1. शां त थापना एवं शां त अनुर ण
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वारा - डॉ. ममता उपा याय
एसो सएट ोफ
े सर- राजनी त व ान
क
ु मार मायावती राजक य म हला नातको र महा व यालय
बादलपुर, गौतम बु ध नगर, उ र देश।
यह साम ी वशेष प से श ण और सीखने को बढ़ाने क
े शै णक उ दे य क
े लए है। आ थक / वा णि यक अथवा कसी अ य
उ दे य क
े लए इसका उपयोग पूणत: तबंध है। साम ी क
े उपयोगकता इसे कसी और क
े साथ वत रत, सा रत या साझा नह ं
करगे और इसका उपयोग यि तगत ान क उ न त क
े लए ह करगे। इस ई - क
ं टट म जो जानकार क गई है वह ामा णक है और
मेरे ान क
े अनुसार सव म है।
2. उ दे य-
● अंतररा य राजनी त क
े संदभ म रा य रा य क
े सम मौजूदा चुनौ तय क
जानकार ।
● अंतरा य शां त क आव यकता को ि टगत रखते हुए चंतन और मनन को
ो सा हत करना।
● समसाम यक व व म संयु त रा संघ जैसे अंतररा य संगठन क बहुआयामी
भू मका का व लेषण।
● शां त थापना कायवा हय मे अपनाई जाने वाल रणनी तय क जानकार ।
● शां त थापना यास क भावदायकता का मू यांकन
मानवीय स यता का इ तहास दो वरोधी वृ य का सा ी रहा है। मानवीय वभाव म
या त बुराइय - वाथपरता, लोभ , शि त ेम, अहंकार जैसी वृ य ने एक तरफ हंसा
और यु ध को ो सा हत कया है, वह ं दूसर ओर वैि वक शां त क कामना और उसक
े
लए यवि थत यास भी कए जाते रहे ह। वतीय व वयु ध क
े बाद मानवीय सुर ा
क
े सम उ प न कई नई चुनौ तय - गृह यु ध, आतंकवाद, आण वक एवं जै वक
अ का सार, नृजातीय संघष, पयावरणीय संकट आ द क
े कारण अंतरा य शां त
और सुर ा का न पहले से कह ं यादा मह वपूण हो गया है। आज शां त एक मानवीय
मू य और आदश ह नह ं, बि क मानव स यता क
े लए एक बहुत बड़ी आव यकता बन
गई है य क शां त क वातावरण म ह यि त, समाज और रा का संतु लत एवं
याय पूण वकास संभव है । यह कारण है क वतीय व वयु ध क
े बाद दु नया क
े
स य रा ने मलकर इस दशा म संग ठत एवं सु यवि थत य न कया और संयु त
रा संघ जैसे अंतररा य संगठन क थापना क ।
शां त कायवाह का उ दे य-
दु नया म शां त थापना क कायवाह को प रभा षत करते हुए टॉकहोम इंटरनेशनल
पीस रसच इं ट यूट ने शां त थापना क
े न नां कत उ दे य बताएं है-
● शां त समझौते को याि वत करना
3. ● शां त या म सहायता और समथन दान करना
● ववाद को रोकने और शां त थापना क
े काय म सहयोग करना
शीत यु धो र व व म संयु त रा महास चव क
े वारा शां त नमाण म संयु त रा
क भू मका पर एक रपोट तुत क गई, िजसका शीषक था ‘एन एजडा फॉर पीस’।
माइकल डायल और नकोलस संब नस ने इस रपोट को नरोधक क
ू टनी त क
े प म
प रभा षत कया। इस रपोट क
े व लेषण क
े आधार पर शां त थापना क कायवाह को
न नां कत प म प रभा षत कया गया है-
1. शां त थापना- िजसक
े मा यम से संयु त रा सुर ा प रषद वारा दए गए कसी
