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क्या चेहरे भी बताते हैं कि िौन दयालु
POST HIGHLIGHT
धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव अनेक भाव ों से घिरे ह ते हैं। चाहे वह मनुष्य ह , क ई जानवर या क ई अन्य जीव भावनाओों का प्रवाह त
उसक
े मन में अवश्य ही ह ता है। कभी भाव प्रेम का, कभी क्र ध का, कभी हताशा का त कभी दया का, क ई न क ई भाव उनक
े भीतर
हर क्षण अपना स्थान बनाए रखता है।
हम घसर्
फ एक सुोंदर चेहरे से ज्यादा हैं। घवघभन्न श ध ों से यह पता चला है घक हमारे रूप, आकार और यहाों तक घक रोंग भी हमारे व्यक्तित्व,
स्वास्थ्य और कामुकता क
े बारे में क
ु छ महत्वपूणफ जानकारी देकर सकते हैं।
सोंवैधाघनक व्यक्तित्व घसद्ाोंत, व्यक्ति धारणा, भावना और परोंपरागत दोंत घचघकत्सा constitutional personality theory, person
perception, emotion, and orthodontic dentistry क
े क्षेत्र में घवघभन्न प्रकार क
े घनष्कर्फ बताते हैं घक व्यक्तित्व आयाम और चेहरे की
सोंरचना क
े बीच सोंबोंध ह सकता है।
इस मन-शरीर ओवरलैप का एक उदाहरण भावनाओों और चेहरे क
े भाव ों क
े बीच सोंबोंध है। उदाहरण क
े घलए, सामाघजक
मन वैज्ञाघनक ों Social psychologists ने घदखाया है घक हमारे चेहरे क
े भाव our facial expressions घवघशष्ट भावनाओों से जुडे हैं
और मानव सोंस्क
ृ घतय ों की चौडाई में समान रूप से व्याख्या घकए जाते हैं। इससे पता चलता है घक, भार्ा या सोंस्क
ृ घत पर ध्यान घदए घबना,
भावनाओों क भौघतक अघभव्यक्तिय ों क
े माध्यम से व्यि घकया जा सकता है।
धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव अनेक भाव ों से घिरे ह ते हैं। चाहे वह मनुष्य ह , क ई जानवर या क ई अन्य जीव भावनाओों का प्रवाह त
उसक
े मन में अवश्य ही ह ता है। कभी भाव प्रेम का, कभी क्र ध का, कभी हताशा का त कभी दया का, क ई न क ई भाव उनक
े भीतर
हर क्षण अपना स्थान बनाए रखता है। बनाने वाले ने शरीर की सोंरचना क न जाने घकतने रूप घदए हैं। यहाों तक घक एक ही य घन क
े
जीवन भी कई घवघभन्नताएों घलए रहते हैं। हम मनुष्य क
े भाव इस पररपेक्ष में भी बदलते हैं घक सामने वाले की शारीररक सोंरचना क
ै सी है।
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शारीररक सोंरचना मनुष्य का व्यवहार क
ै सा ह गा, इस मायने में महत्त्वपूणफ भूघमका ह ती है। हालाोंघक यह कहना अनुघचत ह गा घक क
े वल
शारीररक सोंरचना से ही भावाथफ बदलते हैं। हमारे भीतर एक भाव ऐसा भी उत्पन्न ह ता है, ज दू सर ों क
े और समाज क
े घहत क
े घलए सदैव
उत्तरदायी ह ता है। जब हमारे भीतर दया का भाव हमेशा दू सर ों का भला करता है। कभी-कभी हमें क ई चीज़ देखने में बहुत पसोंद आ
जाती है, ऐसा इसघलए ह ता है क् ोंघक उसकी सोंरचना हमें आकघर्फत करती हैं। क्ा इसी प्रकार हम घकसी व्यक्ति क
े चेहरे भी उसक
े
अोंदर पनपे दया क
े भाव क प्रदघशफत करते हैं? क्ा हम घकसी क भी देखकर यह बता सकते हैं घक वह घकतना दयालु है?
