2. दिव्यांगजन अदिकयर अदिदनयम ,2016
Right Of Person With Disabilities Act-2016
सांयुक्त रयष्ट्र महयसभय ने 13 दिसम्बर 2006 को दिव्यांगजन क
े अदिकयरोां पर उसक
े अदभसमय को अांगीक
ृ त
दकयय है| भयरत ने 1 अक्टू बर 2007 को इस अदभसमय को अांगीक
ृ त तथय समथथन दकयय थय |
दिव्यांगजनोां क
े सशक्तक्तकरण क
े दिय दनम्न दसद्यांतोां पर बि िेतय है |
समतय और
अदिभेि
सांरक्षण और
सुरक्षय
दशक्षय
अमयनिीय
व्िहयर से
सांरक्षण
न्ययय तक
पहुँच
सयमुियदयक
जीिन
शोषण से
सांरक्षण
मतियन में पहुँच
3. दिव्यांगजन अदिकयर अदिदनयम ,2016
Right Of Person With Disabilities Act-2016
एक नजर में
रयज्य सभय
14-12-2016
अदिसूचनय
27-12-2016
लोक सभा
16-12-2016
क
ु ि 17
अध्ययय
21 प्रकयर
दशक्षय अध्ययय
3
11. 1:- LOCOMOTOR DISABILTY (गदतदिषयक दिव्यांगतय):-
(सुदनदित गदतदिदियोां को करने में दकसी व्क्तक्त की असमथथतय जो स्वयां और ििुओ
की गदतशीितय सहबध्ि है दजसकय पररणयम पेशीयक
ां कयि और तांदिकय प्रणयिी यय
िोनोां में पीिय है) दजसक
े अांतगथत:-चिने –दिरने में असमथथतय ,शरीर क
े अांगोां कय गदत
करने में अक्षमतय ,
12. 2-LEPROSY CURED PERSON (क
ु ष्ठ रोग मुक्त व्क्तक्त)
ऐसय व्क्तक्त जो क
ु ष्ठ से रोगमुक्त हो गयय है िेदकन दनम्नदिक्तित से पीदित
है:-
(अ) हयथ यय पैर में सुग्रयहीकरण (Sensation)कय ह्रयस क
े सयथ सयथ ऑि
और पिक में सुग्रयहीकरण कय ह्रयस और आांदशक घयत दकन्तु व्क्तक्त
दिरूपतय नहीां है;
(ब) व्क्तक्त दिरूपतय और आांदशक घयत दकन्तु उसक
े हयथोां और पैरोां में
पययथप्त गदतशीितय हैं, दजससे िह सयमयन्य व्िसयदयक दिययकियपोां में िगे
रहने क
े दिए सक्षम है;
(स) अत्यांत शयरीररक दिरूपतय क
े सयथ सयथ दिकदसत आयु (िृध्ि) जो उसे
ियभप्रि व्िसयय करने रोकती है; क
ु ष्ठ रोग मुक्त कय अथथ िगययय जययेगय|
13. 2-LEPROSY CURED PERSON (क
ु ष्ठ रोग मुक्त व्क्तक्त)
त्वचा पर घाव प्राथदमक बाह्य सांक
े त हैं। यदि इसे अनुपचाररत छोड़ दिया जाए, तो क
ु ष्ठरोग बढ़ सकता है, दजससे
त्वचा, नसोां, हाथ-पैरोां और आांखोां में स्थायी क्षदत हो सकती है। लोककथाओां क
े दवपरीत, क
ु ष्ठरोग क
े कारण शरीर
क
े अांग अलग होकर दगरते नहीां, हालाांदक इस बीमारी क
े कारण वे सुन्न तथा/या रोगी बन सकते हैं।
• त्वचा पर उभार होना
• - हाथोां, बाांहोां, पैरो और पैर क
े तलवोां में सुन्नता का अनुभव होना
• - नाक से खून दनकलना और नाक से पानी बहना
• - शरीर पर ऐसे घाव होना दजसे छ
ू ने पर ििद का अनुभव ना हो
• - शरीर क
े घाव का कई हफ्ोां और महीनोां तक ठीक ना होना।
• - पैरोां क
े तलवोां में अल्सर होना
• - त्वचा मोटी, कठोर और शुष्क होना
• - आांख में परेशानी और उसक
े कारण अांधेपन की समस्या होना
•
