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पॉलिटिकल रिपोर्टर|पटना
मैट्रिक परीक्षा में नकल पर शुक्रवार
को विधान परिषद में खूब शोर-
शराबा हुआ। शिक्षा मंत्री और विपक्ष
में नोक-झोंक हुई। प्रतिपक्ष के नेता
सुशील कुमार मोदी ने शिक्षा मंत्री
से इस्तीफे की मांग कर दी। मोदी ने
कहा कि जब सरकार यह बयान देगी
कि वह नकल नहीं रोक सकती है
तो शिक्षा मंत्री को इस्तीफा दे देना
चाहिए। शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा
कि वे अपने बयान पर कायम हैं।
शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान
मोदी ने मैट्रिक परीक्षा में नकल पर
शिक्षा मंत्री के बयान का मामला
उठाया। उन्होंने कहा कि परीक्षा को
लेकर पूरे देश में बिहार की हंसी
उड़ाई जा रही है। देशभर में फोटो
छप रही है। लोग छत पर चढ़कर
चोरी करवा रहे हैं और शिक्षा मंत्री
कह रहे हैं कि सरकार नकल नहीं
रोक सकती। इस पर शिक्षा मंत्री ने
कहा कि सरकार ने नकल रोकने
के व्यापक प्रबंध किए हैं। पर, सौ
प्रतिशत प्योरिटी के साथ नकल
रोकने के लिए अभिभावकों को
भी सहयोग करना होगा। राज्य में
करीब 70-75 लाख लोग नकल में
लिप्त हैं। कुछ स्थानों पर कार्रवाई
भी जा रही है। मोदी ने फिर कहा
कि सरकार ने पहले भी तो नकल
रोकी है और आप ऐसा बयान दे रहे
हैं। चुनाव सामने है, इसलिए आप
चाहते हैं कि कोई कार्रवाई न हो।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह सच्चाई
है और इसका सामना करिए। मैंने
पूरी जिम्मेदारी के साथ बयान दिया
है। इसपर भाजपा के सदस्यों ने फिर
हंगामा करना शुरू कर किया।
शिक्षा मंत्री के बयान पर परिषद में शोर-शराबासरकार नकल नहीं रोक सकती तो शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें : मोदी; सरकार अकेले नहीं रोक सकती है परीक्षा में चोरी : शाही
एजुकेशन रिपोर्टर|पटना
जेडी वीमेंस कॉलेज में चल रहे कम्युनिटी
कॉलेज में सीटें बढ़ गई हैं। इन्हें 20 से
बढ़ाकर 50 कर दिया गया है। कम्युनिटी
कॉलेज में फैशन टेक्नोलॉजी और
हेल्थकेयर की पढ़ाई होती है। दोनों कोर्स
में अब 50-50 सीटें हैं। यह जानकारी
देते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष
प्रसाद सिन्हा ने बताया कि पारस और
रूबन हॉस्पिटल से एमओयू साइन
किया जाएगा। इसके बाद हेल्थकेयर की
छात्राओं को प्लेसमेंट मिलने में आसानी
होगी। शहर के बाकी बड़े हॉस्पिटलों से
भी बात की जाएगी। स्टूडेंट्स को पारस
और रूबन में ट्रेनिंग के लिए भी भेजा
जाएगा। ट्रेनिंग के बाद उन्हें जॉब भी
वहीं दी जाएगी।
जेडी वीमेंस के कम्युनिटी
कॉलेज में सीटें 20 से 50
सिटी रिपोर्टर|पटना
मैट्रिक परीक्षा के दौरान वैशाली
के महनार स्थित विद्या निकेतन
हाईस्कूल केंद्र पर बिहार बोर्ड की
टीम को गुरुवार को कठिन परिस्थिति
का सामना करना पड़ा था। बोर्ड
अध्यक्ष डॉ. लालकेश्वर प्रसाद सिंह
ने शुक्रवार को माना कि वहां सबकुछ
सामान्य नहीं था। वैसे, उन्होंने दावा
किया कि केंद्र के भीतर नकल नहीं
चल रही थी। परीक्षा सामान्य माहौल
में चल रही थी। खिड़कियां बंद थीं।
अध्यक्ष ने कहा कि नकल की
सूचना के बाद जब हमलोग केंद्र
पर पहुंचे तो देखा कि अभिभावक
खिड़कियों पर लटके हुए थे। तीन
मंजिला भवन की हर खिड़की के
छज्जे के साथ अभिभावक लटके
खड़े थे। वे नकल कराने का प्रयास
कर रहे थे। वहां धारा 144 का कोई
असर नहीं दिखा। यह प्रशासनिक
नाकामी थी। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष
के उड़नदस्ता टीम की जानकारी
मिलते ही आसपास के ग्रामीण
इलाकों से एक हजार से अधिक
लोग जुट गए। वे जांच टीम को
हानि पहुंचाना चाहते थे। प्रशासनिक
व्यवस्था उनको संभाल पाने में
नाकाम जैसी दिखी। ऐसे परीक्षा केंद्रों
के चयन पर अब अगली बार से
बोर्ड गंभीर रूप से विचार करेगा।
जांच करने गए तो 1000
लोग आ गए थे विरोध में
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया महनार केंद्र का हाल
सवाल और सुझाव के लिए एसएमएस कीजिए
9200012345 पर या ई-मेल कीजिए-
education@dbcorp.in
{ बीटेक करने के बाद मैं रोबोटिक्स का मास्टर कोर्स करना
चाहता हूं। यह किन संस्थानों में उपलब्ध है?