भी नदश को संघषरत देश म उनक सहम त क
े बना लागू कराया जाता है।
2. शां त नमाण- िजसक
े मा यम से संघषरत प क
े म य म य थता एवं समझौता
वाता क
े मा यम से संघष को दूर करने का यास कया जाता है।
3. शां त अनुर ण- िजसक
े अंतगत संयु त रा क छोट -छोट सै नक टुक ड़य
संघषरत रा क सहम त से उनक भू म पर कसी समझौते क
े पालन का नर ण
करने जाती है और दूसर तरफ क
ू टनी तक अ धकार शां त वाताओं क
े मा यम से दोन
प को शां त क
े लए राजी करते ह।
4. संघष क
े बाद पुन नमाण कायवाह -
इस कायवाह क
े अंतगत यु ध रत प क
े संघष को समा त कर उनक
े म य सामािजक
और आ थक सहयोग को ो सा हत करने का काय कया जाता है और इस तरह क
आ थक, सामािजक और राजनी तक संरचना क
े नमाण को ो सा हत कया जाता है जो
भ व य म थाई शां त का माग श त कर सक
े ।
5. इन उ दे य क
े अ त र त आजकल शां त थापना क कायवा हय म कसी देश म
चुनाव संप न करवाना, नाग रक अ धकार का संर ण और एक यापक शां त समाधान
का या वयन तथा आ थक पुन नमाण म सहायता एवं सम वय आ द भी सि म लत
हो गए ह।
6. गैर सरकार संगठन क
े सहयोग से सां कृ तक वरासत क र ा-
2012 क
े बाद से संयु त रा संघ क
े वारा व भ न गैर सरकार संगठन क
े सहयोग से
व भ न देश म सां कृ तक वरासत क र ा क
े लए भी शां त कायवाह क जा रह ह।
4. 2019 म लेबनान म ‘ लू श ड इंटरनेशनल’ नामक एनजीओ क
े सहयोग से संयु त
रा संघ क
े वारा वैि वक वरासत क र ा क
े लए कायवाह क गई। इन वरासतो को
ाकृ तक आपदाओं या सै य संघष क
े कारण खतरा उ प न हो गया था ।
शां त थापना एवं शां त अनुर ण हेतु तं - संयु त रा संघ
अंतरा य शां त और सुर ा को था पत करना और उसे बनाए रखना संयु त रा संघ
क
े ारं भक उ दे य म से एक है और वा त वकता तो यह है क इसी क य उ दे य क
पू त क
े लए इस अंतररा य संगठन क थापना क गई है।
संयु त रा अपने दो मह वपूण अंग क
े मा यम से शां त थापना क कायवा हय को
अंजाम देता है। ये ह -
1. सुर ा प रषद-
सुर ा प रषद संयु त रा संघ का कायकार अंग है, िजसम पांच थाई सद य और
अ य अ थाई सद य सि म लत ह। थाई सद य म टेन, अमे रका, ांस , स और
चीन जैसे देश सि म लत ह िज ह नषेध अ धकार ा त है। सुर ा प रषद वारा लया
गया कोई भी नणय इन पांच सद य क सहम त से ह लया जाता है। संयु त रा
चाटर क
े अ याय 7 क
े अनुसार इसक
े सद य रा य सुर ा प रषद क
े नणय को मानने
और याि वत करने क
े लए वचनब ध है। जब भी दु नया म कह ं भी शां त भंग क
घटना होती है या कोई ववाद उपि थत होता है,तो यह सुर ा प रषद क
े सं ान म लाया
जाता है और सुर ा प रषद ववाद क
े शां तपूण समाधान क
े लए संबं धत प से
सफ़ा रश कर सकती है और वशेष त न ध नयु त कर सकती है या संयु त रा
महास चव से अपने भाव का उपयोग करने क
े लए कह सकती है। क
ु छ मामल म
