1. Historical perspective of education
SESSION: 2020-22
Presented to
Prof.Munesh kumar
H.O.D.&Dean
Department of Education
Presented by
Abhimanyu Kumar
M.Ed 2nd year
Macaulay’s Minute 1835
2. विषय-सूची
■ प्रस्तािना
■ मैकाले का वििरण पत्र
■ लॉर्ड बैंटिक की स्िीकृ तत
■ भारत में पाश्चात्य शिक्षा क
े शलए मैकाले का यगदाान
■ शिक्षा का तनस्यंान का शसद्ांत
■ तनस्यंान क
े शसद्ांत की आिश्यकता
■ प्राच्य पाश्चात्य वििाा का अंत
3.
4. प्रस्तािना
■ प्राच्य - पाश्चात्य वििाा 1813 का चािडर एक्ि की 43्ारा क
े शिक्षा क
े माध्यम क
े
प्रश्न कग लेकर उत्पन्न हुआ था|
■ तत्पश्चात 1833 का चािडर एक्ि दिारा भारतीय शिक्षा का अनुाान की राशि एक
लाख से बढाकर 10 लाख रुपए िावषडक कर टाए जाने से या वििाा उग्र रूप ्ारण
कर शलया था अतः लगक शिक्षा की सामान्य सशमतत क
े सचचि ने इस वििाा कग
अंततम तनणडय हेतु भारत क
े तत्कालीन दिनडर जनरल लॉर्ड विशलयम बैंटिक क
े
पास भेज टाया|
■ 10 जून 1834 कग दिनडर जनरल क
े कानूनी सलाहकार क
े रूप में भारत में आए
लॉर्ड मैकाले कग लॉर्ड बैंटिक ने लगक शिक्षा की सामान्य सशमतत क
े प्र्ान तनयुक्त
ककया और 1813 का चािडर की 43 ्ारा की व्याख्या और शिक्षा क
े माध्यम से
संबं् में कानूनी सलाह ाेने कग कहा|
5. • मैकाले स्ियं पाश्चात्यिााी था और अंग्रेजी का विदिान था
अतः उसने सिडप्रथम 1813 क
े चािडर की 43्ारा की
व्याख्या ालों क
े दिारा प्रस्तुत तत्िों का अध्ययन ककया
ताुपरांत स्पष्ि तक
ड संदत एिं सारदशभडत एिं व्याख्या लेख
बन्ा करक
े 2 फरिरी 1835 क
े दिनडर जनरल क
े पास
भेज ाी थी जग बाा में ऐततहाशसक महत्ि क
े िैक्षक्षक
अशभलेख शसद् हुआ और जग मैकाले का वििरण पत्र
नाम से प्रशसद् हुआ|
6. मैकाले का वििरण पत्र(Macaulay minute)
■1813 क
े चािडर की 43 िीं ्ारा की
व्याख्या
■शिक्षा का माध्यम
7. ■ 1813 क
े चािडर की 43 िीं ्ारा की व्याख्या
■ मैकाले ने अपने वििरण पत्र में 1813 क
े चािडर कक 43िीं ्ारा
की व्याख्या और उसमें आए हुए िब्ाों कग तनम्नशलखखत प्रकार से स्पष्ि ककया था|
एक लाख रुपये की ्नराशि का वितनयगद
एक लाख की ्नराशि की वितनयगद क
े शलए क
ं पनी पर कगई
प्रततबं् नहीं है क
ं पनी कग पूणड स्ितंत्रता है कक िह इस ्नराशि कग अपनी इच्छा से
व्यय कर सकती है |
साहित्य
साटहत्य िब्ा से अशभप्राय अंग्रेजी साटहत्य से है न कक संस्कृ त ,अरबी ,फारसी क
े
साटहत्य से|
8. भारतीय विद्िान
इसका तात्पयड उन भारतीय विदिानों से हैं जग लॉक क
े ािडन, शमल्िन क
े
काव्य एिं न्यूिन क
े भौततक विज्ञान से सुपररचचत हग|
विज्ञानों का ज्ञान
विज्ञान क
े ज्ञान से तात्पयड पाश्चात्य विज्ञानग क
े ज्ञान से है जग क
े िल अंग्रेजी
