1. ÎñçÙ·¤ÖæS·¤ÚUâ×êãU v4 ÚUæ…Ø | 58 â¢S·¤ÚU‡æवर्ष 19 | अंक 87 | महानगर BÎñçÙ·¤ÖæS·¤Ú मध्यप्रदेश | छत्तीसगढ़ | राजस्थान | नई दिल्ली | पंजाब | चंडीगढ़ | हरियाणा | हिमाचल प्रदेश | उत्तराखंड | झारखंड | जम्मू-कश्मीर | बिहार B गुजरात | महाराष्ट्र B महाराष्ट्र B गुजरात | राजस्थान B 7 राज्य | 17 स्टेशन
भास्करख़ास छह किमी साइकिल चला परीक्षा देने जाते हैं, गोल्ड मेडल भी मिल चुका है
नरेंद्र पूर्बिया | राजसमंद
आमतौर पर 75 की उम्र आराम करने या फिर नाती-पोतों
संग दिन बिताने की होती है। लेकिन नाथद्वारा के श्रीनाथ
नगर निवासी डॉ. धर्मचंद मेहता हमउम्र बुजुर्गों से इस
मामले में एकदम अलग हैं। प्रिंसिपल से रिटायर हुए 17
साल हो गए हैं। लेकिन शिक्षा से नाता नहीं टूटा है। मेहता
अभी तक सात सब्जेक्ट्स में एमए कर चुके हैं। 2009 में
राजस्थानी भाषा में एमए किया। गोल्ड मेडल भी मिला।
अब आठवीं बार समाजशास्त्र से एमए की परीक्षा दे रहे
हैं। ललक ऐसी कि साइकिल चलाकर छह किमी दूर परीक्षा
केंद्र सेठ मथुरादास बिनानी कॉलेज तक जाते हैं। तीन
सब्जेक्ट और चुन रखे हैं, जिनमें एमए करना है। मेहता का
यह जज्बा देख स्टाफ ही नहीं साथ में पेपर दे रहे नाती-
पोतों की उम्र के परीक्षार्थी भी दंग रह जाते हैं।
75कीउम्रमें7एमए,8वेंकीतैयारी
रोज 5 घंटे पढ़ते हैं
मेहता हर रोज 5 घंटे पढ़ाई करते
हैं। सुबह 4 बजे उठ कर पढ़ने बैठ
जाते हैं। कुछ घंटों की पढ़ाई के बाद
दिनभर के काम निपटाते हैं। इसके
बाद रात को फिर पढ़ने बैठ जाते
हैं। रात 11 बजे तक पढ़ाई चलती है।
उनकी खेती-बाड़ी भी है। फिट रहने
के लिए और प्रदूषण न फैले इसलिए
ज्यादा से ज्यादा साइकिल ही चलाते
हैं। मेहता ने बच्चों, धर्म और अन्य
विषयों पर छह पुस्तकें भी लिखी
हैं। इनके पास तीन हजार से ज्यादा
किताबों का संग्रह भी है।
^बुढ़ापे को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए,
लगातार पढूंगा नहीं तो दिमाग निष्क्रिय हो जाएगा।
पिता ने कहा था अच्छी पढ़ाई करते रहना।
डॉ. धर्मचंद मेहता,रिटायर्ड प्रिंसिपल
आईएएस अफसर रवि
की मौत पर हंगामा
-पेज 20
केंद्र की नौकरियों में नहीं मिलेगा
कोटा, राज्य में बरकरार रहेगा
एजेंसी | नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने 9 राज्यों में लागू जाट आरक्षण मंगलवार
को रद्द कर दिया। इसका असर प्रदेश में भरतपुर और
धौलपुर के जाटों पर पड़ेगा। अब इन दोनों जिलों के
जाटों को केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण नहीं
मिलेगा, जबकि प्रदेश में इनको आरक्षण का लाभ पहले
की तरह मिलता रहेगा। यूपीए सरकार ने पिछले साल इन
दोनों जिलों सहित नौ राज्यों में जाटों को आरक्षण दिया
था। मोदी सरकार ने भी इसे जारी रखा। इससे ओबीसी
के 27 फीसदी आरक्षण कोटे में जाट भी हकदार हो गए
थे। जस्टिस तरुण गोगोई और आरएफ नरीमन की बेंच
ने कहा, कोर्ट ने कहा-भले ही जाति बड़ा फैक्टर है,
