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1. D A I L Y N E X T
C A P S U L E W I L L
H E L P Y O U T O
P R O V I D E
2nd floor, shahar plaza, munshi pulia, indira nagar, lucknow
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2. अंतरा ीय संबंध
संदभ
अपनी थापना के सोलह वष बाद आज ि स (BRICS) ाज़ील, स, भारत, चीन और दि ण अ का के बीच िवन-िवन
(Win-Win) सहयोग के िलये एक मह वपूण मंच बन चुका है और अंतरा ीय व था के िवकास, वैि क शासन म सुधार
और साझा िवकास को बढ़ावा देने के िलये एक मह वपूण शि होने क ि थित रखता है।
य िप यह समूह एक सीमा तक सफल रहा है, ले कन इसके सम कई चुनौितयाँ भी िव मान ह, जैसे सद य देश
के भीतर संघष या समूह क चीन-क ीयता।
चीन ारा इस वष ि स क अ य ता संभाले जाने के साथ भागीदार देश के िलये भू-राजनीित, सुर ा,
अथ व था एवं िव , लोग के आपसी संपक, सावजिनक वा य और अ य े म सहयोग के साथ आगे बढ़ना
और भी मह वपूण हो गया है।
ि स: प रचय
ि स दुिनया क अ णी उभरती ई अथ व था — ाजील, स, भारत, चीन और दि ण अ का के समूहन
(Brazil, Russia, India, China, and South Africa- BRICS) के िलये एक संि श द है।
ि स िव के पाँच सबसे बड़े िवकासशील देश को एक साथ लाता है, जो वैि क आबादी के 41%, वैि क सकल
घरेलू उ पाद के 24% और वैि क ापार के 16% का ितिनिध व करते ह।
वष 2014 म फोटालेज़ा, ाज़ील म आयोिजत छठे ि स िशखर स मेलन म इन देश के नेता ने एक समझौते पर
ह ता र कर यू डेवलपमट बक (NDB- मु यालय: शंघाई, चीन) क थापना का माग श त कया।
ि स के अंतगत संल ता को सुदृढ़ य कया जाना चािहये?
आज िव अि थरता, अिनि तता और असुर ा के बढ़ते कारक का सामना कर रहा है।
एक मज़बूत ि स चुनौितय का सामना करने के िलये दृढ़ िव ास के साथ एकजुटता और सहयोग को मजबूत
करेगा तथा शांित एवं िवकास को बढ़ावा देने के िलये वा तिवक कारवाई कर सकेगा, जब क िन प ता एवं याय
को बनाए रखेगा। ि स वैि क िवकास को और मज़बूती दान कर सकेगा।
ि स से संब चुनौितयाँ
िविभ मु का संकट: समूह ने पूव ल ाख म चीन क आ ामकता जैसे संघष का सामना कया है िजसने भारत-
चीन संबंध को कई दशक म अपने सबसे िनचले तर पर ला दया है।
िवषमता/िविवधता: आलोचक ारा यह दावा कया जाता है क ि स रा क िविवधता (सद य देश क
प रवतनशील/िविवध कृित), जहाँ उनके अपने-अपने िहत ह, समूह क वहायता के िलये खतरा है।
चीन-क त ि थित: ि स समूह के सभी देश एक-दूसरे क तुलना म चीन के साथ अिधक ापार करते ह, इसिलये
इस पर चीन के िहत को बढ़ावा देने वाला मंच होने का आरोप लगाया जाता है। चीन के साथ ापार घाटे को
संतुिलत करना अ य भागीदार देश के िलये एक बड़ी चुनौती है।
3. भावका रता क कमी: पाँच शि य का यह गठबंधन सफल तो रहा है, ले कन एक सीमा तक ही। चीन के वृहत
आ थक उभार ने ि स के भीतर एक गंभीर असंतुलन पैदा कया है।
जैविविवधता और पयावरण
चचा म य ?
