SlideShare a Scribd company logo
सौर सम्प्रदाय
डॉ. विराग सोनटक्क
े
सहायक राध्यापक
राचीन भारतीय इततहास, संस्कृ तत और पुरातत्ि विभाग
बनारस हहंदू विद्यापीठ, िाराणसी
B.A. Semester III
Paper: 301, UNIT: V
Cult Worship
सौर सम्प्रदाय
प्रस्तावना
• सूयय से ही पृथ्िी पर जीिन है
• सूयय : सिय रेरक, सिय रकाशक, सिय रितयक एिं कल्याणकारी है।
• सूयय विश्ि को रकाश देता है इसलिए इसे भास्कर कहा जाता है।
• सूयय िनस्पततयों क
े पोषण में अपनी ऊजाय समाहहत करता है अत:
इसे पूषा क
े नाम से जाना जाता है।
• हदन, रात, मास, पक्ष, संित्सर, ऋतु आहद का रितयक सूयय है।
• सूयय मानि क
े लिए उजाय का रथम स्रोत है।
• सूयय को ईश्िर का नेत्र कहा है।
सौर सम्प्प्रदाय
• सूयय को “उपास्यदेव” पूजने वाले
• सूयय के ववविन्न रूपों की आराधना करनेवाले
• सूयय हमेशा से ही प्रिावशाली देवता रहे है।
• प्राचीन काल से ही सूयय देव के अपने
अनुयायी रहे है।
• यह अनुयायी “सौर सम्प्प्रदाय” के नाम से
जाने जाते है।
• प्रकृवत का महत्वपूर्य स्त्रोत : वनत्य प्रत्यक्ष
दशयन
• सूयय “सृवि का वनमायता”
सूयोपासना के उल्लेख
• ऋग्वेद के दस सूक्तों में सूयय के प्राकृवतक स्वरूप का वर्यन है।
• ऋग्वेद: सूयय, उषा, साववत्र
• ऋग्वेद में सूयय गौर् देवता
• सूयय को आकाश (घौस) का पुत्र कहा है।
• उत्पवि: ववराट पुरुष के नेत्र से
• वह अंधकार दूर करते है
• कायय : प्रकाश के देवता है।(िूतों पे ववजय)
• मनुष्य को दीघयजीवन प्रदान करते है, आलस्य और दु:स्वप्नो को दूर करते है।
• ऋग्वेद में सूयय को पापनाशक देवता कहा है।
• कौषीतवक ब्राह्मर्: प्रातः, मधयांह और सायंकाल को आराधना
• सूयय: पाप-क्षय, सम्प्पवि, यश, स्वास्थ आवद के पूजन
• महाकाव्य में उल्लेख
• ऐवतहावसक काल में सूयय पूजा का प्रचलन लोकवप्रय होने के साक्ष्य
सूयय पूजा के ऐवतहावसक प्रमार्
•लोकवप्रयता: आहत मुद्राओं पे सूयय का अंकन
•िरहूत: वशल्पकलाओं में कर्यकुंडल पे सूयय का मानवी अंकन
•कुषार् वसक्कों पर सूयय के नाम
•गुप्त काल में वैशाली एवं िीटा में प्राप्त सूयय प्रवतमा
•मंदसोर अविलेख: सूयय मंवदर एवं सूयय पूजा के उल्लेख
•स्कंदगुप्त का इंदोर ताम्रपट : सूयय मंवदर के स्थापना के उल्लेख
•ग्वालीयर अविलेख: हुर् राजा तोरमान और वमवहरकुल सुयोपासक थे।
•हषयवधयन के दानपत्रों से ज्ञात होता है की, प्रिाकर वधयन, आवदत्य वधयन
और राज्य वधयन सूयय (आवदत्य) के परमिक्त थे।
•बार्िट्ट : उज्जेन में सूयय पूजा का उल्ल्लेख
•हेनत्सााँग : कश्मीर में सूयय मवदर का वर्यन
पूवय-मधयकाल में सूयय पूजा
• गहडवालों का कन्नोज ताम्रपत्र
• चंदमहासेन, चाहमान राजा सूयय िक्त था।
• चालुक्य राजा िीम देव का पाटन ताम्रपत्र में सूयय मंवदर के वलए दान का
उल्लेख
• प्रबंध वचंतामवर् : पविम िारत में जैन अनुयायी द्वारा सूयय उपासना के
उल्लेख
•गोववंदपर अविलेख: वबहार में “मग” ब्राह्मर्ों की उपवस्थवत।
• अनेक मंवदरो में सूयय की मूवतययााँ।
• कश्मीर का मातंड मंवदर, मोढेरा गुजरात का सूयय मंवदर एवं कोर्ाकय
ओव़िशा का सूयय मंवदर सूयय पूजा के लोकवप्रयता के प्रमार् है।
सूयय मंहदर, कोणाक
य
मोढेरा मंहदर, गुजरात
मातंड मंहदर, कश्मीर
क़तारमाि मंहदर, उत्तराखंड
सूयय पूजा का ववदेशी सम्प्बन्ध
• सूयय पूजा का संबंध ईरान से
• सौर सम्प्रदाय का ईरानी लमथ्र सम्प्रदाय से भी पहिी शताब्दी में सम्प्बन्ध दृष्टटगत होता
है।
• वराहवमवहर: सूयय की मूवतययों और मंवदरो की प्रवतष्ठा मगों से करवानी चावहए क्योंवक उनकी वववशि
वववध है।
• िववष्य पुरार्: कृष्र् और जाम्प्बवंती के पुत्र साम्प्ब ने वसंध में चंद्रिागा नदी के तट पर सूयय मंवदर का
वनमायर् कराया था, वजसकी पूजा शक द्वीप के “मग” ब्राह्मर्ों ने की थी।
• गरु़ि पुरार्: साम्प्ब कुष्ठरोग से ग्रवसत था, तब शकद्वीपी को बुलाया गया और सूयय के पूजा द्वारा
कुष्ठरोग से मुवक्त वदलायी गयी।
• िववष्य पुरार्: मगों का इवतहास ववशद है, उसमें मगों की उत्पवि सूयय से और मगों का वर्यन
उदीच्य वेश वाला वकया है।
• िववष्य पुरार्: मगों के संदिय में जरशब्द या जरशस्त का उल्लेख आता है। ये मग प्राचीन फारस के
मगी है।
• अलबरुनी: िारत में मगों का अवस्तत्व स्वीकार करता है।
• मगों को शकद्वीपी, शक प्रदेश का वनवासी कहा है, जो उनके ववदेशी होने का प्रमार् है।