लेकिन यह किसी वर्ग के पिछड़ेपन का एकमात्र आधार
नहीं हो सकता। शेष | पेज 6
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पिछड़ेपन का एकमात्र आधार नहीं है जाति
नौराज्योंमेंजाटआरक्षणरद्द
सिर्फ भरतपुर और धौलपुर
के जाट दायरे से बाहर होंगे
क्योंकि केंद्र में जाटों को आरक्षण देने की घोषणा
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1999 में
सीकर में की थी। तब प्रदेश के 33 में से 31 जिलों
के जाटों को आरक्षण में शामिल किया गया, लेकिन
भरतपुर और धौलपुर के जाटों को यह कहते हुए
शामिल नहीं किया कि यहां जाटों का राज रहा है,
इसलिए वे पिछड़े वर्ग में शामिल नहीं हाे सकते।
यूपीए सरकार ने 4 मार्च, 2014 को अधिसूचना जारी
की। इसमें धौलपुर-भरतपुर जिलों सहित नौ राज्यों
में जाटों को केंद्र में आरक्षण दिया गया। सुप्रीम कोर्ट
के आदेश के बाद भरतपुर-धौलपुर के जाट केंद्रीय
आरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगे, जबकि बाकी
31 जिलों के जाटों को पहले की तरह ही केंद्र में
आरक्षण मिलता रहेगा।
एजेंसी | नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार
के खिलाफ पहली बार विपक्ष
ने एकजुट होकर अपनी ताकत
दिखाई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया
गांधी के नेतृत्व में 14 पार्टियों के
100 से ज्यादा सांसदों ने संसद
से राष्ट्रपति भवन तक मार्च
किया। जमीन अधिग्रहण कानून
में संशोधन के विरोध में राष्ट्रपति
प्रणब मुखर्जी को ज्ञापन भी सौंपा।
शपथ ली कि इस मुद्दे पर “करो या
मरो’ की लड़ाई जारी रखेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
और एचडी देवेगौड़ा समेत 26
नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल
राष्ट्रपति से मिला। शेष | पेज 6
14 दल भू-अधिग्रहण बिल
के खिलाफ सड़क पर
भोपाल | रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट की
कीमत दोगुनी कर दी है। यह अब
पांच की जगह 10 रुपए का मिलेगा।
बढ़ोतरी 1 अप्रैल से देशभर में एक
साथ लागू होगी। रेल मंत्रालय ने
मंगलवार शाम अचानक यह घोषणा
की है। हर रेल मंडल के डीआरएम
को स्पेशल पॉवर भी दिए गए हैं।
इसके तहत डीआरएम प्लेटफॉर्म
टिकट की कीमत अपने हिसाब से
तब बढ़ा सकेंगे जब स्टेशन पर भीड़
हो या मेले का समय हो।
एक अप्रैल से प्लेटफॉर्म
टिकट 10 रुपए का
अन्य जिलों की स्थिति पेज 6 पर
गेहूं जौ चना सरसों ईसबगोल जीरा
बारां 80 50 50 70 - -
कोटा 80 - - - - -
बूंदी 90 90 90 90 - -
झालावाड़ 50 - - - 50 -
बीकानेर 70 65 70 60 80 70
दौसा 70 70 70 65 - -
अलवर 50 50 50 55 - -
किस जिले में कितना खराबा (% में)
22,500 करोड़ की फसलें तबाह
भास्कर टीम | प्रदेश के विभिन्न अंचलों से
प्रदेश में बेमौसम की बारिश-
ओलावृष्टि से फसलों-सब्जियों को
भारी नुकसान हुआ है। 33 में से
28 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
फसलों में 50 से 90% तक खराबा
हुआ है। भास्कर के 70 रिपोर्टर्स ने
