डैंड्रफ” होना आजकल आम बात है | Balo me Dandruff hatane ka tarika ढूँढने से पहले हमको उसके बनने के बारे में पता होना आवशयक है,
तभी हम उसका सही से इलाज कर सकते है
Munh me chhale hona ek aam bat si ho chuki hai jiske bahut se karan hai jaise mirch mashaledar bhojan, chay, bidi, paan, gutkha ityadi. Munh me hone wale chhale bahut jyada dard utpann karte hai jiski vajah se marij khana bhi theek se nahi kha pata. Munh ke chhalo ki angreji dawa se achha hai ki gharelu ilaj kiya jaye.
Arogyasutra is one of the prominent companies dealing in high quality Ayurvedic and Herbal products in the market. Our company is a leading manufacturer of several kinds of Ayurvedic medicines, herbal cosmetics, and personal care products. The company has proved its worth in international markets by exporting such wide range of ayurvedic formulations from ancient Ayurveda texts. The foundation stone of the company was laid in 2006 under the dynamic vision and able administration of Mr. Bhupinder Verma, who is Partner in the company.
Now Company has decided to promote a few of its products in the prestigious world of Multi Level Marketing. Our plan is known as HERBOWEALTH. In www.herbowealth.com, just to begin with, we have launched several types of products, which includes personal care products for Females, personal care products for Males, Ayurvedic Anti aging formulations and Herbal Cosmetics.
डैंड्रफ” होना आजकल आम बात है | Balo me Dandruff hatane ka tarika ढूँढने से पहले हमको उसके बनने के बारे में पता होना आवशयक है,
तभी हम उसका सही से इलाज कर सकते है
Munh me chhale hona ek aam bat si ho chuki hai jiske bahut se karan hai jaise mirch mashaledar bhojan, chay, bidi, paan, gutkha ityadi. Munh me hone wale chhale bahut jyada dard utpann karte hai jiski vajah se marij khana bhi theek se nahi kha pata. Munh ke chhalo ki angreji dawa se achha hai ki gharelu ilaj kiya jaye.
Arogyasutra is one of the prominent companies dealing in high quality Ayurvedic and Herbal products in the market. Our company is a leading manufacturer of several kinds of Ayurvedic medicines, herbal cosmetics, and personal care products. The company has proved its worth in international markets by exporting such wide range of ayurvedic formulations from ancient Ayurveda texts. The foundation stone of the company was laid in 2006 under the dynamic vision and able administration of Mr. Bhupinder Verma, who is Partner in the company.
Now Company has decided to promote a few of its products in the prestigious world of Multi Level Marketing. Our plan is known as HERBOWEALTH. In www.herbowealth.com, just to begin with, we have launched several types of products, which includes personal care products for Females, personal care products for Males, Ayurvedic Anti aging formulations and Herbal Cosmetics.
