2. व्यिंग के मतध्यम से भ्रष्टतचतर की समस्यत
हहिंदी के प्रससद्द व्यिंगकतर हररशिंकर परसतई द्वतरत
रचचत इस ननबिंध में एक रतजदरबतर में फै ले भ्रष्टतचतर
और उसके ननरतकरण पर व्यिंग के मतध्यम से
आधुननक व्यवस्थत पर चोट की गयी है |
3. १. व्यिंग्य र्वधत से पररचय करवतनत
२.छतत्रों की सतमतजजक र्वषयों में रूचच पैदत करनत
३. भ्रष्टतचतर के बतरे में उनको अवगत करवतनत
४. व्यतप्त समस्यतओिं पर उनके अनुभव जतननत
५.सतमतजजक समस्यत के समतधतन हेतु उन्हें अग्रसर
करनत
६ शब्द ज्ञतन बढ़तनत
4. इस र्वचध में छतत्रों को र्वषय से जोड़ने के सलए
मतनससक तौर पर तैयतर ककयत जतयेगत जजसमे ननम्न
क्रम अपनतयत जत सकतत है |
क्यत आपने घूस यत ररश्वत शब्दों को कभी पढ़त यत
सुनत है |
क्यत आपके आस पतस कोई ऐसत मतमलत घटत है यत
आपने टीवी अखबतर में कोई ऐसत मतमलत देखत हो |
छतत्रों को र्वषय से सम्बिंचधत कु छ चचत्र हदखतए जतए
जैसे सतधू कत चचत्र ,रतजत कत चचत्र ,ततवीज कत चचत्र |
5. पूवा ज्ञतन की परीक्षत और पतठ से सम्बिंचधत चचत्रों के
प्रदशान के बतद पतठ की उदघोषणत की जतये एविं पतठ
कत नतम रेखतिंककत करते हुए श्यतम पट पर सलख हदयत
जतये |
छतत्रो को कहतनी कत सतर सुनत हदयत जतये |
मुख्य घटनतओिं को भी श्यतम पट पर सलखत जत सकतत
है |
6.
7. पतठ में छतत्रों की सहभतचगतत बढ़ने के सलए ननम्न सलखखत
कक्रयतएिं की जत सकती हैं |
१.छतत्रो को समूह में बताँट हदयत जतए | समूह में बतिंटते समय
छतत्रों के समत्रतत घेरे को अवश्य तोड़ हदयत जतए ,अथतात
छतत्रो को ऐसे छतत्रों के सतथ जोड़त जतये जजनके सतथ वह
पररचचत तो है पर समत्रतत नहीिं है |
२. छतत्रों के समूह में पतठ के पृष्ठ क्रमवतर र्वभतजजत ककये
जतए |अपने अपने पृष्ठों से वः मुख्य घटनतये ,दृश्य,पतत्र
और कहठन शब्दों को रेखतिंककत करे यत उनके समूह के
लीडर को नोट करवतए |
३ इस गनतर्वचध के सलए छतत्रो को दस समनट कत समय
हदयत जतए |
8. छतत्रो द्वतरत जब समूह गनतर्वचध में पतठ से सम्बिंचधत
हदए गये पृष्ठ पढ़ सलए जतये और मुख्य बततो को नोट
कर सलयत जतए तो सभी समुहों में से दो दो छतत्र एक
दुसरे के ग्रुप में स्थतनततररत ककये जतये |
अपने अपने पृष्ठ से सम्बिंचधत मुख्य पतत्रो और
घटनतओ को वे एक दुसरे से बतिंटे और अपने पतठन
तथत अनुभव के आधतर पर उन पृष्ठों से सम्बिंचधत हदए
गये अभ्यतस प्रश्नों के उत्तर आपस में एक दुसरे को
बततये |
यहद पूरत पतठ पतिंच पृष्ठों कत है तो पतिंचो समूह आपसी
बततचीत और र्वमशा द्वतरत अिंतकक्रा यत र्वचध के मतध्यम
से सभी अभ्यतस प्रश्नों कत उत्तर जतने |
9. जब सभी समूह अिंतकक्रा यत के पश्चतत अपनत कतया पूरत कर
ले तो समूह लीडर अपने अपने नोट्स अध्यतपक को जमत
करवतए |
अध्यतपक छतत्रो के अनुभवों और पतठ से अजजात ज्ञतन को
जतिंचने के सलए अभ्यतस प्रश्नों और पतत्रो के आधतर पर
उनसे क्रमवतर प्रशन पूछे |ककसने कहत ,ककसे कहत ,क्यों
कहत वतले प्रश्न भी छतत्रों को पतत्रो और घटनतओिं से जोड़ने
कत शशक्त मतध्यम है |
सभी सूचनतओिं को जतिंच कर उनके बतरे में सही हदशत
ननदेशन हदयत जतए और छतत्रों के कतया की सरतहनत की जतये
| समूह के छतत्रो को क्रमवतर खड़त कर उनके सलए ततसलयताँ
बजवतई जतएाँ |
10. पतठ में हदए गये सभी अभ्यतस प्रश्नों के उत्तर कतपी में
सलखकर लतयें |
पतठ से सम्बिंचधत कहठन शब्दों को वतक्यों में प्रयोग
करें |
Editor's Notes
हिंदी के प्रसिद्द व्यंगकार हरिशंकर परसाई द्वारा रचित इस निबंध में एक राजदरबार में फैले भ्रष्टाचार और उसके निराकरण पर व्यंग के माध्यम से आधुनिक व्यवस्था पर चोट की गयी है |