सुर ा प रषद वयं ववाद क जांच पड़ताल एवं अ य ता का काय अपने हाथ म ले
सकती है । जब ववाद क
े समाधान क
े शां तपूण उपाय न फल हो जाते ह तो सुर ा
प रषद सै य बल क
े योग क भी अनुम त देती है।संयु त रा संघ क
े पास अपना कोई
5. सै य बल नह ं है। सद य रा वे छा से कसी कायवाह क
े लए आव यक सै य कम
उपकरण एवं आपू त क यव था करते ह। शां त अनुर क अपने देश का यू नफाम
पहनते ह और क
े वल संयु त रा क
े नीले हेलमेट और नीले बैज क
े कारण अंतरा य
शां त पालक क
े प म पहचाने जाते ह। सुर ा प रषद ने अंतरा य मानवा धकार
क़ानून क
े गंभीर उ लंघन क
े दोषी लोग को दंड देने क
े लए अंतरा य यूनल का
गठन भी कया है।
2. महासभा-
महासभा व व संसद क
े प म काय करती है। संयु त रा चाटर का अनु छेद 11 उसे
अंतररा य शां त और सुर ा बनाए रखने क
े लए सहयोग क
े सामा य स धांत पर
वचार करने का अ धकार देता है महासभा क
े मंच से व भ न रा अपनी शकायत को
अ भ य त करते ह और ववा दत वषय पर सहम त पूण समाधान को ढूंढने का य न
करते ह। शां त संवधन हेतु महासभा ने कई बार नश ीकरण, फ ल तीन क
े न या
कांगो क ि थ त पर अपने वशेष अ धवेशन भी आयोिजत कए ह । शां त थापना का
काय महासभा क
े वारा अपनी दो वशेष स म तय क
े मा यम से कया जाता है । ये है-
नश ीकरण और अंतररा य सुर ा स म त और वशेष राजनी तक और
उप नवेशीकरण स म त।
शां त थापना कायवाह म अपनाई जाने वाल तकनीक
े या रणनी तयां-
संयु त रा संघ क
े वारा दु नया क
े व भ न भाग म ववाद को संघष क
े प म
प रव तत न होने देने और संघष क पुनरावृ त को रोकने क
े उ दे य से क
ु छ रणनी तयाँ
अपनाई जाती ह िज ह शां त थापना रणनी तयां कहा जाता है। इन रणनी तय म मुख
न नां कत है-
● ववाद का नरोध करने क क
ू टनी त-
इस रणनी त क
े अंतगत ववाद को उ प न होने से रोकने क
े लए कायवाह क जाती है।
यह कायवाह म य थता या समझौता वाता क
े प म हो सकती है। संबं धत प को
6. चेतावनी देना नरोधक कायवाह का अ नवाय ह सा है। संयु त रा महास चव क
े दूत
एवं वशेष त न ध संपूण व व म नरोधक क
ू टनी त म संल न है ।
● शां त अनुर क क तैनाती-
शां त अनु र क क तैनाती नरोधक क
ू टनी त का पूरक है िजसका उ दे य तनावपूण
े म व वास का माहौल तैयार करना और संघष को सी मत रखने म सहायता करना
है । इन अनु र क क तैनाती पूव यूगो ला वया, मेसेडो नया गणतं एवं म य अ क
गणतं म संयु त रा मशन क
े अंतगत क जा चुक है ।
● नरोधक नश ीकरण- इस रणनी त का उ दे य संघषरत े म ह थयार क
सं या कम करना है य क पारंप रक प म माना जाता है क अ श क
उपि थ त यु ध एवं संघष को आमं त करती है। अल स वाडोर, मोजाि बक
तथा अ य अनेक अशांत े म संयु त रा संघ ने लड़ाक
ू बाल क
े वघटन और
उनक
े ह थयार को एक त कर न ट करने का काय कया है ता क भ व य म
कसी संघष म उनका योग न कया जा सक
