2. स्र्ृसि का अवस्था र्ॉडल
एटक िं सन और किफरीन ा (1968) बहु-भण्डारण मॉडल
(Multi-store Model)।
3. परिचय
लघुकाललक स्मृति एक प्रकाि की सूचना रिले प्रणााल होिी है
जो संवेद स्मृति औि द घघकाललक स्मृति के बीच पाई जािी है। संवेद
स्मृति में प्रवेश किने वाल सूचना अवधान के फलस्वरूप स्मृति की
अगल प्रणााल में प्रवेश कििी है जजसे लघुकाललक स्मृति
कहा जािा है। लघुकाललक
स्मृति ऐसी एक स्मृति प्रणााल
होिी है जजसमें सूचना संक्षिप्ि
समय के ललए भण्डािणा के
साथ-साथ उसका उपयोग
भी होिा है (Ciccarelli &
Meyer, 2016)।
4. एस टी एम ए सकिय प्रणाली होती है जो न े वल सूचना ा सिंग्रहण
रती है बकक उपयोग े कलए इसे सिंसाकित भी रती है। जॉजज कमलर (1956) े
अनुसार एस टी एम ी क्षमता 7±2 मद होती है। उन्होंने इस पररणाम पर पहुुँचने े
कलए अिं कवस्तार परीक्षण (कडकजट स्पैन टेस्ट) ा इस्तेमाल क या और इसे मैकज
निंबर हा। हालािंक , एस टी एम में मैकज निंबर से अकि सूचना ी रर ॉकडिंग,
भिंडारण और पुनगजठन े कलए
चैंक िं ग (Chunking)
त नी ा उपयोग
क या जाता है।
5. बैडले औि हहच (1974) मॉडल के अनुसाि, एस ट
एम में तनम्नललखिि िीन पिस्पि संबंधधि प्रणााललयााँ पाई
जािी हैं: -
(i) कें द्र य कायघपालक (Central Executive) – एस ट एम
की सभी प्रणााललयों का तनयमन (Regulate), तनयंत्रणा औि
समन्वय (Coordination) किना जैसे संबंधधि प्रणााललयों को
सूचना का आवंटन इत्याहद।
इसे संज्ञानात्मक तनयंत्रक
कहा जा सकिा है।
यह मानलसक गखणाि औि
समस्या समाधान में
मदद कििा है।
6. (ii) दृकि-स्थाकन स् ै च पैड (Visuo-spatial sketch pad)
– इसे आिंतरर आिंख े रूप में भी जाना जाता है जो दृकि सिंबिंिी सूचना
ो सिंग्रहीत और सिंसाकित रता है।
7. (iii) ध्वन्यात्म पाि (Phonological Loop) – इसे आिंतरर ान
े रूप में भी जाना जाता है जो ऑकडयो जान ारी ो सिंग्रहीत रने और
सिंसाकित रने में मदद रता है। यह व्यकि े आिंतरर सिंवाद में योगदान देता
है। इसमें दो उप-प्रणाकलयाुँ होती हैं यानी स्पिोच्चचारण कनयिंत्रण
(Articulatory control) (Speech production) और
ध्वन्यात्म भण्डार
गृह (Phonological
store) (भाषण
प्रत्यक्षण)।
8.
9. सवशेषिाएं
1. लघु ाकल स्मृकत ो ायज ारी स्मृकत (Working Memory)
े रूप में भी जाना जाता है।
2. लघु ाकल स्मृकत या
लघु ाकल भिंडारण प्रणाली हमारे
सिंज्ञान ा मूल घट होता है।
सिंवेदी प्रणाली से गुजरने वाली
सूचना लघु ाकल स्मृकत त
पहुिंच जाती है। इस प्रणाली में
सूचना बहुत म समय े कलए
ही उपलब्ि रहती है यानी मात्र 12
से 30 से िं ड े कलए ही।
10. 3. लघु ाकल स्मृकत सूचना ो े वल भिंडाररत र े रखती है उसमे
क सी प्र ार ा पररवतजन या हेर-फे र नहीं रती।
4. लघु ाकल ायज व्यविान े
कलए अकतसिंवेदनिील होते हैं जबक
दीघज ाकल ायज लम्बे समय त
बर रार रहते हैं (Solso, 2006)।
5. लघु ाकल स्मृकत में हस्तक्षेप
(नई सूचना े कलए जगह बनाने े
कलए 5 से ले र 9 सूचनाओिं से
अकि सूचनाओिं ो हटाना) नाम
ए प्रकिया पाई जाती है।
11. 6. लघु ाकल स्मृकत में प्राथकम ता और नवीनता (Primacy
and Recency) नाम प्रकिया पाई जाती है, कजसे आमतौर पर
नवीनता प्रभाव े रूप में भी जाना जाता है।
7. लघु ाकल स्मृकत में सामाकय क्षय (Temporal Decay)
और चिं (Chunk)
क्षमता ी ए
सीमा पाई जाती
है।
12. 8. सीलमि िमिा, सीलमि अवधध, ववस्थापन औि
धचन्ह िय के कािणा लघुकाललक स्मृति में ववस्मिणा
प्रक्रिया अधधक औि िेज़ी से
होिी है।
9. एस ट एम में सूचनाएाँ
िेज़ी से लुप्ि होिी हैं जजसके
कािणा ववस्मिणा होिा है।
13. सन्दभघ:
1. NCERT, XI Psychology Text book.
2. McLeod, S. A. (2009, Dec 14). Short-term
memory. Simply psychology: https://www.
simplypsychology.org/short-term-memory.html.