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देविगरी क
े यादव
डॉ िवराग सोनट,
े
सहायक 1ा2ापक
1ाचीन भारतीय इितहास, सं :
ृ ित और
पुरात>
बनारस िहंदू िवBिवCालय
देविगरी क
े यादव
!"ावना
• +ार, म. रा/0क
ू टों क
े सामं त
• चालु: क
े सामंत
• ;े<: वत=मान महारा/0 क
े ना@सक क
े
आसपास
• उDर: परमार
• द@;ण: होयसल
• राजकGय @चH: गIड़
&ोत
• अ"भलेख
• मंिदर
• "स-
े : प/टंक
• सािह45क 6ंथ:
1. हेमाि8 का चतुव=ग="चंताम"ण
(@तख
ं ड)
2. "जनDभासुरी का नासककF
3. मेGतंग का Dबं ध"चंताम"ण
4. JानेKर का भगवतगीता
5. िवLनाथ का DतापGि8य
6. महानुभाव पं"थय: लीळाचOरP
• Dवासी िववरण
Hero stone (Virgal) inscription dated 1286 CE from the
rule of Yadava King Ramachandra in Kedareshvara
temple at Balligavi in Shimoga district, Karnataka state
Mahadeva (1261-1271),
Silver coin,
Obv: lion to left with fore leg raised;
Rev: Nagari legend Mahadeva followed by a
boar running to left
Singhana Deva II (1200-1247).
Silver, lion on obverse and
legend 'Sri Singha / na Deva' on
revers
उ*+,
• ययाित क
े पु< यदु से
• यदु वं श क
े कारण: यादव
• @भMम III: यादवनारायण
• हेमािN: चOवं शी
• PानेQर: यादव राजा रामचंN को चOवं शी
• राजकGय @चH: गIड़ (िवRु वाहन)
मूलिनवास
• Sारावतीपुरवरा@धQर एवं िवRुवं शोSभव
• हेमािN: द@;ण से पहले मथुरा एवं Sारका
• रजवाड़े: उDर भारत क
े मूलिनवासी
• भWारकर, वैY: महारा/0 क
े मराठा ;ि<य
• देसाई: कड़ देश
• अ^ेकर: मराठा, शासक बनने क
े बाद मथुरा क
े यदु वं श से संबं ध
• ११६९ म. यादव वं श का संcापक dढ़+हार Sारावती (क
ं िठयाँवाड) से द@;णापथ
(चंNािदhपुर)
!ारं+भक शासक
सुबा9 एवं ;ढ़!हार
• @तख
ं ड मQ सुबाR को यादवों का आिदपुGष
• सुबाR ने राV चार पुPों मQ िवभा"जत िकया
• इसमQ Xढ़Dहार को द"Zण का ZेP Dा[ Rआ
• परंतु यादवों क
े िकसी अ"भलेख मQ सुबाR का उ]ेख नही
• Xढ़Dहार Dथम ऐितहा"सक पुGष
• िव"धधतातीथ=कF: Xढ़Dहार ने लोगों को चोर-लुटेरों से बचाया (१,००,००० युa)
• हेमाि8: Xढ़Dहार को bीनगर का शासक
• राdeक
ू टों क
े सामंत
• अgेकर: राdeक
ू ट एवं Dितहारों क
े युa क
े पOरणामijप खानदेश ZेP पर आ"धप5
• Xढ़Dहार ने अनुमानतः ८६०-८८० तक राV िकया होगा
सेउणचA !थम
• dढ़+हार का पु<
• यादव वं श का शijशाली शासक
• सेउण क
े नाम पर स वं श को “सेउण राजवं श” भी कहते है।
• संगमनेर अ@भलेख: अपने नाम पर राm का नाम सेउणदेश रखा
• ना@सक से देविगरी का ;े<: सेउणदेश
• सेउणदेश: @सर, ना@सक
• क
ु छ अ@भलखो म. यादव वं श कG शूIवात dढ़+हार क
े cान पर सेउणचO से
• अ^ेकर: सेउणचO रा/0क
ू टों का सामं त होगा
• सेउणचO ने ८८०-९०० तक संभवतः राज िकया होगा
सेउणचA !थम क
े उ,रा+धकारी
• सेउणचO +थम क
े बाद ९०० से ९५० तक
1. धािडयs : वं श का दीप
2. @भMम +थम:
3. @tराज अथवा राज
4. ९५० म. बिuग राजा vआ : वह रा/0क
ू ट क
ृ R तृतीय का सामंत था
5. बिuग का पु< @भMम िSतीय राजा vआ : चालु: का सामंत (भोज को पराx
िकया)
6. वेसु या वेसुिग (@भMम िSतीय का पु<):
7. @भMम तृतीय: चालु: जय@संग I का सामंत (जय@संग I कG पु<ी से िववाह)
8. सेउणचO िSतीय: @भMम तृतीय का पु<
सेउणचA िEतीय
• @भMम तृतीय का पु< एवं उDरा@धकारी
• वं श का उyारकता=
• कzाणी क
े गृहयुy (सोमेQर II x िव{मािदh VI) = म. िव{मािदh का साथ
• िव{मािदh VI का सामंत
• ११९१ क
े गड़ग अ@भलेख म. सेउणचO िSतीय को वं शवृ; का +ार, सेउणचO िSतीय से
• सा|ाm ;े<: महारा/0 (अहमदनगर, ना@सक, खानदेश)
एरमदेव
• सेउणचO िSतीय का पु<
• िव{मािदh VI का सामं त
• १२२० आQी ता|प<: एरमदेव ने िव{मािदh VI को कzाणी क
े राज@संहासन
पर +िति~त िकया
• अ^ेकर: काल{म-१०८५ से ११०५
+भHम पंचम
• यादव वं श का महान शासक
• सा|ाmवादी नीित
• १० वष= युवराज
• राmारोहण वष= : ११८४/८५
• नए संवत का +वत=न
• कzाणी चालु: पतनअवcा
• उपा@ध: महाराजा@धराज, परमेQर, परमभारक
+भHम पंचम x चालुJ
• !भ#म पंचम क) मह+कां-ा बढ़ रही थी।
• क4ाणी का चालु8 वं श सामंतो क
े िव@ोह से परेशान था
• राजनीितक दुबDलता का फ़ायदा उठाते Iए !भ#म पंचम ने चालु8ों पर आLमण िकया