े और इस कार अ श क
े
अभाव म वाभा वक प से शां त थापना संभव हो सक
े ।
● महास चव क भावक ि थ त का उपयोग-
संयु त रा महास चव अपनी न प ता क
े लए व यात है और भी सुर ा प रषद क
े
अनुरोध पर व भ न ववाद क
े समाधान म म य थता क भू मका नभाते ह और शां त
को बनाए रखने क
े लए राजन यक पहल कर सकते ह। वयं उनक
े वारा यि तगत प
म और वशेष काय जैसे- शां त वाताओं का आयोजन कर या स या वेषण काय क
े लए
वशेष दूत या मशन भेज कर शां त थापना म क य भू मका नभाई जाती है। वे
अंतररा य शां त और सुर ा को खतरा पहुंचा सकने वाले कसी भी वषय को सुर ा
प रषद क
े यान म ला सकते ह।
े ीय संगठन से सहयोग लेना-
व व शां त क थापना क
े काय म संयु त रा संघ क
े वारा े ीय संगठन का
सहयोग भी लया जाता है। हैती म अमे रक रा य क
े संगठन [ OAS], पूव
7. यूगो ला वया म यूरोपीय संघ [EUROPEAN UNION], लाइबे रया एवं सएरा लयोन
म पि चमी अ क देश क
े आ थक समुदाय और ‘ऑगनाइजेशन ऑफ अ कन यू नट ’
आ द क
े साथ संयु त रा संघ ने नकटता क
े साथ काय कया है। पूव यूगो ला वया म
संयु त रा ने मानवा धकार क र ा, चुनावी सहायता, शां त नमाण और आ थक
वकास क
े काय म ‘काउं सल ऑफ यूरोप’, ‘ऑगनाइजेशन फॉर स यो रट एंड को
ऑपरेशन इन यूरोप’ जैसे संगठन का सहयोग लया है।
तबंध लगाना-
शां त क
े लए खतरा उ प न होने और राजन यक यास क वफलता क
े बाद सुर ा
प रषद क
े वारा संबं धत देश पर तबंध लगाने क रणनी त को अपनाया जाता है.
पछले दशक म इराक, पूव यूगो ला वया, ल बया, हैती ,लाइबे रया, रवांडा, सोमा लया,
अंगोला, अफग़ा न तान, इ थयो पया एवं इ र या क
े खलाफ तबंध लगाए गए ह और
इन तबंध क सीमा म यापक आ थक और यापा रक तबंध, ह थयार क आपू त
पर रोक, या ा तबंध और व ीय तथा राजन यक तबंध सि म लत है। तबंध क
रणनी त क
े योग का उ दे य बना बल योग कए शां त थापना हेतु कसी देश पर
दबाव डालना है । हालां क इन तबंध का दु भाव संबं धत रा क
े कमजोर वग पर
सबसे यादा पड़ता है और इसक
े कारण अथ यव था भी बुरे दौर से गुजरती है, अतः
तबंध क
े व प और उसक
े या वयन म सुधार क आव यकता अनुभव क जाती
रह है ता क उसक
े नकारा मक भाव को कम कया जा सक
े । आजकल चु त तबंध
क यव था पर अमल कया जा रहा है िजसका ता पय है रा क
े व श ट लोग और
वग क
े व ीय लेनदेन को रोक देना, िजनक
े यवहार क
े कारण ह ऐसे तबंध क
आव यकता अनुभव क गई।
● सै य कायवाह -
जब शां त नमाण क
े य न वफल हो जाते ह संयु त रा चाटर क
े सातव अ याय क
े
अनुसार सुर ा प रषद वारा सद य रा य को शां त भंग करने वाले रा य क
े व ध
कड़ी कायवाह का अ धकार दया जा सकता है। इसम सै य कायवाह स हत सभी
आव यक रणनी तय क
े इ तेमाल का अ धकार दया जाता है। जैसे 1990 क
े दशक म
8. इराक वारा क
ु वैत पर हमले क
े बाद क
