चतुर्थक उन तीन बिंदुओं में से एक होता है जो किसी डेटा सेट को चार बराबर भागों में विभाजित करता है। या वो संख्याएँ जो डेटा को चार चतुर्थांशों में विभाजित करती हैं। प्रत्येक चतुर्थांश में आंकड़ों या डेटा की संख्या
समान होती है। चतुर्थक की गणना का आधार माध्य (Median) होता है।
चतुर्थक विचलन पहले चतुर्थक (Q1) और तृतीय चतुर्थक (Q3) के बीच के अंतर का आधा होता है। इसे प्रसार को चतुर्थक गुणांक (quartile coefficient of dispersion) के रूप में भी जाना जाता है।
QD = (푸ퟑ−푸ퟏ)/ퟐ
मानक विचलन स्कोर्स के विस्तार की डिग्री का सूचकांक और उस जनसंख्या का जिसमे में से नमूना लिया गया है की विचलनशीलता का एक अनुमान होता है (Guilford & Fruchter, 1976)।
दो मनोविज्ञान के प्रोफेसर छात्रों के असाइनमेंट चेक करते हैं और 50 में से जो नंबर देते हैं उनका औसत 38 अंक आता है। इसे देखकर क्या हमें ये मान लेना चाहिए की दोनों शिक्षक एक जैसा करते मूल्यांकन हैं? (ऐसा मानना खतरनाक हो सकता है!)। मान लीजिये: -
(i) एक शिक्षक 34 से 40 के बीच अंक देता है,
(ii) और दूसरा 20 से 48 के बीच।
यदि आप अपने असाइनमेंट को चेक
करवाना चाहते हैं तो आप किस शिक्षक
को चुनेंगे?
तीन केंद्रवर्ती मान - मध्यमान (Mean), मध्यांक (Median), तथा बहुलांक (Mode) का अभिप्राय और अव्यवस्थित प्रदत्त (Ungrouped Data) एवं व्यवस्थित प्रदत्तयो (Grouped Data) द्वारा उधाहरण सहित गणना विधि प्रस्तुत की गयी है |
विचलनशीलता मान - विस्तार (Range), चतुर्थांश विचलन (Quartile Deviation), मध्यमान विचलन (Mean Deviation), मानक विचलन (Standard Deviation) की गणना विधि प्रस्तुत है |
केंद्रीय प्रवृत्ति’ शब्द 1920 के दशक के उत्तरार्ध की देन है (wikipedia)। सांख्यिकी, विशेष रूप से सामाजिक अनुसंधान में केंद्रीय प्रवृत्ति एक प्रकार का औसत (Average) होता है। आमतौर पर औसत तीन प्रकार के होते हैं अर्थात मध्यमान, माध्य एवं बहुलक (Mean, Median, Mode)। औसत ऐसी संख्या होती है जो स्कोर या व्यक्तियों के एक समूह के केंद्रीय मूल्य को दर्शाती है (Guilford & Fruchter, 1978)।
चतुर्थक विचलन पहले चतुर्थक (Q1) और तृतीय चतुर्थक (Q3) के बीच के अंतर का आधा होता है। इसे प्रसार को चतुर्थक गुणांक (quartile coefficient of dispersion) के रूप में भी जाना जाता है।
QD = (푸ퟑ−푸ퟏ)/ퟐ
मानक विचलन स्कोर्स के विस्तार की डिग्री का सूचकांक और उस जनसंख्या का जिसमे में से नमूना लिया गया है की विचलनशीलता का एक अनुमान होता है (Guilford & Fruchter, 1976)।
दो मनोविज्ञान के प्रोफेसर छात्रों के असाइनमेंट चेक करते हैं और 50 में से जो नंबर देते हैं उनका औसत 38 अंक आता है। इसे देखकर क्या हमें ये मान लेना चाहिए की दोनों शिक्षक एक जैसा करते मूल्यांकन हैं? (ऐसा मानना खतरनाक हो सकता है!)। मान लीजिये: -
(i) एक शिक्षक 34 से 40 के बीच अंक देता है,
(ii) और दूसरा 20 से 48 के बीच।
यदि आप अपने असाइनमेंट को चेक
करवाना चाहते हैं तो आप किस शिक्षक
को चुनेंगे?
