इस पोस्ट में मैंने प्रेगनेंसी में अपना ख्याल कैसे रखना चाहिए?, प्रेगनेंसी में कौन कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए?, pregnancy mein apna dhyan kaise rakhe, pregnancy me kya khana chahiye, pregnancy me ulti kaise roke, प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए ये बताया है.
नई दिल्ली: किसी-किसी का वजन इतनी तेजी से बढ़ता है कि वह उसे कंट्रोल नहीं कर पाता। लेकिन कुछ लोग बचपन से लेकर जवानी तक पतले ही रह जाते हैं। दुबले-पतले लोगों का अक्सर मजाक उड़ाया जाता है। ऐसा शरीर किसी काम का नहीं होता है, जिसमें बिल्कुल दम ना हो। लड़का हो या लड़की, शरीर में थोड़ी चर्बी होनी जरूरी होती है। दुबले पतले लेाग रोज मोटे होने के नए नए उपाय ढूंढते रहते हैं।
1.Link http://xpshort.com/PfeSd
In This presentation i explain monsoon diet which can boost your immune system in rainy season. for more information visit our website apka kheti guru and follow us on instagram
Fitness class hindi
Health and fitness, these are primarily the words used to portray people’s physiological condition. Medicine, recreation and sports are essential aspects of the health and fitness industry, but you will find it also overlaps into other fields like tourism, education, etc…. Get all the info you need here.
The industry offers all kinds of products and services, all designed to sustain or enhance physical health. There are medical and sports facilities devoted entirely for health and fitness, and diet regimens for weight loss programs are usually accompanied by workout routines that not only are meant for addressing weight but also for promoting general fitness and healthy lifestyles.
#fitness #gym #health
fitness,fitness gym,fitness goals
फील ग्रेट प्रोग्राम
स्वास्थ्य और खुशी प्राप्त करने में आने वाली सामान्य चुनौतियों से निपटता है, जैसे:
अनुरूप शारीरिक गतिविधियों के साथ गतिहीन जीवनशैली का मुकाबला करना।
तनाव को प्रबंधित करने और मानसिक आरोग्य में सुधार के लिए महत्वपूर्ण टूल है।
स्वस्थ खान-पान की आदतें और संतुलित पोषण विकसित करने पर मार्गदर्शन प्रदान करना।
आपको आरामदायक नींद और कायाकल्प पाने में मदद करता है।
इन्सुलिन प्रतिरोध
प्रमुख जीवनशैली रोगों का मूल कारण।
इंसुलिन प्रतिरोध एक ऐसी स्थिति है जहां शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाती हैं, जिससे रक्तप्रवाह से ग्लूकोज को ग्रहण करने में बाधा आती है। इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे अग्न्याशय अधिक इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए प्रेरित होता है
नई दिल्ली: किसी-किसी का वजन इतनी तेजी से बढ़ता है कि वह उसे कंट्रोल नहीं कर पाता। लेकिन कुछ लोग बचपन से लेकर जवानी तक पतले ही रह जाते हैं। दुबले-पतले लोगों का अक्सर मजाक उड़ाया जाता है। ऐसा शरीर किसी काम का नहीं होता है, जिसमें बिल्कुल दम ना हो। लड़का हो या लड़की, शरीर में थोड़ी चर्बी होनी जरूरी होती है। दुबले पतले लेाग रोज मोटे होने के नए नए उपाय ढूंढते रहते हैं।
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In This presentation i explain monsoon diet which can boost your immune system in rainy season. for more information visit our website apka kheti guru and follow us on instagram
Fitness class hindi
Health and fitness, these are primarily the words used to portray people’s physiological condition. Medicine, recreation and sports are essential aspects of the health and fitness industry, but you will find it also overlaps into other fields like tourism, education, etc…. Get all the info you need here.
The industry offers all kinds of products and services, all designed to sustain or enhance physical health. There are medical and sports facilities devoted entirely for health and fitness, and diet regimens for weight loss programs are usually accompanied by workout routines that not only are meant for addressing weight but also for promoting general fitness and healthy lifestyles.
