3. बुद्धि (Intelligence)
मतनविक शवि है जो िस्तुओां एिां तथ्यों को िमझने, उनमें आपिी िांबांध
खोजने तथत तका पूर्ा ज्ञतन प्रतप्त करने में िहतयक होती हैं, बुवि कहलतती है।
बुवि ही मनुष्ट्य को निीन पररवस्थवतयों को ठीक िे िमझने और उिके
ितथ अनुकू वलत होने में िहतयतत करती हैं । बुवि को ‘िूचनत प्रिांस्करर्
की योग्यतत’ की तरह भी िमझत जत िकतत है ।
4. बुद्धि की परिभधषधएँ
1.स्टना : बुद्धि जीवन की नवीन परिद्धथिद्धतयों तिध िमथयधओां के
अनुरूप िधमधन्य िमधयोजन किने की योग्यतध हैं ।
2. बवकां घम : बुद्धि िीखने की योग्यतध हैं।
3. टमान : बुद्धि अमूतत द्ध ांतन की योग्यतध हैं।
4. िेशलर : बुद्धि द्धकिी व्यद्धि के द्वधिध उद्देश्यपूर्त ढांग िे कधयत किने,
तधद्धकतक द्ध ांतन किने तिध वधतधविर् के िधि प्रभधवपूर्त ढांग िे
द्धियध किने की िमूद्धहक योग्यतध हैं ।
6. ितमतवजक बुवि
इि बुद्धि कध िांबांध िधमधद्धजक अनुकूलन की
योग्यतध िे हैं। द्धजिकी िहधयतध िे व्यद्धि अपने
को िमधज के अनुकूल व्यवद्धथिद्धत कि लेतध हैं ।
िधमधद्धजक बुद्धि के कधिर् व्यद्धि दूििों को अपने
व्यवहधिों िे प्रभधद्धवत कि लेतध हैं। इि प्रकधि कध
व्यद्धि प्रिन्न द्धमलनिधि व िधमधद्धजक कधयों में
रुद्ध लेतध हैं। िधमधद्धजक बुद्धि के कधिर् ही व्यद्धि
िमधज में िफलतधपूवतक जीवन व्यतीत कितध है।
इि प्रकधि की बुद्धद्द वधले व्यद्धि व्यविधयी,
िधमधद्धजक कधयतकतधत व कूटनीद्धतज्ञ होते हैं।
7. यतांविक/ गतमक बुवि (Motor / Mechanical Intelligence)
यधांद्धिक बुद्धि कध तधत्पयत उि शद्धि यध योग्यतध िे है
द्धजिकी िहधयतध िे व्यद्धि अपने को यांिों यध भौद्धतक
पदधिों िे िांबांद्धधत परिद्धथिद्धतयों के िधि िुव्यवद्धथित कि
लेतध हैं। द्धजन बधलकों में यह शद्धि होती हैं, वह उनमें
प्रधिांद्धभक कधल िे ही द्धदखधई पड़ने लगती हैं। वे अपने
द्धखलौने, घड़ी, िधइद्धकल आद्धद को खोलकि ठीक किने
कध प्रयधि किते हैं। ऐिे बधलक आगे लकि कुशल,
कधिीगि, द्धमस्त्री इांजीद्धनयि आद्धद बनधते हैं। यधांद्धिक बुद्धि
वधले बधलक खेलकुद तिध अन्य शधिीरिक कधयों में
कुशल होते हैं।
8. अमूता बुवि ( Abstract Intelligence)
अमूतत बुद्धि िे अद्धभप्रधय शधद्धददक तिध
गद्धर्तीय िांके तों को िमझने व प्रयोग
किने की योग्यतध िे हैं। द्धलखने, पढ़ने
तिध तधद्धकत क द्ध ांतन में अमूतत बुद्धि की
आवश्यकतध होती हैं। अमूतत बुद्धि कध
िवोच् रूप गद्धर्त यध द्धवज्ञधन के िूिों
व िमीकिर्ों में तिध दधशतद्धनक द्धव धिों
में परिलद्धित होतध हैं। ऐिी बुद्धि के लोग
कलधकधि, द्ध ांतक, दधशतद्धनक औि
वैज्ञधद्धनक होते हैं।
10. एक-कतरक विितांत (Uni-Factor Theory)
इि द्धििधन्त कध प्रद्धतपधदन फ्धांि के मनोवैज्ञधद्धनक
अल्फ्फ्े ड द्धबने (Alfred Binet) ने द्धकयध तिध
अमेरिकध के मनोवैज्ञधद्धनक टमतन तिध जमतनी के
मनोवैज्ञधद्धनक एांद्धबगधि ने इिकध िमितन द्धकयध। इि
द्धििधन्त के अनुिधि बुद्धि एक ऐिी अद्धवभधज्य इकधई