दयालु ह ना घकसी व्यक्ति क
े भीतर सबसे बडा और खुबसूरत गुण ह ता है। यह उसक
े मन की सुोंदरता क घदखाता है। यह घवचार बताता
है घक हम क
े वल अपने घलए ही नहीों और ों क
े घलए भी जी सकते हैं। दू सर ों क
े घहत में कायफ करक
े भी स्वयों क प्रसन्न रख सकते हैं। यह
खुशी हम सबने अपने जीवन में एक न एक बार त अवश्य ही महसूस घकया ह गा।
हम चेहर ों क भी देखकर आकघर्फत ह ते हैं। हम ल ग ों क
े चेहरे क देख कर भी यह आोंकलन करते हैं घक सामने वाले का क
ै सा व्यक्तित्व
ह गा तथा यह करना स्वाघभक ह गा। यहाों तक घक हम जानवर ों क
े प्रघत भी उनकी सोंरचना क
े आधार पर घवचारधारा बनाते हैं घक वे
खूोंखार ह ोंगे या सीधे-साधे। हालाोंघक यह आोंकलन कभी-कभी या घर्र हम कह सकते हैं घक ज़्यादातर मामल ों में गलत साघबत ह जाता
है। स्वभाव एक आोंतररक प्रघक्रया है, घजसका शारीररक सोंरचना से प्रत्यक्ष क ई सोंबोंध नहीों ह ता है।
.
हम मनुष्य कई बार चेहरे क देखकर यह घनणफय लेते हैं घक सामने वाला व्यक्ति दयालु है और वह हर एक पररपेक्ष में जब भी हमें ज़रूरत
ह गी, हमारी मदद करेगा। हम क
ु छ ल ग ों से दया की उम्मीद इसघलए नहीों रखते क् ोंघक उनक
े चेहरे से वे हमें दयालु नहीों लगते, हमें वह
उन व्यक्तिय ों में से एक नहीों लगते, ज दू सर ों की सहायता करेंगे। कई मामल ों में यह कहानी उलटी पड जाती है। घजनसे उम्मीद ना ह
वही सोंग खडे पाए जाते हैं तथा घजनसे इस ह ती है वे दया भाव नहीों घदखाते।
हम यह अवश्य कह सकते हैं घक मनुष्य जब अपने भीतर दया भाव समाघहत रखता है त उसक
े चेहरे पर सदैव एक तेज, एक चमक
घवद्यमान रहता है। वह प्रत्येक पररक्तस्थघत में खुश ह ता है और दू सर ों क परेशाघनय ों क अपना समझता है। परन्तु यह कहना ग़लत ह गा
घक चेहरे से पता चलने भाव ही उसका वास्तघवक भाव ह । दया भाव मन में क्तस्थत वह प्रघतमा है, ज स्वयों प्रत्येक ज़रूरतमोंद की घनस्वाथफ
भावना से पूजा करता है।
भावनात्मक अघभव्यक्ति emotional expression क
े घलए चेहरे क मानवता क
े क
ें द्र क
े रूप में देखते हुए, क
ु छ घसद्ाोंतकार ों ने एक
कदम आगे बढ़कर सुझाव घदया घक चेहरे की घवशेर्ताएों , अगर ठीक से समझी जाएों , त हमारे व्यक्तित्व क
े बारे में महत्वपूणफ सुराग क
े रूप
में काम कर सकती हैं। पहली नज़र में यह सुनने में थ डा अटपटा लग सकता है। आक्तखरकार, क्ा यह कम बेश एक आनुवोंघशक लॉटरी
नहीों है ज यह घनधाफररत करती है घक हमें मााँ की आाँखें घमलती हैं या घपताजी की नाक? हमारी शारीररक बनावट physical
appearance का हमारे व्यक्तित्व से क ई लेना-देना क् ों है?
चेहरे क्या -क्या बताते हैं ? What do faces tell?