भाषा दिारा ही प्राप्त ककया जा सकता है|
9. शिक्षा का माध्यम
1.भारत क
े तनिाशसयों में प्रचशलत ाेिी भाषाओं में साटहत्त्यक एिं िैज्ञातनक ज्ञानकगि
का अभाि है िे इतनी अविकशसत एिं अपररष्कृ त है कक जब तक उन्हें ककसी िाृयय
स्रगत से समृद् नहीं ककया जाएदा तब तक उनमें ककसी भी महत्िपूणड पुस्तक का
सरलता से अनुिाा नहीं हग सक
े दा|
2.एक अच्छे यूरगपीय पुस्तकालय की एक अलमारी भारत तथा अरब क
े समस्त ाेिी
साटहत्य क
े बराबर मूल्यिान है|
3.जब हम यूरगपी विज्ञान पढा सकते हैं तग क्या हम ऐसे विज्ञान कग पढाएंदे जग कक
अपयाडप्त एिं अविकशसत हग|
10. 4. जब हम अंग्रेजी भाषा पढ सकते हैं तग क्या हम ऐसी भाषाओं का अध्ययन करेंदे
त्जसमें अच्छी पुस्तक न हग और उसकी तुलना अंग्रेजी भाषा से हग सक
े ।
5. जब हम वििुद् ािडन और िास्तविक इततहास का अध्ययन कग प्रगत्साहन ाे सकते
हैं तग क्या हम सरकारी खचड पर तनम्न विषय पढाये जाने पर अनुमगान करेंदे। चचककत्सा
शसद्ांत त्जन पर अंग्रेजी पिु चचककत्सकग कग लज्जा आयेदी, ज्यगततष त्जस पर अंग्रेजी
विदयालय की बाशलकाएं हंस पडेदी,इततहास त्जसमें 30 फ
ु ि लंबे राजाओ और 30000
िषड तक चलने िाले राज्यकालग की भरमार है , भूदगल त्जसमें िीरे तथा मक्खन क
े समुद्र
का िणडन है।
इस आ्ार पर मैकाले का विचार था कक प्राच्य भाषा एिं
साटहत्य से ककसी भी लाभप्रा प्रयगजन की शसदच् नहीं हग रही है अतः प्राच्य संस्थाओं
कग बंा कर ाेना चाटहए।
11. अंग्रेजी क
े पक्ष में तक
क
अंग्रेजी भाषा कग शिक्षा का माध्यम बनाने एिं अंग्रेजी साटहत्य कग समथडन में
मैकाले ने तनम्न तक
ड प्रस्तुत ककए।
1. यह भाषा पाश्चात्य भाषाओं में सिडश्रेष्ठ हैं जग इस भाषा कग जानता है िह
सरलता
से उस वििाल बौदच्क संपवि कग प्राप्त कर सकता है त्जसमें विश्ि की
सिाडच्क बुदच्मान राष्रों ने सृत्जत ककया था।
2. भारत में अंग्रेजी भाषा िासक िदड दिारा बगली जाने िाली भाषा है|
12. 3. राज्ातनयों में इस भाषा कग उच्च िदड क
े मूल तनिासी बगलते हैं पूिड क
े समुद्रों में
इसक
े िाखणज्य की भाषा बन जाने की संभािना है अंग्रेजी भाषा क
े प्रतत भारतीयों की
रुचच बढी है इसका पररणाम अंग्रेजी विदयालय में भारतीय छात्रों की बढती हुई संख्या
अंग्रेजी विदयालय में छात्र शिक्षा प्राप्त करने क
े शलए िुल्क ाेने कग तैयार हैं जबकक
मारसे एिं संस्कृ त विदयालयों में छात्रों कग छात्रिृवि ाेनी पडती है।
4. टहंाूएिं मुत्स्लम कानूनों कग अंग्रेजी में संटहता बंा करक
े प्राच्य संस्थाओं की ाेखरेख
पर हगने िाले भारी व्यय की बचत की जा सकती है।
5. राजा राममगहन राय जैसे अन्य भारतीय विदिान और ाेिभक्त भी अंग्रेजी शिक्षा की
मांद कर रहे हैं।
13. 6. अंग्रेजी शिक्षा दिारा ऐसे िदड का तनमाडण ककया जाना संभि है जग रक्त एिं
