SlideShare a Scribd company logo
जन्म २ अक्टूबर १८६९
पोरबंदर, काठियावाड़, गुजरात, भारत
मृत्यु
३० जनवरी १९४८ (७८ वर्ष की आयु में)
नई ठदल्ली, भारत
मृत्यु का कारण हत्या
राष्ट्रीयता भारतीय
अन्य नाम
राष्ट्रपपता, महात्मा, बापू, गांधीीजी
शिक्षा यूननवशसषटी कॉलेज, लंदन
प्रशसद्धधी कारण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सत्याग्रह,
अठहंसा, िांनत
राजनैनतक पाटी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
हस्ताक्षर
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क
े शलए संघर्ष (१९१६ -१९४५)
1. चंपारण और खेड़ा
2. असहयोग आन्दोलन
3. स्वराज और नमक सत्याग्रह (नमक माचष)
4. दशलत आंदोलन और ननश्चय ठदवस
5. द्पवतीय पवश्व युद्धी और भारत छोड़ो आन्दोलन
6. स्वतंत्रता और भारत का पवभाजन
चंपारण आंदोलन :
बबहार क
े चंपारण जजले में सन 1917-18 महात्मा गांधीी क
े
नेतृत्व में भारत में ककया गया यह पहला सत्याग्रह था। इसे
चम्पारण सत्याग्रह क
े नाम से जाना जाता है। उस समय
अंग्रेजों और और उनक
े पपट्िू जमींदारों द्वारा हजारों भूशमहीन
मजदूर एवं गरीब ककसानों को खाद्यान क
े बजाय नील एवं
अन्य नकदी फसलों की खेती करने क
े शलए मजबूर ककया जा
रहा था। अंग्रेजों क
े अत्याचार क
े खखलाफ गांधीी ने उस समय
चंपारण पहुंचकर इस आंदोलन का िंखनाद ककया। उन्होंने उस
समय जमींदारों क
े खखलाफ़ पवरोधी प्रदिषन और हड़तालों को
नेतृत्व ककया। तब उनक
े समथषन में हजारों की संख्या में
ककसान एकबत्रत हो गए थे। पुशलस सुपररंटेंडेंट ने गांधीीजी को
जजला छोड़ने का आदेि ठदया, लेककन उन्होंने आदेि को
मानने से इंकार कर ठदया था।
१९१८ में खेड़ा और चंपारन सत्याग्रह क
े समय
१९१८ में गांधीी
असहयोग आंदोलन :
• : रॉलेट सत्याग्रह की सफलता क
े बाद 1 अगस्त
1920 महात्मा गांधीी ने असहयोग आंदोलन की
िुरुआत की। इस आंदोलन क
े माध्यम से गांधीीजी
ने लोगों से आग्रह ककया कक जो भारतीय
उपननवेिवाद का खत्म करना चाहते हैं वे स्क
ू लों,
कॉलेजों और न्यायालय न जाएं और न ही कर
चुकाएं। यह एक तरह से अंग्रेजों क
े खखलाफ
भारतीयों की असहयोग की िुरुआत थी। तब
गांधीी जी ने कहा था कक यठद असहयोग का
िीक ढंग से पालन ककया जाए तो भारत एक वर्ष
क
े भीतर स्वराज प्राप्त कर लेगा। गांधीी क
े इस
आंदोलन ने अंग्रेजी साम्राज्य को ठहलाकर रख
ठदया था।
साबरमती आश्रम : गुजरात में गांधीी का घर
नमक सत्याग्रह :
नमक सत्याग्रह महात्मा गांधीी द्वारा चलाए गए प्रमुख
आंदोलन में से एक था। इसे दांडी माचष क
े नाम से भी
जाना जाता है। नमक पर बिठटि राज क
े एकाधधीकार क
े
खखलाफ 12 माचष, 1930 में बापू ने अहमदाबाद क
े पास
जस्थत साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 ठदनों
का पैदल माचष ननकाला था। उस दौर में अंग्रेजों ने ने
चाय, कपड़ा, यहां तक कक नमक जैसी चीजों पर अपना
एकाधधीकार स्थापपत कर रखा था। उस समय बापू ने
दांडी में नमक बनाकर अंग्रेजी कानून को तोड़ा था।
माचष १९३० में नमक पर कर लगाए जाने क
े पवरोधी में नया सत्याग्रह चलाया जजसे
१२ माचष से ६ अप्रेल तक नमक आंदोलन क
े याद में ४०० ककलोमीटर (२४८ मील) तक
का सफर अहमदाबाद से दांडी, गुजरात तक चलाया गया ताकक स्वयं नमक उत्पन्न
ककया जा सक
े । समुद्र की ओर इस यात्रा में हजारों की संख्या में भारतीयों ने भाग
शलया। भारत में अंग्रेजों की पकड़ को पवचशलत करने वाला यह एक सवाषधधीक सफल