हाल ही म नेशनल थमल पावर कॉरपोरेशन िलिमटेड (NTPC िलिमटेड) ने जैविविवधता के संर ण, बहाली और वृि के
िलये एक ापक दृि व मागदशक िस ांत थािपत करने के िलये नवीनीकृत जैविविवधता नीित 2022 जारी क है।
यह एनटीपीसी क पयावरण नीित का एक अिभ अंग है और इसके उ े य पयावरण और ि थरता नीितय के साथ
संरेिखत ह।
नीित के उ े य
जैविविवधता ल य ा करने के िलये पेशेवर क सहायता :
जैविविवधता क अवधारणा को मु यधारा म लाना:
थानीय खतर को संबोिधत करना:
NTPC ारा उठाए गए अ य संबंिधत कदम:
जाग कता बढ़ाना
सहयोग के मा यम से
कानूनी अनुपालन करना
संबंिधत समझौते पर ह ता र
जैविविवधता:
प रचय:
o यह पौध , जानवर , बै टी रया और कवक सिहत पृ वी पर जीिवत जाितय क िविवधता को संद भत
करती है।
o पृ वी क जैव िविवधता इतनी समृ है क कई जाितय क खोज क जानी बाक है, मानव गितिविधय
के कारण कई जाितय को िवलु होने का खतरा है, िजससे पृ वी क शानदार जैविविवधता खतरे म है।
मह व:
o जैविविवधता हॉट पॉट: भारत के पास िव का केवल 2.3% भू-भाग है कंतु यहा◌ॅ◌ं वैि क जैविविवधता
का लगभग 8% पाया जाता है। 36 वैि क जैविविवधता हॉट पॉट म से चार भारत म ह।
o आ यजनक आ थक मू य: हाला क जैविविवधता ारा दान क जाने वाली सभी पा रि थितक तं
सेवा का सटीक आ थक मू य ात नह हो सकता है, फर भी एक अनुमान के अनुसार, अकेले भारत के
वन ितवष एक िलयन पए से अिधक क सेवा का उ पादन कर सकते ह।
4. इसके अलावा यह क पना क जा सकती है क घास के मैदान , आ भूिम, मीठे पानी और समु
जैसे ाकृितक संसाधन ारा उ पा दत सेवा को जोड़ िलया जाए तो इसका मू य कतना बढ़
जाएगा।
o ाकृितक आपदा से सुर ा: भूिम, न दय और महासागर म िविभ पा रि थितक तं हमारे
खा शृंखला को मज़बूत बनाते है, हम पोषण दान करते ह। सावजिनक वा य सुर ा को बढ़ाते ह एवं
हम पयावरणीय आपदा से बचाते ह।
o आ याि मक उ थान: हमारी जैविविवधता आ याि मक उ थान के एक सतत् ोत के प म भी काय करती
है, जो हमारे शारी रक और मानिसक क याण से घिन प से जुड़ी ई है।
संबंिधत पहल:
o भारत:
इंिडया िबज़नेस एंड बायोडायव सटी इिनिशए टव (IBBI): यह वसाय और इसके िहतधारक
के िलये संवाद साझा करने और सीखने हेतु एक रा ीय मंच के प म काय करता है, जो अंततः
वसाय म जैविविवधता के थायी बंधन को मु यधारा म लाता है।
o वैि क:
कुन मंग घोषणा
जैविविवधता पर अिभसमय
वन् जीव और वन पितय क लु ाय जाितय म अंतरा ीय ापार पर क वशन
कृित के संर ण हेतु िव ापी िनिध
भारत ोन महो सव 2022
चचा म य ?
