नमस्ते! आप सबके सामने अपना पहला लघु कथा संग्रह "Bonsai कथाएँ" लेकर उपस्थित हूँ। कुछ जिंदगियों के रोचक पन्ने है जो बाहरी दुनिया को नीरस लगते है पर यकीन मानिये पास से देखने पर उनकी खूबसूरती दिखती है, उनको यहाँ कैद करने की कोशिश की है। इंसान का अपने और अपनों के लिए संघर्ष हर जगह दिखता है, सबकी लडाई जन्म लेने से शुरू होकर मौत तक चलती रहती है। बल्कि मेरा तो ये मानना है की हर ज़िन्दगी पर रोचक महागाथा लिखी जा सकती है बस उसको और करीब से देखने की ज़रुरत है। 2007 मे काव्य-कहानी अंदाज़ मे कुछ कवितायेँ लिखी थी वो भी इन 17 रचनाओं मे शामिल है। लघु कथाओं के बारे मे नए लेखक और बहुत से पाठक सोचते है की ये एक-दो पैराग्राफ्स के अधूरे सीन्स होतें है, इसपर भी यही कहूँगा कि हर रचना की एक आत्मा होती है और अगर पाठक को वो आत्मा न महसूस हो तो चाहे आप हजारो पन्ने लिखो या 4 लाइन्स ...दोनों बराबर है। आशा है आपको यहाँ रचनाओं की आत्मा दिखे। कहानियों के साथ मे मेरे द्वारा खींची फोटोज लगायीं है, जिनका रचना के साथ एक छद्म सन्देश है।
Arvind Kejriwal (born 16 August 1968) is going to become the Chief Minister of Delhi and is also a former Indian Revenue Service officer and a politician. Born in Haryana, Kejriwal is a graduate of the Indian Institute of Technology Kharagpur, where he studied Mechanical Engineering. He worked for the IRS as a Joint Commissioner in the Income Tax Department. He is well-known for his role in drafting a proposed Jan Lokpal Bill and his efforts to bring and implement the Right to Information (RTI) act at grassroots level.
नमस्ते! आप सबके सामने अपना पहला लघु कथा संग्रह "Bonsai कथाएँ" लेकर उपस्थित हूँ। कुछ जिंदगियों के रोचक पन्ने है जो बाहरी दुनिया को नीरस लगते है पर यकीन मानिये पास से देखने पर उनकी खूबसूरती दिखती है, उनको यहाँ कैद करने की कोशिश की है। इंसान का अपने और अपनों के लिए संघर्ष हर जगह दिखता है, सबकी लडाई जन्म लेने से शुरू होकर मौत तक चलती रहती है। बल्कि मेरा तो ये मानना है की हर ज़िन्दगी पर रोचक महागाथा लिखी जा सकती है बस उसको और करीब से देखने की ज़रुरत है। 2007 मे काव्य-कहानी अंदाज़ मे कुछ कवितायेँ लिखी थी वो भी इन 17 रचनाओं मे शामिल है। लघु कथाओं के बारे मे नए लेखक और बहुत से पाठक सोचते है की ये एक-दो पैराग्राफ्स के अधूरे सीन्स होतें है, इसपर भी यही कहूँगा कि हर रचना की एक आत्मा होती है और अगर पाठक को वो आत्मा न महसूस हो तो चाहे आप हजारो पन्ने लिखो या 4 लाइन्स ...दोनों बराबर है। आशा है आपको यहाँ रचनाओं की आत्मा दिखे। कहानियों के साथ मे मेरे द्वारा खींची फोटोज लगायीं है, जिनका रचना के साथ एक छद्म सन्देश है।
Arvind Kejriwal (born 16 August 1968) is going to become the Chief Minister of Delhi and is also a former Indian Revenue Service officer and a politician. Born in Haryana, Kejriwal is a graduate of the Indian Institute of Technology Kharagpur, where he studied Mechanical Engineering. He worked for the IRS as a Joint Commissioner in the Income Tax Department. He is well-known for his role in drafting a proposed Jan Lokpal Bill and his efforts to bring and implement the Right to Information (RTI) act at grassroots level.
