State utkrisht vidyalaya ups karamsar chopan sonbhadra
ppt on NPE 1986.pptx
1. APOLLO COLLEGE ANJORA (DURG)
session 2022- 24
Presentation on
राष्ट्रीय शिक्षा नीशि 1986
(National Policy on Education 1986)
Submitted by
BHENU PRASAD (B.Ed 3nd sem)
KAMINI VINAYAK (B.Ed 3nd sem)
Guided by
Mr. UTTAM JANGHEL
Dr. BINDU TOMAR
2. Synopsis
प्रस्तावना
शिक्षा नीशि की आवश्यकिा
राष्ट्रीय शिक्षा नीशि 1986
शवशिन्न स्तर ों पर शिक्षा का पुन्गठनन
माध्यशमक शिक्षा में (NPE 1986) की
िूशमका
उपसोंहार
ग्रोंथ सूची
3. प्रस्तावना
1947 में स्वतंत्रता पर मौलाना आजाद
भारत क
े पहले शिक्षा मंत्री ने एक समान
िैशक्षक प्रणाली क
े साथ पूरे देि में शिक्षा
पर मजबूत क
ें द्र सरकार शनयंत्रण की
शसफाररि की
प्रधानमंत्री इंशदरा गांधी ने 1968 में शिक्षा पर
पहली राष्ट्र ीय नीशत की घोषणा की, जो शक
राष्ट्र ीय एकीकरण और सांस्क
ृ शतक एवं
आशथिक शवकास प्राप्त करने क
े शलए
कट्टरपंथी पुनगिठन और िैशक्षक अवसरों
की बराबरी करने का आह्वान करती है।
National integration
Cultural
development
Economical
development
4. शिक्षा नीशि की
आवश्यकिा
1. शियान्वयन की पक्की
योजना नहीं
2. आशथिक साधनों का
संरक्षण नहीं
3. गांव में रोजगार की
व्यवस्था ना होना
. 6. स्पष्ट् दाशयत्व का
शनधािरण ना होना
4. मशहला साक्षरत और
शिक्षा को बढावा ना शमल
पाना
5. शवत्तीय एवं संगठन
संबंधी व्यवस्थाएं
5. राष्ट्रीय शिक्षा नीशि 1986
शिक्षा को प्रत्येक वगि तक पहंचाने क
े उद्देश्य को ध्यान में रखकर भारत सरकार क
े
समक्ष प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जनवरी 1985 में घोषणा की, शक देि क
