3 सितम्बर 2015 जुमारात को एक साथ दुन्याभर के दा’वते इस्लामी के सुन्नतों भरे इजतिमाअ में होने वाले उर्दू बयान का हिन्दी रस्मुल ख़त़ (लीपियांतर) । जिस में है औलिया उल्लाह की ह़ज के पुरकैफ़ वाक़िआत और दीगर ह़ुज्जाज के लिये कार आमद मदनी फूलों का गुलदस्ता और जूता पहनने की सुन्नतों और आदाब के साथ साथ और भी बहुत कुछ । नीज़ आप चाहें तो नेक निय्यती से अपने तअस्सुरात नीचे दिये गए कोमेन्ट बोक्स में लिख कर सबमिट भी कर सकते हैं और कोई भूल या कमी-बेशी नज़र आए तो मजलिसे तराजिम (हिन्दी) को भी मुत़्त़लअ कर सकते हैं ।