Hallo! Guyzz यार, ऐसा कोई इन्सान नहीं होगा, जिसने निंदमे कोई सपना ना देखा हो, हर इन्सान को सपने आते है। कुछ अच्छे, कुछ बुरे, कुछ प्यारे तो कुछ भयानक सपने। मुझै भी सपने आते हे, लेकिन पता नही क्यु मुझै हरएक सपने मे हुवी सारी बातें सारी घटनाए अच्छी तरह से याद रह जाती है। मेरे सपनो कि दुनियॉं मे सबकुछ अलग, अजब ओर अनौखा होता है। अब सपनो पे तो किसीका जोर चलता नहीं, बहोत सी बातें अंनहोनी ओर काल्पनिक होती हे, तो कुछ वास्तविक भी होता है ओर हर सपने मे एक कहानी जरुर छुपी होती है। मैं वही कहानियॉ आपके साथ सेंर-Share करना चाहता हुं। मुझै पुरा यकिन हे, मेरी छोटी-बडीं हिंन्दी कहानियॉ आपको जरुर पसंद आएगी।
गुरुत्व ज्योतिष ई पत्रीका अगस्त-2019 | GURUTVA JYOTISH E-MAGAZINE AUGUST-2019
August-2019 Shri Krishna Janmashtami Special 2019, janmashtami essay | janmashtami 2019 | krishna janmashtami | janmashtami story in Hindi | janmashtami article | जन्माष्टमी 2019 | जन्माष्टमी निबंध | श्री कृष्ण जन्माष्टमी कथा | जन्माष्टमी तारीख |जन्माष्टमी कब है | कृष्ण जन्माष्टमी 2019Special Free Monthly Hindi Astrology Magazines, You can read in Monthly GURUTVA JYOTISH Magazines Astrology, Numerology, Vastu, Gems Stone, Mantra, Yantra, Tantra, Kawach & ETC Related Article absolutely free of cost.
गुरुत्व ज्योतिष ई पत्रीका अगस्त -2019 में प्रकशित लेख
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष
नमस्ते! इन कहानी और कविताओं में नारी किरदारों पर कुछ प्रयोग किये हैं। कहीं वह सकारात्मक है, तो कहीं बिल्कुल गलत पर ये सभी स्त्रियां वर्तमान को वर्तमान में जीती हैं, जो तुलना में पुरुषों में कम देखा है। नारी के सभी रूपों को स्वीकार करना समाज के लिए ज़रूरी है। नकारात्मक आदतें और व्यवहार के लिए भी थोड़ी जगह होनी चाहिए, नहीं तो दुनिया नीरस हो जाती है। आखिर किसी की 100 अच्छी बातें पसंद हैं तो कुछ ख़राब भी झेलो। खैर, मेरे ये प्रयोग आगे जारी रहेंगे आशा है आप सभी का स्नेह व सहयोग बना रहेगा। 2014 में सीमित फोरम्स पर प्रकाशित नारीपना में कुछ नयी रचनाएं जोड़कर इस बार बेहतर एडिशन प्रकाशित कर रहा हूँ।
मोहित शर्मा 'ज़हन'
Hallo! Guyzz यार, ऐसा कोई इन्सान नहीं होगा, जिसने निंदमे कोई सपना ना देखा हो, हर इन्सान को सपने आते है। कुछ अच्छे, कुछ बुरे, कुछ प्यारे तो कुछ भयानक सपने। मुझै भी सपने आते हे, लेकिन पता नही क्यु मुझै हरएक सपने मे हुवी सारी बातें सारी घटनाए अच्छी तरह से याद रह जाती है। मेरे सपनो कि दुनियॉं मे सबकुछ अलग, अजब ओर अनौखा होता है। अब सपनो पे तो किसीका जोर चलता नहीं, बहोत सी बातें अंनहोनी ओर काल्पनिक होती हे, तो कुछ वास्तविक भी होता है ओर हर सपने मे एक कहानी जरुर छुपी होती है। मैं वही कहानियॉ आपके साथ सेंर-Share करना चाहता हुं। मुझै पुरा यकिन हे, मेरी छोटी-बडीं हिंन्दी कहानियॉ आपको जरुर पसंद आएगी।
गुरुत्व ज्योतिष ई पत्रीका अगस्त-2019 | GURUTVA JYOTISH E-MAGAZINE AUGUST-2019
August-2019 Shri Krishna Janmashtami Special 2019, janmashtami essay | janmashtami 2019 | krishna janmashtami | janmashtami story in Hindi | janmashtami article | जन्माष्टमी 2019 | जन्माष्टमी निबंध | श्री कृष्ण जन्माष्टमी कथा | जन्माष्टमी तारीख |जन्माष्टमी कब है | कृष्ण जन्माष्टमी 2019Special Free Monthly Hindi Astrology Magazines, You can read in Monthly GURUTVA JYOTISH Magazines Astrology, Numerology, Vastu, Gems Stone, Mantra, Yantra, Tantra, Kawach & ETC Related Article absolutely free of cost.