े शलए नई
शिक्षा नीशत का शनमािण शकया जाएगा। मई 1986 में भारत सरकार ने शिक्षा नीशत का
नवीन प्रारूप जारी कर शदया इसक
े अंतगित शनम्नशलखखत शविेषताएं दी गई-
शविेषिाएों
1. शिक्षा की
महत्वपूणि
भूशमका
2. शिक्षा की
राष्ट्र ीय प्रणाली
3. समानता क
े
शलए शिक्षा
4. शवशभन्न स्तर
पर शिक्षा का
पुनगिठन
5. कायिप्रणाली
को बनाना
6. 1. शिक्षा की महत्वपूणि भूशमका
सवाांगीण शवकास
शवकासिील जनिखि
अशितीय शनवेि
7. 2. शिक्षा की राष्ट्र ीय प्रणाली
िैशक्षक संरचना की अवधारणा
सामान्य िैशक्षक संरचना
सांस्क
ृ शतक और सामाशजक समझ
कायििम को लागू करने क
े शलए राष्ट्र ीय
समथिन
8. पुरे देि में (10 + 2 + 3) क
े बाद एक सामान्य िैशक्षक
संरचना है।
9. 3. समानता क
े शलए शिक्षा
A. मशहलाओं क
े शलए
B. एस. सी और एस. टी क
े शलए
C. अन्य िैक्षशणक रूप से शपछडे
वगों और अल्पसंख्यकों क
े
शलए
D. शवकलांगों क
े शलए
E. प्रौढ शिक्षा
10. A.
मशहलाओं
क
े शलए
शिक्षा
1शिक्षा बुशनयादी
पररवतिन हेतु एक
साधन
3 मशहलाओं में
साक्षरता प्रसार को
बढावा
2 लडशकयों को
प्रारंशभक शिक्षा हेतु
सवोपरर प्राथशमकता
शदया जाना
4 शिक्षा संस्थाओं को
मशहला शवकास क
े
सशिय कायििम िुरू
करने हेतु प्रेररत
11. B. अनुसूशचत
जाशतयों क
े
शलए शिक्षा
1. 14 वषि की आयु तक
बच्ों को शनयशमत स्क
ू ल
भेजे जाने क
े शलए शनधिन
पररवारों को प्रोत्साहन
3. अनुसूशचत जाशतयों से
शिक्षकों की शनयुखि पर
शविेष ध्यान
2. छात्रवृशत्त योजना पहली
कक्षा से िुरू
6. िशक्षक सुशवधाओं क
े
शवस्तार हेतु कायििमों को
उपयोग करना
5. नवीन तरीकों की खोज
जारी रखना
4. अनुसूशचत जाशत क
े
छात्रों हेतु छात्रावास की
सुशवधाएं बढाना
7. आशदवासी इलाकों में
प्राथशमक िाला में खोली
जाएं
4. बडी संख्या में आश्रम
िाला और आवासीय
शवद्यालय खोले जाएं
8. आशदवासी भाषा क
े
माध्यम से प्रारंभ में शिक्षा
दी जाए
12. D. शवकलांगों क
े शलए
1. मामूली शवकलांगता पर आम
बच्ों क
े साथ शिक्षा
3. व्यावसाशयक प्रशिक्षण की
पयािप्त व्यवस्था
2. गंभीर शवकलांगता पर
छात्रावास वाले शवद्यालयों की
व्यवस्था
13. सरकार शवकलांग बच्ों क
े शलए मुख्यधारा क
े स्क
ू लों क
े
माध्यम से शिक्षा प्रदान करने क
े शलए प्रशतबद्ध है।
समावेिी शिक्षा की आवश्यकता ठीक-ठीक उठती है
क्ोंशक अब यह अच्छी तरह से समझ में आ गया है शक
शवकलांग बच्े, शिक्षण संस्थानों की ओर से प्रेरणा और
प्रयास क
े साथ उन संस्थानों का अशभन्न अंग बन सकते हैं।
भारतीय िासन 14 वषि की आयु तक प्राथशमक शिक्षा पर
बहत जोर देता है, 6 से 16 वषि की आयु क
े बच्ों क
े शलए
शिक्षा भी मुफ्त की गई है।
शनजी स्क
ू ल अपने स्क
ू लों में कम से कम 25% बच्ों को
शबना शकसी िुल्क क
े प्रवेि देंगे।
14. E. वयस्कों क
े शलए शिक्षा
1. ग्रामीण क्षेत्रों में सतत शिक्षा क
ें द्रों की स्थापना
2. मजदू र संगठनों तथा सरकारी एजेंसी क
े िारा श्रशमकों की
शिक्षा
3. जन शिक्षण तथा समूह शिक्षण क
े साधन क
े रूप में रेशियो,
दू रदििन, शफल्म का उपयोग
4. स्वाध्याय, स्वयं शिक्षण, प्रशिक्षण कायििम, दू रस्थ शिक्षण
कायििम से शिक्षा
15. शवशिन्न स्तर ों पर शिक्षा का पुन्गठनन
A. बचपन की देखभाल
और शिक्षा
B. प्राथशमक शिक्षा
C. माध्यशमक शिक्षा
D. उच् शिक्षा
16. A. बचपन की देखिाल और
शिक्षा
1. समेशकत बाल शवकास सेवा कायििम मनाया
जाएगा चलाया जाए।
2. शििु की देखभाल क
ें द्र खोले जाएं ।
3. शििु की देखभाल और शिक्षा क
ें द्र पूरी तरह
बाल क
ें शद्रत हो ।
4. कायििमों में स्थानीय समुदाय का पूरा सहयोग
शमले।
B. प्राथशमक शिक्षा
1.14 वषि तक शवद्यालय में सभी बच्े भती और शटक
े
रहे। ।
2. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो 3. शिक्षा पद्धशत
बाल क
ें शद्रत हो और गशतशवशध आधाररत हो ।
4. कक्षा में फ
े ल ना हो । I.