No.1 Aloe Vera Cream For Every Session .pdfsuresh toppo
Aloe Vera Cream का उपयोग
Aloe vera cream का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से कर सकते हैं-
चेहरे को धोने के बाद:
स्वच्छ और साफ करने के बाद सुबह-शाम में एलोवेरा क्रीम का उपयोग करें।
थोड़ा सा:
सबसे पहले एक थोड़ी सी Cream को इस तरह से लगाएं, धीरे-धीरे मसाज दो से पांच मिनट तक करें।
प्रयोग:
पहले एक छोटी सी जगह पर प्रयोग करें ताकि आपकी त्वचा पर कोई प्रतिक्रिया ना हो ध्यान रहे यह जगह चेहरे के त्वचा पर ना करें हाथ एवं पर के त्वचा पर ही प्रयोग करें।
रात्रि में:
सोने से पहले Aloe Vera का स्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है, क्योंकि रात्रि में त्वचा की प्रत्येक कोशिका स्थिर एमं आराम करती है।
अन्य उपायों के साथ:
Aloe vera cream को अन्य अन्य त्वचा रक्षक उत्पाद जैसे वैसलीन, ग्लिसरीन के साथ मिश्रण करके भी इससे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ध्यान रहे कि यह सुझाव सामान्य हैं और अपनी त्वचा पर उपयोग करने से पहले एक छोटी सी ध्यान पूर्वक क्षमता प्रयोग करना उचित है।
अपने चेहरे पर एलोवेरा क्रीम का उपयोग
आप अपने चेहरे पर Aloe vera cream का स्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा में नमीयुक्त और सुरक्षा करने की गुण पाया जाता है, जो त्वचा को नमीपन करने और स्वस्थ रखने में सहायक होता हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
त्वचा पर एक छोटी सी सहनसीलता प्रयोग करना हमेशा अच्छा होता है, ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि यह आपकी त्वचा के लिए उपयुक्त एवं फायदेमंद है।
रूखे चेहरे के लिए सबसे अच्छी cream का चयन त्वचा के आवश्यकताओं और प्रकृति के अनुसार अलग-अलग हो सकते है। कुछ प्रमुख सामान्य उपयोग होने वाली सामग्री में
गुलाब जल
ग्लिसरीन
विटामिन E
और स्वर्ण भस्म
विशेषकर उपयोगी होते हैं।
अन्य ब्रांड्स जैसे-
सेरवे,
सीटाफिल,
नीविया,
यूसरीन,
और लोगो के उत्पाद में जैसे रूखे चेहरे के लिए उपयुक्त creams हो सकती हैं।
तत्पर,
आपकी त्वचा के टाइप और जरूरतों के अनुसार अच्छी चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह प्राप्त करना भी अच्छा होता है।
रूखी त्वचा पर रोजाना एलोवेरा लगा सकते हैं
Aloe vera cream में नमी पन करने वाले गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को कोमल और खिलने में मदद कर सकते हैं, जिससे रूखेपन में कमी हो सकता है।
तात्कालिक सहनशीलता प्रयोग करना और उचित दृष्टि से इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है, ताकि आप त्वचा को बेहतर तरीके से देखभाल कर सकें।
शुष्क त्वचा को रोकने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:
नियमित नमीयुक्त क्रीम का उपयोग:
एक अच्छी गुणवत्ता की नमीयुक्त क्रीम का चयन करें और रोजाना इसका उपयोग करें।
उचित प्रदूषण:
अपनी त्वचा को धुलाई करने के लिए अधिकतम बारिश का पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अपनी त्वचा की नमीपन को शीघ्र समाप्त कर सकती है।
पीना पर ध्यान दें:
पानी पीने में ज्यादातर ध्यान देना चाहिए। पर्याप्त मात्रा Ajit पानी पीने से त्वचा को हमेशा जवान एवं खिलता हुआ बनाए रखता है।
शुष्क त्वचा के लिए aloe vera cream बहुत ही उपयोगी एवं फायदेमंद होती है, क्योंकि एलोवेरा में नमीपन और वैक्टेरिया रक्षात्मक गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को नमीपन करने में मदद करते हैं। ध्यान दें कि आपकी त्वचा के लिए उपयुक्तता परिक्षण करने के लिए एक छोटी सी जगह पर पहले प्रयोग करें।
क्या एलोवेरा चेहरे की शुष्क त्वचा के लिए अच्छा है?
