WASH( Water Sanitation and Hygiene) by Dr Sushma Singh
Chapter ix, xii pol science. (Globalization )
1. अध्याय - 9 (XII)
वैश्वीकरण
By
Dr. Sushma Singh
(Core Academic Unit DOE GNCT of Delhi)
2. पाठ के अंत में हम जान पाएंगे :
वैश्वीकरण
7 वैश्वीकरण का ववरोध
6 भारत और वैश्वीकरण
5 प्रभाव
4 उदाहरण
3 ववशेषताएँ
2 कारण
1 क्या हैं ?
3. 1 वैश्वीकरण क्या हैं ?
• वैश्वीकरण एक बहुआयामी प्रक्रिया हैं, जिसमें हम अपने ननणणयों को
दुननया के एक क्षेत्र में कायणजववत करते हैं, िो दुननया के दूरवती क्षेत्र में
व्यजततयों के व्यवहार के ननर्ाणरण में महत्वपूणण भूममका ननभाते हैं
• एक अवर्ारणा के रूप में वैश्वीकरण का बुननयादी तत्व ‘प्रवाह’ हैं प्रवाह
कई प्रकार के होते हैं िैसे – वस्तुओं, पूंिी, श्रम और ववचारों का ववश्व के
एक हहस्से से दूसरे अवय हहस्से में मुतत प्रवाह
4. वैश्वीकरण
वैश्वीकरण को भूमंडलीकरण भी कहते हैं और एक
बहुआयामी अवर्ारणा हैं यह न तो के वल आर्थणक
पररघटना हैं और न ही मसर्ण सांस्कृ नतक या रािनीनतक
पररघटना
5. 2 वैश्वीकरण के कारण
• उवनत प्रौद्योर्िकी एवं ववश्वव्यापी पारस्पररक िुडाव जिस कारण
आि ववश्व एक वैजश्वक ग्राम बन िया हैं
• टेलीग्रार्, टेलीर्ोन, माइिोर्चप, इवटरनेट एवं अवय सूचना तकनीकी
सार्नों ने ववश्व के ववमभवन भािों के बीच संचार की िांनत कर हदखाई
हैं
• पयाणवरण की वैजश्वक समस्याओं िैसे सुनामी, िलवायु पररवतणन वैजश्वक
तापवृद्र्र् से ननपटने हेतु अंतराणष्ट्रीय सहयोि
6. 3 वैश्वीकरण की ववशेषताएँ
• पूंिी, श्रम, वस्तु एवं ववचारों का िनतशील एवं मुतत प्रवाह
• पूंिीवादी व्यवस्था, खुलेपन एवं ववश्व व्यापार में वृद्र्र्
• देशों के बीच आपसी िुड़ाव एवं अंत: ननभणरता
• ववमभवन आर्थणक घटनाएँ िैसे मंडी और तेिी तथा महामारी
िैसे एंथ्रेतसण, इबोला, HIV, AIDS, स्वाइन फ्लू िैसे मामलों में
वैजश्वक सहयोि एवं प्रभाव
7. 4 वैश्वीकरण के उदाहरण -1
• ववमभवन ववदेशी वस्तुओं की भारत में उपलब्र्ता
• युवाओं को कै ररयर के ववमभवन नये अवसर का ममलना
• क्रकसी भारतीय का अमेररकी कै लेंडर एवं समयानुसार सेवा प्रदान
करना
• र्सल के खराब हो िाने से कु छ क्रकसानों द्वारा आत्म – हत्या कर
लेना
8. वैश्वीकरण के उदाहरण -2
• अनेक खुदरा (ररटेल ) व्यापाररयों को दर हैं क्रक ररटेल में प्रत्यक्ष
ववदेशी ननवेश (FDI) लािू होने से बड़ी ररटेल कं पननयाँ आयेंिी और
उनका रोििार नछन िाएिा
• लोिों के बीच आर्थणक असमानता में वृद्र्र्
• ये उदाहरण सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रकृ नत के हो सकते हैं
9. 5 वैश्वीकरण के प्रकार
I॰ राजनीततक प्रभाव II. आर्थिक प्रभाव
III. सांस्कृ ततक प्रभाव
10. राजनीततक प्रभाव
• वैश्वीकरण से राज्य की क्षमता में कमी आई हैं राज्य अब कु छ मुख्य
कायों िैसे कानून व्यवस्था बनाना तथा सुरक्षा तक ही सीममत हैं अब
बािार आर्थणक और सामाजिक प्राथममकताओं का मुख्य ननर्ाणरक हैं
• राज्य की प्रर्ानता बरकरार हैं तथा उसे वैश्वीकरण से कोई खास चुनौती
नहीं ममल रही हैं
• इस पहलू के अनुसार वैश्वीकरण के कारण अत्यार्ुननक प्रौद्योर्िकी के बूते