#fitness #gym #health
fitness,fitness gym,fitness goals
फील ग्रेट प्रोग्राम
स्वास्थ्य और खुशी प्राप्त करने में आने वाली सामान्य चुनौतियों से निपटता है, जैसे:
अनुरूप शारीरिक गतिविधियों के साथ गतिहीन जीवनशैली का मुकाबला करना।
तनाव को प्रबंधित करने और मानसिक आरोग्य में सुधार के लिए महत्वपूर्ण टूल है।
स्वस्थ खान-पान की आदतें और संतुलित पोषण विकसित करने पर मार्गदर्शन प्रदान करना।
आपको आरामदायक नींद और कायाकल्प पाने में मदद करता है।
इन्सुलिन प्रतिरोध
प्रमुख जीवनशैली रोगों का मूल कारण।
इंसुलिन प्रतिरोध एक ऐसी स्थिति है जहां शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रियाशील हो जाती हैं, जिससे रक्तप्रवाह से ग्लूकोज को ग्रहण करने में बाधा आती है। इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे अग्न्याशय अधिक इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए प्रेरित होता है
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमारे लिवर (Liver ka rambaan ilaj) का बहुत बड़ा योगदान होता है। यह एक ऐसा अंग है, जो शरीर मे 500 से अधिक फंग्सन चलाने में मदद करता है।
यह शरीर से विषैले पदार्थ निकालने में मदद करता है। साथ ही रक्त शर्करा ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। यह कई प्रकार के संक्रमण से भी बचाता है।
इसके अलावा शरीर में डाइजेशन, मेटाबॉलिज्म, इम्यूनिटी और पोषक तत्व के भंडारण से जुड़े कई आवश्यक कार्य करता है।
इसलिए कहते हैं लीवर फिट तो जीवन हिट। आज हम आपको लिवर का रामबाण इलाज बताने जा रहे है, लिवर से जुड़ी बीमारियां और फैटी लीवर से छुटकारा कैसे पाया जाए।
1. लिवर क्या है? (what is liver in Hindi)
लिवर हमारे शरीर का एक अंग है जो हमारे पेट के दाहिनी ओर होता है। इसका रंग reddish-brown होता है। स्पर्स करने पर यह रबड़ जैसा महसूस होता है। इसका वजन आप की लंबाई तथा जेंडर पर निर्भर करता है। आमतौर पर इस का वजन लगभग 1.44kg से 1.66kg तक होता है। यह शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है।
हर्निया की रोकथाम जोखिम को कम करने और एक स्वस्थ जीवन शैली सुनिश्चित करने के ...Rajeev Singh
क्या आप हर्निया के विकास के जोखिम के बारे में चिंतित हैं? आप अकेले नहीं हैं। हर्निया एक दर्दनाक और दुर्बल करने वाली स्थिति हो सकती है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि आप अपने जोखिम को कम करने और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं। इस व्यापक मार्गदर्शिका में, हम आपको हर्निया को रोकने और अपना जीवन पूर्णता से जीने में मदद करने के लिए विशेषज्ञ युक्तियाँ और रणनीतियाँ साझा करेंगे। हर्निया के कारणों और लक्षणों को समझने से लेकर स्वस्थ आदतें अपनाने और उचित उठाने की तकनीक का अभ्यास करने तक, हम यह सब कवर करेंगे। चाहे आपके परिवार में हर्निया का इतिहास हो या आप अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय उपाय करना चाहते हों, यह मार्गदर्शिका आपके लिए है। तो आइए गहराई से जानें और जानें कि आप अपनी भलाई की रक्षा कैसे कर सकते हैं और हर्निया को अपने जीवन में बाधा डालने से कैसे रोक सकते हैं।
आज हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे शीरर को विटामिन सी की कितनी ज्यादा आवश्यकता है। आपने टेलीविजन तथा अन्य सोशल मीडियां पर अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि कोरोना से बचना है, तो विटामिन सी युक्त पदार्थ का सेवन करना बहुत ही जरुरी है। लेकिन क्या हम लोग ऐसे उत्पाद का सेवन कर रहे हैं। मेरे ख्याल से नहीं। आपके इस समस्यां को दूर करने के लिए हम यहां पर वेस्टीज का एक उत्पाद (वेस्टीज आमला कैप्सूल) के बारे में चर्चा करेंगे।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए क्या करे ?
May 1, 2023 by Dr.ravimeena9191
स्वस्थ और लम्बा जीवन की कामना हर कोई करता है , क्यूंकि “जिसके पास स्वास्थ्य है उसके पास आशा है और जिसके पास आशा है उसके पास सब कुछ है।” आज के भाग दौड़ भरे जीवन में हम सभी लोग अपने उचित खानपान एवं एक्सरसाइज के लिए समय नहीं देते है । फलस्वरूप मोटापा, हृदय रोग, डायबिटीज जैसी बीमारिया आम हो गयी है । इन बीमारियों से जीवन की गुणवत्ता के साथ साथ आयु भी कम हो रही है । पूरी दुनिया में मौत का सबसे बड़ा कारन हृदय रोग है । ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरी है, हम कुछ स्वस्थ लाभ वाली आदते डाले और एक लम्बा एवं स्वस्थ जीवन जिए।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
Table of Contents
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए दोस्त बनाइये
दोस्त सोच समझकर चुनिए
अर्जुन तेंदुलकर को PRESSURE लेना चाहिए?
No Smoking
नींद को प्राथमिकता दे
Mediterranean Diet
कम कैलोरी का सेवन करे
वजन नियंत्रण में रखना
नियमित व्यायाम करना
शराब का सेवन नियंत्रित मात्रा में करना
आध्यात्मिक बने
सेफ्टी गियर का इस्तेमाल करें
तनाव मुक्त रहे
जीवन में स्पष्ट उद्देश्य का होना
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए दोस्त बनाइये
यहां आपके दोस्तों के लिए आभारी होने का एक और कारण है: वे आपको लंबे समय तक जीने में मदद कर सकते हैं। दर्जनों अध्ययन मजबूत सामाजिक संबंधों और लंबे जीवन के बीच एक स्पष्ट संबंध दिखाते हैं। इसलिए संपर्क में रहने के लिए समय निकालें।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
दोस्त सोच समझकर चुनिए
आपके दोस्तों की आदतें आप पर हावी हो जाती हैं, इसलिए स्वस्थ जीवन शैली वाले दोस्तों की तलाश करें। अगर आपका कोई दोस्त है जो अतिरिक्त पाउंड जोड़ता है तो आपके मोटे होने की संभावना बढ़ जाती है। धूम्रपान सामाजिक बंधनों से भी फैलता है, लेकिन छोड़ना भी संक्रामक है।
अर्जुन तेंदुलकर को PRESSURE लेना चाहिए?