के रूप में कधयत किती हैं द्धजिके द्वधिध िमथत मधनद्धिक
द्धियधएँ प्रधिम्भ, िांपन्न तिध द्धनयांद्धित होती हैं।
बुद्धि कध एक कधिक द्धििधांत
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वस्पयरमैन ने 1904 में इि विितांत कत प्रवतपतदन वकयत थत।
1. ितमतन्य कतरक ( General factor) ।
2. विवशष्ट कतरक (Specific factor) ।
: ितमतन्य कतरक व्यवि की िमस्त मतनविक
वक्रयतओांमें पतयत जततत हैं। व्यविक विवभन्नततओांके कतरर् ितमतन्य
कतरक वभन्न-वभन्न मतितओांमें पतयत जततत हैं । यह जन्मजतत होतत हैं
और व्यवि को िदैि िफलतत की ओर उन्मुख करतत हैं।
: यह व्यवि की विशेष वक्रयतओां में पतई जतती हैं । यह भी व्यविक
विवभन्नतत के कतरर् वभन्न-वभन्न पतई जतती हैं। अलग-अलग प्रकतर की वक्रयतओां के वलए
अलग-अलग प्रकतर के विवशष्ट कतरकों की आिश्यकतत होती हैं। ये कतरक अवजात होते हैं।
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इि विितन्त कत प्रवतपतदन Thorndike ने वकयत थत।
इनके अनुितर बुवि अनेक स्ितांि कतरकों िे वमलकर
बनी हैं। इन स्ितांि कतरकों में िे प्रत्येक कतरक वकिी
विवशष्ट मतनविक योग्यततओां कत आांवशक ढांग िे
प्रवतवनवधत्ि करतत हैं। व्यवि ितरत वकिी भी मतनविक
कतया को िम्पन्न करने में अनेक छोटे छोटे कतरक एक
ितथ वमलकर कतम करते हैं। इन वक्रयतओां में कई ितरे
तत्ि उभयवनष्ठ होते हैं। इि कतरर् इन तत्िों को वकिी
एक िगा विशेष में रखकर विवशष्ट नतम वदयत जत िकतत
हैं। ये तत्ि शब्दतथा, शब्द-प्रितह, गर्नत, स्मृवत आवद
मतनविक वक्रयतओांके िगा हो िकते हैं।
13. मतनविक कतया
मतनविक कतया
मतनविक कतया
मतनविक कतया
W V
S
N
R
M
बुवि कत िमूह-कतरक विितांत
थस्टान ने कहत वक बुवि न तो ितमतन्य कतरकों कत प्रदशान और न ही विवशष्ट कतरकों कत प्रदशान हैं,
अवपतु इिमें कु छ मतनविक वक्रयतएँ होती हैं। जो ितमतन्य रूप िे मूल कतरकों में िवम्मवलत होती हैं।
ये मतनविक वक्रयतएँ िमूह कत वनमतार् करती हैं। मनोिैज्ञतवनक रूप िे वक्रयतत्मक एकतत प्रदतन
करती हैं।
थस्टान ने बततयत वक बुवि की िांरचनत कु छ मौवलक कतरकों के िमूह में होती हैं। दो यत दो िे
अवधक मूल कतरक वमलकर एक िमूह कत वनमतार् कर लेते हैं जो व्यवि के वकिी क्षेि में उिकी
बुवि कत प्रदशान करते हैं।
14. बटा और िनान ने 1960 में मतनिीय प्रतकृ वतक योग्यततओां की पदतनुक्रवमक
िांरचनत प्रस्तुत की। इन्होने मतनविक योग्यततओां को क्रवमक महत्ि प्रदतन वकयत।
जो क्रमशः ितमतन्य कतरक (General factor), मुख्य िमूह कतरक (Major
group factor), लघु िमूह कतरक (Minor group factor) तथत विवशष्ट कतरक
( Specific factor)।
ितमतन्य कतरक
मुख्य िमूह कतरक : v (शतवब्दक) . Ed (शैवक्षक)
K (गवतक). M (यतांविक)
लघु िमूह कतरक : इि लघु कधिकों को द्धवद्धशष्ट मधनद्धिक कधयों िे िांबद्धन्धत अनेक द्धवद्धशष्ट िमूह कधिकों
में द्धवभि द्धकयध जध िकतध हैं।
विवशष्ट िमूह कतरक .