33 जिलों में गांव-गांव, ढाणी-ढाणी
जाकर नुकसान का जायजा लिया।
हर जगह किसानों के चेहरों पर चिंता
की लकीरें दिखीं। करीब 22,528
करोड़ रु. के नुकसान की आशंका
है। सरकार भी गिरदावरी करा रही है,
लेकिन रिपोर्ट 25 मार्च तक आएगी।
सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान
किया है। इसके तहत 2008 में घोषित
पैकेज के आधार पर राहत दी जाएगी।
कई अन्य घोषणाएं भी शामिल की
गई हंै। 2008 में ऐसी ही आपदा
में 12000 करोड़ की फसलें चौपट
हुई थी। इस बार यह आंकड़ा ज्यादा
रहेगा। ऐसे में किसानों को मुआवजा
की आस भी अधिक है।
दो किसानों को हार्ट अटैक, मौत
फसलों में नुकसान को देख बूंदी जिले
में दो किसानों को हार्ट अटैक आ गया।
दोनों की मौत हो गई। चितावा गांव में
महावीर मीणा (25) तथा खटकड़ गांव
में लटूरलाल गुर्जर (50) ने दम तोड़ा।
2008 में 12000करोड़ रुपए
की फसल बर्बाद हुई थी प्रदेश में
68लाख किसान हैं प्रदेश में, इनमें
33लाख की ही फसल का बीमा है
प्रदेश में बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को बर्बाद कर दिया। सरकार की गिरदावरी रिपोर्ट 25 मार्च तक तैयार होगी।
इससे पहले दैनिक भास्कर के 70 रिपोर्टर्स ने 33 जिलों के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर नुकसान का जायजा लिया-
लगातार बारिश-ओलों के बाद
खेतों में अब भले ही धूप उतर
आई है, लेकिन खलिहानों में पसरा
शोक बता रहा है कि बारिश से मिले
जख्म इस सुनहरी धूप से नहीं सूखने
वाले हैं। मातम फसलों की असमय
मौत का तो है ही, किसानों की चिंताएं
अब ये हैं कि कहीं राहत की सियासी
श्रद्धांजलियां उसके लिए एक नई
मुसीबत लेकर न आ जाए। वैसे भी,
मौसम ने किसानों को न रोने का मौका
दिया है न चीखने का। फसलें खेतों में
गलकर समाधि ले चुकी हैं।
अब इस दर्दनाक तथ्य पर भी
गौर करें। राज्य सरकार ने किसानों
को राहत देने का सात साल पुराना
फॉर्मूला अपनाया है। इस फॉर्मूले से
मिले मुआवजे ने जख्म दिए हैं, भरे
नहीं। यह इसलिए क्योंकि गिरदावरी
का तरीका ही बरसों पुराना है। इसके
चलते कई किसानों को 20, 40, और
70 रु. के चेक तक बांटे जा चुके
हैं। जाहिर है कि जब मुआवजा ऐसा
होगा तो राहत की उम्मीदें टूटेंगी ही।
राहत- मुआवजे की सरकारी घोषणाएं
इसीलिए किसानों को डरा रही हैं।
किसान... अन्नदाता। साढ़े चार
अक्षरों की यह उपाधि वैसे तो बड़ी
राजसी है, लेकिन हकीकत यह है कि
मौसमी आपदा ने इनके पास न अन्न
छोड़ा है... और ऐसे में दाता तो वह
कैसे हो? और हमारी सियासत कितनी
मानवीय और संवेदनशील है, यह इन
दिनों संसद में चल रही बहसें बता
ही रही हैं। हमारे माननीय किसान से
ज्यादा राहुल गांधी की छुटि्टयों और
जासूसी पर चिंतित हैं। बहस है तो
अनर्गल टिप्पणियों पर। सवाल यह
है कि सत्ता और विपक्ष की निष्ठाएं,
प्राथमिकताएं किसानों के साथ आखिर
क्यों नहीं हैं? खेतों में पसरा शोक और
मातम भी सांसदों को क्यों नहीं दिख
रहा है?
