This Presentation is prepared for the Graduate Students. A presentation consisting of basic information regarding the topic. Students are advised to get more information from recommended books and articles. This presentation is only for students and purely for academic purposes.
3. !संध
• भारत क
े प!2म का 4े5
• !संधु नदी क
े तट पर 9:त
• मह;पूण> ?ापा@रक 4े5
• िवदेशी आDमणकारीयों का
सतत संघष>
4. !संध %े'
• Iाचीन !संध कK भौगो!लक सीमा िन!2त नही
• सािह9Oक Pंथो मR !संध क
े !लए !संध-सौवीर दो नाम आते है।
• हेनVाँग भी !संध-सौवीर का उYेख करता है।
• महाभारत: जय[थ राजा उYेख
• मु9म लेखक !संध को िवशाल Iदेश मानते थे एवं !संध मR
मु]ान भी शा!मल था (अल-िबलाघूरी)
• !संध का Iदेश (िव`ृत Iदेश)
• पूव>: रेिग`ानी Iदेश
• प!2म: मकरान
• उbर: k
• द!4ण: समु[ एवं !संधु नदी
7. चचनामा
• इसका लेखक 'अली अहमद’ था।
• इसमR चच वं श क
े इितहास तथा अरबों iारा !संध िवजय का
वण>न िकया गया है।
• रचना काल: सातवी-आठवीं सदी
• !लिप: फ़ारसी
• अh नाम: 'फतहनामा !सl' तथा 'तारीख़ अल-िहn वस-
!सn’
• िवषय: मोहoद िबन कसीम iारा !संध राजा चच पर िवजय
8. !संध क
े शासक
• हेनVाँग:
1. !संध क
े राजा को बौp धम>नुयायी कहता है।
2. और !संध क
े राजा को शू[ बताता है।
3. उसका नाम नही लेता।
• चचनामा (१२१६ ईसवी):
1. ईसवी ७११-७१२ मR मुह्हमद क़ा!सम क
े आDमण क
े समय रायवं श
का अ!धकार था।
11. चच-"ा$ण राजवं श/ "ा$ण राजवं श
•चच:
• राय वं श क
े ि*तीय राय साहसी क/ मृ2ु क
े बाद उसक
े “चच” नामक
9ा:ण मं<ी ने उसक/ िवधवा रानी से िववाह कर नए राजवं श क/ @ापना
क/।
• चच राजवं श क/ @ापना
• चचनामा: ि*तीय राय साहसी क/ रानी का षDं<
• शEFशाली राजा,
• कHीर तक सीमाओं का िवJार
• कई राजाओं को हराया
• ४० वषO तक शासन।
• चचनामा: ६०२ ईसवी
• R.C.Majumdar: ६४० इसवी
12. चच का सा;ा< िव>ार
1. सामंतो ने चच को राजा मानने से इनकार िकया
2. इस कारण चच ने उ{R परा!जत िकया
3. चच ने !चतोर क
े राजा (साहसी का एक @र|ेदार) को परा` िकया
4. चच ने उbर 4े5 िव!जत करते }ए मु]ान का 4े5 जीता
5. सीबी राजवं श पर अंक
ु श
6. मकरान का Iदेश जीता
7. x~ानंद राजा को हराया एवं उसकK िवधवा से िववाह िकया
8. क
ं दाबली राजा को कर देने पर मजबूर िकया
9. कीर का क
ु छ 4े5 िव!जत िकया
13.
14.
