SlideShare a Scribd company logo
1 of 23
मधुमक्खी पालन की जानकारी
डॉ. ईश्वर प्रकाश शमाा
(वैज्ञाननक)
पतंजनल अनुसंधान संस्थान, हररद्वार, उत्तराखंड
मधुमक्खी पालन
• कृ षि क्रियाएं
• लघु व्यवसाय
• बड़े व्यवसाय
• कृ षि और बगवानी
• कृ षि योग्य भूमि
• कृ षि का षवकास
• अन्य व्यसाय
मधुमक्खी पालन
•िानव जाती को लाभान्न्वत कर रहा
है
•कि खर्चीला घरेलु उद्योग है।
•न्जसिे आय, रोजगार व वातावरण
शुद्ध रखने की क्षिता है।
•कृ षि व बागवानी उत्पादन बढ़ाने की
क्षिता भी रखता है।
मधुमक्खी पालन
•िोन सिुदाय िें रहने वाली कीटों वगग; अनुक
ू ल कृ त्रिि ग्रह (हाईव); शहद एवं
िोि
•अन्य पदार्ग, जैसे गोंद (प्रोपोमलस, रायल जेली, डंक-षवि)
•फसलो की उपज िें लगभग एक र्चैर्ाई अततररक्त बढ़ोतरी हो जाती है
मधुमक्खी पालन
•आज कल मधुमक्खी पालन ने कम लगत वाला क
ु टीर उद्योग का दजाा ले
ललया है। ग्रामीण भूलमहीन बेरोजगार ककसानो क
े ललए आमदनी का एक साधन
बन गया है मधुमक्खी पालन से जुड़े काया जैसे बढईगगरी, लोहारगीरी एवं
शहद ववपणन में भी रोजगार का अवसर लमलता है ।
लाभ:
रोजगार और आय क
े साधन हेतु
यह सरल और सस्ता उद्योग है
कृ षि, उद्यातनकी एवं वातनकी फसलों िें गुणवत्ता व उपज बढाने
हेतु
मधुमक्खी पररवार
एक पररवार िें एक रानी कई हजार किेरी तर्ा 100-200 नर होते है।
मधुमक्खी पररवार
रानी : यह पूणग षवकमसत िादा होती है एवं पररवार की जननी होती है।
रानी िधुिक्खी का कायग अंडे देना है अछे पोिण वातावरण िें एक
इटैमलयन जाती की रानी एक ददन िें १५००-१८०० अंडे देती है। तर्ा
देशी िक्खी करीब ७००-१००० अंडे देती है। इसकी उम्र औसतन २-३ विग
होती है।
कमेरी/श्रलमक : यह अपूणग िादा होती है और िौनगृह क
े सभी कायग जैसे
अण्डों बच्र्चों का पालन पोिण करना, फलों तर्ा पानी क
े स्िोतों का
पता लगाना, पराग एवं रस एकि करना, पररवार तर्ा छतो की
देखभाल, शिुओं से रक्षा करना इत्यादद इसकी उम्र लगभग २-३ िहीने
होती है।
नर मधुमक्खी / ननखट्टू : यह रानी से छोटी एवं किेरी से बड़ी होती
है। रानी िधुिक्खी क
े सार् सम्भोग क
े मसवा यह कोई कायग नही करती
सम्भोग क
े तुरंत बाद इनकी िृत्यु हो जाती है और इनकी औसत आयु
करीब ६० ददन की होती है।
मधुमनक्खयों की नकस्मे
1. छोटी िधुिक्खी (एषपस फ्लोररया)
मधुमनक्खयों की नकस्मे
1. भैंरो या पहाड़ी िधुिक्खी (एषपस डोरसाटा)
मधुमनक्खयों की नकस्मे
1. देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका)
मधुमनक्खयों की नकस्मे
1. इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस
िेमलफ
े रा)
मधुमनक्खयों की नकस्मे
देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका)
प्रततविग औसतन 5-10 क्रकलोग्राि
इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस
िेमलफ
े रा)
प्रततविग औसतन 50 क्रकलोग्राि
मधुमनक्खयों की नकस्मे
देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका)
प्रततविग औसतन 5-10 क्रकलोग्राि
इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस
िेमलफ
े रा)
प्रततविग औसतन 50 क्रकलोग्राि
मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन
 िधुिक्खी पररवारों की सािान्य गततषवधधयााँ 10-38 सेंटीग्रेट की बीर्च िें होती
है
 उधर्चत प्रबंध द्वारा प्रततक
ू ल पररन्स्तधर्यों िें इनका बर्चाव आवश्यक हैं
 उति रखरखाव से पररवार शन्क्तशाली एवं क्रियाशील बनाये रखे जा सकते है
 िधुिक्खी पररवार को षवमभन्न प्रकार क
े रोगों एवं शिुओं का प्रकोप सिय
सिय पर होता रहता है। न्जनका तनदान उधर्चत प्रबंधन द्वारा क्रकया जा
सकता है इन न्स्तधर्यों को ध्यान िें रखते हुए तनम्न प्रकार वाषिगक प्रबंधन
करना र्चादहये।
1. शरदऋतु िें िधुवादटका का प्रबंधन
2. बसंत ऋतु िें िौन प्रबंधन
3. ग्रीष्ि ऋतु िें िौन प्रबंधन