इस आपदा में किसानों की आंखों
में उम्मीदें अब भी जिंदा हैं। राज्य
सरकार ने गिरदावरी रिपोर्ट के लिए
25 तारीख मुकर्रर की है। उम्मीद है,
तहसीलदार, पटवारी, गिरदावर सही
गिरदावरी करके मानवीय व्यवहार
करेंगे। उधर, दिल्ली में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने अभी तक सिर्फ अपने
‘मन की बात’ किसानों को समर्पित
की है, वह भी चार दिन बाद होगी।
यानी मन तो है पर प्लान का क्या?
बहरहाल, जिंदगी का एक
जरूरी सच यह है कि किसानों का
दर्द मुआवजे से नहीं मिटने वाला
है। क्योंकि उसके लिए पानी का दर्द
हमेशा रहेगा। चाहे पानी असमय बरसे
और चाहे समय पर न बरसे।
हेसरकार! अन्नदाता
सुखी (कैसे) भव:
लक्ष्मी प्रसाद पंत
भास्कर दृष्टिकोण
भास्कर ने फसलों के नुकसान की कराई गिरदावरीबदहाल किसान
गेहूं
सरसों जीरा
जौ चना
29 लाख हैक्टेयर में
बुआई इस बार।
99लाख मीट्रिक
टन अनुमानित
उत्पादन होता।
26लाख हैक्टेयर में बुआई इस बार।
34लाख मीट्रिक टन अनुमानित उत्पादन
65%खराबा यानी अब 12 लाख टन
अनुमानित उत्पादन
8254करोड़ का नुकसान
04लाख हैक्टेयर में बुआई इस बार।
02लाख मीट्रिक टन अनुमानित उत्पादन
90%खराबा यानी अब 20 हजार टन
अनुमानित उत्पादन
2880करोड़ का नुकसान
04 लाख हैक्टेयर में
बुआई इस बार।
13लाख मीट्रिक
टन अनुमानित
उत्पादन होता।
15 लाख हैक्टेयर में
बुआई इस बार।
1.27लाख
मीट्रिक टन
अनुमानित उत्पादन होता।
65%
खराबा यानी अब
35 लाख मीट्रिक
टन अनुमानित
उत्पादन होगा।
65%
खराबा यानी अब
5.8 लाख मीट्रिक
टन अनुमानित
उत्पादन होगा।
60%
खराबा यानी अब
50 हजार मीट्रिक
टन अनुमानित
उत्पादन होगा।
9652करोड़ का नुकसान। 800करोड़ का नुकसान। 276करोड़ का नुकसान।
ऐसे किया नुकसान का आकलन
भास्कर टीम ने पिछले वर्षों के दौरान प्रति हैक्टेयर
हुए फसलों के उत्पादन का औसत आंकड़ा
निकाला। इससे इस बार का संभावित उत्पादन
निकाला गया। फिर खराबे को घटाकर संभावित
उत्पादन को थोक मूल्य से कैलकुलेट किया गया।
ईसबगोल
80%
खराबा,
666
करोड़ रु. का
नुकसान
10% भी मुआवजा नहीं मिलता
सरकार जो मुआवजा देती है, वह ऊंट के मुंह में
जीरा सािबत होता है। सरकार इस तरह केलकुलेशन
करती है कि किसान को अपने नुकसान का 10% भी
मुआवजा नहीं मिल पाता। राज्य सरकार 50 प्रतिशत से
कम खराबे पर मुआवजा नहीं देती। लघु और सीमांत
के नाम पर किसानों में भेद करती है। विशेषज्ञ से
आकलन नहीं कराया जाता। पटवारी की रिपोर्ट को
प्रकाशित नहीं करते। केंद्रीय आपदा राहत कोष के
नियमों के अनुसार भी मुआवजा बहुत कम बनता है।
मुख्यमंत्री का फैसला,
एक दिन ही मनाएंगे
राजस्थान दिवस समारोह
किसानों के नुकसान को देखते हुए
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में