No Smoking
हम जानते हैं कि सिगरेट छोड़ने से आपकी उम्र लंबी हो सकती है, लेकिन कितना आपको हैरान कर सकता है। 50 साल के एक ब्रिटिश अध्ययन से पता चलता है कि 30 साल की उम्र में छोड़ने से आपको पूरा एक दशक मिल सकता है। 40, 50 या 60 साल की उम्र में इस आदत को छोड़ने से आपके जीवन में क्रमश: 9, 6 या 3 साल जुड़ सकते हैं।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
नींद को प्राथमिकता दे
दुनिया के कई हिस्सों में एक झपकी मानक है, और अब वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि झपकी लेने से आपको लंबे समय तक जीने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से झपकी लेते थे, उनमें दिल की बीमारी से मरने की संभावना उन लोगों की तुलना में 37% कम थी, जो शायद ही कभी पलक झपकते थे। शोधकर्ताओं का मानना है कि झपकी तनाव हार्मोन को कम करके आपके दिल की मदद कर सकती है।
Mediterranean Diet
यह फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, जैतून के तेल और मछली से भरपूर है। यह योजना मेटाबोलिक सिंड्रोम होने की संभावनाओं में भी गंभीर सेंध लगा सकती है – मोटापा, उच्च रक्त शर्करा, उच्च रक्तचाप और अन्य चीजें जो आपको हृदय रोग और मधुमेह होने की अधिक संभावना बनाती हैं।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
कम कैलोरी का सेवन करे
ओकिनावा, जापान के लोग एक समय पृथ्वी पर किसी भी अन्य समूह से अधिक समय तक जीवित रहे। इस क्षेत्र का पारंपरिक आहार क्यों है। यह हरी और पीली सब्जियों में अधिक और कैलोरी में कम होता है। साथ ही, कुछ ओकिनावानों ने अपनी थाली में केवल 80% भोजन खाने की आदत बना ली। युव
अलसी - एक चमत्कारी आयुवर्धक, आरोग्यवर्धक दैविक भोजन
“पहला सुख निरोगी काया, सदियों रहे यौवन की माया।” आज हमारे वैज्ञानिकों व चिकित्सकों ने अपनी शोध से ऐसे आहार-विहार, आयुवर्धक औषधियों, वनस्पतियों आदि की खोज कर ली है जिनके नियमित सेवन से हमारी उम्र 200-250 वर्ष या ज्यादा बढ़ सकती है और यौवन भी बना रहे। यह कोरी कल्पना नहीं बल्कि यथार्थ है। आपको याद होगा प्राचीन काल में हमारे ऋषि मुनि योग, तप, दैविक आहार व औषधियों के सेवन से सैकड़ों वर्ष जीवित रहते थे। इसीलिए ऊपर मैंने पुरानी कहावत को नया रुप दिया है। ऐसा ही एक दैविक आयुवर्धक भोजन है “अलसी” जिसकी आज हम चर्चा करेंगें।
पिछले कुछ समय से अलसी के बारे में पत्रिकाओं, अखबारों, इन्टरनेट, टी.वी. आदि पर बहुत कुछ प्रकाशित होता रहा है। बड़े शहरों में अलसी के व्यंजन जैसे बिस्कुट, ब्रेड आदि बेचे जा रहे हैं। भारत के विख्यात कार्डियक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान अपने रोगियों को नियमित अलसी खाने की सलाह देते हैं ताकि वह उच्च रक्तचाप व हृदय रोग से मुक्त रहे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) अलसी को सुपर स्टार फूड का दर्जा देता है। आयुर्वेद में अलसी को दैविक भोजन माना गया है। मैंने यह भी पढ़ा है कि सचिन के बल्ले को अलसी का तेल पिलाकर मजबूत बनाया जाता है तभी वो चौके-छक्के लगाता है और मास्टर ब्लास्टर कहलाता है। आठवीं शताब्दी में फ्रांस के सम्राट चार्ल मेगने अलसी के चमत्कारी गुणों से बहुत प्रभावित थे और चाहते थे कि उनकी प्रजा रोजाना अलसी खाये और निरोगी व दीर्घायु रहे इसलिए उन्होंने इसके लिए कड़े कानून बना दिए थे।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमारे लिवर (Liver ka rambaan ilaj) का बहुत बड़ा योगदान होता है। यह एक ऐसा अंग है, जो शरीर मे 500 से अधिक फंग्सन चलाने में मदद करता है।
यह शरीर से विषैले पदार्थ निकालने में मदद करता है। साथ ही रक्त शर्करा ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। यह कई प्रकार के संक्रमण से भी बचाता है।
इसके अलावा शरीर में डाइजेशन, मेटाबॉलिज्म, इम्यूनिटी और पोषक तत्व के भंडारण से जुड़े कई आवश्यक कार्य करता है।
इसलिए कहते हैं लीवर फिट तो जीवन हिट। आज हम आपको लिवर का रामबाण इलाज बताने जा रहे है, लिवर से जुड़ी बीमारियां और फैटी लीवर से छुटकारा कैसे पाया जाए।
