मालवा से पंवार(पोवार), सबसे पहले नगरधन आये थे. इसके पहले भी पंवार राजा भोज के भतीजे, लक्ष्मण देव पंवार ने बारहवी सदी की शुरुवात में नगरधन से मध्य भारत पर शासन किया था. अठारहवी सदी की शुरुवात में स्थानीय राजाओं के आह्वान पर मुगलों से लड़ने के लिए बड़ी संख्या में पंवार राजपूत मध्यभारत में आये थे. कुछ समय नगरधन नागपुर में रहने के बाद ये लोग वैनगंगा क्षेत्र में स्थायी रूप से बस गये. पंवार या पोवार समाज के छत्तीस कुल हैं और ये अपने विवाह इन्ही छत्तीस कुलों में होते हैं. आज पोवार समाज मुख्यतया बालाघाट, गोंदिया, सिवनी, भंडारा और नागपुर जिलों में निवासरत है.