2. पापा खो गए
पात्र – विजली का खंभा, नाचनेिाली लड़की,
पेड़, लैटरिक्स, आदमी, कौआ
सजीि पात्र – कौआ |
वनजीि पात्र – विजली का खंभा, पेड़, लैटरिक्स,
नाचनेिाली लड़की |
विधा – नाटक
3. ‘पापा खो गए’ विजय तेंदुलकर द्वारा रवचत नाटक है |
इसमें एक िच्ची को चोर उठाकर एक स्थान पर
विपा देता है| िहााँ पर उपस्स्थत लैटरिक्स, खंभा,
पेड़, कौआ आवद वमलकर अपनी सुझिुझ से उस
लड़की को िचा लेते हैं| पाठ यह संदेश देता है वक
वमत्रता ि एकता ऐसे भाि हैं, वजनसे असंभि कायय
को भी संभि िनाया जा सकता है |