1. नशे की लत - DRUG ADDICTION
D.VERMA
ASSIST. PROFESSOR
2.
3. नशे की लत - Drug Addiction
नशे की लत होना एक बीमारी है, जो ककसी व्यक्तत के मक्ततष्क और व्यवहार
को प्रभाववत कर सकती है। कु छ पदार्थ जैसे अल्कोहल, माररजुआना
(marijuana; गाांजा) और ननकोटीन को भी नशे ही एक रूप माना जाता है, जब
आप इनके आदी हो जाते हैं, तो इनके कारण होने वाले नुकसानों को जानने के
बावजूद भी इनका उपयोग जारी रखते हैं।
4. नशे की लत के प्रकार - Types of Drug
Addiction
ससगरेट और तांबाकू की तरह अन्य रूपों में ननकोटीन लेना नशे की लत को बढाता है।
शराब का सेवन मक्ततष्क और शरीर के कई अांगों को नुकसान पहुांचा सकता है।
माररजुआना (कै नबबस) सबसे अधिक इततेमाल ककया जाने वाला अवैि नशीला पदार्थ है।
आमतौर पर ददथ से राहत के सलए ओवपओइड्स को सलया जाता है।
मेधर्लकिनेडेट (Methylphenidate) और एम्फै टेसमन्स (amphetamines) जैसे उत्तेजक।
आमतौर पर नीांद के सलए या धचांता को कम करने के सलए डडप्रेसेंट दवाओां का प्रयोग ककया जाता है।
कोकीन
हेरोइन
एतसटसी (Ecstasy; इसको एमडीएमए भी कहा जाता है)
5. नशे की लत के लक्षण - Drug Addiction Symptoms
शारीररक -
लीवर पर सुजन
इलेतरोलाइट इम्बलाांस
मनोवैज्ञाननक नुकसान हो जानने के बाद भी इस तरह के नशे को करते रहना।
ड्रग हाससल करने के सलए चोरी जैसे काम भी करना, जो आप आम तौर पर नहीां करते।
वाहन चलाना व इस तरह के जोखखम भरे काम नशे में होने के बावजूद भी करना।
इसको छोड़ने के प्रयासों में वविल रहना।
ननक्चचत समय की तुलना में लांबी अवधि तक दवा का सेवन करना।
ज्यादा पैसे न होने पर भी इन दवाओां को लेना।
नशे की लत के कारण अपने दानयत्वों, काम की क्जम्मेदाररयों व सामाक्जक गनतववधियों से दूर रहना।
ननयसमत रूप से नशे का उपयोग करने की इच्छा होना- पूरे ददन में एक या कई बार।
6. नशा करने के अलावा ककसी भी बात के बारे में ना सोचना।
ककसी ननक्चचत समय में अधिक प्रभाव पाने के सलए अधिक दवाओां का सेवन करना।
आपका बच्चा या पररवार का कोई सदतय नशे की लत का आदी हो चुका हो, तो उसमें ननम्न तरह के सांके तों को देखा जाता
हैं:
व्यवहार में पररवतथन, व्यक्तत अपने कमरे में ककसी को आने नहीां देता और दोततों के सार् जाते समय भी इस बात का
ध्यान रखता है कक उसकी बात ककसी को पता न चलेेे। पररवार के सदतयों व करीबी दोततों के सार् व्यवहार में पररवतथन
आना।
िन की परेशानी, बबना उधचत तपष्टीकरण ददए पैसे के सलए अचानक अनुरोि करना या दूसरों की जानकारी के बबना ही
घर से पैसे ले जाना।
तवात्य से जुड़ी परेशाननयाां होना जैसे एनजी में कमी आना, वजन घटना या बढना या आांखे लाल रहना।
7. तकू ल या कायथतर्ल में समतयाएां होना। अतसर तकू ल या कायथतर्ल से
लापता रहना।
कु छ ददनों से तकू ल व कायथतर्ल की गनतववधियों में रूधच न लेना। इसके
अलावा कायथक्षमता का तेजी से धगरना।
8. नशे की लत के कारण - Drug Addiction
Causes
नशे की लत के कु छ मनोवैज्ञाननक कारणो में आघात (trauma) शासमल हैं। यह नशे की लत युवाओां में देखी जाती है।
