1. सिटीडायरी 2शिमला, मंगलवार 24 मार्च, 2015
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सहयोगकार्यक्रमकोबनायाजारहामजबूत
िशक्षाकेिलए एचपीयूमेंकार्यक्रममेंबोलेसामाजिकअधिकारितामंत्रीधनीरामशांडिल,रूसाकीधनरािशकाभीहोगाउपयोग
एजुकेशन रिपोर्टर| शिमला
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व
अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अक्षम छात्र-छात्राओं
के िलए सरकार द्वारा चलाई गई योजना
‘सहयोग’ को अधिक प्रभावी बनाने के लिए
भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। इन वर्गों के
लिए कंप्यूटर विज्ञान से संबंधित आवश्यक
प्रशिक्षण और शिक्षण उपलब्ध करवाया
जाएगा। यह बात सामाजिक न्याय एवं
अधिकारिता मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने
एचपीयू में कही।
वह समान अवसर प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित
‘छात्रों में स्वाभाविक न्याय के लिए किए जा
रहे प्रयासों के प्रति जागरुकता’ कार्यक्रम के
उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा
कि युवा हमारे समाज का एक अभिन्न अंग है
तथा युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए हर
संभव प्रयास किए जाने चाहिए। इस प्रकार के
कार्यक्रम आयोजन करने से जहां इन वर्गों से
संबंधित चलाई जा रही योजनाओं को कारगर
बनाने में सहयोग मिलेगा, वहीं युवावर्ग को
अपना भविष्य चयनित करने का भी अवसर
प्रदान होगा। कर्नल शांडिल ने कहा कि सरकार
द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का
ज्ञान तथा जागरूकता संबंधित वर्ग के छात्रों
को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ प्राथमिकता के
आधार पर ग्रहण करनी चाहिए।
एचपीयू के कुलपति प्रो.एडीएन वाजपेयी
का कहना है कि रूसा कार्यक्रम के अंतर्गत
इन वर्गों के छात्रों के लिए जागरुकता कार्यक्रम
आयोजित होने से इस कार्य के लिए आवंटित
धनराशि का हर स्तर पर उपयोग हो सकेगा।
उनका कहना है कि वह हर संभव प्रयास कर
रहे है कि छात्रों को शैक्षणिक संस्थानों में
बेहतर सुविधाएं मिल सके।
इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो.राजेंद्र
सिंह चौैहान, रजिस्ट्रार प्रो. मोहन झारटा,
संयोजन समान अवसर प्रकोष्ठ प्रो.जोगेंद्र सिंह
धीमान, आयोजन सचिव प्रो.अपर्णा नेगी के
अतिरिक्त जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय
के प्रो.मन्नू मित्तल भी उपस्थित थे।
छात्रों में स्वाभाविक न्याय के लिए किए जा रहे प्रयासों के प्रति जागरुकता कार्यक्रम में उपस्थित छात्र।
शिमला| क्षत्रिय राजपूत प्रतिनिधि सभा की बैठक होटल
होलीडे होम शिमला में राजेंद्र सिंह चौहान की अध्यक्षता
में हुई। बैठक में जिला शिमला की राजपूत सभा के
प्रधान संजीव ठाकुर, सचिव विक्रम ठाकुर भी मौजूद
रहे। बैठक के आयोजक व संचालक बलवंत सिंह ठाकुर
रहे। बैठक में विशेष तौर पर सामाजिक बुराइयों के प्रति
जागरुक करना तथा गरीब वर्ग के लोगों की मदद करने
के बारे में योजना बनाना था। बैठक में विभिन्न वक्ताओं
ने विशेष तौर पर सामाजिक उत्थान करने बारे में अपने
विचार रखे। बलवंत सिंह ठाकुर ने राजपूतों की ओर से
किए गए बलिदानों को भी याद करवाया।
क्षत्रिय राजपूत सभा की बैठक में समाज