14. 3:-CEREBRAL PALSY (प्रमक्तिक पक्षघयत)
• इससे तयत्पयथ कोई गैर प्रगयमी तांदिकय क्तथथदत कय समूह(Group
of non-progressive neurological conditions) अदभप्रेत है जो
शरीर क
े सांचिन को और पेदशयोां क
े समन्वयन को प्रभयदित
करती है जो मक्तिष्क क
े एक यय अदिक दिदनदिथष्ट् क्षेिोां में क्षदत
क
े कयरण उत्पन्न होतय है जो सयियरणत: जन्म से पूिथ, जन्म क
े
िौरयन यय जन्म क
े तुरांत पियत होतय है|
15. CEREBRAL PALSY (प्रमक्तिक पक्षघयत)
• १)जन्म क
े समय िेर से रोतय है यय सयुँस िेतय है।
• 2) जन्म क
े समय प्रमक्तिष्कीय पक्षयघयत युक्त दशशु प्रययः दशदथि यय दनजीि जैसय तथय िचीिय एिां पतिय होतय है।
यदि दशशु को छयती की तरि पकिकर औांिे मुह ििकययय जयय तो दशशु उल्टय यू (U) जैसय झुक जययेगय।
• 3) िू सरे सयमयन्य बच्चे की तुिनय में दिकयस िीमय होतय है।
• 4) गिथन दनयांिण एिां बैठने में िेर करतय है।
• 5) अपने िोनोां हयथो को एक सयथ नहीांचितय है तथय एक ही हयथ कय प्रयोग करतय है।
• 6) दशशु िनपयन में असमथथतय दिियतय है।
• 7) गोि में िेते समय यय कपिय पहनते समय एिां नहयते समय दशशु कय शरीर अकि जयतय है।
• 8) दशशु कय शरीर बहत िचीिय होतय है।
• 9) बच्चे बहत उियस दििते हैं तथय सुि गदत ियिे होते हैं।
• 10) ओठ से ियर िपकतय है।
16. CEREBRAL PALSY (प्रमक्तिक पक्षघयत)
• मोनोप्लेदजयय (Monoplegia)- इस श्रेणी क
े अांतगदत आने वाले प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात में व्स्ति का
कोई एक हाथ या पैर प्रभादवत होता है
• ख) हेमीप्लेदजयय (Hemiplegia)-
• इसमें एक ही तरफ क
े हाथ और पैर िोनोां प्रभादवत होते हैं।
• ग) डययप्लेदजयय (Diaplegia)-
• इसमें ज्यािातर िोनोां पैर प्रभादवत हो जाते हैं, परन्तु कभी–कभी हाथ में भी इसका प्रभाव दिखता है।
• घ) पैरयप्लेदजयय (Paraplegia)-
• इसक
े अांतगदत व्स्ति क
े िोनोां पैर प्रभादवत होते हैं।
• ङ) क्वयडर ीप्लेदजयय (Quadriplegia) –
• इसक
े अांतगदत िोनोां हाथ और िोनोां पैर अथादत शरीर का पूरा भाग प्रभादवत रहता है।
17. 4:- Dwarfism (बौनयपन)
इससे तयत्पयथ कोई दचदकत्सकीय यय आनुियांदशक
िशय अदभप्रेत है दजसक
े पररणयमस्वरूप दकसी
ियस्क व्क्तक्त की िम्बयई 4 दिि 10 इन्च यय इससे
कम रह जयती है|
18. Dwarfism (बौनयपन) िक्षण
• अांग छोिे होते हैं और अनुपयत में नही होते हैं।
• कोहनी कय कयम करनय सीदमत होतय है।
• अांगुदिययां छोिी होती हैं।
• ररांग और दमदडि दि
ां गर क
े बीच सेपरेशन ज्ययिय होतय है।
• पैर झुक
े हए होते हैं।
• कमर बहत ज्ययिय गहरी होती है।
• शरीर की तुिनय में दसर असमयन रूप से ज्ययिय बिय होतय है।
• मयथय भी बिय होतय है।
• नयक चपिी होती है।
• बच्चे क
े क
ू ल्हे में दडिॉदमथिी होनय।