15. !संध पर अरब आCमण: Eथम
• !संध मह'पूण+ ,ापा.रक 1े3
• थाना, देवल, ख:ात, सोपारा पुराने बं दरगाह
• अरबों का इन बं दरगाहो पर िनयं3ण
• ६३६ ईसवी मH इन बं दरगाहो को अरबों Iारा लूटपाट, आLमण, धावे शुN Oए।
• ये समुRी आLमण थे।
• चचनामा क
े अनुसार ६४३ ईसवी मH देवल पर िकए आLमण मH अरबी लोग बुरी
तरह हारH।
• इस पराजय क
ु छ समय तक अरब आLमण शांत Oआ।
• !संध कW Xाक
ृ ितक किठनाइयाँ: (िबलाधुरी –फ
ु तूहल बूलदान)क
े अनुसार:
1. !संध मH पानी दुल+भ है।
2. फल कम है
3. डाक
ू बड़े भयंकर है
4. यिद वहा छोटी सेना भेजी जाती है तो ख़b हो जाती है
5. बड़ी सेना भूखी मर जाएगी।
16. चच क
े उHरा!धकारी
• चच कK मृOु संभवतः ६७२ ईसवी मR }ई
• चच कK मृOु क
े बाद
• चंदर: चच का भाई शासक बना
• चंदर क
े मृOु से राजपद का िववाद उ‚ƒ }आ
• चंदर का पु5 x चच का पु5
• अंत मR दािहर (चच का पु5) राजा बना
17. दािहर
• दािहर !संध का राजा बना उसने राजधानी आलोर से राज िकया
• उसक
े काल मR अरबों ने आDमण िकए
• चचनामा : अरबों ने !संध 4े5 !जतने क
े !लए अनेक आDमण
िकए परंतु हार गए।
• अंत मR अरबों ने !संध 4े5 पर संघिटत युp आर„ िकए।
18. !संध पर अरब आCमण: िKतीय
• इसक
े पSTात अरबों ने बलूWचJान एवं मकरान का Xे< Wजत Wलया।
• Wसंध पर आZमण करने का बहाना Wमल गया।
• Wसंहल क
े राजा ने दEHक क
े ख़लीफ़ा क
े Wलए भेजे गए भ_ट_ क
े जहाज़ को
देवल क
े बं दरगाह म_ लुटेरों *ारा लूट Wलया गया।
• उसे बहाना बनाकर हbाम ने Wसंध म_ आZमण करने का िनcय िकया।
• उस समय Wसंध म_ “चच-9ा:णवं श का राजा दािहर” राज कर रहा था।
• हbाम ने ओबैदुfाह और बुhैल इi तहफ़ा नाम क
े सेनापित बारी –बारी
से Wसंध म_ भेजे।
• लेिकन दोनो दािहर क
े हाथों युj म_ पराWजत kए।
• अंत म_ मुहlद-िबन-क़ाWसम को भेजा
19.
20. +संध पर अरब आ2मण (तृतीय) :
मुह:द-िबन-क़ा+सम
• ईसवी ७१२ क
े आस-पास
मुहfद-िबन-क़ा!सम ईरान से :
६००० घुड़सवार, ६००० ऊ
ँ ट
सवार, ३००० भारवाहक ऊ
ँ ट,
क
े साथ !संध आLमण क
े !लए
आया।
• दािहर से अXसk मकरान क
े
जाटों एवं मेहरों को सेना मH भतl
कराया।
• वहा क
े बौn धम+नुयायी भी
दािहर से अXसk थे !जoोंने
क़ा!सम का pागत िकया।
• दािहर ने !सqु नदी क
े पूव+ मH
शरण ली एवं प!rम क
े 1े3 पर
क़ा!सम ने क़sज़ा िकया।
• अरबों ने देवल पर अ!धकार
िकया।
22. देवल युN क
े पOPात
1. शहर को लूटा गया
2. वयn पुoषों को मारा गया
3. धमp पqरवतpन
4. Erयों को बं धक बनाया गया
5. इन अ2ाचारों क
े िवoj लोगों ने क़ाWसम से याचनाए क/
6. लेिकन क़ाWसम ने अ2ाचार जारी रखे
7. संभवतः क़ाWसम अपने क
ृ 2ों से Xे< म_ भय का वातावरण
उuv करना चाहता था।
8. देवल क
े पSTात क़ाWसम ने Wसंधु नदी क
े तट पर E@त “नेoन”
पर क
ूं च िकया।
9. नेoन क
े बौj राजा ने आxसमपpण िकया
10. क़ाWसम ने Wसबी Xे< को जीता
23. रावोर का युN
• क़ा!सम ने सामंतो एवं 4े5ीय राजा कK सहायता से !संधु नदी को पर
िकया।
• चचनामा: दािहर वीरतापूव>क लढ़ा।