घर में यौन या शारीररक शोषण, उपेक्षा व हालातों का ठीक न होना, ये सभी क्तर्नतयाां मनोवैज्ञाननक तनाव पैदा करती है,
क्जनसे बचने के सलए लोग खुद से ही कु छ दवाएां ले लेते हैं। खुद से दवा लेना ही नशे की लत का कारण बनता है।
नशे की लत के अन्य मनोवैज्ञाननक कारणों में शासमल हैं:-
मानससक रूप से तवतर् न होना, जैसे- तनावग्रतत रहना।
दूसरों के सार् जुड़ने में मुक्चकल होना, जैसे दोतत बनाने में मुक्चकल।
कायथतर्ल व तकू ल में खराब प्रदशथन।
तनाव को दूर करने में मुक्चकल होना।
9. आसपास के माहौल के कारण नशे की लत
व्यक्तत के आसपास का माहौल भी नशे की लत का कारण बन सकता है। जहाां नशा
लेना तवीकायथ है और लोग नशा करते है वहाां पर बच्चों में भी जल्द नशाखोरी के लक्षण
पनप सकते हैं।
घरों में मौजूद नशे के आदद बड़ों को देख देख कर बड़े होते बच्चे खुद भी इसके आदी हो
जाते हैं।
अधिकाांश नशीली दवाओां और नशीले पदार्ों का प्रयोग ककशोरावतर्ा में ही शुरू होता है,
जो बच्चे अपमानजनक क्तर्नत या माता-वपता की उपेक्षा सहते हैं, वे िीरे-िीरे नशीले
पदार्ों के आदी हो जाते हैं। नशे की लत के सलए क्जम्मेदार कारणों में शासमल हैं:-
10. ककसी खेल में भागीदारी, जहाां प्रदशथन-बढाने वाली दवाओां का उपयोग ककया
जाता है।
समत्रों का समूह, जो इस तरह की चीजों का उपयोग करता हो या प्रचार करता
हो।
सामाक्जक-आधर्थक क्तर्नत का ननम्न होना भी नशे की लत के सलए जोखखम
कारक हो सकता है।
11. नशे की लत के आनुवंशशक कारण
नशे की लत कई पररवारों में पीढी दर पीढी चलती है, अनुवाांसशक कारण भी
नशे की लत की वजह हो सकते हैं।
यह ज्ञात है कक कु छ जीांस (genes) मक्ततष्क को ननकोटीन लेने के सलए
प्रभाववत करते है और यह नशे की लत के कारण में अपना योगदान देते हैं।
12. नशे की लत का ननदान - Diagnosis of Drug
Addiction
नशे की लत का ननदान करने के सलए एक सांपूणथ मूल्याांकन की आवचयकता होती है और
अतसर इसमें मनोधचककत्सक या मनोवैज्ञाननक द्वारा मूल्याांकन शासमल होता है।
इमेक्जांग तकै न, छाती का एतस-रे और रतत परीक्षण पूरे शरीर पर होने वाले दीघथकासलक
हाननकारक प्रभावों को ददखाता हैं।
रतत, मूत्र या अन्य प्रयोगशाला परीक्षणों का उपयोग दवा के उपयोग के आांकलन के
सलए ककया जाता है, लेककन ये नशे की जाांच के सलए नहीां हैं। हालाांकक, इन परीक्षणों का
इततेमाल उपचार और दोबारा ठीक होने की क्तर्नत की ननगरानी के सलए ककया जा
सकता है।
13. नशे की लत का उपचार - Drug Addiction
Treatment
ववषहरण (प्रकिया क्जसके द्वारा शरीर से ववषातत पदार्थ बाहर ककए जाते हैं)
नशे की लत छु ु़ड़ाने के सलए काांउसससलांग
दवा (ओवपओइड, तांबाकू , या शराब की लत के सलए)
अवसाद और धचांता जैसे मानससक तवात्य के मुद्दों के सलए मूल्याांकन और उपचार
पुनरावृवत्त को रोकने के सलए दीघथकासलक बचाव
दवाओां के उपयोग से इसके लक्षणों व दोबारा क्तर्नत पैदा करने वाले कारको को कम
ककया जा सकता है।
14. इससे बाहर आने के शलए क्या करें:
दवाएां नशे की लत से बाहर आने की क्तर्नत में ववषहरण (detoxification)
के दौरान होने वाले प्रभावों को कम कर देती है। ववषहरण अपने आप में
