1. भारतीय लोकतं क सबसे छोट इकाई ाम पंचायत है । इस इकाई को इस लए जोड़ा गया था ता क
गांवो का वकास समान प से कया जा सके , इसका मु य उ दे य गांव के लोगो को इस यो य
बनाना है क शासन म भागीदार नभा सके । पर तु जैसे - जैसे समय बीतता गया पंचायत श द
क प रभाषा ह बदल गई । "पंचायत - खास बातचीत म" हमारे साथ जुड़े है संद प सेहरावत । जानते
है इनक या राय है …..
संद प सेहरावत - ह रयाणा (नांगल चौधर , अकबरपुर गांव) के रहने वाले है । कु छ समय से गाव को
बेहतर बनाने क दशा म काम कर रहे है । एक नई सोच साथ के गांव के लोगो के साथ मलकर "गांव
क उ न त - हमारा अ धकार, हमारा कत य" मॉडल पर काम करना चाहते है ।
सवाल: "पंचायत-खास बातचीत म" आप
हमे बताएं आपके हसाब से कै से ाम
पंचायत का चयन बेहतर तर के से कया
जा सकता है ?
जवाब: सबसे पहले म ये कहना चाउंगा क ाम
पंचायत के चुनाव को राजनी तक ि ट से नह ं
देखा जाना चाइये । िजस दन ये बदलाव आ
गया ाम पंचायत का चयन बेहतर तर के से
होने लगेगा । यो क जब लोग सम त गांव को
एक प रवार मानकर अगर कसी को चुनगे तो
प रणाम बेहतर ह होगा । इसके लए युवाओं,
बुजग और म हलाओं को एक साथ आकर एक
नई सोच को ज म देना होगा । जो भी लोग
अपनी उ मीदवार रखते है उनको समय दया
जाये क अपना "एजडा" गांव के लोग के सम
रखे क कै से वो गांव को बेहतर बना सकते है ।
बि क म तो चाहूँगा क सभी उ मीदवार को
एक मंच पर आकर चुनाव से पहले गांव के लोगो
के सामने अपनी पर ा देनी चा हए । जैसे एक
क ा म सभी व याथ पर ा देते है, बहुत सारे
ब चे पास होते है पर तु टॉप कोई एक ह करता
है, ठ क वैसे ह गांव के लोगो को एक आपस म
मलकर एक बेहतर उ मीदवार का चयन कर
सकते है पर तु ये तभी संभव है जब ाम
पंचायत के चुनाव को राजनी तक ि ट से नह ं
देखा जाये ।
सवाल: या आपको लगता है क ये संभव
है ?
जवाब: य नह ं संभव ? बलकु ल संभव है ।
आज नह ं तो कल गांव के लोग ये बदलाव
लाना ह पड़ेगा । िजस कसी को भी इससे
आप होगी वो इंसान गांव हत म नह ं है, ये
बात लोग को समझने म यादा समय नह ं
लगेगा । बस ज रत है अ छे माग दशन क ।
इसके लए गांव के बुजुग को ह आगे आना
पड़ेगा । यो क उनके आशीवाद के बगैर ये
संभव नह ं है । गांव के िज मेदार नाग रको को
समाज हत को आगे रख कर इस ओर कदम
बढ़ाना होगा ।
2. सवाल: आपने बताया आप "गांव क
उ न त - हमारा अ धकार, हमारा कत य"
मॉडल पर काम करना चाहते है । या है
ये मॉडल ?
जवाब: "गांव क उ न त - हमारा अ धकार,
हमारा कत य" - इसका मतलब है क गांव के हर
नाग रक का ये अ धकार है क उसके गांव का
वकास हो और ये उसका कत य भी है क उस
अ धकार को पाने के लए काम भी करे । इस
मॉडल को लेके आने का मेरा मकसद है क सबसे
पहले गांव के लोग को ये बताना है क अगर एक
साथ मलकर काम कया जाये तो गाव के
वकास को रोका नह ं जा सकता । चाहे श ा क
बात हो, वा य क हो या फर पयावरण को
लेकर । उदाहरण के लए आप गांव के गंदे पानी
को ले लो - बहुत से गाव म ना लय का पानी
गांव के तालाब म डाला जा रहा है िजससे तालाब
का पानी भी दू षत हो रहा है और गांव का
वातावरण भी तो इससे नजात कै से मले ?
