1. (एमईडी01) ज्ञानमीमाांसीय एवम शैक्षिक अध्ययन
प्रकरण- अनुभवात्मक ज्ञान,
अनुभवजन्य ज्ञान
सैद्ाांक्षिक ज्ञान
और व्यावहाररक ज्ञान की उदाहरण सक्षहि व्याख्या
(प्रथम छामाही २०२१-२३)
मार्गदर्गन- डॉ प्रमोद जोर्ी
सहायक प्राध्यापक
शर्क्षा शिभार्
महात्मा र्ाांधी अांतरराष्ट्र ीय शहांदी शिर््िशिद्यालय, िधाग, महाराष्ट्र
2. अनुभिात्मक ज्ञान – श्रुक्षि पांचगौड़
व्यािहाररक ज्ञान- मुक
ुां द क
ु मार
सैद्ाांशतक ज्ञान – मनीष क
ु मार रॉय
अनुभिजन्य ज्ञान – रांजन क्षमश्रा
3. अनुभिात्मक ज्ञान
•अनुभवात्मक ज्ञान ,अनुभव क
े माध्यम से सीखने की प्रक्षिया है।
• अनुभव ज्ञान की अवधारणा को सबसे पहले जॉन डेवे और जीन
क्षपयाजे ने खोजा था लेक्षकन इसे डेक्षवड ए.कोल्ब (1984) द्वारा
लोकक्षप्रय बनाया गया था।
• कोल्ब का क्षसद्ाांि इस क्षवचार पर आधाररि है क्षक सीखना एक ऐसी
प्रक्षिया है जहाां अनुभवोां क
े माध्यम से ज्ञान का क्षनमााण क्षकया जािा है।
4. अनुभि क
े प्रकार
सीखने क
े अनुभव दो प्रकार क
े होिे हैं-
1. प्रत्यि अनुभव
2. अप्रत्यि अनुभव
5. अनुभिात्मक ज्ञान
• क
ें क्षिि प्रक्षिक्षबांब क
े साथ प्रत्यि अनुभव को जोड़िी है
• क्षपछले ज्ञान और अनुभवोां पर आधाररि है।
• सक्षिय भागीदारी की आवश्यकिा है
• सहयोग और क्षवचारोां और दृक्षिकोणोां क
े आदान-प्रदान को प्रोत्साक्षहि करिा है।
• पाठ्यिम क
ें क्षिि या किा में, समुदाय क
ें क्षिि, या काया क
ें क्षिि हो सकिा है।
6. अनुभिात्मक ज्ञान र्ाशमल करता है-
िाक्षक
ा क क्षचांिन (critical thinking)
समस्या हल (problem solving)
सांदभा में क्षनणाय लेना(decision making in context)
क्षवचारोां और कौशलोां की डीब्रीक्ष ां ग और समेकन क
े अवसर बनाना( making opportunities for
debriefing and consolidation of ideas and skills)
क्षवचार( reflection)
नई स्थथक्षि में क्षवचारोां का अनुप्रयोग(application of ideas in new situation)
7. अनुभिात्मक ज्ञान की प्रशिया
कोल्ब द्वारा प्रस्ताक्षवि अनुभवात्मक क्षसद्ाांि अक्षधक समग्र दृक्षिकोण लेिा है और इस बाि पर जोर देिा है
क्षक अनुभूक्षि, पयाावरणीय कारकोां और भावनाओां सक्षहि अनुभव, सीखने की प्रक्षिया को क
ै से प्रभाक्षवि
करिे हैं।
अनुभि
(experie
ncing)
साांझा
करना
(sharing)
शिश्लेषण
(analyzin
g)
शनष्कषग
(inferring
)
लार्ू करना
(applying
)
9. अनुभिात्मक ज्ञान क
े लाभ
•ज्ञान को िुरांि लागू करने की िमिा क्षवकक्षसि करें
•वास्तक्षवक समय प्रक्षिक्षिया िक पहुँचें
•टीम वक
ा को बढावा देना
•बेहिर सांचार कौशल
•हॉट्स (हाई ऑडार क्षथांक्षक
ां ग स्िल्स) क्षवकक्षसि होिे हैं
•क्षचांिनशील अभ्यास आदिोां का क्षवकास
•उपलस्ियाां
10. EXPERIENCE IS THE TEACHER OF ALL THINGS........
JULIUS CAEASAR
धन्यवाद!