1. १. अव्ययी भाव समास
• पहला पद हमेशा अव्यय होता है|
• सामाससक पद नपुंसकसलुंग मे बनता है|
• पद का अन्ततम स्वर ननम्न ननयम से नपुंसकसलुंग में होगा।
अ आ को अम ्
इ ई को इ
उ ऊ को उ
सभी अव्ययपदों के अर्थ और प्रयक्त ववभन्क्त अलग अलग होते हैं
न्िनका वववरण ननम्नवत् है
2. अव्यय Replacing word ववभक्ति
1. उप समीपम ् षष्ठी
2. ननर् अभावः षष्ठी
3. अन पश्चात् षष्ठी
अन योग्यम ् षष्ठी
4. यर्ा अननतक्रम्य द्ववतीया
5. स सहहतुं/सह तृतीया
स सादृश्युं षष्ठी
6. प्रनत Repetition of noun द्ववतीया/सप्तमी
9. 1. समृद्धि अर्थ में - Prefix ‘सु’ - meaning समृद्धि (prosperity)
2. समास ववग्रह षष्ठी ववभक्ति में -----
समद्रम् मद्राणाुं
समृद्गधः
मद्रास देश की
समृद्गध
extra सु