• चालु8 नरेश सोमेMर चतुथD से ११८९ क
े पूवD युR Iआ
• इस युR मT !भ#म पंचम ने चालु8 नरेश सोमेMर चतुथD को परा!जत िकया
• ११८९ क
े अिVिगरी अ!भलेख: कनाDटZीब#भ: कनाDटक का राजल[ी का िय
• परंतु: अ] सामं त जैसे
a) र_
b) !शलाहार
c) कद`
d) पांa
e) होयसल ने !भ#म पंचम क) अ!धसcा dीकार नही क)
+भHम पंचम कK !ारLMक युN उपलLOयाँ
• हेमािN क
े अनुसार @भMम पंचम ने
1. अंतल शासक से tीवध=न @लया : कोंकण बं दरगाह, अ^ेकर:नागपुर
2. +hंडक को परा@जत िकया: उ‚ानाबाद क
े परांडा
3. आमंगलवे/क क
े राजा िबMान कG हhा कG : शोलापुर
• शक संवत ११११ क
े मुDगे अ@भलेख:
1. मालवो क
े @लए @सरदद=
2. वरालों क
े @लए वƒ
3. क@लंगो क
े @लए @संह
4. गुज=रों, चोलों, गौडो एवं पाँचलो क
े हंस…पी शासकों क
े @लए मेघगज=न
5. अंग, वं ग, नेपाल क
े राजाओं क
े @लए काल क
े समान
• सूjमुjावली : @भMम पंचम को मM, मMुिग तथा ऐन शासकों को परा@जत
िकया (पहचान सं@ध‰)
+भHम पंचम x होयसल
• यादव क
े जैसे होयसल भी महŠकां;ी हो गए थे
• होयसल राजा बMाल िSतीय भी शijशाली था
• उसने यादव राm पर आ{मण िकया
• ११९२ म. होयसल राजा बMाल िSतीय ने यादव राजा
@भMम पंचम को युy म. परा@जत िकया
• ११९८ क
े बेलुर अ@भलेख: होयसल नरेश बMाल िSतीय ने
यादव राजा @भMम पंचम क
े @सर क
े रj से अपनी
तलवार को रं@जत िकया
• ११२४ क
े ह‹रहर अ@भलेख: सेउण राजा क
े २,००,०००
पदाती एवं १२,००० घुड़सवार को बMाल िSतीय ने हािन
पvँचायी
• मल+भा एवं क
ृ Rा नािदया दोनो वं शो कG सीमारेखा vयी।
+भHम पंचम का मूQांकन
• वं श का संcापक
• सा|ाm िनमा=ता
• यादव वं श कG cापना
• देविगरी नगर कG cापना
• @सर:अŒ राजधानी
• ;े<िवxार:
• कना=टक, महारा/0,
• (नम=दा से क
ृ Rा)
• िवशाल सेना:
जैतुिग
• !भ#म पंचम का पुe
• ११९३ मT राजा बना
• राg सीमा: काकतीय -ेe से लगी थी
• मनो!ल अ!भलेख: जैतुिग ने
1. गुजDरों
2. लाटों
3. पांaो
4. चोलों को परा!जत िकया
• जैतुिग क
े सेनापित ने
1. मालव
2. क!लंग
3. पंचाल
4. तुhi
5. नेपाल
जैतुिग x काकतीय
• यादव एवं काकतीय ;े< कG सीमा का टकराव
• जैतुिग ने काकतीय शासक महादेव पर आ{मण िकया
• इस युy म. काकतीय शासक महादेव मारा गया
• काकतीय शासक महादेव का पु< गणपित बŽी बनाया
गया
• काकतीय ;े< पर यादव अ@धसDा cािपत vयी
• आपसी तनाव को रोकने क
े @लए सं भवतः
• बाद म. गणपित को वारंगल क
े राज@संहासन पर िबठाया
गया
+संहण िEतीय
• जैतुिग का पु<
• @संहण िSतीय क
े काल म. यादव वं श क
े ग‹रमा म. अhा@धक वृ@y
• युवराज रहते+शासकGय अनुभव एवं सफल काकतीय आ{मण
• १२१० म. राजा बना
• अनेक युy म. सहभाग
+संहण िEतीय x होयसल
• होयसल यादवों क
े !लए ितjधk थे
• यादवों क
े जैसे होयसल भी द!-ण मT शlmशाली वं श बनक
े उभरा था
• १२११ क
े आसपास !संहण िoतीय ने होयसल पर आLमण िकया
• होयसल क
े अ] सामंत भी !संहण िoतीय से आ !मले
• !संहण िoतीय ने होयसलो क
े सामंत !सp पर आLमण िकया
• १२१२ मT !संहण िoतीय ओर होयसल क
े मr युR Iआ !जसमT होयसल परा!जत Iए
• १२१३ मT !संहण िoतीय, होयसल राजधानी oारसमु@ क) ओर गया
• होयसलो क
े सामंत !सp अब यादवों ले सामंत बन गए थे
• होयसलो क
े उcरी -ेe !संहण िoतीय ने अ!धनसत िकए
• १२१७ क
े गड़ग अ!भलेख: “होयसल uपी कमल क
े बगीचे को नv करनेवाला हाथी”
• होयसलो को परा!जत करने क
े बाद: शिनवार!स!R उपा!ध धारण क)
+संहण िEतीय x +शलाहार
• १२१६ म. कोापुर क
े @शलाहार पर आ{मण
• @शलाहार शासक भोज िSतीय कzाणी चालु:ों का सामंत
• २ वष‘ क
े युy क
े बाद @शलाहार शासक परा@जत vआ एवं
• पHाला िक़ले म. शरण ली
• “भोज …पी सप= क
े @लए गIड़”
• १२३२ क
े पुIषोDमपूरी ता|प<: @संहण िSतीय ने @शलाहार शासक को पHाला
िक़ले म. बं दी बनाकर रखा
+संहण िEतीय का उ,र भारत अ+भयान
• द@;ण म. icित मज़बूत कG
• मालवा क
े परमार एवं गुजरात क
े चालु:ों पर आ{मण
• सव=+थम लाट शासक (परमार सामं त) @संधुराज पर आ{मण
• १२२८क
े युy म. @संधुराज परा@जत vआ, यादव सेना भ…क• तक गयी
• क
ु छ समय बाद @संहण िSतीय ने पुनः लाट पर आ{मण िकया एवं वहा क
े शासक शं ख को
बं दी बनाया, बाद म. वह यादवों का अ@धनx vआ
• इसक
े बाद @संहण िSतीय ने गुजरात क
े वाघेलों से युy िकया जो दीघ=काल तक चला