हाँ, एलोवेरा चेहरे की त्वचा शुष्कता के लिए एक अच्छा प्राकृतिक उपाय करने के लिए उपयुक्त होता है। एलोवेरा में नमी युक्त पदार्थ या जेल होती है, जो त्वचा को मोइस्चराइज़ बनाए रखने में मदद करती है, और चेहरे एवं शरीर क
Home Remedies for Cough: खांसी की कई वजहें होती हैं. खांसी होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है. खांसी के लिए कैमिस्ट से बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के दवा मिल जाती है, लेकिन अगर आप घरेलू उपाय के जरिए खांसी का
इलाज ढूंढ़ रहे हैं तो पढ़ें यह खबर
मुखपाक के लक्षण व उपचार: (http://spiritualworld.co.in)
मुंह के भीतर छाले पड़ने को 'मुखपाक' भी कहते हैं| यह एक ऐसा रोग है जिसके कारण रोगी को भोजन करने, बोलने तथा गाने आदि में अपार कष्ट होता है| वैसे तो यह सामान्य विकार है, लेकिन जब यह बड़ा रूप धारण कर लेता है तो काफी समय तक बना रहता है| इसलिए इसको दूर करने का उपाय तुरन्त करना चाहिए| यह रोग आंतों में गरमी भर जाने की वजह से होता है| वायु गरमी को लेकर जब गले की ओर बढ़ती है तो दूषित फंगस जीभ, तालू आदि पर चिपक जाता है| यही फफूंदी धीरे-धीरे छालों के रूप में बदल जाती है| इस हालत में रोगी को कुछ भी अच्छा नहीं लगता| उसके प्राण मुंह के छालों में ही अटके रहते हैं| कई बार गलत खान-पान के कारण भी यह रोग लग जाता है|
कारण - मुंह में छाले होने का मुख्य कारण कब्ज तथा अजीर्ण है| इसके साथ ही मांस, मछली, अंडा, मिर्च, तेल, सोंठ, गरम मसालों से युक्त भोजन अधिक मात्रा में सेवन करने से मुंह में छाले उभर आते हैं| तेल तथा तेल में तले हुए पदार्थों और बहुत गरम चीजों को खाने से भी यह रोग हो जाता है| गरम पदार्थ मुख की कोमल श्लेष्मिक कला में प्रदाह उत्पन्न कर देते हैं जिससे गरमी का सीधा प्रभाव मुंह के भीतर दिखाई देने लगता है| पेट की गरमी बढ़ जाती है और पाचन-क्रिया ठीक प्रकार से नहीं हो पाती| दूसरे गरमी के कारण पेट में मल सड़ता रहता है| फिर वह गरमी वायु को ऊपर की ओर खिसकाती है जो मुंह में छाले पैदा कर देती है|
पहचान - इस रोग में जीभ के किनारों, तालू तथा होंठो के भीतरी भाग में छोटी-छोटी फुंसियां पैदा हो जाती है| ये फुंसियां कभी-कभी छोटी दिखाई देती है तथा तभी बड़ी मालूम पड़ती हैं| इनमें जलन होती है| इनका रंग लाल होता है| इनमें सुई चुभने जैसी पीड़ा होती है| कभी-कभी खुजली भी होने लगती है| कई बार सारा मुख लाल पड़ने के बाद सूज जाता है| यदि रोग बढ़ जाए तो फुंसियों के पकने की नौबत आ जा
आज हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे शीरर को विटामिन सी की कितनी ज्यादा आवश्यकता है। आपने टेलीविजन तथा अन्य सोशल मीडियां पर अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि कोरोना से बचना है, तो विटामिन सी युक्त पदार्थ का सेवन करना बहुत ही जरुरी है। लेकिन क्या हम लोग ऐसे उत्पाद का सेवन कर रहे हैं। मेरे ख्याल से नहीं। आपके इस समस्यां को दूर करने के लिए हम यहां पर वेस्टीज का एक उत्पाद (वेस्टीज आमला कैप्सूल) के बारे में चर्चा करेंगे।
No.1 Aloe Vera Cream For Every Session .pdfsuresh toppo
Aloe Vera Cream का उपयोग
Aloe vera cream का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से कर सकते हैं-
चेहरे को धोने के बाद:
स्वच्छ और साफ करने के बाद सुबह-शाम में एलोवेरा क्रीम का उपयोग करें।
थोड़ा सा:
सबसे पहले एक थोड़ी सी Cream को इस तरह से लगाएं, धीरे-धीरे मसाज दो से पांच मिनट तक करें।
प्रयोग:
पहले एक छोटी सी जगह पर प्रयोग करें ताकि आपकी त्वचा पर कोई प्रतिक्रिया ना हो ध्यान रहे यह जगह चेहरे के त्वचा पर ना करें हाथ एवं पर के त्वचा पर ही प्रयोग करें।
रात्रि में:
सोने से पहले Aloe Vera का स्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है, क्योंकि रात्रि में त्वचा की प्रत्येक कोशिका स्थिर एमं आराम करती है।
अन्य उपायों के साथ:
Aloe vera cream को अन्य अन्य त्वचा रक्षक उत्पाद जैसे वैसलीन, ग्लिसरीन के साथ मिश्रण करके भी इससे लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ध्यान रहे कि यह सुझाव सामान्य हैं और अपनी त्वचा पर उपयोग करने से पहले एक छोटी सी ध्यान पूर्वक क्षमता प्रयोग करना उचित है।
अपने चेहरे पर एलोवेरा क्रीम का उपयोग
आप अपने चेहरे पर Aloe vera cream का स्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा में नमीयुक्त और सुरक्षा करने की गुण पाया जाता है, जो त्वचा को नमीपन करने और स्वस्थ रखने में सहायक होता हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
त्वचा पर एक छोटी सी सहनसीलता प्रयोग करना हमेशा अच्छा होता है, ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि यह आपकी त्वचा के लिए उपयुक्त एवं फायदेमंद है।
रूखे चेहरे के लिए सबसे अच्छी cream का चयन त्वचा के आवश्यकताओं और प्रकृति के अनुसार अलग-अलग हो सकते है। कुछ प्रमुख सामान्य उपयोग होने वाली सामग्री में
गुलाब जल
ग्लिसरीन
विटामिन E
और स्वर्ण भस्म
विशेषकर उपयोगी होते हैं।
अन्य ब्रांड्स जैसे-
सेरवे,
सीटाफिल,
नीविया,
यूसरीन,
और लोगो के उत्पाद में जैसे रूखे चेहरे के लिए उपयुक्त creams हो सकती हैं।
तत्पर,
आपकी त्वचा के टाइप और जरूरतों के अनुसार अच्छी चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह प्राप्त करना भी अच्छा होता है।
रूखी त्वचा पर रोजाना एलोवेरा लगा सकते हैं
Aloe vera cream में नमी पन करने वाले गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को कोमल और खिलने में मदद कर सकते हैं, जिससे रूखेपन में कमी हो सकता है।
तात्कालिक सहनशीलता प्रयोग करना और उचित दृष्टि से इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है, ताकि आप त्वचा को बेहतर तरीके से देखभाल कर सकें।
शुष्क त्वचा को रोकने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:
नियमित नमीयुक्त क्रीम का उपयोग:
एक अच्छी गुणवत्ता की नमीयुक्त क्रीम का चयन करें और रोजाना इसका उपयोग करें।
उचित प्रदूषण:
अपनी त्वचा को धुलाई करने के लिए अधिकतम बारिश का पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अपनी त्वचा की नमीपन को शीघ्र समाप्त कर सकती है।
पीना पर ध्यान दें:
पानी पीने में ज्यादातर ध्यान देना चाहिए। पर्याप्त मात्रा Ajit पानी पीने से त्वचा को हमेशा जवान एवं खिलता हुआ बनाए रखता है।
शुष्क त्वचा के लिए aloe vera cream बहुत ही उपयोगी एवं फायदेमंद होती है, क्योंकि एलोवेरा में नमीपन और वैक्टेरिया रक्षात्मक गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को नमीपन करने में मदद करते हैं। ध्यान दें कि आपकी त्वचा के लिए उपयुक्तता परिक्षण करने के लिए एक छोटी सी जगह पर पहले प्रयोग करें।
क्या एलोवेरा चेहरे की शुष्क त्वचा के लिए अच्छा है?