4. विाग ऋतु िें िौन प्रबंधन
मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन
1. शरदऋतु में मधुवाटटका का प्रबंधन
 टाट की बोरी का दो तह बनाकर आंतररक ढक्कन क
े नीर्चे त्रबछा देना र्चादहए
 गेहूं क
े भूंसे या धान क
े पुवाल से अच्छी तरह िौन गृह को ढक देना र्चादहए
 घास फ
ू स या पुवाल का छापर टाट बना कर बक्सों को ढक देना र्चादहए
 इस सिय िौन गृहों को सूखे और धुप वाले स्र्ान िें रखना र्चादहए
 बाहरी संसाधन कि होने पर 50-50 क
े अनुपात िें र्चीनी और पानी का घोल बनाकर
उबालकर ठंडा होने क
े पश्र्चात िौन गृहों क
े अंदर रख देना र्चादहये
 िौन गृहों की िरम्ित अक्टूबर नवम्बर तक अवश्य करा लेना र्चादहए
 ज्यादा ठंढ होने पर िौन गृहों को नही खोलना र्चादहए
मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन
2. बसंत ऋतु में मौन प्रबंधन
 बसंत ऋतु सबसे अच्छी िानी जाती है
 िौन गृहों को खाली कर अच्छी तरह से सफाई कर लेना र्चादहए
 िौन गृहों पर बहार से सफ
े द पेंट लगा देना र्चादहए
मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन
3. ग्रीष्म ऋतु में मौन प्रबंधन
 िौन गृहों को क्रकसी छायादार स्र्ान पर रखना र्चादहए, लेक्रकन सुबह की सूयग की रौशनी िौन
गृहों पर पड़नी आवश्यक है न्जससे िधुिन्क्खयााँ सुबह से ही सिीय होकर अपना कायग करना
प्रारम्भ कर सक
े
 पानी को उधर्चत व्यवस्र्ा िधुवाततका क
े आस पास होना र्चादहये
 लू से बर्चने क
े मलए छ्प्पर का प्रयोग करना र्चादहये
 बाहरी संसाधन कि होने पर 50-50 क
े अनुपात िें र्चीनी और पानी का घोल बनाकर
उबालकर ठंडा होने क
े पश्र्चात िौन गृहों क
े अंदर रख देना र्चादहये
मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन
4. वर्ाा ऋतु में मौन प्रबंधन
 विाग ऋतु िें तेज विाग, हवा और शिुओं जैसे र्चींदटयााँ, िोिी पतंगा, पक्षक्षयों का प्रकोप होता है
िोिी पतंगों क
े प्रकोप को रोकने क
े मलए छतो को हटा दे
 फ्लोर बोड को साफ करे तर्ा गंधक पाउडर तछडक
े
 र्चींटीयों की रोकर्ाि क
े मलए स्टैंड को पानी भरा बतगन िें रखे
 िोिी पतंगों से प्रभाषवत छत्ते, पुराने काले छत्ते एवं फफ
ूं द लगे छत्तों को तनकल कर अलग कर
देना र्चादहए।
मधुमक्खी पररवारों का नवभाजन एवं जोड़ना
मधुमनक्खयों के भोजन स्त्रोत
जनवरी : सरसों, तोररयााँ, क
ु सुि, र्चना, िटर, राजिा, अनार, अिरुद, कटहल,
यूक
े मल्टस इत्यादद।
फरवरी : सरसों, तोररयााँ, क
ु सुि, र्चना ,िटर, राजिा, अनार, अिरुद, कटहल,
यूक
े मल्टस, ्याज, धतनया, शीशि इत्यादद।
मार्ा : क
ु सुि, सूयगिुखी, अलसी, बरसीि, अरहर, िेर्ी, िटर, मभन्डी, धतनयााँ,
आंवला, तनम्बू, जंगली जलेबी, शीशि, यूक
े मल्टस, नीि इत्यादद।
अप्रैल : सूरजिुखी, बरसीि, अरण्डी, रािततल, मभन्डी, मिर्चग, सेि, तरबूज,
खरबूज, करेला, लोकी, जािुन, नीि, अिलतास इत्यादद।
मई : ततल, िक्का, सूरजिुखी, बरसीि, तरबूज, खरबूज, खीरा, करेला,
लोकी, इिली, कद्दू, करंज, अजुगन, अिलतास इत्यादद।
जून : ततल, िक्का, सूरजिुखी, बरसीि, तरबूज, खरबूज, खीरा, करेला,
लोकी, इिली, कद्दू, बबुल, अजुगन, अिलतास इत्यादद।
जुलाई : ज्वार, िक्का, बाजरा, करेला,खीरा, लोकी, मभन्डी, पपीता इत्यादद।
अगस्त: ज्वार, िक्का, मसयात्रबन, िुंग, धान, टिाटर, बबुल, आंवला, कर्चनार,
खीरा, मभन्डी, पपीता इत्यादद।
लसतम्बर: बाजारा, सनई, अरहर, सोयाबीन, िुंग, धान, रािततल, टिाटर,
बरबटी, मभन्डी, कर्चनार, बेर इत्यादद।
अक्टूबर: सनई, अरहर, धान, अरण्डी, रािततल, यूक
े मल्टस, कर्चनार, बेर,
बबूल इत्यादद।
नवम्बर : सरसों, तोररयां, िटर, अिरुद, शह्जन, बेर, यूक
े मल्टस, बोटलब्रश
इत्यादद।
टदसम्बर; सरसों, तोररयााँ, राइ, र्चना, िटर, यूक
े मल्टस, अिरुद इत्यादद।
Madhumakkhi Palan
Madhumakkhi Palan
Madhumakkhi Palan
Madhumakkhi Palan