• अंत मR दािहर मुहoद-िबन-क़ा!सम क
े साथ रावोर क
े युp मR
वीरतापूव>क लढते }ए मारा गया।
• दािहर क
े मृOु पˆ‰ात सैिनक भाग गए।
• दािहर का पु5 xाyणबाद भाग गया
24. युN मQ पराजय क
े कारण
• !संध जैसा िव`ीण> Iदेश अपे4ाक
ृ त आसानी से !जता गया।
• मुहoद-िबन-क़ा!सम कK सैिनकK तैयारी एवं क
ु शल नेतृ;
• दािहर कK Iजा शासन से अIसƒ
• दािहर कK सेना मR अरबी टुकड़ी ने दािहर का साथ छोड़ा
• उƒत अ…-श… का Iयोग
25. जय!संह
• दािहर का पु5
• रावोर युp मR िपता कK मृOु से भयभीत xाyणबाद गया
• क़ा!सम भी xाyणबाद गया
• क़ा!सम ने जय!संह को 4े5ीय राजाओं कK सहायता से परा` िकया
• क़ा!सम ने !संध कK राजधानी और मु]ान 4े5 िव!जत िकया
• क़ा!सम कK मृOु पˆ‰ात जय!संह ने पुनः xाyणबाद जीत !लया
• जय!संह ने इाम धम> का Œीकार करते }ए अपना सााŽ सुर!4त
िकया।
• !संध क
े गवन>र जुनैद क
े िवp आDमण करते }ए जय!सह परा`
}आ और बं धक बनाया गया।
• इसक
े साथ ही !संध मR िहंदू राजवं श का अंत हो गया।
26. SाTण-अरब युN क
े राजनीितक पUरणाम
• सूण> !संध 4े5 अरबों क
े िनयं5ण मR गया।
• मुहoद-िबन-क़ा!सम क
े !संध िवजय से पहली बार
मुसलमान भारतीय भू!म मR राज करने लगे।
• !संध का 4े5 मु9म ब}ल हो गया।
• बौp एवं अh धमz का पतन !संध 4े5 मR शू }आ।
• भारतीय धम> एवं सं‘
ृ ित से अरब Iभािवत }ए
• अरबों ने
27. !संध का गवनWर : जुXैद
• मुहoद-िबन-क़ा!सम को मृOूदंड देने क
े बाद क
ु छ समय जय!संह ने
!संध मR राज िकया।
• ख़लीफ़ा िहशान ने जुƒैद को !संध का गवन>र िनयु“ िकया।
• जुƒैद ने दािहर क
े पु5 जय!संह को क़
ै द कर !लया एवं अंत मR !संध से
िहंदू शासन का अंत हो गया।
• जुƒैद ने प!2म भारत क
े गुजरात, राज:ान क
े क
ु छ 4े5 मR आDमण
िकया एवं क
ु छ 4े5 !जतने मR सफल रहा।
• लेिकन िहंदू शासकों ने अरब आDमण को रोका।
28. तमीम
• यह जुƒैद का उbरा!धकारी था।
• यह कमजोर शासक था।
• इसक
े काल मR अरबों को !संध मR भी अपनी सुर4ा का भय था।
• अल-िबलाधुरी क
े अनुसार !संध मR अपनी सुर4ा क
े !लए अरबों ने िहंद
क
े िकनारे पर अल-महफ़
ू ज़ नामक नगर बसाया।
• अंत मR अरबों क
े सरदारों मR क
R [ीय िनयं5ण नही रहा।
• ख़लीफ़ा का िनयं5ण कम }आ
• अरब क
े वल मं सुरा एवं मु]ान कK @रयासतों तक सी!मत रहे।
29. अरबों का Eभाव एवं युN पUरणाम
1. लेनपूल : अरबों का !संध पर अ!धकार क
े वल िवशाल देश का क
े वल
एक िकनारे को छ
ू ने जैसा था। इाम कK यह ऐसी िवजय थी
!जसका कोई फल नही }आ।
2. मजूमदार: अरबों कK िव– क
े अh भागो मR सफलता को देखते है तो
भारत कK सफलता नग— Iतीत होती है।
3. एलिफ
ं ˜न: भारतीयों कK ™ेšतम सैिनक श9“ एवं उbम राŽ
संघटन था।
4. अरबों को भारतीय धम>, सं ‘
ृ ित, कला, :ापO कK पहचान }ई।
5. अरबों ने !सpांतŽोित› एवं ग!णतशा… कK ब}त सी बातR भारत
से सीखी।
6. अनेक मु9म भारत मR आकर अœयन करने लगे (अबु-मशर)
7. सूफ़K पंथ कK अनेक !सpांत मR भारतीय िहंदू और बौp दश>न का
Iभाव है।