Mahabharat is one of the most important historical evidence for the Hindu religion.
here I have to try to inculcate some parts of it because it is not possible for me to include all of them as it is so big.
I hope this will help you to get all your required information plz like it and share it.
Connect with me on :
Youtube: Harshal Bhatt
Instagram: harshalbhatt_official
Twitter: HarshalBhatt318
Snapchat: harshalbhatt31
ब्रह्मचारी गिरीश
कुलाधिपति, महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय
एवं महानिदेशक, महर्षि विश्व शांति की वैश्विक राजधानी
भारत का ब्रह्मस्थान, करौंदी, जिला कटनी (पूर्व में जबलपुर), मध्य प्रदेश
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भारत का ब्रह्मस्थान, करौंदी, जिला कटनी (पूर्व में जबलपुर), मध्य प्रदेश
अहिंसा
ब्रह्मचारी गिरीश
कुलाधिपति, महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय
एवं महानिदेशक, महर्षि विश्व शांति की वैश्विक राजधानी
भारत का ब्रह्मस्थान, करौंदी, जिला कटनी (पूर्व में जबलपुर), मध्य प्रदेश
हिंदी व्याकरण में जब किसी वाक्य का सम्पूर्ण कथन किसी विशेष प्रसंग के साथ उच्चारित किया जाता है तब उसे लोकोक्ति कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, लोकोक्तियां किसी लोक या समाज में प्रचलित उक्तियां होती है, जिनका स्वतंत्र प्रयोग किया जाता है। इन्हें हिंदी भाषा में कहावतें भी कहा जाता है। यह मुहावरों से काफी अलग होती है क्योंकि मुहावरा एक वाक्यांश होती है और लोकोक्तियां सम्पूर्ण वाक्य होती है, जिनका अपना उद्देश्य और विधेय होता है।
जैसे – ऊंची दुकान फीके पकवान ( नाम बड़े दर्शन छोटे) और एक पंथ दो कांच ( एक नहीं बल्कि दो लाभ प्राप्त होना) आदि।
ब्रह्मचारी गिरीश
कुलाधिपति, महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय
एवं महानिदेशक, महर्षि विश्व शांति की वैश्विक राजधानी
भारत का ब्रह्मस्थान, करौंदी, जिला कटनी (पूर्व में जबलपुर), मध्य प्रदेश
महिलाओं पर बनीं सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड फ़िल्मेंthinkwithniche
इस दशक निर्देशकों ने अलग-अलग तरीकों की महिला केंद्रित फ़िल्में बनाई, जिसे दर्शकों ने अपनाया, लोगों ने सराहा और यहां तक कि ऐसी और फ़िल्मों की मांग बढ़ी। ज़माना किस तरह बदल रहा है, इसका यह एक बेहतरीन उदाहरण है। आज हम आपको बॉलीवुड की कुछ सर्वश्रेष्ठ महिला केंद्रित फ़िल्मों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया और इन फ़िल्मों की वजह से समाज में कई अच्छे बदलाव भी आए।
अहिंसा
ब्रह्मचारी गिरीश
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हिंदी व्याकरण में जब किसी वाक्य का सम्पूर्ण कथन किसी विशेष प्रसंग के साथ उच्चारित किया जाता है तब उसे लोकोक्ति कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, लोकोक्तियां किसी लोक या समाज में प्रचलित उक्तियां होती है, जिनका स्वतंत्र प्रयोग किया जाता है। इन्हें हिंदी भाषा में कहावतें भी कहा जाता है। यह मुहावरों से काफी अलग होती है क्योंकि मुहावरा एक वाक्यांश होती है और लोकोक्तियां सम्पूर्ण वाक्य होती है, जिनका अपना उद्देश्य और विधेय होता है।
जैसे – ऊंची दुकान फीके पकवान ( नाम बड़े दर्शन छोटे) और एक पंथ दो कांच ( एक नहीं बल्कि दो लाभ प्राप्त होना) आदि।
ब्रह्मचारी गिरीश
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महिलाओं पर बनीं सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड फ़िल्मेंthinkwithniche
