1. MULTIMEDIA LESSON
PLAN
B.Ed SEMESTER 3rd
KAMAL INSTITUTE OF HIGHER
EDUCATION AND
ADVANCE TECHNOLOGY
(AFFILIATED TO G.G.S.I.P.
UNIVERSITY, DWARKA, NEW DELHI)
4. उद्देश्य
ज्ञानात्मक उद्देश्य :
१.समास की परिभाषा
बता सकें गे!
•
२.समास की
परिभाषा का
प्रत्यासमिण कि
सकें गे ि ् उसके अर्थ
की प चान
किसकें गे!
बोधात्मक उद्देश्य :-
१. समास शब्दों ि ्
अन्य शब्दों में अिंति
कि सकें गे!
२.उद्धिण दे सकें गे!
३ समास के भेदों का
िगीकिण कि सकें गे!
प्रयोगात्मक उदेश्य :-
१ उद्धिण के रूप में
बताये गए समास शब्दों
का िाक्य में प्रयोग कि
सकें गे!
२. समास शब्दों को
अन्य शब्दों में चुन
सकें गे
• कौशलात्मक उद्देश्य :-
•
१.भाषा की शुद्ध ितथनी
का प्रयोग कि सकें गे !
•
२.समास के भेदों का
मूलयािंकन कि सकें गे !
6. पूिथ ज्ञान परिकलपना
• छात्रों को विमभन्न शब्दों का ज्ञान
ोगा!
• छात्रों को समास के विषय में
अलप ज्ञान ोगा!
7. प्रस्तािना प्रश्न :-
• आपका नाम क्या ै?
• आपकी पसिंदीदा जग कौन सी ै ?
• आपकी मेज पि क्या िखा ै?
• आपके ार् में क्या ै?
• मािे देश की िक्षा कौन किते ै?
8. उद्देश्य कर्न :-
• अच्छा बच्चों! आज म शब्दों को
व्याक़िणणक दृवष ्ट से समझने का प्रयाास किेंगें।
9. प्रस्तुतीकिण
शशक्ष
ण
बबिंदु
छात्रा अध्यापिका
क्रियाए
छात्र
क्रियाए
श्यामि
क्रियाए
समास दो या अधधक शब्दों
(पदों) का पिस्पि सिंबद्ध
बतानेिाले शब्दों अर्िा
प्रत्ययों का लोप ोने पि
उन दो या अधधक शब्दों
से जो एक स्ितन्त्र शब्द
बनता ै, उस शब्द को
सामामसक शब्द क ते ै
औि उन दो या अधधक
शब्दों का जो सिंयोग
ोता ै, ि समास
क लाता ै।
छात्र
ध्यान
पूिथक सुन
एििं मलख
ि े ै
छात्राआध्य
वपका ने
समास
परिभाषा
एििं उदा
श्यामपट
मलखे
13. प्रस्तुतीकिण
कमथधािय
समास
इसमें समस्त पद
सामान रूप से
प्रधान ोता ै
इसके मलिंग, िचन
भी सामान ोते ैं
इस समास में
प ला पद विशेषण
तर्ा दूसिा पद
विशेष्य ोता ै
विग्र किने पि
कोई नया शब्द न ीिं
बनता
नोट : कमथधािय
समास में व्यजक्त,
िस्तु आहद की
विशेषता का बोध
ोता ै
उदा िण :
1.(चन्रमुख) -
चन्रमा के सामान
मुख िाला -
विशेषता
2.(द ीिड़ा) - द ी
छात्र ध्यान
पूिथक सुन
एििं मलख
ि े ै
छात्राआध्य
वपका ने
भेद एििं
उदा िण
श्यामपट
पि मलखे
14. प्रस्तुतीकिण
द्पवगु समास द्विगु समास:
द्विगु समास में
प ला पद
सिंख्यािाचक ोता ै
विग्र किने पि
समू का बोध ोता
ै
नोट : द्विगु समास
में सिंख्या का बोध
ोता ै
उदा िण :
1.(त्रत्रलोक) - तीनो
लोकों का समा ाि
2. (नििात्र) - नौ
िात्रत्रयों का समू
3.(अठन्नी) - आठ
आनो का समू
4. (दुसूती) - दो सुतों
का समू
5. (पिंचतत्ि) - पािंच
तत्िों का समू
छात्र ध्यान
पूिथक सुन
एििं मलख
ि े ै
छात्राआध्य
वपका ने
भेद एििं
उदा िण
श्यामपट
पि मलखे
16. प्रस्तुतीकिणब ुव्रीह
समास
बहुव्रीहह समास
इस समास में
कोई भी पद
प्रधान न ोकि
अन्य पद प्रधान
ोता ै विग्र
किने पि नया
शब्द तनकलता ै
प ला पद विशेषण
न ीिं ोता ै विग्र
किने पि समू
का बोध भी न ीिं
ोता ै
नोट : ब ुव्रीह
समास के अिंतगथत
शब्द का विग्र
किने पि नया
शब्द बनता ै या
नया नाम सामने
आता ै
उदाहरण :
छात्र
ध्यान
पूिथक सुन
एििं मलख
ि े ै
छात्राआध्यवपका न
भेद एििं उदा िण
श्यामपट पि मलख