातवलय मे थत रहता है visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 106
  • 107. वह गित मे थम, तीय एव चतथ गुणथान ही हाेते है तीसरे, बारहवे एव तेरहवे गुणथान मे जीव क मृयु नही हाेती • पक ेणी के कसी भी गुणथान मे मरण नही हाेता • उपशम ेणी के अाठवे गुणथान के थम भाग मे भी मरण नही हाेता ससार मे पहला, चाैथा, पाचवा, छठवा, सातवा अाैर तेरहवा इन गुणथानाे मे जीव सदा वमान रहते ही है बारहवा, तेरहवा, चाैदहवा एव पकेणी का अाठवा, नाैवा अाैर दसवा ये गुणथान अितपाित है जसके नरक, ितय अाैर अगल मनुय-अायु क सा हाे वाे अवरत सयव से उपर के गुणथानाे मे वेश नही कर सकता सासादन गुणथान मे मरण हाे ताे जीव नरक मे नही जाता | गुणथान : कु छ राेचक तय visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 107
  • 108. 6, 5, 4, 3, 2 1 मयाव 3*, 4, 5, 7 6, 5, 4 2 सासादन 1 6,5,4,1 3 म 1,4 11, 10, 9, 8, 7, 6, 5, 4, 3, 1 4 अवरत सयव 7,5,3,2,1 6,4,1 5 देशवरत 7,4,3,2,1 7 6 मवरत 7,5,4,3,2,1 9,7 8 अपूवकरण 9,7,4! 10, 8 9 अिनवृकरण 10, 8, 4! 11, 9 10 सू सापराय 12, 11, 9, 4! 10 11 उपशात माेह 10, 4! 10 12 ीण माेह 13 12 13 सयाेग के वल 14 13 14 अयाेग के वल स भगवान 8,6,5,4,1 7 अमवरत 8,6,4! गुण थानाे मे गमना गमन visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 108
  • 109. गुणथान उकृ  काल जघय काल 1.मयाव अनाद अनत या अनाद सात या साद सात—कु छ कम अ पुल परावतन अतमुत 2.सासादन छह अावल एक समय 3.म सवाेकृ  अतमुत सव लघु अतमुत 4.अवरत साधक तैतीस सागर अतमुत 5.देशवरत 1 पूवकाेट वष – 1 अतमुत अतमुत 6.मसयत एक अतमुत एक समय 7.अमसयत एक अतमुत एक समय गुणथानाे मे काल अपेा वचार visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 109
  • 110. गुणथान उकृ  काल जघय काल 8.अपूवकरण एक अतमुत एक समय 9.अिनवृकरण एक अतमुत एक समय 10.सूसापराय एक अतमुत एक समय 11.उपशातमाेह एक अतमुत एक समय 12.ीणमाेह जघय, उकृ  = अतमुत 13.सयाेगके वल 8 वष अाैर अतमुत कम 1 काेट पूव अतमुत 14.अयाेगके वल जघय, उकृ  = अ,इ,उ,ऋ, का उारण काल गुणथानाे मे काल अपेा वचार visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 110
  • 111. समयब का बटवारा - उदाहरण समयब = 6300 परमाणु, थित = 48 गुणहािन अायाम = 8 नाना गुणहािन = थित गुणहािन अायाम = = 6 अयाेयायत राश = नाना गुणहािन = = 64 िनषेकहार = 2 गुणहािन अायाम visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 111
  • 112. अितम गुणहािन का य = समयब अयाेयायत राश = = = 100 पूव क गुणहािनयाे का य इससे दुगुना-दुगुना है, अत पाचवी गुणहािन का य 200 चतथ गुणहािन का य 400 तीसर गुणहािन का य 800 तीय गुणहािन का य 1600 थम गुणहािन का य 3200 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 112
  • 113. थम गुणहािन थम िनषेक = समयब साधक डेढ़ गुणहािन = = 512 चय = थम िनषेक िनषेकहार = = 32 थम िनषेक से अगले िनषेक एक-एक चय हीन है | अत थम गुणहािन इस कार ा हाेगी - थम गुणहािन 288 320 352 384 416 448 480 512 थम गुणहानी के सव-य का माण = 3200 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 113
  • 114. तीय गुणहािन थम गुणहािन के अितम िनषेक से एक चय अाैर घटाने पर तीय गुणहािन के थम िनषेक अाता है | थम गुणहािन से अागे-अागे क गुणहािनयाे मे चय अाधा-अाधा हाेता जाता है | अत तीय गुणहािन इस कार हाेगी  तीय गुणहािन 144 160 176 192 208 224 240 256 तीय गुणहानी के सव-य का माण = 1600 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 114
  • 115. शेष गुणहािनया भी इसी कार िनकालना 1st गुणहा न 2nd गुणहा न 3rd गुणहा न 4th गुणहा न 5th गुणहा न 6th गुणहा न 288 144 72 36 18 9 320 160 80 40 20 10 352 176 88 44 22 11 384 192 96 48 24 12 416 208 104 52 26 13 448 224 112 56 28 14 480 240 120 60 30 15 512 256 128 64 32 16 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 115
  • 116. Reference : गाेटसार जीवकाड, सयान चका, गाेटसार जीवकाड रेखाच एव तालकाअाे मे Presentation created by : Smt. Sarika Vikas Chhabra For updates / comments / feedback / suggestions, please contact sarikam.j@gmail.com www.jainkosh.org : 0731-2410880 , 94066-82889 116 visit www.jainkosh.org for granth, notes, audio & video Page: 116