1. लिवर क्या है? (what is liver in Hindi)
लिवर हमारे शरीर का एक अंग है जो हमारे पेट के दाहिनी ओर होता है। इसका रंग reddish-brown होता है। स्पर्स करने पर यह रबड़ जैसा महसूस होता है। इसका वजन आप की लंबाई तथा जेंडर पर निर्भर करता है। आमतौर पर इस का वजन लगभग 1.44kg से 1.66kg तक होता है। यह शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है।
हर्निया की रोकथाम जोखिम को कम करने और एक स्वस्थ जीवन शैली सुनिश्चित करने के ...Rajeev Singh
क्या आप हर्निया के विकास के जोखिम के बारे में चिंतित हैं? आप अकेले नहीं हैं। हर्निया एक दर्दनाक और दुर्बल करने वाली स्थिति हो सकती है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि आप अपने जोखिम को कम करने और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं। इस व्यापक मार्गदर्शिका में, हम आपको हर्निया को रोकने और अपना जीवन पूर्णता से जीने में मदद करने के लिए विशेषज्ञ युक्तियाँ और रणनीतियाँ साझा करेंगे। हर्निया के कारणों और लक्षणों को समझने से लेकर स्वस्थ आदतें अपनाने और उचित उठाने की तकनीक का अभ्यास करने तक, हम यह सब कवर करेंगे। चाहे आपके परिवार में हर्निया का इतिहास हो या आप अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय उपाय करना चाहते हों, यह मार्गदर्शिका आपके लिए है। तो आइए गहराई से जानें और जानें कि आप अपनी भलाई की रक्षा कैसे कर सकते हैं और हर्निया को अपने जीवन में बाधा डालने से कैसे रोक सकते हैं।
आज हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे शीरर को विटामिन सी की कितनी ज्यादा आवश्यकता है। आपने टेलीविजन तथा अन्य सोशल मीडियां पर अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि कोरोना से बचना है, तो विटामिन सी युक्त पदार्थ का सेवन करना बहुत ही जरुरी है। लेकिन क्या हम लोग ऐसे उत्पाद का सेवन कर रहे हैं। मेरे ख्याल से नहीं। आपके इस समस्यां को दूर करने के लिए हम यहां पर वेस्टीज का एक उत्पाद (वेस्टीज आमला कैप्सूल) के बारे में चर्चा करेंगे।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए क्या करे ?
May 1, 2023 by Dr.ravimeena9191
स्वस्थ और लम्बा जीवन की कामना हर कोई करता है , क्यूंकि “जिसके पास स्वास्थ्य है उसके पास आशा है और जिसके पास आशा है उसके पास सब कुछ है।” आज के भाग दौड़ भरे जीवन में हम सभी लोग अपने उचित खानपान एवं एक्सरसाइज के लिए समय नहीं देते है । फलस्वरूप मोटापा, हृदय रोग, डायबिटीज जैसी बीमारिया आम हो गयी है । इन बीमारियों से जीवन की गुणवत्ता के साथ साथ आयु भी कम हो रही है । पूरी दुनिया में मौत का सबसे बड़ा कारन हृदय रोग है । ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरी है, हम कुछ स्वस्थ लाभ वाली आदते डाले और एक लम्बा एवं स्वस्थ जीवन जिए।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
Table of Contents
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए दोस्त बनाइये
दोस्त सोच समझकर चुनिए
अर्जुन तेंदुलकर को PRESSURE लेना चाहिए?
No Smoking
नींद को प्राथमिकता दे
Mediterranean Diet
कम कैलोरी का सेवन करे
वजन नियंत्रण में रखना
नियमित व्यायाम करना
शराब का सेवन नियंत्रित मात्रा में करना
आध्यात्मिक बने
सेफ्टी गियर का इस्तेमाल करें
तनाव मुक्त रहे
जीवन में स्पष्ट उद्देश्य का होना
स्वस्थ और लम्बा जीवन के लिए दोस्त बनाइये
यहां आपके दोस्तों के लिए आभारी होने का एक और कारण है: वे आपको लंबे समय तक जीने में मदद कर सकते हैं। दर्जनों अध्ययन मजबूत सामाजिक संबंधों और लंबे जीवन के बीच एक स्पष्ट संबंध दिखाते हैं। इसलिए संपर्क में रहने के लिए समय निकालें।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
दोस्त सोच समझकर चुनिए
आपके दोस्तों की आदतें आप पर हावी हो जाती हैं, इसलिए स्वस्थ जीवन शैली वाले दोस्तों की तलाश करें। अगर आपका कोई दोस्त है जो अतिरिक्त पाउंड जोड़ता है तो आपके मोटे होने की संभावना बढ़ जाती है। धूम्रपान सामाजिक बंधनों से भी फैलता है, लेकिन छोड़ना भी संक्रामक है।
अर्जुन तेंदुलकर को PRESSURE लेना चाहिए?