आप कितने भरोसेमंद हैं How trustworthy you are
अन्य चेहरे-आधाररत चररत्र धारणाएों face-based character assumptions पहले घवघशष्ट चेहरे की घवशेर्ताओों से बोंधी हुई घदखाई
देती हैं, लेघकन वास्तघवकता अघधक जघटल है। उदाहरण क
े घलए, इस बात क
े प्रमाण हैं घक भूरी आाँख ों वाले पुरुर् ों क नीली आाँख ों वाले
पुरुर् ों की तुलना में अघधक प्रभावशाली माना जाता है। लेघकन जब एक नीली आोंख ों वाला आदमी भूरे रोंग क
े कॉन्टैक्ट लेंस पहनता है, त
यह अजनघबय ों क
े घलए घकतना प्रभावशाली घदखाई देता है, यह बढ़ाने क
े घलए क
ु छ नहीों करता है। इससे पता चलता है घक भूरी आोंख ों वाले
पुरुर् ों क
े बारे में क
ु छ और ही है ज प्रभुत्व का आभास कराता है।
हाल ही क
े क
ु छ साक्ष्य हैं घक हम क
े वल चेहरे क
े सही भाव ों क खीोंचकर अपने क्तस्थर चेहरे की सोंरचना द्वारा घदए गए व्यक्तित्व सोंक
े त ों क
दू र कर सकते हैं। मन वैज्ञाघनक इसे 'सामाघजक छलावरण' “Social camouflage कहते हैं और यह ग्लासग घवश्वघवद्यालय क
े श धकताफओों
द्वारा 2014 में प्रकाघशत एक अध्ययन में प्रदघशफत घकया गया था। एक एघनमेटेड चेहरे क इसकी मूल सोंरचना क
े आधार पर इष्टतम रूप से
अघवश्वसनीय घदखने क
े घलए बदल घदया गया था, इसे चेहरे की अघभव्यक्ति खीोंचने क
े घलए प्र ग्राघमोंग करक
े भर सेमोंद बना घदया गया था
घजसमें ह ोंठ और गाल उठाना शाघमल था। "र ज़मराफ की बातचीत में प्रभुत्व और भर सेमोंदता का सामाघजक छलावरण शायद आम है,"
श धकताफ बताते हैं।
आप किस मूड में हैं What mood you're in
चूोंघक चार्ल्फ डाघवफन Charles Darwin ने पहली बार मनुष्य ों और जानवर ों क
े भावनात्मक प्रदशफन ों की तुलना की थी, इसघलए कई घवशेर्ज्ञ ों
द्वारा यह तक
फ घदया गया है घक मनुष्य छह मूल चेहरे क
े भाव ों six basic emotions क
े माध्यम से छह बुघनयादी भावनाओों क प्रदघशफत
करता है: खुशी, आश्चयफ, भय, िृणा, क्र ध और उदासी। क ई भी इस बात पर घववाद नहीों करता है घक चेहरे की हरकतें बताती हैं घक हम
क्ा महसूस कर रहे हैं, लेघकन भावनात्मक अघभव्यक्तिय ों की साोंस्क
ृ घतक सावफभौघमकता पर क
ु छ बहस चल रही है।
रॉयल स साइटी की 2015 र्
े स र्
ै क्ट्स प्रदशफनी Face Facts exhibition में, ग्लासग घवश्वघवद्यालय University of Glasgow क
े
श धकताफओों ने अपने साक्ष्य प्रस्तुत घकए घक भावनात्मक चेहरे क
े भाव ों की व्याख्या वास्तव में सावफभौघमक नहीों है। उन् ोंने घडघजटल अवतार
बनाने क
े create digital avatars घलए एक अघद्वतीय 3डी क
ों प्यूटर घसस्टम का इस्तेमाल घकया ज चेहरे की सभी 42 माोंसपेघशय ों क
स्वतोंत्र रूप से ज ड-त ड कर सकता था। श धकताफओों ने घर्र प्रघतभाघगय ों क एक पघश्चमी या एक पूवफ एघशयाई पृष्ठभूघम से प्रस्तुत घकया,
घजसमें इन अवतार ों में चेहरे की माोंसपेघशय ों क
े आोंद लन ों क
े यादृक्तिक सोंय जन random combinations घदखाए गए थे, और
प्रघतभाघगय ों क यह कहना था घक उन् ोंने छह बुघनयादी भावनाओों में से एक क कब पहचाना।
पघश्चमी और पूवी एघशयाई ल ग ों ने क
ै से प्रघतघक्रया दी, इसमें अोंतर थे - उदाहरण क
े घलए, पूवी एघशयाई बहुत कम सुसोंगत थे घक उन् ोंने
क
ु छ भावनाओों (घवशेर् रूप से आश्चयफ, भय, िृणा और क्र ध) क क
ै से वगीक
ृ त घकया, और आोंख ों क