• अंतः सूयय अथवा वमवहर की पूजा िारत में फारस से पारवसक मगों द्वारा लायी गयी होगी।
• डॉ॰ िण्डारकर: ईसा प्रथम सदी तक ववदेशी प्रिाव नही
सूयय पूजा का स्वरूप
•सूयय की ववविन रूपों में पूजा।
•नाम: लोलाकय , िास्कर, मातंड, िास्कर-स्वामी
•लाल पुष्प माला
•लाल चंदन
•गायत्री मंत्रो का उच्चारर्
•रवववार को व्रत का पालन
•प्रातः सूयय दशयन एवं उपासना
•वववशि उत्सव: कुम्प्ि, छट एवं लोलाकय
सौर लसद्धांत
• छान्दोग्यपतनषद: सूयय को रणि तनरूवपत कर उनकी ध्यान
साधना से पुत्र राष्तत का िाभ बताया गया है।
• ब्रह्मिैियत पुराण: सूयय को परमात्मा स्िरूप मानता है।
• गायत्री मंत्र सूयय परक ही है।
• सूयोपतनषद: सूयय को ही संपूणय जगत की उत्पवत्त का कारण
तनरूवपत ककया गया है।
• सूयोपतनषद: सूयय को संपूणय जगत की आत्मा तथा ब्रह्म बताया
गया है।
• सूयोपतनषद: संपूणय जगत की सृष्टट तथा उसका पािन सूयय ही
करते है।
• सूयय ही संपूणय जगत की अंतरात्मा हैं।
सौर उपासक
• तनत्य: सूयय नमस्कार, अर्घययदान
• सूयोदय एिं सूयायस्त समय सूयोन्मुख होक
े आहदत्यव्रत
• षष्टट एिं सततमी में उपिास एिं पूजा
• अनुयायी ििाट पर िाि चंदन से सूयय की आकृ तत बनाते है।
• िाि फ
ू िो की मािा धारण करते है
• मोक्ष पाने क
े लिए उदीयमान तथा अस्ताचिगामी सूयय की
आराधना करते है।
सौर उपासक
सूयय उपसको की ६ श्रेणणया
1. सूयय को जगत ब्रह्म क
े रूप में रातः सूयय की उपासना
2. सूयय को जगतसंहारक महेश्िर क
े रूप में मध्यांन्हकाि में
सूयय की उपासना
3. सूयय को जगतपािक विटणु क
े रूप में अस्तंगत सूयय की
उपासना
4. सूयय की ततनो रूपों में रातः, मध्यांन्ह, सााँयकाि में
उपासना
5. सूयय बबम्प्ब क
े दैतनक दशयनाथी, सूयय-बबम्प्ब में परमेश्िर की
कल्पना (सूयय-बबम्प्ब क
े दशयन बबना अन्न नही)
6. तापसी शिाका से सूयय-बबम्प्ब को रतीक क
े रूप में मस्तक,
बाहु एिं िक्ष पर गुदिाते है।
सूयय प्रवतमा
उदीच्यवेश (उत्तरी)
• सूयय पूजा पर पारसीक रभाि
हदखता है।
• कतनटक क
े लसक्कों पर उत्कीणय
लमहहर पारसी है।
• सूयय रततमा क
े तनमायण क
े संबंध
में िराहलमहहर क
े अनुसार:
1. सूयय मूततयउदीच्यिेश
(पैरजानुपयंत ढक
े )
2. कमर में अव्यंग (मेखिा)
3. दोनों हाथ में सूययफ
ु ि लिए।
4. पैरों में जूता
5. अिंकरण युक्त
6. अश्िरथ पे आरूढ
7. सहयोगी देिता: उषा,
रत्युषा, सारण्य एिं छािा
दक्षिणी
• अंशुमद्भेदागम्, सुरभेदागम्आहद
में उनक
े शरीर को अनािृत्त रदलशयत
करने पर बि हदया गया है।
• इस रूप में विदेशी रभाि अत्यल्प
है।
• सूयय क
े दोनों हाथों में कमि तथा
मुट्हठयां बंधी एिं क
ं धों पर उठी
होनी चाहहये।
• सूयय का शरीर उत्तरीय से आिृत्त हो,
• सूयय कमि पर खडे या सात घोङों
क
े ऊपर हदखाए जाते है।
सूयय रततमाओं का मूतय रुपांकन
रथ पर आरुढ - बैठी हुई सूयय रततमाएाँ
• इन मूततययों में सूयय की रततमा
सहजासन में कमि पर बैठी हुई
अंककत की जाती है।
• आसन क
े नीचे सात अश्िों से युक्त
रथ तथा अश्ि पंष्क्त क
े मध्य में
सातों अश्िों की िल्गाएाँ खींचता
हुआ साराथय अरुण उत्कीणय ककया
जाता है।
• विदेशी रभाि से रेररत क्त सूययदेि
क
े चरण स्पटट रुप से अंउपानह
युककत लमिते हैं।
• सूयय की मूततय किच पहने हुए, दोनों
हाथों में दो विकलसत कमि लिए
उत्कीणय होती है।
• दोनों पाश्िों पर सूयय क
े पररिार
देिताओं की अन्य आकृ ततयााँ भी
अंककत की जाती है।
सूययदेि की स्थानक मूततययााँ
• सूयय मूततययााँ पर ईरानी रभाि को
स्पटट रुप से अंककत करता है।
• इन मूततययों में सूयय कमि की चरण
चौकी पर खडे।
• किच तथा कहट से चरण तक
चोिक पहने हुए
• दो पूणय विकलसत कमि या कमि
कालिकाओं क
े गुच्छे लिए हुए
उत्कीणय ककये जाते हैं।
• सूयय क
े पररिार-देिता भी अंककत
रहते हैं ष्जनकी क
ु ि संख्या
तनधायररत नहीं है।
उपसंहार
• सूयय को कभी विस्मृत नही ककया गया
• िेहदक काि से सूयय क
े रमाण
• एततहालसक काि में सूययपूजा का अष्स्तत्ि
• ितयमान काि में भी पूजनीय
• पाप-क्षय,सम्प्पवत्त, स्िस्थ, यश क
े लिए सूययपूजन
• राजपूताना एिं उत्तर भारत में “मग ब्राह्मणों” का अष्स्तत्ि
• सूयय को पाँचदेिोपासना क
े पंच महादेिों में िैटणि, शैि, शष्क्त
और गणेश क
े साथ रततष्टठत ककया गया है।
• छठ पिय सूयय देिता की उपासना क
े लिए मनाया जाता है।
सौर सम्प्रदाय