आंदोलन था जजसमें अंग्रेजों ने ८०,००० से अधधीक लोगों को जेल भेजा।
दांडी में गााँधीी, ५ अप्रैल, १९३०, क
े अंत में नमक माचष
दललत आंदोलन :
पूना समझौते क
े बाद गांधीी जी ने खुद को पूरी
तरह से हररजनों की सेवा में समपपषत कर ठदया।
जेल से छ
ू टने क
े बाद उन्होंने 1932 ई. में 'अखखल
भारतीय छ
ु आछ
ू त पवरोधीी लीग' की स्थापना की।
साथ ही 8 मई 1933 से छ
ु आछ
ू त पवरोधीी आंदोलन
की िुरुआत की। उनका यह आंदोलन समाज से
अस्यपृश्यता शमटाने क
े शलए था। उन्होंने हररजन
नामक साप्ताठहक पत्र का प्रकािन भी ककया था।
हररजन आंदोलन में मदद क
े शलए गांधीी जी ने 21
ठदन का उपवास ककया था। दशलतों क
े शलए हररजन
िब्द गांधीी जी ने ही ठदया था। हररजन से उनका
तात्पयष था ईश्वर का आदमी।
दशलत आंदोलन
भारत छोडो आंदोलन :
भारत छोड़ो आंदोलन द्पवतीय पवश्वयुद्धी क
े समय
9 अगस्त 1942 को आरंभ ककया गया था। किप्स
शमिन की पवफलता क
े बाद बापू ने बिठटि िासन
क
े खखलाफ़ अपना तीसरा बड़ा आंदोलन छेड़ने का
फ
ै सला शलया। 8 अगस्त 1942 की िाम को बंबई
में अखखल भारतीय कांग्रेस कमेटी क
े बंबई सत्र में
'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा ठदया गया था।
हालांकक गांधीी जी को तत्काल धगरफ्तार कर शलया
गया था, लेककन देि भर क
े युवा कायषकताष हड़तालों
और तोड़फोड़ क
े जररए आंदोलन चलाते रहे। पजश्चम
में सतारा और पूवष में मेठदनीपुर जैसे कई जजलों में
स्वतंत्र सरकार की स्थापना कर दी गई थी।
स्वतंत्रता और भारत का ववभाजन
गांधीी जी ने १९४६ में कांग्रेस को बिठटि क
े बीनेट शमिन (British Cabinet
Mission) क
े प्रस्ताव को िु कराने का परामिष ठदया क्योकक उसे मुजस्लम बाहुलता
वाले प्रांतों क
े शलए प्रस्तापवत समूहीकरण क
े प्रनत उनका गहन संदेह होना था
इसशलए गांधीी जी ने प्रकरण को एक पवभाजन क
े पूवाषभ्यास क
े रूप में देखा।
हालांकक क
ु छ समय से गांधीी जी क
े साथ कांग्रेस द्वारा मतभेदों वाली घटना में
से यह भी एक घटना बनी (हालांकक उसक
े नेत्त्व क
े कारण नहीं) चूंकक नेहरू और
पटेल जानते थे कक यठद कांग्रेस इस योजना का अनुमोदन नहीं करती है तब
सरकार का ननयंत्रण मुजस्लम लीग क
े पास चला जाएगा। १९४८ क
े बीच लगभग
५००० से भी अधधीक लोगों को ठहंसा क
े दौरान मौत क
े घाट उतार ठदया गया।
गांधीी जी ककसी भी ऐसी योजना क
े खखलाफ थे जो भारत को दो अलग अलग
देिों में पवभाजजत कर दे। भारत में रहने वाले बहुत से ठहंदुओं और शसक्खों एवं
मुजस्लमों का भारी बहुमत देि क
े बंटवारे[तथ्य वांनछत] क
े पक्ष में था। इसक
े
अनतररक्त मुहम्मद अली जजन्ना, मुजस्लम लीग क
े नेता ने, पजश्चम
पंजाब, शसंधी, उत्तर पजश्चम सीमांत प्रांत और पूवी बंगाल[तथ्य वांनछत] में व्यापक
सहयोग का पररचय ठदया। व्यापक स्तर पर फ
ै लने वाले ठहंदु मुजस्लम लड़ाई को
रोकने क
े शलए ही कांग्रेस नेताओं ने बंटवारे की इस योजना को अपनी मंजूरी दे
दी थी। कांगेस नेता जानते थे कक गांधीी जी बंटवारे का पवरोधी करेंगे और उसकी
सहमनत क
े बबना कांग्रेस क
े शलए आगे बझना बसंभव था चुकक पाटिी में गांधीी
जी का सहयोग और संपूणष भारत में उनकी जस्थनत मजबूत थी। गांधीी जी क
े
करीबी सहयोधगयों ने बंटवारे को एक सवोत्तम उपाय क
े रूप में स्वीकार ककया
और सरदार पटेल ने गांधीी जी को समझाने का प्रयास ककया कक नागररक
अिांनत वाले युद्धी को रोकने का यही एक उपाय है। मज़बूर गांधीी ने अपनी
अनुमनत दे दी।
Kamala PPT (2) (1).pdf