हाँ, एलोवेरा चेहरे की त्वचा शुष्कता के लिए एक अच्छा प्राकृतिक उपाय करने के लिए उपयुक्त होता है। एलोवेरा में नमी युक्त पदार्थ या जेल होती है, जो त्वचा को मोइस्चराइज़ बनाए रखने में मदद करती है, और चेहरे एवं शरीर क
Home Remedies for Cough: खांसी की कई वजहें होती हैं. खांसी होने पर व्यक्ति को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है. खांसी के लिए कैमिस्ट से बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के दवा मिल जाती है, लेकिन अगर आप घरेलू उपाय के जरिए खांसी का
इलाज ढूंढ़ रहे हैं तो पढ़ें यह खबर
मुखपाक के लक्षण व उपचार: (http://spiritualworld.co.in)
मुंह के भीतर छाले पड़ने को 'मुखपाक' भी कहते हैं| यह एक ऐसा रोग है जिसके कारण रोगी को भोजन करने, बोलने तथा गाने आदि में अपार कष्ट होता है| वैसे तो यह सामान्य विकार है, लेकिन जब यह बड़ा रूप धारण कर लेता है तो काफी समय तक बना रहता है| इसलिए इसको दूर करने का उपाय तुरन्त करना चाहिए| यह रोग आंतों में गरमी भर जाने की वजह से होता है| वायु गरमी को लेकर जब गले की ओर बढ़ती है तो दूषित फंगस जीभ, तालू आदि पर चिपक जाता है| यही फफूंदी धीरे-धीरे छालों के रूप में बदल जाती है| इस हालत में रोगी को कुछ भी अच्छा नहीं लगता| उसके प्राण मुंह के छालों में ही अटके रहते हैं| कई बार गलत खान-पान के कारण भी यह रोग लग जाता है|
कारण - मुंह में छाले होने का मुख्य कारण कब्ज तथा अजीर्ण है| इसके साथ ही मांस, मछली, अंडा, मिर्च, तेल, सोंठ, गरम मसालों से युक्त भोजन अधिक मात्रा में सेवन करने से मुंह में छाले उभर आते हैं| तेल तथा तेल में तले हुए पदार्थों और बहुत गरम चीजों को खाने से भी यह रोग हो जाता है| गरम पदार्थ मुख की कोमल श्लेष्मिक कला में प्रदाह उत्पन्न कर देते हैं जिससे गरमी का सीधा प्रभाव मुंह के भीतर दिखाई देने लगता है| पेट की गरमी बढ़ जाती है और पाचन-क्रिया ठीक प्रकार से नहीं हो पाती| दूसरे गरमी के कारण पेट में मल सड़ता रहता है| फिर वह गरमी वायु को ऊपर की ओर खिसकाती है जो मुंह में छाले पैदा कर देती है|
पहचान - इस रोग में जीभ के किनारों, तालू तथा होंठो के भीतरी भाग में छोटी-छोटी फुंसियां पैदा हो जाती है| ये फुंसियां कभी-कभी छोटी दिखाई देती है तथा तभी बड़ी मालूम पड़ती हैं| इनमें जलन होती है| इनका रंग लाल होता है| इनमें सुई चुभने जैसी पीड़ा होती है| कभी-कभी खुजली भी होने लगती है| कई बार सारा मुख लाल पड़ने के बाद सूज जाता है| यदि रोग बढ़ जाए तो फुंसियों के पकने की नौबत आ जा