ु वैत क भुस ा क पुन थापना क
े लए,
सोमा लया म मानवीय राहत काय क
े लए सुर त वातावरण क थापना हेतु, रवांडा मे
नाग रक क सुर ा म योगदान क
े लए, हेती म लोकतां क ढंग से नवा चत सरकार क
पुन थापना क
े लए और 1999 म पूव तमोर म शां त और सुर ा क बहाल क
े लए
सै य कायवाह का अ धकार दया गया। ये सै य कायवा हयाँ य य प सुर ा प रषद
वारा अनुमो दत थी , कं तु इन पर पूरा नयं ण भाग लेने वाले रा य का था।
● शां त कायवा हय मे म हलाओं क सहभा गता सु नि चत करना -सुर ा प रषद
क ताव सं या 1325 वह पहला मह वपूण कदम है जो संघष क रोकथाम
और शां त वाताओं क
े मा यम से शां त नमाण क कायवाह म म हलाओं क
भू मका को वीकार करता है।यह माना गया क
े इस ताव क
े मा यम से जहां
एक तरफ लंग आधा रत भेद को दूर करते हुए म हलाओं को अंतररा य जगत
क मु यधारा म शा मल कया जाएगा वह ं दूसर ओर दु नया क
े व भ न भाग म
लंग आधा रत हंसा को भी नयं त करने म सहायता मलेगी। 2010 म इस
ताव क
े या वयन का मू यांकन करते हुए एक अ ययन कया गया और यह
पाया गया क इस ताव क
े या वयन का सी मत भाव ह शां त थापना क
े
े म देखने को मला है। शां त वाताओं म म हलाओं क सहभा गता तो बढ़ है,
कं तु दूसर तरफ लंग आधा रत हंसा और यौन हंसा अभी जार है।
2013 म इस दशा म सश त कदम उठाते हुए म हलाओं क
े व ध भेदभाव नवारण
कमेट का गठन कया गया और शां त कायवा हय म म हलाओं क भू मका को बढ़ाने
पर जोर दया गया । आज ि थ त यह है क संयु त रा क सै य कायवाह य म 3%
भागीदार म हला का मक क है और 17%म हलाय क
ू टनी तक मशन म भागीदार
नभा रह ह। यह नह ं ,संयु त रा महास चव क
े वशेष दूत क
े प म भी म हलाओं क
े
वारा भू मका नभाई जा रह है।
● शां त थापना कायवा हय क
े कार-
1. नर ण कायवाह -
9. इस कार क कायवाह म सी मत मा ा म सै नक और नाग रक नर क क नयुि त
क जाती है जो संबं धत देश म यु ध वराम, सेनाओं क वापसी एवं यु ध वराम
समझौत म सि म लत अ य शत क
े पालन क नगरानी करते ह। इन शां त दूत क
कायवाह सामा यतया असै नक होती है और ये नर ण क रपोट संयु त रा को
उपल ध कराते ह । 1991 म अंगोला म और पि चमी सहारा मे इस तरह क
नर ना मक कायवाह क गई थी।
2. पारंप रक ढंग क शां त कायवाह - इसक
े अंतगत संयु त रा क सेनाएं संघषरत प
क
े बीच म य थता का काय करती ह, यु ध वराम समझौते क
े या वयन का नर ण
करती ह और कसी भी प क
े वारा उसका उ लंघन कए जाने पर उसक रपोट देती ह।
1994 म अंगोला एवं मीनू गोवा म तथा 1996 म वाटेमाला म ऐसी ह कायवाह क गई
थी।
3. बहुआयामी कायवाह -
तरह क कायवाह म सै नक और पु लस का मक न क
े वल यु ध वराम समझौत को
याि वत करने म भू मका नभाते ह, बि क संबं धत देश म कई अ य तर क
े क
े काय
भी करते ह। जैसे- चुनाव या का नर ण, पु लस एवं सुर ाबल का सुधार, सं थाओं