िणड से भारतीय हग लेककन रुचच विचार आचरण विदता से अंग्रेज हग।
उपयुडक्त तकों क
े आ्ार पर मैकाले ने अपने वििरण पत्र में
प्राच्य भाषाओं , साटहत्य तथा जनसा्ारण की शिक्षा का विरग् ककया था और
अंग्रेजी भाषा क
े माध्यम से पाश्चात्य ज्ञान -विज्ञान और साटहत्य की शिक्षा ाेने
की संस्तुतत की थी।
14. भारत में पाश्चात्य शिक्षा क
े शलए मैकाले का यगदाान
पक्ष में तक
क
भारत में पाश्चात्य शिक्षा क
े प्रचार-प्रसार क
े शलए मैकाले का यगदाान अभूतपूिड है -
इसीशलए इततहासकारों ने मैंकालें कग भारत क
े पाश्च्यात शिक्षा क
े विकास क
े पथ
प्रािडक एिं आ्ुतनक शिक्षा का अग्रदूत कहा है।
1. मैकाले का वििरण पत्र भारतीय शिक्षा का ऐततहाशसक महत्ि का िैक्षक्षक अशभलेख
कहा जाता है l
2. भारत में शिक्षा का स्थाई नीतत तन्ाडररत करने का श्रेय इसे ही जाता है|
3. भारत में अंग्रेजी भाषा का शिक्षा का माध्यम तन्ाडररत कराकर मैकाले ने बहुत समय
से चले आ रहे प्राच्य पाश्चायत्य वििाा का अंत कर टाया था।
4. अंग्रेजी शिक्षा क
े प्रसार में मैकाले ने अभूतपूिड कायड ककया इससे पाश्चात्य ज्ञान-
विज्ञान का दिार भारत क
े शलए खुल दया पररणाम स्िरूप भारत में बहुमुखी प्रदतत
हुई।
15. 5. मैकाले ने भारतिाशसयों क
े शलए पाश्चात्य भाषा साटहत्य एिं विज्ञान कग उपयगदी
बताकर उसक
े अध्ययन पर बल टाया था त्ज ससे भारत क
े लगदों क
े पास पाश्चात्य
साटहत्य एिं विज्ञान क
े ज्ञान कग प्राप्त करने का अिसर प्राप्त हुआ था|
6. भारत में शिक्षा, विज्ञान,औदयगचदक क्षेत्र में वििेष उन्नतत की।
7. मैकाले भारत में आ्ुतनक शिक्षा की प्रदतत क
े मादड में एक मिाल िाहक था।
8. मैकालै भारतिाशसयों में व्याप्त रूटढिाटाता, अं्विश्िास और ्ाशमडक संकीणडता कग
नष्ि करा कर उन्हें आ्ुतनक पाश्चात्य ज्ञान टालाना चाहता था।
9. अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त कर क
े बहुत से भारतीयों ने राजकीय पाों पर नौकररयां न
करक
े ाेि की जनता कग शिक्षक्षत करने का उिर ाातयत्ि अपने क
ं ्ों पर शलया और
उन्हें अज्ञानता क
े अं्कार से विमुक्त ककया था।
10. भारतिाशसयों में अंग्रेजी शिक्षा क
े प्रसार से राष्रीय चेतना जादृत हुई थी, त्जससे
उन्होंने आदे चलकर ाेि की स्ितंत्रता क
े शलए संघषड ककया और अंत में भारत कग
स्ितंत्र कराने में सफलता प्राप्त की।
16. विपक्ष में तक
क
1. भारतीय सभ्यता एिं संस्कृ तत कग नष्ि करक
े मैकाले भारत पर पाश्चात्य सभ्यता
एिं संस्कृ तत कों बलपूिडक लााना चाहता था l िह भारत में ऐसा िदड का तनमाडण
करना चाहता था जग रक्त और िणड से भारतीय हग परंतु रुचच,विचार एिं विदिता
में अंग्रेज हग मैकाले की उपयुक्त नीतत सफल नहीं हग सकी।