• १२२९ म. @संहण िSतीय चालु: राm को परा@जत करने क
े उ–े— से पुनः आ{मण िकया
• इस युy म. चालु: शासक क
े पु< राम का युy म. मृhु vयी
• लेिकन २० वष‘ का +यास असफल ही रहा
• १२०६ क
े पाटन अ@भलेख: मथुरा एवं वाराणसी क
े शासक यादवों कG अ@धसDा ˜ीकार करते
थे
+संहण िEतीय x काकतीय
• काकतीय नरेश गणपित शijशाली हो गया था
• गणपित म. यादव ;े< पर आ{मण िकया
• १२३०-३१ म. काकतीय शासक गणपित ने देविगरी पर आ{मण िकया
• इस युy म. संभवतः @संहण िSतीय कG पराजय vई
• @संहण िSतीय को गणपित से सं @ध करनी पड़ी
• प‹रणाम˜…प बvत से धन-स™@D देनी पड़ी
+संहण िEतीय का मूQांकन
• ;े<: कोंकण, लाट, महारा/0, िवदभ=,
कना=टक, आंš
• िवxार: उDर म. नम=दा द@;ण म. तुंगभNा
• पूव= म. कनू=ल, प@›म: समुN
• उपा@ध: रायनारायण, +ौढ़+तापच{वतœ
• िवSानो का संर;क: चंगदेव एवं अनंतदेव को
संर;ण (mोितष िवYा)
• शारंगदेव: सं गीतराकर žंथ कG रचना
(उDर+द@;ण सं गीत
• चंगदेव: खानदेश म. mोितष िवYालय
• मुiŸम आ{मणों क
े +ित उदासीन
• सोमनाथ क
े मंिदर का जीण yार
क
ृ W
• @संहण िSतीय का पौ<
• १२४७ म. राजा बना
• क
ृ R ने अनेक युy िकए
1. मालवा क
े परमार
2. कलचुरी
3. कद¢
4. @शलाहार
5. पां£
6. चोल
क
ृ W का युN अ+भयान
१ मालवा: राजा बनते ही क
ृ H ने परमारो पर आJमण िकया
परमार शासक जयतुिगदेव को पराMजत कर मार डाला
११७२ क
े अMभलेख: “मालवRपी कामदेव क
े Mलए सपT”
२ मालवा क
े बाद क
ृ H ने गुजरात क
े बाघेलो क
े िवVW मोचाT खोला
बाघेल राजा िवसलदेव युW मX पराMजत Yआ
३ कलचुरी क
े पतन क
े बाद इन [ेों पर अराजकता थी
क
ृ H ने इस [े को यादवों क
े अधीन िकया
मनौली अMभलेख: “िपूर क` सेनाओं क
े Mलए िने”
४ दM[ण कोशल क
े राजाओं को हराया
५ पMdम मX कदe शासक षgदेव तृतीय को पराMजत िकया ( सेनापित बीचण)
६ कोंकण क
े Mशलाहार शासक को पराMजत िकया (सेनापित मi)
७ जटावमTन क
े नेतृ> मX पांj शklशाली हो गए थे, १२५२ मX जटावमTन ने यादव सामंत गणपित क
े िवVW
आJमण िकया, इसMलए यादव सेनापित मi ने पांj सेना पर आJमण िकया।इस युW मX पांj सेना क`
पराजय Yयी।
८ पुVषोoमपूरी ताpप: चोल शासक यादवों क` अMधसoा qीकार करते थे
क
ृ W का मूQांकन
• सा|ाm िवxारक
• क
ं धारपुर : राजधानी
• िवSान: सूjमुjावली žंथ कG
रचना
• िवSानो का संर;क: अमलानंद
ने वामती žंथ (िटका) @लखी,
• च{धर ने महानुभाव पंथ कG
cापना कG
• क
ृ R वैिदक धम=नुयायी था,
उसने अनेक वेिदक यPकाय=
िकए
• हxी िवYा म. पारंगत
महादेव
• क
ृ R का भाई
• १२६० म. राजा बना (१२५० से युवराज)
• साम‹रक एवं सािहihक गितिव@धयों का काल
• महादेव ने अनेक युyों म. भाग @लया
1. @शलाहार
2. काकतीय
3. गुजरात
4. मालवा
महादेव x +शलाहार
• @शलाहार राm ¤ापारी dि/कोण से
महŠपूण= था
• ;े<: ठाणा ,अलीबाग़, रािगरी,सूरत
का द@;णी ;े<
• महादेव ने @शलाहार शासक सोमेQर को
दो बार परा@जत िकया
• अंत म. महादेव ने @शलाहार राm
यादवों क
े राm म. जोड़ @लए
• वहा पर गवन=र िनयुj िकया गया
महादेव x काकतीय
• वारंगल म. इस समय गणपित कG पु<ी
INा¢ा शासन कर रही थी
• उसक
े िवIy आंत‹रक िवNोह होने से
यादवों क
े @लए राजनीितक अनुक
ू ल
प‹रicित थी
• महादेव ने काकतीयराm पर आ{मण
िकया एवं INा¢ा को परा@जत िकया
• इस युy म. INा¢ा ने महादेव ने बvत
हाथी, एवं पं चवाY +ा¦ िकए
• +तापच‹र< क
े अनुसार: INा¢ा ने
यादवों कG सेना का देविगरी तक पीछा
िकया एवं देविगरी म. INा¢ा ने
िवजयxंभ cािपत िकया
महादेव x होयसल
• महादेव ने होयसल पर आ{मण
िकया
• इस समय होयसल नरेश नर@संह
शijशाली था
• ११८६ क
े अ@भलेख म. महादेव को
“होयसलरायकोलाहल”
• संभवतः युy अिनणœत रहा हो
• दोनो प; िवजय कG चचा= करते है
महादेव का उ,र- प+Xमी भारत
• पैठन ता|प<:गुजरात का बाघेल शासक वीसलदेव को महादेव ने पराx िकया
• हेमािN: महादेव ने मालवा पर िवजय +ा¦ कG थी
• गौड़
• उ§ल
• कद¢
महादेव का मूQांकन
• अनेक युyों का िवजेता
• सा|ाm को बनाए रखा
• महान सािहhकार हेमािN +धान एवं सवा=@धकारी था
• उसने चतुव=ग=@चंताम@ण कG रचना कG
अYण (आमणदेव)
• महादेव का पु<
• CE 1270 म. राजा बना
• हेमािN कG राज+शxी म. अ¨ण का उMेख नही
• महादेव ने अ¨ण क
े cान पर अपने चचरे भाई रामचंN को राजा बनाना चाहता था