के उत्थान पर चर्चा
शिमला| ग्राम पंचायत मशोबरा में
आईटीआईखोलनेकेलिएक्षेत्रवासियों
ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार
प्रकट किया है। ग्राम पंचायत मशोबरा
के प्रधान ओमप्रकाश ठाकुर तथा
उपप्रधान ग्राम पंचायत गुम्मा सेवक
राम ठाकुर ने कहा कि आईटीआई
खुलने से लगभग 15 पंचायतों के
लोगों को लाभ मिलेगा। कनौला में उप
स्वास्थ्य केंद्र, गुम्मा स्कूल में साइंस
ब्लॉक और सराय भवन को स्वीकृति
देने पर भी मुख्यमंत्री और स्थानीय
विधायक अनिरुद्ध सिंह का धन्यवाद
किया है।
मशोबरा में आईटीआई
खोलने की घोषणा पर खुशी
शिमला| आम आदमी पार्टी की ओर से सोमवार को
रिज मैदान पर रक्तदान शिविर का अायोजन किया गया।
शिविर में 30 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। रक्तदान
में शहर के लोगों व पर्यटकों ने रक्त दान किया। शिविर
में कमला नेहरू अस्पताल की टीम पहुंची। आम आदमी
पार्टी के कार्यकर्ता निपुन का कहना है कि पार्टी की ओर
से रक्त दान शिविर को लगाया गया है इसमें पार्टी के
कार्यकर्ताओं ने भी रक्त दिन किया है ताकि जरूरत बंद
लोगों व मरीजों को काम आ सके।
आम आदमी पार्टी ने लगाया रक्तदान
शिविर, 30 यूनिट रक्त किया इकट्ठा
शिमला| हिमाचल प्रदेश न्यायिक
अकादमी में घरेलू हिंसा से महिलाओं
की रक्षा अधिनियम, नेगोशिएबल
इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, प्ली बारगेनिंग, बाल
विवाह विरोधी कानून तथा दीवानी
मामलों में ट्रायल पर तीन दिवसीय
कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य
न्यायाधीश मंसूर अहमद मीर ने किया।
यह कार्यशाला राज्य के सिविल जजों
के लिए आयोजित की जा रही है।
इसमें 19 न्यायिक अधिकारी भाग ले
रहे हैं।अपने उद्घाटन भाषण में मुख्य
न्यायाधीश ने आपराधिक प्रक्रिया
संहिता तथा भारतीय दंड संहिता के
प्रभावी उपयोग से आपराधिक मामलों
को जल्द से जल्द निपटाने पर बल
दिया। उन्होंने न्यायिक अधिकारियों
को घरेलू हिंसा अधिनियम व बाल
विवाह काने के विविध पक्षों से
अवगत करवाया तथा उन्हें निष्पक्षता
से कार्य करते हुए भारत के संविधान
में निहित भावनाओं की रक्षा करने
के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर
उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल
सीबी बारेवालिया, न्यायिक अकादमी
के निदेशक राकेश कैंथला व उप
निदेशिका अनुजा सूद भी मौजूद रही।
सिविल जजों के लिए तीन
दिवसीय कार्यशाला शुरू
शिमला|न्यू शिमला में एक व्यक्ति ने
आत्महत्या करने का प्रयास किया।
गुरचरण ने पुलिस को दिए बयान में
बताया कि गाेपी नाथ उसका दामाद
है। उसकी बेटी की शादी वर्ष 2011
में गोपी के साथ हुई थी। दामाद उसके
साथ ही रहता है। सोमवार को सुबह
आठ बजे जब गुरचरण उसके कमरे
गया तो वहां का मंजर देख कर उसके
पांव के नीचे की जमीन ही खिसक
गई। दामाद के कमरे में खून के धब्बे
दिखाई दिए। जब दामाद पर नजर
दौड़ाई तो उसकी बाजू से खून निकल
रहा था। दामाद से पूछा तो उसने
बताया कि उसने सुसाइड करने के
लिए अपने हाथ की नसें काट ली है।
एएसपी भजन देव नेगी ने केस दर्ज
कर जांच कर रहे हैं।
आत्महत्या करने का प्रयास, केस दर्ज
क्राइम रिपोर्टर|
शिमला
साहब, मेरे पिता
की मौत जलने से
नहीं हुई है उनकी
हत्या की गई