गुरुत्व ज्योतिष ई पत्रीका अगस्त -2019 में प्रकशित लेख
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष
नमस्ते! इन कहानी और कविताओं में नारी किरदारों पर कुछ प्रयोग किये हैं। कहीं वह सकारात्मक है, तो कहीं बिल्कुल गलत पर ये सभी स्त्रियां वर्तमान को वर्तमान में जीती हैं, जो तुलना में पुरुषों में कम देखा है। नारी के सभी रूपों को स्वीकार करना समाज के लिए ज़रूरी है। नकारात्मक आदतें और व्यवहार के लिए भी थोड़ी जगह होनी चाहिए, नहीं तो दुनिया नीरस हो जाती है। आखिर किसी की 100 अच्छी बातें पसंद हैं तो कुछ ख़राब भी झेलो। खैर, मेरे ये प्रयोग आगे जारी रहेंगे आशा है आप सभी का स्नेह व सहयोग बना रहेगा। 2014 में सीमित फोरम्स पर प्रकाशित नारीपना में कुछ नयी रचनाएं जोड़कर इस बार बेहतर एडिशन प्रकाशित कर रहा हूँ।
मोहित शर्मा 'ज़हन'
2nd Maccabees is a deuterocanonical book which recounts the persecution of Jews under King Antiochus IV Epiphanes and the Maccabean Revolt against him. Painting by Pierre Paul Rubens, 1634.
1. KASTURBA “AS I KNOW”
ग ॉधीजी को ऩूये विश्ि भें श ॊति औय अहहॊस के प्रेरयक के रूऩ भें ज न ज ि है। रेककन उनकी ऩत्नी कस्िूयफ के फ ये भें फहुि
कभ रोग ज निे हैं जजन्होंने ग ॊधी को श श्िि फन ने भें फहुि भहत्िऩूर्ण बूमभक तनब ई थी। हभें फ ऩू से ऩहरे फ के फ ये भें
सोचन च हहए क्मोंकक उन्होंने भोहन द स से भह त्भ ग ॉधी िक के विक स भें भहत्िऩूर्ण बूमभक तनब ई थी। कस्िूयफ क जीिन
एक फमरद न जैस थ , िह एक सच्ची ब यिीम ऩत्नी क अिि य थीॊ, जजन्होंने अऩने ऩति के प्रति अऩन किणव्म सफसे ऊऩय यख ।
उन्होंने एक आय भद मक जीिन, अच्छ बोजन, अच्छे कऩडे, आबूषर्, अऩनी ऩ यॊऩरयक भ न्मि ओॊ को बी त्म ग हदम औय गयीफी
औय ब्रह्भचमण क सॊकल्ऩ मरम । उन्हें बरे ही ग ॉधीजी की ऩयछ ई की ियह देख गम हो रेककन उनकी अऩनी बी एक अरग
ऩहच न थी। ग ॉधीजी ने अऩन ऩूय जीिन सत्म, अहहॊस , त्म ग औय आत्भ-फमरद न के आदशण को आगे फढ ने भें रग म औय
जैस कक उन्होंने स्िीक य ककम , िह अऩनी ऩत्नी के सभथणन के बफन मह सफ नहीॊ कय सकिे थे। कस्िूयफ के भजफूि इय दों ने
अनज ने भें ही उनको ग ॉधीजी क मशऺक फन हदम , उनके बफन अहहॊस औय असहमोग को सभझन ग ॉधीजी के मरए फहुि
भुजश्कर थ ।