• अ¨ण िवला@सता ि+य शासक था
• नृh एवं संगीत +ेमी
• रामचंN ने युij से अ¨ण को बं दी बनाया एवं राज@संहासन पर अ@धकार कर @लया
• मिहंNा भ क
े लीलाच‹र<: रामचंN ने धोक
े से अ¨ण का वध िकया
• अ¨ण ने १ वष= तक शासन िकया
रामचं[ (रामदेव)
• अ¨ण को अपदc कर रामचंN १२७१-१२७२ म. देविगरी का राजा बना
• रामचंN ने कई युyों म. भाग @लया
1. मालवा
2. बघेल
3. होयसल
4. कलचुरी
5. काकतीय
6. वाराणसी क
े मुiŸम
रामचं[
१ मालवा: ठाणा अ!भलेख: “ मालवा क
े oीपों को बुझाने वाल तूफ़ान”
श॰संवत: ११९८ क
े उडzर अ!भलेख: मालवराज अजुDन क
े हा!थयों को नv करनेवाला !संह
२ बाघेल: ठाणा अ!भलेख- “गुजDरों क
े हा!थयों को नv करनेवाला !संह”
३ होयसल: १२७५ मT oारसमु@ क) सीमा पर होयसलो से युR Iआ, थम होयसलो को बढ़त !मली
लेिकन बाद मT यादवों ने बढ़त ली एवं युR मT !जत हा!सल क)। रामचं@ ने होयसल सेना अM एवं
संपती अ!जDत क)। युR िवजय क
े उपल} मT रामचं@ मT हzरनगर मT ल[ी-नारायण मिदर का
िनमाDण िकया।
४ पुhषोcमपूरी ता€पe: दहाल, भांडाग़र एवं ‚ालों क
े राजाओं को हराया एवं वƒाकर क
े शासक को
परा!जत िकया (रामचं@ क
े अ!भलेख लांजी एवं रामटेक से ा„ Iआ
a) दहाल: कलचुरी
b) भांडाग़र: भं डारा
c) ‚ालों क
े राजा: बालाघाट
d) वƒाकर: वैरागड
५ काकतीय : h@ा`ा क
े िवरोधी अ`देव क) सहायता क), लेिकन युR मT सफलता नही !मली
६ पुhषोcमपूरी ता€पe: वाराणसी से मुसलमानों को खदेड़ कर एक मिदर का िनमाDण िकया
रामचं[ x अHाउीन Lख़लजी
• १२९४ मQ अ]ाउqीन 4ख़लजी ने देविगरी पर आsमण िकया
• रामचं8 कt सेना उस वu द"Zण मQ थी
• इसी का फ़ायदा उठाते Rए अ]ाउqीन 4ख़लजी ने िनज=न राxे से देविगरी पRँचा
• यह रामचं8 क
े "लए अनपे"Zत था
• क
े वल ४००० सेना क
े साथ अ]ाउqीन 4ख़लजी क
े िवGa युa िकया
• इस युa मQ रामचं8 कt हार Rयी
• रामचं8 ने नव िनिम=त देविगरी क
े दुग= मQ शरण ली, "जसका Dाकार अपूण= था
• अ]ाउqीन 4ख़लजी ने देविगरी क
े दुग= मQ घेरा डाला, और रामचं8 कt रसद बं द कt
• अंत मQ रामचं8 ने अ]ाउqीन 4ख़लजी से सं"ध कर ली
• अ]ाउqीन 4ख़लजी ने बRत स|"}, अK, हाथी अ"ज=त िकए
• इसी समय रामचं8 का पुP शंकरदेव अ]ाउqीन 4ख़लजी से दुगनी सेना क
े साथ देविगरी आया
• अ]ाउqीन 4ख़लजी एवं शंकरदेव मQ युa Rआ
• संभवतः इस युa मQ शंकरदेव परा"जत Rआ
• रामचं8 अ]ाउqीन 4ख़लजी को कर देता एवं िन~ावान बना रहा।
• रामचं8 कt अंितम ित"थ १३११ कt है
शं करदेव
• रामचं@ क
े बाद १३११ मT राजा बना
• देशभm
• अ#ाउ‡ीन lख़लजी का िवरोधी
• अ#ाउ‡ीन lख़लजी क
े िवhR िव@ोह िकया
• म!लक काफ़
ू र ने शं करदेव को परा!जत िकया एवं मार डाला
• अ#ाउ‡ीन lख़लजी ने म!लक काफ़
ू र को देविगरी का शासक िनयुm िकया।
हरपाल देव
• १३५५ म. अMाउ–ीन iख़लजी क
े रोगžx हो जाने पर म@लक काफ़
ू र िदMी गया
• देविगरी का +शासन म@लक काफ़
ू र ने ऐन-उल-मु« क
े हाथ म. िदया
• बाद म. ऐन-उल-मु« भी क
ु छ सैŒ देविगरी छोड़ क
े िदMी चला गया
• इस प‹रicित का लाभ उठाते vए हरपालदेव ने ˜तं<ता घोिषत कG
• हरपालदेव ने दो सालों तक राज िकया
• १३१८ म. क
ु तुबु–्िहन ऐबक ने यादव राज पर आ{मण िकया एवं हरपालदेव को
मार िदया
• हरपालदेव क
े मृhु क
े साथ ही यादव वं श का अंत हो गया।
Political History of Yadavas of Devagiri

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Political History of Yadavas of Devagiri

  • 1. देविगरी क े यादव डॉ िवराग सोनट, े सहायक 1ा2ापक 1ाचीन भारतीय इितहास, सं : ृ ित और पुरात> बनारस िहंदू िवBिवCालय
  • 3. !"ावना • +ार, म. रा/0क ू टों क े सामं त • चालु: क े सामंत • ;े<: वत=मान महारा/0 क े ना@सक क े आसपास • उDर: परमार • द@;ण: होयसल • राजकGय @चH: गIड़
  • 4. &ोत • अ"भलेख • मंिदर • "स- े : प/टंक • सािह45क 6ंथ: 1. हेमाि8 का चतुव=ग="चंताम"ण (@तख ं ड) 2. "जनDभासुरी का नासककF 3. मेGतंग का Dबं ध"चंताम"ण 4. JानेKर का भगवतगीता 5. िवLनाथ का DतापGि8य 6. महानुभाव पं"थय: लीळाचOरP • Dवासी िववरण Hero stone (Virgal) inscription dated 1286 CE from the rule of Yadava King Ramachandra in Kedareshvara temple at Balligavi in Shimoga district, Karnataka state
  • 5.