More Related Content

What's hot

ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptx
ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptxENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptx
ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptxAsst Prof SSNAIK ENTO PJTSAU
 
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghum
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghumLec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghum
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghumRajuPanse
 
Sericulture; Rearing and Economics
Sericulture; Rearing and EconomicsSericulture; Rearing and Economics
Sericulture; Rearing and EconomicsRaju Gavhanae
 
Beekeeping indusrties in india
Beekeeping indusrties in indiaBeekeeping indusrties in india
Beekeeping indusrties in indiaKalpesh Damor
 
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...Samiullah Hamdard
 
Types and Role of honey bees in agriculture and medicine
Types and Role of honey bees in agriculture and medicineTypes and Role of honey bees in agriculture and medicine
Types and Role of honey bees in agriculture and medicinePreetam Beeravelli
 
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial Marketing
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial MarketingHoney Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial Marketing
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial MarketingAjjay Kumar Gupta
 
Life cycle of honey bees
Life cycle of honey beesLife cycle of honey bees
Life cycle of honey beesMahtab Rashid
 
Honeybee - (apiculture ) introduction
Honeybee - (apiculture ) introduction Honeybee - (apiculture ) introduction
Honeybee - (apiculture ) introduction ankit sharda personal
 
Beekeeping Development Project Economic Analysis
Beekeeping Development Project Economic AnalysisBeekeeping Development Project Economic Analysis
Beekeeping Development Project Economic AnalysisSai Bhaskar Reddy Nakka
 
Apiculture
ApicultureApiculture
ApicultureAsmahale
 
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start  A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start  A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...Mr.Allah Dad Khan
 

What's hot (20)