इस दशक निर्देशकों ने अलग-अलग तरीकों की महिला केंद्रित फ़िल्में बनाई, जिसे दर्शकों ने अपनाया, लोगों ने सराहा और यहां तक कि ऐसी और फ़िल्मों की मांग बढ़ी। ज़माना किस तरह बदल रहा है, इसका यह एक बेहतरीन उदाहरण है। आज हम आपको बॉलीवुड की कुछ सर्वश्रेष्ठ महिला केंद्रित फ़िल्मों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया और इन फ़िल्मों की वजह से समाज में कई अच्छे बदलाव भी आए।
Blue Baby Syndrome - A Hope Under THE BLUE
Blue Baby Syndrome - the bluish coloration of A NEONATE
Etiology included... covered briefly
CONGENITAL HEART DEFECTS also briefed whic are related etiology to Blue Baby syndrome like TETRALOGY OF FALLOT, PATENT TRUNCUS ARTERIOSUS, TRICUSPID ATRESIA, TRANSPOSITION OF THE GREAT VESSELS, Anomalous pulmonary venous connection...
Another etiologic reason METHEMOGLOBINEMIA
also covered...
Treatment also included like Blalock–Thomas–Taussig shunt...
THANK YOU - Hope you like it
Love you guys with my whole Limbic system...
Limbic System from where the main feelings comes... Here we go..
It got the main structures seen here along with some other related areas...
CONNECTIONS (Papez circuit simplified)
Different functions of Limbic system... Fear vs. Rage, sham rage, reward and punisment, hippocampus and memory related functions...
Some applied aspects are also covered...
THANK YOU
Brain stem - General anatomy, location, anterior and posterior views... Blood vessels in contact with it...
A brief review of the various brain stem structures like we got MOTOR PATHWAY (CORTICOSPINAL TRACT), MEDIAL LEMINISCUS, MEDIAL LONGITUDINAL FASCICULUS, SPINOCEREBELLAR TRACT, SPINOTHALAMIC TRACT..... and there effect of lesion.
We also got here the applied, clinical part discussion in brief related to it.... BRAIN STEM LESIONS, of course...like lateral and medial medullary syndrome, RAYMOND-FOVILLE SYNDROME, MILLARD-GUBLER SYNDROME, CEREBELLO-PONTINE SYNDROME, WEBER’S SYNDROME, ALTERNATING TRIGEMINAL HEMIPLEGIA, BENEDICT’S SYNDROME, PARINAUD’S SYNDROME.... to name a few...
We also discussed about BRAIN DEATH a little.
THANK YOU
Competitive Inhibition and various competitive inhibitors...
There role related to human body and stuffs...
Mechanisms of there action...
Various DRUGS working via these stuffs...
LINEWEAVER-BURK PLOT
Applications Of Competitive Inhibition
Sulphonamides
Methotrexate
Dicoumarol
Isonicotinic acid hydrazide
Alcohol dehydrogenase
Statin
Allopurinol
Captopril
THERE'S SOME ANIMATIONS TOO... IN BETWEEN FOR BETTER UNDERSTANDING... BUT IT AIN'T WORK FOR YA'LL... GUESS SO...
This is my Biology Investigatory Project on the topic "Does Vitamin C Affects How Fast A Fruit will rot????". I have here presented you how to do the experiment and the conclusion and results... this one is a fun-wanting experiment telling thee beauty of scientific experiments.
Hope you will enjoy doing the experiments...
Both for class 11th and 12th...
Thank You... Hope You find this Usefulll...
This one is my Physics Investigatory Project done on the topic 'Physics Principle In Medicine'. You and I both of us know, without physics advancement in biology especially in the medical field is impossible. So, in this project we are gonna investigate through the various principles of physics which are used in the medical field ( like X ray machines, CT scanners, MRI and other advancements like SPECTS scan).