More Related Content

What's hot

अवतारवाद
अवतारवाद  अवतारवाद
अवतारवाद
Virag Sontakke
 
Early and later vaidik religion
Early and later vaidik religionEarly and later vaidik religion
Early and later vaidik religion
Virag Sontakke
 
Indus valley religion
Indus valley religionIndus valley religion
Indus valley religion
Virag Sontakke
 
Primitive Religion
Primitive ReligionPrimitive Religion
Primitive Religion
Virag Sontakke
 
Concept of aatma and bramha
Concept of aatma and bramhaConcept of aatma and bramha
Concept of aatma and bramha
Virag Sontakke
 
शाक्त धर्म .pptx
शाक्त धर्म .pptxशाक्त धर्म .pptx
शाक्त धर्म .pptx
Virag Sontakke
 
प्रयाग तीर्थ
प्रयाग तीर्थ प्रयाग तीर्थ
प्रयाग तीर्थ
Virag Sontakke
 
Religion of vedic and later vedic
Religion of vedic and later vedic Religion of vedic and later vedic
Religion of vedic and later vedic
Virag Sontakke
 
Teaching of bhagvatgita
Teaching of bhagvatgitaTeaching of bhagvatgita
Teaching of bhagvatgita
Virag Sontakke
 
Religion and sacrifice of later vedic period
Religion and sacrifice of later vedic periodReligion and sacrifice of later vedic period
Religion and sacrifice of later vedic period
Virag Sontakke
 
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ  .pptxउत्तर वैदिक यज्ञ  .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
Virag Sontakke
 
बदलौन (Exchange) एवं मुद्रा (Currency)
बदलौन (Exchange)  एवं मुद्रा (Currency)बदलौन (Exchange)  एवं मुद्रा (Currency)
बदलौन (Exchange) एवं मुद्रा (Currency)
Virag Sontakke
 
Avatarvad
AvatarvadAvatarvad
Avatarvad
Virag Sontakke
 
Economic progress in mauryan period
Economic progress in mauryan period Economic progress in mauryan period
Economic progress in mauryan period
Prachi Sontakke
 
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptxक्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
Virag Sontakke
 
Economic conditions during 6th century bce
Economic conditions during 6th century bceEconomic conditions during 6th century bce
Economic conditions during 6th century bce
Prachi Sontakke
 
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptxप्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
Virag Sontakke
 
शैव सम्प्रदाय
शैव सम्प्रदाय शैव सम्प्रदाय
शैव सम्प्रदाय
Virag Sontakke
 
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptxमौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
Virag Sontakke
 
