1. हरियाणादैिनकभास्कर, पानीपत, शुक्रवार, 20 मार्च, 2015 4
पॉलिटून
स्टेटब्रीफ
जींद-बीबीपुरकेसरपंचकोमिलास्टेआॅर्डर
एडिशनलचीफसेक्रेटरीकेपासमामला
बीबीपुर के सरपंच सुनील जागलान के निलंबन का मामला
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नवराज कौर संधू के दरबार तक
जा पहुंचा। सरपंच सुनील जागलान ने एडिशनल चीफ
सेक्रेटरी को डीसी द्वारा किए गए निलंबन के बारे में बताया
कि राजनीतिक दबाव के कारण उनका निलंबन किया गया।
गुरुवार को सरपंच सुनील जागलान ने बताया कि इस पर
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने उनके निलंबन पर स्टे आॅर्डर
जारी किया है। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के समक्ष उन्होंने
पिछले लगभग साढ़े चार वर्षों में ग्राम पंचायत में महिला
सशक्तीकरण व अन्य तरह के नए विकास कार्यों का प्रारूप
तैयार करके किए गए कार्यों के बारे में बताया।
फतेहाबाद - छुट्टी के बाद छात्रा को
स्कूल में रोका, हेड टीचर पर केस
भिरड़ाना के एक निजी स्कूल के हेड टीचर एवं जिला प्राइवेट
स्कूल संघ के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश बिश्नोई पर स्कूल की
नाबालिग छात्रा ने छेड़छाड़ का आरोप लगा है। पुलिस ने
आरोपी मुख्याध्यापक के पर केस दर्ज किया है। छात्रा का
आरोप है कि हेड टीचर ओमप्रकाश बिश्नोई ने बुधवार को
स्कूल की छुट्टी होने के बाद उसे व उसके छोटे भाई को घर
नहीं जाने दिया। भाई को कुर्सी लाने के लिए बाहर भेज दिया।
उसके जाते ही ओमप्रकाश ने छेड़खानी शुरू कर दी।
रोहतक - 55 साल की दविंदर ने 3 मिनट
35 सेकंड में पूरी की 800 मीटर दौड़
35वीं नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप के
पहले दिन चंडीगढ़ की खिलाड़ी दविंदर कौर की रफ्तार
भरी दौड़ देखने को मिली। गुरुवार को हरियाणा वैटरन
एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता
के 55 वर्ष आयुवर्ग में चंडीगढ़ की दविंदर ने 800
मीटर की दौड़ महज 3 मिनट 35 सेकंड में पार कर
प्रथम स्थान हासिल किया। जबकि महाराष्ट्र की महिला
धावक टेरेजा ने 4 मिनट 6 सेकंड में दूरी तय कर दूसरा
स्थान हासिल किया। इस वर्ग में तीसरा स्थान गुजरात
की थाकोरभाई गोहिल को मिला। उन्होंने 4 मिनट सात
सेकंड में दौड़ पूरी की थी।
पिहोवा . चैत्र चौदस मेले के दूसरे दिन देशभर से आए करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने सरस्वती तीर्थ में स्नान, पूजा और
पिंडदान कर पितरों की अक्षय मोक्ष की कामना की। पिंडदान के बाद प्रेत पीपल पर जल, स्वामी कार्तिकेय मंदिर मेें तेल और
दरगाही शाह पर घोड़े चढ़ाए। श्रद्धालुओं ने बीती रात पावन सरस्वती तट पर दीपदान भी किया।
चैत्र मेला-लाखों श्रद्धालुओं ने सरस्वती तीर्थ में लगाई डुबकी
भास्कर न्यूज | करनाल
कटेबाग स्थित राजकीय प्राइमरी
स्कूल का शिक्षक देवेंद्र 500
रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया।
विजिलेंस को शिकायत सहयोगी
टीचरों ने ही की।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सत्यनारायण
ने बताया कि उन्हें राजकीय प्राथमिक