More Related Content

Similar to Kamala PPT (2) (1).pdf

piyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
piyush pot fir indian political science indian constitution.pptxpiyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
piyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
Samar988037
 
Bhagat singh biography
Bhagat singh biographyBhagat singh biography
Bhagat singh biography
CHANDANKUMAR2085
 
HINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptxHINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptx
KumarRohit464749
 
HINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptxHINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptx
KumarRohit464749
 
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdhHI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
bholu803201
 
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdfSubhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
sangam2official
 
लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्रीलाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री
Kapil Luthra
 
Lal Bahadur Shastri
Lal Bahadur ShastriLal Bahadur Shastri
Lal Bahadur Shastri
Kapil Luthra
 
Mahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindiMahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindiShubham Gupta
 
Famous Personalites of Modern Indian History
Famous Personalites of Modern Indian HistoryFamous Personalites of Modern Indian History
Famous Personalites of Modern Indian History
संजय बिंटा
 
Gandhi ji
Gandhi jiGandhi ji
Gandhi ji
mayank jain
 
MAHATNA GANDHI
MAHATNA GANDHIMAHATNA GANDHI
MAHATNA GANDHI
Admeff Construction
 
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwasNetaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
molitics
 
जवाहर लाल नेहरू का जन्म
जवाहर लाल नेहरू का जन्मजवाहर लाल नेहरू का जन्म
जवाहर लाल नेहरू का जन्म
Poonam Singh
 
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10thSubhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
Rahul Kumar
 
Chapter 1 , challenges of nation - building , xii pol science
Chapter  1 , challenges of nation - building , xii  pol scienceChapter  1 , challenges of nation - building , xii  pol science
Chapter 1 , challenges of nation - building , xii pol science
Directorate of Education Delhi
 
चमचा युग.pdf
चमचा युग.pdfचमचा युग.pdf
चमचा युग.pdf
DeepGyan2
 

Similar to Kamala PPT (2) (1).pdf (18)

piyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
piyush pot fir indian political science indian constitution.pptxpiyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
piyush pot fir indian political science indian constitution.pptx
 
Bhagat singh biography
Bhagat singh biographyBhagat singh biography
Bhagat singh biography
 
HINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptxHINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptx
 
HINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptxHINDI PPT.pptx
HINDI PPT.pptx
 
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdhHI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
HI ppt.pptxgshsjsusjshshdgdhdhhdhdhdhdhdhhdh
 
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdfSubhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024 नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती.pdf
 
लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्रीलाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री
 
Lal Bahadur Shastri
Lal Bahadur ShastriLal Bahadur Shastri
Lal Bahadur Shastri
 
Gandhi ji
Gandhi jiGandhi ji
Gandhi ji
 
Mahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindiMahatma gandhi in hindi
Mahatma gandhi in hindi
 
Famous Personalites of Modern Indian History
Famous Personalites of Modern Indian HistoryFamous Personalites of Modern Indian History
Famous Personalites of Modern Indian History
 