• पयुँि मुि हए नजर आनय।
• गयिोां की हड्डी चपिी होती है।
• गिथन छोिी होती है।
19. 5:-MUSCULAR DYSTROPHY (पेशीय िुष्पोषण)
से तयत्पयथ िांशयनुगत आनुियांदशक पेशीय रोग कय समूह अदभप्रेत है जो मयनि
शरीर को सांचयदित करने ियिी पेदशयोां को कमजोर कर िेतय है और
बहिू ष्पोषण क
े रोगी व्क्तक्तयोां क
े जीन में िह सूचनय अशुद् होती है यय नहीां
होती है जो उन्हें उस प्रोिीन को बनयने से दनियथदसत करती है दजसकी उन्हें
स्वथथ पेदशयोां क
े दिए आिश्यकतय होती है,
इसकी दिशेषतय (िक्षण) progressive skeletal muscle weakness
(प्रगयमी क
ां कयि पेशी की कमजोरी, पेशी प्रोिीनोां में िुदि(Defect in muscle
protein) और पेशीय कोदशकयओ और दिशुओ की मृत्यु ( Death of muscle
cells and tissue)है।
20. 5:-MUSCULAR DYSTROPHY (पेशीय िुष्पोषण)
• मुख्य िक्षणोां में शयदमि हैं:
• प्रगयमी पेशी क्षय
• ख़रयब सांतुिन
• िगयतयर दगरनय
• चिने में कदठनयई
• बति की चयि
• दपांडिी दिरूपण
• गदतशीितय कय सीदमत रेंज
• श्वसन कदठनयई
• झुकी हई पिक
ें
• जननग्रांदथ सांबांिी
• मूियशय पर दनयांिण में कमी
• पयश्वथक
ु ब्जतय (रीढ़ और पीठ की िितय)
• चिने में अक्षम
21. 6:- ACID ATTACK VICTIMS (तेजयबी आिमण पीदित)
तेजयब यय समयन सांक्षयररत पियथथ को ि
ें ककर दकए गए दहांसक
हमिे क
े कयरण दिद्रुदपत कोई व्क्तक्त अदभप्रेत है।
• तेजयब हमिे की िजह से व्क्तक्त क
े अांग असयमयन्य/प्रभयदित होते
है
• शरीर क
े अांग हयथ/पैर/आांि/गिय और चेहरय आदि
असयमयन्य/प्रभयदित होते है
23. 7:- BLINDNESS (अांितय)
दजसमें सिोत्तम सुियर क
े पियत व्क्तक्त में दनम्नदिक्तित क्तथथदतयोां में से कोई
एक क्तथथदत दिद्यमयन होती है:-
(अ) दृदष्ट् कय पूणथत: अभयि; यय
(ब) सियथदिक सांभि सुियर क
े सयथ बेहतर ऑि में दृदष्ट् सुतीक्षणतय 3/60 से
कम यय 10/200( स्नेिन) से कम; यय
(स) 10 दडग्री से कम क
े दकसी कोण पर कक्षांतररत दृश्य क्षेि की पररसीमय
24. 8:- LOW VISION (न्यून दृदष्ट्)
दजसमें व्क्तक्त की दनम्नदिक्तित में से कोई एक क्तथथदत होती है,
अथयथत:-
(अ) बेहतर ऑि में सियथदिक सांभि सुियर क
े सयथ 6/18 से
अनदिक यय 20/60 से कम से 3/60 तक यय 10/200(स्नेिन) तक
दृश्य सुतीक्षणतय;यय
(ब) 40 दडग्री से कम से 10 दडग्री तक की कक्षयप्रररत दृदष्ट् की क्षेि
पररसीमय
25. 8:- LOW VISION (न्यून दृदष्ट्)
• आांखोां की पलक
े बांि होती है
• काांच पूणद सफ
े ि होता है
• आँखोां की पुतली न होना
• पलकोां का स्तस्थर रहना या तेजी से झपकना
• आखोां का न होना
• आँखोां का लाल होना, लगातार पानी आना
• पररवार में कोई सिस्य है दजसे िेखने में कदठनाई होती है।
• रांगो को पहचान नहीां पाना
27. HEARING IMPAIRMENT (श्रिण शक्तक्त कय ह्रयस)