े आोंद लन ों क अघधक महत्वपूणफ क
े
रूप में देखा। भावनात्मक तीव्रता की व्याख्या डाघवफन का हवाला देते हुए, श धकताफओों का कहना है: "हालाोंघक डर और िृणा जैसे क
ु छ
बुघनयादी चेहरे क
े भाव मूल रूप से एक अनुक
ू ली कायफ क
े रूप में कायफ करते थे, जब मनुष्य 'बहुत कम और जानवर ों जैसी क्तस्थघत में मौजूद
थे', चेहरे की अघभव्यक्ति क
े सोंक
े त तब से घवकघसत और घवघवधतापूणफ हैं। सामाघजक सोंपक
फ क
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  • 1. क्या चेहरे भी बताते हैं कि िौन दयालु
  • 2. POST HIGHLIGHT धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव अनेक भाव ों से घिरे ह ते हैं। चाहे वह मनुष्य ह , क ई जानवर या क ई अन्य जीव भावनाओों का प्रवाह त उसक े मन में अवश्य ही ह ता है। कभी भाव प्रेम का, कभी क्र ध का, कभी हताशा का त कभी दया का, क ई न क ई भाव उनक े भीतर हर क्षण अपना स्थान बनाए रखता है। हम घसर् फ एक सुोंदर चेहरे से ज्यादा हैं। घवघभन्न श ध ों से यह पता चला है घक हमारे रूप, आकार और यहाों तक घक रोंग भी हमारे व्यक्तित्व, स्वास्थ्य और कामुकता क े बारे में क ु छ महत्वपूणफ जानकारी देकर सकते हैं। सोंवैधाघनक व्यक्तित्व घसद्ाोंत, व्यक्ति धारणा, भावना और परोंपरागत दोंत घचघकत्सा constitutional personality theory, person perception, emotion, and orthodontic dentistry क े क्षेत्र में घवघभन्न प्रकार क े घनष्कर्फ बताते हैं घक व्यक्तित्व आयाम और चेहरे की सोंरचना क े बीच सोंबोंध ह सकता है। इस मन-शरीर ओवरलैप का एक उदाहरण भावनाओों और चेहरे क े भाव ों क े बीच सोंबोंध है। उदाहरण क े घलए, सामाघजक मन वैज्ञाघनक ों Social psychologists ने घदखाया है घक हमारे चेहरे क े भाव our facial expressions घवघशष्ट भावनाओों से जुडे हैं और मानव सोंस्क ृ घतय ों की चौडाई में समान रूप से व्याख्या घकए जाते हैं। इससे पता चलता है घक, भार्ा या सोंस्क ृ घत पर ध्यान घदए घबना, भावनाओों क भौघतक अघभव्यक्तिय ों क े माध्यम से व्यि घकया जा सकता है। धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव अनेक भाव ों से घिरे ह ते हैं। चाहे वह मनुष्य ह , क ई जानवर या क ई अन्य जीव भावनाओों का प्रवाह त उसक े मन में अवश्य ही ह ता है। कभी भाव प्रेम का, कभी क्र ध का, कभी हताशा का त कभी दया का, क ई न क ई भाव उनक े भीतर हर क्षण अपना स्थान बनाए रखता है। बनाने वाले ने शरीर की सोंरचना क न जाने घकतने रूप घदए हैं। यहाों तक घक एक ही य घन क े जीवन भी कई घवघभन्नताएों घलए रहते हैं। हम मनुष्य क े भाव इस पररपेक्ष में भी बदलते हैं घक सामने वाले की शारीररक सोंरचना क ै सी है।
  • 3. CONTINUE READING.. शारीररक सोंरचना मनुष्य का व्यवहार क ै सा ह गा, इस मायने में महत्त्वपूणफ भूघमका ह ती है। हालाोंघक यह कहना अनुघचत ह गा घक क े वल शारीररक सोंरचना से ही भावाथफ बदलते हैं। हमारे भीतर एक भाव ऐसा भी उत्पन्न ह ता है, ज दू सर ों क े और समाज क े घहत क े घलए सदैव उत्तरदायी ह ता है। जब हमारे भीतर दया का भाव हमेशा दू सर ों का भला करता है। कभी-कभी हमें क ई चीज़ देखने में बहुत पसोंद आ जाती है, ऐसा इसघलए ह ता है क् ोंघक उसकी सोंरचना हमें आकघर्फत करती हैं। क्ा इसी प्रकार हम घकसी व्यक्ति क े चेहरे भी