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1 of 16
Name – Saurabh Kumar
Class – B.Ed. ( First Year )
Subject – Philosophical and Sociological Perspective
of Education
College – Ch. Shivnath Singh Shandilya (P.G.) College
Machhra - Meerut
Submitted to – Neelam Tyagi Ma’am
Submitted by –Saurabh Kumar
T O P I C
राष्ट्रीय एकीकरण क
े लिए
लिक्षा
(Education for National
Integration)
CONTENT
•राष्ट्र ीयता का अर्थ
•राष्ट्र ीयता तर्ा शिक्षा
•राष्ट्र ीयता की शिक्षा क
े लाभ
•भारतीय एकता का आधार
•राष्ट्र ीयता क
े शिकास में बाधाएं
•राष्ट्र ीय एकता क
े शलए शिक्षा का कायथ्म
•राष्ट्र ीयता की शिक्षा क
े दोष
राष्ट्रीयता का अर्थ (Meaning of Nationalism)
◾ शकसी राष्ट्र क
े प्रशत अपार भक्ति, आज्ञा पालन तर्ा
कतथव्य परायणता एिं सेिा में श्रृद्धा रखना ही राष्ट्र ीयता है ।
लिलिन्न राष्ट्रिालिय ोंक
े अनुसार –“व्यक्ति राष्ट्र क
े शलए है
राष्ट्र ि यक्ति क
े शलए नहीं।”
◾ राष्ट्र ीयता िब्द की प्रशसक्तद्ध पुनर्ाथगरण तर्ा शििेष
रूप से फ्ाोंस की क्ाोंलत क
े पश्चात हुयी है। यह। साधारण
रूप से देि प्रेम की अपेक्षा देि भक्ति क
े अशधक व्यापक
क्षेत्र की ओर संक
े त करती है।-- ब्रूबेकर क
े अनुसार
राष्ट्रीयता तर्ा लिक्षा
(Nationalism and Education)
राष्ट्रीयता की लिक्षा क
े िाि -
( Merits of Education for Nationalism)
◾ शकसी भी राष्ट्र को सबल और सफल बनाने क
े शलए
नागररकों में राष्ट्रीयता की िािना शिकशसत करना
परम आिश्यक है जोशक लिक्षा क
े द्वारा शिकशसत की
जा सकती है।
रार्नीलतक
एकता
स्वार्थ त्याग
की िािना
का लिकास
राष्ट्रीय
िाषा का
लिकास
भ्रष्ट्ाचार
का अोंत
सोंस्क
ृ लत
का
लिकास
आलर्थक
उन्नलत
राष्ट्र ीयता क
े
लिकास में
बाधाएों
र्ालतिाि
साम्प्रिालयकता
प्ाोंतीयता
लिलिन्न िाषाएों
नेतृत्व का अिाि
अनुलचत लिक्षा
प्रार्शमक स्तर (Primary Stage)
•बालकों को राष्ट्र ीय ध्वज,
राष्ट्र ीय गान, राष्ट्र ीय शिन्ह तर्ा
राष्ट्र ीय पक्षी एिं राष्ट्र ीय पुष्प
आशद का ज्ञान कराया जाए ।
•स्वतंत्रता शदिस, गणतंत्र शदिस
तर्ा गांधी जयंती जैसे राष्ट्र ीय
पिथ मनाए जाने िाशहए।
• बाल शदिस शिक्षक शदिस तर्ा
महापुरुषों क
े जन्म शदिस मनाये जाने
िाशहए।
• बालकों को महान व्यक्तियों क
े जीिन से
पररिय कराना िाशहए।
• सामाशजक जीिन का सरल पररिय शदया
जाना िाशहए।
माध्यलमक स्तर (Secondary Stage)
•बालकों को भारत क
े सामाशजक तर्ा
सांस्क
ृ शतक इशतहास का ज्ञान कराया जाए।
•बालकों की शिशभन्न क्षेत्रों की सामाशजक
दिाओं तर्ा शिशभन्न संस्क
ृ शतयों का ज्ञान
कराया जाए।
•बालकों में राष्ट्र ीय िेतना शिकशसत की जाए।
•राष्ट्र ीयता क
े संबंध में महापुरुषों क
े व्याख्यान
कराया जाए।
लिश्वलिद्यािय स्तर ( University Stage)
•छात्रों को ऐसे अिसर प्रदान शकये जायें शक िे
शिशभन्न क्षेत्रों की भाषाओं साशहत्ों तर्ा संस्क
ृ शतयों
का तुलनात्मक अध्ययनकर सक
ें ।
•युिक उत्सिों (Youth Festivals) का आयोजन
शकया जाये तर्ा इनमें शिश्वशिद्यालयों क
े छात्रों को
भाग लेने क
े शलए प्रोत्साशहत शकया जाए।
राष्ट्रीयता की लिक्षा क
े ि ष (Demerits of Education
for Nationalism)
•संक
ु शित राष्ट्र ीयता का शिकास (Development of Narrow
Nationalism)
•व्यक्ति की स्वतन्त्रता की उपेक्षा (Negligence of Individual
Freedom)
•कट्टरता का शिकास (Development of Bigotary)
•युद्ध (War)
•पृर्कत्व की भािना का शिकास (Development of a Spirit of
Isolation)
REFERENCE
◾Philosophical and Sociological