कस्िूयफ क जन्भ ऩोयफॊदय भें 1869 भें हुआ थ । कस्िूयफ अभीय भ ि -वऩि की इकरौिी फेटी के रूऩ भें ऩरी-फढीॊ थीॊ। 1882
भें 13 स र की आमु भें ग ॊधीजी से उनक विि ह हो गम । ग ॉधीजी ने स्िीक य ककम कक अनऩढ होने के फ िजूद बी उनकी ऩत्नी
भें उनसे ज्म द सभझ थी औय रोगों को आॊकने की ऺभि बी थी। उन्होंने शेख भेहि फ के फ ये भें उन्हें ऩहरे ही चेि िनी दी
थी जजन्होंने ग ॉधीजी को कई फुयी आदिें मसख ईं। 1888 भें ग ॉधीजी की िक रि की ऩढ ई के मरए उन्होंने बफन ककसी मशक मि
के अऩने जेिय बी गगयिी यख हदए। फडे घय की फेटी होने के फ द बी उन्होंने कभ सॊस धनों भें जीिन म ऩन कयन सीख मरम
थ ।
रॊदन से ग्रेजुएशन की डडग्री रेने के फ द ग ॉधीजी ऩरयि य के स थ िक रि कयने के मरए अकिक भें फस गए। उन्होंने फच्चों को
स्कू र नहीॊ बेज क्मोंकक उन्हें िह ॊ की मशऺ ऩसॊद नही आमी। फच्चे अक्सय अऩने वऩि द्ि य उन ऩय रग ए गए कडे अनुश सन
को नहीॊ सभझिे थे। कस्िूयफ वऩि औय ऩुत्रों के फीच एक प्रक य क भध्मस्थ थीॊ। कस्िूयफ ने उन्हें सभझ म कक उनके वऩि
च हिे हैं की िो अच्छे फेटे फनें औय इसमरए िो उनसे भुजश्कर क भ कयि िे हैं।
ग ॉधीजी के घय भें सबी क स्ि गि ककम ज ि थ । एक हदन ग ॉधीजी ने कस्िूयफ से एक अछू ि ईस ई के चैम्फय ऩॉट की
सप ई कयने कयने को कह । कस्िूयफ एक रूहढि दी ऩरयि य से आई थीॊ, जह ॊ अछू िों को अऩवित्र भ न ज ि थ । उनकी आॉखें
2. गुस्से से र र हो गई औय उनकी आॉखों से आॉसू फहने रगे जफ उन्होंने चैम्फय ऩॉट को छु आ। ग ॉधीजी ने कह , "भैं अऩने घय भें
मह फकि स फद णश्ि नही करूॊ ग ।" उन्होंने ि ऩस जि फ हदम "अऩन घय अऩने ऩ स यखो औय भुझे ज ने दो।" मह कस्िूयफ को
एक स हसी भहहर के रूऩ भें हदख िी है, जो अऩने ऩति की आॉख फॊद कयके सुनने ि री नहीॊ थी।
एक फ य अिीक भें इॊडडमन रोके शन ऩय प्रेग की फीभ यी पै र गमी, कस्िूयफ ने उस सभम िह ॊ की भहहर ओॊ को स प-सप ई
के फ ये भें सभझ म , िह ॊ अस्ऩि र नहीॊ थ िो उन्होंने एक िेमयह उस को ही अस्ऩि र फन मरम औय िह ॊ भयीजों की देखब र
की। अिीक भें अॊग्रेज सयक य ने ईस ई धभण के अर ि फ की स ये धभण के विि ह अभ न्म कय हदए, ग ॉधीजी ने इसके वियोध भें
सत्म ग्रह ककम जजसभें कस्िूयफ ने बी फ की भहहर ओॊ सहहि उनक स थ हदम , उनको िीन भहीने की कडी सज बी सुन मी
गमी।