Gandhi ji
Gandhi jiGandhi ji
Gandhi ji
 
MAHATNA GANDHI
MAHATNA GANDHIMAHATNA GANDHI
MAHATNA GANDHI
 
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwasNetaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
Netaji subhash chandra bose jayanti parakram parakram diwas
 
जवाहर लाल नेहरू का जन्म
जवाहर लाल नेहरू का जन्मजवाहर लाल नेहरू का जन्म
जवाहर लाल नेहरू का जन्म
 
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10thSubhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
Subhash Chandra Bose PPT in Hindi Class 10th
 
Chapter 1 , challenges of nation - building , xii pol science
Chapter  1 , challenges of nation - building , xii  pol scienceChapter  1 , challenges of nation - building , xii  pol science
Chapter 1 , challenges of nation - building , xii pol science
 
चमचा युग.pdf
चमचा युग.pdfचमचा युग.pdf
चमचा युग.pdf
 

More from ALOKSHUKLA744098

zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdfzq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
ALOKSHUKLA744098
 
random-160928053811 (1) (1).pdf
random-160928053811 (1) (1).pdfrandom-160928053811 (1) (1).pdf
random-160928053811 (1) (1).pdf
ALOKSHUKLA744098
 
ch-5-notes.pdf
ch-5-notes.pdfch-5-notes.pdf
ch-5-notes.pdf
ALOKSHUKLA744098
 
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdfsocialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
ALOKSHUKLA744098
 
adjectives-111025023624-phpapp01.pdf
adjectives-111025023624-phpapp01.pdfadjectives-111025023624-phpapp01.pdf
adjectives-111025023624-phpapp01.pdf
ALOKSHUKLA744098
 
random-210904163037.pdf
random-210904163037.pdfrandom-210904163037.pdf
random-210904163037.pdf
ALOKSHUKLA744098
 
SST-1.pptx
SST-1.pptxSST-1.pptx
SST-1.pptx
ALOKSHUKLA744098
 
PPT on Soil Alok.pdf
PPT on Soil Alok.pdfPPT on Soil Alok.pdf
PPT on Soil Alok.pdf
ALOKSHUKLA744098
 

More from ALOKSHUKLA744098 (8)

zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdfzq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
zq9u4cdqiwnvpifwsore-disaster-management-scert-3-230401213939-2f21831a (2).pdf
 
random-160928053811 (1) (1).pdf
random-160928053811 (1) (1).pdfrandom-160928053811 (1) (1).pdf
random-160928053811 (1) (1).pdf
 
ch-5-notes.pdf
ch-5-notes.pdfch-5-notes.pdf
ch-5-notes.pdf
 
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdfsocialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
socialsciencepptbyusha-171109052411 (1) (1).pdf
 
adjectives-111025023624-phpapp01.pdf
adjectives-111025023624-phpapp01.pdfadjectives-111025023624-phpapp01.pdf
adjectives-111025023624-phpapp01.pdf
 
random-210904163037.pdf
random-210904163037.pdfrandom-210904163037.pdf
random-210904163037.pdf
 
SST-1.pptx
SST-1.pptxSST-1.pptx
SST-1.pptx
 
PPT on Soil Alok.pdf
PPT on Soil Alok.pdfPPT on Soil Alok.pdf
PPT on Soil Alok.pdf
 

