2. भोजन विकार क्या है?
भोजन विकार को अंग्रेजी भाषा में ईट ंग डिसऑिडर
(Eating Disorder) कहा जाता है, इसमें खाना खाने से
संबंधित कई असािारण और खराब आदतें शाममल होती
हैं।
भोजन विकार में रोगी पर आम तौर से भोजन, शरीर का
िजन या शरीर के आकार से जुडा कोई जुनून सिार हो
जाता है और इसके पररणाम स्िरूप गंभीर बीमाररयां पैदा
हो जाती हैं।यहां तक कक कु छ मामलों में मरीज की मृत्यु
भी हो जाती है
3. भोजनविकार (ईट िंगडिसऑिडर) के प्रकार - TYPES
OF EATING DISORDER
एनोरेक्ससयानिोसा, बुमलममयानिोसा और बबंजईट ंगडिसऑिडर
(अधिक खाने का विकार) ये तीनों भोजन विकार के सबसे
आम प्रकार हैं।भोजन विकार के अन्य प्रकारों में
रूममनेशनडिसऑिडर (Rumination disorder) और
ररस्रक्स ि फू ि इन् ेकडिस ऑिडर (Restrictive food intake
disorder) आटद शाममल हैं।
4. अधिकखानेकाविकार (BINGE-EATING
DISORDER):
बबंजईट ंगडिसऑिडर से ग्रस्त मरीज़ रोजाना अत्यधिक भोजन
खाते हैं और भोजन पर कं रोल नहीं कर पाते। इस विकार में
मरीज़ यहां तक कक भूखे ना होने के बािजूद भी जल्दी-जल्दी
खाते हैं और उम्मीद से अधिक खालेते हैं। मरीज़ अससर तब
तक खाते रहते हैं जब तक उनको पे भरने के बाद बैचेनी ना
महसूस हो।
5. बुलिलियानिोसा (BULIMIA NERVOSA):
आम भाषा में इसे बुमलममया कहा जाता है। यह गंभीर और
संभावित रूप से जीिन के मलए हाननकारक क्स्िनत होती
है।बुमलममयानिोसा से ग्रस्त लोग िोडे समय में अधिक और
बार-बार खाते हैं और कफर अस्िस्ि तरीके से अनतररसत
कै लोरी ननकालने की कोमशश करते हैं जैसे जबरदस्ती उल् ी
करना या अत्यधिक एससरसाइज करना।
6. एनोरेक्क्सयानिोसा (ANOREXIA NERVOSA):
इसे आम भाषा में एनोरेक्ससया कहा जाता है। यह संभावित रूप से
जीिन के मलए हाननकारक भोजन विकार होता है, क्जसमें
असािारण रूप से िजन घ ना, िजन बढ़ने का िर रहना और शरीर
का िजन ि आकार असािारण होने की िारणा बना लेना आटद
शाममल है।एनोरेक्ससया से ग्रस्त लोग अपने शरीर के िजन और
आकृ नत को कं रोल करने के मलए अत्यधिक प्रयास करते हैं क्जससे
उनके स्िास््य और जीिन की गनतविधियों पर काफी प्रभाि पडता
है।
7. भोजनविकार (ईट िंगडिसऑिडर) के कारणिजोखखिकारक –
EATING DISORDER CAUSES
अनुिािंलिकीयाजैविकी (Genetics and biology):
िानलसकयाभािनात्िककारक:
आत्मसम्मानमेंकमीतिाधचडधचडाव्यिहार
भोजनविकारकाखतराकबबढ़जाताहै?
ककशोरलडकों
कमउम्रिालेपुरूषों
ककशोरलडककयों
कम उम्र िाली मटहलाओं में
पाररिाररकसिस्या:
क्जनके पररिार में ककसी को पहले से ही भोजन विकार हो
8. अन्यिानलसकस्िास््यसिंबिंिीविकार:
धचंता, डिप्रेशन या ओसीिी (Obsessive-compulsive
disorder)
िाइट िंगयाभोजनकीकिीहोना:
िाइट ंग करना भोजन विकार को पैदा करने िाला एक
जोखखम कारक हो सकता है।भोजन की कमी या भुखमरी
मक्स्तष्क को प्रभावित करती है क्जससे मूि में बदलाि, धचंता
और भूख कम लगने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है
10. भोजनविकार (ईट िंगडिसऑिडर) के िक्षण - EATING
DISORDER SYMPTOMS
एनोरेक्क्सया के िक्षण :
कै लोरी की मात्रा को बहुत ही कम करना
िजन घ ाने के अन्य तरीकों का भी इस्तेमाल करना जैसे
एससरसाइज करना,
लेससेट ि ि अन्यिाइट ंग प्रकियाओं का इस्तेमाल करना
और उल् ीकरना आटद
11. बुलिलिया :
िजनऔरआकृ नतकोलेकरकाफीबैचेनरहतेहैं।
बबिंजईट िंगडिसऑिडर (अधिकखानेकाविकार):
अधिक भोजन खाने की आदत
होनेके कारणघृखणतयाशममिंदामहसूसकरनेलगताहै।
नछपाकरखानेकीआदत
गंभीर मो ापे से ग्रस्त भी होसकतेहैं।
12. भोजन छोडना या ना खाने के मलए बहाने बनाना
जो भोजन पररिार खा रहा हैउसको छोडकर खुद का अलग भोजन बनाना
सामान्य सामाक्जक गनतविधियों से दूर रहना
िजन बढ़ने को लेकर लगातार धचंनतत रहना और अपने िजन की मशकायत
करना
ज्यादातर समय िजन कम करने के बारे में बात करना
बार-बार आईना देखना और खुद में गलनतयां ननकालना
िजन घ ाने के मलए सप्लीमेंट्स या हबडल िाय प्रोिसट्स का बहुत अधिक
इस्तेमाल
अत्यधिक एससर साइज करना
दांत की परत (एनेमल) उतरना जो बार-बार उल् ी आने का संके त हो सकता
है।
भोजन करने के दौरान ॉयले जाने के मलए भोजन बीच में ही छोडना
बार-बारअधिक मात्रा में ममठाईया अधिक िसा िाले भोजन खाना
भोजनके दौरानसामान्यमात्रासेअधिकखाना
अपनी खाने की आदतों को लेकर शममिंदा, घृखणत महसूस करना
13. भोजनविकार (ईट िंगडिसऑिडर) कापरीक्षण -
DIAGNOSIS OF EATING DISORDER
िारीररकपरीक्षण:
शारीररक परीक्षण करेंगे।इसके अलािा िॉस र
कु छ लैब ेस् करिाने का ऑिडर भी दे सकते हैं।
िानलसकजािंच (Psychological evaluation):
15. दिाएिं:
दिाईयां भोजन विकार का इलाज नहीं कर पाती।हालांकक कु छ
दिाएं हैं जो अधिक खाने के विकार को कं रोल करने में और
भोजन के मलए बैचेनी जैसी अन्यक्स्िनतयों को मैनेज करने में
मदद करती है।
अस्पताि िें भती होना:
यटद भोजन विकार से कोई गंभीर क्स्िनत पैदा हो गई है जैसे
एनोरेक्ससया के कारण कु पोषण हो जाना तो िॉस र मरीज को
अस्पताल में भती होने की सलाह देते हैं।