1. 18th August 2020
Edition 44ी. शािं तलालजी म थाु
सं थापक, BJS
िनरंजन जुंवा जैन,
सद - बीजेएस रा ीय कायका रणी स म त
संपादक क कलम से
भ भ काल म म हलाओंके मह और ान तथा सामा जक तय म भारी प रवतन होता रहा है. वह रता वू
अ ायकाभोगबननेपर ववशहोतीरहीहै औरउसेअबलाहोनेकालेबल ाई पसेदे दयागया.
देश क तं ता के प ात समान अ धकार व श ा के बल पर म हलाओंक सामा जक तयां बदली ह. आज
वह हर े म वह यं को ै स करने म लगी है और इस हेतु घर क चार दीवारी लांघ चुक है. क ु उनके त
समाज के नज़ रए म अपे त प रवतन होना अब भी शैष है. म हलाओं को आज भी भोग वलास क व ु समझना
सामा बात है. आज के सामा जक प रवेष म म हलाओंके सम सामा जक चुनौ तयाँ पहले से कह अ धक ह. एतदथ
उ सामा जक और भावना क प से स म बनाने का अ भयान गत एक दशक से बीजेएस चला रहा है. समाज के
संतु लत वकासके संदभम जसेरा ीय रपरअ धकगहनऔरसघनबनानेक आव कताहै.
म ा म द डमु
भारतीय जैन संघटना प रवार
य ेही जन,
भारतीय सं ृ त म म हलाओं का ान सदैव से सव प र
रहाहै.ल ी,सर औरदगु ा मशः
समृ , ान और श के प म म हलाओं के मह ,
ग रमाऔरश को ा पततथा त तकरतीरहीह.
वन नवेदन
BJS पछले 12 वष से देश भर क बे टय के सामा जक सश करण अ भयान म सराहनीय यास कर
रहा है. 16 घंटे के ‘SMARTGIRLTRAININGPROGRAM’ ने न के वल युव तय म नए उ ाह का संचार कया है
ब वपरीत चुनो तपूण माहौल म भी अपने आ स ान को कम न होने देते ए यो नणय लेने क
मता से उ लबरजे कया है। मेरी देशभर के युवा होनहार सा थय (म हला / पु ष) से अपील है क इस ो ाम
से जुड़कर अपने सामा जक दा य का नवहन कर और इस ो ाम के ेनर बनकर भारत क बे टय के
जीवन को और भी ादा खुशहाल बनाने म अहम भू मका नभाएं । आगामी 30 अग को होने वाले ‘Smart
Girl Orientation Session’ म अपना नाम र ज र करा कर इस ो ाम क व ृत जानकारी ा कर
और नकटभ व महोनेवाले ‘Trainer'sTrainingProgram’का ह ाबन.
संजय सगी, रायपुर
National Secretary, BJS
National Head, Smart Girl Program
#WeAreSocial
स म बिे टयां
खशहाल समाजु
गलवशेषांक
2. 18th August 2020
100 िदन म 100 माट गल कायशालाएं
‘ माट गल – ट बी है पी, ट बी ग’ काय म यवितू ू ु
स मीकरण अिभयान के तहत भारतीय जैन सघं टना ारा ार भ
िकया गया एक अनोखा और बहआयामी काय म है जो सन 2008
से स पण दशे म सफलतापवक ि याि वत िकया जा रहा है. यहू ू
काय म िकशोर वय क बेिटय को भावना मक प से स म
बनाकर उ ह सामािजक चनौितय का सामना करने के िलए तैयारु
करताहै. काय मका यापकउ े यबेिटय मउनक मताओंके
बारेमआ मिव ासपैदाकरना,मह वपणमामल मतकपणिनणयू ू
लेने के िलए वयं म आ मिव ास पैदा करना तथा प रवारजन ,
िम , र तेदार एवं आसपास के सामािजक वातावरण के ित
िव ासवसकारा मक ि कोणबनानेममददकरनाहै.