उसक े अोंदर पनपे दया क े भाव क प्रदघशफत करते हैं? क्ा हम घकसी क भी देखकर यह बता सकते हैं घक वह घकतना दयालु है? दयालु ह ना घकसी व्यक्ति क े भीतर सबसे बडा और खुबसूरत गुण ह ता है। यह उसक े मन की सुोंदरता क घदखाता है। यह घवचार बताता है घक हम क े वल अपने घलए ही नहीों और ों क े घलए भी जी सकते हैं। दू सर ों क े घहत में कायफ करक े भी स्वयों क प्रसन्न रख सकते हैं। यह खुशी हम सबने अपने जीवन में एक न एक बार त अवश्य ही महसूस घकया ह गा। हम चेहर ों क भी देखकर आकघर्फत ह ते हैं। हम ल ग ों क े चेहरे क देख कर भी यह आोंकलन करते हैं घक सामने वाले का क ै सा व्यक्तित्व ह गा तथा यह करना स्वाघभक ह गा। यहाों तक घक हम जानवर ों क े प्रघत भी उनकी सोंरचना क े आधार पर घवचारधारा बनाते हैं घक वे खूोंखार ह ोंगे या सीधे-साधे। हालाोंघक यह आोंकलन कभी-कभी या घर्र हम कह सकते हैं घक ज़्यादातर मामल ों में गलत साघबत ह जाता है। स्वभाव एक आोंतररक प्रघक्रया है, घजसका शारीररक सोंरचना से प्रत्यक्ष क ई सोंबोंध नहीों ह ता है। . हम मनुष्य कई बार चेहरे क देखकर यह घनणफय लेते हैं घक सामने वाला व्यक्ति दयालु है और वह हर एक पररपेक्ष में जब भी हमें ज़रूरत ह गी, हमारी मदद करेगा। हम क ु छ ल ग ों से दया की उम्मीद इसघलए नहीों रखते क् ोंघक उनक े चेहरे से वे हमें दयालु नहीों लगते, हमें वह उन व्यक्तिय ों में से एक नहीों लगते, ज दू सर ों की सहायता करेंगे। कई मामल ों में यह कहानी उलटी पड जाती है। घजनसे उम्मीद ना ह वही सोंग खडे पाए जाते हैं तथा घजनसे इस ह ती है वे दया भाव नहीों घदखाते। हम यह अवश्य कह सकते हैं घक मनुष्य जब अपने भीतर दया भाव समाघहत रखता है त उसक े चेहरे पर सदैव एक तेज, एक चमक घवद्यमान रहता है। वह प्रत्येक पररक्तस्थघत में खुश ह ता है और दू सर ों क परेशाघनय ों क अपना समझता है। परन्तु यह कहना ग़लत ह गा घक चेहरे से पता चलने भाव ही उसका वास्तघवक भाव ह । दया भाव मन में क्तस्थत वह प्रघतमा है, ज स्वयों प्रत्येक ज़रूरतमोंद की घनस्वाथफ भावना से पूजा करता है।
  • 4. भावनात्मक अघभव्यक्ति emotional expression क े घलए चेहरे क मानवता क े क ें द्र क े रूप में देखते हुए, क ु छ घसद्ाोंतकार ों ने एक कदम आगे बढ़कर सुझाव घदया घक चेहरे की घवशेर्ताएों , अगर ठीक से समझी जाएों , त हमारे व्यक्तित्व क े बारे में महत्वपूणफ सुराग क े रूप में काम कर सकती हैं। पहली नज़र में यह सुनने में थ डा अटपटा लग सकता है। आक्तखरकार, क्ा यह कम बेश एक आनुवोंघशक लॉटरी नहीों है ज यह घनधाफररत करती है घक हमें मााँ की आाँखें घमलती हैं या घपताजी की नाक? हमारी शारीररक बनावट physical appearance का हमारे व्यक्तित्व से क ई लेना-देना क् ों है? चेहरे क्या -क्या बताते हैं ? What do faces tell? आप कितने भरोसेमंद हैं How trustworthy you are अन्य चेहरे-आधाररत चररत्र धारणाएों face-based character assumptions पहले घवघशष्ट चेहरे की घवशेर्ताओों से बोंधी हुई घदखाई देती हैं, लेघकन वास्तघवकता अघधक जघटल है। उदाहरण क े घलए, इस बात क े प्रमाण हैं घक भूरी आाँख ों वाले पुरुर् ों क नीली आाँख ों वाले पुरुर् ों की तुलना में अघधक प्रभावशाली माना जाता है। लेघकन जब एक नीली आोंख ों वाला आदमी भूरे रोंग क े कॉन्टैक्ट लेंस पहनता