Perspective of Education
By:-N.R.Swroop Saxena
◾ Wikipedia
◾ Internet

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  • 2. T O P I C राष्ट्रीय एकीकरण क े लिए लिक्षा (Education for National Integration)
  • 3. CONTENT •राष्ट्र ीयता का अर्थ •राष्ट्र ीयता तर्ा शिक्षा •राष्ट्र ीयता की शिक्षा क े लाभ •भारतीय एकता का आधार •राष्ट्र ीयता क े शिकास में बाधाएं •राष्ट्र ीय एकता क े शलए शिक्षा का कायथ्म •राष्ट्र ीयता की शिक्षा क े दोष
  • 4. राष्ट्रीयता का अर्थ (Meaning of Nationalism) ◾ शकसी राष्ट्र क े प्रशत अपार भक्ति, आज्ञा पालन तर्ा कतथव्य परायणता एिं सेिा में श्रृद्धा रखना ही राष्ट्र ीयता है । लिलिन्न राष्ट्रिालिय ोंक े अनुसार –“व्यक्ति राष्ट्र क े शलए है राष्ट्र ि यक्ति क े शलए नहीं।” ◾ राष्ट्र ीयता िब्द की प्रशसक्तद्ध पुनर्ाथगरण तर्ा शििेष रूप से फ्ाोंस की क्ाोंलत क े पश्चात हुयी है। यह। साधारण रूप से देि प्रेम की अपेक्षा देि भक्ति क े अशधक व्यापक क्षेत्र की ओर संक े त करती है।-- ब्रूबेकर क े अनुसार
  • 5. राष्ट्रीयता तर्ा लिक्षा (Nationalism and Education) राष्ट्रीयता की लिक्षा क े िाि - ( Merits of Education for Nationalism) ◾ शकसी भी राष्ट्र को सबल और सफल बनाने क े शलए नागररकों में राष्ट्रीयता की िािना शिकशसत करना परम आिश्यक है जोशक लिक्षा क े द्वारा शिकशसत की जा सकती है।
  • 6. रार्नीलतक एकता स्वार्थ त्याग की िािना का लिकास राष्ट्रीय िाषा का लिकास भ्रष्ट्ाचार का अोंत सोंस्क ृ लत का लिकास आलर्थक उन्नलत
  • 7.
  • 8. राष्ट्र ीयता क े लिकास में बाधाएों र्ालतिाि साम्प्रिालयकता प्ाोंतीयता लिलिन्न िाषाएों नेतृत्व का अिाि अनुलचत लिक्षा
  • 9.
  • 10. प्रार्शमक स्तर (Primary Stage) •बालकों को राष्ट्र ीय ध्वज, राष्ट्र ीय गान, राष्ट्र ीय शिन्ह तर्ा राष्ट्र ीय पक्षी एिं राष्ट्र ीय पुष्प आशद का ज्ञान कराया जाए । •स्वतंत्रता शदिस, गणतंत्र शदिस तर्ा गांधी जयंती जैसे राष्ट्र ीय पिथ मनाए जाने िाशहए।
  • 11. • बाल शदिस शिक्षक शदिस तर्ा महापुरुषों क े जन्म शदिस मनाये जाने िाशहए। • बालकों को महान व्यक्तियों क े जीिन से पररिय कराना िाशहए। • सामाशजक जीिन का सरल पररिय शदया जाना िाशहए।
  • 12. माध्यलमक स्तर (Secondary Stage) •बालकों को भारत क े सामाशजक तर्ा सांस्क ृ शतक इशतहास का ज्ञान कराया जाए। •बालकों की शिशभन्न क्षेत्रों की सामाशजक दिाओं तर्ा शिशभन्न संस्क ृ शतयों का ज्ञान कराया जाए।
  • 13. •बालकों में राष्ट्र ीय िेतना शिकशसत की जाए। •राष्ट्र ीयता क े संबंध में महापुरुषों क े व्याख्यान कराया जाए।
  • 14. लिश्वलिद्यािय स्तर ( University Stage) •छात्रों को ऐसे अिसर प्रदान शकये जायें शक िे शिशभन्न क्षेत्रों की भाषाओं साशहत्ों तर्ा संस्क ृ शतयों का तुलनात्मक अध्ययनकर सक ें । •युिक उत्सिों (Youth Festivals) का आयोजन शकया जाये तर्ा इनमें शिश्वशिद्यालयों क े छात्रों को भाग लेने क े शलए प्रोत्साशहत शकया जाए।
  • 15. राष्ट्रीयता की लिक्षा क े ि ष (Demerits of Education for Nationalism) •संक ु शित राष्ट्र ीयता का शिकास (Development of Narrow Nationalism) •व्यक्ति की स्वतन्त्रता की उपेक्षा (Negligence of Individual Freedom) •कट्टरता का शिकास (Development of Bigotary) •युद्ध (War) •पृर्कत्व की भािना का शिकास (Development of a Spirit of Isolation)
  • 16. REFERENCE ◾Philosophical and Sociological Perspective of Education By:-N.R.Swroop Saxena ◾ Wikipedia ◾ Internet