राज्य अपने नािररकों के बारे में सूचनाएँ िुटा सकते हैं और कारिर ढंि से
कायण कर सकते हैं अत: राज्य अर्र्क ताकतवर हुए हैं
11. वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव -1
• अंतराणष्ट्रीय मुद्रा कोष, ववश्व बैंक एवं ववश्व व्यापार संिठन िैसे :
अंतराणष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा आर्थणक नीनतयों का ननमाणण इन
संस्थाओं में र्नी, प्रभावशाली एवं ववकमसत देशों का प्रभुत्व हैं
• आयात प्रनतबंर्ों में अत्यर्र्क कमी
• पूंिी के प्रवाह से पूंिीवादी देशों को लाभ परंतु श्रम के ननबाणर् प्रवाह न
होने के कारण ववकासशील देशों को कम लाम
12. वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव -2
• ववकमसत देशों द्वारा वीिा नीनत द्वारा लोिों की आवािाही प्रनतबवर्
• वैश्वीकरण के कारण सरकारे अपने सामाजिक सरोकारों से मुह मोड
रही हैं उसके मलए सामाजिक सुरक्षा कवच की आवश्यकता हैं
वैश्वीकरण के आलोचक कहते हैं क्रक इसमें समािों में आर्थणक असमानता
बढ़ रही हैं
13. वैश्वीकरण के सांस्कृ ततक प्रभाव
• सांस्कृ नतक समरूपता द्वारा ववश्व में पजश्चमी संस्कृ नतयों को बढ़ावा
• खाने पीने एवं पहनावे में ववकल्पों की संख्या में वृद्र्र्
• लोिों में सांस्कृ नतक पररवतणनों पर दुववर्ा
• संस्कृ नतयों की मौमलकता पर बुरा असर
• सांस्कृ नतक वैमभवनीकरण जिसमें प्रत्येक संस्कृ त कही ज्यादा अलि
और ववमशष्ट्ट हो रही हैं
14. 6 भारत और वैश्वीकरण-1
• आिादी के बाद भारत में संरक्षण वाद की नीनत अपनाकर अपने
घरेलू उत्पादन पर ज़ोर हदया ताक्रक भारत आत्मननभणर रहे
• 1991 में लािू नई आर्थणक नीनत द्वारा भारत वैश्वीकरण के मलए
तैयार हुआ और खुलेपन की नीनत अपनाई
• आि वैश्वीकरण के कारण भारत की आर्थणक वृद्र्र् दर 7.5 प्रनतशत
वावषणक की दर से बढ रही हैं िो 1990 में 5.5 प्रनतशत थी
15. भारत और वैश्वीकरण-2
• भारत के अननवासी भारतीय ववदेशों में भारतीय संस्कृ नत को बढ़ावा दे
रहे हैं
• भारत के लोि कं प्यूटर साफ्टवेयर में अपना वचणस्व स्थावपत करने में
कामयाब रहे हैं
• आि भारतीय लोि वैजश्वक स्तर पर उच्च पदों पर आसीन होने में
असर्ल हुए हैं
16. 7 वैश्वीकरण का ववरोध -1
• वाम पंथी ववचारक इसके ववमभवन पक्षों की आलोचना करते हैं
• रािनीनतक अथों में उवहें राज्य के कमिोर होने की र्चंता हैं
• आर्थणक क्षेत्र में वें कम से कम कु छ क्षेत्रों में आर्थणक ननभणरता एवं
संरक्षण वाद का दौर कायम करना चाहते हैं
• सांस्कृ नतक संदभण में इनकी र्चंता हैं क्रक परंपराित संस्कृ नत को हानन
होिी और लोि अपने सहदयों पुराने िीवन मूल्यों तथा तौर तरीकों से
हाथ र्ो देंिे
17. वैश्वीकरण का ववरोध -2
• वल्ड सोशल र्ोरम (WSF) नव उदार वादी वैश्वीकरण के ववरोर् का
एक ववश्वव्यापी मंच हैं इसके तहत मानवार्र्कार कायणकताण, पयाणवरण
वादी मिदूर, युवा और महहला कायणकताण आते हैं
• 1999 में मसएटल में ववश्व व्यापार संिठन की मंत्री -स्तरीय बैठक का
ववरोर् हुआ जिसका कारण आर्थणक रूप से ताकतवर देशों द्वारा
व्यापार के अनुर्चत तौर तरीकों के ववरोर् में हुआ