का नमाण, आ थक वकास आ द। 1990 क
े दशक म नामी बया, अल स वाडोर और
मोजाि बक जैसे देश म संयु त रा संघ क
े नेतृ व म ऐसी ह कायवाह क गई।
4. शां त नमाण कायवाह -
इस कार क कायवाह बना संबं धत देश क सहम त क
े एक तरफा संयु त रा संघ
क
े वारा क जा सकती है, य द वह कसी देश म शां त को खतरे म देखता है। ऐसी
कायवाह सै नक और असै नक दोन तरह क हो सकती है और इसम दोन तरह क
े
का मक का योग कया जाता है। सै नक का मक को आव यकता पड़ने पर शि त
योग क छ
ू ट द जाती है। पि चमी अ का और सएरा लयोन म 1999 म और
बोि नया म नाटो क
े वारा ऐसी ह कायवाह क गई थी ।
शां त कायवा हय का मू यांकन या भाव
संयु त रा संघ क
े वारा अब तक 60 से अ धक देश म शां त थापना क कायवाह क
जा चुक है । इन कायवा हय का भाव मला जुला रहा है । सामा यतः यह माना जाता
10. है क इन कायवा हय से संघष को रोकने और शां त था पत करने मे मदद मल है ।
इनक
े भाव को न नां कत प मे देखा जा सकता है ।
● डायना यूर अपालबाम क
े अनुसार संयु त रा शां त सेना म भागीदार क
े लए
फ़जी जैसे रा म सेना क
े गठन को ो सा हत कया है, िजसक
े प रणाम व प
1987,1999,2000,2006 और 2009 इस देश को सै नक त तापलट झेलना पड़ा
।
● संयु त रा क
े शां त सेना म भाग लेने वाले अ य का मक क भी इस संबंध म
मल जुल त या रह है। बोि नया म शां त कायवाह म संल न संयु त
रा य अमे रका क
े सै नक पर कया गया अ ययन यह स ध करता है क शां त
सै नक को खतरनाक ि थ तय म काम करना पड़ता है और अ सर तक
ू ल
ाकृ तक पयावरण को झेलना पड़ता है िजसक
े कारण उनम वा य संबंधी
सम याएं वशेषकर मान सक वा य संबं धत सम याएं ज म ले रह ह।
● 1990 क
े दशक क
े बाद संयु त रा शां त सै नक पर यह आरोप लगता रहा है क
उनक
े वारा मानव त कर को ो सा हत और म हलाओं क
े त दु यवहार कया
जाता है। ऐसी शकायत क
ं बो डया, पूव तमोर और पि चमी अ का से यादा
उठ ह। डे वड लब जैसे मानवा धकार अ धकार क यह मा यता है क बोि नया
म 2000 से 2001 क
े म य से स का यापार संयु त रा क शां त कायवा हय
क
े कारण यादा बढ़ा । यौन हंसा का शकार होने वाल म यादातर ब चे होते ह।
● शां त अनुर क िजन देश म नयु त कए जाते ह, वहां क सं कृ त से वे न
क
े बल अन भ होते ह, बि क शां त सै नक का समूह वयं व भ न देश क
सं कृ तय का मला जुला प होता है। भाषा ,खान पान .रहन-सहन क भ नता
क
े कारण शां त सै नक को नयं त करना और उन म अनुशासन बनाए रखना
यि तगत और सं था गत दोन प म क ठन होता जा रहा है और इस कारण
शां त कायवाह क सफलता भी सं द ध होती जा रह है ।
● बोि नया, सोमा लया, रवांडा आ द देश म यह पाया गया क संयु त रा संघ क
शां त कायवाह क
े दौरान संबं धत देश क सहम त को ा त करने क
े ावधान का
11. पालन नह ं कया गया । संबं धत देश क सहम त से शां त कायवाह करने से वह