9:- DEAF( बदिर)
िोनोां कयनोां में सांियि आिृदत्तयोां में 70 डेदसदबि श्रव् ह्रयस ियिे व्क्तक्त से
अदभप्रेत है|
28. HEARING IMPAIRMENT
• बच्चा ऊ
ँ ची आवाज में बोलता है या दबल्क
ु ल धीरे बोलता है
• टी.वी. / रेदियो की आवाज अदधक रखता है
• बच्चोां में ध्यान एवां एकाग्रता की कमी होती है
• बच्चे प्राय: दनिेशोां को नहीां समझ पाते हैं
• बच्चे श्रूदतलेख सही प्रकार से नहीां दलख पाते है।
• बच्चे कक्षा में शाांत बैठे रहते है।
• बालक क
े कान में ििद होता है एवां कान से द्रव ररसता है
• पररवार क
े दकसी भी सिस्य को बहरापन है, ऊ
ँ चा सुनना या कम सुनना
• आवाज िेने पर/नाम से बुलाने पर कोई प्रदतदिया व्ि नहीां करता है।
• ताली/घांटी/घूँघरू की आवाज पर कोई प्रदतदिया नहीां करता है
• इशारोां में बातें करता है, साांक
े दतक भाषा का प्रयोग करता है
•
29. 11:- SPEECH AND LANGUAGE DISABILTY (ियक
् और भयषय दिव्यांगतय)
से तयत्पयथ िेरयइनजेक्टोमी यय अि
े दियय जैसी क्तथथदतयोां से उि् भूत
थथययी दिव्यांगतय अदभप्रेत हैं जो कयबथदनक यय तांदिकय सांबांिी
कयरणोां क
े कयरण ियक
् और भयषय क
े एक यय अदिक सांघिको को
प्रभयदित करती है ।
30. 12:- INTELLECTUAL DISABILITY (बौक्तद्क दिव्यांगतय
ऐसी क्तथथदत, दजसकी दिशेषतय बौक्तद्क कययथ जैसे :-
तयदक
थ क,दशक्षण, समस्यय समयियन (reasoning,learning, problem
solving) और अनुक
ू दित व्िहयर, िोनोां में महत्वपूणथ कमी होनय है
।दजसक
े अांतगथत िैदनक सयमयदजक और व्िहयर कौशि की रेंज है
।
31. 12:- INTELLECTUAL DISABILITY (बौक्तद्क दिव्यांगतय
• मयतय दपतय क
े आिेश की अिहेिनय करनय, ध्ययन क
े क्तित करने में कमी
• दिशयओां को समझने में भ्रम होतय है
• बोिचयि की भयषय कय दिकयस िेरी से होतय है
• हम उम्र बच्चोां क
े समयन कययथ नहीां कर पयतय है
• हम उम्र बच्चोां क
े सयमयन कययथ नहीां कर पयतय है
• सीिने, समस्यय समयियन, कययों, एिां अनुक
ू िन व्िहयर में कमी होती है
• िैदनक जीिन की दिययएुँ जैसे कपिे पहननय, बिन बांि करनय, मांजन करनय, ियनय ियनय आदि भी स्वयां नहीां कर पयतय है।
• बोिने, स्वयां की आिश्यकतय को अदभव्क्त करने में कदठनयई होती है
• पढ़ने दििने ि समझने में कदठनयई होती है
• समस्ययजनक व्िहयर से ग्रदसत होतय है
• मांगोदिज्म क
े िक्षण दिियई िेते हैं आुँिोां और हयथोां क
े समन्वय में कमी होती है
•
32. 13:- SPECIFIC LEARNING DISABILITIES (दिदनदिथष्ट् दिद्यय दिव्यांगतय)
क्तथथदतयोां कय एक ऐसय दिजयतीय समूह अदभप्रेत है दजसमें भयषय को
बोिने यय दििने की प्रदियय द्वयरय आिेिन करने की कमी दिद्यमयन होती
हैं जो समझने, बोिने, पढने, दििने, अथथ दनकयिने यय गदणतीय गणनय
करने में कमी क
े रूप में सयमने आती है और इसक