हाल ही म धानमं ी ारा भारत के सबसे बड़े ोन महो सव- भारत ोन महो सव 2022 का उ ाटन नई द ली म कया
गया।
ोन पायलट स ट फकेट का वचुअल अवाड, पैनल िड कशन, उ पाद लॉ च, 'मेड इन इंिडया' ोन टै सी ोटोटाइप
का दशन, उड़ान दशन इस महो सव के अ य मुख काय म थे।
ोन:
ोन मानव रिहत िवमान (UA) के िलये उपयोग म लाया जाने वाला एक आम श द है।
मूल प से सै य और एयरो पेस उ ोग के िलये िवकिसत कये गए ोन ने सुर ा एवं द ता के बढ़ते तर के
कारण खुद को मु यधारा म थािपत कर िलया है।
5. एक ोन को दूर से संचािलत ( मानव ारा िनयंि त ) कया जा सकता है◌ै, िजसका अथ है क यह अपनी गित क
गणना करने के िलये ससर और LIDAR िडटे टर क णाली पर िनभर है।
ोन ौ ोिगक के अनु योग:
कृिष: ोन क मदद से कृिष े म सू म पोषक त व का िछड़काव कया जा सकता है।
o इसका उपयोग कृषक के सम आने वाली चुनौितय क पहचान के िलये सव ण म भी कया जा सकता
है।
र ा: ोन िस टम को आतंकवादी हमल के िखलाफ हिथयार के प म इ तेमाल कया जा सकता है।
o ोन को रा ीय हवाई े णाली म एक कृत कया जा सकता है।
o ोन को यु म तैनात कया जा सकता है, दूरदराज़ के इलाक म संचार थािपत करने एवं काउंटर- ोन
समाधान के िलये उपयोग कया जा सकता है।
हे थकेयर िडलीवरी: इंिडयन काउंिसल ऑफ मेिडकल रसच (ICMR) ने ोन-आधा रत वै सीन िडलीवरी मॉडल,
i- ोन तैयार कया है। तेलंगाना और पूव र रा य को इस ोन तकनीक के उपयोग क मंज़ूरी दूरदराज़ के इलाक
म टीके प ं◌ँचाने के िलये दे दी गई है।
िनगरानी: भारत सरकार ारा शु क गई SVAMITVA योजना म ोन तकनीक ने एक वष से भी कम समय म
घनी आबादी वाले े का मानिच ण करके लगभग आधा िमिलयन गाँव के िनवािसय को उनके संपि काड ा
करने म मदद क है।
o ोन का उपयोग प रसंपि य और ांसिमशन लाइन क वा तिवक समय िनगरानी, चोरी क रोकथाम,
दृ य िनरी ण / रखरखाव, िनमाण योजना और बंधन आ द के िलये कया जा सकता है
o उनका उपयोग अवैध िशकार रोधी काय , जंगल और व यजीव क िनगरानी, दूषण मू यांकन तथा
सा य एक करने के िलये कया जा सकता है।
कानून वतन: ोन कानून वतन एजिसय , आग क घटना और आपातकालीन सेवा के िलये भी मह वपूण ह,
जहाँ मानव ह त ेप और वा य सेवाएँ सुरि त नह है।
ोन महो सव का मह व:
ोन ौ ोिगक को बढ़ावा देना सुशासन और जीवन क सुगमता के ित हमारी ितब ता को बढ़ाने का एक और
मा यम है।
हम ोन के प म एक माट टूल िमला है जो आम लोग के जीवन का िह सा बनने जा रहा है।
चूं◌ँ क र ा, आपदा बंधन, कृिष, वा य देखभाल, पयटन, फ म और मनोरंजन जैसे िविवध े म ोन ौ ोिगक
का अपना अनु योग है, इसिलये रोज़गार के िलये अपार अवसर पैदा करने वाली एक बड़ी ांित क संभावना है।
6. गां◌ँव म सड़क, िबजली, ऑि टकल फाइबर और िडिजटल तकनीक का आगमन हो रहा है। हालां◌ँ क कृिष काय अभी
भी पुराने तरीक से कया जा रहा है, िजससे परेशानी, कम उ पादकता और अप य हो रहा है।