तीन केंद्रवर्ती मान - मध्यमान (Mean), मध्यांक (Median), तथा बहुलांक (Mode) का अभिप्राय और अव्यवस्थित प्रदत्त (Ungrouped Data) एवं व्यवस्थित प्रदत्तयो (Grouped Data) द्वारा उधाहरण सहित गणना विधि प्रस्तुत की गयी है |
विचलनशीलता मान - विस्तार (Range), चतुर्थांश विचलन (Quartile Deviation), मध्यमान विचलन (Mean Deviation), मानक विचलन (Standard Deviation) की गणना विधि प्रस्तुत है |
केंद्रीय प्रवृत्ति’ शब्द 1920 के दशक के उत्तरार्ध की देन है (wikipedia)। सांख्यिकी, विशेष रूप से सामाजिक अनुसंधान में केंद्रीय प्रवृत्ति एक प्रकार का औसत (Average) होता है। आमतौर पर औसत तीन प्रकार के होते हैं अर्थात मध्यमान, माध्य एवं बहुलक (Mean, Median, Mode)। औसत ऐसी संख्या होती है जो स्कोर या व्यक्तियों के एक समूह के केंद्रीय मूल्य को दर्शाती है (Guilford & Fruchter, 1978)।
सहसम्बन्ध की अवधारणा , प्रकार ,सहसम्बन्ध गुणांक की गुणात्मक व्याख्या
तथा स्पीयरमैन कोटि/अनुस्थिति अन्तर विधि (Spearman Rank Difference Method) एवं पियरसन गुणनफल-आघूर्ण विधि (Pearson Product Moment Method ) द्वारा सहसम्बन्ध गुणांक के मान की गणना विधि प्रस्तुत है |
विचलनशीलता का अर्थ होता है भिन्न होने की क्षमता। यह शब्द (Variance) अंग्रेजी के वेरिएबल (Vairable) शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है “समान नहीं रहना” (Not staying the same) या ’अक्सर बदलते रहना’। एक स्थिति, मात्रा, या संख्या जो स्थिर नहीं रहती या जिसमे परिवर्तन होता रहता है।
मनोविज्ञान एवं शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। बिना मूल्यांकन के शिक्षा तथा मनोविज्ञान ही नहीं अपितु मनुष्य का समग्र जीवन ही व्यर्थ है। मूल्यांकन निरंतर तथा विस्तृत रूप से चलने वाली प्रक्रिया है। जिसमे किसी मापन की उपयोगिता के सम्बन्ध में निर्णय लिया जाता है अथवा मापन का परिणामों को मूल्य प्रदान किया जाता है। मूल्यांकन के अंतर्गत किसी वस्तु, घटना, या व्यक्ति से सम्बंधित किसी पक्ष का मूल्य निर्धारित किया जाता है। अत मूल्यांकन द्वारा परिमाणात्मक तथा गुणात्मक दोनों प्रकार की सूचनाएँ प्राप्त होती हैं।
मूल्यांकन= मापन (परिमाणात्मक सूचना) + मूल्य निर्धारण (गुणात्मक सूचना)
का समापन तब होता है जब आकलन के पश्चात् अधिगम में सुधार हेतु प्रयत्न किये जाते हैं।
One of the three points that divide a data set into four equal parts. Or the values that divide data into quarters. Each group contains equal number of observations or data. Median acts as base for calculation of quartile.
Media as an agency of Education a very important topic for learners of education field i.e. B.Ed./M.Ed./D.Ed.
Contemporary India and Education
Bachelor of Education
visheshan in hindi examples, types of visheshan,
visheshan worksheet,
visheshan ke bhed, sarvanamik visheshan, visheshan ki paribhasha, visheshan ppt, विशेषण शब्द के उदाहरण वाक्य, विशेषण अभ्यास, What means Visheshan
https://leverageedu.com/blog/hi/visheshan/
Anxiety based disorders. This ppt has been specifically designed for the Post Graduate Diploma in Guidance and Couselling students of GJUS&T, Hisar and affiliated College. FGM Govt. College Adampur have such diploma. the total seats are 20. We have well furnished lab. The students have exposure to various activities during their session at college. For more information and Psychology videos click on the following handle Dr. Rajesh Verma
@Psychologywala
2_Substance related and addictive disorders.pptxDr Rajesh Verma
Substance Abuse Related Disorders. this ppt is specially for students who are pursuing Post Graduate Diploma in Guidance and Counseling from GJUS&T Hisar and affiliated colleges.
Students can contact me for further discussion and doubts.