  • 6.
  • 7. Mahadeva (1261-1271), Silver coin, Obv: lion to left with fore leg raised; Rev: Nagari legend Mahadeva followed by a boar running to left Singhana Deva II (1200-1247). Silver, lion on obverse and legend 'Sri Singha / na Deva' on revers
  • 8. उ*+, • ययाित क े पु< यदु से • यदु वं श क े कारण: यादव • @भMम III: यादवनारायण • हेमािN: चOवं शी • PानेQर: यादव राजा रामचंN को चOवं शी • राजकGय @चH: गIड़ (िवRु वाहन)
  • 9. मूलिनवास • Sारावतीपुरवरा@धQर एवं िवRुवं शोSभव • हेमािN: द@;ण से पहले मथुरा एवं Sारका • रजवाड़े: उDर भारत क े मूलिनवासी • भWारकर, वैY: महारा/0 क े मराठा ;ि<य • देसाई: कड़ देश • अ^ेकर: मराठा, शासक बनने क े बाद मथुरा क े यदु वं श से संबं ध • ११६९ म. यादव वं श का संcापक dढ़+हार Sारावती (क ं िठयाँवाड) से द@;णापथ (चंNािदhपुर)
  • 10. !ारं+भक शासक सुबा9 एवं ;ढ़!हार • @तख ं ड मQ सुबाR को यादवों का आिदपुGष • सुबाR ने राV चार पुPों मQ िवभा"जत िकया • इसमQ Xढ़Dहार को द"Zण का ZेP Dा[ Rआ • परंतु यादवों क े िकसी अ"भलेख मQ सुबाR का उ]ेख नही • Xढ़Dहार Dथम ऐितहा"सक पुGष • िव"धधतातीथ=कF: Xढ़Dहार ने लोगों को चोर-लुटेरों से बचाया (१,००,००० युa) • हेमाि8: Xढ़Dहार को bीनगर का शासक • राdeक ू टों क े सामंत • अgेकर: राdeक ू ट एवं Dितहारों क े युa क े पOरणामijप खानदेश ZेP पर आ"धप5 • Xढ़Dहार ने अनुमानतः ८६०-८८० तक राV िकया होगा
  • 11. सेउणचA !थम • dढ़+हार का पु< • यादव वं श का शijशाली शासक • सेउण क े नाम पर स वं श को “सेउण राजवं श” भी कहते है। • संगमनेर अ@भलेख: अपने नाम पर राm का नाम सेउणदेश रखा • ना@सक से देविगरी का ;े<: सेउणदेश • सेउणदेश: @सर, ना@सक • क ु छ अ@भलखो म. यादव वं श कG शूIवात dढ़+हार क े cान पर सेउणचO से • अ^ेकर: सेउणचO रा/0क ू टों का सामं त होगा • सेउणचO ने ८८०-९०० तक संभवतः राज िकया होगा
  • 12.
  • 13.