No Smoking
हम जानते हैं कि सिगरेट छोड़ने से आपकी उम्र लंबी हो सकती है, लेकिन कितना आपको हैरान कर सकता है। 50 साल के एक ब्रिटिश अध्ययन से पता चलता है कि 30 साल की उम्र में छोड़ने से आपको पूरा एक दशक मिल सकता है। 40, 50 या 60 साल की उम्र में इस आदत को छोड़ने से आपके जीवन में क्रमश: 9, 6 या 3 साल जुड़ सकते हैं।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
नींद को प्राथमिकता दे
दुनिया के कई हिस्सों में एक झपकी मानक है, और अब वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि झपकी लेने से आपको लंबे समय तक जीने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से झपकी लेते थे, उनमें दिल की बीमारी से मरने की संभावना उन लोगों की तुलना में 37% कम थी, जो शायद ही कभी पलक झपकते थे। शोधकर्ताओं का मानना है कि झपकी तनाव हार्मोन को कम करके आपके दिल की मदद कर सकती है।
Mediterranean Diet
यह फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, जैतून के तेल और मछली से भरपूर है। यह योजना मेटाबोलिक सिंड्रोम होने की संभावनाओं में भी गंभीर सेंध लगा सकती है – मोटापा, उच्च रक्त शर्करा, उच्च रक्तचाप और अन्य चीजें जो आपको हृदय रोग और मधुमेह होने की अधिक संभावना बनाती हैं।
स्वस्थ और लम्बा जीवन
स्वस्थ और लम्बा जीवन
कम कैलोरी का सेवन करे
ओकिनावा, जापान के लोग एक समय पृथ्वी पर किसी भी अन्य समूह से अधिक समय तक जीवित रहे। इस क्षेत्र का पारंपरिक आहार क्यों है। यह हरी और पीली सब्जियों में अधिक और कैलोरी में कम होता है। साथ ही, कुछ ओकिनावानों ने अपनी थाली में केवल 80% भोजन खाने की आदत बना ली। युव
अलसी - एक चमत्कारी आयुवर्धक, आरोग्यवर्धक दैविक भोजन
“पहला सुख निरोगी काया, सदियों रहे यौवन की माया।” आज हमारे वैज्ञानिकों व चिकित्सकों ने अपनी शोध से ऐसे आहार-विहार, आयुवर्धक औषधियों, वनस्पतियों आदि की खोज कर ली है जिनके नियमित सेवन से हमारी उम्र 200-250 वर्ष या ज्यादा बढ़ सकती है और यौवन भी बना रहे। यह कोरी कल्पना नहीं बल्कि यथार्थ है। आपको याद होगा प्राचीन काल में हमारे ऋषि मुनि योग, तप, दैविक आहार व औषधियों के सेवन से सैकड़ों वर्ष जीवित रहते थे। इसीलिए ऊपर मैंने पुरानी कहावत को नया रुप दिया है। ऐसा ही एक दैविक आयुवर्धक भोजन है “अलसी” जिसकी आज हम चर्चा करेंगें।
पिछले कुछ समय से अलसी के बारे में पत्रिकाओं, अखबारों, इन्टरनेट, टी.वी. आदि पर बहुत कुछ प्रकाशित होता रहा है। बड़े शहरों में अलसी के व्यंजन जैसे बिस्कुट, ब्रेड आदि बेचे जा रहे हैं। भारत के विख्यात कार्डियक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान अपने रोगियों को नियमित अलसी खाने की सलाह देते हैं ताकि वह उच्च रक्तचाप व हृदय रोग से मुक्त रहे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) अलसी को सुपर स्टार फूड का दर्जा देता है। आयुर्वेद में अलसी को दैविक भोजन माना गया है। मैंने यह भी पढ़ा है कि सचिन के बल्ले को अलसी का तेल पिलाकर मजबूत बनाया जाता है तभी वो चौके-छक्के लगाता है और मास्टर ब्लास्टर कहलाता है। आठवीं शताब्दी में फ्रांस के सम्राट चार्ल मेगने अलसी के चमत्कारी गुणों से बहुत प्रभावित थे और चाहते थे कि उनकी प्रजा रोजाना अलसी खाये और निरोगी व दीर्घायु रहे इसलिए उन्होंने इसके लिए कड़े कानून बना दिए थे।
1. प्रेगनेंसी में कौन कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए?