आज हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे शीरर को विटामिन सी की कितनी ज्यादा आवश्यकता है। आपने टेलीविजन तथा अन्य सोशल मीडियां पर अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि कोरोना से बचना है, तो विटामिन सी युक्त पदार्थ का सेवन करना बहुत ही जरुरी है। लेकिन क्या हम लोग ऐसे उत्पाद का सेवन कर रहे हैं। मेरे ख्याल से नहीं। आपके इस समस्यां को दूर करने के लिए हम यहां पर वेस्टीज का एक उत्पाद (वेस्टीज आमला कैप्सूल) के बारे में चर्चा करेंगे।
1. 1/2
Edit Post
mrkeval.com/wp-admin/post.php
य द आप मुँहासे वण चा पर मुंहासे या पप से पी ड़त ह, तो अपने चेहरे को जर से
अ ी तरह से साफ़ कर जो आपक चा को सूट करता है, वा व म इसे रोकने म आपक
मदद कर सकता है! तो आज आइए देखते ह क मुंहासे या तैलीय चा क
े लए सही फ
े सवॉश
क
ै से चुन? ी ज़र या फ
े स वाश एक नक
े यर उ ाद है जो चा से गंदगी, धूल,
अ त र तेल या मेकअप अवशेष को हटाता है। जग आपक
े नक
े यर टीन का
पहला ले कन मह पूण कदम है। आज हम चचा करगे क क
ै से मुँहासे वण या तैलीय चा
क
े लए चेहरा धोने का चयन कर। तो, आइए देख क चेहरे क सफाई क
ै से काम करती है।
मुँहासे चेहरे क सफाई वशेष प से आपक चा पर मुँहासे क
े टू टने और पप को
रोकने क
े लए क जाती है। ये ी ज़र बै ी रया क
े सं मण और सीबम उ ादन दोन
क जाँच करते ह। इससे मुंहास को रोका जा सकता है। ले कन ान रख क तैलीय चा
क
े लए क
ु छ ी ज़र ब त कठोर हो सकते ह जो संवेदनशील होते ह। यही कारण है क इस
मामले म, वहाँ संवेदनशील यु जर उपल ह जो संवेदनशील चा को हाइ ेट करते
ह और इसे मॉइ चराइज रखते ह।
यह सूखने वाले एजट को रोकने वाले क
ु छ मुँहासे को संतु लत करने क भी को शश करता
है। इसी लए पहले फ
े स ी ज़र चुनना ब त मह पूण है। य द आपक चा तैलीय है, तो
आपको ऐसे ी ज़र का चयन करना चा हए जसम व श त ह । ये सभी त व भ
तरीक से मुँहासे को रोकने म मदद करते ह। ये सभी जर व भ प म उपल ह जैसे
जैल, फो मग लोशन, े, तेल, म, इ ा द। जेल आधा रत या फोम आधा रत चेहरे क
े
जर तैलीय और मुंहासे वाली चा क
े लए आदश होते ह। वा व म, एक ी ज़र का
चयन करते समय, अपने मुँहासे कार क
े अनुसार एक का चयन कर। उदाहरण क
े लए,
सै ल स लक ए सड ै कहे स और ाइटहे स क
े लए आदश है। बै ी रया सं मत
पप क
े लए बजॉयल पेरो ाइड, स क मुँहासे क
े लए ाइको लक ए सड, और
सै ल स लक ए सड हाम न मुँहासे क
े लए काम करता है। तो, आइए देख क ये साम ी क
ै से
काम करती ह।
चलो सै ल स लक ए सड क
े प म पहला घटक लेते ह। यह एक बीटा हाइ ॉ ी ए सड है
जसम कोमल ए फ़ोलीए टग गुण होते ह। यह मृत चा को शकाओंको हटाता है और
अ त र सीबम उ ादन को नयं त करने म मदद करता है। यह भी वरोधी भड़काऊ गुण
है। यह ै कहे स, ाइटहे स और हाम नल मुँहासे क
े खलाफ ठीक से काम करता है।
जर यु सै ल स लक ए सड 0.5 से 5 तशत संयोजन म उपल ह। दूसरा घटक