“BEEKEEPING IN INDIA PPT
“BEEKEEPING IN INDIA PPT“BEEKEEPING IN INDIA PPT
“BEEKEEPING IN INDIA PPT
 
ENTO 332_Lec No.14_Lac Insects.ppt
ENTO 332_Lec No.14_Lac Insects.pptENTO 332_Lec No.14_Lac Insects.ppt
ENTO 332_Lec No.14_Lac Insects.ppt
 
ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptx
ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptxENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptx
ENTO 332_Lec No.6_Pests and Diseases of Honey Bees.pptx
 
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghum
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghumLec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghum
Lec. 3 rkp pcgm_wheat, maize, sorghum
 
Sericulture; Rearing and Economics
Sericulture; Rearing and EconomicsSericulture; Rearing and Economics
Sericulture; Rearing and Economics
 
Beekeeping indusrties in india
Beekeeping indusrties in indiaBeekeeping indusrties in india
Beekeeping indusrties in india
 
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...
Honey Bee Biology by Madam Ayesha Department of Zoology University of Peshawa...
 
Types and Role of honey bees in agriculture and medicine
Types and Role of honey bees in agriculture and medicineTypes and Role of honey bees in agriculture and medicine
Types and Role of honey bees in agriculture and medicine
 
Apiculture
ApicultureApiculture
Apiculture
 
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial Marketing
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial MarketingHoney Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial Marketing
Honey Production, Grading, Processing, Packaging and Commercial Marketing
 
Beekeeping
Beekeeping Beekeeping
Beekeeping
 
Sericulture in India
Sericulture in IndiaSericulture in India
Sericulture in India
 
Life cycle of honey bees
Life cycle of honey beesLife cycle of honey bees
Life cycle of honey bees
 
Honeybee - (apiculture ) introduction
Honeybee - (apiculture ) introduction Honeybee - (apiculture ) introduction
Honeybee - (apiculture ) introduction
 
Apiculture
ApicultureApiculture
Apiculture
 
Diseases of honey bees ppt
Diseases of honey bees pptDiseases of honey bees ppt
Diseases of honey bees ppt
 
Beekeeping Development Project Economic Analysis
Beekeeping Development Project Economic AnalysisBeekeeping Development Project Economic Analysis
Beekeeping Development Project Economic Analysis
 
Apiculture
ApicultureApiculture
Apiculture
 
Morphology of Honey Bees.ppt
Morphology of Honey Bees.pptMorphology of Honey Bees.ppt
Morphology of Honey Bees.ppt
 
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start  A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start  A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...
4.Beekeeping for beginners – 6 steps to start A Lecture By Mr. Allah Dad Kha...
 

Similar to Madhumakkhi Palan

Nursery managemnt ppt.pptx
Nursery managemnt ppt.pptxNursery managemnt ppt.pptx
Nursery managemnt ppt.pptxrahul Rahul2iari
 
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindi
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindiभारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindi
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindiPanshulJamwal
 
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculture
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculturecultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculture
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agricultureNaveen Jakhar
 
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्ड
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्डबत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्ड
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्डSanjeev Kumar
 
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptx
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptxजनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptx
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptxMr. Dinesh Rajpurohit
 
वृश्चिक विष (Scorpian bite)
वृश्चिक विष (Scorpian bite)वृश्चिक विष (Scorpian bite)
वृश्चिक विष (Scorpian bite)DR. SUNIL KUMAR
 
वृक्ष पुराण
वृक्ष पुराणवृक्ष पुराण
वृक्ष पुराणsritejasmurugan
 
Dairy ek uttam vyevsay
Dairy ek uttam vyevsayDairy ek uttam vyevsay
Dairy ek uttam vyevsayAshok Baindha
 

Similar to Madhumakkhi Palan (10)

Nursery managemnt ppt.pptx
Nursery managemnt ppt.pptxNursery managemnt ppt.pptx
Nursery managemnt ppt.pptx
 
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindi
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindiभारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindi
भारत में पक्षियों और जानवरों का संरक्षण in hindi
 
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculture
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculturecultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculture
cultivation of paddy / rice || Agronomy || B.Sc agriculture
 
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्ड
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्डबत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्ड
बत्तख पालन प्रशिक्षण - झारखण्ड
 
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptx
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptxजनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptx
जनजाति PPT by Dinesh Rajpurohit.pptx
 