Kamala PPT (2) (1).pdf

  • 1.
  • 2.
  • 3.
  • 4. जन्म २ अक्टूबर १८६९ पोरबंदर, काठियावाड़, गुजरात, भारत मृत्यु ३० जनवरी १९४८ (७८ वर्ष की आयु में) नई ठदल्ली, भारत मृत्यु का कारण हत्या राष्ट्रीयता भारतीय अन्य नाम राष्ट्रपपता, महात्मा, बापू, गांधीीजी शिक्षा यूननवशसषटी कॉलेज, लंदन प्रशसद्धधी कारण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, सत्याग्रह, अठहंसा, िांनत राजनैनतक पाटी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हस्ताक्षर
  • 5. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम क े शलए संघर्ष (१९१६ -१९४५) 1. चंपारण और खेड़ा 2. असहयोग आन्दोलन 3. स्वराज और नमक सत्याग्रह (नमक माचष) 4. दशलत आंदोलन और ननश्चय ठदवस 5. द्पवतीय पवश्व युद्धी और भारत छोड़ो आन्दोलन 6. स्वतंत्रता और भारत का पवभाजन
  • 6. चंपारण आंदोलन : बबहार क े चंपारण जजले में सन 1917-18 महात्मा गांधीी क े नेतृत्व में भारत में ककया गया यह पहला सत्याग्रह था। इसे चम्पारण सत्याग्रह क े नाम से जाना जाता है। उस समय अंग्रेजों और और उनक े पपट्िू जमींदारों द्वारा हजारों भूशमहीन मजदूर एवं गरीब ककसानों को खाद्यान क े बजाय नील एवं अन्य नकदी फसलों की खेती करने क े शलए मजबूर ककया जा रहा था। अंग्रेजों क े अत्याचार क े खखलाफ गांधीी ने उस समय चंपारण पहुंचकर इस आंदोलन का िंखनाद ककया। उन्होंने उस समय जमींदारों क े खखलाफ़ पवरोधी प्रदिषन और हड़तालों को नेतृत्व ककया। तब उनक े समथषन में हजारों की संख्या में ककसान एकबत्रत हो गए थे। पुशलस सुपररंटेंडेंट ने गांधीीजी को जजला छोड़ने का आदेि ठदया, लेककन उन्होंने आदेि को मानने से इंकार कर ठदया था।
  • 7. १९१८ में खेड़ा और चंपारन सत्याग्रह क े समय १९१८ में गांधीी
  • 8. असहयोग आंदोलन : • : रॉलेट सत्याग्रह की सफलता क े बाद 1 अगस्त 1920 महात्मा गांधीी ने असहयोग आंदोलन की िुरुआत की। इस आंदोलन क े माध्यम से गांधीीजी ने लोगों से आग्रह ककया कक जो भारतीय उपननवेिवाद का खत्म करना चाहते हैं वे स्क ू लों, कॉलेजों और न्यायालय न जाएं और न ही कर चुकाएं। यह एक तरह से अंग्रेजों क े खखलाफ भारतीयों की असहयोग की िुरुआत थी। तब गांधीी जी ने कहा था कक यठद असहयोग का िीक ढंग से पालन ककया जाए तो भारत एक वर्ष क े भीतर स्वराज प्राप्त कर लेगा। गांधीी क े इस आंदोलन ने अंग्रेजी साम्राज्य को ठहलाकर रख ठदया था।
  • 9. साबरमती आश्रम : गुजरात में गांधीी का घर
  • 10. नमक सत्याग्रह : नमक सत्याग्रह महात्मा गांधीी द्वारा चलाए गए प्रमुख आंदोलन में से एक था। इसे दांडी माचष क े नाम से भी जाना जाता है। नमक पर बिठटि राज क े एकाधधीकार क े खखलाफ 12 माचष, 1930 में बापू ने अहमदाबाद क े पास जस्थत साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 ठदनों का पैदल माचष ननकाला था। उस दौर में अंग्रेजों ने ने चाय, कपड़ा, यहां तक कक नमक जैसी चीजों पर अपना एकाधधीकार स्थापपत कर रखा था। उस समय बापू ने दांडी में नमक बनाकर अंग्रेजी कानून को तोड़ा था। माचष १९३० में नमक पर कर लगाए जाने क े पवरोधी में नया सत्याग्रह चलाया जजसे १२ माचष से ६ अप्रेल तक नमक आंदोलन क े याद में ४०० ककलोमीटर (२४८ मील) तक का सफर अहमदाबाद से दांडी, गुजरात तक चलाया गया ताकक स्वयं नमक उत्पन्न ककया जा सक े । समुद्र की ओर इस यात्रा में हजारों की संख्या में भारतीयों ने भाग शलया। भारत में अंग्रेजों की पकड़ को पवचशलत करने वाला यह एक सवाषधधीक सफल आंदोलन था जजसमें अंग्रेजों ने ८०,००० से अधधीक लोगों को जेल भेजा।