2. भारत में अंग्रेजी भाषा कग शिक्षा का माध्यम बनाने की शसफाररि करक
े मैकाले ने
प्राच्य भाषाओं की उपेक्षा की थी, जबकक तत्कालीन पररत्स्थततयों में भारत क
े प्राच्य
भाषाओं क
े अध्ययन की आिश्यकता थी।मैकाले का उदाेश्य भारत में शिक्षा का प्रसार
करना नहीं िरन क
ं पनी क
े शलए सक्षम एिं िफााार कमडचारी तैयार करना था इससे
क
ं पनी क
े िासन कग सुदृण करने में सहायता शमल सक
े ।
3. हमें इस समय ऐसे िदड का तनमाडण करना चाटहए जग हमारे और उन लाखों
व्यत्क्तयों क
े मध्य टदभाषीय बन सक
े त्जन पर हम िासन करते हैं।
17. शिक्षा का तनस्यंान का शसद्ांत (Filtration
theory of education)
■ भारतीय शिक्षा में तनस्यंान शसद्ांत ईस्ि इंडर्या क
ं पनी क
े संचालक की ाेन है |
■ क
ं पनी क
े संचालक भारत में शिक्षा पर अच्क ्न खचड नहीं करना चाहते थे।
■ िह भारत में क
े िल उच्च िदड कग ही शिक्षक्षत करना चाहते थे इसमें उन्होंने यह
आिा थी कक शिक्षक्षत उच्च िदड क
े संपक
ड से शिक्षा तनम्न िदड तक पहुंच जाएदी
आदे चलकर क
ं पनी क
े संचालकों ने इस नीतत का अनुसरण ककया था जग शिक्षा क
े
ननस्यंदन शसद््ांत क
े नाम से प्रशसद् है।
18. तनस्यंान क
े शसद्ांत की आिश्यकता
■ ईस्ि इंडर्या क
ं पनी शिक्षा पर अच्क ्न व्यय नहीं करना चाहती थी और न ही
करगडों भारतीयों कग शिक्षा का उिराातयत्ि प्रत्यक्ष रूप से अपने ऊपर लेने क
े पक्ष
में थी।
■ क
ं पनी कग प्रारंभ से ही राजकीय पाों पर कायड करने क
े शलए विश्िसनीय एिं
सुयगग्य कमडचारी की आिश्यकता थी त्जसे उन्हें इंग्लैंर् से ना लाकर भारत में ही
तैयार ककया जाना था।
■ उच्च िदड क
े लगद जैसे निाब ,राजा, महाराजा और सराार आटा त्जनकी संख्या
बहुत कम थी इन लगदों कग शिक्षा ाेकर भारत में एक िासक कग तैयार ककया जा
सकता था।
■ क
ं पनी थगडे से व्यत्क्त कग अच्छी शिक्षा ाेकर जनसा्ारण कग शिक्षक्षत करने का
कायड इन्हीं व्यत्क्तयों कग छगड ाेना चाहती थी।
19. ■ ननस्यंदन शसद््ांत मे मैकाले का समर्कन
■ 1835 क
े अपने वििरण पत्र में मैकाले ने तनस्यंान शसद्ांत का समथडन करते
हुए शलखा था की हमारे सा्न सीशमत हैं अतः जनसमूह कग शिक्षक्षत करने का
प्रयास करना हमारे शलए संभि नहीं है।
■ हमें एक ऐसे िदड का तनमाडण क
े शलए पूणड प्रयत्न करना चाटहए जग हमारे उन
लाखों व्यत्क्तयों क
े मध्य टदभाषीय बन सक
े त्जन पर हम िासन करते हैं ऐसे
लगदों का एक िदड हगदा जग कक रक्त िणड से भारतीय हग परंतु रुचच विचार,
आचरण एिं विदृता से अंग्रेज ाेि की ाेिी भाषाओं कग तैयार करने का कायड इसी
िदड पर छगड सकते हैं।
20. ननस्यंदन शसद््ांत क
े पररणाम
■ इस शसद्ांत कग सरकारी नीतत क
े रूप में उदघगषणा हगने से भारतीय शिक्षा का
स्िरूप तनत्श्चत हग दया|
■ शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी हग जाने से अंग्रेजी शिक्षा का प्रसार अच्क हुआ।
अंग्रेजी माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त व्यत्क्तयों कग सरकारी नौकररयों में कायड
करने में अच्क अिसर शमलने लदे क
ं पतनयों कग राज पाों पर कायड करने क
े शलए
सुयगग्य,विश्िसनीय कमडचारी उपलब्् हगने लदे।
21. मैकाले का तनस्यंान शसद्ांत की असफलता क
े कारण
■ अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करने क
े उपरांत प्रत्येक व्यत्क्त कग राजकीय पाों पर रगजदार
शमल जाने से उन्हें अपने ाेििाशसयों कग शिक्षक्षत करने का समय ही नहीं शमला|
■ अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त व्यत्क्तयों ने अंग्रेजों क
े साथ शमलकर क
े िल भारतीय
जनता का िगषण ककया|
■ भारतीय हगते हुए भी भारत की जनता से घृणा की ओर उनकी तरफ से मुंह
मगड शलया इससे जनसा्ारण कग कगई लाभ नहीं हुआ|
■ अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त लगदों का ऐसा िदड तैयार हग दया त्जसने तन्डन एिं
अशिक्षक्षत भारतीय जनता क
े साथ कगई भी संबं् एिं सहनभूतत रखने से इंकार
कर टाया इस प्रकार उनकग शिक्षक्षत करने की बात कल्पना मात्र बनकर रह दई।
22. लॉर्ड विशलयम बैंटिक की स्िीकृ तत
■ 7 माचड 1835 की एक सरकारी विज्ञत्प्त दिारा सरकार की शिक्षा नीतत
घगवषत कर ाी।
■ शिक्षा क
े शलए समस्त ्न का सिोिम प्रयगद क
े िल अंग्रेजी शिक्षा पर ही हग
सक
े दा।
■ ाेिी शिक्षण संस्थाएं बंा नहीं होंदी उनक
े शिक्षक और छात्र अपना िेतन और
छात्रिृवि पूिडित प्राप्त करते रहेंदे।
■ प्राच्य साटहत्य क
े प्रकािन पर अच्क ्नराशि व्यय की जा चुकी है अब
भविष्य में इस कायड पर कगई ्न व्यय नहीं ककया जाएदा।
■ िेष ्न अंग्रेजी भाषा क
े माध्यम में अंग्रेजी साटहत्य और विज्ञान का ज्ञान
ाेिी लगदों कग ाेने मे व्यय ककया जाएदा।
23. प्राच्य - पाश्चात्य वििाा का अंत
■ ाेिी विदयालयों कग पूिडित चलने टाया जाए और उतनी ही आचथडक सहायता ाी
जाए त्जतनी पहले ाी जाती थी।
■ प्राच्य विदयालयों कग आचथडक सहायता पहले ाी जाए और अंग्रेजी विदयालय कग
बाा में।
ाेिी विदयालय कग पढने िाले सभी छात्रों में से क
े िल एक चौथाई छात्र
कग छात्रिृवि ाी जाए।
■ तनत्श्चत ्नराशि में लाभप्रा उपयगदी प्राच्य पुस्तकों का मुद्रण और प्रकािन
ककया जाए।
■ प्राच्य विषयों क
े शिक्षण में पूणडता सक्षम ाेिी विदयालयों कग अंग्रेजी की कक्षाएं
प्रारंभ करने की अनुमतत ाी जाए।
24. संदभक- ग्रंर् सूची:-
■ िुक्ला,क
े एिं कटियार,एस.(2017).भारतमें शिक्षा
व्यिस्था विकास एिं इसकी चुनौततयां. राखी प्रकािन
प्राइिेि शलशमिेर्.
■ शसंह,क
े .(2017).भारत में शिक्षा प्रणाली का विकास
एिं इसकी चुनौततयां. दगविंा प्रकािन .