1. सही मुद्रा का गुरुत्व
CHRISTIAN TRAINING COLLEGE, LUCKNOW
Presented By:
Ms. Ranjana Prasad
2. अच्छी मुद्रा या है ?
मतलब-
● क अपनी पीठ क
े दो स्वाभा वक वक्र को बनाये रखना
।
● अपने सर क
े तल से क
ं धे तक का अवतल वक्र।
● ऊपरी पीठ से रीड की हड्डी क
े तल तक अवतल वक्र।
4. अच्छी मुद्रा होने क
े पांच फायदे
१ श्वसन को सुगम बनाता है
एक अच्छा वक्र आपको अच्छे से सांस लेने में मदद करता
है। इसी लए योग व ध्यान व्यायाम में भी आपक
े अच्छे
वक्र व सही बैठने क
े तरीक
े पर ज़ोर दया जाता है ता क
आप सामान्य रूप से सांस ले सक
ें ।
5. २ एकाग्रता व सोचने की क़ाब लयत को बढ़ाता है
जब आप सही तरीक
े से सांस लेते हैं , आपक
े सोचने की
क्षमता बढ़ जाती है। हमारे दमाग को २० % प्राणवायु की
आवश्यकता होती है अपने काम सही तरीक
े से करने क
े
लए। ज्यादा वात , ज्यादा प्राणवायु। ज्यादा प्राणवायु ,
ज्यादा दमाग को खुराक। अच्छी दमागी खुराक अच्छे
और ज़्यादा वचारों को जन्म देती है।
6. ३ आपकी छ व को सुधारती है
अच्छे वक्र वाले व्यि त सुन्दर व आकषर्दक लगते हैं। या
आपने कभी देखा है की िजस व्यि त का वक्र खराब होता है
वह क
ु छ बुरा ना भी बोले तो भी अच्छा नहीं लगता है। और
दूसरी तरफ अच्छे वक्र वाला व्यि त एक अद्भुत
दव्यज्यो त आक षर्दत करता है।
7. ४ आप खुद अच्छा महसूस करते हैं
जब आपका वक्र अच्छा होता है , यह आपको
आत्म वश्वाशी महसूस कराता है। आप क
ु छ समय तक
बुरे वक्र में बैठने क
े बाद अच्छे वक्र में बैठें , आपको फक
र्द
महसूस हो जाएगा।
8. ५ सही वक्र स्वास्थ की ज टलताओं को दूर करता है
गलत वक्र बहुत साड़ी ज टलताओं को जन्म देता है।
समय क
े साथ पीठ में ददर्द , छाती में दबाव और वनीत
र त बहन जैसी परेशा नयों से जूझना पडता है।
10. १ अच्छे वक्र को पाने क
े लए अपनी आधारभूत प्रेरणा को
पहचानें
आपको अच्छा वक्र यों चा हए ? अपनी स्वास को अच्छा
करने क
े लए ? अपना आत्म वश्वास बढ़ाने क
े लए ?
स्वास्थ सम्बन्धी परेशा नयों को दूर करने क
े लए ?
इस लए आप इस इच्छा पर साफ़ हो जाएँ ता क आप खुद
को ये याद करा सक
ें की आपको अपना वक्र यों सुधारना
है। ता क आप अपने वक्र को लेकर आलसी ना हो जाएं।
11. २ आप मानें की आपका शरीर कसी डोर से बंधा है
आप हर समय ये मान क
े चलें की आपकी रीड की हड्डी
और सर पूरा समय एक डोर से बंधा है जो क छत से बंधी
हुई है। अगर आप लेते हुए हैं तो मा नये की डोर ज़मीन क
े
साथ समान्तर है। आप सारा ध्यान अपनी रीड की हड्डी व
सर अनुयोिजत हों और आपक
े शरीर क
े बाकी हस्से तनाव
मु त हों।
12. ३ नधार्द रत समय का तकाज़ा करक
े अपने वक्र को जांचना
हममें से बहुत लोगों को ध्येय सही वक्र में बैठना ही होता है
ले कन हम लोग अ सर ५ मनट बाद ही भूल जाते हैं।
क
ै लेंडर पर एक छोटा सा तकाज़ा इसमें हमारी मदद कर
सकता है। दन में एक बार से लेकर हर १५ मनट तक की
आवृ त हम कर सकते हैं। पयार्दप्त तकाज़े जल्द ही आपको
अच्छे वक
र्द की आदत स्वाभा वक ही डल जाएगी।
13. ४ उन बुरी आदतों को हटाना चा हए जो बुरे वक्र को बढ़ावा
देती हैं
इसमें लेट कर टी व देखना व अखबार पढ़ना ,हल्की रौशनी
में काम करना , कभी कभी ज़्यादा समय तक यंत्रों का
इस्तेमाल जैसे लैपटॉप , क
ं प्यूटर आ द।
14. ५ अच्छी गुणवत्ता वाली क
ु सर्थी का इस्तेमाल
एक अच्छी क
ु सर्थी िजसकी गद्दी मजबूत और मोटी हो और
उसपे आपकी पीठ क
े लए सहारा भी हो। क
ु सर्थी की सप्पोटर्द
आपक
े क
ं धे तक आनी चा हए िजस पर आप अपने क
ं धे भी
टका सक
ें ।
15. ६ अपने क
ू ल्हों को क
ु सर्थी क
े अंततर्दम भाग में टकायें
यह सलाह आपको सही वक्र बनाने में मदद कर सकती है। बहुत से
लोगों क
े बुरे वक्र का कारण अपने क
ू ल्हों को क
ु सर्थी क
े कनारे या बीच
में टकाने क
े कारण होता है। इससे वो आगे को झुक जाते हैं और
उनकी कमर को कोई सप्पोटर्द नहीं मलता िजससे वक्र ख़राब होता है।
16. ७ खड़े होते समय व बैठे हुए अपने दोनों पैर ज़मीन पर रखें
इसका तात्पयर्द यह है क अपने दोनों पैर ज़मीन पर रखें ना क
कसी एक पैर पर भार डालें , जो क एक आम आदत है। बैठे
समय को शश करें अपने पैर एक क ऊपर एक रख कर ना बैठें।
इससे हमारे शरीर का ऊपरी भाग सीधा रहेगा।
17. ८ भारी सामान उठाने से प रहार करें
भारी सामान उठाना आपक
े क
ं धे व कमर क लए
हा नकारक है। वस्ता रत समय तक भारी सामान उठाने
से क
ं धे और कमर झुक जाती है। अगर आप वद्याथर्थी हैं
तो यक़ीनन रोज़ ऐसा करते होंगे।
18. ९ पीठ को सीधा रखने वाले व्यायाम में खुद को व्यस्त
करना
पीठ सीधे रखने व्यायाम में योग , ज़ुम्बा , व्यायाम बॉल्स ,
सामान्य तनन आ द आते हैं। व्यायाम करते समय इस
बात का ध्यान रखना ज़रूरी है क सही तकनीक का
इस्तेमाल करना ज़रूरी है।
19. १० अनुभवी व्यि त से आंकलन
य द आपका वक्र बहुत ख़राब है और पीठ ददर्द व पीठ की
चोट से ग्र सत हैं तो कसी अनुभवी व्यि त से आंकलन
करवा कर शारी रक च कत्सक की मदद लेनी चा हए। वह
आपको अपनी पीठ का ध्यान क
ै से रखना है क सही
सलाह देंगे।