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptxछठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
Virag Sontakke
 

What's hot (20)

अवतारवाद
अवतारवाद  अवतारवाद
अवतारवाद
 
Early and later vaidik religion
Early and later vaidik religionEarly and later vaidik religion
Early and later vaidik religion
 
Indus valley religion
Indus valley religionIndus valley religion
Indus valley religion
 
Primitive Religion
Primitive ReligionPrimitive Religion
Primitive Religion
 
Concept of aatma and bramha
Concept of aatma and bramhaConcept of aatma and bramha
Concept of aatma and bramha
 
शाक्त धर्म .pptx
शाक्त धर्म .pptxशाक्त धर्म .pptx
शाक्त धर्म .pptx
 
प्रयाग तीर्थ
प्रयाग तीर्थ प्रयाग तीर्थ
प्रयाग तीर्थ
 
Religion of vedic and later vedic
Religion of vedic and later vedic Religion of vedic and later vedic
Religion of vedic and later vedic
 
Teaching of bhagvatgita
Teaching of bhagvatgitaTeaching of bhagvatgita
Teaching of bhagvatgita
 
Religion and sacrifice of later vedic period
Religion and sacrifice of later vedic periodReligion and sacrifice of later vedic period
Religion and sacrifice of later vedic period
 
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ  .pptxउत्तर वैदिक यज्ञ  .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
 
बदलौन (Exchange) एवं मुद्रा (Currency)
बदलौन (Exchange)  एवं मुद्रा (Currency)बदलौन (Exchange)  एवं मुद्रा (Currency)
बदलौन (Exchange) एवं मुद्रा (Currency)
 
Avatarvad
AvatarvadAvatarvad
Avatarvad
 
Economic progress in mauryan period
Economic progress in mauryan period Economic progress in mauryan period
Economic progress in mauryan period
 
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptxक्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
क्रेडिट एंड बैंकिंग सिस्टम .pptx
 
Economic conditions during 6th century bce
Economic conditions during 6th century bceEconomic conditions during 6th century bce
Economic conditions during 6th century bce
 
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptxप्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
प्रागैतिहासिक अर्थव्यवस्था .pptx
 
शैव सम्प्रदाय
शैव सम्प्रदाय शैव सम्प्रदाय
शैव सम्प्रदाय
 
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptxमौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
मौर्य कालीन अर्थव्यवस्था.pptx
 
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptxछठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
छठी शताब्दी ईसा पूर्व की आर्थिक दशाएँ .pptx
 

Similar to सौर सम्प्रदाय

उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ  .pptxउत्तर वैदिक यज्ञ  .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
Virag Sontakke
 
Vishnu cult
Vishnu cult Vishnu cult
Vishnu cult
Virag Sontakke
 
Vamana Temple, Khajuraho
Vamana Temple, KhajurahoVamana Temple, Khajuraho
Vamana Temple, Khajuraho
Jiwaji University
 
नाड़ी एवं चक्र.pptx
नाड़ी एवं चक्र.pptxनाड़ी एवं चक्र.pptx
नाड़ी एवं चक्र.pptx
VeenaMoondra
 
Jagadamba Temple, Khajuraho
Jagadamba Temple, KhajurahoJagadamba Temple, Khajuraho
Jagadamba Temple, Khajuraho
Jiwaji University
 
पञ्चाङ्ग.docx
पञ्चाङ्ग.docxपञ्चाङ्ग.docx
पञ्चाङ्ग.docx
RohitSahu899545
 
वार्ता.pptx
वार्ता.pptxवार्ता.pptx
वार्ता.pptx
Virag Sontakke
 
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
Gunjan Verma
 
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ .pptx
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ  .pptxपूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ  .pptx
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ .pptx
Virag Sontakke
 
वैदिक वास्तु .pptx
वैदिक वास्तु .pptxवैदिक वास्तु .pptx
वैदिक वास्तु .pptx
Virag Sontakke
 
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _ भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _  भगवान महावीर स्वामी का जीवन...जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _  भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _ भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
PRAVIN KUMAR
 
VICHARAK VISWAS OR IMARTAY
VICHARAK VISWAS OR IMARTAYVICHARAK VISWAS OR IMARTAY
VICHARAK VISWAS OR IMARTAY
RAGHAV JHA
 
Gadauli Dham Brochure
Gadauli Dham BrochureGadauli Dham Brochure
Gadauli Dham Brochure
Gyan Pandey
 
Lok kala लोक कला.pptx
Lok kala लोक कला.pptxLok kala लोक कला.pptx
Lok kala लोक कला.pptx
NamitaSahare
 
jagganath rathyatra
jagganath rathyatrajagganath rathyatra
jagganath rathyatra
thenationaltv
 
वार्ता
वार्तावार्ता
वार्ता
Virag Sontakke
 
Holy Rivers - Hindi
Holy Rivers - HindiHoly Rivers - Hindi
Holy Rivers - Hindi
Drishti Bhalla
 
ppt of Sun Temple
ppt of Sun Templeppt of Sun Temple
ppt of Sun TempleVibhansh
 
शिवरात्रि
शिवरात्रिशिवरात्रि
शिवरात्रि
Mayank Sharma
 
यौधेयों के सिक्के ppt.pdf
यौधेयों के सिक्के ppt.pdfयौधेयों के सिक्के ppt.pdf
यौधेयों के सिक्के ppt.pdf
ShivmaniSahu
 