  • 14. सेउणचA !थम क े उ,रा+धकारी • सेउणचO +थम क े बाद ९०० से ९५० तक 1. धािडयs : वं श का दीप 2. @भMम +थम: 3. @tराज अथवा राज 4. ९५० म. बिuग राजा vआ : वह रा/0क ू ट क ृ R तृतीय का सामंत था 5. बिuग का पु< @भMम िSतीय राजा vआ : चालु: का सामंत (भोज को पराx िकया) 6. वेसु या वेसुिग (@भMम िSतीय का पु<): 7. @भMम तृतीय: चालु: जय@संग I का सामंत (जय@संग I कG पु<ी से िववाह) 8. सेउणचO िSतीय: @भMम तृतीय का पु<
  • 15. सेउणचA िEतीय • @भMम तृतीय का पु< एवं उDरा@धकारी • वं श का उyारकता= • कzाणी क े गृहयुy (सोमेQर II x िव{मािदh VI) = म. िव{मािदh का साथ • िव{मािदh VI का सामंत • ११९१ क े गड़ग अ@भलेख म. सेउणचO िSतीय को वं शवृ; का +ार, सेउणचO िSतीय से • सा|ाm ;े<: महारा/0 (अहमदनगर, ना@सक, खानदेश)
  • 16. एरमदेव • सेउणचO िSतीय का पु< • िव{मािदh VI का सामं त • १२२० आQी ता|प<: एरमदेव ने िव{मािदh VI को कzाणी क े राज@संहासन पर +िति~त िकया • अ^ेकर: काल{म-१०८५ से ११०५
  • 17. +भHम पंचम • यादव वं श का महान शासक • सा|ाmवादी नीित • १० वष= युवराज • राmारोहण वष= : ११८४/८५ • नए संवत का +वत=न • कzाणी चालु: पतनअवcा • उपा@ध: महाराजा@धराज, परमेQर, परमभारक
  • 18. +भHम पंचम x चालुJ • !भ#म पंचम क) मह+कां-ा बढ़ रही थी। • क4ाणी का चालु8 वं श सामंतो क े िव@ोह से परेशान था • राजनीितक दुबDलता का फ़ायदा उठाते Iए !भ#म पंचम ने चालु8ों पर आLमण िकया • चालु8 नरेश सोमेMर चतुथD से ११८९ क े पूवD युR Iआ • इस युR मT !भ#म पंचम ने चालु8 नरेश सोमेMर चतुथD को परा!जत िकया • ११८९ क े अिVिगरी अ!भलेख: कनाDटZीब#भ: कनाDटक का राजल[ी का िय • परंतु: अ] सामं त जैसे a) र_ b) !शलाहार c) कद` d) पांa e) होयसल ने !भ#म पंचम क) अ!धसcा dीकार नही क)
  • 19. +भHम पंचम कK !ारLMक युN उपलLOयाँ • हेमािN क े अनुसार @भMम पंचम ने 1. अंतल शासक से tीवध=न @लया : कोंकण बं दरगाह, अ^ेकर:नागपुर 2. +hंडक को परा@जत िकया: उ‚ानाबाद क े परांडा 3. आमंगलवे/क क े राजा िबMान कG हhा कG : शोलापुर • शक संवत ११११ क े मुDगे अ@भलेख: 1. मालवो क े @लए @सरदद= 2. वरालों क े @लए वƒ 3. क@लंगो क े @लए @संह 4. गुज=रों, चोलों, गौडो एवं पाँचलो क े हंस…पी शासकों क े @लए मेघगज=न 5. अंग, वं ग, नेपाल क े राजाओं क े @लए काल क े समान • सूjमुjावली : @भMम पंचम को मM, मMुिग तथा ऐन शासकों को परा@जत िकया (पहचान सं@ध‰)
  • 20. +भHम पंचम x होयसल • यादव क े जैसे होयसल भी महŠकां;ी हो गए थे • होयसल राजा बMाल िSतीय भी शijशाली था • उसने यादव राm पर आ{मण िकया • ११९२ म. होयसल राजा बMाल िSतीय ने यादव राजा @भMम पंचम को युy म. परा@जत िकया • ११९८ क े बेलुर अ@भलेख: होयसल नरेश बMाल िSतीय ने यादव राजा @भMम पंचम क े @सर क े रj से अपनी तलवार को रं@जत िकया • ११२४ क े ह‹रहर अ@भलेख: सेउण राजा क े २,००,००० पदाती एवं १२,००० घुड़सवार को बMाल िSतीय ने हािन पvँचायी • मल+भा एवं क ृ Rा नािदया दोनो वं शो कG सीमारेखा vयी।
  • 21. +भHम पंचम का मूQांकन • वं श का संcापक • सा|ाm िनमा=ता • यादव वं श कG cापना • देविगरी नगर कG cापना • @सर:अŒ राजधानी • ;े<िवxार: • कना=टक, महारा/0, • (नम=दा से क ृ Rा) • िवशाल सेना:
  • 22. जैतुिग • !भ#म पंचम का पुe • ११९३ मT राजा बना • राg सीमा: काकतीय -ेe से लगी थी • मनो!ल अ!भलेख: जैतुिग ने 1. गुजDरों 2. लाटों 3. पांaो 4. चोलों को परा!जत िकया • जैतुिग क े सेनापित ने 1. मालव 2. क!लंग 3. पंचाल 4. तुhi 5. नेपाल
  • 23. जैतुिग x काकतीय • यादव एवं काकतीय ;े< कG सीमा का टकराव • जैतुिग ने काकतीय शासक महादेव पर आ{मण िकया • इस युy म. काकतीय शासक महादेव मारा गया • काकतीय शासक महादेव का पु< गणपित बŽी बनाया गया • काकतीय ;े< पर यादव अ@धसDा cािपत vयी • आपसी तनाव को रोकने क े @लए सं भवतः • बाद म. गणपित को वारंगल क े राज@संहासन पर िबठाया गया
  • 24. +संहण िEतीय • जैतुिग का पु< • @संहण िSतीय क े काल म. यादव वं श क े ग‹रमा म. अhा@धक वृ@y • युवराज रहते+शासकGय अनुभव एवं सफल काकतीय आ{मण • १२१० म. राजा बना • अनेक युy म. सहभाग