स्कूल मोदीपुर के शिक्षक बृजेश वत्स
ने शिकायत दी थी कि देवेंद्र उनसे
पांच सौ रुपए यह कह कर मांग रहा है
िक विभागीय आॅडिट में ऑब्जेक्शन
कम करवा देगा। मामले की गंभीरता
को देखते हुए आला अधिकारियों
को मामले की सूचना दी गई। आला
अधिकारियों ने घरौंडा के बीडीपीओ
राजेश वोहरा को ड्यूटी मजिस्ट्रेट
नियुक्त कर शिक्षक बृजेश वत्स को
पुराने शिक्षा अधिकारी कार्यालय में
भेजा। जब उसने शिक्षक देवेंद्र को
500 रुपए दिए तो टीम ने शिक्षक को
गिरफ्तार कर लिया। टीम द्वारा आरोपी
की तलाशी लेने पर उसके पास से
55 हजार रुपए और बरामद हुए, जो
आरोपी देवेंद्र ने अन्य साथी शिक्षकों
से लिए थे।
करनाल : डीईओ के कार्यालय में विजिलेंस का छापा
ऑडिटकेनामपरसाथियों
सेमांगे~500,टीचरकाबूसड़कपरलगीधर्मसंसद,केंद्रसेआर-पारकीलड़ाईकाऐलान
भास्करख़ास कोसी कलां से दिल्ली के लिए निकली यमुना मुक्तिकरण पदयात्रा फरीदाबाद पहुंची, 30 हजार लोगों ने डाला पड़ाव
भास्करन्यूज|फरीदाबाद
कोसी कलां से दिल्ली के लिए निकली
यमुना मुक्तिकरण यात्रा फरीदाबाद में धर्म
संसद में तब्दील हो गई। इसमें साधु-संतों
ने केंद्र सरकार से आर-पार की लड़ाई का
आह्वान कर शुक्रवार को दिल्ली कूच करने
का निर्णय लिया। इस संसद में नामचीन
कथावाचकों और विभिन्न धर्म-संप्रदाय के
प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
संत बाबा रमेश जी महाराज के दिशा-
िनर्देश में चल रही यात्रा गुरुवार सुबह 300
से अधिक छोटे-बड़े गाड़ियों में भरकर
पृथला से पदयात्री 10 बजे फरीदाबाद पहुंचे।
एनएचपीसी से सराय चौक के पास करीब 30
हजार लोगों ने अपना पड़ाव डाला। सभी ने
एक स्वर में कहा कि जब तक हथिनी कुंड से
यमुना को छोड़ा नहीं जाता। तब तक घरों को
नहीं लौटेंगे। इसमें शंकराचार्य व रामानुजाचार्य
सहित विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता शामिल थे।
संकल्प में विकल्प नहीं चलता : साध्वी ऋतंभरा
साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यमुना निर्मल व अविरल होकर रहेगी। एक बार जब कोई
संकल्प ले लिया जाता है। तब फिर कोई विकल्प नहीं चलता। साधु संतों व ब्रजवासियों
सहित सभी देशवासी चाहते हैं कि यमुना शुद्ध व प्रदूषण मुक्त हो। इसके लिए हरसंभव
प्रयास किया जाएगा। इसकी लड़ाई लड़ी जाएगी। केंद्र सरकार से काफी उम्मीदें हैं।
आज बैठक में
होगा फैसला
शुक्रवार को दिल्ली
में यमुना को लेकर
केंद्रीय जल संसाधन
मंत्री के साथ दिल्ली,
हरियाणा, यूपी आदि के
मुख्यमंत्रियों की बैठक
होने वाली है। इसमें ठोस
निर्णय की उम्मीद है।
पदयात्री दिल्ली की तरफ
पैदल कूच करेंगे।
पदयात्रियों की मुख्य मांगें
{तत्काल हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जाए यमुना जल
{यमुना को पूरे विस्तार से बहने दिया जाए
{पर्याप्त मात्रा में यमुनोत्री का जल बहाने का सरकार
करे आदेश जारी
{ एन्वायरमेंट प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के प्रावधान
3 व 5 से वाटर प्रेवेंशन एंड कंट्रोल पॉल्यूशन एक्ट
1974 के प्रावधान 15,16 और 18 के प्रयोग से इस का
अध्यादेश केंद्र सरकार निकाले। जिसका पालन सभी