ोन तकनीक कसान को सश और उनके जीवन को आधुिनक बनाने म मुख भूिमका िनभा सकती है।
सरकार उ पादन- लं ड ो साहन (PLI) जैसी योजना के मा यम से भारत म एक मज़बूत ोन िनमाण
पा रि थितक तं बनाने क दशा म यास कर रही है।
ोन िनयम, 2021:
वष 2021 म मं ालय ने अनुसंधान और िवकास को ो सािहत करने तथा भारत को ोन हब बनाने के
उ े य से उदारीकृ त ोन िनयम को अिधसूिचत कया।
o इसके तहत कई कार क अनुमितय और अनुमोदन को समा कर दया गया। इसके िलये िजन प को
भरने क आव यकता होती है, उनक सं या 25 से घटाकर पाँच कर दी गई और शु क के कार को 72 से
घटाकर 4 कर दया गया।
o अब ीन ज़ोन म ोन के संचालन के िलये कसी अनुमित क आव यकता नह है और सू म एवं नैनो ोन
के गैर- ावसाियक उपयोग हेतु कसी पायलट लाइसस क आव यकता नह है।
o इसम 500 कलो ाम तक के पेलोड क अनुमित दी गई है ता क ोन को मानव रिहत उड़ान वाली
टैि सय के प म इ तेमाल कया जा सके।
o इसके अलावा ोन का संचालन करने वाली कंपिनय के िवदेशी वािम व क भी अनुमित दी गई है।
ोन के िलये PLI योजना:
सरकार ने ोन और उसके घटक के िलये तीन िव ीय वष म 120 करोड़ पए के आवंटन के साथ एक उ पादन-
लं ड ो साहन (PLI) योजना को भी मंज़ूरी दी।
ोन और ोन घटक से संबंिधत उ ोग के िलये PLI योजना इस ांितकारी तकनीक के रणनीितक, साम रक और
प रचालन उपयोग को संबोिधत करती है।
ोन शि योजना:
क ीय बजट म औ ोिगक िश ण सं थान (ITIs) म टाटअप और ि क लंग के मा यम से ोन को बढ़ावा देने पर
ज़ोर दया गया है।
िविभ अनु योग के मा यम से और ‘ ोन-ए-ए-स वस’ (DrAAS) के िलये ' ोन शि ' क सुिवधा हेतु टाटअ स
को बढ़ावा दया जाएगा। सभी रा य के चु नंदा आईटीआई सं थान म ि क लंग के िलये कोस भी शु कये
जाएंगे।
7. o DrAAS उ म को ोन कंपिनय से िविभ सेवा का लाभ उठाने हेतु अनुमित दान करता है, िजससे
उ ह ोन हाडवेयर या सॉ वेटयर, पायलट और िश ण काय म म िनवेश करने क ज़ रत नह होती
है।
o ऐसे अनेक ेत्र ह जहाँ ोन का इ तेमाल कया जा सकता है तथा इनम फोटो ाफ , कृिष, खनन,
दूरसंचार, बीमा, तेल और गैस, िनमाण, प रवहन, आपदा बंधन, भू- थािनक मानिच ण, वन व
व यजीव, र ा तथा कानून वतन आ द शािमल ह।
फसल मू यांकन, भूिम अिभलेख के िडिजटलीकरण, क टनाशक और पोषक त व के िछड़काव ( कसान ोन) हेतु
भी ोन को बढ़ावा दया जाएगा।
अगले तीन वष म ोन सेवा उ ोग म 30,000 करोड़ पए से अिधक क वृि तथा पाँच लाख से अिधक रोज़गार
सृिजत होने क उ मीद है।
आगे क राह
कुछ महीने पूव तक ोन पर अनेक कार के ितबंध आरोिपत थे, हालाँ क अब अिधकांश ितबंध हटा दये गए ह।
इससे ौ ोिगक तक आसान प ँच के साथ गंत तक िवतरण सुिनि त करने म मदद िमलेगी।
भारत सरकार देश को नई ताकत और गित दान करने के िलये लोग को ौ ोिगक उपल ध कराने का यास कर
रही है।