े अन्तगथत बोिक
दिव्यांगतय दडस्लेक्तियय, दडसग्रयदियय, दडस्क
े िक
ु दियय, दडस्प्रेदसयय और
दिकयसयत्मक अि
े दसयय जैसी क्तथथदतययुँ भी है ।
33. 13:- SPECIFIC LEARNING DISABILITIES (दिदनदिथष्ट् दिद्यय दिव्यांगतय)
• बोिने समझने, श्रूदतिेि ितथनी, िेिन, पढ़ने में समस्यय, ितथनी में समस्यय सयियरण जोि, बयकी, गुणय, भयग में
कदठनयई होती है
• व्क्तक्त को आकयर, भयर, िू री आदि को समझने में कदठनयई होती है।
• व्क्तक्त को बयर बयर दनिेश िेने की आिश्यकतय पिती है एिां भयषय समझने यय शब्ोां कय अथथ समझने में कदठनयई
होती है।
• व्क्तक्त को दिशय, दचन्ह समझने में एिां ििुओां कय बोि करने में कदठनयई होती है
• समस्यय समयियन में कदठनयई होती है, एकग्रतय में कमी, ययि न रि पयनय होती है
• ियक्य एिां गद्ययांश को समझने में मुक्तिि होती है
• बयिक कय पठन – पयठन में, प्रिुतीकरण एिां उम्र से मेि नहीां ियतय है
• मौक्तिक अदभव्क्तक्त अच्छी होती है िेदकन दििने में कदठनयई आती है
•
34. 14:- AUTISM SPECTRUM DISORDER (स्वपरययण स्पेक्टरम दिकयर)
एक ऐसी तांदिकय दिकयस की क्तथथदत अदभप्रेत है जो दिदशष्ट्त:
जीिन क
े पहिे तीन िषथ में उत्पन्न होती हैं । जो व्क्तक्त की सम्पक
थ करने
की, सांबन्ोां को समझने की और िू सरोां से सांबांदित होने की क्षमतय को
अत्यदिक प्रभयदित करती है और आमतौर पर यह अप्रयदयक यय दघसे-दपिे
–दपिे कमथकयांडोां यय व्िहयर से सहबध्ि होतय है ।
35. 14:- AUTISM SPECTRUM DISORDER (स्वपरययण स्पेक्टरम दिकयर)
• अपने ियतयिरण में पररितथन नहीां चयहते हैं
• बच्चोां में सोचने एिां समझने की क्षमतय कम होती है
• एक ही शब् को बयर – बयर बोिते हैं, जो इनसे कहते हैं उसे िोहरयते हैं
• इन बच्चोां में समस्यय व्िहयर पयये जयते हैं जैसे आियमकतय, आत्मघयती व्िहयर
• व्क्तक्त को दकसी कययथ पर ध्ययन क
े क्तित करने में कदठनयई होती है
• आांिे दमियकर बयत न कर पयनय/गुमसुम/िोयय हआ रहतय है
• व्क्तक्त को अन्य िोगोां से घुिने – दमिने में कदठनयई होती है, अक
े िय रहनय पसांि करतय है
• अदत सांिेिनशीितय/ दनम्न सांिेिनशीितय से ग्रदसत होतय है
• ििुओां से िेिने.इकट्ठय करने में असयमयन्य रुदच दिियतय है
• शरीर/हयथोां को दहियते रहतय हैं
•
36. MENTAL BEHAVIOUR
( मयनदसक व्िहयर)
15:-MENTAL ILLNESS (मयनदसक रुग्णतय)
मयनदसक रुग्णतय से दचन्तन, मनोिशय, बोि, अदभसांस्करण, यय स्मरण
शक्तक्त कय अत्यदिक दिकयर अदभप्रेत है जो जीिन की सयियरण
आिश्यकतयओां को पुरय करने क
े दिए समग्र रूप से दनणथय, व्िहयर,
ियिदिकतय की पहचयन करने की क्षमतय यय योग्यतय को प्रभयदित
करतय है दकन्तु दजसक
े अांतगथत मयनदसक मांितय नही है जो दकसी
व्क्तक्त क