है। मृतक कृष्ण
दत्त के बेटे संजय कुमार ने पुलिस
पर आरोप लगाते हुए कहा कि 31
दिसंबर 2014 को उसके पिता का
मर्डर किया गया और पुलिस जांच
करने की बजाय उल्टा उन्हें ही
धमका रही है।
मृतक का परिवार का आरोप है
कि उनके कृष्ण दत्त की हत्या हुई
है। वे सभी न्याय के लिए पिछले
तीन महीने से भटक रहे हैं। लेकिन
पुलिस की ओर से कोई भी कार्रवाई
नहीं की गई। संजय ने बताया कि 31
दिसंबर को उसके पिता सुबह दस
बजे के करीब घर से शादी का समान
खरीदने के लिए गए था। उनके पास
सामान खरीदने के लिए ढाई लाख
रुपए कैश था। दिन के समय करीब
तीन बजे गांव के उमा दत्त को फोन
पर सूचना दी गई कि उसके पिता
शोघी में एक आरा मशीन में कट
कर गए है और उनकी मौत हो गई
है। पिता की मौत की खबर सुनने के
बाद संजय अौर उसका छोटा भाई
लक्ष्मी चंद मौके पर पहुंचे। संजय ने
बताया कि पिता का शव काफी जला
हुआ था। शव के पास एक छोटी
सी अंगीठी थी जिसमें आग भी नहीं
थी। इस दौरान पिता के शव को चैक
किया तो उनके पास से ढाई लाख
रुपए भी नही थे।
मशीन से नहीं कटे थे मेरे
पतिः मृतक की पत्नी लीलावती ने
कहा कि उसके पति की मौत आरा
मशीन से कट कर नहीं हुई है। किसी
व्यक्ति ने मेरे पति से पैसे छीन कर
उसे जला का मार डाला है। लीला
ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस
को इसके बारे में कई बार बताया गया
लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी
उलटा मुझे और परिवार के लोगों
को धमकाया गया। पत्नी ने कहा कि
अब कुछ लोग मुझे और मेरे परिवार
को धमकियां दे रहे हैं। इसके बारे में
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिहं और पुलिस
महानिदेशक को पत्र लिख कर न्याय
की लगाई है
साहब! पिता का मर्डर हुआ
पुलिस कुछ नहीं कर रही
पत्नी और बेटे ने पुलिस
पर मामले काे दबाने के
लगाए आरोप
संजयनेसीएमकोपत्रभेजलगाईन्यायकीगुहार
संजय
भास्कर न्यूज| शिमला
बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के
विधायकों ने सरकार की नाकामियों
को लेकर खूब तीर चलाए। विपक्ष के
नेता सदन में हर मोर्चे पर सरकार को
घेरते हुए नजर आए। फिर चाहे बात
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और सिंचाई
योजना की ही क्यों न हो। विपक्ष के
नेता मुख्यमंत्री के बजट भाषण के
हर बिंदु पर सरकार की नाकामियों
उजागर कर रहे थे। विपक्ष के नेताओं
ने सरकार के बजट को दिशाहीन
करार देते हुए इसे पूरी तरह नकारा।
बजट चर्चा के दौरान सता पक्ष के
विधायक विकास योजनाओं को
गिना कर सरकार का बचाव करते
हुए दिखाई दिए। पक्ष के नेताओं ने
मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए बजट
की सराहना की।
एलईडी बल्ब से वैट हटाए
सरकार: आशा कुमारीः विधायक
आशा कुमारी ने बजट चर्चा पर
बात करते हुए सरकार से मांग की
कि एलईडी पर जो पांच प्रतिशत
वैट की घोषणा की है। सरकार उसे
वापस ले।
200 करोड़ के विदेशी फंड
की हो जांच: डा.बिंदलः विपक्ष के
नेता डॉ बिंदल ने बजट पर चर्चा
करते हुए सरकार से 200 करोड़ के
विदेशी फंड में हुए घपले की जांच
की मांग की। बिंदल ने सरकार को
घोषणाओं तक सीमित रहने वाली
सरकार करार दिया।
एच्छिक निधि दो लाख से
चार लाख की जाए: संजय रत्नः
विधायक संजय रत्न ने मुख्यमंत्री के