भी अपने आप को शां त या म भागीदार समझते ह और अपने सां कृ तक
व वधताओं से शां त सै नक को प र चत करा कर कायवाह को सफल बनाने म
योगदान देते ह।
● संयु त रा क शां त कायवाह वशेष कर रा नमाण क
े कायवाह म यह देखा
गया है क संबं धत देश म शां त सै नक को वरोधी गुट क हंसा का शकार होना
पड़ा है , िजसक
े कारण उस देश क
े सं थाओं क
े पुन नमाण काय म बाधा पहुंची है।
● जे स फ यूसन, जे स कॉट एवं लोहमन जैसे लेखक क मा यता है क संयु त
रा क
े शां त अ धका रय क
े वारा कसी देश क
े पुन नमाण क जो योजना बनाई
जाती है उसका उस देश क वा त वक प रि थ तय और जनसं या क
आव यकताओं एवं वशेषताओं से कोई मेल नह ं होता। े क
े वकास क योजना
बनाते समय त य को एक त करने का यास नह ं कया जाता, बि क जो
सा ह य पहले से उपल ध है उ ह ह अं तम मानकर उनक
े आधार पर योजना बना
द जाती है िजसक
े कारण उसक
े सफल होने क संभावना कम होती है और यह
सा ा यवाद उप नवेशवाद वृ का योतक भी है।
इन आलोचनाओं को यान म रखते हुए वशेष प से शां त सै नक
वारा यौन हंसा को ि टगत रखते हुए संयु त रा संघ ने इसम सुधार क
े लए कदम
उठाए। ‘ ा मी रपोट’ इस दशा मे उठाया गया मह वपूण कदम था। सन 2000 म
नयु त लखदार ा मी क
े नेतृ व म काय करने वाले आयोग ने शां त कायवाह म सुधार
क
े वषय म आव यक सुझाव दए िजनम से क
ु छ मुख इस कार ह-
1. संयु त रा संघ क शां त सेना का यवि थत ढंग से गठन कया जाए। सद य रा
इसम सहयोग कर।
2. सद य रा और वधायक सं थाओं म संबंध को मजबूती दान क जाए।
3. शां त कायवाह य क
े बंधन सं कृ त म सुधार कया जाए।
4. शां त कायवाह य को े ीय अ ययन से जोड़ा जाए।
5 । संयु त रा संघ क
े अ य अंग क
े साथ सद य रा य का संबंध मजबूत बनाया
जाए।
12. 6. शां त थापना हेतु द घकाल न और अ पकाल न योजनाओं को न मत कया जाए।
7. संयु त रा क
े मशन म लचीलापन लाया जाए।
8. शां त कायवाह हेतु संबं धत देश से संबं धत सूचनाओं और आंकड़ को एक त करने
क यव था क जाए।
9. शां त थापना क कायवाह य क
े वशेष नेतृ व क तलाश क जाए।
10. शां त सै नक क रजव टुकड़ी क यव था क जाए जो व रत सूचना क
े आधार पर
काय कर सक।
11. संयु त रा महास चव को सुर ा प रषद क अनुम त से पहले ह शां त कायवाह
को अंजाम देने क
े लए क
ु छ व ीय वाय ता क
े अ धकार दान कया जाए।
12. संयु त रा शां त थापना वभाग क
े आकार म वृ ध क जाय ।
REFERENCES AND SUGGESTED READIN
1. Allen James,Peacekeeping in International
2.Politics,link.springer.com
3. www.oxfordbibliographies.com
4.Richard Gowan,The Politics Of Action For 5.Peacekeeping
Cpr.unu.edu
6.Peacekeepin-InternationalRelations-OxfoBibliographies,www.o
xfordbibliographie
7. Peacekeeping.un.org
न-
