Explanation in Geography
(भूगोलमें स्पष्टीकरण)
• भूगोल में स्पष्टीकरण क
े प्रयास अस्थाई व अवैज्ञानिक हक ै|
• ावे हे इह दोषों का ग ह अध्ययह ककया और इसको 5 रूपों
में निक हर्ााररत ककया|
• आर्ार: आहुभववक अध्ययह
3.
ावे द्वारा ददएगए स्वरूप
• संज्ञात्मक वववरण (Cognitive Description)
• आकृ निक त ववश्लेषण (Morphometric Analysis)
• काया-कारण ववश्लेषण (Cause-and-Effect
Analysis)
• कलाहुरूप ववश्लेषण (Temporal Analysis)
• कायाात्मक और पाररस्थनिक तकीय ववश्लेषण
(functional and Ecological Analysis)
4.
संज्ञात्मक वववरण
Cognitive Description
•इसमें आंकड़ा- संग्र ण (collection), क्रमबधर्करण (ordering)
और वगीकरण(classification) की कक्रयाएँ ोती ै|
• इसमें ससद्र्ांत (Theory) की कोई भूसमका ह ीं ोती|
• परन्तु वगीकरण कक्रया में ससद्र्ांत क
े गुणों को ध्याह रखहा
चाद ए|
• य क
ु तकी (amorphous) ोते ै|
आकृतिमान तिश्लेषण
MorphometricAnalysis
• इसमेंस्थाह व काल को देखा जाता ै|
• इसमें ऐसा ढांचा तैयार ककया जाता ै जजसमें भूगोलवेत्ता स्थाह
में आकृ निक त व स्वरूप को जाँचता ै|
• इसे पूवा अहुमानिक हत प्रकार का ववश्लेषण क ते ै|
• द्रश्य जगत की व्याखा ज्यासमतीय आर्ार पर करते ै|
• Christaller हे क
ें द्र- स्थाहों की व्याख्या में इसका प्रयोग ककया|
Space
Time
7.
काया- कारण ववश्लेषण
•दृश्य वस्तु अथवा घटहा को प ले से उत्पन्ह कारणों से
समझाहा|
• अत्यंत सरल र्ारणा ै|
• य संबंर्- सम्याश्रण अथवा गुणक ववश्लेषण (factor analysis)
का पररणाम ै|
8.
कालानुक्रम तिश्लेषण
TemporalAnalysis
• ऐनिकत ाससक ववश्लेषण भी क ते ै|
• लम्बे समय का काया कारण ै|
• पररजस्थनिक तयों को जाहहे क
े सलए ववकास क्रम को जाहहा जरुरी
ोता ै|
• य समय क
े साथ दृश्य पररवताह को दर्ााता ै|
• भौगोसलक दृश्य जगत का वणाह उद्भव(origin) से उत्तरवती
ववकास (Subsequent) क्रम में ककया जाहा चाद ए|
• य इनिक त ास से भी सम्बंधर्त ै|
9.
कायाात्मक और पाररजस्थनिकतकीय ववश्लेषण
(functional & ecological analysis)
• इसे प्रत्यक्षवाददयों (positivist) हे अस्वीकार कर ददया|
• इसको ताजत्वक (logical) और निक हयमों से बोझझल माहा|
• संगठह ववर्ेष में इहका योग सकारात्मक ोता ै|
• जैसे: हगरों को उहक
े द्वारा ककए जाहे वाले कायों को ध्याह
में रख कर ववश्लेषण करहा|
10.
20वीं र्ताब्दी क
ेउत्तराद्ार् से भौगोसलक
ववधर्तंत्र में तीव्र प्रगनिक त:
• अब ववषय हे ववज्ञाह का रूप र्ारण ककया
• अन्य ववज्ञाहों से संबर् ो गया
Geography
Geodesy
Social
science
Geophysics
Geochem
istry
oceano
graphy
Geo-
biology
Geology
11.
20वीं र्ताब्दी क
ेउत्तराद्ार् से भौगोसलक
ववधर्तंत्र में तीव्र प्रगनिक त:
• पृथ्वी का माहव आवास क
े रूप में अध्ययह में ववतरण
प्रनिक तरूप (distribution pattern), प्रकक्रयाओं (process) क
े सलए
ववधर्तंत्र में संकल्पहात्मक पररर्ुद्र्, दार्ानिक हक ग हता और
यांत्रत्रक प्रकक्रया को र्ासमल ककया
12.
1950-1960 में ववधर्तंत्र
•सूक्ष्म यंत्रो का प्रयोग
• पररकल्पहा पररक्षण (hypothesis testing)
• स्थानिक हक ववतरण का वातावरण निक हश्चयवाद और सम्भाववाद क
े
ससद्र्ांतो क
े अंतगात वणाह ककया जाहे लगा
• अहुप्रयुक्त भूगोल का उपयोग (uses of applied geo)
• Quantitative revolution
1970 -1980
• अंतरााष्रीयभौगोसलक संघ
• संगोजष्टया
• प्रादेसर्क सीमांकह
• जस्थनिक त ससद्र्ांत
• प्रादेसर्क निक हयोजह
15.
Reference
• भौगोसलक धचंतहका इनिक त ास “ माजजद ुसैह”
• Geographical Thought A Contextual History Of Ideas
“R.D. Dikshit”
• Geographical Thought “S.D. Kaushik”