आज सभी िकशोर लड़िकयां सं मणकािलक
अविध से गज़र रही ह. उनक यि गत आकां ाय,ु
पा रवा रकप रवेश,सामािजकवसां कितकप भिमतथाृ ृ ू
तकनीक वातावरण म भारी बदलाव आ रहा है. वे इस बदलाव का
सामनाअ यिधकउ साहऔरउजासेकर,इसहेतउ ह िशि तु
िकयाजाताहै य िकअनेकबाहरीत व,भावना मकउतार-चढ़ाव
एवं कट अनभव इस नाज़क उ म उनके मन को भािवत ही नहु ु ु
करते अिपत िवपरीत असर भी करते ह. यह सिनि त करने के िलएु ु
िक वे अपनी व थ आ म छिव बना सक एवं भावना मक प से
ि थरहोसक,भारतीयजैनसघं टनागत12वष से य नशीलहै.
इसी उ े य से इस अिभयान को कोिवद-19 जेसी
महामारी म भी भारतीय सघं टना ने जारी रखने का िनणय िलया.
करोना काल म यह भी पाया गया िक यवितय पर अ याचार कु
घटनाओं म अ यिधक वि हई है. इसिलये यवितय को सशृ ु
बनाने का उ रदािय व हम सब पर है. माटगल कायशाला से
येक बेटी म यह आ मिव ास जागत होता है िक चाहेृ
प रि थितयांिवषमही य नहो,वह वयंकोसरि तरखसके गी.ु
अपने रस एवं िच को बरक़रार रखते हए यो य समय पर यो य
िनणय ले सके गी. यही यान म रखते हए माट गल कायशालाओं
का अब ऑनलाइन आयोजन करना श िकया गया. क यटरु ू
णाली म एटं ी वायरस’ िजस तरह काम करता हे उसी तरह माट
गल कायशाला से स म हई बेिटय के जीवन म सामािजक
चनौितय का एटं ी वायरस कायशील हो जाता है. स म हई बेिटयांु
अब यह िव ास कर सकती ह िक उनके जीवन म िकसी भी बाहरी
वायरसके कारणबाधानह आयेगी.
थमऑनलाईनकायशाला21अ ैल ायोिगक
तौर पर श क गई. इस थम कायशाला म भाग लेने हेतु ु
100 से भी अिधक रिज ेशन हए. बेिटय का उ साह और
आव यकता को यान म रखते उसे आगे ले जाने के िलए
तिमलनाड, कनाटक, म य दशे , राज थान, महारा , गजरात,ु ु
छतीसगढ़, िद ली और उ र दशे आिद रा य के 150 से भी
यादा ेनस को ऑनलाइन माट गल कायशाला का सचं ालन व
बेिटय से सवं ाद करने म टे नोलॉजी के योग सबं धं ी िश ण
ऑनलाइनिदयागया.परेउ साहसेइनसभी िश णािथय नेइसू
अिभयानकोसफलअजं ामदने ेकासकं पबारबारदोहराया.
50 ेनसके सहयोगसे2142बेिटय कोसश बनानेका
काय102 ेिनंग ो ामके मा यमसेअबतकपणहआहै.ू
उ र देश म अब ाट गल काय म नई ऊं चाइय पर
भारतीयजैनसघं टना के यवतीस मीकरणअिभयानके तहत माटगलकायशालाओंके मा यमसेदशे क बेिटय को सामािजकु
एवंभावना मक पसेस मबनानेके िलएरा ीयसेवायोजना(NSS)यवाखेलमं ालय,भारतसरकारऔरभारतीयजैनसघं टना के ाराु
सयं पसेसाथक यासिकयाजानािनि तिकयागयाहैतािकबेिटय काभिव यस ढ़तथासनहराबनसके .इससयं यासके तहत3ु ु ु ु
ऑनलाईन कायशालाएं आयोिजत हई ह िजससे 75 बेिटय को स म िकया गया है. यह योजना ल यब तरीके से स पण उ र दशे मू
ि याि वतहोगी.
मोिहत जैन
बीजेएस राजा य , उ र दशे (पि म)
3. सबसे पहले माट गल म िह सा लेने हेत बेिटय को ऑनलाइनु
रिज ेशन करना होता हे. रिज ेशन के मा यम से बेिटय को
अलगअलगिवषयपर एक ोतरीके उ रऑनलाईनदने ेहोतेह
िजसमे व-जाग कता, सवं ाद, र ते-नाते, सर ा, आ म स मान,ु
पसदं और िनयण, िम और लोभन आिद िवषय म उनक या
समझहै,उसके बारेमजाननेक कोिशशक जातीहे.यहीसभी
कायशाला पण होने के बाद पनः पछे जाते ह िजससे पता चलता हैू ु ू
िक उनक समझ म िकतनी वि हई है या बदलाव आया है,ृ
िजसकाएकछोटासाआकलनइस कारहे.