राज्य करें
{दिल्ली में यमुना के किनारे एक नाले का निर्माण हो।
जिसमें सारे नाले गिरे, जो अभी यमुना में गिरती हैं।
भास्कर न्यूज | झज्जर
हुड्डा सरकार में स्टेनो से एचसीएस प्रमोट होकर
सीटीएम बने बिजेंद्र सिंह हुड्डा को फिर पुराने पद पर
डिमोट कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह
हुड्डा के पैतृक गांव सांघी के रहने वाले बिजेंद्र ने
अगस्त 2014 में सीटीएम पद संभाला था। बुधवार
को प्रिंसिपल सेक्रेटरी की तरफ से इस संबंध में पत्र
आया। जिसके बाद डीसी डॉ. अंशज सिंह ने बताया
कि बिजेंद्र को पदमुक्त कर दिया है। गुड़गांव से
एकता चोपड़ा को ज्वाइन करेंगी। हालांकि डीसी ने
डिमोट होने के पीछे की वजह से अनभिज्ञता जताई।
ये रहती है एचसीएच बनने की योग्यता :
हरियाणा सिविल सर्विस की सेवा के लिए पहले
प्रीमैलरी एक्जाम उसके बाद मेन एक्जाम होता है।
इसके पास किए जाने के बाद पर्सनेलिटी टेस्ट
किया जाता है। इस परीक्षा में बैठने के लिए 21 से
40 की उम्र चाहिए। इस मामले में एससी, बीसी,
विकलांगता व पूर्व सैनिक मामले में अलग-अलग
छूट है। वहीं एक अन्य व्यवस्था विभागीय कोटे से
पदोन्नति की रहती है, जिसके तहत बिजेंद्र सिंह को
लाभ दिया गया।
हुड्डासरकारमेंस्टेनोसेसीटीएम
बनेबिजेंद्र,7माहमेंहीडिमोट
अम्बालासिटी-बिनाबताएघरमेंघुसे
बिजलीनिगमकेएसडीओऔरजेईकोपीटा
बिजली चोरी व मीटर जांच के लिए गांव रुपोमाजरा
पहुंचे एसडीओ अमोलक सिंह, जेई महेंद्र सिंह व अन्य
कर्मचारियों को बंधक बना लिया। एसडीओ का कहना
है कि बिजली चोरी पकड़े जाने पर उन्होंने 12 मीटर
उतारे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने उनकी पिटाई की। दूसरी
तरफ ग्रामीणों का आरोप है कि बिजलीकर्मी बिना बताए
घर में घुस आए। बात करने पर कोई सही जवाब नहीं
दिया तो उन्हें बंधक बना लिया। विवाद बढ़ा तो दोनों
पक्षों में झड़प हो गई। ग्रामीणों ने एससी कार्यालय के
बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने 12 ग्रामीणों पर मारपीट
का केस दर्ज कर लिया है।
काेर्ट ने मानी दलील - वोटों के लिए उठाया था कदम
इससे पहले सिंगल बेंच ने कर्मचारियों
की याचिकाओं को खारिज करते हुए
कहा था कि पिछली सरकार का यह
फैसला विधानसभा चुनाव से ठीक
पहले महज मतदाताओं को लुभाने
के लिए लिया गया था। ऐसे में इसे
ईमानदारी से लिया गया फैसला नहीं
कहा जा सकता।
मनो सरकार ने बदला था हुड्डा का फैसला
खट्टर सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में जवाब दायर कर कहा गया
कि हुडा सरकार ने रिटायरमेंट की आयु 60 वर्ष घोषित की थी जो
उनकीसरकारकेमुताबिकसहीफैसलानहींहै।बेरोजगारीको
कम करने की दिशा में 58 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट के फैसले
को बनाए रखा गया है। सिंगल बैंच ने इस पर सहमति जताते हुए
कर्मचारियोंकीयाचिकाएंखारिजकरदी।
याचिकाखारिज,58वर्षकीउम्रमेंहीरिटायरहोंगेसरकारीकर्मी
हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भी लगाई सिंगल बेंच के फैसले पर मुहर, राहत देने से किया इनकार
भास्कर न्यूज | चंडीगढ़
प्रदेश सरकार के कर्मचारियों की रिटायरमेंट