रोबोटिक्स इंजीनियरिंग की इंटरडिसिप्लीनरी स्ट्रीम है। यह
मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, इंस्ट्रूमेंटेशन और सॉफ्टवेयर
इंजीनियरिंग का मिला-जुला रूप है। संबंधित स्ट्रीम्स में बीई या बीटेक
करने के बाद रोबोटिक्स के मास्टर कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।
आईआईटी-कानपुर, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, उस्मानिया
यूनिवर्सिटी सहित कई प्राइवेट संस्थानों में भी यह कोर्स उपलब्ध है।
कोर्स करने के बाद छात्रों के लिए मैन्युफैक्चरिंग, एरोस्पेस, एविएशन,
ऑटोमाेबाइल, डिफेंस, माइनिंग जैसी इंडस्ट्री में नौकरी के अवसर हो
सकते हैं। इसके अलावा छात्र टीचिंग या रिसर्च वर्क का विकल्प भी
चुन सकते हैं।
{ मैं बीएससी का छात्र हूं और मेरी रुचि एस्ट्रोफिजिक्स में
है। इसके कोर्सेस और जॉब अपॉर्च्युनिटीज़ के बारे में बताएं।
एस्ट्रोफिजिक्स का संबंध खगोलीय आंकड़ों के संग्रह और
फिजिक्स के सिद्धांतों के आधार पर इसके विश्लेषण से है। इसमें
ग्रह, उपग्रह, गैलेक्सी आदि की संरचना और उनके गुणों का
अध्ययन किया जाता है। इस फील्ड में कॅरिअर के अधिकतर
मौके टीचिंग या रिसर्च की फील्ड में हैं। एरोस्पेस या सैटेलाइट
मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, आॅब्जर्वेटरी या आर एंड डी संस्थानों में
भी उन्हें नियुक्त किया जाता है। एस्ट्रोफिजिक्स की पढ़ाई के लिए
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स देश का शीर्ष संस्थान है।
इसके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस-बेंगलुरू, जेएनटीयू-
हैदराबाद, उस्मानिया यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों से भी इसका कोर्स
किया जा सकता है।
{ मैं कंप्यूटर सांइस के साथ बीकॉम कर रहा हूं और
टेक्नोलॉजी में एमबीए का कोर्स करना चाहता हूं। इसके बारे
में जानकारी दें।
टेक्नोलॉजी में मैनेजमेंट का कोर्स देश भर के संस्थानों में उपलब्ध
है। आईआईएम, बेंगलोर से आप सॉफ्टवेयर एंटरप्राइज मैनेजमेंट का
पीजीपी कोर्स कर सकते हैं जबकि आईआईएम कोलकाता से कंप्यूटर
एडेड मैनेजमेंट का पीजी डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। कई अन्य
आईआईएम संस्थानों के पीजीपी कोर्स में भी यह इलेक्टिव सब्जेक्ट के
रूप में मौजूद है। आईआईटी-बॉम्बे, एफएमएस-डीयू और कई प्राइवेट
बी-स्कूलों से भी इसका कोर्स किया जा सकता है। किसी भी स्ट्रीम में
बैचलर डिग्री करने के बाद छात्र इसमें प्रवेश ले सकते हैं। अधिकतर
संस्थानों में प्रवेश कॉमन एडमिशन टेस्ट के वैलिड स्कोर और इंटरव्यू
तथा ग्रुप डिस्कशन के आधार पर मिलता है।
{ साइबर सिक्योरिटी का मास्टर कोर्स देश के किन संस्थानों
में उपलब्ध है?
कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य गैजेट्स पर बढ़ती निर्भरता के साथ
साइबर सिक्योरिटी पूरी दुनिया में कॅरिअर का एक बेहतर विकल्प बनता
जा रहा है। इंटरनेट के जरिये गैजेट्स के बीच सूचनाओं के आदान-
प्रदान में इनके दुरूपयोग की आशंका भी बनी रहती है और साइबर
सिक्योरिटी एक्सपर्ट इससे बचाता है। देश भर के कई संस्थानों में
इसका मास्टर कोर्स उपलब्ध है। इनमें मद्रास यूनिवर्सिटी, इंटरनेशनल
इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-हैदराबाद, जवाहरलाल नेहरू
टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, एसआरएम यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं।
कोर्स पूरा करने के बाद छात्र हर सेक्टर की कंपनी में नौकरी कर सकते
हैं जिसमें कंप्यूटर नेटवर्क का इस्तेमाल होता हो।
{ मैं बायोलॉजी स्ट्रीम से 10+2 कर रहा हूं और आगे चलकर
फूड एंड न्यूट्रीशन में कॅरिअर बनाना चाहता हूं। इसके कोर्सेस
और नौकरी की संभावनाओं के बारे में जानकारी दें।
फूड एंड न्यूट्रीशन हेल्थ साइंसेस का हिस्सा है। इसमें लोगों को
उम्र, प्रोफेशन और शरीर की जरूरतों के हिसाब से खान-पान के
बारे में बताया जाता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के साथ
10+2 करने के बाद छात्र फूड एंड न्यूट्रीशन के बैचलर कोर्स में
प्रवेश ले सकते हैं। हालांकि, बेहतर कॅरिअर ग्रोथ के लिए मास्टर
कोर्स करना जरूरी माना जाता है। डिग्री पूरी करने के बाद छात्र फूड
प्रोसेसिंग, डेयरी, बायोटेक, हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर आदि इंडस्ट्री में
नौकरी हासिल कर सकते हैं।
रोबोटिक्स और फूड एंड न्यूट्रीशन से
संबंधित सवाल-जवाब
एजुकेशन भास्कर को पाठकों के सवाल ई-मेल और एसएमएस
के जरिए लगातार मिल रहे हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा सवालों
के जवाब हम एक्सपर्ट्स की मदद से देते रहे हैं। आज जानिए
रोबोटिक्स, टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट और फूड एंड न्यूट्रीशन में
एजुकेशन और कॅरिअर से संबंधित सवालों के जवाब...
