2. CONTENT : -
MEANING AND DEFINITION
OJECTIVE OF PHYSICAL EDUCATION
SCOPE OF PHYSICAL EDUCATION
CONTRIBUTION OF PHYSICAL EDUCATION TO GENERAL EDUCATION
PHILOSOPHY OF PHYSICAL EDUCATION
DIFFERENT PHILOSOPHIES OF PHYSICAL EDUCATION
3. MEANING AND DEFINITION
delbert arbit Yufar :- शारीररक शशक्षा उन अनुभवों का क
ु ल जोड़ है जो व्यक्ति की प्रक्रिया क
े ाा्या ेे प्रा्ि होिे
हैं
वोल्टाार एक््लिंजर :- शारीररक शशक्षा एक ऐेी ववद्या है क्जेक
े द्वारा प्रक्रिया अनुभव क
े ाा्या ेे क्रकेी व्यक्ति ाें
पररवितन लाए जा ेकिे हैं
क
ै सिडी :- गााक क्रिया पर क
ें द्रिि अनुभव पर होने वाले व्यक्ति ाें पररवितन क
े ेकल जोड़ को ही शारीररक शशक्षा
कहिे हैं
जे बी नैश :- क्जेका अर्तव्यवहार वृहि पेशी प्रक्रियाओिं िर्ा उनेे ेिंबिंधिि अनुक्रियाओिं ेे ेिंबिंि है
चार्लिस बुशर :- शारीररक शशक्षा ेाग्र शशक्षा प्रिा का अशभन्न अिंग है शारीररक ाानशेक ेाााक्जक दृक्टट ेे ्व्र्
नागररक का ववकाे करना
जेएफ विसियम्ि :- शारीररक शशक्षा ानुटय की उन प्रक्रियाओिं का ेक
त ल जोड़ है जो क्रकेी ववशेष प्रकार क
े आिार पर
चुनी िर्ा इन्हीिं ववशेष पररणााों को प्रा्ि करना है
Brown well :- ेारी शशक्षा पूणत पररपूणत एविं ेिंिुशलि अनुभवों का जोड़ है वृहद पेशी क्रिया ेे प्रा्ि होिा है जो
व्यक्ति क
े अशभवृद्धि एविं ववकाे को चरा ेीाा िक बढािे हैं
4. OJECTIVE OF PHYSICAL EDUCATION
शारीररक शशक्षा क
े लक्ष्य एविं उद्देश्य
J f Williams :-
क
ु शल नेिृत्व
अधिक ेुवविाएिं
भाग लेने की ेिंभावना
शारीररक ाानशेक ेाााक्जक रूप ेे
पूणत
Hegman brown well
शारीररक ्वच्छिा
ाोटर कौशल
ज्ञान एविं जानकारी
अशभरुधच
5. CONT……….
जेबी नेश
बॉडी पाटत डेवलपाेंट
ाोटर डेवलपाेंट
कोऑर्डतनेद्रटव
डेवलपाेंट
कॉक्ननद्रटव डेवलपाेंट
H c buck
Physical development
mind and muscle development
aptitude development
social behaviour development
habit development
Charles bhusar
Physical development
motor development
mental development
mental relaxation
development
7. CONTRIBUTION OF PHYSICAL EDUCATION TO
GENERAL EDUCATION
ेााान्य शशक्षा ाें शारीररक शशक्षा का योगदान
आत्मबोध क
े उद्देश्य
ेहज ाक््िटक
्वा््य िर्ा रोग
घर एविं ेााज ्वा््य
खेलों ाें भाग लेना
खाली ेाय का ेदुपयोग
ेौंदयत प्रशिंेा एविं उपाेना
मानिीय िंबंध का उद्देश्य
अनु आयोक्जि कायतिा
पार्पररक शात्रिा
ेहयोग की भावना
ववनम्रिा एविं खेल भावना
8. CONT……………
आर्थसक ननपुणता क
े उद्देश्य
कायत कौशल क
े शलए शशक्षा
व्यवेाय क
े शलए शशक्षा
कायत की ेिलिा
अनुक
ू ल एविं उधचि व्यवेाय का