बजट की सरहाना करते हुए सरकार
से विधायक निधि को दो लाख से
चार लाख रुपए करने की मांग की
है। विधायक ने वृद्धावस्था पेंशन में
महिलाओं की आयु सीमा में थोड़ी
छूट दिए जाने की भी मांग की है।
बदला बदले की भावना से
काम कर रही है सरकार: गोविंदः
विधायक गोविंद राम शर्मा ने बजट
को दिशाहीन बताया। चर्चा में भाग
लेते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में
कई कल्याणकारी योजनाएं तैयार है
लेकिन सरकार उद्घाटन ही नहीं कर
रही है जिससे योजनाओं का लाभ
लोगों को मिल सके।
तत्तापानी में झील बनने
से गावं खतरे में : मनसा रामः
तत्तापानी में झील बन जाने से क्षेत्र
के कई गावं को खतरे में पड़ता देख
विधायक मनसा राम ने सरकार से
मांग की कि सरकार इन गांव की रक्षा
करे।
सरकार को नाकामियों पर घेरा
विपक्ष ने लिया अाड़े हाथों, पक्ष ने विकास योजनाएं गिना कर की सराहना
स्पोर्ट्स रिपोर्टर| शिमला
खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश
सरकार द्वारा वार्षिक बजट में 35
करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान
किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा
प्रदेश में खेलों के विकास के लिए
मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई
जा रही है । स्पोर्ट्स एक्ट को
विधानसभा में लाए जाने का आग्रह
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से किया
जाएगा। यह बात सोमवार को युवा
कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने
3 दिवसीय नार्थ जोन पाॅवर लिफ्टिंग
(महिला व पुरुष) और बैंच पै्रसिंग
चैम्पियनशिप के उद्घाटन अवसर
पर कहा। प्रतियोगिता में छह राज्यों
से खिलाड़ी आए है इसमें करीब
400 के खिलाड़ी भाग लिया है।
इसमें हिमाचल, पंजाब, हरियाणा,
उत्तराखंड, यूपी, जम्मू कश्मीर व
दिल्ली से खिलाड़ी शिमला आए
है। वहीं इस मौके पर फैडरेशन में
राष्ट्रीय अध्यक्ष व अर्जुन पुरस्कार
प्राप्त खिलाड़ी सुबूतों दत्त ने भी
अपने विचार रखें।
पावर लिफ्टिंग के बारे में
अवगत करायाः नार्थ जोन पाॅवर
लिफ्टिंग फेडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष
केवल सिंह पठानिया ने कहा कि
हिमाचल में प्रतियोगिता कराने का
एक मात्र उद्देश्य लोगों को पावर
लिफ्टिंग के बारे में अवगत कराना है
ताकि प्रदेश के युवाओं में भी गेम के
प्रति लग्न बढ़ सके।
इन्हे मिल चुके है गोल्ड व
सिल्वर मेडलः अंतरराष्ट्रीय पावर
लिफ्टिंग प्रतियोगिता में तीन मेडल
हासिल कर चुके है। इसमें जीवन
कुमार गोल्ड मेडल हासिल कर चुके
है। वहीं सिल्वर मेडल में अजीत
कुमार व पालमपुर के रहने वाले
ध्रुव सिंह सिल्वर हासिल कर चुके
है। वहीं इस मौके पर अतिरिक्त
एडवोकेट जनरल व पाॅवर लिफ्टिंग
फेडरेशन के प्रदेश सचिव अनूप
रतन के अतिरिक्त जिला के अन्य
गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
राहुल, अंकित और विजय कुमार
अपने भार वर्ग में पहले स्थान पर
तीन दिवसीय नार्थ जोन पावर लिफ्टिंग शुरू, प्रतियोगिता में नॉर्थ जोन के पहुंचे 400 खिलाड़ी
ये हैं पहले दिन के विजेता
बेंच प्रेस प्रतियोगिता के पहले स्थान पर 53 भार वर्ग में पहले स्थान पर यूपी
के राहुल देव रहे, दूसरे स्थान पर जम्मू कश्मीर के राकेश कुमार व तीसरे पर