आयु 58 वर्ष ही रहेगी। सिंगल बेंच के फैसले
के बाद गुरुवार को पंजाब एंड हरियाणा
हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भी इस फैसले
पर मुहर लगा दी। सिंगल बेंच के फैसले
के खिलाफ अपील याचिका गुरुवार को
हाईकोर्ट ने खारिज कर दी। इस तरह सिंगल
बैंच के बाद डबल बेंच ने भी 58 वर्ष की
आयु पूरी होने पर रिटायर हो चुके सरकारी
कर्मचारियों को कोई राहत देने से इनकार
कर दिया। अपील याचिका में कहा गया कि
हुडा सरकार के फैसले को बनाए रखा जाए,
जिसमें रिटायरमेंट की आयु 60 वर्ष कर दी
गई थी। डबल बेंच ने प्राथमिक सुनवाई के
बाद याचिका खारिज कर दी।
सोनीपत के सरकारी स्कूल के टीचर की
तरफ से अपील दायर कर कहा गया कि सरकार
ने राज्य के कर्मचारियों की रिटायरमेंट एज कम
करने का फैसला 25 नवंबर को लिया। इससे
पहले हरियाणा सरकार ने रिटायरमेंट की आयु
60 वर्ष की थी। 58 वर्ष पूरे होने के बाद भी
पहली सरकार के फैसले से वे नौकरी में तो हैं,
लेकिन 25 नवंबर को खट्टर सरकार के फैसले
के बाद उन्हें 30 नवंबर को 58 वर्ष पूरा करने
वाले नौकरी से बाहर हैं। याचिका में कहा गया
कि यह राजनीति से प्रेरित फैसला है। सरकार
बदलने का मतलब पालिसी में भी बदलाव
करना नहीं है। ऐसे में हाईकोर्ट सरकार के 25
नवंबर के फैसले पर रोक लगाए। हाईकोर्ट ने
कोई राहत देने से इंकार करते हुए याचिका
खारिज कर दी।
प्रदर्शन|निजीकंपनियोंकोटर्मिनेटकरवानेकीमांगपरअडे़कंप्यूटरटीचरोंपरलाठीचार्ज
पहलेपीटा,फिरकहादवालगालो
भास्करन्यूज|पंचकूला
60 दिनों से मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे
कंप्यूटर टीचरों को एक बार फिर गुरुवार को
पुलिस की लाठियों का सामना करना पड़ा।
टीचर सेक्टर 2 में डाईट की बिल्डिंग में
प्रदर्शन कर प्राइवेट कंपनियों को टर्मिनेट करने
की मांग कर रहे थे। पुलिस ने हालात पर काबू
पाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान
कई कंप्यूटर टीचर घायल हो गए। 4 टीचरों
को सेक्टर 6 के अस्पताल में भर्ती करवाया
गया। जिन टीचरों को मामूली चोटें आईं हैं
उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद भेज दिया
गया। विभाग के अधिकारियों से मीटिंग होने
पर शाम करीब साढ़े सात बजे आश्वासन
दिया गया कि निजी कंपनियों की बैंक गारंटी
जब्त की जा चुकी है। शुक्रवार को वित्तायुक्त
टीसी गुप्ता के आने पर आदेश जारी कर दिए
जाएंगे। इसके बाद टीचरों ने सेक्टर 2 से
सेक्टर 5 धरना स्थल पर आ गए।
समय पर लेटर न बना तो
िबगड़ी बात
प्रदेश के करीब 2300 कंप्यूटर टीचर प्राइवेट
कंपनियों को टर्मिनेट करने की मांग को लेकर
प्रदर्शन कर रहे हैं। विभाग ने निजी कंपनियों
को टर्मिनेट करने के लिए गुरुवार तक का
समय मांगा था। शाम तक लेटर जारी न करने
के विरोध में कंप्यूटर टीचरों ने डाईट की
बिल्डिंग में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
शाम 4:30 बजे से यहां नारेबाजी कर रहे
टीचरों को 6:30 बजे तक का समय दिया
गया था। दो घंटे तक टीचर नारेबाजी करते
रहे। शाम 6:30 बजे टीचरों ने जब डाईट की
बिल्डिंग के घुसने का प्रयास किया तो पुलिस