सहसम्बन्ध की अवधारणा , प्रकार ,सहसम्बन्ध गुणांक की गुणात्मक व्याख्या
तथा स्पीयरमैन कोटि/अनुस्थिति अन्तर विधि (Spearman Rank Difference Method) एवं पियरसन गुणनफल-आघूर्ण विधि (Pearson Product Moment Method ) द्वारा सहसम्बन्ध गुणांक के मान की गणना विधि प्रस्तुत है |
विचलनशीलता का अर्थ होता है भिन्न होने की क्षमता। यह शब्द (Variance) अंग्रेजी के वेरिएबल (Vairable) शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है “समान नहीं रहना” (Not staying the same) या ’अक्सर बदलते रहना’। एक स्थिति, मात्रा, या संख्या जो स्थिर नहीं रहती या जिसमे परिवर्तन होता रहता है।
मनोविज्ञान एवं शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। बिना मूल्यांकन के शिक्षा तथा मनोविज्ञान ही नहीं अपितु मनुष्य का समग्र जीवन ही व्यर्थ है। मूल्यांकन निरंतर तथा विस्तृत रूप से चलने वाली प्रक्रिया है। जिसमे किसी मापन की उपयोगिता के सम्बन्ध में निर्णय लिया जाता है अथवा मापन का परिणामों को मूल्य प्रदान किया जाता है। मूल्यांकन के अंतर्गत किसी वस्तु, घटना, या व्यक्ति से सम्बंधित किसी पक्ष का मूल्य निर्धारित किया जाता है। अत मूल्यांकन द्वारा परिमाणात्मक तथा गुणात्मक दोनों प्रकार की सूचनाएँ प्राप्त होती हैं।
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One of the three points that divide a data set into four equal parts. Or the values that divide data into quarters. Each group contains equal number of observations or data. Median acts as base for calculation of quartile.
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व्यावहारिक मनोविज्ञान का अर्थ इतिहास (Meaning and History of Applied Pschology)Dr Rajesh Verma
हेनरी इलियट के अनुसार “यह मनोविज्ञान की ऐसी शाखा है जिसमें शुद्ध और विशेषकर प्रायोगिक मनोविज्ञान की विधियों एवं परिणामों को व्यहारिक समस्याओं और व्यवहारिक जीवन पर प्रयोग करने का प्रयास किया जाता है”
Maulana Sayyid Abul Kalam Ghulam Muhiyuddin Ahmed bin Khairuddin Al-Hussaini Azad. मौलाना सैय्यद अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल-हुसैनी आज़ाद।
पतंजलि के अनुसार, "पर्यावरण के साथ पूर्वव्यस्तता के बिना आत्म से सामंजस्य बनाये रखने के लिए शारीरिक, बौद्धिक और संवेगात्मक संसाधनों के इष्टतम उपयोग को स्वास्थ्य कहा जाता है" (वर्मा, 1979)। According to Patanjali, “health is the optimal utilisation of one’s physical, intellectual and emotional faculties to maintain harmony with self without undue preoccupation with the environment’ (Verma, 1979)
सामान्यता की अवधारणा व्यक्तिपरक घटना होती है। जो व्यक्ति उचित व्यवहार करते हैं, उपयुक्त कार्य करते हैं और अपना जीवन सही तरीके से जीते हैं, कमोबेश स्वयं से संतुष्ट होते हैं और जीवन यापन के लिए आवश्यक दैनिक गतिविधियों को करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं
करते हैं उन्हें आमतौर पर ‘सामान्य’ माना जाता है।
If we look at word Normal it is derived from Latin word ‘Norma’
meaning Rule. It means following or confirming to social norms or standards. “Normal means abiding by conduct and explicit or
implicit norms of the
society”
Overview of Quantitative research by Prof Rajbir Singh.Dr Rajesh Verma
In sciences we conduct research in order to determine the acceptability of hypotheses derived from theories. Having selected a certain hypothesis which seems important in a certain theory, we collect empirical data which should yield direct information on the acceptability of that hypothesis. Our decision about the meaning of the data may lead us to retain, revise, or reject the hypothesis and even the theory which was its source
Standard deviation is and index of degree of dispersion and an estimate of the variability in the population from which the sample is drawn (Guilford & Fruchter, 1976).
Two psychology professors assesses students’ assignment with average 38 marks (out of 50). Does this indicate that both teachers have same evaluation temperament (assuming such may be disastrous!). Let us consider
(i) teacher A awards within 34 to 40 marks,
(ii) while teacher B awards within 20 to 48 marks.