हिमाचल के विशाल रहे। वहीं 59 भार वर्ग में हिमाचल के अंकित कुमार पहले
स्थान पर विजेता रहे, दूसरे स्थान पर हिमाचल के दीपक कुमार व तीसरे स्थान
पर हिमाचल के तिलक कुमार रहे। इसके अलावा 66 भार वर्ग में पहले स्थान
पर चंडीगढ़ के विजय कुमार दूसरे पर दिल्ली के अमन त्यागी व तीसरे स्थान पर
हरियाणा के विकास रहे।
शिमला में साेमवार को इंदिरा गाधीं खेल परिसर में पावर लिफ्टिंग एंड बेंच प्रेस चैंपियनशिप में भाग लेते प्रतिभागी।सिटी रिपोर्टर| शिमला
गेयटी थियेटर में भाषा एवं सांस्कृतिक
विभाग द्वारा हिम रंग महोत्सव 2015
लोहाकूट नाटक का सोमवार को
आयोजन किया गया। नाटक में स्त्री
पुरुष संबंधों पर आधारित नाटक
लोहाकूट में बताया गया कि आज
के समय में किस तरह स्त्री पुरुष के
जीवन में समस्या आती है। जिसके
कारण दोनों के जीवन में कितना
बदलाव आ जाता है। इस नाटक में
काकू जहां एक और आदमी होने का
गर्व रखता है। वहीं संती भी अपने
साथ हो रहे शोषण का विरोध को
भी दर्ज करवाती है। काकू संती की
बेटी , बैनो अपने होने की बात करती
है। अपनी जिंदगी की खुद जिम्मेदार,
बैनो अपनी मां संती को कहती है कि
ऐसे तुने अपनी जिंदगी जी है, मै नहीं
जी सकती और अपने प्यार के साथ
जीने का निर्णय लेती है। संती भी
सोचती है कि जिस आदमी के लिए
मैने सब कुछ न्यौछावर कर दिया,
उसने उसे दुख के सिवाय क्या दिया
मार, शारीरिक शोषण व दंगा। वह
भी अपने जीवन को जीने के लिए
अपनी राह पर निकलती है। नाटक
का मुख्य उद्देश्य दो लोगों के जीवन
के बारे में जागरूक करना था ताकि
आने वाले समय में इस नाटक में
हुए स्त्री पुरुष की जिंदगी में जो हुआ
ताकि दूसरों के साथ न हो सके। यह
नाटक अवगत करता है कि स्त्री
पुरुष की छोटी छोटी भावनाओं से
रंग कर्मी होने के नाते लोहाकूट एक
संघर्ष है। लोहाकू कहानी के लेखक
बलवंत गार्गी का कहना है कि इस
नाटक में स्त्री पुरुष के जीवन के बारे
में बताया गया है।
‘लोहाकूट’ में िदखा जीवन में
कितना बदलाव आ जाता है
शिमला में साेमवार को गेयटी थियेटर में हिम रंग महोत्सव के दौरान नाटक लोहाकूट क मंचन करते कलाकार
इन्होंनेनिभाएकिरदार
काकू का किरदार मनीष शर्मा
ने, संती का प्रिया कौशल, बैनो
का हिमानी शर्मा, दीपा, विकास
पठानिया, बच्चनी का नीति शर्मा,
बंसो का किरण, गज्जन का जय
राम, त्रिलोका का पुनीत, कर्मा
रा विशाल, सिपाही का अमित
पटियाल ने किरदार प्रस्तुत किया।
इस मौके पर निर्देशक राम पाल
मलिक, प्रस्तुति प्रबंधक जय
कुमार, मनुज ठाकुर, अमित.
मनोज कंवर, मनीषा शर्मा, पुष्प
राज , धीरज, अमित पटियाल व
राजेश मौजूद रहे।
गेयटी में िकया गया मंचन, स्त्री और पुरुष के संबंधों को बखूबी दर्शाया
सिटी रिपोर्टर| शिमला
हिमाचल कला संस्कृति भाषा
अकादमी शिमला की अोर से
सोमवार को गेयटी थियेटर में पांच
साहित्यकारों को सम्मानित किया
गया। साहित्य सम्मान समारोह में
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बतौर
मुख्यातिथि शिरकत ली। मुख्यमंत्री
द्वारा प्रदेश के पांच साहित्यकारों
को सम्मानित किया। इस मौके पर
प्रदेश भर के साहित्यकार मौजूद
रहे। वहीं इसके अलावा मुख्यातिथि
की अोर से पुस्तकें पुरस्कृत की गई।
इस मौके पर मुख्यातिथि ने गेयटी
में लगी पुस्तक प्रदर्शनी का दीप
प्रज्जवलित करके प्रदर्शनी को शुरू