Similar to सौर सम्प्रदाय (20)

उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ  .pptxउत्तर वैदिक यज्ञ  .pptx
उत्तर वैदिक यज्ञ .pptx
 
Vishnu cult
Vishnu cult Vishnu cult
Vishnu cult
 
Vamana Temple, Khajuraho
Vamana Temple, KhajurahoVamana Temple, Khajuraho
Vamana Temple, Khajuraho
 
नाड़ी एवं चक्र.pptx
नाड़ी एवं चक्र.pptxनाड़ी एवं चक्र.pptx
नाड़ी एवं चक्र.pptx
 
Jagadamba Temple, Khajuraho
Jagadamba Temple, KhajurahoJagadamba Temple, Khajuraho
Jagadamba Temple, Khajuraho
 
पञ्चाङ्ग.docx
पञ्चाङ्ग.docxपञ्चाङ्ग.docx
पञ्चाङ्ग.docx
 
वार्ता.pptx
वार्ता.pptxवार्ता.pptx
वार्ता.pptx
 
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (krishna Janmashtami) 2021
 
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ .pptx
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ  .pptxपूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ  .pptx
पूर्व-मध्य कालीन अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ .pptx
 
वैदिक वास्तु .pptx
वैदिक वास्तु .pptxवैदिक वास्तु .pptx
वैदिक वास्तु .pptx
 
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _ भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _  भगवान महावीर स्वामी का जीवन...जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _  भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
जैन धर्म के उदय के कारण _ जैन धर्म के संस्थापक _ भगवान महावीर स्वामी का जीवन...
 
VICHARAK VISWAS OR IMARTAY
VICHARAK VISWAS OR IMARTAYVICHARAK VISWAS OR IMARTAY
VICHARAK VISWAS OR IMARTAY
 
Gadauli Dham Brochure
Gadauli Dham BrochureGadauli Dham Brochure
Gadauli Dham Brochure
 
Lok kala लोक कला.pptx
Lok kala लोक कला.pptxLok kala लोक कला.pptx
Lok kala लोक कला.pptx
 
jagganath rathyatra
jagganath rathyatrajagganath rathyatra
jagganath rathyatra
 
वार्ता
वार्तावार्ता
वार्ता
 
Holy Rivers - Hindi
Holy Rivers - HindiHoly Rivers - Hindi
Holy Rivers - Hindi
 
ppt of Sun Temple
ppt of Sun Templeppt of Sun Temple
ppt of Sun Temple
 
शिवरात्रि
शिवरात्रिशिवरात्रि
शिवरात्रि
 
यौधेयों के सिक्के ppt.pdf
यौधेयों के सिक्के ppt.pdfयौधेयों के सिक्के ppt.pdf
यौधेयों के सिक्के ppt.pdf
 

More from Virag Sontakke

समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in Indiaसमुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
Virag Sontakke
 
Military Administration and Ethics of War .pdf
Military Administration and Ethics of War .pdfMilitary Administration and Ethics of War .pdf
Military Administration and Ethics of War .pdf
Virag Sontakke
 
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular IndiaMegalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
Virag Sontakke
 
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of IndiaPainted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
Virag Sontakke
 
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
Virag Sontakke
 
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Periodगुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
Virag Sontakke
 
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptxवैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
Virag Sontakke
 
Odisha Temple Architecture .pptx
Odisha Temple Architecture .pptxOdisha Temple Architecture .pptx
Odisha Temple Architecture .pptx
Virag Sontakke
 
Kandariya Mahadev Temple.pdf
Kandariya Mahadev Temple.pdfKandariya Mahadev Temple.pdf
Kandariya Mahadev Temple.pdf
Virag Sontakke
 
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal” .pptx
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal”   .pptxTemple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal”   .pptx
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal” .pptx
Virag Sontakke
 
Pallava Ratha.pptx
Pallava Ratha.pptxPallava Ratha.pptx
Pallava Ratha.pptx
Virag Sontakke
 
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptxOrigin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
Virag Sontakke
 
KONARK SUN TEMPLE.pptx
KONARK SUN TEMPLE.pptxKONARK SUN TEMPLE.pptx
KONARK SUN TEMPLE.pptx
Virag Sontakke
 
Ellora Caves 16.46.42.pptx
Ellora Caves 16.46.42.pptxEllora Caves 16.46.42.pptx
Ellora Caves 16.46.42.pptx
Virag Sontakke
 
Ellora cave no 10 .pptx
Ellora cave no 10 .pptxEllora cave no 10 .pptx
Ellora cave no 10 .pptx
Virag Sontakke
 
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja, Kondane...
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja,  Kondane...Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja,  Kondane...
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja, Kondane...
Virag Sontakke
 
Pataliputra.pptx
Pataliputra.pptxPataliputra.pptx
Pataliputra.pptx
Virag Sontakke
 
Rajgriha town.pptx
Rajgriha town.pptxRajgriha town.pptx
Rajgriha town.pptx
Virag Sontakke
 