"उपचार" नहीां है, लेककन इस प्रकिया को ठीक होने का के वल पहला कदम
माना जाता है। क्जन रोधगयों को ववषहरण (detoxification) के बाद कोई
और उपचार नहीां समलता है, वे आमतौर पर अपने नशीले पदार्ों के उपयोग
को किर से शुरू कर देते हैं।
15. ओवपओइड: मेर्ाडोन (Methadone) और नाल्रेतसोन (naltrexone) का
उपयोग ओवपओइड के आदद व्यक्तत के इलाज के सलए ककया जाता है। ये
दवाएां वापसी के लक्षणों को कम कर देती हैं और दुष्पररणामों से राहत देती
हैं। ये सभी दवाएां, नशे की माांग और सांबांधित आपराधिक व्यवहार को कम
करने में सहायता करती हैं और उनके व्यवहार सांबांिी उपचार के सलए
सहायता करती हैं।
16. तम्बाकू : ननकोटीन को छोड़ने की र्ेरेपी कई रूप में की जाती हैं, क्जनमें पैच (patch), तप्रे, गम और लोजेंज
(lozenges) शासमल हैं।
शराब के सलए
तीन अनुमोददत दवाएां ननम्नानुसार हैं:
नैलरीसोन (Naltrexone)
अके म्प्रोसेट (Acamprosate)
डडसुलकिरम (Disulfiram)
सहवती क्तर्नतयों: अवसाद या धचांता जैसी मानससक तवात्य क्तर्नतयों के इलाज के सलए भी अन्य दवाएां
उपलब्ि हैं, जो कक व्यक्तत की लत को छु ड़ाने में योगदान देती हैं।
17. व्यावहाररक र्ेरेपी (Behavioral therapies) रोधगयों की सहायता करती हैं:
नशीली दवाओां के उपयोग से सांबांधित व्यवहार को कम व सही करना।
तवातर् से जुड़े जीवन की कायथक्षमताओां को बढाना।
उपचार के अन्य रूपों के सार् दवाओां को जारी रखना।
उन क्तर्नतयों की पहचान करना, बचाना और उनका सामना करना, क्जनमें वे सबसे ज्यादा नशे का उपयोग कर सकते हैं।
उनके व्यवहार को बदलने के सलए उपचार को अपनाना।
डड-एडडतशन (De- addiction) सेंटर- इन कें द्रों पर रहकर नशे के आदी इस आदत को छोड़ने का इलाज करते हैं। यह
इलाज आमतौर पर 6 से 12 महीने तक चलता है। यह ववषहरण (detoxification) व काउांसससलांग पर कें दद्रत होता है।
18. नशे की लत के बचाव के उपाय - Prevention of Drug Addiction
वैसे तो इस लत को रोकने का कोई भी तरीका एेेसा नहीां है जो असिल हो ही न, किर भी कु छ बातों का
पालन कर आप खुद को नशे का आदी बनने से रोक सकते हैं। इसमें शासमल हैैः-
अपने तकू ल, िासमथक समुदाय या ककसी अन्य सांगठन के सार् मजबूत ररचता बनाने के सलए जरूरी नहीां है
कक आप इनके समारोह में शराब का जरूर ही सेवन करें।
एांटी-ड्रग, तांबाकू और शराब से जुड़ी सांतर्ाओां के कायथिमों में भाग लें।
युवावतर्ा में नशे से बचें, जो लोग अपने शुरुआती ककशोरावतर्ा में शराब पीने या नशीली दवाओां का
इततेमाल करते हैं, वे अपनी बाद की क्जदांगी में इसके आदी हो जाते हैं।
19. बीती क्जांदगी में कोई पीड़ा या आघात होने पर आप इससे बाहर आने के सलए
ककसी ववशेषज्ञ से काउांसससलांग कर मदद ले सकते हैं।
एक र्ेरेवपतट के सार् काम करें यदद खुद पर ननयांत्रण करने में मुक्चकल हो रही
हो।
अपने दोततों को साविानी से चुनें। इसके अलावा सहकसमथयों के दबाव से भी
ककसी भी उम्र में आप नशे के आदी हो सकते हैं, इससलए नशा करने वाले दोततों
और करीबबयों से दूरी बना कर ही रखें।