किया। प्रदर्शनी में 400 से ज्यादा
पुस्तकों को प्रकाशित किया गया
है। इसमें प्रदेश भर के साहित्यकारों
ने अपने विचार व हिमाचल की
संस्कृति व लोगों को जागरूक
करने के लिए प्रदर्शनी में पुस्तकों
को लगाया है।
पहचान संस्कृति पर
निर्भर करती हैः वीरभद्र
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा
कि कहा कि वह हमेशा ही प्रदेश
के रीति-रिवाजों और संस्कृति को
संरक्षित कर इन्हें भावी पीढियों तक
पहुंचाने के हितैषी रहे है। किसी भी
राज्य व व्यक्ति विशेष की पहचान
उसकी समृद्ध संस्कृति और रीति-
रिवाजों पर निर्भर करती है। उन्होंने
पांच साहित्यकार सम्मानित
समारोह|गेयटीमेंअायोजितकार्यक्रममेंमुख्यमंत्रीवीरभद्रिसंहनेिदयासम्मान
सुदर्शन वशिष्ठ
पुरस्कृत पुस्तकः जो
देख रहा हूं
समीक्षाः जो देख रहा
हूं पुस्तक में कवि ने
बिल्कुल नए मुहावरों
में अत्यंत सरल शब्दों
में व सहज रूप में
बेहतरीन कविताएं
की हंै। कविताओं में
मौलिकता, सरल भाषा
शैली, मुहावरे. कथन,
विषय व संग्रह आदि
को उपयुक्त बनाते हैं।
पालमपुर से हैं।
साधुराम दर्शक
पुरस्कृत पुस्तकः फौजी
व अन्य कहानियां
समीक्षाः फौजी व अन्य
कहानियां में शामिल
कहानियां आधुनिकता
व परंपरा को समेटे हैं।
मानवीय जीवन के द्वंद्वो
को ढंग से उठाती हैं।
लेखक ने समाज के
प्रति अपनी जिम्मेदारी
को समझते हुए मनुष्य
जीवन से जुड़े सरोकारों
को उठाया है।
ऊना के हैं।
रूप शर्मा
पुरस्कृत पुस्तकः
हिमाचल अंधकार
से प्रकाश की ओर
समीक्षाः अंधकार
से प्रकाश की अोर
पुस्तक में हिमाचल
की भौगोलिक
संस्कृति रूप रेखा
का वर्णन किया
है। मानचित्रों से
सज्जित इस पुस्तक
की भाषा सुगम
और सुथरी है।
घुमारवींसेहैं।
कृष्ण कुमार
पुरस्कृत पुस्तकः
रफ्ता रंज
समीक्षाः तूर की गजल
इनफरादी हैसियत
रखती है के बारे में
बताया गया है। तूर
ने यह मुकाम रियाज
से हासिल किया है।
व अपनी गजल की
समीक्षा दवाजत के
इजहार के लिए गजल
की जबां को इस
काबिज बनाया है।
पाकिस्तानसेहैं।
ठाकुर रवि सिंह
मंढ़ोत्रा
पुरस्कृत पुस्तकः जोन्ढ़ा
समीक्षाः जोन्ढ़ा कांगड़ी घाटी
के सैनिक जीवन दर्शक व
जातिवाद की समस्याओं में
जूझते समाज पर केंद्रित
उपन्यास है। यह उपन्यास
पहाड़ी भाषा की कांगड़ी बोली
का एक आदर्श उदाहरण
है। बोल चाल की भाषा एक
साहित्य की एक भाषा में बदल
देने का प्रशंसनीय व सफल
प्रयास है।
पालमपुर, गुग्गा सलोह से थे
मुख्यमंत्री ने इस अवसर
पर सुदर्शन वशिष्ठ
की पुस्तक ‘हिमाचल
की लोक कथाएं’ का
विमोचन किया।
कहा कि हमने अपनी संस्कृति और रीति-
रिवाजों का संरक्षण नहीं कर पाने वाली
सभ्यताओं को विलुप्त होते देखा है। उन्होंने
कहा कि भाषा, कला और समृद्ध संस्कृति
हिमाचल प्रदेश के लोगों के जीवन के
अभिन्न अंग हैं
गेयटी थियेटर में भाषा एवं संस्कृति की ओर से लेखक व पुस्तक सम्मान समारोह में लेखकों को मुख्यमंत्री वीरभद्र िसंह ने सम्मानित किया।
कांगू (हमीरपुर)| जोलसप्पड़ पंचायत के सोहरी गांव के
जंगल में मृत तेंदुआ मिला। इसका पता तब चला जब
जब गांव की महिलाएं घास लाने के लिए खेतों में जा रही
थीं। उन्होंने देखा कि खेत के पास मृत तेंदुआ पड़ा है।
सूचना िमलने पर वन विभाग तेंदुए को ले गया।
महिलाओं ने सोहरी गांव में देखा मृत
तेंदुआ, वन िवभाग हमीरपुर ले गया