जितिन चावला, कॅरिअर एक्सपर्ट, दिल्ली
ब्रजेश माहेश्वरी, काउंसलर, कोटा
भास्कर एक्सपर्ट पैनल
देश भर में 2,500 मल्टी-स्किल
इंस्टीट्यूट शुरू करेगी सरकार
युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने
के लिए केंद्र सरकार देश भर में 2,500 मल्टी-स्किल इंस्टीट्यूट
शुरू करने की योजना बना रही है। हर लोकसभा क्षेत्र में चार ऐसे
संस्थान पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर खोलने की तैयारी
है। इसका खाका नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने तैयार
किया है। इसके लिए अलग-अलग जिलों में स्किल गैप का सर्वे
किया गया है। इसके आधार पर ही देशभर के करीब 500 जिलों
में इनकी शुरुआत की जाएगी।
तेलंगाना में कम हो सकती हैं
इंजीनियरिंग की 35 हजार सीटें
नए एकेडमिक सेशन में तेलंगाना के इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब
35 हजार सीटें कम हो सकती हैं। राज्य में कुल 1 लाख 76 हजार
सीटें हैं, लेकिन नए सेशन में ये कम होकर 1 लाख 40 हजार के
करीब रह जाएंगी। कॉलेजों में टीचर-फैकल्टी रेशो काफी कम
है। एआईसीटीई के मुताबिक यह अनुपात 1:15 का होना चाहिए,
लेकिन राज्य के अधिकतर काॅलेज इस मापदंड को पूरा नहीं करते।
जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने इन्ही कमियों के
चलते पिछले वर्ष 143 कॉलेजों की मान्यता खत्म कर दी थी।
दोबारा मान्यता हासिल करने के लिए करीब 200 कॉलेजों ने सीटों
की संख्या कम करने का आवेदन किया है।
न्यूज़
पटना|पटना विवि में कर्मचारियों का
आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा।
दोपहर बाद कर्मचारियों ने काम ठप
कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लेकिन
विवि प्रशासन ने कोई वार्ता नहीं
की। दूसरी ओर कर्मचारी अड़े रहे।
अब उन्होंने आंदोलन तेज करने की
घोषणा कर दी है। इस संबंध में पटना
विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उमेश
प्रसाद ने बताया कि पीयू प्रशासन
के रवैये के खिलाफ हम आंदोलन
तेज करेंगे। शनिवार को कार्यकारिणी
की बैठक होगी और इसी में निर्णय
लेने के बाद हम अगली रणनीति का
निर्णय करेंगे।
पीयू : आंदोलन तेज
करने पर बैठक आजपटना|नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी
के छात्र 23 मार्च से एजुकेशनल टूर पर दिल्ली
जाएंगे। पांच दिवसीय इस टूर के तहत छात्र फैशन
कंपनियों के कामकाज से रूबरू होंगे। उन्हें गुड़गांव
स्थित कंपनियों का भी भ्रमण कराया जाएगा। निफ्ट
प्रशासन के मुताबिक बैचलर ऑफ फाइन आर्ट के
32 छात्र टूर पर जाएंगे। मई में कॉलेज में प्लेसमेंट
होने हैं। इसे देखते हुए छात्रों को विशेष तैयारी की
दृष्टि से भी इस टूर को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
निफ्ट के छात्र जाएंगे दिल्ली
पटना|कॉलेज ऑफ कॉमर्स में बीसीए एवं बीएससी
आईटी में कैंपस सेलेक्शन के लिए मल्टीनेशनल
कंपनी टेक ब्रेन ने विद्यार्थियों की चयन परीक्षा ली।
इस दौरान डॉ. एमपी सिंह, डॉ. बीसी राय, डॉ.
एसके सिंह, डॉ. मनोज कुमार उपस्थित रहे।
कैंपस सेलेक्शन के लिए चयन परीक्षा
पटना|नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी अमहारा बिहटा परिसर में
शुक्रवार को तीन दिवसीय रोजगार
मेला शुरू हुआ। इसमें देश की 22
कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। नियोजन
पदाधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह,
आदित्य शेखर और रजिस्ट्रार कृष्ण
मुरारी सिंह ने बताया कि तीन दिनों में
कंपनियां करीब 300 छात्रों का चयन
करेंगी। मेले में कई तकनीकी कॉलेजों
के छात्र नौकरी पाने के लिए जुटे।
इन छात्रों ने कई कंपनियों में आवेदन
किया। इसके बाद साक्षात्कार में
शामिल हुए। चयनित उम्मीदवारों की
लिस्ट अंतिम दिन जारी की जाएगी।
रोजगार मेला शुरू, 22
कंपनियां देंगी नौकरी
सहरसा|जिले में मैट्रिक परीक्षा
के दौरान कदाचार के आरोप
में आठ होमगार्ड जवानों को
चोरी कराते मौके पर पकड़
लिया गया। सदर अनुमंडल
पदाधिकारी राजेश कुमार ने
बताया की होमगार्ड के आठ
जवानों को ड्यूटी से हटा दिया
गया है। जिले में परीक्षा के
दौरान 35 अभिभावकों को भी
पकड़ा गया।
महनार में फिर बवाल
हाजीपुर | महनार के विद्या
निकेतन परीक्षा केंद्र पर
शुक्रवार को भी बवाल हुआ।
मैट्रिक परीक्षा के दौरान प्रशासन
की सख्ती पर अभिभावकों ने
फिर पथराव किया। उन्होंने
एसडीओ हेमंत कुमार को भी
निशाना बनाया। दूसरी पाली में
महनार के सभी परीक्षा केंद्रों पर
भारी पुलिस बल तैनात किया
गया। इधर, दो दिनों पूर्व परीक्षा
के दौरान पथराव की घटना में
पांच लोगों को गिरफ्तार कर
जेल भेज दिया गया। कदाचार
कराने के आरोप में 24 लोगों
को गिरफ्तार किया गया है।
फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया
पटना सिटी|मैट्रिक परीक्षा में
शुक्रवार को सुल्तानगंज स्थित
जाकिर हुसैन उच्च विद्यायल में
एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया।
प्राचार्य नकी इमाम ने बताया
कि दूसरी पाली में बाकरगंज
निवासी युवक अश्विनी राज
छात्र तेजस के स्थान पर परीक्षा
में शामिल हुआ था।
सिटी रिपोर्टर|पटना
बिहार सरकार आखिरकार मैट्रिक परीक्षा
में नकल पर सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने इस मामले पर संज्ञान
लिया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की
क्लास लगी। अब मुख्य सचिव से लेकर
बिहार बोर्ड के स्तर तक कदाचारमुक्त
परीक्षा के आयोजन के लिए तैयारियों
को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरकार
व बोर्ड ने कड़े कदम के संकेत दिए हैं।
जबकि मैट्रिक के सभी महत्वपूर्ण विषयों
की परीक्षा हो गई है। अंग्रेजी, गणित,
विज्ञान व सामाजिक विज्ञान में अधिक
नंबर लाने के लिए छात्र व अभिभावक
परेशान रहते हैं। इसके लिए सबसे अधिक
नकल का प्रयास किया जाता है। बोर्ड के
स्तर पर भी इस मामले की जांच कराई
जा रही है। हालांकि, प्रदेश के सभी जिलों
में व्यापक पैमाने पर नकल की सूचना
है। इसका सबसे प्रमुख कारण शैक्षणिक
स्थिति का खराब होना है। यह बात शिक्षा
विभाग व बिहार बोर्ड दोनों मान रहे हैं।
गुणवत्ता बढ़ानी होगी