  • 25. +संहण िEतीय x होयसल • होयसल यादवों क े !लए ितjधk थे • यादवों क े जैसे होयसल भी द!-ण मT शlmशाली वं श बनक े उभरा था • १२११ क े आसपास !संहण िoतीय ने होयसल पर आLमण िकया • होयसल क े अ] सामंत भी !संहण िoतीय से आ !मले • !संहण िoतीय ने होयसलो क े सामंत !सp पर आLमण िकया • १२१२ मT !संहण िoतीय ओर होयसल क े मr युR Iआ !जसमT होयसल परा!जत Iए • १२१३ मT !संहण िoतीय, होयसल राजधानी oारसमु@ क) ओर गया • होयसलो क े सामंत !सp अब यादवों ले सामंत बन गए थे • होयसलो क े उcरी -ेe !संहण िoतीय ने अ!धनसत िकए • १२१७ क े गड़ग अ!भलेख: “होयसल uपी कमल क े बगीचे को नv करनेवाला हाथी” • होयसलो को परा!जत करने क े बाद: शिनवार!स!R उपा!ध धारण क)
  • 26. +संहण िEतीय x +शलाहार • १२१६ म. कोापुर क े @शलाहार पर आ{मण • @शलाहार शासक भोज िSतीय कzाणी चालु:ों का सामंत • २ वष‘ क े युy क े बाद @शलाहार शासक परा@जत vआ एवं • पHाला िक़ले म. शरण ली • “भोज …पी सप= क े @लए गIड़” • १२३२ क े पुIषोDमपूरी ता|प<: @संहण िSतीय ने @शलाहार शासक को पHाला िक़ले म. बं दी बनाकर रखा
  • 27. +संहण िEतीय का उ,र भारत अ+भयान • द@;ण म. icित मज़बूत कG • मालवा क े परमार एवं गुजरात क े चालु:ों पर आ{मण • सव=+थम लाट शासक (परमार सामं त) @संधुराज पर आ{मण • १२२८क े युy म. @संधुराज परा@जत vआ, यादव सेना भ…क• तक गयी • क ु छ समय बाद @संहण िSतीय ने पुनः लाट पर आ{मण िकया एवं वहा क े शासक शं ख को बं दी बनाया, बाद म. वह यादवों का अ@धनx vआ • इसक े बाद @संहण िSतीय ने गुजरात क े वाघेलों से युy िकया जो दीघ=काल तक चला • १२२९ म. @संहण िSतीय चालु: राm को परा@जत करने क े उ–े— से पुनः आ{मण िकया • इस युy म. चालु: शासक क े पु< राम का युy म. मृhु vयी • लेिकन २० वष‘ का +यास असफल ही रहा • १२०६ क े पाटन अ@भलेख: मथुरा एवं वाराणसी क े शासक यादवों कG अ@धसDा ˜ीकार करते थे
  • 28. +संहण िEतीय x काकतीय • काकतीय नरेश गणपित शijशाली हो गया था • गणपित म. यादव ;े< पर आ{मण िकया • १२३०-३१ म. काकतीय शासक गणपित ने देविगरी पर आ{मण िकया • इस युy म. संभवतः @संहण िSतीय कG पराजय vई • @संहण िSतीय को गणपित से सं @ध करनी पड़ी • प‹रणाम˜…प बvत से धन-स™@D देनी पड़ी
  • 29. +संहण िEतीय का मूQांकन • ;े<: कोंकण, लाट, महारा/0, िवदभ=, कना=टक, आंš • िवxार: उDर म. नम=दा द@;ण म. तुंगभNा • पूव= म. कनू=ल, प@›म: समुN • उपा@ध: रायनारायण, +ौढ़+तापच{वतœ • िवSानो का संर;क: चंगदेव एवं अनंतदेव को संर;ण (mोितष िवYा) • शारंगदेव: सं गीतराकर žंथ कG रचना (उDर+द@;ण सं गीत • चंगदेव: खानदेश म. mोितष िवYालय • मुiŸम आ{मणों क े +ित उदासीन • सोमनाथ क े मंिदर का जीण yार
  • 30.
  • 31. क ृ W • @संहण िSतीय का पौ< • १२४७ म. राजा बना • क ृ R ने अनेक युy िकए 1. मालवा क े परमार 2. कलचुरी 3. कद¢ 4. @शलाहार 5. पां£ 6. चोल
  • 32. क ृ W का युN अ+भयान १ मालवा: राजा बनते ही क ृ H ने परमारो पर आJमण िकया परमार शासक जयतुिगदेव को पराMजत कर मार डाला ११७२ क े अMभलेख: “मालवRपी कामदेव क े Mलए सपT” २ मालवा क े बाद क ृ H ने गुजरात क े बाघेलो क े िवVW मोचाT खोला बाघेल राजा िवसलदेव युW मX पराMजत Yआ ३ कलचुरी क े पतन क े बाद इन [ेों पर अराजकता थी क ृ H ने इस [े को यादवों क े अधीन िकया मनौली अMभलेख: “िपूर क` सेनाओं क े Mलए िने” ४ दM[ण कोशल क े राजाओं को हराया ५ पMdम मX कदe शासक षgदेव तृतीय को पराMजत िकया ( सेनापित बीचण) ६ कोंकण क े Mशलाहार शासक को पराMजत िकया (सेनापित मi) ७ जटावमTन क े नेतृ> मX पांj शklशाली हो गए थे, १२५२ मX जटावमTन ने यादव सामंत गणपित क े िवVW आJमण िकया, इसMलए यादव सेनापित मi ने पांj सेना पर आJमण िकया।इस युW मX पांj सेना क` पराजय Yयी। ८ पुVषोoमपूरी ताpप: चोल शासक यादवों क` अMधसoा qीकार करते थे
  • 33. क ृ W का मूQांकन • सा|ाm िवxारक • क ं धारपुर : राजधानी • िवSान: सूjमुjावली žंथ कG रचना • िवSानो का संर;क: अमलानंद ने वामती žंथ (िटका) @लखी, • च{धर ने महानुभाव पंथ कG cापना कG • क ृ R वैिदक धम=नुयायी था, उसने अनेक वेिदक यPकाय= िकए • हxी िवYा म. पारंगत
  • 34. महादेव • क ृ R का भाई • १२६० म. राजा बना (१२५० से युवराज) • साम‹रक एवं सािहihक गितिव@धयों का काल • महादेव ने अनेक युyों म. भाग @लया 1. @शलाहार 2. काकतीय 3. गुजरात 4. मालवा
  • 35. महादेव x +शलाहार • @शलाहार राm ¤ापारी dि/कोण से महŠपूण= था • ;े<: ठाणा ,अलीबाग़, रािगरी,सूरत का द@;णी ;े< • महादेव ने @शलाहार शासक सोमेQर को दो बार परा@जत िकया • अंत म. महादेव ने @शलाहार राm यादवों क े राm म. जोड़ @लए • वहा पर गवन=र िनयुj िकया गया