प्रेग्नेंसी में न खाएं ये 5 सब्जियां, आपका शरीर बन सकता है कई बीमारियों का घर |
गर्भावस्था हर महिला क
े जीवन में एक खास एहसास होता है। एक माँ इस भावना क
े बारे में अधिक
बता सकती है। हालांकि, गर्भावस्था क
े दौरान महिलाओं को खुशियों क
े साथ-साथ दुख भी झेलना पड़ता
है। गर्भावस्था क
े सातवें और नौवें महीने महिलाओं क
े लिए काफी कठिन माने जाते हैं। गर्भावस्था का
पूरा समय महिलाओं क
े लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है। क्योंकि प्रसव में महिलाओं का
पुनर्जन्म होता है।
गर्भावस्था क
े दौरान महिलाओं को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो उनक
े साथ-साथ बढ़ते
बच्चे को भी फायदा पहुंचाएं। लेकिन ज्यादातर महिलाएं ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करती हैं जो उनक
े
विकासशील बच्चे क
े लिए अधिक हानिकारक होते हैं। इसलिए हम विशेष जानकारी लेकर आए हैं कि
गर्भावस्था क
े दौरान महिलाओं को किन खाद्य पदार्थों और सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।
यह भी पढ़े : क्या आप जानते है महिलाओं क
े Underwear पर सफ़
े द दाग क्यों होते है?
पत्ता गोभी खाने से बचें
गर्भावस्था क
े दौरान हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन
गर्भवती महिलाओं को पत्ता गोभी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि पत्ता गोभी में
कीटनाशक और फ
ं गस हो सकते हैं। ऐसी सब्जियां खाने से एलर्जी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
2. गर्भावस्था क
े दौरान बैंगन का सेवन न करें
जी हां, प्रेग्नेंसी क
े दौरान आप जितना कम बैंगन खाएंगी, आपकी सेहत क
े लिए उतना ही अच्छा है।
टोक्सोप्लाज़मोसिज़ उस मिट्टी में पाया जाता है जहाँ बैंगन उगाया जाता है। इससे गर्भपात का खतरा
बढ़ जाता है। इसक
े अलावा अगर आप ज्यादा मात्रा में बैगन खाते हैं तो इससे एलर्जी की समस्या हो
सकती है। इतना ही नहीं गर्भावस्था क
े दौरान पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। बैंगन खाने से कब्ज की
समस्या से इंकार नहीं किया जा सकता है।
यह भी पढ़े : चेहरे क
े दाग धब्बे हटाने क
े घरेलू उपाय।
अदरक का सेवन ना करें
डॉक्टर हमें सलाह देते हैं कि गर्भावस्था क
े दौरान गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। अदरक भी एक
गर्म भोजन है। गर्भवती महिलाओं को अदरक वाला खाना खाने से बचना चाहिए। क्यों की गर्भावस्था
क
े पहले तीन महीनों में गर्भपात हो सकता है।
करेले का अधिक मात्रा में सेवन
गर्भावस्था क
े दौरान करेले का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। इससे पेट दर्द, अपच और
डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन अगर आपको करेला खाना पसंद है, तो आप हफ्ते में एक
या दो बार इसमें गुड़ मिलाकर खा सकते हैं। लेकिन इसक
े अधिक सेवन से बचें।
गाजर खाने से बचें
गर्भावस्था क
े दौरान बहुत अधिक गाजर खाने से त्वचा पर पीलापन आ सकता है। गाजर में क
ै रोटीन
नामक घटक होता है। अधिक मात्रा में सेवन करने से क
ै रोटेनीमिया हो सकता है। इतना ही नहीं, गाजर
में विटामिन ए की मात्रा गर्भावस्था में बाधा उत्पन्न कर सकती है।
यह भी पढ़े : बालों को जल्दी लंबा और घना करने क
े उपाय|
3. गर्भावस्था क
े दौरान गलती से भी इस पेय का सेवन न करें।
हर गर्भवती महिला को डर रहता है कि उसक
े गर्भ में पल रहा बच्चा अविकसित तो नहीं है। लेकिन
आपने देखा होगा कि जन्म क
े बाद एक बच्चा अन्य बच्चों की तुलना में बहुत कमजोर होता है। इसका
वजन भी कम रहता है।आख़िर ऐसा क्यों होता है? वैज्ञानिकों ने अब इसक
े पीछे की वजह का पता लगा
लिया है। गर्भवती महिलाएं जो प्रतिदिन आधा कप क
ै फीन का सेवन करती हैं, उनका बच्चा अन्य
महिलाओं की तुलना में कमजोर और अविकसित होता है। यह अध्ययन क
े बाद स्पष्ट हुआ है।
क
ै फीन एक उत्तेजक पदार्थ है जो कॉफी, चाय और चॉकलेट में पाया जाता है। कोल्ड ड्रिंक में भी क
ै फीन
की मात्रा अधिक होती है। लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि ज्यादातर 'हर्बल टी' में ये नहीं पाए जाते हैं।
कोल्ड ड्रिंक में भी क
ै फीन की मात्रा अधिक होती है। लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि ज्यादातर 'हर्बल टी'
में ये नहीं पाए जाते हैं।
सामने आई ये चौंकाने वाली बात
जो गर्भवती महिलाएं प्रतिदिन 200 मिलीग्राम क
ै फीन का सेवन करती हैं, उनक
े गर्भ में बढ़ रहा बच्चा
अन्य बच्चों की तुलना में कम विकसित होता है और ऊ
ं चाई और वजन में भी वो कम होता है। 200
मिलीग्राम क
ै फीन 2 कप कॉफी क
े बराबर होता है। यह अभ्रक क
े लिए बहुत हानिकारक है।
यह भी पढ़े : सरदर्द और माइग्रेन से क
ै से छ
ु टकारा पाये ।
इन बीमारियों का भी रहता है गरोदर महिलाओं को खतरा
जो महिलाएं मां बनना चाहती हैं उन्हें गर्भावस्था क
े दौरान जितना हो सक
े चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक से
परहेज करना चाहिए। चॉकलेट भी नहीं खाना चाहिए।
-मोटापा
-मधुमेह
- दिल की बीमारी
'जामा नेटवर्क ओपन' में प्रकाशित एक रिपोर्ट क
े अनुसार, शोधकर्ताओं ने क
ु ल 12 अलग-अलग
क्लीनिकों से 2000 से अधिक महिलाओं की गर्भावस्था रिपोर्ट का विश्लेषण किया। गर्भावस्था
महिलाओं की 8 से 13 हफ़्तों का रिकॉर्ड किया गया था ! 10 से 13 सप्ताह में गर्भवती महिलाओं क
े रक्त
4. क
े नमूने लिए गए। उनक
े खून में क
ै फीन और पैराक्सैन्थिन की मात्रा की जांच की गई। Paraxanthine
एक रसायन है जो शरीर में क
ै फीन द्वारा निर्मित होता है।
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े से तो नहीं सोते।
ऐसा निष्कर्ष सामने आय..