ने रोकने लिया। लेकिन कंप्यूटर टीचर नहीं
माने। उन्हें बिल्डिंग से खदेड़ने के लिए पुलिस
ने लाठीचार्ज कर दिया।
कंपनियों का टर्मिनेशन
लेटर बनवा रहा था प्रधान
टीचर एसोसिएशन के प्रधान बलराम
धीमान शिक्षा सदन में अधिकारियों से
कंपनियों का टर्मिनेशन लेटर बनवा
रहे थे। मामले की जानकारी मिलने पर
मौके पर पहुंच बलराम ने साथियों को
समझाया कि टर्मिनेशन लेटर तैयार हो
रहा है। इसे आज ही जारी करवाकर
रहेंगे। अगर जारी नहीं हुआ, तो पुलिस
की लाठियों से भी नहीं रुकेंगे। विभाग
के अधिकारियों के आश्वासन के बाद
प्रदर्शनकारी मान गए और धरना स्थल
पहुंच गए।
पंचकूला के सेक्टर 2 की डाईट बिल्डिंग में की नारेबाजी
पंचकूला के सेक्टर 2 में डाईट की बिल्डिंग में प्रदर्शन कर रहे कंप्यूटर टीचरों को अंदर जाने से रोकते पुलिसकर्मी।
सरकार पर लगाया वादा खिलाफी
का आरोप, प्रदेशभर में फूंके पुतले
पानीपत | अतिथि अध्यापकों ने कई जिलों में गुरुवार को प्रदेश सरकार पर
वादा खिलाफी का आरोप लगाकर रोष मार्च निकाल पुतला फूंका। प्रदेशभर में
करीब 15 हजार गेस्ट टीचर हैं। सोनीपत, गोहाना, कैथल, पिहोवा और कुरुक्षेत्र
में हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के बैनर तले अतिथि अध्यापक एकजुट हुए।
कुरुक्षेत्र के सेक्टर-10 में टीचरों ने बैठक की। बैठक में शुक्रवार को कक्षाओं व
परीक्षाओं का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया। अतिथि अध्यापकों ने सरकार
को चेतावनी दी कि 29 मार्च को करनाल में रोजगार बचाओ, वादा निभाओ प्रदेश
स्तरीय रैली कर सरकार के खिलाफ रोष जताया जाएगा। सरकार बनने से पहले
भाजपा ने घोषणा पत्र में अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वादा किया
था। प्रदेश में सरकार बने पांच महीने बीत चुके हैं अभी तक नियमित करने की
नीति नहीं बनाई गई है।
15 हजार
गेस्ट टीचर
फर्जीदस्तावेजपरमहिलाकीजमीनकब्जानेकामामला
हिसार जेल की वीसी
खराब होने से पेशी नहीं
फोन पर बताई तारीख4 आरोपी कोर्ट में हुए
पेश, नहीं हुई गवाही, अब
1 को पेश होगा रामपाल
भास्कर न्यूज | रोहतक
फर्जी दस्तावेज तैयार कर महिला की
जमीन कब्जाने के मामले में रामपाल
व उसके दो साथियों राजेंद्र व रविंद्र
की पेशी नहीं हो सकी। कोर्ट परिसर
के आसपास रामपाल समर्थकों की
आमद होती देख पुलिस ने वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग से ही पेशी कराने की
दरखास्त की, लेकिन हिसार जेल में
सिस्टम खराब होने के कारण वीसी
भी नहीं हो सकी। इसके चलते फोन
पर ही मामले में सुनवाई की अगली
तारीख हिसार जेल प्रशासन को
बतानी पड़ी। अदालत ने मामले की
सुनवाई की तिथि 1 अप्रैल निश्चित
कर रामपाल को स्वयं पेश करने के
निर्देश दिए हैं।
हिसार मामले को देख
उठाया कदम
बुधवार को हिसार में रामपाल
समर्थकों का जमघट लगने के
कारण रोहतक पुलिस भी पेशी
को लेकर बेचैन हो गई थी। साथ
ही गुरुवार को सुबह 9 बजे से
ही रामपाल समर्थकों का कोर्ट के
आसपास जमघट शुरू हुआ तो
पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के
जरिये ही पेशी कराने की गुजारिश
की। उधर, शुक्रवार को रोहतक में