बजोइल पेरो ाइड है। जर यु बजॉयल पेरो ाइड 2.5 से 10 तशत एका ता म
उपल ह। आपको हमेशा उस उ ाद से शु करना चा हए जसम कम से कम एका ता हो।
बज़ोयल पेरो ाइड म जीवाणुरोधी गुण होते ह जो मुँहासे पैदा करने वाले बै ी रया या न
ो पयोबै ी रयम ए े को साफ़ करने म मदद करते ह। यह भड़काऊ मुँहासे जैसे क
pustules और cysts पर भी काम करता है। यह चा को चकना बनाने म भी मदद करता है।
ै ै
2. 2/2
अगला घटक ाइको लक ए सड है। यह एक अ ा हाइ ॉ ी ए सड है जो चा को
ए फो लएट करता है। यह चा से अ त र तेल को भी हटाता है। इसम एं टी-ए जग गुण
होते ह जो अ उ ाद क तुलना म अवशोषण म बेहतर बनाता है। ले कन ाइको लक
ए सड सूरज क करण से चा को ब त संवेदनशील बनाता है। इस लए ाइको लक
ए सड यु उ ाद का उपयोग करने क
े बाद सन न लगाना न भूल। ले कन मुँहासे
वण चा क
े लए, क
ु छ ऐसी साम यां ह जनसे बचना आव क है। तैलीय चा क
े
लए, ना रयल तेल, ख नज तेल और पे ोलेटम यु कसी भी जर से बच। ये चा क
े
छ को बंद कर सकते ह। अगर आपक चा तैलीय है, मुंहासे ह, ले कन संवेदनशील भी ह,
तो आपको पैराबेन- , खुशबू से मु और अ ोहल-मु उ ाद का चयन करना होगा।
क
ु छ लोग ने चाय क
े पेड़ क
े तेल या नीम और ह ी वाले ी ज़र से ब त लाभ उठाया है।
ले कन यह नह कहा जा सकता है क ये त सभी लोग क
े मामले म काम करगे। इसी लए
य द आप इन हबल अवयव का उपयोग करना चाहते ह, तो पहले एक पैच परी ण कर।
मुँहासे से चा क
े लए जो ी ज़र बनाए जाते ह वे क
ृ त म गैर-कॉमेडोजे नक होते
ह। वे भारी या तेल आधा रत ी ज़र नह ह।
फ
े स वॉश चुनते समय, फ
े स वाश बोतल पर "तैलीय चा क
े लए" या "मुंहास क
े लए" जैसे
लेबल देख। वा व म, साम ी और उनक एका ता क
े बारे म ववरण फ
े स वॉश
बोतल क
े सामने दए गए ह। उदाहरण क
े लए, "अ धकतम ताकत सै ल स लक ए सड" या
"बे ज़ोयल पेरो ाइड मुँहासे उपचार"। इस लए, अपना चेहरा धोने का चयन करते समय
ान से पढ़। अब अगर आप समझ गए ह क क
ै से सही फ
े स जर चुनना है, तो आप
जानना चाहगे क चेहरा क
ै से धोना है। ले कन फर भी, म आपको इसक
े बारे म सं ेप म
बताऊ
ं गा। सफाई क
े लए, गुनगुने पानी का उपयोग कर। अगर पानी ब त गम या ब त ठं डा
है, तो यह चेहरे क
े लए अ ा नह है। अपने हाथ ठीक से धोएं । फर मटर क
े आकार म फ
े स
वाश ल और इसे अपनी चा पर लगाएं । नाक से, आंख क
े आसपास, माथे पर और फर
गाल पर लगाना शु कर। कम से कम एक मनट क
े लए अपने चेहरे क मा लश कर।
अपना चेहरा साफ़ न कर। फर चेहरे को रगड़ और एक नरम तौ लया क
े साथ ह े पैट म
सूख। दन म सफ दो बार अपना चेहरा धोएं । सुबह उठने क
े बाद पहला वॉश करना चा हए।
दूसरा वॉश शाम को घर वापस आने क
े बाद, या रात म सोने से पहले कया जाना चा हए।