18th August 2020
4. µ कायशाला क श आत से पहले वयं को जानना वु
समझनािवषयको43%बेिटय ने मह वपणबतायाू
था वह काय म के अतं म 25% क बढ़ोतरी हई.
बेिटयो को यह भी समझ म आया िक वे वयं के बारे म बहत
कम जानती ह और उ ह इस िवषय म जाग कता बढ़ाने क
आव यकता है. वयं से करने क आदत िवकिसत कर वे
उनक शारी रक, भावना मक और सामािजक पहलओं केू
बारे म िवचार से उनक अपनी आव यकताओंको समझकर
बेहतरिनणयलेसकगी.
µ सही भाषा शैली व व थ सवं ाद र त को मजबत बनाते ह.ू
यह यि व िवकास के िलए आव यक है. कोई भी बात या
म ा शत- ितशत सही या गलत नह होत. यह समझकर हम्ु
दसर के मतकाआदरकरसकते ह. सवं ादपरउिचत यानू
दके र तथा सही सवं ाद के मा यम से हम र ते मजबत बनाू
सकतेह.
µ मािसकधमजीवनमहोनेवालीनैसिगक ि याहै,इसत य
से मा 60% बेिटया अवगत थी. लेिकन कायशाला के बाद
अिधकांश बेिटय ने समझा और वीकारा िक आरो य और
व छताके बारेमसजगरहनाज रीहै.
µ आ मस मान िवषय पर बेिटय म समझ पहले
28% ही थी जो 13% बढ़के 41% हई. बेिटय ने यह
महसस िकया िक वे वयं अपने आ मस मान क र ा करू
सकती ह. आ मस मान का कम होना उनके िलए
नकसानदायकहै.ु
µ जीवन म कई मह वपण िनणय लेने पड़ते ह, उसके बारे म भीू
बेिटय क समझ म 10% वि हई है. छोटे-बड़े िनणय लेतेृ
व उपल ध िवक प म से उिचत िवक प का चयन करना
ज रीहोताहै. वतं ताकाउपभोगिज मेदारीके साथकरने
क ज रतहोतीहै.
µ कायशाला से पव मा 41% बेिटयां यह मानती थी िक जीवनू
म सही िम व िम ता बहत मायने रखती है. िम ता याने
मजा, अपनापन, समझदारी, झगड़ा, ठना-मनाना, िजद
करनाहै जोसहजहीहोजातीहैलेिकनअ छे औरनजदीक
िम सोच-समझकरबनायेजानेपर
µ उनमसोचवसमझिवकिसतहोतीहै.
कायशालाके अिं तमिदनमाता-िपताकोभी1घटं े के िलए
इस ेिनंगकािह साबनायाजारहाहै.प रजनभीउनक बेिटय म
बदलावपाकरवउनक अपनीिज मेदा रय काएहसासनएिसरेसे
कर अ यतं खश होते ह. जहा अब तक माट गल ो ाम िकसीँु
थान िवशेष म ही आयोिजत होता था और उस शहर/नगर क
बेिटयां ही उसम सि मिलत हो पाती थी, वह ौधोिगक के इस
नवीन आयाम ने दशे के अलग अलग ा त क बेिटय को एक ही
कायशालाकािह साबननेकासनहराअवसरिदयाहैऔरिजससेु
बेिटय क मै ीकादायराभी यापकहआहै.
भारती चौहान, माट गल ो ाम डायरे टर, बीजेएस, पणेु
18th August 2020
5. कायशालाममने सीखािकमकै से
एक आ मिव ास से भरी यि बन सकती
हं और िकसी के सामने िबना िकसी िझझक
के बोल सकती हं पॉजीिटव वाइ स दने े
और लड़क होने का खबसरत एहसासू ू
िदलाने के िलए बहत-बहत ध यवाद बी जे
एसकाजोहमइसकािह साबनाया.
दीि ता सोनी, राज थान
( ेनर: अनीता जैन)
सही और गलत म फक नह कर
पित थी जो क आसानी से िशखा क जो
कमकोछपायाजायेवहगलतहोताह.ु
रि म महे ता,
महारा
( ेनर-सवणा िससोिदया)ु
मझे इस lockdown के समयु
अपनासमयकै से यतीतकरनाहेवहबहत
ही परशे ां करता था पर जब इस कायशाला
के बारे म जाना और उसमे भाग िलया तब
जानाक मिजनसम याओकासामनाकर
रहीथीउसकासहीमागदशनिमला.