If you are a student and seeking
to get your assignment assessed which
teacher you will prefer??
Importance of social science research 17.09.2020Dr Rajesh Verma
Quantitative research based on measurement of quantity or amount
Applies to variables that can be measured
Asks questions such as what, how much etc.
Qualitative research applies to qualitative phenomena
Asks questions as why, seeks opinions, tries to find reasons for particular behaviour or event
The single numerical value that indicates the orientation
of data towards the calculated central value of distribution. This value is sometimes called as nuclear value of the data.
“No human mind is capable of
grasping in its entirety the meaning of
any considerable quantity of numerical
data. We want to be able to express all
the relevant information contained in the
mass by means of comparatively few
numerical values. This is a purely
practical need which the science of
statistics is able to some extent to
meet” (Fisher, 1950 p 7).
Maze was invented at the Lab of Edmund Sanford in Clark University in 1898-1899. They (Sanford and his students) started ‘rats-in-mazes’ tradition (Goodwin, 2012).
1898-1899 में क्लार्क विश्वविद्यालय में एडमंड सैनफोर्ड की लैब में भूलभुलैया का आविष्कार किया गया था। उन्होंने (सैनफोर्ड और उनके छात्रों ने) भूलभुलैया-में-चूहे नामक परंपरा की (गुडविन, 2012) शुरुआत की
1905 में दर्पण चित्रण की तकनीक डब्ल्यू एफ डियरबॉर्न ने प्रयास एवं त्रुटि द्वारा सीखने को दिखाने के लिए विशेष रूप से विकसित की गई थी (कारमाइकल, 2012) ।
In 1905 a technique of mirror drawing was developed by W. F. Dearborn specifically as a demonstration of trial and error learning (Carmichael, 2012).
निरपेक्ष सीमा या निरपेक्ष देहली एवं भेद सीमा या भेद देहली साइकोफिजिक्स की मूलभूत अवधारणाएं हैं जो 1860 में गुस्ताव थियोडोर फेचनर द्वारा प्रस्तावित की गई थीं ताकि शरीर और मन के बीच के संबंध का वर्णन गणित के आधार पर किया जा सके।
2. चतुर्थक का अर्थ
चतुर्थक उन तीन ब िंदुओिं में से एक होता है जो बकसी डेटा सेट को चार रा र
भागों में बिभाबजत करता है। या िो सिंख्याएँ जो डेटा को चार चतुर्ाांशों में बिभाबजत
करती हैं। प्रत्येक चतुर्ाांश में
आिंकड़ों या डेटा
की सिंख्या
समान होती है।
चतुर्थक की
गणना का
आधार माध्य
(Median)
होता है।
3. चतुर्थक विचलन: पररभाषा
चतुर्थक बिचलन पहले चतुर्थक (Q1) और तृतीय चतुर्थक (Q3) के ीच के अिंतर
का आधा होता है। इसे प्रसार को चतुर्थक गुणािंक (quartile coefficient of
dispersion) के रूप में भी जाना जाता है।
QD =
𝑸𝟑−𝑸𝟏
𝟐
“प्रसार का एक ऐसा माप बजसे पहले और तीसरे चतुर्थक (यानी, अिंतःचतुर्थक प्रसार
का आधा) के अिंतर के आधे भाग के रूप में पररभाबित बकया जाता है। इसे अधथ-अिंतःचतुर्थक
प्रसार (Semi Interquartile Range) भी कहा जाता है” (APA).
गैरेट (2014) के अनुसार, "चतुर्थक बिचलन या Q, आिृबि बितरण के 75 िें और
25 िें प्रबतशत के ीच
की आधी दूरी होती है"।.