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके
महाजन ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता
को बढ़ाना होगा। इसके लिए से कार्यक्रम
बनेंगे। अभी सरकार कदाचारमुक्त
परीक्षा के लिए प्रयास कर रही है। बिहार
बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. लालकेश्वर प्रसाद
सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परीक्षा लेने
के लिए अभी बहुत काम करना होगा।
बोर्ड के स्तर पर काफी प्रयास किए जा
रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक सहयोग भी
मिलना चाहिए। सभी जिला प्रशासन से
रिपोर्ट मांगी गई है। केंद्राधीक्षक व डीएम
की रिपोर्ट के आधार पर अन्य केंद्रों की
परीक्षा को भी रद्द किया जाएगा। हालांकि,
अभी इस संबंध में बोर्ड अध्यक्ष कुछ भी
कहने से बच रहे हैं।
नपेंगे कर्मचारी
सरकार ने नकल के मामले में कड़ी
कार्रवाई के निर्णय लिए हैं। चार केंद्रों
पर परीक्षा में गड़बड़ी का मामला कैमरों
में कैद हुआ। यहां के केंद्राधीक्षक से
लेकर वीक्षक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, पुलिस
पदाधिकारी व सिपाहियों को कार्रवाई के
दायरे में लाया जाएगा। हालांकि, पूर्व की
परीक्षाओं में हुए नकल को लेकर सरकार
की ओर से महज चार केंद्रों की परीक्षा
रद्द करने की ही बात हुई। प्रधान सचिव
व बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा
के आयोजन की पुख्ता व्यवस्था के
बावजूद इस प्रकार के मामले का सामने
आना गलत है।
शिक्षा की खराब स्थिति है नकल की वजह
मैट्रिक| महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा समाप्त होने के बाद जागी सरकार, शिक्षा विभाग और बिहार बोर्ड भी मान रहे-
{नालंदा : सामाजिक विज्ञान के वस्तुनिष्ठ
प्रश्नों के लीक होने की अफवाह फैली।
प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
{पालीगंज : प्रश्न आउट होने की अफवाह
फैली। बताया जाता है कि परीक्षा केंद्र के
भीतर से कुछ लोग मोबाइल पर बाहर
प्रश्नों के बारे में बता रहे थे।
{बिहारशरीफ : सोशल साइंस का प्रश्नपत्र
वाट्सएप पर वायरल होने की अफवाह
फैली। प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है।
{नवादा : रामलखन सिंह यादव कॉलेज
से दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए।
हाईस्कूल दोसुत के विद्यार्थी श्रीकांत
यादव के बदले संतोष कुमार और
देवाशीष कुमार के बदले आशीष कुमार
परीक्षा देते मिले।
{बेतिया : नरकटियागंज के टीपी वर्मा
केंद्र पर एक छात्रा बेहोश हो गई।
पीएचसी प्रभारी बीरेंद्र ठाकुर के उपचार
के बाद वह सामान्य हुई।
परीक्षा में चलता रहा नकल और फर्जीवाड़े का खेल
1. छपरा के राम जयपाल कॉलेज में डेस्क पर नकल सामग्री रखकर कॉपी लिखी गई। 2. नवादा में एक परीक्षा केंद्र पर
दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। 3. नवादा में ही कदाचार कराने वाले कुछ अभिभावकों को पुलिस ने पकड़ा।
1
2
3
पॉलिटिकल रिपोर्टर|पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा
कि मैट्रिक की परीक्षा हर हाल
में कदाचार मुक्त होनी चाहिए।
कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया
जाएगा। उन्होंने सभी डीएम और
एसपी को कदाचार में शामिल
पुलिसकर्मी, केंद्राधीक्षक, वीक्षक,
प्रतिनियुक्त पदाधिकारी और
कर्मचारियों के खिलाफ सख्त
कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। परीक्षा
की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी
डीजीपी पीके ठाकुर और गृह
विभाग के प्रधान सचिव आमिर
सुबहानी को सौंपी गई है।
परीक्षा की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मुख्य
सचिवालय में मैट्रिक परीक्षा की
समीक्षा की। शिक्षा विभाग के
प्रधान सचिव आरके महाजन को
बिहार बोर्ड के सचिव के साथ
बैठकर उचित निर्णय लेने और
जहां पर भी कदाचार हुआ है, वहां
की परीक्षा को रद्द करने का आदेश
दिया गया है। उन्होंने सभी डीएम,
एसपी और एसडीओ के साथ
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने
कहा कि उन्होंने मैट्रिक परीक्षा
में कदाचार की वैशाली के एक
परीक्षा केंद्र की तस्वीर देखी। एक
अन्य तस्वीर, जिसमें पुलिस के
लोग बैठे हुए हैं और उनकी बगल
में ही खिड़कियों के पास खड़े
होकर लोग नकल करवा रहे थे।
दोनों तस्वीरों को देखने के बाद
उन्होंने आज सुबह ही मामले को
गंभीरता से लिया। शिक्षा मंत्री पीके
शाही, मुख्य सचिव अंजनी कुमार
सिंह, डीजीपी, गृह विभाग के
प्रधान सचिव और शिक्षा विभाग
के प्रधान सचिव के साथ मैट्रिक
परीक्षा की समीक्षा की। सीएम
के प्रधान सचिव डीएस गंगवार,
सचिव चंचल कुमार व ओएसडी
गोपाल सिंह भी उपस्थित थे।
कदाचार बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा
फेसबुक पर नीतीश की तीन बातें
{नकल की जो तस्वीरें सामने आई हैं, मैं उनके प्रत्येक पहलू के खिलाफ हूं।
बिहार के छात्र मेधावी हैं और देश-दुनिया में प्रतिभा से अपनी जगह बनाते
रहे हैं। नकल की कुछ तस्वीरें बिहार की प्रतिभा पर हावी नहीं हो सकतीं।
{गड़बड़ी की खबर मिलते ही सरकार ने इस प्रक्रिया से जुड़ी प्रत्येक एजेंसी
से पूरी सतर्कता और जवाबदेही से काम करने को कहा है। प्रशासन के
काम की छवि इन तस्वीरों से नहीं बल्कि पूरी प्रक्रिया को सुचारू ढंग से
क्रियान्वित करने के आधार पर आंकी जानी चाहिए।
{मैं अपने स्तर पर तत्पर होकर काम कर रहा हूं ताकि बिहार के भविष्य
का निर्माण छात्रों और युवाओं की प्रतिभा, कौशल व परिश्रम के बल पर हो।
राज्य में परीक्षा की स्थिति8 होमगार्ड जवान ड्यूटी से हटाए गए
पटना| मैट्रिक परीक्षा में सामाजिक विज्ञान के पेपर
में गलत प्रश्न पूछे जाने का मामला आया है।
प्रश्नपत्र मिलने के बाद एक अंक के एक सवाल
में गलती पर छात्र परेशान हो गए। वीक्षकों को
जानकारी दी गई। इसके बाद केंद्राधीक्षकों ने छात्रों
को अपने विवेक पर सवाल का जवाब देने की बात
कही। फिर, छात्र शांत हुए।
इतिहास सेक्शन के तीसरे वस्तुनिष्ठ प्रश्न में
गड़बड़ी का मामला है। प्रश्न खाली स्थान को भरें
वाला था। हिंदी में प्रश्न पूछा गया था कि ‘सन
1922 में हिंदुस्तान टाइम्स का संपादन .....