समि जैन,ृ
जलगाव, महाराँ
( ेनर: र नाकर महाजन)
िपछले 3 साल से म अवसाद से
त थी, िजसके फल व प मेरे अदं र
काफ़ नकारा मक भाव भर गए थे। मझेु
अपना जीवन यथ लगने लगा था। लेिकन
मने इस वकशॉप म भाग िलया और यह से
मेरीिजदं गीमएकसखदबदलावहोनाशु ु
हो गया। एक लड़क को कै से अपनी िजदं गी
कोजीनाचािहए,िकसतरहअपनेजीवनम
अपने ल य के ित जाग क होना चािहए,
एक आ मिव ास के साथ कै से जीवन
यापन करना चािहए उसका उिचत
मागदशन िमला। मझे इतनी सकरा मकु
ऊजा दान क , मेरा खोया आ मिव ास
जगाया, िजसके कारण आज म अपने
जीवन म काफ सकारा मक ह, और अपनेँ
जीवनकोख़शीके साथजीरहीह.ँु
क ित िसघािनया,ं
( ेनर: मेघना जैन)
इस कायशाला के जारी मने अपने
वा य,भावना मकताऔरमेरेशारी रक
जो सम याए थी उस पर सतकता से काय
करना श िकया िजस पर पहले मु
िबलकलभी याननह दते ीथी.ु
नमािम जोशी,
इंदौर, म य दशे
( ेनर: अिमता जैन)
दो ती के बारे म जानकर मने भी
अपनेदो त कोपहेचाननाश िकयाऔरु
उसीतरहउनसेबातकरनाभीश िकया.ु
मानसी बाफना,
बारमेर, राज थान
( ेनर: सगं ीता चो ा)
कायशाला के स म जो भी
जानका रया िजस तरह से िविवध उदाहरन
के साथ दी गयी वह िदल को छ जाने वालीु
थी इसिलए मने यह सब अपने जीवन म
अमलीकरनाश करिदयाह.ु
दी ा भटेवरा,
कनाटक
( ेनर: आशा चाजेर)
हम खद पे कै से िव ास बनाये रखेु
औरहमारेअपने यि विवकासमहमारा
या योगदान होता हे इसके बारे म मनमे
उठतेिवचारोक प तामीली.
िजनल महे ता,
अहमदाबाद
( ेनर: मािलनी एस. पी.)
खद को यार करना िशखा औरु
श िकया,खदसेसवालकरनाश िकयाु ु ु
और अपने कहे गए श द और कत य को
पहेचाननाश िकया.ु
हिषता,
िवजयनगर, बं लौर
( ेनर:समंगला कमार)ु ु
जीवनमहमहमेशाबड़ीबड़ीबात
पे यानदते े हेपरकै से हमजीवनक छोटी
छोटी बात को अनसना कर दते े हेई औरु
िजसके चलते जीवन म कै सी सम या को
सामना करना पड़ता हे, यह जानने का
मौकािमला.