बगलफोडथ (1963) के अनुसार बकसी
बितरण के मध्य के 50 प्रबतशत स्कोसथ के
प्रसार का आधा भाग अधथ-अिंतःचतुर्थक
प्रसार (Q) होता है ।
4. व्याख्या
तो, इस तरह हमारे पास तीन चतुर्थक होंगे अर्ाथत् Q1, Q2 और Q3।
(i) Q1 – यह बनम्नतम 50% डेटा का मध्य ब िंदु होता है और इसे बनम्नतम चतुर्थक या प्रर्म
चतुर्थक के नाम से भी जाना जाता है।
(ii) Q2 – यह बकसी बदए गए डेटा का मध्य ब िंदु या माध्य होता है और इसे बितीयक चतुर्थक
के रूप में भी जाना जाता है।
(iii) Q3 – यह उच्चतम 50% डेटा का मध्य ब िंदु होता है और इसे उच्चतम चतुर्थक या
तृतीयक
चतुर्थक के नाम से भी
जाना जाता है।
अतः, चतुर्थक डेटा को
चार समान भागों में बिभाबजत
करके माध्य के 25% ऊपर
और 25%नीचे के स्कोसथ के
प्रसार को मापते हैं।
5. र्ोडा िा पररचय
कोई भी डेटा-सेट जो सामान्य बितरण की मान्यताओिं को पूरा करता है, के मध्य
में स्कोर की अबधकतम आिृबि पाई जाती है। उस आिृबत में पाये जाने िाले बिचलन को
मापने के बलए चतुर्थक बिचलन नामक सािंबख्यकी तकनीक का प्रयोग बकया जाता है।
यह ीच के 50% डेटा के प्रसार का आधा बहस्सा होता है और इसे अधथ-अिंतःचतुर्थक
प्रसार के रूप में भी जाना जाता है। चतुर्थक बिचलन (Q) डेटा सेट के मध्य
भाग के प्रसार का बनरपेक्ष मापक होता है।
ध्यान देने योग्य ात: छात्रों को चतुर्थक
और चतुर्ाांश के बीच अंतर का ज्ञान
होना चावहए। चतुर्थक डेटा िेट पर
एक वबंदु होता है जबवक चतुर्ाांश
1/4th वहस्िा होता है। आप चतुर्ाांश
के अंदर हो िकते हैं पर चतुर्थक
के नही।
6. चतुर्थक विचलन की विशेषताएं
1. माध्य (Median) चतुर्थक बिचलन का आधार होता है।
2. चतुर्थक बिचलन डेटा-सेट के चरम आकड़ों (Extreme values) से
प्रभाबित नहीं होता है ।
3. समबमत बितरण (Symmetrical Distribution) में Q1 और Q3
माध्य (माध्य -Q1 = Q3- माध्य) से समान दूरी पर होते हैं।
4. चतुर्थक बिचलन ओपन एिंडेड बितरण के प्रसार का स से उिम माप होता है।
5. चतुर्थक, बितरण
पर तीन ब िंदु होते हैं जो
उसे चार समान भागों
(चतुर्ाांश ) में
बिभाबजत
करते हैं।
7. 6. Q1 और Q3 बितरण ीच के 50% स्कोसथ की बनम्नतम और उच्चिम
सीमाएिं होते हैं।
7. यह बितरण के मध्य के स्कोर-घनत्ि का सूचकािंक होता है।
8. बितरण में बिचलनशीलता बजतनी ज्यादा होगी, Q का मान भी उतना ही
अबधक होगा और कम भी।
9. सामान्य बितरण में चतुर्थक बितरण (Q) को सिंभाव्यता त्रुबट
(Probability
Error, PE)
कहा जाता
है।
8. चतुर्थक विचलन की गणना
अनग्रुप्ड डेटा (काल्पवनक डेटा)
(i) यवद डेटा विषर् िंख्या र्ें है तो
जैसे – 12, 54, 32, 51, 24, 60, 21, 44, 31, 48, 50
चरण I – डेटा को आरोही क्रर् र्ें व्यिवस्र्त कीवजये।