Both for class 11th & 12th.
Especially for class 12th.
Thank You... Hope you find it useful...
This one is a Chemistry investigatory project done on the topic 'Which Shampoo Is The Best?'. We have so many brands of shampoos currently available in the market. So, using the basic knowledge of science (or chemistry), we can make sure to ourselves which kinda shampoo is the best. There's nothing but we have taken various brands of shampoos ( like L’Oreal®, Dove®, Head & Shoulders®, Garnier Fructis®, Sunsilk®, TreSemmé®.
Both for class 11th and 12th.
I have given you the outfit... experiment is up to you...ALL THE BEST...
History of the republic of India - MY COUNTRY ---------------------------------------------------------------------------------------------------- INDIA. KNOW ABOUT IT'S HISTORY.
1. Chapter 7 - गिरिजाकु माि माथुि (प्रश्न अभ्यास)
Question 1:
कवि ने कठिन यथाथथ के पूजन की बात क्यों कही है?
यथाथथ मनुष्य जीवन के संघर्षों का कड़वा सच है। हम यदि जीवन
की कदिनाइयों व िु:खों का सामना न कर उनको अनिेखा करने का
प्रयास करेंगे तो हम स्वयं ककसी मंजजल को प्राप्त नह ं कर सकते।
बीते पलों की स्मृततयों को अपने से चचपकाके रखना और अपने
वतथमान से अंजान हो जाना मनुष्य के ललए मात्र समय की बबाथि के
अलावा और कु छ नह ं है। अपने जीवन में घट रहे कड़वे अनुभवों व
मुजककलों से दृढ़तापूवथक लड़ना ह मनुष्य का प्रथम कर्त्थव्य है अथाथत्
जीवन की कदिनाइयों को यथाथथ भाव से स्वीकार उनसे मुुँह न
मोड़कर उसके प्रतत सकारात्मक भाव से उसका सामना करना
चादहए। तभी स्वयं की भलाई की ओर एक किम उिाया जा सकता
है, नह ं तो सब लमथ्या ह है। इसललए कवव ने यथाथथ के पूजन की
बात कह है।
Question 2:
भाि स्पष्ट कीजजए -
प्रभुता का शिण-बबिंब के िल मृितृष्णा है,
हि चिंठिका में छिपी एक िात कृ ष्णा है।
प्रसिंि - प्रस्तुत पंजतत प्रलसद्ध कवव चगररजाकु मार माथुर द्वारा
रचचत ‘िाया मत िू ना’ नामक कववता से ल गई है।
2. भाि - भाव यह है कक मनुष्य सिैव प्रभुता व बड़प्पन के कारण
अनेकों प्रकार के भ्रम में उलझ जाता है,उसका मन ववचललत हो
जाता है। जजससे हजारों शंकाओ का जन्म होता है। इसललए उसे इन
प्रभुता के फे रे में न पड़कर स्वयं के ललए उचचत मागथ का चयन
करना चादहए। हर प्रकाशमयी (चाुँिनी) रात के अंिर काल घनेर
रात छु पी होती है। अथाथत् सुख के बाि िुख का आना तय है। इस
सत्य को जानकर स्वयं को तैयार रखना चादहए। िोनों भावों को
समान रुप से जीकर ह हम मागथिशथन कर सकते हैं न कक प्रभुता की
मृगतृष्णा में फुँ सकर।
Question 3:
'िाया' शब्द यहााँ ककस सिंदभथ में प्रयुक्त हुआ है? कवि ने उसे िू ने
के ललए मना क्यों ककया है?
