1. सावन की फुहारें <br />सावन आया पिया,मन भाया पिया <br />प्यार के रंग में रंगी धानी<br /> चूनर मंगा दो पिया <br />प्यार का रंग कितना गहरा<br /> में भी जानूं पिया ?<br />जैसे धरती खिले अम्बर के तले<br /> मै भी खिलूँ , तेरा रंग <br />तेरा संग ले लूं पिया <br />मन भीगे ,तन भीगे <br />प्यार की बदली बरसे ,<br />जम के पिया <br />नाचे मन का मोर <br />सावन में पिया | <br /> <br />