अतः, 12, 21, 24, 31, 32, 44, 48, 50, 51, 54, 60
1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11
चरण II – Q1 ज्ञात कीवजए।
व्यिबस्र्त बितरण में (Q1) =
𝑵+𝟏
𝟒
िीं बस्र्बत पर कौन सी सिंख्या है, ज्ञात कीबजए।
अतः, Q1=11+1/4
= 3rd position तीसरी
पोजीशन पर सिंख्या है 24
अतः Q1 = 24
9. (12, 21, 24, 31, 32, 44, 48, 50, 51, 54, 60)
चरण III – Q3 ज्ञात कीवजए
व्यिबस्र्त बितरण में (Q3) =
𝟑 𝑵+𝟏
𝟒
िीं बस्र्बत पर कौन सी सिंख्या है, ज्ञात
कीबजए।
अतः, Q3 = (11+1)3/4 = 9िीं पोजीशन (9th position) पर सिंख्या है 51,
अतः Q3 = 51
चरण IV – अधथ-अिंतःचतुर्थक प्रसार या Q ज्ञात कीबजए
Q =
𝑸𝟑−𝑸𝟏
𝟐
अतः,
=
𝟓𝟏−𝟐𝟒
𝟐
= 27/2= 13.5
12. ग्रुप्ड डेटा (काल्पवनक डेटा)
चरण I –
𝒏
𝟒
ज्ञात कीबजए, => 50/4 = 12.5
इसबलए, 20-24 िह िगथ अिंतराल है बजसमें 12.5 चतुर्थक
बनबहत है
चरण II – Q1 ज्ञात कीवजए
𝑸𝟏 =
𝒍 + 𝒊(
𝒏
𝟒
− 𝒇 𝒄)
𝒇 𝒒
जिंहा,
l = उस िगथ अिंतराल की सटीक बनम्नतम सीमा बजसमें चतुर्थक
बनबहत है।
i = िगथ अिंतराल का आकार
𝒇 𝒄 = चतुर्थक िाले िगथ अिंतराल के पहले िाले िगथ अिंतराल की
सिंचयी आिृबि।
fq = चतुर्थक िाले िगथ अिंतराल की आिृबि
n = स्कोसथ की कु ल सिंख्या या आिृबियों का कु ल योग।
13. गणना : - l = 19.5, i = 5, 𝒇 𝒄 = 10, fq = 6, n = 50
𝑸𝟏 =
𝒍+𝒊(
𝒏
𝟒
−𝒇 𝒄)
𝒇 𝒒
फॉमूथले में बनधाथररत मान प्रबतस्र्ापन करने पर,
=
𝟏𝟗.𝟓+𝟓(
𝟓𝟎
𝟒
−𝟏𝟎)
𝟔
=
𝟏𝟗.𝟓+𝟓(𝟏𝟐.𝟓−𝟏𝟎)
𝟔
=
𝟏𝟗.𝟓+𝟓(𝟐.𝟓)
𝟔
=
𝟏𝟗.𝟓+𝟏𝟐.𝟓
𝟔
=
𝟑𝟐
𝟔
= 5.33
14. चरण III –
𝟑𝒏
𝟒
ज्ञात कीवजए
=>
𝟑𝐱𝟓𝟎
𝟒
= 150/4 = 37.5
इसबलए, 35-39 िगथ अिंतराल िह है बजसमें चतुर्थक बनबहत है
चरण IV – वनम्नवलवित फॉर्मथले द्वारा Q3 ज्ञात कीवजए 𝑸𝟑 =
𝒍+𝒊(
𝟑𝒏
𝟒
−𝒇 𝒄)
𝒇 𝒒
15. गणना: - l = 34.5, i = 5, 𝒇 𝒄 = 35, fq = 6, n = 50
𝑸𝟑 =
𝒍+𝒊(
𝟑𝒏
𝟒
−𝒇 𝒄)
𝒇 𝒒
फॉमूथले में बनधाथररत मान प्रबतस्र्ापन करने पर,
=
𝟑𝟒.𝟓+𝟓(
𝟑(𝟓𝟎)
𝟒
−𝟑𝟓)
𝟔
=
𝟑𝟒.𝟓+𝟓(𝟑𝟕.𝟓−𝟑𝟓)
𝟔
=
𝟑𝟒.𝟓+𝟓(𝟐.𝟓)
𝟔
=
𝟑𝟒.𝟓+𝟏𝟐.𝟓
𝟔
=
𝟒𝟕
𝟔
= 7.83
16. फॉमूथले में बनधाथररत मान प्रबतस्र्ापन करने पर,
𝑸 या 𝑸𝑫 =
𝑸𝟑−𝑸𝟏
𝟐
,
=
𝟕.𝟖𝟑−𝟓.𝟑𝟑
𝟐
=
𝟐.𝟓
𝟐
= 1.25
तो, हमारे काल्पबनक ग्रुप्ड डेटा का चतुर्थक बिचलन है 1.25
17. िन्दभथ :
1. https://dictionary.apa.org/quartile-deviation.
2. Guilford, J. P. and Fruchter, B. (1978). Fundamental Statistics in
Psychology and Education, 6th ed. Tokyo: McGraw-Hill.
3. https://todayinsci.com/M/Mahalanobis_Prasanta/
MahalanobisPrasanta-Quotations.htm.
4. Garrett, H. E. (2014). Statistics in Psychology and Education. New
Delhi: Pragon International.
5. Levin, J. & Fox, J. A.
(2006). Elementary Statistics.
New Delhi: Pearson.