किया’? अंग्रेजी में यही सवाल था, ‘इन 1992
.... एडिटेड द हिंदुस्तान टाइम्स’? बिहार बोर्ड के
सचिव श्रीनिवास चंद्र तिवारी ने कहा कि केंद्रों से
रिपोर्ट मांगी गई है। अगर रिपोर्ट में गलत प्रश्न का
मामला आता है तो छात्रहित में कार्रवाई की जाएगी।
इतिहास के वस्तुनिष्ठ प्रश्न
में गलती, छात्र रहे परेशान
पटना, शनिवार, 21 मार्च, 2015शिक्षा 6

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  • 1. पॉलिटिकल रिपोर्टर|पटना मैट्रिक परीक्षा में नकल पर शुक्रवार को विधान परिषद में खूब शोर- शराबा हुआ। शिक्षा मंत्री और विपक्ष में नोक-झोंक हुई। प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी। मोदी ने कहा कि जब सरकार यह बयान देगी कि वह नकल नहीं रोक सकती है तो शिक्षा मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा कि वे अपने बयान पर कायम हैं। शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान मोदी ने मैट्रिक परीक्षा में नकल पर शिक्षा मंत्री के बयान का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर पूरे देश में बिहार की हंसी उड़ाई जा रही है। देशभर में फोटो छप रही है। लोग छत पर चढ़कर चोरी करवा रहे हैं और शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि सरकार नकल नहीं रोक सकती। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने नकल रोकने के व्यापक प्रबंध किए हैं। पर, सौ प्रतिशत प्योरिटी के साथ नकल रोकने के लिए अभिभावकों को भी सहयोग करना होगा। राज्य में करीब 70-75 लाख लोग नकल में लिप्त हैं। कुछ स्थानों पर कार्रवाई भी जा रही है। मोदी ने फिर कहा कि सरकार ने पहले भी तो नकल रोकी है और आप ऐसा बयान दे रहे हैं। चुनाव सामने है, इसलिए आप चाहते हैं कि कोई कार्रवाई न हो। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह सच्चाई है और इसका सामना करिए। मैंने पूरी जिम्मेदारी के साथ बयान दिया है। इसपर भाजपा के सदस्यों ने फिर हंगामा करना शुरू कर किया। शिक्षा मंत्री के बयान पर परिषद में शोर-शराबासरकार नकल नहीं रोक सकती तो शिक्षा मंत्री इस्तीफा दें : मोदी; सरकार अकेले नहीं रोक सकती है परीक्षा में चोरी : शाही एजुकेशन रिपोर्टर|पटना जेडी वीमेंस कॉलेज में चल रहे कम्युनिटी कॉलेज में सीटें बढ़ गई हैं। इन्हें 20 से बढ़ाकर 50 कर दिया गया है। कम्युनिटी कॉलेज में फैशन टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर की पढ़ाई होती है। दोनों कोर्स में अब 50-50 सीटें हैं। यह जानकारी देते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष प्रसाद सिन्हा ने बताया कि पारस और रूबन हॉस्पिटल से एमओयू साइन किया जाएगा। इसके बाद हेल्थकेयर की छात्राओं को प्लेसमेंट मिलने में आसानी होगी। शहर के बाकी बड़े हॉस्पिटलों से भी बात की जाएगी। स्टूडेंट्स को पारस और रूबन में ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाएगा। ट्रेनिंग के बाद उन्हें जॉब भी वहीं दी जाएगी। जेडी वीमेंस के कम्युनिटी कॉलेज में सीटें 20 से 50 सिटी रिपोर्टर|पटना मैट्रिक परीक्षा के दौरान वैशाली के महनार स्थित विद्या निकेतन हाईस्कूल केंद्र पर बिहार बोर्ड की टीम को गुरुवार को कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ा था। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को माना कि वहां सबकुछ सामान्य नहीं था। वैसे, उन्होंने दावा किया कि केंद्र के भीतर नकल नहीं चल रही थी। परीक्षा सामान्य माहौल में चल रही थी। खिड़कियां बंद थीं। अध्यक्ष ने कहा कि नकल की सूचना के बाद जब हमलोग केंद्र पर पहुंचे तो देखा कि अभिभावक खिड़कियों पर लटके हुए थे। तीन मंजिला भवन की हर खिड़की के छज्जे के साथ अभिभावक लटके खड़े थे। वे नकल कराने का प्रयास कर रहे थे। वहां धारा 144 का कोई असर नहीं दिखा। यह प्रशासनिक नाकामी थी। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के उड़नदस्ता टीम की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण इलाकों से एक हजार से अधिक लोग जुट गए। वे जांच टीम को हानि पहुंचाना चाहते थे। प्रशासनिक व्यवस्था उनको संभाल पाने में नाकाम जैसी दिखी। ऐसे परीक्षा केंद्रों के चयन पर अब अगली बार से बोर्ड गंभीर रूप से विचार करेगा। जांच करने गए तो 1000 लोग आ गए थे विरोध में बोर्ड अध्यक्ष ने बताया महनार केंद्र का हाल सवाल और सुझाव के लिए एसएमएस कीजिए 9200012345 पर या ई-मेल कीजिए- education@dbcorp.in { बीटेक करने के बाद मैं रोबोटिक्स का मास्टर कोर्स करना चाहता हूं। यह किन संस्थानों में उपलब्ध है? रोबोटिक्स इंजीनियरिंग की इंटरडिसिप्लीनरी स्ट्रीम है। यह मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, इंस्ट्रूमेंटेशन और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का मिला-जुला रूप है। संबंधित स्ट्रीम्स में बीई या बीटेक करने के बाद रोबोटिक्स के मास्टर कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। आईआईटी-कानपुर, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, उस्मानिया यूनिवर्सिटी सहित कई प्राइवेट संस्थानों में भी यह कोर्स उपलब्ध है। कोर्स करने के बाद छात्रों के लिए मैन्युफैक्चरिंग, एरोस्पेस, एविएशन, ऑटोमाेबाइल, डिफेंस, माइनिंग जैसी इंडस्ट्री में नौकरी के अवसर हो सकते हैं। इसके अलावा छात्र टीचिंग या रिसर्च वर्क का विकल्प भी चुन सकते हैं। { मैं बीएससी का छात्र हूं और मेरी रुचि एस्ट्रोफिजिक्स में है। इसके कोर्सेस और जॉब अपॉर्च्युनिटीज़ के बारे