े मक्तिष्क कय दिकयस रूकने यय अपूणथ होने की क्तथथदत है
दिशेषकर दजसकी दिदशष्ट् बुक्तद्मतय कय सयमयन्य से कम होनय है|
37. MENTAL BEHAVIOUR ( मयनदसक व्िहयर)
15:-MENTAL ILLNESS (मयनदसक रुग्णतय)
• अस्वयभयदिक व्िहयर करतय है (िुि से बयतें करनय, भ्रम जयि, मदतभ्रम, व्सन (नशे कय आदि), अदिकतम
डर/भय, दकसी भी ििु यय इांसयन से अत्यदिक िगयि इत्ययदि)
• व्क्तक्त को दबनय दकसी कयरण से जल्दी गुस्सय आ जयतय है यय गुमसुम अथिय अक
े ियपन अच्छय िगतय है
• व्क्तक्त अपनी स्वच्छतय यय िुदनययभर से अांजयन होतय है
• व्क्तक्त क
े मन दिचयर आतय है दक उसको कोई भगियन/भूत यय बयहरी शक्तक्त दनयांदित करती है
• व्क्तक्त क
े मन में बयरबयर आत्महत्यय क
े दिचयर आते है एिां डरतय है
• अन्य व्क्तक्त को बयतें करतय िेि समझतय है दक ये मेरे बयरे में बयत कर रहे है (सांिेह करनय)
• बयर – बयर मूड बििनय
• व्क्तक्त को आत्मय दगियनी होती है
•
38. CHRONIC NEUROLOGICAL CONDITION, (such asदचरकयरी तांदिकय िशयएुँ )
• 16:- MULTIPLE SCLEROSIS (बह थलेरोदसक)
से तयत्पयथ प्रियहक, तांदिकय प्रणयिी रोग अदभप्रेत है
दजसमें मक्तिष्क की तांदिकय कोदशकयओां क
े अक्ष तांतुओां क
े चयरोां
ओर रीढ़ की हड्डी को मययिीन सीथ क्षदतग्रि हो जयती हैं दजससे
दडमययीदिनेशन होतय है और मक्तिष्क में तांदिकय कोदशकयओां
और रीढ़ की हड्डी की कोदशकयओां की एक िू सरें क
े सयथ सम्पक
थ
करने की क्षमतय प्रभयदित होती हैं ।
39. 16:- MULTIPLE SCLEROSIS (बह थलेरोदसक)
• व्क्तक्त क
े दिमयग एिां रीढ़ की हड्डी क
े समन्यि में परेशयनी होती
है
• ब्रेन और रीढ़ की हड्डी में क्षदत हो जयती है
• मक्तिष्क और स्पयईनि कोड में असांतुिन होतय है
• यह क्तथथदत न्यूरोन की क्षदत क
े कयरण होती हैं
•
40. 17:- PARKINSON’S DISEASE (पयदक
थ सन रोग)
से तयत्पयथ कोई तांदिकय प्रणयिी कय प्रगयमी
(progressive)रोग अदभप्रेत है जो कम्पन,पेशी कठोरतय और
िीमी, कदठन सांचिन द्वयरय दचक्तन्हत होतय है जो मुख्यतः
मक्तिष्क क
े आियरीय इांदडकय क
े अद्यपतन तथय तांदिकय
सांचिन डोपयमई क
े ह्रयस से सांबद् मध्य आयु और िृद्
व्क्तक्तयोां को प्रभयदित करतय है|
41. 17:- PARKINSON’S DISEASE (पयदक
थ सन रोग)
• हयथ/पयांि/मयांसपेदशयोां में जकिन, तांदिकय तांि प्रणयिी सांबांिी
कदठनयई होती है
• व्क्तक्त की कमर झुक जयती है सयथ ििक
े हए रहते है
• व्क्तक्त छोिे छोिे किम भरकर चितय है (सयथ में हयथ नहीां दहिते है)
• व्क्तक्त क
े हयथोां क
े कम्पन्न होतय हैं
• घुमने एिां चिने – दिरने में कदठनयई होती है
• दचदकत्सक की ररपोिथ/पची आिश्यक िेिनी है
42. BLOOD DISORDER (रक्त दिक
ृ दत)
18:HAEMOPHILIA (हेमोिीदियय)
से तयत्पयथ एक आनुियांदशक रोग अदभप्रेत है जो प्रययः