ब यि ि ऩस आने के फ द ग ॉधीजी ने रगबग ऩूये देश क दौय ककम जजसभें कस्िूयफ ने बी उनक स थ हदम । कोचयफ आश्रभ
भें एक तनचरी ज ति ऩरयि य बी उनके स थ यहि थ , कस्िूयफ इस फ ि से न खुश थीॊ, रेककन जफ उन्होंने उनकी फेटी रक्ष्भी
को खेरिे देख िो उन्हें भहसूस हुआ की िो बी फ की
की ियह ही है िो उन्होंने रक्ष्भी को अऩनी न तिन सभझ कय गरे रग मरम । इसके फ द उन्होंने बी हरयजनों के खखर प
अऩने ऩूि णग्रहों को छोडने के मरए हहॊदू भहहर ओॊ से अऩीर कयिे हुए फैठकों को सॊफोगधि ककम ।
ग ॉधीजी अक्सय आश्रभ से फ हय ही यहिे थे, िो आश्रभ को सॊब रने की जजम्भेद यी कस्िूयफ की ही थी। उन्होंने सभम की ऩ फॊदी,
ईभ नद यी, स्िच्छि , अच्छे मशष्ट च य औय हय एक से ककसी न ककसी क भ भें ब गीद यी की भ ॊग की। उनके प्म य ने आश्रभ के
भ हौर को भभि भमी फन हदम थ । फ ने 1922 भें गुजय ि प्र ॊिीम सम्भेरन की
अध्मऺि की औय रोगों को असहमोग आन्दोरन भें ब ग रेने के मरए प्रोत्स हहि ककम । उन्होंने 23.3.1922 को मॊग इॊडडम भें
प्रक मशि अऩने देशि मसमों से स्िदेशी अऩन ने की अऩीर की। कस्िूयफ ने 1923-24 के फोयसद सत्म ग्रह औय 1928 के
फ यडोरी सत्म ग्रह भें सकिम बूमभक तनब ई। ग ॊधीजी के द ॊडी भ चण के दौय न कस्िूयफ शहय-शहय ज कय क मणकि णओॊ से मभर
यही थीॊ औय भहहर ओॊ से शय फ की दुक नों की घेय फॊदी कयने औय ख दी ऩहनने क आग्रह कय यही थीॊ। िह एक गॊबीय रड ई भें
रगे सत्म ग्रह के एक सैतनक की ियह रगिी थीॊ, िह य जनीति को नहीॊ सभझिी थीॊ रेककन अऩने ऩति ऩय उनक विश्ि स औय
जजस क यर् से िो रड यहे थे िह दृढ थ । सविनम अिऻ आॊदोरन के दौय न िो ग ॊिों भें ज कय सब ओॊ को सॊफोगधि कय यहीॊ
थीॊ, इसमरए उन्हें जेर भें ड र हदम ज ि है। स्ििॊत्रि सॊग्र भ के दौय न, िह आश्रभ क प्रफॊधन कयने के स थ-स थ विमबन्न
सॊघषों भें ब ग रे यही थीॊ । मह उनके कु शर नेिृत्ि, देशबजक्ि औय अच्छे गृह कौशर को दश णि है।
जफ ग ॉधीजी उऩि स यखिे थे िफ कस्िूयफ मसपण दूध औय पर रेिी थीॊ औय ि कक िो ग ॉधीजी की सेि कय सकें , स थ ही
उनकी िऩस्म भें उनक स थ बी दे सकें । उन हदनों, जफ भहहर एॊ मसपण घय के क भों िक सीमभि थीॊ िफ कस्िूयफ ने स्ििॊत्रि
सॊग्र भ भें हहस्स रेकय फ की भहहर ओॊ को बी प्रेरयि ककम औय न यी शजक्ि की मभस र ऩेश की। क
3. ग ॉ क क औ क स थ हदम औ इसी ियह क क क 1944 भें आग
ख न ऩैरेस भें उनक देह ॊि हो गम ।