5. मूल्ांकन वषि भर में फ
ै ला शदया जाए।
6. िारीररक दंि हटा शदया जाए।
7. ऑपरेिन ब्लैक बोिि की योजना लागू की जाए।
8. शवद्यालय का वातावरण और प्रोत्साहन युि
बनाया जाए।
17. C. माध्यशमक शिक्षा
1. व्यावसाशयक शिक्षा क
े शलए छात्रों को तैयार करना ।
2. व्यावसाशयक पाठ्यिमों का पुनः शनरीक्षण शनयशमत
रूप से शकया जाएगा।
D. उच् शिक्षा
1. मांग क
े अनुरूप पाठ्यिमों को नए शसरे से तैयार
करना ।
2. राज्य स्तर पर उच् शिक्षा का शनयोजन
3. शिक्षा क
े स्तर पर शनगरानी रखने क
े शलए यूजीसी ।
4. शिक्षा संस्थाओं में प्रवेि उनकी ग्रहण क्षमता क
े
अनुसार शकया जाना |
5. दृश्य श्रव्य साधनों का प्रयोग ।
6. मानशवकी, सामाशजक शवज्ञान में अनुसंधान की
पयािप्तता ।
7. शिग्री को नौकरी से अलग करने क
े शलए कदम
उठाए जाना |
8. खुले शवश्वशवद्यालय प्रणाली की िुरुआत ।
18. माध्यशमक शिक्षा में (NPE) की िूशमका
नई शिक्षा नीशत (1986) पयािवरण जागरूकता, शवज्ञान प्रौद्योशगकी शिक्षा
और भारतीय माध्यशमक शवद्यालय प्रणाली में योग जैसे पारंपररक तत्वों की
िुरूआत क
े शलए प्रदान शक गई है।
19. मध्याह्न ि जन य जना भारत में िमादेशित स्क
ू ल भोजन का लोकशप्रय
नाम है। इसमें स्क
ू ली बच्ों क
े शलए दोपहर क
े भोजन की मुफ्त व्यवस्था का
प्रावधान है, शजसका उद्देश्य स्क
ू ल में नामांकन बढाने और सभी जाशत क
े
बच्ों क
े बीच समाजीकरण में सुधार लाना है और क
ु पोषण को दू र करना है।
20. 5. कायगठप्रणाली का बनाना
बेहतर जवाबदेही वाले शिक्षकों क
े शलए एक बेहतर सौदा
बेहतर छात्र सेवाओं का प्रावधान
संस्थानों की बेहतर सुशवधाओं का प्रावधान
राष्ट्र स्तर क
े अनुसार प्रदििन की एक प्रणाली बनाना ।
क
ं प्यूटर शलटरेसी प्रोग्राम स्क
ू ल में प्रत्येक स्तर पर बडे पैमाने पर चलाए
गए
क
ं प्यूटर या तकनीकी में प्रशिक्षण शदया गया साथ ही शिप्लोमा स्तर क
े
वैकखल्पक कोसि चलाए गए पॉशलटेखिक शिक्षा आई उस पर मागिदििक
सेवा भी उपलब्ध कराई।
21. नई शिक्षा नीशत तैयार करने में प्रधानमंत्री िारा गहरी शचंता शदखाई गई ।
लोग शिक्षा की मदद से करीब आते हैं और इस नीशत क
े कारण, सभी
देिों क
े बीच शिक्षा प्रणाली, तीसरी सबसे बडी प्रणाली है।
शिक्षा नीशत शविेष रूप से एस. सी, एस. टी, | शवकलांग, शपछडे,
अल्पसंख्यकों और मशहलाओं क
े शलए दू रस्थ क्षेत्रों में शिक्षा क
े शवकास क
े
शलए सबसे अच्छी नीशत है।
शिक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर मानव संसाधन शवकास मंत्रालय
MHRD (Ministry of Human Resource Development) | कर शदया
गया।
|कायिवाही क
े कायििम की जााँच की गई। भारत सरकार ने इसे राष्ट्र क
े
उपसोंहार
22. ग्रोंथ सूची
1. शिक्षा क
े सामाशजक पररपेक्ष्य – पूनम मदान
2. शिक्षा क
े सामाशजक पररपेक्ष्य – कमलेि यादव