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptxTown Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
Virag Sontakke
 
Collection- Nature, Purchase.pptx
Collection- Nature, Purchase.pptxCollection- Nature, Purchase.pptx
Collection- Nature, Purchase.pptx
Virag Sontakke
 

More from Virag Sontakke (20)

समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in Indiaसमुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
समुद्री व्यापार.pptx Maritime Trade in India
 
Military Administration and Ethics of War .pdf
Military Administration and Ethics of War .pdfMilitary Administration and Ethics of War .pdf
Military Administration and Ethics of War .pdf
 
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular IndiaMegalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
Megalithic Culture of India, Megalithic Culture of Penisular India
 
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of IndiaPainted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
Painted Grey Ware.pptx, PGW Culture of India
 
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
भारत-रोम व्यापार.pptx, Indo-Roman Trade,
 
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Periodगुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
गुप्त कालीन अर्थव्यवस्था .pptx, Economy of Gupta Period
 
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptxवैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx, प्राचीन भारतीय वैदिक अर्थव्यवस्था.pptx
 
Odisha Temple Architecture .pptx
Odisha Temple Architecture .pptxOdisha Temple Architecture .pptx
Odisha Temple Architecture .pptx
 
Kandariya Mahadev Temple.pdf
Kandariya Mahadev Temple.pdfKandariya Mahadev Temple.pdf
Kandariya Mahadev Temple.pdf
 
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal” .pptx
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal”   .pptxTemple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal”   .pptx
Temple Architecture of Early Chalukyas “Pattadkal” .pptx
 
Pallava Ratha.pptx
Pallava Ratha.pptxPallava Ratha.pptx
Pallava Ratha.pptx
 
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptxOrigin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
Origin of physical form and structures in Indian architecture.pptx
 
KONARK SUN TEMPLE.pptx
KONARK SUN TEMPLE.pptxKONARK SUN TEMPLE.pptx
KONARK SUN TEMPLE.pptx
 
Ellora Caves 16.46.42.pptx
Ellora Caves 16.46.42.pptxEllora Caves 16.46.42.pptx
Ellora Caves 16.46.42.pptx
 
Ellora cave no 10 .pptx
Ellora cave no 10 .pptxEllora cave no 10 .pptx
Ellora cave no 10 .pptx
 
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja, Kondane...
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja,  Kondane...Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja,  Kondane...
Beginning of Rock-cut Architecture- Sudama Cave, Lomas Rishi, Bhaja, Kondane...
 
Pataliputra.pptx
Pataliputra.pptxPataliputra.pptx
Pataliputra.pptx
 
Rajgriha town.pptx
Rajgriha town.pptxRajgriha town.pptx
Rajgriha town.pptx
 
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptxTown Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
Town Planning depicted in Kautilya Arthashatra.pptx
 
Collection- Nature, Purchase.pptx
Collection- Nature, Purchase.pptxCollection- Nature, Purchase.pptx
Collection- Nature, Purchase.pptx
 