में बताएं। एस्ट्रोफिजिक्स का संबंध खगोलीय आंकड़ों के संग्रह और फिजिक्स के सिद्धांतों के आधार पर इसके विश्लेषण से है। इसमें ग्रह, उपग्रह, गैलेक्सी आदि की संरचना और उनके गुणों का अध्ययन किया जाता है। इस फील्ड में कॅरिअर के अधिकतर मौके टीचिंग या रिसर्च की फील्ड में हैं। एरोस्पेस या सैटेलाइट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, आॅब्जर्वेटरी या आर एंड डी संस्थानों में भी उन्हें नियुक्त किया जाता है। एस्ट्रोफिजिक्स की पढ़ाई के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स देश का शीर्ष संस्थान है। इसके अलावा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस-बेंगलुरू, जेएनटीयू- हैदराबाद, उस्मानिया यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों से भी इसका कोर्स किया जा सकता है। { मैं कंप्यूटर सांइस के साथ बीकॉम कर रहा हूं और टेक्नोलॉजी में एमबीए का कोर्स करना चाहता हूं। इसके बारे में जानकारी दें। टेक्नोलॉजी में मैनेजमेंट का कोर्स देश भर के संस्थानों में उपलब्ध है। आईआईएम, बेंगलोर से आप सॉफ्टवेयर एंटरप्राइज मैनेजमेंट का पीजीपी कोर्स कर सकते हैं जबकि आईआईएम कोलकाता से कंप्यूटर एडेड मैनेजमेंट का पीजी डिप्लोमा कोर्स किया जा सकता है। कई अन्य आईआईएम संस्थानों के पीजीपी कोर्स में भी यह इलेक्टिव सब्जेक्ट के रूप में मौजूद है। आईआईटी-बॉम्बे, एफएमएस-डीयू और कई प्राइवेट बी-स्कूलों से भी इसका कोर्स किया जा सकता है। किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री करने के बाद छात्र इसमें प्रवेश ले सकते हैं। अधिकतर संस्थानों में प्रवेश कॉमन एडमिशन टेस्ट के वैलिड स्कोर और इंटरव्यू तथा ग्रुप डिस्कशन के आधार पर मिलता है। { साइबर सिक्योरिटी का मास्टर कोर्स देश के किन संस्थानों में उपलब्ध है? कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य गैजेट्स पर बढ़ती निर्भरता के साथ साइबर सिक्योरिटी पूरी दुनिया में कॅरिअर का एक बेहतर विकल्प बनता जा रहा है। इंटरनेट के जरिये गैजेट्स के बीच सूचनाओं के आदान- प्रदान में इनके दुरूपयोग की आशंका भी बनी रहती है और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट इससे बचाता है। देश भर के कई संस्थानों में इसका मास्टर कोर्स उपलब्ध है। इनमें मद्रास यूनिवर्सिटी, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-हैदराबाद, जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, एसआरएम यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र हर सेक्टर की कंपनी में नौकरी कर सकते हैं जिसमें कंप्यूटर नेटवर्क का इस्तेमाल होता हो। { मैं बायोलॉजी स्ट्रीम से 10+2 कर रहा हूं और आगे चलकर फूड एंड न्यूट्रीशन में कॅरिअर बनाना चाहता हूं। इसके कोर्सेस और नौकरी की संभावनाओं के बारे में जानकारी दें। फूड एंड न्यूट्रीशन हेल्थ साइंसेस का हिस्सा है। इसमें लोगों को उम्र, प्रोफेशन और शरीर की जरूरतों के हिसाब से खान-पान के बारे में बताया जाता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के साथ 10+2 करने के बाद छात्र फूड एंड न्यूट्रीशन के बैचलर कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। हालांकि, बेहतर कॅरिअर ग्रोथ के लिए मास्टर कोर्स करना जरूरी माना जाता है। डिग्री पूरी करने के बाद छात्र फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, बायोटेक, हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर आदि इंडस्ट्री में नौकरी हासिल कर सकते हैं। रोबोटिक्स और फूड एंड न्यूट्रीशन से संबंधित सवाल-जवाब एजुकेशन भास्कर को पाठकों के सवाल ई-मेल और एसएमएस के जरिए लगातार मिल रहे हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा सवालों के जवाब हम एक्सपर्ट्स की मदद से देते रहे हैं। आज जानिए रोबोटिक्स, टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट और फूड एंड न्यूट्रीशन में एजुकेशन और कॅरिअर से संबंधित सवालों के जवाब... जितिन चावला, कॅरिअर एक्सपर्ट, दिल्ली ब्रजेश माहेश्वरी, काउंसलर, कोटा भास्कर एक्सपर्ट पैनल देश भर में 2,500 मल्टी-स्किल इंस्टीट्यूट शुरू करेगी सरकार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट और आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार देश भर में 2,500 मल्टी-स्किल इंस्टीट्यूट शुरू करने की योजना बना रही है। हर लोकसभा क्षेत्र में चार ऐसे संस्थान पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर खोलने की तैयारी है। इसका खाका नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने तैयार किया है। इसके लिए अलग-अलग जिलों में स्किल गैप का सर्वे किया गया है। इसके आधार पर ही देशभर के करीब 500 जिलों में इनकी शुरुआत की जाएगी। तेलंगाना में कम हो सकती हैं इंजीनियरिंग की 35 हजार सीटें नए एकेडमिक सेशन में तेलंगाना के इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब 35 हजार सीटें कम हो सकती हैं। राज्य में कुल 1 लाख 76 हजार सीटें हैं, लेकिन नए सेशन में ये कम होकर 1 लाख 40 हजार के करीब रह जाएंगी। कॉलेजों में टीचर-फैकल्टी रेशो काफी कम है। एआईसीटीई के मुताबिक यह अनुपात 1:15 का होना चाहिए, लेकिन राज्य के अधिकतर काॅलेज इस मापदंड को पूरा नहीं करते। जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने इन्ही कमियों के चलते पिछले वर्ष 143 कॉलेजों की मान्यता खत्म कर दी थी। दोबारा मान्यता हासिल करने के लिए करीब 200 कॉलेजों ने सीटों की