http://spiritualworld.co.in श्री गुरु अमरदास जी का हुक्मनामा जारी करना: एक दिन श्री गुरु अमरदास जी के समक्ष भाई पारो ने प्रार्थना की कि महाराज! आप जी के दर्शन करने के लिए संगत दूर-दूर से आती है| अलग-अलग समय पर आने के कारण सिक्खों का आपस में मेल नहीं हो पाता| आप जी एक दिन नियत कर दें जिस दिन संगत इकट्ठी हो| इससे एक-दूसरे में प्रेम भावना व सिक्खी सम्बन्ध बढ़ेगा| गुरु जी ने कहा कि आपके भाव उत्तम है| उन्होंने हुक्म किया कि संगत को पत्र लिख दो कि वैसाखी वाले दिन यहां आएं| more on http://spiritualworld.co.in