छाया शब्ि से तात्पयथ जीवन की बीती मधुर स्मृततयाुँ हैं। कवव के
अनुसार हमारे जीवन में सुख व िुख कभी एक समान नह ं रहता
परन्तु उनकी मधुर व कड़वी यािें हमारे मजस्तष्क (दिमाग) में
स्मृतत के रुप में हमेशा सुरक्षित रहती हैं। अपने वतथमान के कदिन
पलों को बीते हुए पलों की स्मृतत के साथ जोड़ना हमारे ललए बहुत
कष्टपूणथ हो सकता है। वह मधुर स्मृतत हमें कमजोर बनाकर हमारे
िुख को और भी कष्टिायक बना िेती है। इसललए हमें चादहए कक
उन स्मृततयों को भूलकर अपने वतथमान की सच्चाई को यथाथथ भाव
से स्वीकार कर वतथमान को भूतकाल से अलग रखें।
3. Question 4:
कविता में विशेषण के प्रयोि से शब्दों के अथथ में विशेष प्रभाि पड़ता
है, जैसे कठिन यथाथथ।
कविता मेंआए ऐसे अन्य उदाहिण िााँटकि ललखिए औि यह भी लल
खिए कक इससे शब्दों के अथथ में क्या विलशष्टता पैदा हुई?
(1) िुख िूना
(2) जीववत िण
(3) सुरंग-सुचधयाुँ
(4) एक रात कृ ष्णा
(1) दुि दूना - यहाुँ िुख िूना में िूना (ववशेर्षण) शब्ि के द्वारा िुख
की अचधकता व्यतत की गई है।
(2) जीवित क्षण - जीववत (ववशेर्षण) शब्ि के द्वारा िण को
चलयमान अथाथत् उसके जीवंत होने को दिखाया गया है।
(3) सुििंि-सुगियााँ - सुरंग (ववशेर्षण) शब्ि के द्वारा सुचध (यािों) का
रंग-बबरंगा होना िशाथया गया है।
(4) एक िात कृ ष्णा - एक कृ ष्णा (ववशेर्षण) शब्ि द्वारा रात की
काललमा अथाथत्अंधकार को िशाथया गया है।
Question 5:
'मृितृष्णा' ककसे कहते हैं, कविता में इसका प्रयोि ककस अथथ में हु
आ है?
मृगतृष्णा िो शब्िों से लमलकर बना है मृग व तृष्णा। इसका तात्पयथ
है आुँखों का भ्रम अथाथत् जब कोई चीज वास्तव में न होकर भ्रम की
4. जस्थतत बनाए, उसे मृगतृष्णा कहते हैं। इसका प्रयोग कववता में
प्रभुता की खोज में भटकने के संिभथ में हुआ है। इस तृष्णा में
फुँ सकर मनुष्य दहरन की भाुँतत भ्रम में पड़ा हुआ भटकता रहता है।
Question 6:
'बीती ताठह बबसाि दे आिे की सुगि ले' यह भाि कविता की ककस पिं
जक्त में झलकता है?
क्या हुआ जो खिला फू ल िस-बसिंत जाने पि?
जो न लमला भूल उसे कि तू भविष्य ििण,
इन पंजततयों में 'बीती तादह बबसार िे आगे की सुचध ले' का भाव
झलकता है।
Question 7:
कविता में व्यक्त दुि के कािणों को स्पष्ट कीजजए।
(1) बीती स्मृछतयों का स्मिण - मनुष्य बीते सुखों के पलों में खोया
रहता है। इससे उसके वतथमान में चल रहे संघर्षथ के िणों को काटना
िुखिाई होता है तयोंकक वह इसकी तुलना अपनी सुखि स्मृततयों से
करता है। जो मनुष्य के ललए कष्टकार है और िुख का कारण भी।
(2) यश, िन एििं सम्मान की चाह - मनुष्य अपने जीवन में
यश, धन व सम्मान को पाने के ललए प्रयत्नशील रहता है। यदि वह
यह सब प्राप्त नह ं कर पाता तो िुखी होकर भटकता रहता है। इन
सब की चाह भी उसके िुख का कारण है।
5. (3) प्रभुता की इच्िा - व्यजतत प्रभुता या बड़प्पन में उलझकर स्वयं
को िुखी करता है।