24 मार्च से 7 दिन तक मनाए जाने
वाले राजस्थान दिवस समारोह को
अब एक दिन का कर दिया है। यह
समारोह अब केवल 30 मार्च को
ही आयोजित होगा।
आप पढ़ रहे हैं देश का नंबर 1अखबार
राजस्थान
जयपुर बुधवार, 18 मार्च, 2015, चैत्र कृष्ण पक्ष-13, 2071
सेंसेक्स 28736.38
पिछला 28437.71
सोना (जेवराती) 24,800
पिछला 25,000
चांदी 35,500
पिछला 36,000
डॉलर 62.70
पिछला 62.81
यूरो 66.47
पिछला 66.16
सुविचार
कभी मैं विफल नहीं हुआ। मैंने
10 हजार तरीके पता कर लिए जो
काम नहीं कर सकते।
थॉमस अल्वा एडिसन
22 पेज + िसटी भास्कर 4 पेज +
मधुरिमा 8 पेजकुल 34पेज मूूल्य ~ 4.00
श्रीलंका
दक्षिण अफ्रीका
सुबह 9.00 बजे से
वर्ल्डकपिवंडो
पहला क्वार्टर
फाइनल आज
न्यूजइनबॉक्स
पहलेगुडन्यूज
महिलाआें के लिए ‘टूगेदर
ऑनलाइन’ अभियान लॉन्च
बेंगलुरू | गूगल ने महिलाआें को
इंटरनेट से जोड़ने के लिए ‘टूगेदर
ऑनलाइन’ अभियान शुुरू किया
है। नौ माह के इस अभियान के
दौरान महिलाआें को तरक्की के
लिए इंटरनेट के इस्तेमाल के बारे
में बताया जाएगा। अभियान के
तहत 500 इंटरनेट कार्ट कस्बों
आैर गांवों में 5000 स्थानों तक
इंटरनेट सुविधा लेकर पहुंचेंगी।
वैष्णोदवी के नाम पर
ली शपथ, हुआ विरोध
जम्मू|भाजपा विधायक रविंदर रैना
ने मंगलवार को माता वैष्णोदेवी
के नाम पर शपथ ली। इस पर
माकपा विधायक एमवाई तारागामी
ने विरोध करते हुए कहा कि यह
कानून के खिलाफ है। केवल
ईश्वर के नाम पर ही शपथ ले
सकते हैं। -विस्तृत पेज 22
चारधाम मार्ग के लिए
अप्रैल से बनेंगे ग्रीन कार्ड
देहरादून| चारधाम यात्रा पर जाने
वाले वाहनों के लिए परिवहन
विभाग अप्रैल से ग्रीन-कार्ड
प्रक्रिया शुरू करेगा। इससे मार्ग
पर चालक को बार-बार गाड़ी के
कागजात व लाइसेंस नहीं दिखाने
पड़ेंगे। वाहनों की जांच अप्रैल के
पहले हफ्ते से शुरू होगी।
किस तरह की चीजें पोस्ट
करनी है, बताएगा फेसबुक
न्यूयॉर्क|फेसबुक एक गाइडलाइन
जारी करेगा। जिसमें बताया
जाएगा कि यूजर्स को किस तरह
की चीजें वॉल पर पोस्ट करनी
चाहिए। फेसबुक ने इससे पहले
हिंसक और आपराधिक सामग्री
बैन करने की कोशिश की थी।
पायलट का जवाब न
मिलने पर फंसी सांसें
नई दिल्ली | इंदिरा गांधी एयरपोर्ट
के एयर ट्रैफिक कंट्रोल में
अफसरों की सांसें उस समय थम
गईं जब इलाहाबाद से उड़े विमान
के पायलट से जवाब मिलना
बंद हो गया। इसमें केबिन क्रू के
अलावा 75 यात्री थे।
(विस्तृत पेज 20)
2017 में खरीद सकेंगे
उड़ने वाली कार
लंदन|यूजर्स अगले दो सालों में
फ्लाईंग कार ‘ऐरोमोबिल’ खरीद
सकेंगे। कार सिर्फ एक टैंक
पेट्रोल में 430 मील का सफर
तय कर सकेगी। हवा में उड़ते
समय इसके दो विंग्स फैले रहेंगे।
इसे सड़क पर फोल्ड कर सकेंगे।