वृश्चिक विष (Scorpian bite)
वृश्चिक विष (Scorpian bite)वृश्चिक विष (Scorpian bite)
वृश्चिक विष (Scorpian bite)
 
वृक्ष पुराण
वृक्ष पुराणवृक्ष पुराण
वृक्ष पुराण
 
पशुपालन कैलेंडर
पशुपालन कैलेंडरपशुपालन कैलेंडर
पशुपालन कैलेंडर
 
Banana
BananaBanana
Banana
 
Dairy ek uttam vyevsay
Dairy ek uttam vyevsayDairy ek uttam vyevsay
Dairy ek uttam vyevsay
 

More from Dr. Ishwar Prakash Sharma

More from Dr. Ishwar Prakash Sharma (7)

CLASSIFICATION SYSTEMS IN PLANTS
CLASSIFICATION SYSTEMS IN PLANTSCLASSIFICATION SYSTEMS IN PLANTS
CLASSIFICATION SYSTEMS IN PLANTS
 
International Code of Nomenclature for algae, fungi, and plants (ICN)
International Code of Nomenclature for algae, fungi, and plants (ICN)International Code of Nomenclature for algae, fungi, and plants (ICN)
International Code of Nomenclature for algae, fungi, and plants (ICN)
 
Medicinal Plants ki Kheti
Medicinal Plants ki KhetiMedicinal Plants ki Kheti
Medicinal Plants ki Kheti
 
Soil food web and its utility for ecology
Soil food web and its utility for ecologySoil food web and its utility for ecology
Soil food web and its utility for ecology
 
earthworm
earthwormearthworm
earthworm
 
Ishwar ppt 1-1 relation abv & blo
Ishwar ppt 1-1 relation abv & bloIshwar ppt 1-1 relation abv & blo
Ishwar ppt 1-1 relation abv & blo
 