नबंधा मक-
1. शां त थापना और शां त अनुर ण को प रभा षत करते हुए व व शां त क थापना
म संयु त रा संघ क भू मका का मू यांकन क िजए।
2. शां त थापना से या ता पय है। वैि वक शां त क थापना हेतु संयु त रा संघ क
े
वारा या रणनी त अपनाई जाती है।
3. शां त थापना कायवाह क
े व भ न प का व लेषण करते हुए उसक
े सकारा मक
और नकारा मक भाव का मू यांकन क िजए।
4. शां त थापना यास म सुर ा प रषद, महासभा एवं संयु त रा महास चव क
भू मका का मू यांकन क िजए।
13. व तु न ठ न-
1. शां त थापना क कायवाह का ारंभ कसक
े नदशानुसार होता है।
[ अ ] महासभा [ ब ] सुर ा प रषद [ स ] शां त थापना वभाग [ द ] उपरो त सभी
क
े ।
2. न नां कत म से कौन सा कथन स य है।
[ अ ] शां त थापना का काय संयु त रा संघ क
े वारा संबं धत रा क सहम त क
े
बना भी कया जा सकता है।
[ ब ] शां त अनुर ण कायवाह क
े लए संबं धत रा क सहम त आव यक है।
[ स ] उपरो त दोन सह है।
[ द ] ‘अ ‘ सह है कं तु ‘ ब ‘ गलत
3. संयु त रा संघ क शां त थापना कायवाह म न नां कत म या सि म लत नह ं
है।
[ अ ] ववाद क
े समाधान हेतु म य थता
[ ब ] ववाद त प क
े म य बातचीत का आयोजन
[ स ] संघष समाि त क
े बाद संबं धत रा का आ थक पुन नमाण
[ द ] शां त थापना क
े बाद उस देश क शासन यव था का संचालन
4. संयु त रा क शां त सेना म कन सै नक को सि म लत कया जाता है।
[ अ ] सद य रा वारा भेजे गए सै नक
[ ब ] सुर ा प रषद क
े थाई सद य रा वारा भेजे गए सै नक
[ स ] सुर ा प रषद क
े अ थाई सद य रा क
े सै नक
[ द ] वैि वक व ापन क
े आधार पर चय नत सै नक
5. संयु त रा शां त सेना पर कसका नयं ण होता है।
[ अ ] सै नक को भेजने वाले रा का
[ ब ] संयु त रा संघ का
[ स ] िजस देश म शां त कायवाह क
े लए जाते ह, उस देश का
[ द ] उपयु त सभी का
6. चु त तबंध क रणनी त या है।
[ अ ] कसी देश क
े वशेष वग क
े साथ आ थक लेनदेन को तबं धत कर देना।
[ ब ] शासक पर तबंध आरो पत करना
[ स ] आम जनता पर तबंध लगाना
[ द ] संपूण रा पर तबंध लगाना
7. संयु त रा शां त सै नक पर कस कार क
े आरोप लगाए जाते ह।
14. [ अ ] यौन हंसा [ ब ] मानव त कर को ो साहन [ स ] आंत रक संघष म संल न
होना [ द ] ‘ अ’ और ‘ ब ‘ सह है।
8. संयु त रा क
े शां त थापना कायवाह म सुधार क
े लए सुझाव देने हेतु कस
आयोग का गठन कया गया।
[अ ] शां त थापना आयोग [ब ] हंसा नयं ण आयोग [ स ] श ण आयोग [ द ]
ा मी आयोग
9. शां त थापना क या को भावी एवं दोष मु त बनाने क
े लए या सुझाव दए
जाते ह-
[ अ ] संयु त रा संघ क यवि थत सेना का गठन
[ ब ] शां त सै नक को समु चत श ण
[ स ] कसी रा क
े पुन नमाण काय म संल न होने से पूव उस रा क सामािजक
आ थक प रि थ तय से संबं धत आंकड़ का संकलन
[ द ] उपयु त सभी
उ र- 1.ब 2. स 3.द 4. अ 5.अ 6. अ 7. द 8. द 9. द