पुरूषोां को ही प्रभयदित करतय है दकन्तु इसे मदहिय द्वयरय
अपने नर बयिकोां को सांचयदित दकयय जयतय है इसकी
दिशेषतय रक्त क
े थक्कय जमने की सयियरण क्षमतय कय
नुकसयन होनय है दजससे छोिे से घयि कय पररणयम भी
घयतक रक्तस्रयि हो सकतय हैं|
43. 18:HAEMOPHILIA (हेमोिीदियय)
• चोि िगने पर अत्यदिक रक्तस्रयि होतय है
• घयि से रक्त बहनय बांि ही नहीां होतय है
• यह बीमयरी पुरूषोां में दमिती है और औरत से पुरूष में
थथयनयांतररत होती है
• इस बीमयरी में िून कय थक्कय बनने की सयमयन्य योग्यतय नहीां होती
है
• िून जयांच ररपोिथ आिश्यक िेिनी है
•
44. 19:- THALASSEMIA- थैिेसीमीयय
• से तयत्पयथ िांशयनुगत दिक
ृ दतयोां कय एक समूह
अदभप्रेत है दजसकी दिशेषतय हीमोग्लोदबन की कमी यय अभयि
है|
• िॉक्टर क
े अनुसार खून में हीमोग्लोदबन की दवक
ृ दत होती है
• खून की मात्रा कम होती है
• हीमोग्लोदबन की कमी पाई जाती है
• ईलाज चल रहा हो तो दचदकत्सक की पची आवश्यक िेखनी हैं
• खून की जाँच ररपोटद आवश्यक िेखनी है
45. 20:- SICKLE CELL DISEASE (दसक्कि कोदशकय रोग)
• से तयत्पयथ होमोिेदिन दिक
ृ दत अदभप्रेत है, जो रक्त की
अत्यांत कमी, पीडयिययक घिनयओां और जो सहबध्ि दिशुओ
और अांगो को नुकसयन से दिदभन्न जदिितयओां में पररिदक्षत
होतय है; होमोिेदिन ियि रक्त कोदशकयओां को कोदशकय
दझल्ली क
े नुकसयन को दनदिथष्ट् करतय है दजसकय पररणयम
हीमोग्लोदबन कय दनकिनय होतय है|
46. 20:- SICKLE CELL DISEASE (दसक्कि कोदशकय रोग)
• दचदकत्सक द्वयरय िून की अत्ययदिक कमी (रक्त अल्पतय) बतयई गई है
• िून की कमी से शरीर क
े अांग/अव्ि ख़रयब हो गये है
• दचदकत्सक क
े ईियज की पची से ही पहचयनय जय सकतय है
• िून की जयुँच ररपोिथ आिश्यक िेिनी है
47. 21:- MULTIPLE DISABILTY (बह दिव्यांगतय)
एक यय एक से अदिक दिदनदिथष्ट् दिव्यांगतय
दजसक
े अांतगथत बदिरतय, अांितय, दजससे कोई ऐसी िशय
दजसमें दकसी व्क्तक्त क
े श्रव्-दृश्य क
े सक्तिदित ह्रयस क
े
कयरण गांभीर सांप्रेषण, दिकयस और दशक्षण सांबांिी गांभीर
िशयएुँ अदभप्रेत है|
48. 21:- MULTIPLE DISABILTY (बह दिव्यांगतय)
• व्क्तक्त िो यय िो से अदिक तरह की दन:शक्ततय से ग्रदसत होतय है जैसे
बदिरतय क
े सयथ अांियपन
• मयनदसक मांितय/सेरेब्रि पल्सी/मयनदसक रोगी/चिन दन:शक्ततय/मूक
दन:शक्ततय/दृदष्ट् बयदित/ क
ु ष्ठ रोग/श्रिण दन:शक्ततय/ऑदिज्म
• उपरोक्त दन:शक्ततय में से 2 यय 2 से अदिक दन:शक्ततय से ग्रदसत जैसे
मयनदसक मांितय क
े सयथ अांियपन
• सांप्रेक्षण अत्यदिक प्रभयिी होतय है दिकयसयत्मक, शैक्षदणक कदठनयई
अदिक होती हैं
•
49. Note:- ANY OTHER CATEGORY AS MAY BE NOTIFIED BY
THE CENTER GOVERNMENT
िन्यियि
DHAN SINGH MEENA
CBEO-NADAUTI (KARAULI)
7222858387,6378170014