सौर सम्प्रदाय

  • 1. सौर सम्प्रदाय डॉ. विराग सोनटक्क े सहायक राध्यापक राचीन भारतीय इततहास, संस्कृ तत और पुरातत्ि विभाग बनारस हहंदू विद्यापीठ, िाराणसी B.A. Semester III Paper: 301, UNIT: V Cult Worship
  • 3. प्रस्तावना • सूयय से ही पृथ्िी पर जीिन है • सूयय : सिय रेरक, सिय रकाशक, सिय रितयक एिं कल्याणकारी है। • सूयय विश्ि को रकाश देता है इसलिए इसे भास्कर कहा जाता है। • सूयय िनस्पततयों क े पोषण में अपनी ऊजाय समाहहत करता है अत: इसे पूषा क े नाम से जाना जाता है। • हदन, रात, मास, पक्ष, संित्सर, ऋतु आहद का रितयक सूयय है। • सूयय मानि क े लिए उजाय का रथम स्रोत है। • सूयय को ईश्िर का नेत्र कहा है।
  • 4. सौर सम्प्प्रदाय • सूयय को “उपास्यदेव” पूजने वाले • सूयय के ववविन्न रूपों की आराधना करनेवाले • सूयय हमेशा से ही प्रिावशाली देवता रहे है। • प्राचीन काल से ही सूयय देव के अपने अनुयायी रहे है। • यह अनुयायी “सौर सम्प्प्रदाय” के नाम से जाने जाते है। • प्रकृवत का महत्वपूर्य स्त्रोत : वनत्य प्रत्यक्ष दशयन • सूयय “सृवि का वनमायता”
  • 5. सूयोपासना के उल्लेख • ऋग्वेद के दस सूक्तों में सूयय के प्राकृवतक स्वरूप का वर्यन है। • ऋग्वेद: सूयय, उषा, साववत्र • ऋग्वेद में सूयय गौर् देवता • सूयय को आकाश (घौस) का पुत्र कहा है। • उत्पवि: ववराट पुरुष के नेत्र से • वह अंधकार दूर करते है • कायय : प्रकाश के देवता है।(िूतों पे ववजय) • मनुष्य को दीघयजीवन प्रदान करते है, आलस्य और दु:स्वप्नो को दूर करते है। • ऋग्वेद में सूयय को पापनाशक देवता कहा है। • कौषीतवक ब्राह्मर्: प्रातः, मधयांह और सायंकाल को आराधना • सूयय: पाप-क्षय, सम्प्पवि, यश, स्वास्थ आवद के पूजन • महाकाव्य में उल्लेख • ऐवतहावसक काल में सूयय पूजा का प्रचलन लोकवप्रय होने के साक्ष्य
  • 6. सूयय पूजा के ऐवतहावसक प्रमार् •लोकवप्रयता: आहत मुद्राओं पे सूयय का अंकन •िरहूत: वशल्पकलाओं में कर्यकुंडल पे सूयय का मानवी अंकन •कुषार् वसक्कों पर सूयय के नाम •गुप्त काल में वैशाली एवं िीटा में प्राप्त सूयय प्रवतमा •मंदसोर अविलेख: सूयय मंवदर एवं सूयय पूजा के उल्लेख •स्कंदगुप्त का इंदोर ताम्रपट : सूयय मंवदर के स्थापना के उल्लेख •ग्वालीयर अविलेख: हुर् राजा तोरमान और वमवहरकुल सुयोपासक थे। •हषयवधयन के दानपत्रों से ज्ञात होता है की, प्रिाकर वधयन, आवदत्य वधयन और राज्य वधयन सूयय (आवदत्य) के परमिक्त थे। •बार्िट्ट : उज्जेन में सूयय पूजा का उल्ल्लेख •हेनत्सााँग : कश्मीर में सूयय मवदर का वर्यन
  • 7. पूवय-मधयकाल में सूयय पूजा • गहडवालों का कन्नोज ताम्रपत्र • चंदमहासेन, चाहमान राजा सूयय िक्त था। • चालुक्य राजा िीम देव का पाटन ताम्रपत्र में सूयय मंवदर के वलए दान का उल्लेख • प्रबंध वचंतामवर् : पविम िारत में जैन अनुयायी द्वारा सूयय उपासना के उल्लेख •गोववंदपर अविलेख: वबहार में “मग” ब्राह्मर्ों की उपवस्थवत। • अनेक मंवदरो में सूयय की मूवतययााँ। • कश्मीर का मातंड मंवदर, मोढेरा गुजरात का सूयय मंवदर एवं कोर्ाकय ओव़िशा का सूयय मंवदर सूयय पूजा के लोकवप्रयता के प्रमार् है।
  • 12. सूयय पूजा का ववदेशी सम्प्बन्ध • सूयय पूजा का संबंध ईरान से • सौर सम्प्रदाय का ईरानी लमथ्र सम्प्रदाय से भी पहिी शताब्दी में सम्प्बन्ध दृष्टटगत होता है। • वराहवमवहर: सूयय की मूवतययों और मंवदरो की प्रवतष्ठा मगों से करवानी चावहए क्योंवक उनकी वववशि वववध है। • िववष्य पुरार्: कृष्र् और जाम्प्बवंती के पुत्र साम्प्ब ने वसंध में चंद्रिागा नदी के तट पर सूयय मंवदर का वनमायर् कराया था, वजसकी पूजा शक द्वीप के “मग” ब्राह्मर्ों ने की थी। • गरु़ि पुरार्: साम्प्ब कुष्ठरोग से ग्रवसत था, तब शकद्वीपी को बुलाया गया और सूयय के पूजा द्वारा कुष्ठरोग से मुवक्त वदलायी गयी। • िववष्य पुरार्: मगों का इवतहास ववशद है, उसमें मगों की उत्पवि सूयय से और मगों का वर्यन उदीच्य वेश वाला वकया है। • िववष्य पुरार्: मगों के संदिय में जरशब्द या जरशस्त का उल्लेख आता है। ये मग प्राचीन फारस के मगी है। • अलबरुनी: िारत में मगों का अवस्तत्व स्वीकार करता है। • मगों को शकद्वीपी, शक प्रदेश का वनवासी कहा है, जो उनके ववदेशी होने का प्रमार् है। • अंतः सूयय अथवा वमवहर की पूजा िारत में फारस से पारवसक मगों द्वारा लायी गयी होगी। • डॉ॰ िण्डारकर: ईसा प्रथम सदी तक ववदेशी प्रिाव नही