संख्या कम करने का आवेदन किया है। न्यूज़ पटना|पटना विवि में कर्मचारियों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा। दोपहर बाद कर्मचारियों ने काम ठप कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लेकिन विवि प्रशासन ने कोई वार्ता नहीं की। दूसरी ओर कर्मचारी अड़े रहे। अब उन्होंने आंदोलन तेज करने की घोषणा कर दी है। इस संबंध में पटना विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उमेश प्रसाद ने बताया कि पीयू प्रशासन के रवैये के खिलाफ हम आंदोलन तेज करेंगे। शनिवार को कार्यकारिणी की बैठक होगी और इसी में निर्णय लेने के बाद हम अगली रणनीति का निर्णय करेंगे। पीयू : आंदोलन तेज करने पर बैठक आजपटना|नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के छात्र 23 मार्च से एजुकेशनल टूर पर दिल्ली जाएंगे। पांच दिवसीय इस टूर के तहत छात्र फैशन कंपनियों के कामकाज से रूबरू होंगे। उन्हें गुड़गांव स्थित कंपनियों का भी भ्रमण कराया जाएगा। निफ्ट प्रशासन के मुताबिक बैचलर ऑफ फाइन आर्ट के 32 छात्र टूर पर जाएंगे। मई में कॉलेज में प्लेसमेंट होने हैं। इसे देखते हुए छात्रों को विशेष तैयारी की दृष्टि से भी इस टूर को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। निफ्ट के छात्र जाएंगे दिल्ली पटना|कॉलेज ऑफ कॉमर्स में बीसीए एवं बीएससी आईटी में कैंपस सेलेक्शन के लिए मल्टीनेशनल कंपनी टेक ब्रेन ने विद्यार्थियों की चयन परीक्षा ली। इस दौरान डॉ. एमपी सिंह, डॉ. बीसी राय, डॉ. एसके सिंह, डॉ. मनोज कुमार उपस्थित रहे। कैंपस सेलेक्शन के लिए चयन परीक्षा पटना|नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अमहारा बिहटा परिसर में शुक्रवार को तीन दिवसीय रोजगार मेला शुरू हुआ। इसमें देश की 22 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। नियोजन पदाधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह, आदित्य शेखर और रजिस्ट्रार कृष्ण मुरारी सिंह ने बताया कि तीन दिनों में कंपनियां करीब 300 छात्रों का चयन करेंगी। मेले में कई तकनीकी कॉलेजों के छात्र नौकरी पाने के लिए जुटे। इन छात्रों ने कई कंपनियों में आवेदन किया। इसके बाद साक्षात्कार में शामिल हुए। चयनित उम्मीदवारों की लिस्ट अंतिम दिन जारी की जाएगी। रोजगार मेला शुरू, 22 कंपनियां देंगी नौकरी सहरसा|जिले में मैट्रिक परीक्षा के दौरान कदाचार के आरोप में आठ होमगार्ड जवानों को चोरी कराते मौके पर पकड़ लिया गया। सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया की होमगार्ड के आठ जवानों को ड्यूटी से हटा दिया गया है। जिले में परीक्षा के दौरान 35 अभिभावकों को भी पकड़ा गया। महनार में फिर बवाल हाजीपुर | महनार के विद्या निकेतन परीक्षा केंद्र पर शुक्रवार को भी बवाल हुआ। मैट्रिक परीक्षा के दौरान प्रशासन की सख्ती पर अभिभावकों ने फिर पथराव किया। उन्होंने एसडीओ हेमंत कुमार को भी निशाना बनाया। दूसरी पाली में महनार के सभी परीक्षा केंद्रों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इधर, दो दिनों पूर्व परीक्षा के दौरान पथराव की घटना में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। कदाचार कराने के आरोप में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया पटना सिटी|मैट्रिक परीक्षा में शुक्रवार को सुल्तानगंज स्थित जाकिर हुसैन उच्च विद्यायल में एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया। प्राचार्य नकी इमाम ने बताया कि दूसरी पाली में बाकरगंज निवासी युवक अश्विनी राज छात्र तेजस के स्थान पर परीक्षा में शामिल हुआ था। सिटी रिपोर्टर|पटना बिहार सरकार आखिरकार मैट्रिक परीक्षा में नकल पर सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर संज्ञान लिया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की क्लास लगी। अब मुख्य सचिव से लेकर बिहार बोर्ड के स्तर तक कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरकार व बोर्ड ने कड़े कदम के संकेत दिए हैं। जबकि मैट्रिक के सभी महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा हो गई है। अंग्रेजी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान में अधिक नंबर लाने के लिए छात्र व अभिभावक परेशान रहते हैं। इसके लिए सबसे अधिक नकल का प्रयास किया जाता है। बोर्ड के स्तर पर भी इस मामले की जांच कराई जा रही है। हालांकि, प्रदेश के सभी जिलों में व्यापक पैमाने पर नकल की सूचना है। इसका सबसे प्रमुख कारण शैक्षणिक स्थिति का खराब होना है। यह बात शिक्षा विभाग व बिहार बोर्ड दोनों मान रहे हैं। गुणवत्ता बढ़ानी होगी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाना होगा। इसके लिए से कार्यक्रम बनेंगे। अभी सरकार कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए प्रयास कर रही है। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परीक्षा लेने के लिए अभी बहुत काम करना होगा। बोर्ड के स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक सहयोग भी मिलना चाहिए। सभी जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। केंद्राधीक्षक व डीएम की रिपोर्ट के आधार पर अन्य केंद्रों की परीक्षा को भी रद्द किया जाएगा। हालांकि, अभी इस संबंध में बोर्ड अध्यक्ष कुछ भी कहने से बच रहे हैं। नपेंगे कर्मचारी सरकार ने नकल के मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्णय लिए हैं। चार केंद्रों पर परीक्षा में गड़बड़ी का मामला कैमरों में कैद हुआ। यहां के केंद्राधीक्षक से लेकर वीक्षक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व सिपाहियों को कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा। हालांकि, पूर्व की परीक्षाओं में हुए नकल को लेकर सरकार की ओर से महज चार केंद्रों की परीक्षा रद्द करने की ही बात हुई। प्रधान सचिव व बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा के आयोजन की पुख्ता व्यवस्था के बावजूद इस प्रकार के मामले का सामने आना गलत है। शिक्षा की खराब स्थिति है नकल की वजह मैट्रिक| महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा समाप्त होने के बाद जागी सरकार, शिक्षा विभाग और बिहार बोर्ड भी मान रहे- {नालंदा : सामाजिक विज्ञान के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लीक होने की अफवाह फैली। प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। {पालीगंज : प्रश्न आउट होने की अफवाह फैली। बताया जाता है कि परीक्षा केंद्र के भीतर से कुछ लोग मोबाइल पर बाहर प्रश्नों के बारे में बता रहे थे। {बिहारशरीफ : सोशल साइंस का प्रश्नपत्र वाट्सएप पर वायरल होने की अफवाह फैली। प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है। {नवादा : रामलखन सिंह यादव कॉलेज से दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। हाईस्कूल दोसुत के विद्यार्थी श्रीकांत यादव के बदले संतोष कुमार और देवाशीष कुमार के बदले आशीष कुमार परीक्षा देते मिले। {बेतिया : नरकटियागंज के टीपी वर्मा केंद्र पर एक छात्रा बेहोश हो गई। पीएचसी प्रभारी बीरेंद्र ठाकुर के उपचार के बाद वह सामान्य हुई। परीक्षा में चलता रहा नकल और फर्जीवाड़े का खेल 1. छपरा के राम जयपाल कॉलेज में डेस्क पर नकल सामग्री रखकर कॉपी लिखी गई। 2. नवादा में एक परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। 3. नवादा में ही कदाचार कराने वाले कुछ अभिभावकों को पुलिस ने पकड़ा। 1 2 3 पॉलिटिकल रिपोर्टर|पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैट्रिक की परीक्षा हर हाल में कदाचार मुक्त होनी चाहिए। कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी डीएम और एसपी को कदाचार में शामिल पुलिसकर्मी, केंद्राधीक्षक, वीक्षक, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। परीक्षा की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी डीजीपी पीके ठाकुर और गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी को सौंपी गई है। परीक्षा की समीक्षा मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मुख्य सचिवालय में मैट्रिक परीक्षा की समीक्षा की। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन को बिहार बोर्ड के सचिव के साथ बैठकर उचित निर्णय लेने और जहां पर भी कदाचार हुआ है, वहां की परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने सभी डीएम, एसपी और एसडीओ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मैट्रिक परीक्षा में कदाचार की वैशाली के एक परीक्षा केंद्र की तस्वीर देखी। एक अन्य तस्वीर, जिसमें पुलिस के लोग बैठे हुए हैं और उनकी बगल में ही खिड़कियों के पास खड़े होकर लोग नकल करवा रहे थे। दोनों तस्वीरों को देखने के बाद उन्होंने आज सुबह ही मामले को गंभीरता से लिया। शिक्षा मंत्री पीके शाही, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी, गृह विभाग के प्रधान सचिव और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के साथ मैट्रिक परीक्षा की समीक्षा की। सीएम के प्रधान सचिव डीएस गंगवार, सचिव चंचल कुमार व ओएसडी गोपाल सिंह भी उपस्थित थे। कदाचार बर्दाश्त नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा फेसबुक पर नीतीश की तीन बातें {नकल की जो तस्वीरें सामने आई हैं, मैं उनके प्रत्येक पहलू के खिलाफ हूं। बिहार के छात्र मेधावी हैं और देश-दुनिया में प्रतिभा से अपनी जगह बनाते रहे हैं। नकल की कुछ तस्वीरें बिहार की प्रतिभा पर हावी नहीं हो सकतीं। {गड़बड़ी की खबर मिलते ही सरकार ने इस प्रक्रिया से जुड़ी प्रत्येक एजेंसी से पूरी सतर्कता और जवाबदेही से काम करने को कहा है। प्रशासन के काम की छवि इन तस्वीरों से नहीं बल्कि पूरी प्रक्रिया को सुचारू ढंग से क्रियान्वित करने के आधार पर आंकी जानी चाहिए। {मैं अपने स्तर पर तत्पर होकर काम कर रहा हूं ताकि बिहार के भविष्य का निर्माण छात्रों और युवाओं की प्रतिभा, कौशल व परिश्रम के बल पर हो। राज्य में परीक्षा की स्थिति8 होमगार्ड जवान ड्यूटी से हटाए गए पटना| मैट्रिक परीक्षा में सामाजिक विज्ञान के पेपर में गलत प्रश्न पूछे जाने का मामला आया है। प्रश्नपत्र मिलने के बाद एक अंक के एक सवाल में गलती पर छात्र परेशान हो गए। वीक्षकों को जानकारी दी गई। इसके बाद केंद्राधीक्षकों ने छात्रों को अपने विवेक पर सवाल का जवाब देने की बात कही। फिर, छात्र शांत हुए। इतिहास सेक्शन के तीसरे वस्तुनिष्ठ प्रश्न में गड़बड़ी का मामला है। प्रश्न खाली स्थान को भरें वाला था। हिंदी में प्रश्न पूछा गया था कि ‘सन 1922 में हिंदुस्तान टाइम्स का संपादन ..... किया’? अंग्रेजी में यही सवाल था, ‘इन 1992 .... एडिटेड द हिंदुस्तान टाइम्स’? बिहार बोर्ड के सचिव श्रीनिवास चंद्र तिवारी ने कहा कि केंद्रों से रिपोर्ट मांगी गई है। अगर रिपोर्ट में गलत प्रश्न का मामला आता है तो छात्रहित में कार्रवाई की जाएगी। इतिहास के वस्तुनिष्ठ प्रश्न में गलती, छात्र रहे परेशान पटना, शनिवार, 21 मार्च, 2015शिक्षा 6