जिन गर्भवती महिलाओं क
े रक्त में क
ै फीन नहीं था, उनक
े बच्चो का विकास अच्छी तरह से हुआ। पैदा
हुए बच्चे का वजन 84 ग्राम अधिक और उसकी ऊ
ं चाई 0.44 सेमी अधिक थी। इतना ही नहीं उनक
े
सिर का साइज 0.28 सेंटीमीटर बड़ा था। हालांकि, जिन महिलाओं ने प्रतिदिन क
े वल 50 मिलीग्राम
क
ै फीन का सेवन किया, उनक
े बच्चो का वजन 66 ग्राम कम पाया गया और हाइट भी 0.32 सेमी. पायी
गयी |
ऐसा क्यों हुआ?
शोधकर्ताओं ने कहा कि जो महिलाएं रोजाना क
ै फीन का सेवन करती हैं, उनकी रक्त वाहिकाएं संक
ु चित
हो जाती हैं। इससे उनक
े गर्भ में मौजूद अभ्रक को उचित रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है। इसक
े कारण
उनका विकास रुक जाता है। इसक
े अलावा यह भी पता चला कि अभ्रक क
े स्ट्रेस हॉर्मोन पर भी क
ै फीन
का असर होता है। इससे जन्म क
े बाद बच्चे का वजन तेजी से बढ़ता है और उसे कई तरह की बीमारियां
होने का खतरा रहता है।
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े लक्षण।
गर्भवती महिला को क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
गर्भवती महिलाओं को इन 5 स्थितिओ में नहीं करनी चाहिए एक्सरसाइज, क्योंकि...
व्यायाम महिलाओं क
े लिए फायदेमंद होता है। यदि कोई महिला गर्भवती है तो भी उसे नियमित रूप से
व्यायाम करने की आवश्यकता होती है। लेकिन गर्भवती महिलाओं को क
ु छ स्थितियों में व्यायाम करने
में कठिनाई होती है। यदि आप गर्भावस्था क
े दौरान कम प्रभाव वाले व्यायाम करती हैं, तो आपको पीठ
दर्द, सूजन आदि से छ
ु टकारा मिलता है। इतना ही नहीं आपको रात को अच्छी नींद भी आएगी।
गर्भावस्था क
े दौरान (Exercising during Pregnancy) व्यायाम करने से न सिर्फ महिला को फायदा
होता है बल्कि उसका बच्चा भी स्वस्थ होता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं को स्थिती में व्यायाम नहीं
करना चाहिए, यह उनक
े लिए हानिकारक हो सकता है।
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गर्भावस्था क
े दौरान महिलाओं को कब व्यायाम नहीं करना चाहिए?