इसके लए मैिजक पट का इ तेमाल कया जा
सकता है । मैिजक पट 8-10 फट का गडडा
बनाया जाता है जो क पानी को सोखने का काम
करता है । हर गल म इसको बनाने से गांव को
गंदे पानी से नजात मल सकता है । साथ ह
आने वाले समय म पानी के लेवल म भी फायदा
होगा ।
सवाल: श ा और रोज़गार को लेकर
आपका ये मॉडल कै से काम कर सकता
है?
जवाब: अगर श ा क बात क जाये तो हर गांव
म सरकार कू ल है, अ यापक भी बहुत है ।
अगर हमार सोच नेक हो तो श ा के े म
बहुत ज द तर क क जा सकती है । आज
िजतने भी ब चे हमार सरकार कू ल म है, ाम
पंचायत उनक श ा क िज़ मेदार ले उसके
लए चाहे गांव के सेवा न वत अ यापको क
सहायता ले या फर पढ़ लखे युवाओं क और
प रणाम लेकर आये बदलाव आपके सामने होगा
। इससे गांव के लोग को महंगी फ़ स से भी
आज़ाद मलेगी और गांव के ब चो को बेहतर
श ा मलेगी ।
अगर रोज़गार क बात क जाये तो आज
कतने छा ऐसे है गांव म िजनमे कोई 12th
पास है तो कोई ैजुएट पर तु रोज़गार नह ं है
यो क सरकार नौकर सबको मलती नह ं
और ाइवेट के लए टैलट नह ं है । तो ऐसे
टूड स को ए ा कोस करा के उनको
रोज़गार यो य बनाया जा सकता है । पर तु
इसके लए ज र है वो टूड स अपनी च ले।
सवाल: आपके वचार म समाज हत
और प रप व राजनी त क झलक
मलती है इस पर या कहगे ?
जवाब: म बताना चाउंगा क आज राजनी त
श द क प रभाषा ऐसी है क कोई भी इंसान
अपने साथ इस श द को नह ं जोड़ना चाहता ।
अगर आप समाज हत और प रप व राजनी त
क बात करते तो म यह कहूंगा क अगर
आपक नी त और नयत दोन साफ़ है तो ये
झलक अपने आ जाती है । समाज हत ह
राजनी त क प रभाषा होनी चाइये । आज
वाथ क राजनी त करने वाले लोग गांव और
युवाओं के लए ऐसा जहर बन गए ।
सवाल: आपने कहा वाथ क राजनी त
एक जहर, कै से बताएँगे ?
जवाब: जी हाँ, या आप नह ं देखते आज कु छ
वाथ लोग अपना राजनी तक फायदा उठाने
के लए युवाओं को गुमराह कर रहे है । अभी
तक तो ये सफ बड़े राजनी तक दल तक ह
सी मत था पर तु आज ये जहर गाव म भी
फै ल रहा है । वाथ क राजनी त करने वाले
लोग कभी आपको लाभ नह ं पंहुचा सकते।
"पंचायत - खास बातचीत म" युवाओं को एक
संदेश देना चाउंगा क ऐसे वाथ लोग से बच
के रहे और अपनी समझ से काम ले । इन्लोग
का मकसद सफ और सफ आपका इ तेमाल
करना है । यो क जब - जब इनक वाथ
राजनी त पर आंच आती है तो ये लोग अपना
जहर उगलने लगते है । आप एक बार ये ज़ र
सोचे क या कभी इन् लोग ने आपको पढाई
करने के लए कहा ? ये ऐसा कभी नह ं करगे
यो क उनका अि त व ख म हो जायेगा।