चुनाव क
े शलए
नागररक उत्तरदानयत्ि क
े उद्देश्य
शात्रिा ेद्भाव ेहानुभूति
ेहनशक्ति
अनुशाशेि एविं तनया पालन
उत्तरदातयत्व का तनवातह
प्रजािािंत्रत्रक भावना
9. PHILOSOPHY OF PHYSICAL EDUCATION
शारीररक शशक्षक क
े दशतनशा्त्र
दशतनशा्त्र अिंग्रेजी की Philosophy शब्द ेे बना है क्जेाें एक शब्द Philo प्रेा और
दूेरा शब्द sophy वववेक अर्त होिा है
शारीररक शशक्षा ाें दाशततनक शेद्िािंि िर्ा व्यवहाररकिा बाद का जन्ा यूनान ेे हुआ
है
शारीररक शशक्षा क
े दाशततनक शेद्िािंिों की नीव ्लेटो और अर्िू द्वारा द्रदया गया है
ेारे शशक्षक क
े दशतनशा्त्र व्यवहाररकिा बाद और ेिंकलन वाद क
े अिंिगति आिा है
दशतनशा्त्र क
े ाा्या ेे व्यक्ति ब्रहाािंड क
े रह्यों और उनाें तनद्रहि अर्ों को ढूिंढ
तनकालिा है
व्यक्ति को ेृक्टट एविं ब्रहा क
े ेार् ेिंबिंि का ाूल्यािंकन करने वाले ववषय को हा
दशतनशा्त्र कहिे हैं
10. दशतनशा्त्र क
े ेिंघटक
अ्यात्ा शा्त्र Meta Physics
ज्ञान शा्त्र Epistemology
ेूक्ति शा्त्र Aniology
नीति शा्त्र Ethics
िक
त शा्त्र Logic
ेौंदयतशा्त्र Aesthetics
11. DIFFERENT PHILOSOPHIES OF PHYSICAL
EDUCATION
शारीररक शशक्षा क
े ववशभन्न दशतनशा्त्र
आदशसिाद Idealism (प्िेटो)
उत्पवत्त ववचार वाद ेे
ान ानुटय अक््ित्व का क
ें ि है
पुरुष प्रकृ ति ेे अधिक ाहत्वपूणत है
तनरोग एविं ्वा््य शरीर शारीररक शशक्षा का प्रर्ा उद्देश्य है
्वा््य आकषतक शक्तिशाली प्रभाव
अ्याक्त्ाकिा बाद
शरीर की ेुिंदरिा
ाुख्य ववशेषिा ट्रुर् ब्यूटी एिंड गुडनेे
ेत्य और ाूल्य तनरपेक्ष होिे हैं िर्ा इनकी पूरी दुतनया ाें भागीदारी होिी है
12. प्रकृ तिवाद Naturalism (रूेो)
ेबेे प्राचीन
भौतिकवादी शेद्िािंि
भौतिक ेिंेार को ही ेत्य ाानिा है
प्रकृ ति जीवन ाूल्यों का ्त्रोि है
व्यक्ति क
े नैेधगतक आत्ाा का ववकाे िर्ा अशभवृद्धि ेिंबिंधिि
खेल को खेल भावना ेे खेलना या िारणा प्रकृ तिवाद की है
पाठ्यिा का ाूल्य शेद्िािंि
13. यर्ार्तवाद Realism (अर्िू)
ब्रहाािंड का आिार भौतिक है
ेत्य की खोज वैज्ञातनक ढिंग ेे की जािी है
्व्र् शरीर ाें ही ्व्र् ान तनवाे करिा है
ेृक्टट को उेी रूप ाें ्वीकार करना है क्जे रूप ाें है
ववज्ञान ेत्य का प्रकट करिा है
अनपढ रहने ेे बेहिर है जन्ा ना हो क
ु ववचारररि होने ेे बेहिर
है अनपढ रहना
14. वा्िववकिा वाद Progmetism (जॉन डीवी)
व्यवहार शेलिा बाद प्रयोगवाद प्रयोजनवाद प्रगतिशील वाद पररणाा वाद
व्यवहाररकिा दक्षिा िर्ा अनुभव इे शेद्िािंि क
े ाूल ािंत्र हैं
व्यवहाररक पक्ष एविं प्रयोग को ही ाानिा है
ेभी ववचार ाूल्य और यर्ार्त पररवतिति होिे हैं
व्यक्ति अनुभव ेे ेत्य शेकिा है