Ec bot. ppt
Ec bot. pptEc bot. ppt
Ec bot. ppt
 

Madhumakkhi Palan

  • 1. मधुमक्खी पालन की जानकारी डॉ. ईश्वर प्रकाश शमाा (वैज्ञाननक) पतंजनल अनुसंधान संस्थान, हररद्वार, उत्तराखंड
  • 2. मधुमक्खी पालन • कृ षि क्रियाएं • लघु व्यवसाय • बड़े व्यवसाय • कृ षि और बगवानी • कृ षि योग्य भूमि • कृ षि का षवकास • अन्य व्यसाय मधुमक्खी पालन •िानव जाती को लाभान्न्वत कर रहा है •कि खर्चीला घरेलु उद्योग है। •न्जसिे आय, रोजगार व वातावरण शुद्ध रखने की क्षिता है। •कृ षि व बागवानी उत्पादन बढ़ाने की क्षिता भी रखता है।
  • 3. मधुमक्खी पालन •िोन सिुदाय िें रहने वाली कीटों वगग; अनुक ू ल कृ त्रिि ग्रह (हाईव); शहद एवं िोि •अन्य पदार्ग, जैसे गोंद (प्रोपोमलस, रायल जेली, डंक-षवि) •फसलो की उपज िें लगभग एक र्चैर्ाई अततररक्त बढ़ोतरी हो जाती है
  • 4. मधुमक्खी पालन •आज कल मधुमक्खी पालन ने कम लगत वाला क ु टीर उद्योग का दजाा ले ललया है। ग्रामीण भूलमहीन बेरोजगार ककसानो क े ललए आमदनी का एक साधन बन गया है मधुमक्खी पालन से जुड़े काया जैसे बढईगगरी, लोहारगीरी एवं शहद ववपणन में भी रोजगार का अवसर लमलता है । लाभ: रोजगार और आय क े साधन हेतु यह सरल और सस्ता उद्योग है कृ षि, उद्यातनकी एवं वातनकी फसलों िें गुणवत्ता व उपज बढाने हेतु
  • 5. मधुमक्खी पररवार एक पररवार िें एक रानी कई हजार किेरी तर्ा 100-200 नर होते है।
  • 6. मधुमक्खी पररवार रानी : यह पूणग षवकमसत िादा होती है एवं पररवार की जननी होती है। रानी िधुिक्खी का कायग अंडे देना है अछे पोिण वातावरण िें एक इटैमलयन जाती की रानी एक ददन िें १५००-१८०० अंडे देती है। तर्ा देशी िक्खी करीब ७००-१००० अंडे देती है। इसकी उम्र औसतन २-३ विग होती है। कमेरी/श्रलमक : यह अपूणग िादा होती है और िौनगृह क े सभी कायग जैसे अण्डों बच्र्चों का पालन पोिण करना, फलों तर्ा पानी क े स्िोतों का पता लगाना, पराग एवं रस एकि करना, पररवार तर्ा छतो की देखभाल, शिुओं से रक्षा करना इत्यादद इसकी उम्र लगभग २-३ िहीने होती है। नर मधुमक्खी / ननखट्टू : यह रानी से छोटी एवं किेरी से बड़ी होती है। रानी िधुिक्खी क े सार् सम्भोग क े मसवा यह कोई कायग नही करती सम्भोग क े तुरंत बाद इनकी िृत्यु हो जाती है और इनकी औसत आयु करीब ६० ददन की होती है।
  • 7. मधुमनक्खयों की नकस्मे 1. छोटी िधुिक्खी (एषपस फ्लोररया)
  • 8. मधुमनक्खयों की नकस्मे 1. भैंरो या पहाड़ी िधुिक्खी (एषपस डोरसाटा)
  • 9. मधुमनक्खयों की नकस्मे 1. देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका)
  • 10. मधुमनक्खयों की नकस्मे 1. इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस िेमलफ े रा)
  • 11. मधुमनक्खयों की नकस्मे देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका) प्रततविग औसतन 5-10 क्रकलोग्राि इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस िेमलफ े रा) प्रततविग औसतन 50 क्रकलोग्राि
  • 12. मधुमनक्खयों की नकस्मे देशी िधुिक्खी (एषपस मसराना इंडडका) प्रततविग औसतन 5-10 क्रकलोग्राि इटैमलयन या यूरोषपयन िधुिक्खी (एषपस िेमलफ े रा) प्रततविग औसतन 50 क्रकलोग्राि
  • 13. मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन  िधुिक्खी पररवारों की सािान्य गततषवधधयााँ 10-38 सेंटीग्रेट की बीर्च िें होती है  उधर्चत प्रबंध द्वारा प्रततक ू ल पररन्स्तधर्यों िें इनका बर्चाव आवश्यक हैं  उति रखरखाव से पररवार शन्क्तशाली एवं क्रियाशील बनाये रखे जा सकते है  िधुिक्खी पररवार को षवमभन्न प्रकार क े रोगों एवं शिुओं का प्रकोप सिय सिय पर होता रहता है। न्जनका तनदान उधर्चत प्रबंधन द्वारा क्रकया जा सकता है इन न्स्तधर्यों को ध्यान िें रखते हुए तनम्न प्रकार वाषिगक प्रबंधन करना र्चादहये। 1. शरदऋतु िें िधुवादटका का प्रबंधन 2. बसंत ऋतु िें िौन प्रबंधन 3. ग्रीष्ि ऋतु िें िौन प्रबंधन 4. विाग ऋतु िें िौन प्रबंधन