  • 36. महादेव x काकतीय • वारंगल म. इस समय गणपित कG पु<ी INा¢ा शासन कर रही थी • उसक े िवIy आंत‹रक िवNोह होने से यादवों क े @लए राजनीितक अनुक ू ल प‹रicित थी • महादेव ने काकतीयराm पर आ{मण िकया एवं INा¢ा को परा@जत िकया • इस युy म. INा¢ा ने महादेव ने बvत हाथी, एवं पं चवाY +ा¦ िकए • +तापच‹र< क े अनुसार: INा¢ा ने यादवों कG सेना का देविगरी तक पीछा िकया एवं देविगरी म. INा¢ा ने िवजयxंभ cािपत िकया
  • 37. महादेव x होयसल • महादेव ने होयसल पर आ{मण िकया • इस समय होयसल नरेश नर@संह शijशाली था • ११८६ क े अ@भलेख म. महादेव को “होयसलरायकोलाहल” • संभवतः युy अिनणœत रहा हो • दोनो प; िवजय कG चचा= करते है
  • 38. महादेव का उ,र- प+Xमी भारत • पैठन ता|प<:गुजरात का बाघेल शासक वीसलदेव को महादेव ने पराx िकया • हेमािN: महादेव ने मालवा पर िवजय +ा¦ कG थी • गौड़ • उ§ल • कद¢
  • 39. महादेव का मूQांकन • अनेक युyों का िवजेता • सा|ाm को बनाए रखा • महान सािहhकार हेमािN +धान एवं सवा=@धकारी था • उसने चतुव=ग=@चंताम@ण कG रचना कG
  • 40. अYण (आमणदेव) • महादेव का पु< • CE 1270 म. राजा बना • हेमािN कG राज+शxी म. अ¨ण का उMेख नही • महादेव ने अ¨ण क े cान पर अपने चचरे भाई रामचंN को राजा बनाना चाहता था • अ¨ण िवला@सता ि+य शासक था • नृh एवं संगीत +ेमी • रामचंN ने युij से अ¨ण को बं दी बनाया एवं राज@संहासन पर अ@धकार कर @लया • मिहंNा भ क े लीलाच‹र<: रामचंN ने धोक े से अ¨ण का वध िकया • अ¨ण ने १ वष= तक शासन िकया
  • 41. रामचं[ (रामदेव) • अ¨ण को अपदc कर रामचंN १२७१-१२७२ म. देविगरी का राजा बना • रामचंN ने कई युyों म. भाग @लया 1. मालवा 2. बघेल 3. होयसल 4. कलचुरी 5. काकतीय 6. वाराणसी क े मुiŸम
  • 42. रामचं[ १ मालवा: ठाणा अ!भलेख: “ मालवा क े oीपों को बुझाने वाल तूफ़ान” श॰संवत: ११९८ क े उडzर अ!भलेख: मालवराज अजुDन क े हा!थयों को नv करनेवाला !संह २ बाघेल: ठाणा अ!भलेख- “गुजDरों क े हा!थयों को नv करनेवाला !संह” ३ होयसल: १२७५ मT oारसमु@ क) सीमा पर होयसलो से युR Iआ, थम होयसलो को बढ़त !मली लेिकन बाद मT यादवों ने बढ़त ली एवं युR मT !जत हा!सल क)। रामचं@ ने होयसल सेना अM एवं संपती अ!जDत क)। युR िवजय क े उपल} मT रामचं@ मT हzरनगर मT ल[ी-नारायण मिदर का िनमाDण िकया। ४ पुhषोcमपूरी ता€पe: दहाल, भांडाग़र एवं ‚ालों क े राजाओं को हराया एवं वƒाकर क े शासक को परा!जत िकया (रामचं@ क े अ!भलेख लांजी एवं रामटेक से ा„ Iआ a) दहाल: कलचुरी b) भांडाग़र: भं डारा c) ‚ालों क े राजा: बालाघाट d) वƒाकर: वैरागड ५ काकतीय : h@ा`ा क े िवरोधी अ`देव क) सहायता क), लेिकन युR मT सफलता नही !मली ६ पुhषोcमपूरी ता€पe: वाराणसी से मुसलमानों को खदेड़ कर एक मिदर का िनमाDण िकया
  • 43. रामचं[ x अHाउीन Lख़लजी • १२९४ मQ अ]ाउqीन 4ख़लजी ने देविगरी पर आsमण िकया • रामचं8 कt सेना उस वu द"Zण मQ थी • इसी का फ़ायदा उठाते Rए अ]ाउqीन 4ख़लजी ने िनज=न राxे से देविगरी पRँचा • यह रामचं8 क े "लए अनपे"Zत था • क े वल ४००० सेना क े साथ अ]ाउqीन 4ख़लजी क े िवGa युa िकया • इस युa मQ रामचं8 कt हार Rयी • रामचं8 ने नव िनिम=त देविगरी क े दुग= मQ शरण ली, "जसका Dाकार अपूण= था • अ]ाउqीन 4ख़लजी ने देविगरी क े दुग= मQ घेरा डाला, और रामचं8 कt रसद बं द कt • अंत मQ रामचं8 ने अ]ाउqीन 4ख़लजी से सं"ध कर ली • अ]ाउqीन 4ख़लजी ने बRत स|"}, अK, हाथी अ"ज=त िकए • इसी समय रामचं8 का पुP शंकरदेव अ]ाउqीन 4ख़लजी से दुगनी सेना क े साथ देविगरी आया • अ]ाउqीन 4ख़लजी एवं शंकरदेव मQ युa Rआ • संभवतः इस युa मQ शंकरदेव परा"जत Rआ • रामचं8 अ]ाउqीन 4ख़लजी को कर देता एवं िन~ावान बना रहा। • रामचं8 कt अंितम ित"थ १३११ कt है
  • 44.
  • 45.
  • 46. शं करदेव • रामचं@ क े बाद १३११ मT राजा बना • देशभm • अ#ाउ‡ीन lख़लजी का िवरोधी • अ#ाउ‡ीन lख़लजी क े िवhR िव@ोह िकया • म!लक काफ़ ू र ने शं करदेव को परा!जत िकया एवं मार डाला • अ#ाउ‡ीन lख़लजी ने म!लक काफ़ ू र को देविगरी का शासक िनयुm िकया।
  • 47. हरपाल देव • १३५५ म. अMाउ–ीन iख़लजी क े रोगžx हो जाने पर म@लक काफ़ ू र िदMी गया • देविगरी का +शासन म@लक काफ़ ू र ने ऐन-उल-मु« क े हाथ म. िदया • बाद म. ऐन-उल-मु« भी क ु छ सैŒ देविगरी छोड़ क े िदMी चला गया • इस प‹रicित का लाभ उठाते vए हरपालदेव ने ˜तं<ता घोिषत कG • हरपालदेव ने दो सालों तक राज िकया • १३१८ म. क ु तुबु–्िहन ऐबक ने यादव राज पर आ{मण िकया एवं हरपालदेव को मार िदया • हरपालदेव क े मृhु क े साथ ही यादव वं श का अंत हो गया।