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सेलेिनयम
सेलेिनयम हमारे शरीर के िलए बह�त आवश्यक सू�म खिनज तत्व, जो हमें कैं, आथ्र ार्इिटस
�दय रोग से बचाता है। सेलेिनयम एक उ�म एंटीऑक्सीडेंटहै और िवटाि-ई के साथ िमल कर
मजबूती से शरीर क� र�ा करता है। ये दोनों नन्हें िसपाही िमल कर -मूलक ( Free Radicals)
�ित से शरीर को बचा कर रखते है, र�-वािहकाओ ं को कड़ा नहीं होने देते और प्रौ (Aging) के
प्रभाव को रोक देते हैं। सेलेिनयम शरीर में िनम्न आवश्यक काय� को अंजाम देत
• सेलेिनयम शरीर के कई ज�री काय� में सहयोग देता है और हर हर अंग खासतौर पर ृक,
व
यकृत, प्लीह, अग्न्याशय और वृषण क� कोिशकाओं में िवद्यमान रहता ै। पु�ष में शर
ह
आधा सेलेिनयम वृषण ( Testes) और पु�ष ग्रंिथ के समीप शुक्र वािहक( Seminal
Ducts) के कुछ िहस्सों में व्या� रहता
• यह िवशेष तरह के महत्वपूणर् एंटीऑक्सीडेट एंजाइम के िनमार्ण में मदद क, िजन्हे
ं
सेलेनोप्रोटीन्स कहते हैं। ये ग्लूटाथायोन के िनमार्ण में योगदान , जो शरीर का मास्टर
एंटीऑक्सीडेंट माना जाताह
• इसके अलावा सेलेिनयम �दय रोग तथा स्ट्रोक के जोिखम को कम करता, र�-वािहकाओ ं
को स्वस्थ रखता, िचंताकुलता तथा अवसाद को दर करता है, पु�ष क� प्रजनन �मत
ू
(Male infertility) को बढ़ाता है।
• प्रोस्टाग्ले, जो शरीर में कई ज�री कायर् सम्पन्न करत, अपने चयापचय में सेलेिनयम
क� मदद लेते हैं।
• सेलेिनयम (आयोडीन के साथ) थायरॉयड ग्रंिथ क� का-प्रणाली और हाम�न के स्रवण के
आवश्यक खिनज है।
• सेलेिनयम िवषैली धातओ ं जैसे पारा और आस�िनक को िनिष्क्रय और उत्सजर्न करते
ु
• कै ंस कान�ल यिु नविसर ्टी के ड. डोनाल्ड िलस्क के अनुसार सेलेिनयम शि�शाल
क�मोिप्रवेंिटव ऐजें, जो कैंसर का डट कर मुकाबला करता है।
सेलेिनयम बड़ी बहादरी के साथ कैंसर से युद्ध करता है। अमे�रकन मेडीकल एसोिसयेशन
ु
जरनल में प्रकािशत शोध के अनुसार सेलेिनयम बड़ी , फे फड़े और प्रोस्टेट के कैंसर
10 वष�य मत्युदर50 प्रितशत से ज्यादा कम करता है। यह र�ाप्रणाली को सु�ढ़ बन
ृ
अबर ्द(Tumor) के िवकास को बािधत करता है और अबर ्द में नई -वािहकाओ ं के िनमार ्ण
ु
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में भी व्यवधानपैदा करताहै। यह �ग्ण कोिशकाओं के.एन.ए. क� मरम्मत और िनमार्ण म
मदद करता है, कैंसर कोिशकाओं के िवकास में बाधापैदा करताहै और असामान
कोिशकाओ ं क� योजनाबद्ध मृत्(Apoptosis) को प्रोत्सािहत करता है
सेलेिनयम के स्रो
सेलेिनयम के मख्य स्रोत ब्राज, मेथी के बीज, अलसी, ितल, ओट, सूयर्मुखी के बी, ब्राउ
ु
चावल, लहसन, ब्रोको, लाल अंगूर, मश�म, टुना, िश्र, हेलीबुट, हे�रंग, सालमोन, मगार , कलेजी,
ु
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अंडा आिद हैं। ब्राजील नट सेलेिनयम का सबसे बड़ा स्रोत है। एक ही नट से70-90 माइक्रोग्
सेलेिनयम िमल जाता है। 100 ग्राम मेथी के बीजों 133 माइक्रोग्राम होता
सेलेिनयम के औषधीय प्रयो
सेलेिनयम िनम्न रोगों के उपचार और बचाव में बह�त गुणकारी ह
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महांसे
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अस्थम
कोलोरेक्टल क ैं
भोजन नली का कैंस
आमाशय का कैंस
एच.आई.वी / एड्स
नपुसकता
ं
के शन-बेक्स रो
के शन रोग
मल्टीपल िस्क्लरो
ओवे�रयन िसस्
पािक्नसन्स र
र
पेराओडन्टल रो
सोरायिसस
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• �मेटॉयड आथ्र ार्इ
• सेनाइल के टरेक्
• सडन इन्फेंट डेथ िसंड
सेलेिनयम क� कमी के ल�ण
सेलेिनयम क� मामूली कमी से कोई िवकार नहीं होता ह, लेिकन यिद लंबे समय तक सेलेिनयम क�
बह�त कमी बनी रहे तो �दय और जोड़ों में तकलीफ या अन्य िवकार हो सकते हैं। ज
• के शन रोग ( Keshan disease) – इसमें ऐ�रदिमया और �दय के ऊतक कम हो
जाते हैं। भोजन में सेलेिनयम क� मात्रा बढ़ा कर इस रोग से बचा जा सकता
• के िशन-बेक रोग ( Kashin-Beck's disease) – इस रोग में तकलीफ जोड़ों म
होती है।
• ऑटोइम्यून रोग– सोरायिसस और थायरॉयड रोग
• आमाशय, गला और प्रोस्टेट का कै
• मनोदशा िवकार (Mood Disorders)
सेलेिनयम क� दैिनक मात्र
रोज हमें55-70 माइक्रोग्राम सेलेिनयम क� आवश्यकता होती है। शोधकतार50-200 माइक्रोग्
सेलेिनयम प्रित िदन लेने क� अनुशंसा करते हैं। छोटे अंतराल के ि300-600 माइक्रोग्राम भी ि
जा सकता है। इससे अिधक मात्रा लेने से कुछ कुप्रभाव जैसे घब, अवसाद, उबकाई, वमन, सांस
में लहसुन जैसी गंध आन, पसीना आना, बाल झड़ना, नाखुन टूटना, कमजोरी, लीवर खराब होना हो
सकते हैं। इंिस्टट्यूट ऑफ मेडीिसन न19 वषर ् से बड़े �ी और पु�ष के िलए सेलेिनयम क� दैिनक
अिधकतम मात्र400 माइक्रोग्राम तय क�
िविभन्न अवस्थाओंमें सेलेिनयम क� दैिनक आवश्यक
बच्चे3 वषर् से छोट
20 माइक्रोग
बच्चे4-8 वषर
30 माइक्रोग
बच्चे9-13 वषर
40 माइक्रोग
िकशोर 14-18 वषर
55 माइक्रोग
वयस्क19 वषर् से बड़े
55 माइक्रोग