1. बच्चे का समय से पहले जन्म
यदि आपका बच्चा समय से पहले पैदा हुआ है, तो आपको बहुत अधिक व्यायाम नहीं करना चाहिए।
यदि आप 37 सप्ताह से पहले बच्चे को जन्म देती हैं, तो आप उस समय कमजोर होती हैं। यदि आप
इस स्थिती में व्यायाम करते हैं तो यह स्वास्थ्य क
े लिए हानिकारक होता है। हालांकि, अगर आप
फिटनेस को लेकर चिंतित हैं, तो आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
2. पहले गर्भपात हो चुका हो या लक्षण दिख रहे हों
यदि आपका पहले गर्भपात हो चुका है या ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो व्यायाम न करें। यदि
गर्भावस्था क
े दौरान रक्तस्राव होता है, तो 9 महीने यानी प्रसव तक देखभाल करना आवश्यक है। पहले
तीन महीनों तक व्यायाम करने का विचार बिल्क
ु ल भी दिमाग में नहीं आना चाहिए। इस दौरान
महिलाओं को जितना हो सक
े आराम करना चाहिए। हालांकि, अगर आप हल्का व्यायाम करना चाहते
हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
3. प्लेसेंटा से जुड़ी समस्याएं
अगर आपको प्लेसेंटा से जुड़ी कोई समस्या है तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान
किसी भी तरह का व्यायाम न करें, क्योकि आपको प्रसव पिडा होने की सम्भावना इनकार नहीं किया
जा सकता | नतीजतन, आपकी समय से पहले प्रसव हो सकती है| इसलिए खुद का विशेष ध्यान रखें।
समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
4. दिल या सांस की समस्या
जिन गर्भवती महिलाओं को पहले से ही दिल या सांस की समस्या है, उन्हें व्यायाम नहीं करना चाहिए।
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योंकि व्
यायाम करने से दिल की धड़कन तेज हो जाती है। इसलिए हमें सांस लेने क
े लिए अधिक
ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित महिलाओं क
े लिए
यह खतरनाक हो सकता है।
6. 5. चौथे महीने क
े बाद पेट क
े बल न सोएं
अगर आप फिट हैं तो प्रेग्नेंसी क
े दौरान हर एक्सरसाइज करने में कोई दिक्कत नहीं होती है। यदि
आपका बच्चा पहला ही है, तो आपको स्विमिंग, तेज चलना आदि जैसे व्यायाम अवश्य करने चाहिए।
लेकिन, चौथे महीने क
े बाद गर्भवती महिला को पेट क
े बल नहीं सोना चाहिए। वहीं क्रिक
े ट, बॉक्सिंग,
टेनिस, फ
ु टबॉल आदि नहीं खेलना चाहिए। अगर आपको बहुत अधिक कसरत करनी पड़ रही है, तो ऐसे
कसरत से भी यथासंभव बचना चाहिए।
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ै से निकाले।
गर्भावस्था क
े दौरान नाश्ता करना क्यों आवश्यक है?
ऐसा कहा जाता है कि सुबह का नाश्ता कभी नहीं छोड़ना चाहिए और यह सच भी है। आहार में नाश्ता
बहुत महत्वपूर्ण है। गर्भावस्था क
े दौरान, देर से नाश्ता करना या नाश्ता न करना बच्चे और माँ दोनों क
े
लिए परेशानी भरा हो सकता है, क्योंकि बच्चा पोषण क
े लिए माँ पर निर्भर करता है।
मॉर्निंग सिकनेस से पीड़ित कई गर्भवती महिलाएं नाश्ता छोड़ देती हैं या नाश्ता देर से करती हैं। नाश्ता
न करने या देरी करने का कारण सुबह क
े समय मिचली आना या उल्टी होना है। अक्सर मॉर्निंग
सिकनेस क
े कारण उठना और नाश्ता करना असंभव हो जाता है।
हालांकि, दर्द होने पर भी नाश्ता छोड़ना उचित नहीं है। रात को सोने क
े करीब 9 से 12 घंटे बाद खाना
खाने में आराम मिलता है। उस समय आपक
े शरीर में ऊर्जा क
े स्रोत जमा हो जाते हैं। इससे शरीर क
े
विभिन्न कार्य सुचारु हो जाते हैं और बच्चे को पोषक तत्वों की आपूर्ति भी हो जाती है। इसलिए शरीर क
े
सुचारू रूप से काम करने और बच्चे को पोषक तत्व प्राप्त करने क
े लिए ऐसे समय अंतराल में नाश्ता
करना आवश्यक है।
यदि मॉर्निंग सिकनेस क
े कारण नाश्ता संभव नहीं है, तो उल्टी, जी मिचलाना न हो इन खाद्य पदार्थों
को प्राथमिकता दें। ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो आपक पेट भर जाये, आपको संतुष्टि दें और मॉर्निंग
सिकनेस को रोक
ें । वास्तव में, नाश्ता करना छोड़ने की बजाय नास्ता करने से मॉर्निंग सिकनेस पर
काबू पाने में मदद मिलेगी।
7. वहीं, नाश्ता करने से मेटाबॉलिज्म, ब्लड ग्लूकोज, इंसुलिन, फ्री फ
ै टी एसिड और ग्लूकोज को रेगुलेट
करने में मदद मिलती है। The Lancet journal में एक अध्ययन क
े अनुसार, नाश्ता छोड़ना उचित
नहीं है, खासकर गर्भावस्था क
े अंतिम चरणों क
े दौरान। साथ ही, यदि आप लंबे समय तक क
ु छ नहीं
खाते हैं, तो आपको अधिक भूख लगती है और आप अधिक खा लेते हैं। गर्भावस्था क
े दौरान अधिक
क
ै लोरी खाना परेशानी भरा हो सकता है।
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े लिए डाइट और व्यायाम।
ऐसे में क्या करें?
• हल्का नाश्ता करें। पोहे, उपमा, इडली, डोसा खाना अच्छा रहेगा।
• सुबह सबसे पहले कोई भी पेय न लें। यह मतली को बढ़ाता है।
• पेटभर नाश्ता न करें और न ही नाश्ता पूरी तरह छोड़ें। क्योंकि यह आपको सुस्त महसूस करा सकता
है या नाश्ते क
े क
ु छ घंटों क
े भीतर आपक
े रक्त शर्क रा का स्तर बढ़ सकता है।