  • 13. सूयय पूजा का स्वरूप •सूयय की ववविन रूपों में पूजा। •नाम: लोलाकय , िास्कर, मातंड, िास्कर-स्वामी •लाल पुष्प माला •लाल चंदन •गायत्री मंत्रो का उच्चारर् •रवववार को व्रत का पालन •प्रातः सूयय दशयन एवं उपासना •वववशि उत्सव: कुम्प्ि, छट एवं लोलाकय
  • 14. सौर लसद्धांत • छान्दोग्यपतनषद: सूयय को रणि तनरूवपत कर उनकी ध्यान साधना से पुत्र राष्तत का िाभ बताया गया है। • ब्रह्मिैियत पुराण: सूयय को परमात्मा स्िरूप मानता है। • गायत्री मंत्र सूयय परक ही है। • सूयोपतनषद: सूयय को ही संपूणय जगत की उत्पवत्त का कारण तनरूवपत ककया गया है। • सूयोपतनषद: सूयय को संपूणय जगत की आत्मा तथा ब्रह्म बताया गया है। • सूयोपतनषद: संपूणय जगत की सृष्टट तथा उसका पािन सूयय ही करते है। • सूयय ही संपूणय जगत की अंतरात्मा हैं।
  • 15. सौर उपासक • तनत्य: सूयय नमस्कार, अर्घययदान • सूयोदय एिं सूयायस्त समय सूयोन्मुख होक े आहदत्यव्रत • षष्टट एिं सततमी में उपिास एिं पूजा • अनुयायी ििाट पर िाि चंदन से सूयय की आकृ तत बनाते है। • िाि फ ू िो की मािा धारण करते है • मोक्ष पाने क े लिए उदीयमान तथा अस्ताचिगामी सूयय की आराधना करते है।
  • 16. सौर उपासक सूयय उपसको की ६ श्रेणणया 1. सूयय को जगत ब्रह्म क े रूप में रातः सूयय की उपासना 2. सूयय को जगतसंहारक महेश्िर क े रूप में मध्यांन्हकाि में सूयय की उपासना 3. सूयय को जगतपािक विटणु क े रूप में अस्तंगत सूयय की उपासना 4. सूयय की ततनो रूपों में रातः, मध्यांन्ह, सााँयकाि में उपासना 5. सूयय बबम्प्ब क े दैतनक दशयनाथी, सूयय-बबम्प्ब में परमेश्िर की कल्पना (सूयय-बबम्प्ब क े दशयन बबना अन्न नही) 6. तापसी शिाका से सूयय-बबम्प्ब को रतीक क े रूप में मस्तक, बाहु एिं िक्ष पर गुदिाते है।
  • 17. सूयय प्रवतमा उदीच्यवेश (उत्तरी) • सूयय पूजा पर पारसीक रभाि हदखता है। • कतनटक क े लसक्कों पर उत्कीणय लमहहर पारसी है। • सूयय रततमा क े तनमायण क े संबंध में िराहलमहहर क े अनुसार: 1. सूयय मूततयउदीच्यिेश (पैरजानुपयंत ढक े ) 2. कमर में अव्यंग (मेखिा) 3. दोनों हाथ में सूययफ ु ि लिए। 4. पैरों में जूता 5. अिंकरण युक्त 6. अश्िरथ पे आरूढ 7. सहयोगी देिता: उषा, रत्युषा, सारण्य एिं छािा दक्षिणी • अंशुमद्भेदागम्, सुरभेदागम्आहद में उनक े शरीर को अनािृत्त रदलशयत करने पर बि हदया गया है। • इस रूप में विदेशी रभाि अत्यल्प है। • सूयय क े दोनों हाथों में कमि तथा मुट्हठयां बंधी एिं क ं धों पर उठी होनी चाहहये। • सूयय का शरीर उत्तरीय से आिृत्त हो, • सूयय कमि पर खडे या सात घोङों क े ऊपर हदखाए जाते है।
  • 18. सूयय रततमाओं का मूतय रुपांकन रथ पर आरुढ - बैठी हुई सूयय रततमाएाँ • इन मूततययों में सूयय की रततमा सहजासन में कमि पर बैठी हुई अंककत की जाती है। • आसन क े नीचे सात अश्िों से युक्त रथ तथा अश्ि पंष्क्त क े मध्य में सातों अश्िों की िल्गाएाँ खींचता हुआ साराथय अरुण उत्कीणय ककया जाता है। • विदेशी रभाि से रेररत क्त सूययदेि क े चरण स्पटट रुप से अंउपानह युककत लमिते हैं। • सूयय की मूततय किच पहने हुए, दोनों हाथों में दो विकलसत कमि लिए उत्कीणय होती है। • दोनों पाश्िों पर सूयय क े पररिार देिताओं की अन्य आकृ ततयााँ भी अंककत की जाती है। सूययदेि की स्थानक मूततययााँ • सूयय मूततययााँ पर ईरानी रभाि को स्पटट रुप से अंककत करता है। • इन मूततययों में सूयय कमि की चरण चौकी पर खडे। • किच तथा कहट से चरण तक चोिक पहने हुए • दो पूणय विकलसत कमि या कमि कालिकाओं क े गुच्छे लिए हुए उत्कीणय ककये जाते हैं। • सूयय क े पररिार-देिता भी अंककत रहते हैं ष्जनकी क ु ि संख्या तनधायररत नहीं है।
  • 19.
  • 20.
  • 21.
  • 22. उपसंहार • सूयय को कभी विस्मृत नही ककया गया • िेहदक काि से सूयय क े रमाण • एततहालसक काि में सूययपूजा का अष्स्तत्ि • ितयमान काि में भी पूजनीय • पाप-क्षय,सम्प्पवत्त, स्िस्थ, यश क े लिए सूययपूजन • राजपूताना एिं उत्तर भारत में “मग ब्राह्मणों” का अष्स्तत्ि • सूयय को पाँचदेिोपासना क े पंच महादेिों में िैटणि, शैि, शष्क्त और गणेश क े साथ रततष्टठत ककया गया है। • छठ पिय सूयय देिता की उपासना क े लिए मनाया जाता है।