2. अनुक्रमणिका
1.उद्देश्य
2.पुष्प की पररभाषा
3.पुष्प की संरचना
4.पुष्प के सहायक अंि
5.पुष्प के आिश्यक अंि
6.पुष्प के प्रकार-अंिों की उपस्स्तगि के आधार पर
7.पुष्प के प्रकार-ललंि के आधार पर
8.सन्दभय
9.प्रश्नोत्तरी
10.धन्यिाद
3. उद्देश्य
इस विषय-िस्तु के माध्यम से आज हम पुष्प की संरचना उसके कायय,विलभन्न
अंिों,अलि-अलि आधारों पर उनके प्रकार एिं पुष्प से सम्बंगधत अन्य जानकारीओं के
बारे में अध्धयन करेंिे|
4. पुष्प की पररभाषा
आकाररकीय दृस्ष्ि से पुष्प एक रूपांतररत प्ररोह है|स्जसमें पिय एिं
पियसंगधयााँ संयुक्त रूप से व्यिस्स्ित होती हैं|तिा पुष्प पत्र पियसंगधयों
पर उपस्स्ित होते हैं|पुष्प पौधे का प्रजनन अंि होता है,स्जससे पौधों में
लैंगिक प्रजनन की क्रक्रया होती है|
िुड्हल का पुष्प
5. पुष्प की संरचना
एक प्रारूवपक पुष्प में पुष्प पत्रों के चार
भाि होते हैं,स्जन्हें पुष्प के चक्र भी
कहते हैं जो पुष्पासन पर एक तनस्श्चत
क्रम में व्यिस्स्ित होते हैं, जो तनम्न
हैं-
1.बाह्यदलपुंज(बाह्यदल)
2.दलपुंज(दल)
3.पुमंि(पुन्के सर)
4.जायांि(अंड़प)
(दल)
(अंड़प) (पुंके सर)
(बाह्यदल)
(पुष्प की लम्बित काि)
6. पुष्प के सहायक अंि
ये पुष्प के िे भाि है जो पुष्प के
कायय अिायत प्रजनन की क्रक्रया में
भाि नहीं लेते परन्तु उसमे सहायक
होते है|सहायक भाि तनम्न है-
1. बाह्यदलपुन्ज-यह पुष्प का
प्रिम चक्र या भाि है|सामान्यतया
हरे रंि का होता है|
2.दलपुुंज-यह पुष्प का द्वितीय
भाि या चक्र होता है|यह रंिीन
भाि होता है तिा कीिो को
आकवषयत करके परािि की क्रक्रया
में सहयोि करता है|
दलपुंज
बाहय दलपुंज
7. पुष्प के आिश्यक अंि
ये पुष्प के िे भाि या चक्र होते हैं,जो
प्रजनन की क्रक्रया में भाि लेते है|जो
तनम्नललणित हैं –
1.पुमुंग-यह पुष्प का तीसरा चक्र या
भाि है,तिा पुष्प नर प्रजनन अंि
है|इसकी एक इकाई को पुंके सर कहते
हैं|
2.जायाुंग-यह पुष्प का चौिा भाि या
चक्र है,यह पुष्प का मादा प्रजनन अंि
होता है|इसकी एक इकाई को अंड़प
कहते है|
पुमंिजायांि
8. पुष्प के प्रकार-अुंगों की उपस्थिती के आधार पर
पुष्प के अंिों या चक्रों की उपस्स्िती के
आधार पर पुष्प दो प्रकार के होते हैं-
1.पूर्ण पुष्प-यैसे पुष्प स्जसमे चारो चक्र
पाये जाते हैं,पूिय पुष्प कहलाते हैं|
2.अपूर्ण पुष्प-यैसे पुष्प स्जनमें चारों
चक्र नहीं पाये जाते अपूिय पुष्प
कहलाते हैं|
पूिय पुष्प
अपूिय पुष्प
9. पुष्प के प्रकार ललंि के आधार पर
प्रजनन अंिों की उपस्स्िती के आधार पर
पुष्प दो प्रकार के होते हैं-
1.द्विललुंगी पुष्प –स्जन पुष्पों में पुमंि
एिं जायांि दोनों पाये जाते हैं उन्हें
द्विललंिी पुष्प कहते हैं|
2.एकललुंगी पुष्प-स्जन पुष्पों में पुमंि एिं
जायांि में से कोई एक पाया जाता है
उन्हें एकललंिी पुष्प कहते हैं|ये दो प्रकार
के होते हैं-
(अ)नर पुष्प(staminate flower)-
स्जन पुष्पों में लसर्य पुमंि पाये जाते है
उन्हें नर पुष्प कहते है|
(ब)मादा पुष्प(pistilate flower)-येसे
पुष्प स्जनमें लसर्य जायांि पाया जाता
है,उन्हें मादा पुष्प कहते हैं|
नर पुष्प
मादा पुष्प
द्विललंिी पुष्प
10. प्रश्नोत्तरी
1.पुष्प में क्रकतने चक्र होते हैं?
(अ) 6 (ब) 5 (स) 4 (द) 3
उत्तर:- 4
2.पुष्प में सहायक अंिों की संख्या क्रकतनी होती है?
(अ) 2 (ब) 3 (स) 4 (द) 6
उत्तर:- 2
3.पुष्प में आिश्यक अंिों की संख्या क्रकतनी होती है?
(अ) 2 (ब) 7 (स) 3 (द) 5
उत्तर:- 2
4.पुष्प के नर जननांि को क्या कहते हैं?
(अ) पुमंि (ब) जायांि (स) दल (द) बाह्यदल
उत्तर:-पुमंि
11. गृहकायण
1.एक प्रारूवपक पुष्प की लम्बित काि का नामांक्रकत गचत्र बनाइये|
2.एक नर पुष्प का नामांक्रकत गचत्र बनाइये|
3.एक मादा पुष्प का नामांक्रकत गचत्र बनाइये|