समिध मदड़ा,ंृ ु
महारा
( ेनर: राज भतड़ा)ू
इस कायशालामे भाग लेके मझे लगा मनेु
समय सही मायने म खद के िलए कछ नयाु ु
शीखा।मेरेऔरमेरेमातािपताके बीचमजो
दरीथीवोहकमहई.ु
दि ता अ वाल,
बलासोर,े उड़ीसा
( ेनर: पयशना जैनु
और अ ण जैन)
स म ई बे टय के तभाव
18th August 2020
6. ाट-गल ेनस के तभाव
They came to the virtual session
as individuals. By the end of the workshop,
they felt not only camaraderie with rest of
their batchmates and facilitator but a sense
ofunity,oneness–asWomen
S.P. Malini,
Bangaluru, Karnataka
बेिटयो के िदलो को छ जानेू
वालीइसवकशॉपकोऑनलाइनलेनेसे
पहले मझे बड़ी िचतं ा थी क दर से बैठु ू
कर या म उनके मन तक पहचं पाऊं गी
? लेिकन जैसे ही बेिटय के साथ
वातालाप आर भ िकया तो दरी काू
अहसास ही समा हो गया. िसफ यह
महससहआक हमआमनेसामनेबैठेह.ू
बेिटयां घर म बैठ कर जब इस वकशॉप
को अटड कर रही थी तो उनके प रवार
के अ य लोग भी जड़ते रहे ,सनते रहेु ु
,सराहते रहे. इसका बेिटय को व हमे
बहत लाभ िमला. प रवार म छोटी
छोटी बात पर जो मतभेद होते ह वो
चटिकय म सलझ गए. ऑनलाइनु ु
वकशॉपनेकईमीठेअनभविदएहु
िकरण म ा,ंु
महारा
लडिकय को आ मस मान,
आ मसर ाजैसेिवषयके बारेमसमझातेु
हए, म भी येक सेशन के साथ वयं को
अिधक पहचानने लगी ह. सवं ाद को औरँ
बेहतर कै से बनाया जाए, उसी यास म
रहती ह. माट गल ो ाम िसफ बेिटयँ
कोसश नह करताअिपतमझेभी ेरणाु ु
दते ाहेऔरमेरीस मताबढ़ीहै.
पयशना जैन,ु
िद ली
माट ग स कायशाला के दौरान
बेिटय म सखद पांतरण दखे कर गहरेु
सतं ोष क अनभित होती है. बेिटय केू ु
सकारा मक फ ड़बेक से य तता के
बावजद और अिधक कायशाला करतेू
रहने क ेरणा भी िमलती है. वयं के
माट ग स ेनर होने को परमिपता का
आशीवादमानताहं
पकज कोठारी,ं
म य दशे
मझे बीजेएस प रवार से जड़ करु ु
बहत अ छा लगा म बहत आनंिदत और
गौरवाि वत महसस कर रही ह.ं सव थमू
मैने वयं म बदलाव महसस िकए.ू
टे नोलॉजी सीखने का मौका िमला. घर पर
रहकर बेिटय को स म बनाने के इस प यु
काय म भागीदारी करना व बेिटय से िमलने
वाला यार मेरे जीवन का अिव मरणीय
िह साबनगयाहै. येक कायशालामझमु
एक नई ऊजा का सचं ार कर अगली
कायशालाके िलए े रतकरतीहै
रत जैन,ु
उ र दशे
मेरे िलए Smart Girl Trainer बनना अपने आप म एक बहत
बड़ी उपलि ध है िजसे श द म बयान करना आसान नह है. इस मि कलु
समयमऑनलाइनWorkshopलेनेकामौकािमलाउससेमझेबहतकछु ु
सीखने को िमला है. Online Smart Girl workshop लेने से वयं को
technologically update कर पाने क खशी है. साथ म परे भारत कु ू
बेिटय के साथ जड़ने मौका िमल रहा है उसका भी आनंद है. Smart Girlु
के ज रए नई पीढ़ी क न व मजबत करने का और उ ह िजदं गी क लड़ाईू
लड़नेकाआ मिव ासिदलानेमselfsatisfactionिमलताहै.
दशना कोठारी,
गजरातु
ऑनलाइन ो ाम बहत ही अ छा
अनभव रहा, खासकर इस समय जब हमु
अपने घर से बाहर नही िनकल सकते इस
िवषम प रि थित म भी इस ो ाम को कर
पाना अपने आप मे बड़ी उपलि ध है, सभी
पािटिसपटस को इस ऑनलाइन ेिनंग के्
मा यमसेबहतकछसीखनेकोिमला,अपनेु
घर मे रहकर भी इसका लाभ ले पाए इसके
िलएमपरीBJSक टीमकोसाधवाददते ाहँू ु
और भिव य म मेरी तरफ से जो भी सहयोग
लगेगाउसकावादाकरताह...ँ
जयेश पोमल,
छ ीसगढ़
सामािजक दरी के व त म भी हमु
बेिटय से ब हो पाए और आ मीयता
बनापाएऑनलाइनकायशालाके ज रये
सगीता चो ा,ं
राज थान
18th August 2020
येक कायशाला मझ म एक नई ऊजा काु
सचं ारकरअगलीकायशालाके िलए े रतकरतीहै।
माट गल कायशाला मेरे जीवन का अिभ न िह सा
बनचक है.ु
िपक भसाली,ं ं
तिमलनाडु