  • 11. दांडी में गााँधीी, ५ अप्रैल, १९३०, क े अंत में नमक माचष
  • 12. दललत आंदोलन : पूना समझौते क े बाद गांधीी जी ने खुद को पूरी तरह से हररजनों की सेवा में समपपषत कर ठदया। जेल से छ ू टने क े बाद उन्होंने 1932 ई. में 'अखखल भारतीय छ ु आछ ू त पवरोधीी लीग' की स्थापना की। साथ ही 8 मई 1933 से छ ु आछ ू त पवरोधीी आंदोलन की िुरुआत की। उनका यह आंदोलन समाज से अस्यपृश्यता शमटाने क े शलए था। उन्होंने हररजन नामक साप्ताठहक पत्र का प्रकािन भी ककया था। हररजन आंदोलन में मदद क े शलए गांधीी जी ने 21 ठदन का उपवास ककया था। दशलतों क े शलए हररजन िब्द गांधीी जी ने ही ठदया था। हररजन से उनका तात्पयष था ईश्वर का आदमी।
  • 14. भारत छोडो आंदोलन : भारत छोड़ो आंदोलन द्पवतीय पवश्वयुद्धी क े समय 9 अगस्त 1942 को आरंभ ककया गया था। किप्स शमिन की पवफलता क े बाद बापू ने बिठटि िासन क े खखलाफ़ अपना तीसरा बड़ा आंदोलन छेड़ने का फ ै सला शलया। 8 अगस्त 1942 की िाम को बंबई में अखखल भारतीय कांग्रेस कमेटी क े बंबई सत्र में 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा ठदया गया था। हालांकक गांधीी जी को तत्काल धगरफ्तार कर शलया गया था, लेककन देि भर क े युवा कायषकताष हड़तालों और तोड़फोड़ क े जररए आंदोलन चलाते रहे। पजश्चम में सतारा और पूवष में मेठदनीपुर जैसे कई जजलों में स्वतंत्र सरकार की स्थापना कर दी गई थी।
  • 15.
  • 16. स्वतंत्रता और भारत का ववभाजन गांधीी जी ने १९४६ में कांग्रेस को बिठटि क े बीनेट शमिन (British Cabinet Mission) क े प्रस्ताव को िु कराने का परामिष ठदया क्योकक उसे मुजस्लम बाहुलता वाले प्रांतों क े शलए प्रस्तापवत समूहीकरण क े प्रनत उनका गहन संदेह होना था इसशलए गांधीी जी ने प्रकरण को एक पवभाजन क े पूवाषभ्यास क े रूप में देखा। हालांकक क ु छ समय से गांधीी जी क े साथ कांग्रेस द्वारा मतभेदों वाली घटना में से यह भी एक घटना बनी (हालांकक उसक े नेत्त्व क े कारण नहीं) चूंकक नेहरू और पटेल जानते थे कक यठद कांग्रेस इस योजना का अनुमोदन नहीं करती है तब सरकार का ननयंत्रण मुजस्लम लीग क े पास चला जाएगा। १९४८ क े बीच लगभग ५००० से भी अधधीक लोगों को ठहंसा क े दौरान मौत क े घाट उतार ठदया गया। गांधीी जी ककसी भी ऐसी योजना क े खखलाफ थे जो भारत को दो अलग अलग देिों में पवभाजजत कर दे। भारत में रहने वाले बहुत से ठहंदुओं और शसक्खों एवं मुजस्लमों का भारी बहुमत देि क े बंटवारे[तथ्य वांनछत] क े पक्ष में था। इसक े अनतररक्त मुहम्मद अली जजन्ना, मुजस्लम लीग क े नेता ने, पजश्चम पंजाब, शसंधी, उत्तर पजश्चम सीमांत प्रांत और पूवी बंगाल[तथ्य वांनछत] में व्यापक सहयोग का पररचय ठदया। व्यापक स्तर पर फ ै लने वाले ठहंदु मुजस्लम लड़ाई को रोकने क े शलए ही कांग्रेस नेताओं ने बंटवारे की इस योजना को अपनी मंजूरी दे दी थी। कांगेस नेता जानते थे कक गांधीी जी बंटवारे का पवरोधी करेंगे और उसकी सहमनत क े बबना कांग्रेस क े शलए आगे बझना बसंभव था चुकक पाटिी में गांधीी जी का सहयोग और संपूणष भारत में उनकी जस्थनत मजबूत थी। गांधीी जी क े करीबी सहयोधगयों ने बंटवारे को एक सवोत्तम उपाय क े रूप में स्वीकार ककया और सरदार पटेल ने गांधीी जी को समझाने का प्रयास ककया कक नागररक अिांनत वाले युद्धी को रोकने का यही एक उपाय है। मज़बूर गांधीी ने अपनी अनुमनत दे दी।