  • 14. मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन 1. शरदऋतु में मधुवाटटका का प्रबंधन  टाट की बोरी का दो तह बनाकर आंतररक ढक्कन क े नीर्चे त्रबछा देना र्चादहए  गेहूं क े भूंसे या धान क े पुवाल से अच्छी तरह िौन गृह को ढक देना र्चादहए  घास फ ू स या पुवाल का छापर टाट बना कर बक्सों को ढक देना र्चादहए  इस सिय िौन गृहों को सूखे और धुप वाले स्र्ान िें रखना र्चादहए  बाहरी संसाधन कि होने पर 50-50 क े अनुपात िें र्चीनी और पानी का घोल बनाकर उबालकर ठंडा होने क े पश्र्चात िौन गृहों क े अंदर रख देना र्चादहये  िौन गृहों की िरम्ित अक्टूबर नवम्बर तक अवश्य करा लेना र्चादहए  ज्यादा ठंढ होने पर िौन गृहों को नही खोलना र्चादहए
  • 15. मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन 2. बसंत ऋतु में मौन प्रबंधन  बसंत ऋतु सबसे अच्छी िानी जाती है  िौन गृहों को खाली कर अच्छी तरह से सफाई कर लेना र्चादहए  िौन गृहों पर बहार से सफ े द पेंट लगा देना र्चादहए
  • 16. मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन 3. ग्रीष्म ऋतु में मौन प्रबंधन  िौन गृहों को क्रकसी छायादार स्र्ान पर रखना र्चादहए, लेक्रकन सुबह की सूयग की रौशनी िौन गृहों पर पड़नी आवश्यक है न्जससे िधुिन्क्खयााँ सुबह से ही सिीय होकर अपना कायग करना प्रारम्भ कर सक े  पानी को उधर्चत व्यवस्र्ा िधुवाततका क े आस पास होना र्चादहये  लू से बर्चने क े मलए छ्प्पर का प्रयोग करना र्चादहये  बाहरी संसाधन कि होने पर 50-50 क े अनुपात िें र्चीनी और पानी का घोल बनाकर उबालकर ठंडा होने क े पश्र्चात िौन गृहों क े अंदर रख देना र्चादहये
  • 17. मधुमक्खी पररवार का उनित रखरखाव एवं प्रबंधन 4. वर्ाा ऋतु में मौन प्रबंधन  विाग ऋतु िें तेज विाग, हवा और शिुओं जैसे र्चींदटयााँ, िोिी पतंगा, पक्षक्षयों का प्रकोप होता है िोिी पतंगों क े प्रकोप को रोकने क े मलए छतो को हटा दे  फ्लोर बोड को साफ करे तर्ा गंधक पाउडर तछडक े  र्चींटीयों की रोकर्ाि क े मलए स्टैंड को पानी भरा बतगन िें रखे  िोिी पतंगों से प्रभाषवत छत्ते, पुराने काले छत्ते एवं फफ ूं द लगे छत्तों को तनकल कर अलग कर देना र्चादहए।
  • 18. मधुमक्खी पररवारों का नवभाजन एवं जोड़ना
  • 19. मधुमनक्खयों के भोजन स्त्रोत जनवरी : सरसों, तोररयााँ, क ु सुि, र्चना, िटर, राजिा, अनार, अिरुद, कटहल, यूक े मल्टस इत्यादद। फरवरी : सरसों, तोररयााँ, क ु सुि, र्चना ,िटर, राजिा, अनार, अिरुद, कटहल, यूक े मल्टस, ्याज, धतनया, शीशि इत्यादद। मार्ा : क ु सुि, सूयगिुखी, अलसी, बरसीि, अरहर, िेर्ी, िटर, मभन्डी, धतनयााँ, आंवला, तनम्बू, जंगली जलेबी, शीशि, यूक े मल्टस, नीि इत्यादद। अप्रैल : सूरजिुखी, बरसीि, अरण्डी, रािततल, मभन्डी, मिर्चग, सेि, तरबूज, खरबूज, करेला, लोकी, जािुन, नीि, अिलतास इत्यादद। मई : ततल, िक्का, सूरजिुखी, बरसीि, तरबूज, खरबूज, खीरा, करेला, लोकी, इिली, कद्दू, करंज, अजुगन, अिलतास इत्यादद। जून : ततल, िक्का, सूरजिुखी, बरसीि, तरबूज, खरबूज, खीरा, करेला, लोकी, इिली, कद्दू, बबुल, अजुगन, अिलतास इत्यादद। जुलाई : ज्वार, िक्का, बाजरा, करेला,खीरा, लोकी, मभन्डी, पपीता इत्यादद। अगस्त: ज्वार, िक्का, मसयात्रबन, िुंग, धान, टिाटर, बबुल, आंवला, कर्चनार, खीरा, मभन्डी, पपीता इत्यादद। लसतम्बर: बाजारा, सनई, अरहर, सोयाबीन, िुंग, धान, रािततल, टिाटर, बरबटी, मभन्डी, कर्चनार, बेर इत्यादद। अक्टूबर: सनई, अरहर, धान, अरण्डी, रािततल, यूक े मल्टस, कर्चनार, बेर, बबूल इत्यादद। नवम्बर : सरसों, तोररयां, िटर, अिरुद, शह्जन, बेर, यूक े मल्टस, बोटलब्रश इत्यादद। टदसम्बर; सरसों, तोररयााँ, राइ, र्चना, िटर, यूक े मल्टस, अिरुद इत्यादद।