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के
जज का निरीक्षण कार्यक्रम भी है,
इसलिए कोर्ट ने पुलिस की दलील
मानते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही
पेशी कराने की अनुमति दे दी।
डीएसपी नहीं पहुंचे, फिंगर
प्रिंट एक्सपर्ट को लौटना पड़ा
रामपाल व उसके समर्थकों की पेशी के
अलावा डीएसपी(तत्कालीन एसएचओ)
व एफएसएल एक्सपर्ट की गवाही भी
होनी थी। डीएसपी भिवानी में सेशन जज
की अदालत में पाबंद होने के कारण
नहीं पहुंच सके, जबकि एकाएक
रामपाल की व्यक्तिगत पेशी टलने के
कारण गवाही के लिए पहुंचे मधुबन
लैब के फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट महाबीर
को बैरंग वापस लौटना पड़ा। हालांकि,
बेल पर आए मामले के अन्य आरोपी
कृष्ण, कृष्णा, राजेंद्र और रुबीना
व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में पेश हुए,
जबकि बीमारी के चलते बुजुर्ग आरोपी
सुनहरी ने तीसरी बार हाजिरी माफी की
अर्जी लगाई।
^हिसार में समर्थकों के इकट्ठा
होने के चलते रोहतक पुलिस ने
रामपाल की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से
ही कराने की बात कही। अब अदालत
ने मामले की सुनवाई के लिए अब 1
अप्रैल की तिथि नियत की है। जिस पर
रामपाल को व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में
पेश होना होगा।
-एनएस कटारिया,मुद्दई पक्ष के वकील
सीबीआईकाडरदिखातो
सुलहकोदौड़रहेग्रामीणहिसार | कैमरी चर्च तोड़फोड़ विवाद
में पुलिस ने अब ग्रामीणों को
सीबीआई का डर दिखाना शुरू कर
दिया है। मामले में नामजद आरोपियों
को पुलिस के हवाले कराने के लिए
ग्रामीणों पर सीबीआई का दबाव
बनाने का प्रयास किया। एक तरफ
गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कैमरी
गांव में ताबड़तोड़ छापेमारी कर
ग्रामीण सुलह के लिए भाग दौड़ कर
रहे हैं।
ग्रामीण गुरुवार को शिकायत
लेकर डीआईजी के पास पहुंचे तो
उन्होंने भी ग्रामीणों को सीबीआई का
डर दिखाया। ग्रामीण विरेंद्र जाखड़ ने
बताया कि डीआईजी ने ग्रामीणों पर
दबाव बनाते हुए कहा कि शेष 13
आरोपियों को पुलिस को सौंप दो,
नहीं तो जांच सीबीआई के पास जाने
पर गांव में ज्यादा गिरफ्तारियां होंगी।
वहीं, पुलिस कार्रवाई से उखड़े
ग्रामीण गुरुवार को कभी नेताओं तो
कभी पुलिस के आला अधिकारियों
के आवास के चक्कर लगाते रहे।
कुछ नेता मामले को लेकर ग्रामीणों
के समर्थन में उतर आए हैं। कई
संगठन गांव में शांति बनाए रखने
की अपील कर रहे हैं।
पूर्व विधायक संपत सिंह से
ग्रामीणों की बातचीत के एक दिन
बाद गुरुवार को नलवा हलका
विधायक रणबीर गंगवा, पूर्व मंत्री
व भाजपा के वरिष्ठ नेता छत्तरपाल,
वामपंथी पार्टियों के नेताओं सहित
अन्य संगठनों के लोगों ने ग्रामीणों
से बात की।
हिसार में चर्च तोड़फोड़ विवाद
इन सवालों पर होगी जांच
टीम यह जांच करने में लगी हुई है
कि आरोपी शिक्षक ऑडिट टीम को
पैसे क्यों दे रहा था? वह टीम के किस
सदस्य को पैसे देता था या फिर देना
चाह रहा था। क्या हर बार ऑडिट
टीम को पैसे दिए जाते रहे हैं? इन सब
सवालों के जबाव तो आरोपी शिक्षक से
पूछताछ के बाद ही पता चल सकेगा।