है, त यह अजनघबय ों क े घलए घकतना प्रभावशाली घदखाई देता है, यह बढ़ाने क े घलए क ु छ नहीों करता है। इससे पता चलता है घक भूरी आोंख ों वाले पुरुर् ों क े बारे में क ु छ और ही है ज प्रभुत्व का आभास कराता है। हाल ही क े क ु छ साक्ष्य हैं घक हम क े वल चेहरे क े सही भाव ों क खीोंचकर अपने क्तस्थर चेहरे की सोंरचना द्वारा घदए गए व्यक्तित्व सोंक े त ों क दू र कर सकते हैं। मन वैज्ञाघनक इसे 'सामाघजक छलावरण' “Social camouflage कहते हैं और यह ग्लासग घवश्वघवद्यालय क े श धकताफओों द्वारा 2014 में प्रकाघशत एक अध्ययन में प्रदघशफत घकया गया था। एक एघनमेटेड चेहरे क इसकी मूल सोंरचना क े आधार पर इष्टतम रूप से अघवश्वसनीय घदखने क े घलए बदल घदया गया था, इसे चेहरे की अघभव्यक्ति खीोंचने क े घलए प्र ग्राघमोंग करक े भर सेमोंद बना घदया गया था घजसमें ह ोंठ और गाल उठाना शाघमल था। "र ज़मराफ की बातचीत में प्रभुत्व और भर सेमोंदता का सामाघजक छलावरण शायद आम है," श धकताफ बताते हैं।
  • 5. आप किस मूड में हैं What mood you're in चूोंघक चार्ल्फ डाघवफन Charles Darwin ने पहली बार मनुष्य ों और जानवर ों क े भावनात्मक प्रदशफन ों की तुलना की थी, इसघलए कई घवशेर्ज्ञ ों द्वारा यह तक फ घदया गया है घक मनुष्य छह मूल चेहरे क े भाव ों six basic emotions क े माध्यम से छह बुघनयादी भावनाओों क प्रदघशफत करता है: खुशी, आश्चयफ, भय, िृणा, क्र ध और उदासी। क ई भी इस बात पर घववाद नहीों करता है घक चेहरे की हरकतें बताती हैं घक हम क्ा महसूस कर रहे हैं, लेघकन भावनात्मक अघभव्यक्तिय ों की साोंस्क ृ घतक सावफभौघमकता पर क ु छ बहस चल रही है। रॉयल स साइटी की 2015 र् े स र् ै क्ट्स प्रदशफनी Face Facts exhibition में, ग्लासग घवश्वघवद्यालय University of Glasgow क े श धकताफओों ने अपने साक्ष्य प्रस्तुत घकए घक भावनात्मक चेहरे क े भाव ों की व्याख्या वास्तव में सावफभौघमक नहीों है। उन् ोंने घडघजटल अवतार बनाने क े create digital avatars घलए एक अघद्वतीय 3डी क ों प्यूटर घसस्टम का इस्तेमाल घकया ज चेहरे की सभी 42 माोंसपेघशय ों क स्वतोंत्र रूप से ज ड-त ड कर सकता था। श धकताफओों ने घर्र प्रघतभाघगय ों क एक पघश्चमी या एक पूवफ एघशयाई पृष्ठभूघम से प्रस्तुत घकया, घजसमें इन अवतार ों में चेहरे की माोंसपेघशय ों क े आोंद लन ों क े यादृक्तिक सोंय जन random combinations घदखाए गए थे, और प्रघतभाघगय ों क यह कहना था घक उन् ोंने छह बुघनयादी भावनाओों में से एक क कब पहचाना। पघश्चमी और पूवी एघशयाई ल ग ों ने क ै से प्रघतघक्रया दी, इसमें अोंतर थे - उदाहरण क े घलए, पूवी एघशयाई बहुत कम सुसोंगत थे घक उन् ोंने क ु छ भावनाओों (घवशेर् रूप से आश्चयफ, भय, िृणा और क्र ध) क क ै से वगीक ृ त घकया, और आोंख ों क े आोंद लन ों क अघधक महत्वपूणफ क े रूप में देखा। भावनात्मक तीव्रता की व्याख्या डाघवफन का हवाला देते हुए, श धकताफओों का कहना है: "हालाोंघक डर और िृणा जैसे क ु छ बुघनयादी चेहरे क े भाव मूल रूप से एक अनुक ू ली कायफ क े रूप में कायफ करते थे, जब मनुष्य 'बहुत कम और जानवर ों जैसी क्तस्थघत में मौजूद थे', चेहरे की अघभव्यक्ति क े सोंक े त तब से घवकघसत और घवघवधतापूणफ हैं। सामाघजक सोंपक फ क े दौरान भावना सोंचार की प्राथघमक भूघमका।